hotaks444
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मैने कहा, सुनो मैने कोई ग़लत करतूत नही की…
पर उसका फोन कट चुका था.
अब मेरे पास सोचने का भी वक्त नही था.
मैने फिर से महेश को फोन मिलाया, पर उसका फोन स्विच्ड ऑफ ही आ रहा था.
सब कुछ इतना अचानक हुवा था कि मेरे पास रिक्ट करने का भी वक्त नही था. पर मैं इतना ज़रूर सोच रही थी कि अगर ये टेप मार्केट में आ गयी तो मेरा करियर डूब जाएगा. मार्केट में मेरी रेप्युटेशन खराब हो जाएगी.
मैने अपने ड्राइवर को फोन मिलाया और कहा, गाड़ी निकालो, मैं आ रही हूँ.
मैने ड्राइवर से कहा, मैं खुद चली जाउन्गि, तुम अब जा सकते हो, कल सुबह टाइम से आ जाना.
मैं इतना परेशान थी कि मुझसे ड्राइव करना मुश्किल हो रहा था, और उपर से ट्रॅफिक.
कोई 20 मिनूट में मैं होटेल सूर्या के बाहर पहुँच गयी. मैने कार में बैठे बैठे ही वाहा चारो और नज़र दौड़ाई, वो आदमी वाहा कहीं नज़र नही आ रहा था.
तभी मेरा मोबाइल बज उठा,
ये उसी आदमी का फोन था.
वो बोला, कार पार्क कर दो.
मैने पूछा, तुम कहा हो.
वो बोला, पहले कार पार्क कर दो.
मैने कार पार्क कर दी.
वो बोला, अब होटेल सूर्या के बिल्कुल सामने देखो तुम्हे सम्राट होटेल नज़र आएगा. सीधी रूम नो 113 में आ जाओ.
मैने कहा, तुम मुझे समझते क्या हो, मैं अभी पोलीस को फोन करती हूँ, तुम्हे रूम नो 113 से निकाल कर नही पिट वाया तो मेरा नाम भी दीप्ति नही.
वो बोला, ठीक है फिर बुला लो पोलीस को, मैं भी यहा अपना लॅपटॉप खोल कर तैयार बैठा हूँ, एक मिनूट में तुम्हारी वीडियो दुनिया के सामने होगी.
मैने कहा, देखो ये सब जो तुम कर रहे हो वो ठीक नही है, प्लीज़ ऐसा मत करो, मैं बर्बाद हो जाउन्गि.
वो बोला, तुम इसी लायक हो, तुम्हारे जैसी लड़की की यही सज़ा है. जाओ जो करना है कर लो, मैं तुम्हारी वीडियो उपलोआड कर रहा हूँ.
मैने चील्ला कर कहा, रूको मैं आ रही हूँ.
वो बोला, ठीक है, जल्दी आओ, मेरे पास ज़्यादा वक्त नही है.
मैं तेज़ी से चलते हुवे उशके रूम के बाहर पहुँच गयी.
ऋतु, तुम सोच ही सकती हो की मेरी क्या हालत रही होगी, मेरा पूरा शरीर काँप रहा था, और मेरी साँसे फूल रही थी.
मेरे बेल बजाने से पहले ही दरवाजा खुल गया.
सामने वही आदमी खड़ा था.
मुझे देख कर वो बोला, आओ अंदर आ जाओ.
मैं भारी भारी पाँव रखते हुवे अंदर आ गयी.
उसने बाहर दायें बायें झाँक कर देखा और दरवाजा बंद कर लिया.
मैं मन ही मन सोच रही थी, ओह गॉड, वाइ ईज़ दिस हॅपनिंग टू मी ?
वो बोला, बैठ जाओ
मैने गुस्से में कहा, मैं यहा बैठने नही आई हूँ, जल्दी बताओ, ये सब क्यों कर रहे हो तुम ?
वो बोला, मैं तो कुछ नही कर रहा, तुम कर रही हो जो कर रही हो, मुझे लगता है, तुम्हारे जैसी लड़की की सचाई दुनिया को पता चलनी चाहिए.
मैने कहा, ये क्या बकवास है ?
वो बोला, मुझे बकवास करने की आदत नही है, बकवास तुम्हारे जैसे लोग करते है.
मैने पूछा, तुमने मुझे यहा क्यों बुलाया ?
वो बोला, जब तुम इस रास्ते पर चल ही पड़ी हो तो थोड़ा सा मुझे भी खुस कर दो.
मैने गुस्से मैने कहा, क्या मतलब ?
वो बोला, मतलब कि मुझ से भी मरवा लो एक बार ?
मैने कहा, देखो मैं ऐसी वैसी लड़की नही हूँ, मुझ से ऐसी बाते मत करो, मैं अभी चेक काट कर दे देती हूँ, बताओ कितना अमाउंट भरूं.
वो बोला, पैसे की मुझे कोई कमी नही है, मुझे बस तुम्हारी मारनी है, सौदा मंजूर हो तो बोलो.
मैने कहा, तुम्हे क्या लगता है ? ये मुझे मंजूर होगा, इस से अछा तो मैं बदनाम ही हो जाउ तो ज़्यादा अछा है. कर लो तुम्हे जो करना है, आइ डॉन’ट केर.
वो बोला, हम नेगोशियेट कर सकते है.
मैने पूछा, किश बारे में.
वो बोला, सेक्स के बारे में.
मैने पूछा, क्या मतलब ?
वो बोला, तुम्हे जो पसंद हो वो कर लेते है.
पर उसका फोन कट चुका था.
अब मेरे पास सोचने का भी वक्त नही था.
मैने फिर से महेश को फोन मिलाया, पर उसका फोन स्विच्ड ऑफ ही आ रहा था.
सब कुछ इतना अचानक हुवा था कि मेरे पास रिक्ट करने का भी वक्त नही था. पर मैं इतना ज़रूर सोच रही थी कि अगर ये टेप मार्केट में आ गयी तो मेरा करियर डूब जाएगा. मार्केट में मेरी रेप्युटेशन खराब हो जाएगी.
मैने अपने ड्राइवर को फोन मिलाया और कहा, गाड़ी निकालो, मैं आ रही हूँ.
मैने ड्राइवर से कहा, मैं खुद चली जाउन्गि, तुम अब जा सकते हो, कल सुबह टाइम से आ जाना.
मैं इतना परेशान थी कि मुझसे ड्राइव करना मुश्किल हो रहा था, और उपर से ट्रॅफिक.
कोई 20 मिनूट में मैं होटेल सूर्या के बाहर पहुँच गयी. मैने कार में बैठे बैठे ही वाहा चारो और नज़र दौड़ाई, वो आदमी वाहा कहीं नज़र नही आ रहा था.
तभी मेरा मोबाइल बज उठा,
ये उसी आदमी का फोन था.
वो बोला, कार पार्क कर दो.
मैने पूछा, तुम कहा हो.
वो बोला, पहले कार पार्क कर दो.
मैने कार पार्क कर दी.
वो बोला, अब होटेल सूर्या के बिल्कुल सामने देखो तुम्हे सम्राट होटेल नज़र आएगा. सीधी रूम नो 113 में आ जाओ.
मैने कहा, तुम मुझे समझते क्या हो, मैं अभी पोलीस को फोन करती हूँ, तुम्हे रूम नो 113 से निकाल कर नही पिट वाया तो मेरा नाम भी दीप्ति नही.
वो बोला, ठीक है फिर बुला लो पोलीस को, मैं भी यहा अपना लॅपटॉप खोल कर तैयार बैठा हूँ, एक मिनूट में तुम्हारी वीडियो दुनिया के सामने होगी.
मैने कहा, देखो ये सब जो तुम कर रहे हो वो ठीक नही है, प्लीज़ ऐसा मत करो, मैं बर्बाद हो जाउन्गि.
वो बोला, तुम इसी लायक हो, तुम्हारे जैसी लड़की की यही सज़ा है. जाओ जो करना है कर लो, मैं तुम्हारी वीडियो उपलोआड कर रहा हूँ.
मैने चील्ला कर कहा, रूको मैं आ रही हूँ.
वो बोला, ठीक है, जल्दी आओ, मेरे पास ज़्यादा वक्त नही है.
मैं तेज़ी से चलते हुवे उशके रूम के बाहर पहुँच गयी.
ऋतु, तुम सोच ही सकती हो की मेरी क्या हालत रही होगी, मेरा पूरा शरीर काँप रहा था, और मेरी साँसे फूल रही थी.
मेरे बेल बजाने से पहले ही दरवाजा खुल गया.
सामने वही आदमी खड़ा था.
मुझे देख कर वो बोला, आओ अंदर आ जाओ.
मैं भारी भारी पाँव रखते हुवे अंदर आ गयी.
उसने बाहर दायें बायें झाँक कर देखा और दरवाजा बंद कर लिया.
मैं मन ही मन सोच रही थी, ओह गॉड, वाइ ईज़ दिस हॅपनिंग टू मी ?
वो बोला, बैठ जाओ
मैने गुस्से में कहा, मैं यहा बैठने नही आई हूँ, जल्दी बताओ, ये सब क्यों कर रहे हो तुम ?
वो बोला, मैं तो कुछ नही कर रहा, तुम कर रही हो जो कर रही हो, मुझे लगता है, तुम्हारे जैसी लड़की की सचाई दुनिया को पता चलनी चाहिए.
मैने कहा, ये क्या बकवास है ?
वो बोला, मुझे बकवास करने की आदत नही है, बकवास तुम्हारे जैसे लोग करते है.
मैने पूछा, तुमने मुझे यहा क्यों बुलाया ?
वो बोला, जब तुम इस रास्ते पर चल ही पड़ी हो तो थोड़ा सा मुझे भी खुस कर दो.
मैने गुस्से मैने कहा, क्या मतलब ?
वो बोला, मतलब कि मुझ से भी मरवा लो एक बार ?
मैने कहा, देखो मैं ऐसी वैसी लड़की नही हूँ, मुझ से ऐसी बाते मत करो, मैं अभी चेक काट कर दे देती हूँ, बताओ कितना अमाउंट भरूं.
वो बोला, पैसे की मुझे कोई कमी नही है, मुझे बस तुम्हारी मारनी है, सौदा मंजूर हो तो बोलो.
मैने कहा, तुम्हे क्या लगता है ? ये मुझे मंजूर होगा, इस से अछा तो मैं बदनाम ही हो जाउ तो ज़्यादा अछा है. कर लो तुम्हे जो करना है, आइ डॉन’ट केर.
वो बोला, हम नेगोशियेट कर सकते है.
मैने पूछा, किश बारे में.
वो बोला, सेक्स के बारे में.
मैने पूछा, क्या मतलब ?
वो बोला, तुम्हे जो पसंद हो वो कर लेते है.