hotaks444
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"मैं कहां मना कर रहा हूं? मेरा तो खुद मन हो रहा है" मैंने कहा "मैं तो इसलिये कह रहा था कि तुम लोगों को अटपटा न लगे. वैसे मौसाजी की गांड है मतवाली, मस्त गुदाज चूतड़ हैं. मारने में मजा आयेगा" कहकर मैंने वहां पड़ी तेल की शीशी खोल कर तेल लेकर मौसाजी के छेद में लगाया और उनपर चढ़ गया. "लीना रानी, जरा खोल मौसाजी की गांड, फ़िर डालूंगा अंदर"
"ये लो" कहकर लीना ने मौसाजी के चूतड़ पकड़कर फ़ैलाये और मैंने सुपाड़ा उनके छल्ले के पार कर दिया.
"आह ... मजा आ गया ... क्या खड़ा है तेरा अनिल ... लोहे की सलाख जैसा ... तेरे सुपाड़े ने तो चौड़ी कर दी मेरी अच्छे से" मौसाजी बोले.
"अभी तो कुछ नहीं हुआ मौसाजी, अब देखो" कहकर मैंने लंड पूरा पेल दिया. सट से वो उनकी गांड में उतर गया.
"हां ... ओह ..... क्या माल है तेरा अनिल ..... आज तसल्ली मिलेगी मेरी गांड को ..... बहुत तकलीफ़ देती है साली .... अब मार अनिल ... जम के मार" कहते हुए उन्होंने गांड सिकोड़ कर लंड को पकड़ लिया और कमर हिला कर मरवाने की कोशिश करने लगे.
"आप तो लीना को चोदो मौसाजी, फ़िकर मत करो, मैं पूरी मार दूंगा आप की. आप लीना का खयाल रखो, कस के कूटो उसकी बुर को, उसको मजा आना चाहिये. आपको मजा मैं दूंगा. वैसे बहुत अच्छा लग रहा है आप की गांड मार कर, वाकई बड़ी गरम है आप की गांड" कहकर मैं उनकी पीठ पर लेट गया और उनको पकड़कर घचाघच गांड मारने लगा. मौसाजी ने भी लीना को चोदना शुरू कर दिया.
मौसी थोड़ा उठ कर मौसाजी की ओर पीठ करके फ़िर से लीना के मुंह पर बैठ गयीं और झुक कर लीना के मुंह पर चूत रगड़ कर अपने चूतड़ हिलाते हुए बोलीं "लो, अब तुम भी मुंह मार लो, तुमको अच्छी लगती है ना मेरी गांड, फ़िर चूसो, उसको मना नहीं करूंगी मैं"
kramashah.................
"ये लो" कहकर लीना ने मौसाजी के चूतड़ पकड़कर फ़ैलाये और मैंने सुपाड़ा उनके छल्ले के पार कर दिया.
"आह ... मजा आ गया ... क्या खड़ा है तेरा अनिल ... लोहे की सलाख जैसा ... तेरे सुपाड़े ने तो चौड़ी कर दी मेरी अच्छे से" मौसाजी बोले.
"अभी तो कुछ नहीं हुआ मौसाजी, अब देखो" कहकर मैंने लंड पूरा पेल दिया. सट से वो उनकी गांड में उतर गया.
"हां ... ओह ..... क्या माल है तेरा अनिल ..... आज तसल्ली मिलेगी मेरी गांड को ..... बहुत तकलीफ़ देती है साली .... अब मार अनिल ... जम के मार" कहते हुए उन्होंने गांड सिकोड़ कर लंड को पकड़ लिया और कमर हिला कर मरवाने की कोशिश करने लगे.
"आप तो लीना को चोदो मौसाजी, फ़िकर मत करो, मैं पूरी मार दूंगा आप की. आप लीना का खयाल रखो, कस के कूटो उसकी बुर को, उसको मजा आना चाहिये. आपको मजा मैं दूंगा. वैसे बहुत अच्छा लग रहा है आप की गांड मार कर, वाकई बड़ी गरम है आप की गांड" कहकर मैं उनकी पीठ पर लेट गया और उनको पकड़कर घचाघच गांड मारने लगा. मौसाजी ने भी लीना को चोदना शुरू कर दिया.
मौसी थोड़ा उठ कर मौसाजी की ओर पीठ करके फ़िर से लीना के मुंह पर बैठ गयीं और झुक कर लीना के मुंह पर चूत रगड़ कर अपने चूतड़ हिलाते हुए बोलीं "लो, अब तुम भी मुंह मार लो, तुमको अच्छी लगती है ना मेरी गांड, फ़िर चूसो, उसको मना नहीं करूंगी मैं"
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