hotaks444
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अपने कमरे मे लेटा हुआ मैं ये सोचने लगा कि भाई ऑर मामा 20 साल के थे जब मोम को
पहली बार चोदा था बट मामा की बारी तो मोम 22 की थी जबकि भाई 18 का था मोम करीब
34-35 की होगी,,ऑर अब मोम 40 के आस पास है तो मैं 18 का हूँ तो क्या मैं भी मोम को
चोद सकता हूँ,,,,,,ऑर मामा ने देल्ही मे ये क्यूँ कहा कि वो मुझे तैयार कर लेंगे अपनी ही
मोम को चोदने के लिए मैं भला कैसे मामा की बात मान कर अपनी ही माँ को चोद सकता हूँ
ये बात ऑर है कि मेरा दिल भी वही चाहता था बट मामा ने इतने विश्वास के साथ कैसे कह
दिया मोम को कि वो मुझे मना लेंगे,,,मैं यही सोच रहा था,,मेरे मन मे आया कि मैं एक
थर्स्टी फिश हूँ जो पानी मे रह कर भी प्यासी है,,,,घर पे इतनी सारी चूत है जो हर
वक़्त नंगी होके चुदने के इंतज़ार मे रहती है ऑर एक मैं हूँ कि मूठ मार कर टाइम पास कर
लेता हूँ मुझे खुद पे गुस्सा आने लगा,,,मैने सोच लिया अब जो भी हो जाए मुझे कुछ ना
कुछ तो करना ही है,,तभी शोभा मुझे डिन्नर के लिए बुलाने आई ऑर मैं नीचे चला गया
डिन्नर करके वापिस आया ओर सो गया ,,,अगले दिन सनडे था जो बोर गुजरा मैं रूम मे बैठ
कर गेम खेलता रहा,,,,
नेक्स्ट डे मैं सोनिया के साथ जब कॉलेज से वापिस आया तो मामा गेट पे खड़ा हुआ था,,मामा जी
आप घर के बाहर गेट पे क्यू खड़े है आज भी मेरी बाइक चाहिए क्या,,,नही देता
आज बाइकनही चाहिए मुझे तेरे से थोड़ा काम है,,
,क्या काम है मामा जी,,बेटा मुझे कहीं जाना है ,
,तो मेरा बाइक ले जाओ मामा जी,,,,,,,,,
,नही बेटा मुझसे बाइक नही चलेगा आज ,,
,क्यू क्या हुआ मामा जी,,,,तभी मामा ने मुझे अपना राइट हंड दिखाया जिसपे चोट लगी हुई थी,,
मैने बोला ये क्या हुआ मामा जी,कुछ नही बेटा हल्की सी चोट लग गयी है इसलिए बोल रहा
हूँ मुझे बाइक नही बाइक के ड्राइवर की भी ज़रूरत है आज अगर तुझे कोई काम नही हो तो
क्या तू मेरे साथ चल सकता है,,,,,,,
कोई जरोरी काम है क्या मामा जी,,,,,
ज़रूरी है भीऑर नही भी तुम बोलो तुमको तो कोई काम नही है अगर है तो बता दो मैं ऑटो मे चला
जाता हूँ,
,अरे नही मामा जी मेरे पास तो टाइम ही टाइम है आपके लिए मेरे होते हुए आप ऑटो
मे नही जा सकते ,,,मैने सोनिया को उतर कर अंदर जाने को बोला ऑर मामा जी मेरे साथ बैठ
गये,,
मैने बाइक चलाना शुरू किया ऑर मामा जी रास्ता बताते रहे,,मामा जी ने कहाँ जाना था मुझे
पता था बट फिर भी मैं अंजान बनके रास्ता पूछता रहा,,मुझे पता है जब मामा जी की
चरस ख़तम हो जाती है तभी उनको मेरी बाइक की ज़रूरत पड़ती है,,वैसे तो मामा जी को
डॉक्टर ने बोला था चरस पीने को क्यूकी उनको कोई बीमारी थी ऑर चरस मेडिसिन की तरह
लेने को बोला था बट मामा जी को चरस की लत लग गयी थी,,,,मामा जी रास्ता बता रहे थे
ऑर मैं उनके बताए रास्ते पे बाइक चला रहा था लेकिन मैने देखा कि हम तो किसी ऑर ही
रास्ते पर चल रहे थे वो रास्ता चरस वाली जगह की तरफ नही जाता था,,तभी हम लोग
ऐसे मुहल्ले मे पहुँच गये जहाँ बहुत गंदगी थी,,हर तरफ कचरा ही कचरा पुराने घर
कयि घरो पे तो पैंट भी नही हुआ था,,,कुछ लॅडीस वहाँ गली मे ही चारपाई लगाकर
घर के बाहर बैठी हुई थी,,,उन लॅडीस मे से ज़्यादातर ने सिर्फ़ पेटिकोट ऑर ब्लाउस पहना हुआ
था जबकि कुछ ने साड़ी पहनी हुई थी,,ज़्यादातर लॅडीस साँवले या काले रंग की थी बट कुछ
गोरी भी थी,,उन सब के ब्लाउस डीप कट वाले थे,,बहुत बड़े बड़े बूब्स थे सबके ऑर साथ
मे डीप कट ब्लाउस की वजह से उनके बूब्स ब्लाउस मे होते हुए भी नंगे ही लग रहे थे,,
उनके छोटे छोटे बच्चे बाहर गली मे ही खेल रहे थे,,ऑर कुछ को तो रोड पे ही चद्दर
बिछा का वही लेटे हुए थे,,,
अपने कमरे मे लेटा हुआ मैं ये सोचने लगा कि भाई ऑर मामा 20 साल के थे जब मोम को
पहली बार चोदा था बट मामा की बारी तो मोम 22 की थी जबकि भाई 18 का था मोम करीब
34-35 की होगी,,ऑर अब मोम 40 के आस पास है तो मैं 18 का हूँ तो क्या मैं भी मोम को
चोद सकता हूँ,,,,,,ऑर मामा ने देल्ही मे ये क्यूँ कहा कि वो मुझे तैयार कर लेंगे अपनी ही
मोम को चोदने के लिए मैं भला कैसे मामा की बात मान कर अपनी ही माँ को चोद सकता हूँ
ये बात ऑर है कि मेरा दिल भी वही चाहता था बट मामा ने इतने विश्वास के साथ कैसे कह
दिया मोम को कि वो मुझे मना लेंगे,,,मैं यही सोच रहा था,,मेरे मन मे आया कि मैं एक
थर्स्टी फिश हूँ जो पानी मे रह कर भी प्यासी है,,,,घर पे इतनी सारी चूत है जो हर
वक़्त नंगी होके चुदने के इंतज़ार मे रहती है ऑर एक मैं हूँ कि मूठ मार कर टाइम पास कर
लेता हूँ मुझे खुद पे गुस्सा आने लगा,,,मैने सोच लिया अब जो भी हो जाए मुझे कुछ ना
कुछ तो करना ही है,,तभी शोभा मुझे डिन्नर के लिए बुलाने आई ऑर मैं नीचे चला गया
डिन्नर करके वापिस आया ओर सो गया ,,,अगले दिन सनडे था जो बोर गुजरा मैं रूम मे बैठ
कर गेम खेलता रहा,,,,
नेक्स्ट डे मैं सोनिया के साथ जब कॉलेज से वापिस आया तो मामा गेट पे खड़ा हुआ था,,मामा जी
आप घर के बाहर गेट पे क्यू खड़े है आज भी मेरी बाइक चाहिए क्या,,,नही देता
आज बाइकनही चाहिए मुझे तेरे से थोड़ा काम है,,
,क्या काम है मामा जी,,बेटा मुझे कहीं जाना है ,
,तो मेरा बाइक ले जाओ मामा जी,,,,,,,,,
,नही बेटा मुझसे बाइक नही चलेगा आज ,,
,क्यू क्या हुआ मामा जी,,,,तभी मामा ने मुझे अपना राइट हंड दिखाया जिसपे चोट लगी हुई थी,,
मैने बोला ये क्या हुआ मामा जी,कुछ नही बेटा हल्की सी चोट लग गयी है इसलिए बोल रहा
हूँ मुझे बाइक नही बाइक के ड्राइवर की भी ज़रूरत है आज अगर तुझे कोई काम नही हो तो
क्या तू मेरे साथ चल सकता है,,,,,,,
कोई जरोरी काम है क्या मामा जी,,,,,
ज़रूरी है भीऑर नही भी तुम बोलो तुमको तो कोई काम नही है अगर है तो बता दो मैं ऑटो मे चला
जाता हूँ,
,अरे नही मामा जी मेरे पास तो टाइम ही टाइम है आपके लिए मेरे होते हुए आप ऑटो
मे नही जा सकते ,,,मैने सोनिया को उतर कर अंदर जाने को बोला ऑर मामा जी मेरे साथ बैठ
गये,,
मैने बाइक चलाना शुरू किया ऑर मामा जी रास्ता बताते रहे,,मामा जी ने कहाँ जाना था मुझे
पता था बट फिर भी मैं अंजान बनके रास्ता पूछता रहा,,मुझे पता है जब मामा जी की
चरस ख़तम हो जाती है तभी उनको मेरी बाइक की ज़रूरत पड़ती है,,वैसे तो मामा जी को
डॉक्टर ने बोला था चरस पीने को क्यूकी उनको कोई बीमारी थी ऑर चरस मेडिसिन की तरह
लेने को बोला था बट मामा जी को चरस की लत लग गयी थी,,,,मामा जी रास्ता बता रहे थे
ऑर मैं उनके बताए रास्ते पे बाइक चला रहा था लेकिन मैने देखा कि हम तो किसी ऑर ही
रास्ते पर चल रहे थे वो रास्ता चरस वाली जगह की तरफ नही जाता था,,तभी हम लोग
ऐसे मुहल्ले मे पहुँच गये जहाँ बहुत गंदगी थी,,हर तरफ कचरा ही कचरा पुराने घर
कयि घरो पे तो पैंट भी नही हुआ था,,,कुछ लॅडीस वहाँ गली मे ही चारपाई लगाकर
घर के बाहर बैठी हुई थी,,,उन लॅडीस मे से ज़्यादातर ने सिर्फ़ पेटिकोट ऑर ब्लाउस पहना हुआ
था जबकि कुछ ने साड़ी पहनी हुई थी,,ज़्यादातर लॅडीस साँवले या काले रंग की थी बट कुछ
गोरी भी थी,,उन सब के ब्लाउस डीप कट वाले थे,,बहुत बड़े बड़े बूब्स थे सबके ऑर साथ
मे डीप कट ब्लाउस की वजह से उनके बूब्स ब्लाउस मे होते हुए भी नंगे ही लग रहे थे,,
उनके छोटे छोटे बच्चे बाहर गली मे ही खेल रहे थे,,ऑर कुछ को तो रोड पे ही चद्दर
बिछा का वही लेटे हुए थे,,,