hotaks444
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क्या हुआ मेरी बेटी,,इतना उदास क्यू है मैं तो यही हूँ ऑर तू शोबा को जाने क्यू नही दे रही थी ,,सन्नी भी तो यही है ना
यही तो बात है जो सन्नी यहाँ है माँ,,,माँ आते ही सोनिया एक पास बैठ गई ऑर सोनिया हल्की आवाज़ मे बोलने लगी,,,,इसको यहाँ से भेज दो माँ ,,,मेरे रूम से बाहर निकाल दो इसको,,,,
अभी तबीयत ठीक नही है फिर भी फाइट करना नही भूली तू,,,ये यहाँ रहेगा तो क्या होगा ऑर वैसे भी तेरे को पता है
इसने कितना ख्याल रखा है तेरा,,,रात भर तेरे सर पे ठंडे पानी के टवल रखे है इसने,,,,,
बट माँ रात को तुम ऑर शोबा दीदी भी थी ना यहाँ,,,,,दीदी ने बताया ,,तुम लोगो ने भी तो इतना कुछ किया है अगर इसने भी थोड़ा बहुत कर दिया तो क्या हुआ,,,,,
थोड़ा बहुत,,,,इसने तो बहुत कुछ किया है ,,,,रात को मैं ऑर शोबा भी इसी रूम मे थी ,,,,हम लोग तो थोड़ी थोड़ी देर बाद आराम
करने क लिए लेट जाते थे ऑर सो भी जाते थे लेकिन ये पगला पूरी रात जागता रहा ऑर तेरे पास ही बैठा रहा,,,एक पल के लिए
सोना तो दूर की बात है तेरे से दूर भी नही हुआ,,,पीठ सीधी करने के लिए लेटा भी नही,,,,ऑर तू इसको रूम से बाहर जाने
को बोल रही है,,,,तेरे को तो खुश होना चाहिए कि तेरे को ऐसा भाई मिला है जो तुझे इतना प्यार करता है तेरी इतनी फ़िक्र करता है,,,,,
माँ की बात सुनके सोनिया ने मेरी तरफ देखा तो सही लेकिन अभी भी उसकी आँखों मे गुस्सा था,,,,मैं भी उसकी तरफ देख
रहा था तभी माँ ने मुझे बेड पर आने को बोला,,,,सन्नी तू थोड़ी देर के लिए बैठ जा यहाँ मुझे किचन मे थोड़ा
काम है मैं आती हूँ ,,तब तक तेरी शोबा दीदी भी आ जाएगी नहा धो कर,,,,,इतना बोलकर माँ उठी ऑर वहाँ से जाने लगी,,
अब तू सन्नी से फाइट नही करना सोनिया ऑर आराम से लेट कर ठंडे पानी की पट्टियाँ करवा लेना मैं कुछ देर मे आती हूँ
नाश्ते की तैयारी करके,,इतना बोलकर माँ वहाँ से चली गई ऑर मैं माँ की जगह बैठ गया ऑर टवल को पानी के बर्तन मे
गीला करके सोनिया एक माथे पर रख दिया,,,,
क्या तू सच मे पूरी रात नही सोया सन्नी,,,,सोनिया ने हल्की आवाज़ मे मेरे से पूछा,,,,,
मैं कुछ नही कहा बस अपनी आँखों की तरफ इशारा किया जो ना सोने की वजह से हल्की सूज गई थी,,,,,
बहुत अच्छी बात है तेरे साथ ऐसा ही होना चाहिए सन्नी ,,,भगवान करे तेरी आँखें ऑर सूज जाए तो मज़ा आए,,,,तेरी वजह
'से मेरा ये हाल हुआ है अब तू ये मत सोचना कि तूने रात भर जाग कर मेरी सेवा की है तो मैं तेरी उन सारी ग़लतियों को
माफ़ कर दूँगी जिनकी वजह से मेरा ये हाल हुआ ,,,,मैं तुझे कभी माफ़ नही करूँगी ऑर ना कभी भूल सकती हूँ तेरी
गान्डि हरकतों को,,,,,,तू जितना अच्छा है उस से कहीं ज़्यादा बुरा है,,,,,,
तभी मैने उसके फेस पर अपना हाथ रख दिया,,,,,,,,तेरी सेवा करने का मुझे कोई शॉंक भी नही है लेकिन अगर तू बीमार
रहेगी तो मैं फाइट किसके साथ करूँगा इसलिए तेरे को जल्दी अच्छी करने की कोशिश कर रहा हूँ,,,,,,ऑर जो हरकते मैने तेरे
साथ की है उनको कभी भूलना भी नही ओर कभी माफ़ भी नही करना तू मुझे क्यूकी अगर तू भूल गई या तूने मुझे माफ़
कर दिया तो तेरा गुस्सा ठंडा हो जाना है ऑर तूने फिर से मेरे करीब आने की कोशिश करनी है जो तेरे लिए काफ़ी ख़तरनाक
साबित हो सकती है,,,,तेरा गुस्सा तुझे मेरे से दूर रहने मे हेल्प करेगा ऑर मुझे भी तेरे करीब नही आने देगा,,,इस गुस्से
को कभी कम नही होने देना ,,क्यूकी गुस्सा कम होते ही हम लोगो मे फंसला भी कम होना शुरू हो जाना है जो हम दोनो
के लिए बहुत बड़ी मुसीबत होगी,,,,
तभी उसने मेरा हाथ पकड़ने की ऑर मुझे रोकने की कोशिश की लेकिन कमज़ोरी की वजह से वो हाथ को ज़्यादा हिला नही पा रही
थी,,,,,,फिर भी उसका हाथ मेरे हाथ पर आ गया ऑर उसने मुझे रोकने की कोशिश की,,,,,मैं उसके हाथ को वापसी बेड पर आराम
से रख दिया,,,,,,,,,,,
अभी गुस्सा मत कर पहले ठीक हो जा बाद मे जितना लड़ना होगा मेरे से जितना गुस्सा करना होगा कर लेना लेकिन पहले ठीक हो
जाओ,,,,ऑर इसलिए तो मैं इतनी मेहनत कर रहा हूँ ताकि तू जल्दी ठीक हो जाए ऑर मेरे से फाइट करना शुरू कर्दे,,,,अब आराम से
लेट जा ऑर मुझे मेरा काम करने दे,,,,,,उसके बाद वो चुप हो गई लेकिन गुस्से से मुझे घुरती रही ऑर मैं प्यार से हल्की
स्माइल करता हुआ अपने काम मे लगा रहा ऑर उसके माथे पर ठंडे टवल रखने लगा,,,,,,,,
आज शोबा भी बुटीक पर नही गई ऑर शिखा को फोन कर के बता दिया था कि सोनिया बीमार है इसलिए वो भी नही आई,,उसका
भी दिल नही था आज आने का क्यूकी आज करण घर पे अकेला था उनकी माँ अलका आंटी उनके नाना जी के पास गई थी ,,आज दोनो भाई
बेहन घर पर रहके मस्ती करने वाले थे,,
मैं सोनिया के पास रहा ओर तब तक माँ ऑर शोबा नाश्ता करने लगी जब उन लोगो का नाश्ता हो गया तो वो उपर आ गई ऑर मैं
नाश्ता करने लगा,,,,मैने देखा कि माँ ने नाश्ते मे कॉफी नही बनाई थी ,,,चाइ बनाई थी ऑर मुझे चाइ पस्संद
नही थी,,चाइ पीती थी शोबा दीदी ऑर मामा भी,,,मामा तो था ही नशेड़ी जिसको चाइ अच्छी लगती थी,,चाइ से चरस का असर जो
ज़्यादा हो जाता है,,,,,,वैसे अब मामा नज़र नही आ रहा था कहीं ,,शायद बाहर गया होगा,,,,,
खैर मैं नाश्ता कर ही रहा था तभी बेल बजी मैने जाके दरवाजा खोला तो सामने कविता थी,,,,
मेरे मूह मे ब्रेड थी जिसको मैं चबा रहा था ,,मेरा भरा हुआ फूला मूह देख कर वो हँसने लगी,,,,,ऑर शरमाने
भी लगी,,,,,वो आज कुछ ज़्यादा ही हसीन लग रही थी मुझे,,,,,मैं उसको देख ही रहा था तभी शोबा बेल की आवाज़ सुनके नीचे
आ गई थी,,,,
हेलो सन्नी,,,,,,,,
हेलो कविता ,,मैं खाना ख़ाता हुए बोला तो मेरा साउंड क्लियर नही था जिसको सुनकर वो हल्का ज़ोर से हँसने लगी,,,,
मैने जल्दी से मूह का खाना चबा कर अंदर निगल लिया ऑर फिर से उसकी हेलो का जवाब दिया,,,,,,
इतना हँस क्यू रही है बंदरिया ,,तू खाना खाते टाइम बोलती नही क्या,,,,,
बोलती हूँ लेकिीन इतना अजीब नही,,,वो फिर हँसने लगी,,,,
तभी शोबा दीदी की आवाज़ आई,,,,,कॉन है सन्नी,,,,,,
पता नही दीदी कोई पागल लड़की है ,,,,मैं इतना बोला ही था कि कविता ने मुझे ज़ोर से घुसा मारा मेरे पेट मे मैं दर्द
से कराह उठा ऑर तभी उसने मुझे धक्का देके दरवाजे से पीछे किया ऑर अंदर आ गई,,,,,
क्यू कैसा लगा पागल लड़की का घुसा सन्नी बेटा,,,शोबा दीदी ऑर कविता दोनो हँसने लगी,,,,,
हेलो दीदी,,,,,,,,,,,हाउ आर यू??
हेलो कविता ,,,,,,मैं ठीक हूँ कविता ,,,,यू टेल,,,,
मैं भी ठीक हूँ दीदी ,,,,आज आप कॉलेज नही गई दीदी,,,,
नही कविता वो सोनिया की तबीयत ठीक नही थी इसलिए मैं नही गई,,,,,
अब कैसी है वो दीदी,,,मैं भी उसी की वजह से आज कॉलेज नही जा रही सोचा सोनिया के पास बैठ कर बातें करूँगी
थोड़ा टाइम पास हो जाएगा उसका भी ओर मेरा भी,,,,,,
तभी मैने दीदी को बोला,,,,दीदी इसको टाइम पास करने दो आप मेरे लिए कॉफी बना दो,,,,माँ ने आज नाश्ते मे कॉफी नही
बनाई मेरे लिए,,,,,
नही सन्नी अभी नही अभी मैं बहुत थक गई हूँ रात को सोई भी नही ठीक से,,,अब बहुत नींद आ रही है मैं माँ को
बोलके आई हूँ कि थोड़ी देर सोने जा रही हूँ,,,,,,ये तो बेल बजी तो देखने आ गई कि कॉन आया है,,,,,
आपकी बेहन बीमार है ऑर आप सोने जा रही हो दीदी ,,मैं मज़ाक मे बोला दीदी को,,मैं भी तो रात भर नही सोया ,,,,तो क्या
मैं भी नाश्ता करके सो जाउ,,,,,
तेरा तो पता नही मैं तो सोने जा रही हूँ ऑर वैसे अब तो मुझे बहाना भी मिल गया है कविता जो आ गई है,,अब ये माँ की
हेल्प करेगी ओर मैं जाके सो जाउन्गी,,,,,बहुत थक गई रात को मैं,,,,,इतना बोलकर दीदी उपर जाने लगी,,,,,
लेकिन मुझे कॉफी तो बना दो दीदी ,,उसके बिना नाश्ता कैसे करूँगा,,,,प्ल्ज़्ज़ दीदी,,,,
तभी दीदी ने उपर जाते हुए पीछे मूड कर कविता की तरफ देखा,,,,तुझे कॉफी बनानी आती है क्या कविता,,,,,,
कविता ने हां मे सर हिला दिया,,,,,,
तो ठीक है पहले तू इस पागल एक लिए कॉफी बना दे फिर उपर आ जाना अपनी फ्रेंड के पास ऑर अगर खुद पीनी है तो अपने
लिए भी बना लेना,,,,,,