hotaks444
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सोनाली कुर्सी पर बैठ गयी, तभी प्रियंका ने कहा, "सोनाली मैं
चाहती हूँ कि तुम अपने कपड़े उतार पूरी तरह नंगी हो जाओ?"
"तुम मज़ाक कर रही हो या सही मे ऐसा करने को कह रही हो?'
सोनाली ने पूछा.
"में बिल्कुल भी मज़ाक नही कर रही, चलो अब कपड़े उतारो?"
प्रियंका ने कहा.
सोनाली अपने कपड़े उतारने लगी. पहले उसने अपना टॉप उतारा फिर अपनी
काले रंग की ब्रा भी उतार दी. उसकी नंगी चुचियाँ देख कर मेरे
मुँह मे पानी आ गया, में उसके भूरे रंग के निपल चूसने के
लिए बेताब हो गया. सोनाली ने फिर अपनी जीन्स के बटन खोले और
उसे निकल दिया, फिर अपनी काली रंग की पैंटी भी उतार दी. अब वो
पूरी तरह से नंगी थी.
में प्रियंका के पास आकर खड़ा हो गया.
"राज अब तुम अपने कपड़े उतारो?' प्रियंका ने कहा.
मैने अपने कपड़े उतरे और जब मैने अपनी शॉर्ट्स उतारी तो मेरा
लंड फूँकार मारते हुए बाहर को उछल पड़ा. मेरे खड़े लंड का सुपाडा
ठीक प्रियंका के मुँह की तरफ था.
"कितना प्यारा लंड है तुम्हारा. राज कितना बड़ा है ये?' प्रियंका ने
मेरे लंड को पकड़ लिया. उसके स्पर्श ने मेरे शरीर मे एक सिरहन सी
भर दी. मेरा लंड एवं शरीर एक बार के लिए कांप उठा.
"करीब 9' इंच का है." मैने कहा.
"सही मे ऐसा ही लगता है, अब तुम मेरे कपड़े उतारो?" प्रियंका ने
जैसे हुक्म दिया. उसे इस तरह निर्देश देना शायद अच्छा लग रहा
था.
प्रियंका ने अपने हाथ हवा मे उठा दिए, जिससे मे उसका टॉप उतार
सकूँ. उसकी बड़ी बड़ी चुचियाँ एक टाइट ब्रा मे क़ैद थी, पर उस
पारदर्शी ब्रा से उसके निपल साफ झलक रहे थे. मैने उसकी ब्रा को
फिलहाल छोड़ दिया.
फिर मैने उसकी जीन्स नीचे खिसका कर निकाल दी.
में उसकी नंगी जाँघो पर हाथ फिराने लगा. उसे भी शायद मज़ा
आने लगा था, वो सिसकने लगी थी. मैने देखा कि उसकी पैंटी पर एक
धब्बा सा बन गया था शायद उसकी चूत गीली हो गयी थी. प्रियंका
बिस्तर से उठकर खड़ी हो गयी, मैने उसकी पैंटी को नीचे खिसका
निकाल दिया.
प्रियंका मेरी तरफ घूम गयी जिससे में उसकी ब्रा के हुक खोल
सकूँ. मैने उसकी पीठ पर उंगलियाँ फिराते हुए उसकी ब्रा के हुक
खोल दिए.
ब्रा के खुलते हुई जैसे दो कबूतर फॅड्फाडा के बाहर आ गये. उसके
निपल कोठोर हो चुके थे. प्रियंका अपनी चुचियों से खेलने लगी.
मैने फिर अपनी उंगलियाँ उसकी पैंटी के एलास्टिक मे फँसाई और नीचे
खिसकाने लगा. मुझे पहले उसकी झांते दिखाई दी जो कि सोनाली की
झांतों से काफ़ी घनी थी. मैने उसकी पैंटी को और नीचे को खिसकाया
तो उसकी चूत पूरे उन्माद मे नज़र आई.
प्रियंका ने पैंटी अपने पाँव से बाहर निकाल दी. में उसकी चूत देख
कर ही समझ गया कि लड़की काफ़ी चुदाई हुई है, उसकी चूत सोनाली
की चूत की तरह टाइट नही थी. थोड़ी ढीली लग रही थी. फिर वो
बिस्तर पर लेट गयी.
चाहती हूँ कि तुम अपने कपड़े उतार पूरी तरह नंगी हो जाओ?"
"तुम मज़ाक कर रही हो या सही मे ऐसा करने को कह रही हो?'
सोनाली ने पूछा.
"में बिल्कुल भी मज़ाक नही कर रही, चलो अब कपड़े उतारो?"
प्रियंका ने कहा.
सोनाली अपने कपड़े उतारने लगी. पहले उसने अपना टॉप उतारा फिर अपनी
काले रंग की ब्रा भी उतार दी. उसकी नंगी चुचियाँ देख कर मेरे
मुँह मे पानी आ गया, में उसके भूरे रंग के निपल चूसने के
लिए बेताब हो गया. सोनाली ने फिर अपनी जीन्स के बटन खोले और
उसे निकल दिया, फिर अपनी काली रंग की पैंटी भी उतार दी. अब वो
पूरी तरह से नंगी थी.
में प्रियंका के पास आकर खड़ा हो गया.
"राज अब तुम अपने कपड़े उतारो?' प्रियंका ने कहा.
मैने अपने कपड़े उतरे और जब मैने अपनी शॉर्ट्स उतारी तो मेरा
लंड फूँकार मारते हुए बाहर को उछल पड़ा. मेरे खड़े लंड का सुपाडा
ठीक प्रियंका के मुँह की तरफ था.
"कितना प्यारा लंड है तुम्हारा. राज कितना बड़ा है ये?' प्रियंका ने
मेरे लंड को पकड़ लिया. उसके स्पर्श ने मेरे शरीर मे एक सिरहन सी
भर दी. मेरा लंड एवं शरीर एक बार के लिए कांप उठा.
"करीब 9' इंच का है." मैने कहा.
"सही मे ऐसा ही लगता है, अब तुम मेरे कपड़े उतारो?" प्रियंका ने
जैसे हुक्म दिया. उसे इस तरह निर्देश देना शायद अच्छा लग रहा
था.
प्रियंका ने अपने हाथ हवा मे उठा दिए, जिससे मे उसका टॉप उतार
सकूँ. उसकी बड़ी बड़ी चुचियाँ एक टाइट ब्रा मे क़ैद थी, पर उस
पारदर्शी ब्रा से उसके निपल साफ झलक रहे थे. मैने उसकी ब्रा को
फिलहाल छोड़ दिया.
फिर मैने उसकी जीन्स नीचे खिसका कर निकाल दी.
में उसकी नंगी जाँघो पर हाथ फिराने लगा. उसे भी शायद मज़ा
आने लगा था, वो सिसकने लगी थी. मैने देखा कि उसकी पैंटी पर एक
धब्बा सा बन गया था शायद उसकी चूत गीली हो गयी थी. प्रियंका
बिस्तर से उठकर खड़ी हो गयी, मैने उसकी पैंटी को नीचे खिसका
निकाल दिया.
प्रियंका मेरी तरफ घूम गयी जिससे में उसकी ब्रा के हुक खोल
सकूँ. मैने उसकी पीठ पर उंगलियाँ फिराते हुए उसकी ब्रा के हुक
खोल दिए.
ब्रा के खुलते हुई जैसे दो कबूतर फॅड्फाडा के बाहर आ गये. उसके
निपल कोठोर हो चुके थे. प्रियंका अपनी चुचियों से खेलने लगी.
मैने फिर अपनी उंगलियाँ उसकी पैंटी के एलास्टिक मे फँसाई और नीचे
खिसकाने लगा. मुझे पहले उसकी झांते दिखाई दी जो कि सोनाली की
झांतों से काफ़ी घनी थी. मैने उसकी पैंटी को और नीचे को खिसकाया
तो उसकी चूत पूरे उन्माद मे नज़र आई.
प्रियंका ने पैंटी अपने पाँव से बाहर निकाल दी. में उसकी चूत देख
कर ही समझ गया कि लड़की काफ़ी चुदाई हुई है, उसकी चूत सोनाली
की चूत की तरह टाइट नही थी. थोड़ी ढीली लग रही थी. फिर वो
बिस्तर पर लेट गयी.