Gandi Kahani (इंसान या भूखे भेड़िए ) - Page 10 - SexBaba
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Gandi Kahani (इंसान या भूखे भेड़िए )

तनु बस मनु के बारे मे ही सोच रही थी..... "एक बार राजीव से बात करती हूँ...

राजीव... हां तनु...

तनु... राजीव, मनु सुबह घर आया था...

राजीव.... क्या मनु, क्या कहा उसने...

तनु.... वही कि सब उस से नफ़रत करते हैं, और उस की तरक्की नही देख सकते.

राजीव.... तो तुमने क्या कहा...

तनु.... मैने बात को इग्नोर कर के उसे दूसरे बातों मे लगा दिया....

राजीव... गुड, पर तुम्हे क्या लगता है, वो क्यों आया होगा.

तनु.... डार्लिंग, आइ थिंक, कि वो खुद को कमजोर मान रहा है, उसे लग रहा है उसका साथ कोई नही दे रहा. उसकी बातों से सॉफ पता चल रहा था की वो यहाँ हमारे भरोसे और साथ के लिए आया था.

राजीव.... तनु, तो उसे भरोसा और विस्वास दो कि हम उसी के साथ है. वैसे उस से ज़रा होशियार भी रहना, क्योंकि शातिर बहुत है.

तनु.... डार्लिंग अकेला चना क्या भार फोड़ लेगा. उस की होशियारी को अंजाम देने के लिए भी तो कोई ना कोई सहारा चाहिए.
और बात ज़रूरत की है. रौनक के खुलासे के बाद, मूलचंदानी को सबक सिखाने के लिए हमे मनु से जुड़ना चाहिए.

राजीव... तो रोका किसने है, जुड़ जाएँगे... बस सब आप संभाल लेना...

तनु कॉल डिसकनेक्ट करती हुई कहने लगी..... "उस के तो होश उड़ा कर संभालूंगी राजीव, तुम बस मेरे गेम का मज़े लो".

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मूलचंदानी हाउस.... अमृता, हर्षवर्धन और सुकन्या...

सुकन्या.... हर्ष माना कि हमे अभी दूर से तमाशा देखना है, पर ऐसे सब कुछ उसके हाथों मे तो नही छोड़ सकते ना.... उसे बीच-बीच मे झटका तो देते रहना होगा ना....

अमृता.... सुकन्या, चिंता क्यों करती हो, बस थोड़े दिन और रुक जाओ, उस को ऐसी चोट दूँगी की उसके पैरों तले से ज़मीन
खिसक जाएगी... वो खुद एम.डी की पोस्ट से रिज़ाइन करेगा, लेकिन हम सब उस पर एहसान जताते हुए उसे वहीं रहने देंगे...

सूकन्या.... अमृता तुम्हारा तो दिमाग़ ही नही काम कर रहा... जब वो एम.डी के पोस्ट से रिज़ाइन करेगा तो हम उसे क्यों
कंटिन्यू करने देंगे.... इस से अच्छा मुझे एम.डी बनाओ...

हर्षवर्धन.... हां तुम भी बन जाना एम.डी. तुम अपनी कंपनी का और मैं अपनी कंपनी का. लेकिन एम.डी बन'ने से पहले इस
पूरे ग्रूप को हम दोनो के बीच तो बँट जाने दो...

सूकन्या.... पर ये पूरी कंपनी हम दोनो के बीच बँटेगी कैसे, मनु और पार्ट्नर्स का क्या होगा ?

हर्षवर्धन.... एनफ सुकन्या, हर मीटिंग मे मुझे ये ना समझाना पड़े कि हमारा मोटो पूरी कंपनी हथियाना है. हम पहले भी इस बारे मे बात कर चुके हैं. रही बात पार्ट्नर्स के हटाने की तो ध्यान रहे मनु को एमडी पोस्ट पर सिर्फ़ इसी बात के लिए बनाए रहना है.

सुकन्या.... बच्ची नही हूँ हर्ष, हर बात जानती हूँ. और मुझे ये नही बताओ कि पहले की मीटिंग मे क्या हुआ था. तुम्हारी सारी प्लॅनिंग फैल होती नज़र आ रही है, इसलिए मैने ये मीटिंग बुलवाई.

"क्या कहा था तुमने पहले, मनु के खिलाफ हमारे पार्ट्नर्स आक्षन लेंगे और तब हम अपना खेल शुरू करेंगे. लेकिन ऐसा लगता है जैसे तुम सब ही अपनी ओर से उम्मीद लगाए बैठे थे उन्हे तो शायद इस बात का ख्याल भी ना हो कि मनु को एम.डी के पोस्ट से हटाना भी है.

"मुझे तू पहले हुई मीटिंग की याद दिलाता है... पहली मीटिंग मे क्या कहा था तुमने, मनु को एम.डी की पोस्ट से हटाना है... नही हुआ. दूसरी मीटिंग मे ये तय हुआ उसे पूरा पवर दे दो, और जब वो एम.डी की पोस्ट से हटेगा तब हम उस से उसके
शेयर माँग लेंगे जैसे हमने उसे अपना दिया था, और वो राज़ी हो जाएगा..... ये भी नही हुआ".

"आज की मीटिंग मैने तुम्हारी बातों को याद दिलाने बुलाई तो आज फिर से मीटिंग का मोटो चेंज हो गया. अब जब पार्ट्नर्स नही मनु को हटा रहे तो तुम्हारे पास आक्षन प्लान है. लेकिन मनु को हटाएँगे नही बल्कि उस पर एहसान जताएंगे और एम.डी की पोस्ट पर बने रहने देंगे"....

"जा कर तुम दोनो मियाँ बीवी इलाज़ करवाओ अपने दिमाग़ का. खुद को तो पता नही कि क्या चाहिए, और घर मे बैठ कर बस प्लॅनिंग करते रहते हो.... रोज तुम्हारे लिए कंडीशन और प्राइयारिटीस दोनो ही चेंज होते हैं. जब तुम्हे खुद नही पता कि तुम्हे चाहिए क्या, तो खाक तुम टोटल कंट्रोल पा सकोगे. होता तो कुछ नही है तुम से और चाहत पूरा जहाँ पाने की है"....

अमृता.... सॉरी बाबा, वी आर एक्सट्रीमली सॉरी. हर्ष सुकन्या से मँफी माग़ो. तुम्हे ओवर रिक्ट नही करना चाहिए था...

हर्षवर्धन.... सूकन्या, अब गुस्सा छोड़ो और एक बार मेरी बात तो सुन लो....

सुकन्या..... हां पर सारी बातें क्लियर और जस्टिफाइ होनी चाहिए.

हर्षवर्धन..... सुनो तुमने ठीक कहा हर मीटिंग के बाद प्राइयारिटीस चेंज सी हो जाती है. लेकिन जैसे-जैसे कडिशन्स सामने आते हैं प्राइयारिटीस चेंज करना पड़ता है. अब इस बात से इनकार तो नही कर सकती कि नफ़रत इंसान से हर मुस्किल काम भी करवा देता है. बस वही करना है अब मनु के साथ. उसके एमोशन्स के साथ खेल कर उसे पार्ट्नर्स के खिलाफ भड़का देंगे. मनु
उस नफ़रत मे अपना आक्षन लेगा, और जैसे ही उसने सारे पार्ट्नर्स को बाहर का रास्ता दिखाया, हम मनु को भी बाहर का रास्ता दिखा देंगे.

सूकन्या.... और वो होगा कैसे. काव्या (मनु'स मदर) की कहानी बाहर लाओगे क्या ? देखो काव्या का मॅटर ज़्यादा उछ्ला तो हमारे लिए नुकसान भी कर सकता है.

हर्षवर्धन..... हां काव्या का भी मॅटर उठेगा, और क्या होगा यदि हमे थोड़ा नुकसान उठा कर पूरे का फ़ायदा हो. लेकिन वो आख़िरी दौर होगा, जिसके बिसात पर हम मनु को बाहर का रास्ता दिखाएँगे. पर जो अभी उसके साथ घटना होगी, उस के बाद हम मनु को एम.डी पोस्ट पर बनाए रखेंगे, और उस घटना का सारा इल्ज़ाम जाएगा.... राजीव, वंश और रौनक के उपर... बस उसके बाद तमाशा देखते जाना...

सुकन्या.... खाली तमाशा देखो, तमाशा देखो कहने से कोई तमाशा नही होगा.... कोई तमाशा भी तो करो.

अमृता.... चलो ठीक है फिर तुम्हारी ये इच्छा भी पूरी कर दी जाए.... तुम सब हॉलिडे प्लान करो, पूरी फॅमिली जाएगी मनु के
रिश्ते की बात करने, और उसी दिन शुरू होगा सारा खेल....

सुकन्या.... हां तो सूभ काम मे देरी कैसी... प्लान करो सनडे का फिर....

अमृता.... हां तो ठीक है, इसी सनडे का प्लान फाइनल हुआ, मनु से हर्ष बात कर लेंगे....

 

एसपी ऑफीस शाम के वक़्त...

अखिल.... मिश्रा जी, बहुत वक़्त हो गया, यार बात कहीं बिगड़ ना जाए... एक कॉल कर लूँ क्या ?

ड्राइवर.... सर जी आप भी ना पगला गये हो. वैसे मेरे ख्याल से आप को अपने दोस्त के केस पर अभी ध्यान देना चाहिए,
उसका काम कर दिया तो समझो मेडम के घर रिश्ते की बात करने से तो फ़ुर्सत मिलेगी...

अखिल... अर्रे मनु की चिंता छोड़िए मिश्रा जी, उसकी तो रज़ामंदी पहले से है. पर अभी मुख्य मुद्दा भटक गया तो मनु अपने
घर मे बात किस रिश्ते के लिए करेगा...

ड्राइवर.... आप का ना दिमाग़ फिर गया है, आप को हर बात डीटेल मे समझाना पड़ता है... अब जो मैं कहता हूँ उस पर गौर
फरमाए...

अखिल.... आप फिर मेरा मज़ाक उड़ाने के मूड मे हो क्या...

ड्राइवर.... कैसी बातें करते हैं सर, आप से मज़ाक करूँगा, मुझे जॉब मे रहना है या नही....

अखिल.... ठीक है कहिए...

ड्राइवर.... उस रात झूठा मंगेतर बता कर आप से उस लड़के को क्यों मिलाई...

अखिल.... हां वो तो है...

ड्राइवर... आप जब किसी और लड़की से बात कर रहे थे, तो वो बार-बार आप को क्यों देख रही थी...

अखिल.... ये बात भी है...

ड्राइवर.... एक दिन पूरे बात नही किए तो किसने आप से कॉंटॅक्ट किया...

अखिल अजीब तरह से मुकुराते हुए.... "हां... काया तड़प रही है मेरे बिना... अच्छा लग रहा है सुन'ने मे मिश्रा जी, आप कंटिन्यू करो"

ड्राइवर.... एक फोन ना पिक अप करने से इरिटेट हो कर किसने ऑफीस अपने सिर पर उठा लिया...

अखिल.... बिल्कुल सही मिश्रा जी....

ड्राइवर.... तो जब सारी बातें यही इशारा कर रही है कि वो आप के बिना तड़प रही तो आप क्यों जल्दबाज़ी कर रहे हो.
इंतज़ार कीजिए सर, इंतज़ार का फल मीठा होता है...

अखिल... ज़्यादा मीठे के इंतज़ार मे फल कहीं सड़ ना जाए....

ड्राइवर... अब बस ज़्यादा लॉजिक ना लगाएए सर..... आप काया से सीधा कल मिलेंगे. इस मामले मे मैं आप का बॉस हूँ, और बिना मेरी इज़ाज़त के आप कोई आक्षन नही लेंगे...

अखिल.... जी सर, ठीक है... वैसे ना जब-जब आप मुझे इशारों मे बताते हो कि काया को मुझ से प्यार है, बड़ा अच्छा लगता है सुन'ने मे.

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रात के 8 बजे... मनु, तनु के इंतज़ार मे उसके घर के बाहर..

तनु पहले से खुद को पूरा सजाए बैठी थी, ऐसा लग रहा था जैसे आज मनु पर बिजली गिराने के इरादे से तैयार हुई हो. ये पैसा भी इंसान को क्या से क्या बना देता है. और ख़ासकर एक मॉडर्न विमन के पास पैसा हो तो वो खुद को 18 साल की लड़की जैसे प्रेज़ेंट करती है....

तनु भी अभी कुछ ऐसी ही लग रही थी. अपने गोरे बदन पर काले रंग का चम-चमाता लिबास पहने जिस से उसके बदन की
निखार और ज़्यादा बढ़ रही थी.... चेहरे की मेक-अप ऐसी थी कि सब का ध्यान केंद्रित कर दे.

और परिधान का वो बड़ा सा गला जिसमे उभार की गहराई का जो कामुक दृश्य आ रहा था.... उफ़फ्फ़ क्या नज़ारा था वो... दो बड़े उभार काले कपड़े के अंदर और उनके बीच से झाँकती उसकी सेक्सी जिस्म का क्लीवेज़... आँखें जम जाए....

मनु बाहर खड़ा बेल बजा रहा था... जैसे ही टानू सामने आई, मनु अपनी दोनो आखें फाडे.... "वॉववव ! लुकिंग टू हॉट आंटी"....

तनु... वत्फ़, मैं आंटी दिखती हूँ क्या, जो आंटी कह रहे हो....

मनु.... हा हा हा... तो आप ही बता दो क्या कह दूं...

तनु.... ओन्ली तनु... समझे... रूको दो मिनट, मैं अभी आई....

तनु ने अपने उस सेक्सी बदन पर एक खूबसूरत वाइट ओवर कोट डाली, और दोनो चल दिए...

तनु.... मनु मुझे तुम अपने इस चेंज की वजह बताओगे....

मनु.... चेंज ईज़ दा नीड तनु, क्यों तुम्हे नही पसंद क्या ?

तनु.... पसंद क्यो नही, लेकिन मैने तुम्हे लोगों के साथ कभी घुलते-मिलते नही देखा.

मनु.... हां ये सच है, और शायद इसलिए लोगों के मन मे मेरे लिए अलग ही विचार है. बस सब की इसी सोच को बदलने के
लिए ही तो मैने ये चेंज लाया है....

तनु.... अच्छा चेंज है ये मनु. जब तक आइडियास इंटरचेंज नही होंगे, एक दूसरे को जानेगे कैसे ?

मनु... एग्ज़ॅक्ट्ली तनु, लगता है हमारी सोच काफ़ी मिलती है... लंबा जमेगा ये रिश्ता...

तनु... सो लेट'स सेलेब्रेट इट मनु.... हमारे नये रिश्ते की शुरुआत की खुशी मे...

मनु... अच्छा और हमारा वो नया रिश्ता क्या होगा...

तनु... सिंपल हम बाबा, तुम मेरे बाय्फ्रेंड...

मनु.... हहे, तनु मेरी शादी होने वाली है...

तनु... तो मैं कौन सा राजीव को तलाक़ दे कर तुम से शादी करने वाली हूँ. ज़रा मैं भी अपनी फॅंटेसी पूरी कर लूँ... एक एक्सट्रामरिटल अफेर तो बनता है....

मनु.... हा हा हा... सही है .. सही है... तो चलें इसी बात पर सेलेब्रेट किया जाए.

दोनो पब मे गये, शेम्पेन की बॉटल खोली... टोस्ट किया और एक जाम अपने नये रिश्ते के नाम कर दिया. तनु, मनु की बाहों मे बाहें डाल उसके साथ थिरक रही थी, और मनु उसका कमर हाथ डाले उसके साथ डॅन्स कर रहा था....

नाचते वक़्त ही मनु के पास हर्षवर्धन का कॉल आया... और सनडे को रिश्ते की बात करने का प्रोग्राम बता दिया. मनु भी राज़ी हो गया....

तनु.... सो, मोस्ट कूल बेचलर अब बचलर नही रहेगा क्यों...

मनु... हां सो तो है तनु...

तनु... हे कोई एक्सपीरियेन्स है या कुवारे ही घूम रहे हो...

मनु.... है जी, पूरा एक्सपिरिन्स है, आप चिंता ना करे...

तनु.... मैं क्यों ना चिंता करूँ मनु, आख़िर तुम मेरे बाय्फ्रेंड हो, अच्छे से चेक करना तो बनता है ना कि सब आता भी है या
अनाड़ी ही हो.

मनु.... अच्छा और वो तुम चेक कैसे करोगी तनु....

तनु.... अब चेक करना है तो ऐसे थोड़े ना बता कर चेक होगा... चलो चलते हैं हमारे फ्लॅट वहाँ पर मैं अच्छे से चेक करूँगी आज... और कोई कमी नज़र आई तो, तुम्हारी टीचर बन कर गाइड भी करूँगी...

मनु.... आर यू सीरीयस तनु...

तनु.... यस मनु आइ आम सीरीयस... आंड दिस ईज़ माइ सोशियल रेस्पॉन्सिबिलिटी.... यदि तुम पर्फेक्ट हो तो तुम से कुछ
सीख लूँगी, और कोई कमी हुई तो मैं तुम्हे सीखा दूँगी... अब भला सीखने-सिखाने मे कोई बुराई है क्या...

मनु.... बिल्कुल सही कही तनु... चलो फिर आज हम एक दूसरे से कुछ सीख ही लेते हैं....

 


दोनो वहाँ से तुरंत निकले, और पहुँच गये फ्लॅट पर. गेट से अंदर आते ही मनु ने तनु का कंधा पकड़ा और उसे दीवाल से
सटा कर उसके होंठ से अपने होंठ लगा दिए.

"बड़े बेसबरे हो रहे हो मनु"

मनु..... तुम जैसी हॉट लेडी को देख कर कंट्रोल कर ले, कोई पागल ही होगा...

तनु..... उफफफफ्फ़, करारे हाथ हैं मनु तुम्हारे..... एक बात बताओ, आज से पहले क्या मैं हॉट नही थी...

मनु, तनु के दोनो स्तन को दबाते हुए...... "दिल तो कब से कर रहा था तुम्हे निचोड़ डालूं तनु, पर बहुत कुछ देखना पड़ता है ना"

तनु...... इष्ह..... अच्छे से, थोड़ा प्यार से दबाओ मनु. वैसे बहुत कुछ देखने के चक्कर मे मेरे हॉट & सेक्सी बदन को ना
देखना... बहुत ग़लत बात है. पहले ही ठीक से देख लिए होते तो कितने मज़े हम लूट चुके होते.

मनु दोनो स्तन के बीच अपने मुँह डालता..... "अब तो हर अंग-अंग को ठीक से देखूँगा, पूरा मज़ा लूटेंगे"

तनु.... आज लगता है एक वाइल्ड नाइट है. मेरा अंग-अंग देखने से पहले तुम अपना ज़रा हथियार दिखाओ. कहीं ऐसा ना हो
मैं जलती रह जाउ.....

मनु, अपने हाथ नीचे ले जा कर, तनु की योनि को अपने हाथों मे दबोच लिया..... "तो चेक कर लो ना, इसी काम के लिए तो आई हो"

तनु.... औचह... उफफफफफ्फ़.... मनुउऊुुुुउउ...... पहले मुझे ज़रा चेक करने दो....

तनु, मनु के बदन को सूंघति नीचे बैठ गयी..... "ज़रा देखने तो दो अभी जवान ही हुए हो या पूरा मर्द बन चुके हो"

मनु.... जवां मर्द हूँ तनु....

बेल्ट खुल चुकी, बटन को खोल कर पैंट को घुटने मे सरका दी... अंडरवर के उभार को देखती.... "वॉवववव" कही और नाक लगा कर सुघने लगी....

मनु.... क्या हुआ तनु...

तनु.... लिफाफे देख कर खत का अंदाज़ा लगा रही हूँ....

तनु ने अपना हाथ अंडरवर के अंदर डाला, और लिंग को बाहर निकल ली..... "डबल एक्सल साइज़ है ये तो मनु... सच मे
जवां मर्द हो"

कहती हुई तनु ने अंडरवर झट से नीचे सरका दिया. अपना एक हाथ बॉल से लगा दी और दूसरे हाथ से लिंग को पकड़ कर उसे हल्के प्रेशर से दबाती आगे पिछे करने लगी..... मनु, तनु का सिर पकड़ कर अपना गर्दन उपर उठा लिया..... "ऊऊऊऊ,
तनु".........

तनु अपना मुँह खोली और गॅप से लिंग को मुँह के अंदर ले लिया...... "खावक्क.. खाव्क... खावक्कक"... गले से तेज आवाज़ के साथ लिंग मुँह मे भर कर तनु ब्लोवजोब देने लगी.... वो इस अंदाज मे वो चूस रही थी कि मनु का बदन झन्ना गया.

मनु, तनु के बालों को मुट्ठी मे पकड़ा, और तेज-तेज कमर हिला कर, लिंग को मुँह मे पूरा उतार दिया. तनु का सांस लेना मुश्किल हो गया..... तनु पसीने से अस्त-व्यस्त हो गयी. वो भी पूरा मज़ा लेती थोड़ी साँसे अंदर खींचती, और सिर को ज़ोर-ज़ोर से झटकती लिंग को पूरा चूस रही थी.......

"आहह.... कम ऑन तनु... उफफफफफफ्फ़... सक... सक... सक इट हरद्द्दद्ड, आहह.... सच इत्तत्त"

तनु भी पूरे मस्त हो कर गले से आवाज़ निकालती उसे चुस्ती रही. थोड़ी देर बाद मनु ने उसे खड़ा कर दिया, और कंधे से
उसके टॉप को सरकाता उसे नीचे गिरा दिया..... मनु उसके स्तनों को देखते हुए..... "सेक्सी बूब्स हैं तनु, काफ़ी तंदुरुस्त है ये"

तनु.... तो अच्छे से इसकी तन्द्रुस्ति चेक करो ना... तुम्हे देख कर इन्हे कुछ कुछ हो रहा है.

मनु आगे बढ़ा, और तनु की चुचियों को ज़ोर से मसलते हुए कहने लगा.... "इसे देख कर तो मुझे भी बहुत कुछ हो रहा है".....

तनु, मनु के सिर के बाल ज़ोर से भींचती, अपने होंठों को डातों तले दबा ली..... "औचह.... मनु... उफफफफफ्फ़... आराम से बेबी"....

मनु.... अभी से हालत खराब होने लगी....

तनु.... "आहह..... मनु.... बेबी... थोड़े प्यार तब फिर तकरार से करो ना... ऐसे तो दर्द होगा"

मनु.... ओह ! मुझे सिखा रही हो... (स्तनों से अपने हाथ हटाते) ठीक है सिख़ाओ तो ज़रा कैसे करना है...

तनु, मनु के दोनो हाथ को पकड़ कर अपनी छाती से टिका दी. उसके हाथ के उपर अपना हाथ रख कर अपने स्तनों को धीरे-धीरे सहलाने लगी.... "बेबी, ऐसे ही धीरे-धीरे इन्हे प्यार से सहलाओ ना पहले, फिर इस निपल्स को मुँह मे ले कर थोड़ा चूसो,
हल्के दाँतों से काटो... फिर तब धीरे-धीरे ज़ोर आज़माइश बढ़ाओ नाअ... मज़ा आएगा"....
 
तनु, मनु के दोनो हाथ को पकड़ कर अपनी छाती से टिका दी. उसके हाथ के उपर अपना हाथ रख कर अपने स्तनों को धीरे-धीरे सहलाने लगी.... "बेबी, ऐसे ही धीरे-धीरे इन्हे प्यार से सहलाओ ना पहले, फिर इस निपल्स को मुँह मे ले कर थोड़ा चूसो,
हल्के दाँतों से काटो... फिर तब धीरे-धीरे ज़ोर आज़माइश बढ़ाओ नाअ... मज़ा आएगा"....

मनु ठीक वैसा ही किया. पहले होंठ से होंठ मिला कर तनु के होंठो को चूसने लगा. अपनी दोनो हथेली उसकी चुचियों पर रख
कर पहले धीरे-धीरे, उस पर गोल-गोल घुमाने लगा.....

मनु..... ऐसा लग रहा है किसी न्यू गर्ल के बूब्स पर हाथ फेर रहा हूँ, कितने सॉफ्ट और मस्त शेप हैं, बिल्कुल छाती से खड़े. और क्या पर्फेक्ट साइज़ है....

तनु..... आअहह, मस्त हाथ फेर रहे हो मनु ऐसे ही डार्लिंग, थोड़ा निपल भी खिँचो ना, उसे अंगूठे मे फसा कर मरोड़ो ना....

मनु..... स्लो फोरप्ले का मज़ा चाहिए....

तनु.... नही बाबा, स्लो स्टेडी आंड ग्रॅजुयली फास्ट. वैसे तुम्हे बड़ा एक्सपीरियेन्स है नयी लड़की का. उनके बदन के बारे मे खूब जानते हो.....

मनु, अपने दाँत तनु के बूब्स पर गढ़ाता हुआ कहने लगा..... "एक्सपीरियेन्स क्यों ना हो कोई कमी है क्या मुझ मे"

तनु..... इष्ह, कोई कमी नही है मनु.... डॅम बिग कॉक हां...

मनु..... तो मुँह मे ले कर एक बार और चूसो ना....

तनु मुस्कुराती फिर से नीचे बैठ गयी.... "मनु ज़रा दोनो पाँव को फैलाओ"... मनु ने अपने पाँव को फैला कर दोनो पाँव के बीच मे थोड़ा स्पेस दिया. तनु अपना सिर दोनो पाँव के बीच ले गयी और जीभ निकाल कर मनु के बॉल की जड़ पर टिका कर
चाट'ती हुई उपर पूरे लिंग पर जीभ फिरा दी.

मनु का पूरा बदन हिल गया...... "ओह्ह्ह्ह तानुउऊउउ.... यही फ़र्क होता है एक्सपीरियेन्स और नोन एक्सपीरियेन्स का. उफफफफफफ्फ़, बहुत मज़ा आ रहा है."

तनु नीचे से बॉल को अपने मुँह मे लेकर उसपर जीभ फिराने लगी..... "उम्म्म्म डार्लिंग कॉल मी युवर स्लुटती बिच... आज मैं तुम्हे पूरा मज़ा दूँगी"

तनु फिर से अपना मुँह बॉल पर लगाती, उसे चाटने लगी...... "आहह.... चाट कुटिया चाट" ... और मनु उपर अपने लिंग को
उसके माथे से टिका कर पूरे चेहरे पर गोल-गोल घुमाने लगा.....

तनु..... देसी वर्ड्स, नोट बॅड मनु.... चल आज मैं तेरे लिए तेरी कुतिया हे सही.... देखूं तो मेरे कुत्ते मे कितना दम है.....

मनु.... दम तो पूरा दिखाउन्गा..... क्या मस्त चाट'ती है.... अब ज़रा चूसना भी देख लूँ...

मनु, तनु के बाल को पकड़ कर पिछे की ओर खींचा... एक हाथ से दोनो गाल को पकड़ कर हल्का दबाया, तनु ने भी अपना
पूरा मुँह खोल लिया.... "ले देख दम, चूस इसे कुतिया... चूस ले"

 
"ख्वक... ख्वक ... खावक्क" की आवाज़ फिर से तनु के गले से आने लगी. मनु उसके बाल पकड़ कर अपनी कमर ज़ोर-ज़ोर से हिलाने लगा. तनु भी लिंग चुसाइ का पूरा मज़ा लेती अपना एक हाथ नीचे ले गयी, हथेली को बॉल से टिका कर उसे रब
करती हुई एक उंगली मनु के आस होल मे डाल दी.....

मनु पूरा हिल गया, उसके हाथ की पकड़ पूरी ढीली पड़ गयी...... "ये क्या कर रही हो, जान निकाल दी तनु"

"ओन्ली कॉल मी युवर कुतिया, अब देखो ये कुतिया तुम्हे कैसे मज़े देती है".... तनु फिर से दोनो पाँव के बीच अपना सिर डाल ली, और दोनो हाथ से मनु की बीच की दरारों को फैला कर उस पर तेज़ी से जीभ फिराने लगी..... "अहह यू फकिंग बिच....
चाट कुतिया चाट"

मनु से बर्दास्त कर पाना मुस्किल हो रहा था. तनु उसके आस होल के चारो ओर अपने जीभ फिराती उसके लिंग को ज़ोर-ज़ोर से मुठियाने मे लगी थी....... मनु की आवाज़ ज़ोर ज़ोर से निकलने लगी....... "अहह... ऊऊऊऊऊओ.... फकिंग बिच.... आहह.... करती रह.... आहह"

तनु समझ गयी मनु झड़ने वाला है... सिर बाहर की ओर जीभ निकाल कर उसके बेस पर लिंग के टिप को रख कर ज़ोर-ज़ोर
से मुठियाने लगी..... तेज पिचकारी के साथ कम निकला.... कुछ छिन्टे उड़ कर उसके नाक माथे पर गया, और पूरा मुँह मे....

मनु कमर को तेज-तेज तीन चार बार झटका, और तेज-तेज साँसे लेने लगा...... "उम्म्म्ममम, काफ़ी यम्मी था मनु" ... तनु
कम को अंदर गटकती, अपने चेहरे के छीटो को उंगली मे ले कर चुस्ती हुई कहने लगी....

मनु दो कदम पिछे हट कर बिस्तर पर जा कर ढेर हो गया..... तनु विश्के के दो पॅक बनाती कहने लगी.... "अभी तो पूरी रात
बाकी है मनु, तुम्हारा लिंग तो अभी से सिकुड कर अपने बिल मे घुसा जा रहा है"

मनु.... तुम्हारे हाथ और जीभ ने इस पर ऐसा हमला किया, कि थोड़ी देर रेस्ट की पोज़ीशन मे चला गया....

तनु, मनु के लिंग पर हाथ फेरती उस की ओर विश्की का ग्लास बढ़ा दी और साथ मे एक टॅबलेट भी.... "ये ले लो, आज पूरी रात पेरफॉर्मेंसे देना है"

मनु, विश्की का ग्लास और टॅबलेट लेते हुए..... "सोच लो अभी तो मेरा सेकेंड राउंड और थर्ड राउंड बाकी है तनु, ये टॅबलेट कहीं तुम्हे और परेशानी मे ना डाल दे. क्योंकि इसे लेने के बाद मैं पूरा वाय्लेंट हो जाता हूँ "

तनु.... हहे, इसलिए तो दे रही हूँ. पूरी आज़ादी है वाय्लेंट होने कि. मुझे निचोड़ डालो. आइ नीड वाइल्ड फक, कब से प्यासी हूँ. इस बिज़्नेस के चक्कर मे कयि दिनो से स्टिसफ़ईएड भी नही हुई. पूरा ज़ोर आज़माइश करो. हावी हो जाओ ये टॅबलेट ले कर.
प्यास बुझा दो मेरी... ना जाने कब से जल रही हूँ. लुक अट माइ पुसी, इट'स क्राइयिंग बेबी विदाउट कॉक.... आज आग बुझा दो....

तनु ने झटके मे ग्लास ख़तम किया, फिर एक पॅक बनाई, उसे भी तुरंत ख़तम किया. झपटते के साथ लपकी मनु पर.... उसे
हल्का धक्का दे कर बिस्तर पर लिटा दी. गर्दन पर नाक लगा कर तेज सांस खींची जीभ निकाल कर गर्दन पर फिरा दी.....

"क्या कर रही हो, गुदगुदी हो रही है तनु".... तभी जीभ फिराते-फिराते गर्दन और कंधे के बीच दाँत से काट दी......

"उफफफफफफफ्फ़.. काट'ती है भी ये तो".....

 

"डॉन'ट फर्गेट आइ'म बिच टुडे, कच्चा चबा जाउन्गी"...... मनु के बदन के उपर आ कर एक-एक कर के उपर के दो बटन खोल दी, हथेली को सीने से टिका उसके उस पर फिराने लगी...... "काफ़ी सेक्सी है तुम्हारे सीने के बाल मनु"

मनु, तनु की गर्दन पकड़ कर उस का चेहरा अपने चेहरे तक ले कर आया, उसके होंठो को अपने दाँतों तले दबा कर उस पर जीभ फिरा दिया.... और होंठो को चूमने लगा..... तनु अपने हाथ नीचे से उसके सीने पर फिराती वो भी मनु के होंठो को,
उसकी जीभ को चूसने लगी.

पॅशनेट किस करते हुए दोनो एक दूसरे के होंठ चूसने मे लगे थे. तभी तनु उसके सिर के बाल पकड़ कर नीचे बिस्तर से
उसका सिर टिका दी, और गर्दन को चूमती हुई उसके सीने तक आई.

मनु ने अपने पाँव तनु की कमर मे फसा दिया, और उसके बाल को पकड़ कर, उसके चेहरे को अपने सीने पर घिसने लगा.... तनु भी उत्तेजना मे घिरी, उसके सीने पर अपनी जीभ चलाने लगी. जीभ चलाती वो मनु के निपल तक अपने होंठ ले कर
आई, और उसे अपने होंठो तले दबा कर ज़ोर से चूसने लगी.

मनु के बदन मे सुर-सूरी दौड़ गयी. हाथ उसके ढीले पर गये, और वो तेज तेज साँसे लेने लगा. तनु उसके एक निपल को चुस्ती दूसरे निपल को अंगूठे मे फसा कर उस से खेलने लगी..... "उफफफफफफफफफ्फ़.... जान ले रही हो तनु... करती रहो मज़ा आ रहा है"

मनु की छाती और निपल का मज़ा लेने के बाद वो उसके बदन को चूमती फिर नीचे आई, और मनु के लिंग को हाथ से उलट-पलट कर देखने लगी..... "जान आ रही है इसमे मनु"

"आहह.... तुम्हारे ठंडे हाथ.... सक माइ कॉक यू बिच... कम ऑन सक इट"... और मनु अपने कमर उच्छालने लगा.... तनु ने भी दोनो हाथों से लिंग को पकड़ी और मुँह मे ले कर चूसने लगी.... लिंग की चमड़ी को पूरा पिछे खींच कर उसके टिप पर अपना जीभ लगा दी...

उसके चारो ओर अपने जीभ फिरा कर उसे गीला कर दी... और जीभ को पिछे लिंग के जड़ तक ले जा कर उसे गीला कर दी.
लिंग के टिप से नाक टिका कर ज़ोर से उसकी खुसबु लेने लगी..... "उफफफफफ्फ़... इसकी खुसबु मुझे बेकाबू कर देती है"

मनु ने झटक कर तनु को नीचे लिटा दिया, और वो उठ कर खड़ा हो गया.... अपने दोनो पाँव खोले, बेसूध पड़ी तनु, बस मनु
को देखने लगी..... अपने दोनो हाथों से अपने स्तन को मसल्ति हुई, वो बिस्तर मे पड़ी आहें भरने लगी....

मनु ने झटक कर तनु को नीचे लिटा दिया, और वो उठ कर खड़ा हो गया.... अपने दोनो पाँव खोले, बेसूध पड़ी तनु, बस मनु
को देखने लगी..... अपने दोनो हाथों से अपने स्तन को मसल्ति हुई, वो बिस्तर मे पड़ी आहें भरने लगी....

मनु ने विस्की की पूरी बॉटल उठा लाया...... "उफफफफ्फ़ मनु बहुत हो गया खेल, मैं जली जा रही हूँ.... अब देर ना करो, डाल भी दो"....

"अब क्यूँ बेसब्री हो रही है, यू स्लट बिच"......

"हां मैं तेरी स्लूटी बिच, अब मुझे कुतिया की तरह बजा भी दो.... बॅंग-बॅंग करो ना"

"इतनी भी क्या जल्दी है".... कहते हुए मनु, तनु के उपर आया, और एक हाथ उसके नीचे डाल कर उसके सिर को उपर उठा उसके होंठ चूसने लगा... और दूसरे हाथ से वाइन को मुँह के बीच डालने लगा.... वाइन इस मुँह से उस मुँह तक... दोनो मुँह
मे ट्रॅवेल करते अंदर जाने लगी....
 

"कमीने, अब छोड़ भी दे, क्यों तडपा रहा है.... मेरी योनि जल रही है.... ओह्ह्ह कम ऑन मनु योनि मे जड़ तक ठोकर मारो
ना अब तेज-तेज. मैं मरी जा रही हूँ"

मनु हँसता हुआ नीचे आया... और उसकी छाती पर धीरे-धीरे वाइन गिरा कर, जीभ से उसे चाटने लगा.... वाइन उसकी पूरी छाती पर गिरी थी और मनु उसे पूरा ज़ोर लगा कर चूस रहा था.... तनु, मनु के बाल पर बड़ी तेज़ी से हाथ फेरती जा रही
थी..... "अहह, निचोड़ दो इन्हे... बहुत परेशान करते है... और लिंग को डाल दो योनि मे... और ना तड़पाओ".....

मनु..... मज़ा तो ले अभी... अभी तो शुरू हे हुआ है... एंजाय दा शो...

मनु ने बॉटल की लगभग विश्की तनु के पेट, पेरू और पैंटी के उपर उडेल दिया. होंठो को उसके पेट से लगा कर विश्की को सक करने लगा.... उपर अपने दोनो हाथ तनु के स्तन पर डाल कर उसे मुट्ठी मे भर कर खिचने लगा..... "उफफफफफफ्फ़...
और ज़ोर से मस्लो मनु..... इसस्स्शह ! दीवाना बना रहे हो... क्या कड़क हाथ है... खूब मालिश करो मेरे बूब्स की, शांत कर
दो इसे"

तनु अपना सिर बिस्तर पर पटकती ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगी.... मनु अपने मजबूत हाथों से उसके स्तनों को काफ़ी ज़ोर-ज़ोर से मसलता हुआ... उसके निपल को अंगूठे मे दबा कर उसे मरोड़ रहा था.... तेज आहें भरती तनु भी चिल्ला रही थी....."इस्शह.... आहह.... जोर्र्र्रर... जोर्र्र्रर और जोर्र्र्रर से मसलूऊ"

मनु अपने मजबूत हाथों से तनु की छाती मसलता उसके दोनो पाँव के बीच आ गया. पैंटी विश्की से पूरी भींगी थी. मनु पूरा
मुँह खोल कर ठीक योनि के उपर लगाया और पूरे ज़ोर लगा कर पैंटी से विश्की को खिचने लगा.

"उफफफफफफफफफफफफ्फ़.... चूस लो ..... चटोरे कुत्ते.... चूसो... चूसो और ज़ोर से चूसूऊ".... तभी मनु ने चूस्ते हुए अपना मुँह खोल लिया, और योनि के उपर अपने दाँत गढ़ाता चूसने लगा.

जैसे ही मनु के दाँतों तले योनि आई, और उसने उसके उपर से चूसना शुरू किया... तनु अपनी दोनो तलहटी बिस्तर से टिकाई, पीठ को हवा मे कर ली. छाती तन कर बिल्कुल आगे उभरे थे और तेज "आहह" की सिसकियाँ खुल कर भरी.

पैंटी के उपर से मनु लगातार अपने दाँत घिसता व्हिस्की की बूँद, बूँद निचोड़ रहा था.... तनु पागल सी हुई जा रही थी... अपने पाँव को मनु के सिर पर लपेट कर अपनी कमर हिलाने लगी..... "इस्शह.... सुक्कककक इत्तत्त.... पी जाऊओ.... चुस्स्स
लूऊऊ.... बड़ी आग लगी है.... इस्शह.... चुस्सूऊओ, खा जऊऊ ईससीए... कम ऑन बेबी.... सक्क.. सक्क्क.. सक्क्क इट".....

मनु ने जांघों पर हाथ रखा.... उस पर ज़ोर लगा कर पाँव के लॉक को खोला. बड़ी तेज़ी से तनु की पैंटी को उसके ज़िस्म से अलग कर दिया.... जब हल्की एसी की ठंडक तनु को अपनी योनि पर महसूस हुई तो उसका बदन सिहर गया और बिस्तर पर
लेटी वो तेज-तेज साँसे लेने लगी....

मनु थोड़ा उपर उठ कर तेज साँसों पर उपर नीचे होती उसकी चुचियों को अपनी भूखी नज़रों से देखा. दोनो पाँव को पूरा फैला दिया. तनु की कमर पर दो तकिया लगा कर उसकी योनि को हवा मे किया.... दो उंगली योनि के लिप मे फसा कर उसे खोल
दिया... और उपर से एक हाथ से विश्की डालते जीभ योनि के अंदर डाल कर विश्की पीने लगा......

"आहह... मनूउ..... इसस्स्स्शह... उफफफफफफफफफफ्फ़.... जला दिया रीई... आहह"... तलहटी फिर से बिस्तर से टिकाई और हवा मे पीठ उपर कर के ज़ोर-ज़ोर से कमर हिलाने लगी...... वो अपने योनि को बड़ी तेज़ी से उपर नीचे करती मनु के मुँह से
घिसने लगी...... "ले चाट जा हरामी.... पी ले सारा रस्स्स... पर जला मत... अब अपना ये लिंग डाल दे योनि मे.... आहह
बर्दास्त नही हो रहा.... मनुउऊ.... हरामी लिंग डालता क्यों नही अन्दर्र्र"

एक लात मार कर मनु को पिछे धक्का दी, और उसे बितर पर लिटा कर थूक से पूरा लिंग गीला कर दी. दोनो पाँव फैला कर उसके कमर के दोनो ओर रखी. अपने हाथ से लिंग को पकड़ कर सीधा योनि पर सेट किया और तेज़ी से नीचे बैठ गयी..... "अहह"

लिंग पर जिस तेज़ी से वो नीचे हुई, उस से कहीं तेज धक्का मनु ने उपर मारा..... "इसस्शह... आहह.. मनु.... मज़ा आ रहा है
बेबी... और जोर्र्र्र से डार्लिंग..... बहुत आग लगी है अंदर... और ज़ोर से धक्के मारो"

मनु तेज-तेज धक्का मारता चला गया.... अब तो उस पर दवा ने भी पूरा असर शुरू कर दिया था.... पंजा बना कर मनु, तनु के बूब्स को नखुनो के साथ दबोचा और तेज-तेज झटके मारने लगा... हर धक्के के साथ जब वो उपर जाती तो बूब्स नखुनो
से लग कर हल्के छिल्ने लगते...

मनु जोश मे अपने नाख़ून को स्तनों पर और ज़ोर से दबोच कर तेज-तेज धक्का मारने लगा...... हल्की जलन बूब्स से आई... स्तन पर नाख़ून के छिल्ने के लाल निशान पर गये थे.... "सीईईईईईईईईईईईईईई.... मार डाला... और ज़ोर-ज़ोर से ठोकर मारो योनि मे...... उफफफ्फ़ मज़ा आ रहा है"....

मनु तुरंत पलटा.... तनु नीचे... नितंबों को अपने हाथ से पकड़ा..... "आआआ... एयाया.. एयाया... ले कुतिया पूरे जड़ तक.... लीयी लीई पूरा ले"

"आहह.... ऐसे ही ज़ोर ज़ोर मारो.... आहह.. मज़ा आ रहा है.... उफफफफफफफफ्फ़"

तनु ने अब अपने पंजे डाल दिए मनु के सीने पर, और पूरा नाख़ून ज़ोर से सीने पर रख कर अपने कमर हिलाने लगी... जोश
मे उसने पूरा पंजा तेज़ी से नीचे सरका दी..... "औचह.... जंगली छील दी"...

मनु ने उसे तेज़ी से करवट किया.... दोनो पाँव को एक दूसरे के उपर रख कर मोड़ दिया.... और उसके उपर अपना एक हाथ
रख कर दबा दिया.... "मेरे बुल डॉग अब रूको नही.... बुझाते रहो प्यास मेरी योनि की"

"कमीनी, कुतिया चिल्लाती है... ये ले".... दोनो जुड़े पाँव के बीच से योनि के निकले उभार मे दो उंगली डाल कर मनु ने क्लिट को पकड़ कर ज़ोर से खींच दिया... तनु पूरा पाँव पटकना चाहती थी... लेकिन उस पर मनु के हाथों का दबाव था.... "साले
कुत्ते... हरामी चोद ना, खेल काहे कर रहा है.... मैं मरी जा रही हूँ"

 

"तू मरी जा रही... ये ले तगड़ा वाला... मैं भी मरा जा रहा हूँ"...... मनु ने एकदम से पूरा लिंग उसकी योनि मे डाल दिया......
"ओह एसस्स्स्सस्स... मनु.... फक्क्क मे हार्डर... फक... फक्क्क... फकक्क्क्क"......

मनु अपना एक पाँव उसके दोनो पाँव के उपर डाल लगातार धक्के मारता रहा.... तनु अपने स्तन मसलती पूरे जोश से कमर हिला-हिला कर सेक्स गेम का पूरा मज़ा ले रही थी... और मुँह से ज़ोर ज़ोर की आवाज़ें निकाल रही थी.... थोड़ी देर खूब तेज
-तेज धक्के मारने के बाद मनु हट गया..... "चल अब सच की कुतिया बन जा... तेरे बाल पकड़ कर सवारी करूँगा"

तनु तुरंत पोज़िशन बदली..... "जल्दी मार कुत्ते, रुक मत... बहुत मज़ा आ रहा है"

मनु ने बाल को अपने हाथों मे पकड़ा, लिंग को योनि से टीकाया, और बालों को लगाम की तरह खींचते तेज-तेज धक्के मारने लगा...

"ओह्ह्ह्ह एससस्स... उम्म्म्मम....उन्न्ञणन्.... यू आर फक्किंग सो गुड... उन्न्ञन्... यसस्स मनु.... बेबी... हार्डएर्र... और ज़ोर से ... और जोर्र्र्र.... आहह.... बहुत मज़ा आ रहा है.... और ज़ोर से धक्के मारो मनु... उफफफफ्फ़... आज तृप्त हो गयी..... आअहह"

तनु का ऑर्गॅज़म हो गया और वो तेज आह के साथ निढाल हो कर उल्टी लेट गयी. मनु फिर भी धक्के मारता रहा.

तनु.... मन नही भरा क्या, अब रहने दो थोड़ा रेस्ट ले लेते हैं....

एक तो शराब उपर से गोली का असर.... मनु ने योनि से लिंग को बाहर निकाला. उसके नितंबों की दरारको दोनो हाथ से फैला कर उसके आस होल पर मुँह लगा कर होल को गीला करने लगा.

तनु अपना सिर पीछे करती....."ये क्या कर रहे हो बेबी" .....

"पूर्ण संतुष्टि की तैयारी" ... और इतना कह कर मनु ने आस होल को फैलाया और लिंग का टोपा लगा दिया...... "नो बेबी नो.... वहाँ नही, बहुत दर्द होता है, और मज़ा भी नही आता... प्लीज़ नूऊऊऊओ"

मनु के कानो मे जैसे कोई आवाज़ ही नही गयी हो.... उसने ज़ोर-ज़ोर से दो बार नितंबों पर हाथ मारा... इतनी कस कर मारा था कि पीछे पंजो के निशान पड़ गये.... पेन के टिप की तरह लिंग को पकड़ कर आस होल मे प्रेशर डाला और टिप आस होल के अंदर घुस गया.....

"आआआआआआ... हट हरामी.... छोड़ मुझीई .... हट जाआ.... आआहह दर्द हो रहा... निकाल अपना लिंग... उफफफफफ्फ़ मरररर गयी रीईई"

मनु, तनु के उपर लेट कर अपनी ठुड्डी उसकी पीठ पर धसा दिया ... उसके बदन का छटपटाना काबू हो गया. एक हाथ नीचे
कमर पर लगाया और कमर को उपर उठा दिया... और पूरी ताक़त से लिंग को आस होल मे घुसाने लगा.

"काफ़ी टाइट है ये तो.... मज़ा आ गया... लगता है ये अब तक ये वर्जिन है" .....

"उफफफफफफफ्फ़... मनुउऊ... हरामी छोड़ इसे, फट जाएगा.... क्यों दर्द दे रहे हो इतने मज़ेदार सेक्स के बाद"

मनु ने एक ना सुनी, अपनी कमर का पूरा ज़ोर डाला... और लिंग दीवारें चीरता आस होल मे घुस गया...... "ओह्ह माइ
गोद्ड़द्ड.... मर गयी..... हट हरामी... हट जा"

 

"छटपटा मेरी कुतिया.... कुछ देर मे मज़ा आने लगेगा" .... मनु इतना ज़ोर लगाया था कि तनु बिस्तर मे धँस गयी थी, और पाँव ज़ोर-ज़ोर से छटपटा रही थी... मनु बेपरवाह हो कर लगातार धक्के मारे जा रहा था.... थोड़ी ही देर मे टानू के बदन मे
आग फिर भड़कने लगी....

"आहह... थोड़ा धीरे ज़ालिम... जान निकाल दी... थोड़े आहिस्ते करो.... आज से पहले कभी इसमे कुछ नही डाला, और तुमने
अपना डबल कशल साइज़ का लिंग डाल दिया.... मनुउऊउउ... थोड़ा धीरे बेबी... अच्छा लग रहा है"

मनु ने इस बार भी बात नही मानी और तेज-तेज धक्के लगाता रहा.... पहले दर्द अब मज़ा शुरू हो गया. तनु कमर को थोड़ा उपर कर उसे गोल गोल घुमाने लगी..... "उफफफफ्फ़ यहाँ भी लिंग मज़ा दे रहा है आज पता चला..... मारते रहो धक्का मनु.... आहह मज़ा आ रहा है....फक इट हर्दरर्र बेबी.....उफफफ्फ़... आहह.... इष्ह.... उफफफफफफफफफ्फ़.... फक हार्डर इन आस होल.... और तेज मनु"

आज जैसे पूरे मूड से आया था मनु... लिटा कर, उठा कर, बिठा कर... कमरे मे दौड़ा-दौड़ा कर तनु के साथ सेक्स किया. मनु कभी अपना कम तनु की छाती पर गिराता, तो कभी तनु आँखें मूंद जीभ बाहर निकाल लेटी और मुँह मे कम छोड़ने की डिमॅंड करती....

गोली का असर ऐसा था कि पूरी रात दोनो का वाइल्ड खेल चलता रहा. तनु तो थक कर चूर हो चुकी थी, लेकिन हर बार मनु के आगे हारना पड़ता था. फाइनली दोनो थक कर चूर हो गये और बिस्तर पर निढाल लेट गये....

सुबह जब मनु की आँख खुली, तनु नंगे बदन सामने सो रही थी... मनु उसके हाथ पर अपनी उंगली फेरता उसके निपल मे मुँह लगा दिया. तनु की आखें खुली, वो मुस्कुराते मनु के बाल पर हाथ फेरी, और कहने लगी.... "कितना स्टेम्ना है मनु, छोड़ो
भी मेरे छोटे बाय्फ्रेंड, मैं कहीं भागी नही जा रही हूँ.... बाद मे कर लेना.. अभी बहुत थकि हूँ"

मनु.... थका तो मैं भी हूँ, सोचा कुछ ताज़ा दूध पी ही लूँ... पर इन मे तो कुछ नही...

तनु.... हहे, पागल... अब चलो उठो भी हमारे छोटे जनाब, बाद मे फिर कभी करते हैं. जब मन करे तब आ जाना... अभी छोड़
दो थकि हूँ.....

मनु... मन तो नही इतने मस्त बूब्स को चोदने का, पर तुम कहती हो तो छोड़ रहा हूँ. तो बताओ कैसा रहा मेरा पर्फॉर्मेन्स... और क्या सीखा मुझ से...

तनु.... उम्म्म्मम... पर्फॉर्मेन्स सूपर से उपर. और कल तो तुमने सिखाया आस होल मे भी करवाने मे मज़ा आता है. अब
तुम्हारी टर्न.. तुम बताओ...

मनु.... मस्त... तुम तो किसी पॉर्न स्टार को भी पीछे छोड़ दो. और कल तुमने भी मुझे सिखाया. औरत कितना भी चीखे
चिल्लाए लिंग जहाँ मन करे वहाँ डालते रहो... उसे मज़ा ही मिलेगा...

तनु.... हहे, शैतान... चलो उठो अब... और हमारे नये रिश्ते की शुरुआत मुबारक हो...

मनु.... और तुम्हे भी.....

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