desiaks
Administrator
- Joined
- Aug 28, 2015
- Messages
- 24,893
मेरे मुँह से मादक आवाजें निकलने लगीं, मेरे हाथ खुद-ब-खुद उसके बालों पर जाकर उसे सहलाने लगे, और मेरे पैर थोड़े ऊपर होकर पंजों से अब्दुल के लण्ड को छूने लगे। कुछ देर बाद अब्दुल ने मेरे मम्मों को छोड़कर नाभि पर किस किया, बाद में फिर से ऊपर आ गया। मैंने मेरी टांगों को चौड़ा करके उसे बीच में किया, मेरी चूत के अंदर पानी की नदियां बहने लगी थीं। वो सागर बनकर छलकने लगे, उसके पहले में चुदवा लेना चाहती थी। अब्दुल ने मेरी चूत को अपनी उंगली से कुरेदकर अपना लण्ड मेरी चूत के द्वार पर रख दिया।
मैंने मेरे होंठ सख्ती से भींच दिया क्योंकि उसके लण्ड की साइज से मैं जानती थी की दर्द तो होने वाला ही है। अब्दुल ने धीरे से एक धक्का दिया और उसका आधा लण्ड अंदर चला गया। थोड़ा सा दर्द हुवा, मैं थोड़ी निश्चिंत हो गई, तभी अब्दुल ने दूसरी बार धक्का दे दिया और उसका पूरा लण्ड मेरी चूत में समा गया।
* * *
*
* *
* * *
अब्दुल निशा की चुदाई पूरी करता है तभी खुशबू का फोन आता है निशा को- “मैं भाग चुकी हूँ..”
निशा अब्दुल को सब बता देती है की खुशबू और पप्पू भाग चुके हैं और बाद में वो इमरान की चुदाई वीडियो भी अब्दुल को बता देती है। अब्दुल निशा के फोन से खुशबू से बात करता है और वापस आने को कहता है। अब्दुल खुशबू और पप्पू का रिश्ता कबूल करता है।
दूसरे दिन निशा न्यूज पेपर में पढ़ती है की अब्दुल ने इमरान का खून कर दिया है।
बाद में निशा राजकोट चली जाती है। पंद्रह दिन बाद करण उसके सपनों में आता है। वो निशा को कम-नसीब कहता है। वो कहता है की तुम जिसकी जिंदगी में जाती हो वो बर्बाद हो जाता है। नीरव को घर छोड़ना पड़ा।
और जीजू को नुकसान हुवा, अंकल मर गये और रामू और अब्दुल के हाथों खून हो गया। निशा बहुत लड़ती है। करण से, फिर तो करण बार-बार उसके पास सपनों में आने लगा।
उसके बाद विजय रीता का बलात्कार करता है। निशा सुनकर अहमदाबाद जाती है। रीता सदमे से पागल हो गई थी और अमित भाई डर रहे होते हैं। निशा अब्दुल के साथ मिलकर विजय से बदला लेती है। निशा राजकोट वापस जाती है, तब उसके ससुर को हार्ट अटैक आया हुवा होता है। वो हास्पिटल जाती है तब उसे मालूम पड़ता है की उसके ससुर के और उसकी जेठानी के अवैध संबंध थे। उसके ससुर ने उनकी दौलत दोनों भाइयों के नाम आधी-आधी की हुई थी। निशा उसके जेठ जेठानी की बात सुनती है वो लोग उसके ससुर से सही (साइन) करवाके सारी दौलत हथिया लेने का प्लान बना रहे थे।
जेठ जेठानी लोग कुछ करें उसके पहले निशा विल पर साइन करवाकर उसके ससुर से सेक्स करती है। उसके ससुर को सेक्स करते हुये फिर से हार्ट अटैक आता है और वो मर जाते हैं।
उसके बाद निशा, नीरव और उसकी बहन और जीजू एक साथ घूमने जाते हैं। वहां वो जीजू को कहती है की नीरव सेक्स में कमजोर है। जीजू नीरव को कुछ ट्रिक देता है, जिससे नीरव अच्छे तरीके से सेक्स करता है। निशा खुश हो जाती है। उसकी जिंदगी उसे प्यारी लगने लगती है। वापस आते समय उनकी गाड़ी का एक्सीडेंट हो जाता है, जिसमें नीरव और मीना की मौत हो जाती है।
निशा फिर से वही हाल में आ जाती है जो पहले थी। लेकिन इस बार वो गलत रास्ते पर नहीं जाती। उसके पापा और मम्मी उसे जीजू से शादी कर लो ऐसा कहते हैं तो वो ना कहती है।
दो महीने बाद होली के दिन धुलेटी के अगले दिन निशा उसके जीजू से उसकी जिंदगी की सारी बात बताती है, जिसे सुनने के बाद जीजू कुछ बोले बगैर चले जाते हैं।
दूसरे दिन जीजू आकर निशु को मेरे साथ शादी करोगी ऐसा पूछते हैं। निशा ना कहती है लेकिन उसके पापा और मम्मी उससे हाँ कहलवाते हैं।
शादी के बाद फिर से निशा के सपनों में करण आता है तो जीजू उसे डाक्टर के पास ले जाते हैं। डाक्टर उसे ये भ्रम था ऐसा कहते हैं। लगे रहो मुन्नाभाई में जिस तरह संजय दत्त को महात्मा गाँधी दिखते थे, उसी तरह निशा को करण दिखता था। उसके बाद निशा की जिंदगी खुशहाल हो जाती है, और उसे पवन के रूप में बेटा भी मिल जाता है।
* * * * *
* * * * *
मैंने मेरे होंठ सख्ती से भींच दिया क्योंकि उसके लण्ड की साइज से मैं जानती थी की दर्द तो होने वाला ही है। अब्दुल ने धीरे से एक धक्का दिया और उसका आधा लण्ड अंदर चला गया। थोड़ा सा दर्द हुवा, मैं थोड़ी निश्चिंत हो गई, तभी अब्दुल ने दूसरी बार धक्का दे दिया और उसका पूरा लण्ड मेरी चूत में समा गया।
* * *
*
* *
* * *
अब्दुल निशा की चुदाई पूरी करता है तभी खुशबू का फोन आता है निशा को- “मैं भाग चुकी हूँ..”
निशा अब्दुल को सब बता देती है की खुशबू और पप्पू भाग चुके हैं और बाद में वो इमरान की चुदाई वीडियो भी अब्दुल को बता देती है। अब्दुल निशा के फोन से खुशबू से बात करता है और वापस आने को कहता है। अब्दुल खुशबू और पप्पू का रिश्ता कबूल करता है।
दूसरे दिन निशा न्यूज पेपर में पढ़ती है की अब्दुल ने इमरान का खून कर दिया है।
बाद में निशा राजकोट चली जाती है। पंद्रह दिन बाद करण उसके सपनों में आता है। वो निशा को कम-नसीब कहता है। वो कहता है की तुम जिसकी जिंदगी में जाती हो वो बर्बाद हो जाता है। नीरव को घर छोड़ना पड़ा।
और जीजू को नुकसान हुवा, अंकल मर गये और रामू और अब्दुल के हाथों खून हो गया। निशा बहुत लड़ती है। करण से, फिर तो करण बार-बार उसके पास सपनों में आने लगा।
उसके बाद विजय रीता का बलात्कार करता है। निशा सुनकर अहमदाबाद जाती है। रीता सदमे से पागल हो गई थी और अमित भाई डर रहे होते हैं। निशा अब्दुल के साथ मिलकर विजय से बदला लेती है। निशा राजकोट वापस जाती है, तब उसके ससुर को हार्ट अटैक आया हुवा होता है। वो हास्पिटल जाती है तब उसे मालूम पड़ता है की उसके ससुर के और उसकी जेठानी के अवैध संबंध थे। उसके ससुर ने उनकी दौलत दोनों भाइयों के नाम आधी-आधी की हुई थी। निशा उसके जेठ जेठानी की बात सुनती है वो लोग उसके ससुर से सही (साइन) करवाके सारी दौलत हथिया लेने का प्लान बना रहे थे।
जेठ जेठानी लोग कुछ करें उसके पहले निशा विल पर साइन करवाकर उसके ससुर से सेक्स करती है। उसके ससुर को सेक्स करते हुये फिर से हार्ट अटैक आता है और वो मर जाते हैं।
उसके बाद निशा, नीरव और उसकी बहन और जीजू एक साथ घूमने जाते हैं। वहां वो जीजू को कहती है की नीरव सेक्स में कमजोर है। जीजू नीरव को कुछ ट्रिक देता है, जिससे नीरव अच्छे तरीके से सेक्स करता है। निशा खुश हो जाती है। उसकी जिंदगी उसे प्यारी लगने लगती है। वापस आते समय उनकी गाड़ी का एक्सीडेंट हो जाता है, जिसमें नीरव और मीना की मौत हो जाती है।
निशा फिर से वही हाल में आ जाती है जो पहले थी। लेकिन इस बार वो गलत रास्ते पर नहीं जाती। उसके पापा और मम्मी उसे जीजू से शादी कर लो ऐसा कहते हैं तो वो ना कहती है।
दो महीने बाद होली के दिन धुलेटी के अगले दिन निशा उसके जीजू से उसकी जिंदगी की सारी बात बताती है, जिसे सुनने के बाद जीजू कुछ बोले बगैर चले जाते हैं।
दूसरे दिन जीजू आकर निशु को मेरे साथ शादी करोगी ऐसा पूछते हैं। निशा ना कहती है लेकिन उसके पापा और मम्मी उससे हाँ कहलवाते हैं।
शादी के बाद फिर से निशा के सपनों में करण आता है तो जीजू उसे डाक्टर के पास ले जाते हैं। डाक्टर उसे ये भ्रम था ऐसा कहते हैं। लगे रहो मुन्नाभाई में जिस तरह संजय दत्त को महात्मा गाँधी दिखते थे, उसी तरह निशा को करण दिखता था। उसके बाद निशा की जिंदगी खुशहाल हो जाती है, और उसे पवन के रूप में बेटा भी मिल जाता है।
* * * * *
* * * * *