Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही - Page 13 - SexBaba
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Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही

डॅड--अरे नही बेटी तेरे से कभी दिल भर सकता है क्या मेरा,,,,,वो तो उसकी चूत की सील खोली थी तो बड़ा मज़ा आया
था लेकिन गान्ड की सील अभी रहती थी तो सोचा था आज गान्ड का नंबर लगा दूँगा,,,,,ऑर वैसे भी तू आज कल
कहाँ आती है अपने डॅड का लंड लेने तुझे तो बड़े ऑर नकली रब्बर वाले लंड से प्यार हो गया है,,,,पहले भी
मैं कुछ दिन यहाँ आया था तुम घर पर ही रुक जाती थी नकली लंड लेने के लिए,,,,,,,,

शोभा--क्या करू पापा अपना लंड है ही बहुत छोटा ,,चूत मे घुसता है तो पता ही नही चलता अंदर गया भी है या
नही,,,,,इसलिए बड़े लंड को अंदर लेती हूँ,,,,,,,जिस से ज़्यादा मज़ा आता है,,,,,,,,,,,

डॅड--बेटी तेरे बाप का लंड छोटा ज़रूर है लेकिन है बड़े काम का,,,,,टाइम देता है पूरा किसी भी चूत को,,,

बुआ--हाँ भाई ये बात तो है आपका लंड छोटा ज़रूर है लेकिन आपकी टाइमिंग बहुत अच्छी है,,,,,एक बार चोदना शुरू
करते हो तो रुकने का नाम नही लेते,,,,,,,,

डॅड--चलो बहुत हो गई बातें अब जल्दी से शुरू करो,,,,,,,,ऑर आज पहले तुम्हारी बारी है शोभा बेटी,,,,,काफ़ी टाइम 
हो गया है तेरी गान्ड नही मारी,,,,,,,,,उसके बाद कोई आवाज़ नही आई,,,,,,बस कभी डॅड की सिसकिया ऑर कभी
बुआ ऑर दीदी की सिसकियाँ,,,,,,,,,,,,,,

मेरी तो गान्ड ही फॅट गई थी साला एक बाप ही तो था घर पे सबसे शरीफ बंदा ,,,,,,,,,,,लेकिन ये तो सबसे
बड़ा कमीना निकला,,,,,,,,,,बुआ,शोभा,,,,,,,,पूजा,,,,,,,ऑर अब तो मनीषा की भी चुदाई करता है,,,,,,,,
अब पता चला कि शोभा बार बार ये क्यू बोलती थी कि छोटे लंड से अब मज़ा नही आता,,,,,,,,,,साला मेरा बाप
कितना किस्मत वाला है,,,एक साथ 4-4 चूत ऑर 4-4 गान्ड है साले के पास,,,,,,,,मुझे साला गुस्सा भी आ रहा
था ऑर मज़ा भी,,,,,,,सोचा कि दरवाजे पर नॉक कर दूँ ऑर बाप के साथ मिलकर बुआ ऑर शोभा की चुदाई
करूँ,,,,,,,,,,,,,,,,बाप अपनी बेहन को चोदे ऑर मैं अपनी बेहन को,,,,,,,,,,,,,,लेकिन मैने ये सब एक दम से
करना ठीक नही समझा ऑर उन लोगो को एंजाय करते छोड़ वहाँ से चला गया,,,,,,,,,,,,घर जाते मैं यही सोच
रहा था कि उधर मेरा मामा माँ ऑर भाई एक साथ होते है,,,,,,ऑर इधर मेरा बाप बुआ ऑर शोभा एक साथ
लेकिन मैं सबसे बड़ा कमीना हूँ,,,,,,,,,,माँ बुआ ऑर शोभा तीनों को चोद चुका हूँ,,,,,,,बस अब सोनिया
ही बची हुई है अभी तक,,,,,,,,,उसका भी नंबर लगाना ही पड़ेगा,,,,,अब ऑर लेट नही करना अब तो कुछ करना ही
होगा,,,,,,,,ऑर अब तो मुझे डर भी नही कि वो मोम या डॅड को सब बाते बता देगी,या ऐसी धमकी देगी,,,वो लोग तो
साले खुद अपने बेटा ऑर बेटी से सेक्स कर रहे है,,,,,,,,,,,
 
घर पहुँचा तो डिन्नर टाइम से लेट हो गया था,,,,सब डिन्नर कर चुके थे,,,,माँ ऑर मामा टीवी देख रहे
थे ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
माँ--बेटा लेट क्यू हो गया,,चल आ ही गया है तो हाथ मूह धो ले मैं डिन्नर लगा देती हूँ,

मैं--नही माँ भूख नही है मैं करण के साथ बाहर से ख़ाके आया हूँ,,,,,,,,,
माँ--ऑर कुछ चाहिए तो बता दे,,,,
मामा--हाँ हाँ भानजे बता दे कुछ चाहिए तो ,,मामा ने एक शरारती स्माइल के साथ मेरी तरफ देखा ,,,,,,,,
,मैने कोई जवाब नही दिया ऑर चुप चाप से उपर चला गया,,,,,,,,,,,माँ बड़ी उदासी से मुझे देखती रही,माँ को तो 
उदास होना ही था क्योंकि माँ को आज 2 लंड लेने को दिल कर रहा था ऑर मैने मना कर दिया था,,,,पता नही
क्यू मना किया मैने ये बात नही थी कि मेरा दिल नही कर रहा था दिल तो मेरा बहुत कर रहा था क्योंकि आज
डॅड बुआ ऑर शोभा की बातें सुनकर मुझे बहुत मस्ती चढ़ गई थी लेकिन मुझे कुछ अजीब भी लग रहा था 
इसलिए मैने माँ ऑर मामा को अकेला छोड़ दिया ऑर उपर अपने रूम मे चला गया,,,,,,,रूम मे पहुँचा ऑर
सीधा बाथरूम मे गया ऑर शवर ऑन करके मूठ मार कर बाहर आ गया,,,,,बनियान ऑर निक्कर पहनकर बेड पर
लेट गया,,,,,पहले तो सोनिया लप्पी पर कुछ काम कर रही थी लेकिन मेरे बाथरूम से बाहर निकलते ही उसने 
लाइट ऑफ करदी ऑर सोने लगी,,,,,,आज पहली बार उसने लाइट ऑफ की थी जबसे मैं उसके साथ रूम मे सो रहा था
आज पहली बार ऐसा हुआ था,,,,मैं थोड़ा कन्फ्यूज़ था उसने ऐसा क्यू किया,,,,खैर मैने भी अपनी तरफ की
लाइट ऑफ की ऑर सो गया,,,,,,,तभी फिर से सोनिया ने लाइट ऑन करदी,,,मैने पलट कर देखा तो उसका चेहरा भी
मेरी तरफ था,,वो मुझे ही देख रही थी हम दोनो के बीच मे 2-3 फीट का फासला था वो अपने बेड की लास्ट मे
मेरे करीब आके लेटी हुई थी ऑर मैं भी बेड के लास्ट मे था,,,,,,मैने अपने फेस को टर्न कर लिया ऑर दूसरी
तरफ देखने लगा,,,,,,,,मैं पेट के बल सो रहा था ऑर मेरा सर दूसरी तरफ था,,मैने सोनिया को एक बार देख
कर इग्नोर करके फेस टर्न कर लिया था ,,,,,एक दम से अचानक मुझे सोनिया के बेड से उठने की आवाज़ आई ऑर इस
से पहले मैं उसकी तरफ सर करके देखता मेरी पीठ पर ज़ोर से थप्पड़ ऑर घुस्से लगाने शुरू हो गये,,,,,,,,,


सोनिया--क्यू तडपा रहा है इतना मुझे ब्लककी,,,,,मार डालूंगी तेरे को आज,,,,,,कब्से बात करने की कोशिश कर रही हूँ
ऑर तू है कि बात ही नही करता,,,,,,,

,मैं जल्दी से टर्न करके पेट के बल से पीठ के बल लेट गया ऑर मेरी चेस्ट 
उपर हो गई लेकिन सोनिया रुकी नही वो मेरी चेस्ट पर ही थोड़ा ज़ोर से थप्पड़ लगाती रही,,,,,,,,मैने उसकी तरफ
देखा तो वो रो रही थी उसके आँसू आँखों से बहते हुए मेरे पेट पर गिर रहे थे ऑर वो रोते हुए मुझसे गुस्सा
हो रही थी दोनो हाथों से मेरी चेस्ट पर थप्पड़ लगा रही थी,,,,,,,,

सोनिया--क्यू तडपा रहा है इतना मुझे थोड़ा तो तरस खा अपनी बेहन पर ,,,,,,,
मैने उसकी तरफ देखा तो मुझे बहुत अजीब लगा इतनी भोली भाली ऑर खूबसूरत
लड़की को रोते देखना मुझे अच्छा नही लगा,,,,,मैने जल्दी से अपने हाथ उसकी आँखों के पास रखे ऑर उसके 
आँसू पोछने लगा,,,,,,लेकिन मैं कुछ बोला नही,,,,,,उसने अभी भी अपने हाथों से मेरी चेस्ट पर थप्पड़ 
मारना जारी रखा हुआ था,,,,तभी मैने अपने दोनो हाथों से उसके दोनो हाथों को पकड़ लिया ,,मेरे ऐसा
करते ही वो मेरे उपर गिरने लगी क्योंकि वो दोनो हाथों से मुझे मार रही थी लेकिन मैने उसके हाथ पकड़
लिए थे लेकिन मारने के ज़ोर से उसके हाथ तो रुक गये लेकिन वो खुद को नही रोक पाई ऑर मेरे उपर गिरने लगी तभी
मैने उसके हाथों को अपने हाथों मे पकड़े उसको सहारा दिया जिस से मेरे हाथ उसके हाथों को पकड़े उसके
शोल्डर से थोड़ा नीचे ऑर बूब्स से थोड़ा उपर जा टिके ऑर उसके अपने हाथ एल्बो से बेंड होके उसके बूब्स
के उपर थे ओर मेरे हाथ उसके हाथ के उपर थे ऑर हम दोनो के फेस मे करीब 6 इंच का फंसला था वो मेरी
आँखों मे देखने लगी ऑर मैं उसकी आँखों मे तभी उसकी आँखों से निकलता हुआ एक आँसू जो उसके गालों तक
पहुँच गया था वो वहाँ से सीधा मेरे लोवर लिप्स पर गिरा हम दोनो चुप चाप एक दूसरे को देख रहे थे


तभी मैने अपनी ज़ुबान को बाहर निकाला ऑर लोवर लिप्स पर गिरे उसके आँसू को चाट कर सॉफ कर दिया तभी 
मैने महसूस किया कि उसकी हार्टबीट तेज हो गई थी जो मुझे उसके बूब्स पर रखे हुए अपने हाथ से सॉफ तौर
पर महसूस हो रही थी हम लोग करीब 1 मिनट ऐसे ही रहे फिर एक दम से वो उठी ऑर अपने बेड पर जाके 
मेरी तरफ पीठ करके लेट गई,,,,,,,,,,,,,,

साला अब ये क्या हो गया था,,,,,,कुछ समझ नही आ रहा था,,अब करूँ भी तो क्या करू,,,,उसके पास जाने से डर लगता था,,,लेकिन 1 पल क लिए वो मेरे इतने करीब आके दूर चली गई थी ऐसा लग रहा था जैसे जिस्म से जान निकल कर दूर चली गई हो,,,,एक अजीब सी बेचैनी होने लगी थी,,,,लेकिन अब कर भी क्या सकता था कुछ देर ऐसे ही उसकी तरफ देखता रहा लेकिन उसने मेरी तरफ मूड़ के नही देखा ,,,मुझे कब नींद आई पता ही नही चला,,,,,,,,,,,


सुबह नाश्ता करके जब सोनिया घर से बाहर निकली तो उसके पीछे पीछे मैं भी घर से बाहर निकला वो सीधा
मेरी बाइक के पास रुकी थी,,,,,,,इतने मे माँ भी बाहर आ गई,,,,,,,,,,,,,,,,,,

माँ-सन्नी बेटा आज कविता नही आ रही है तो सोनिया को अपने साथ लेके जाना,,,,,,,

मैं कुछ नही बोला ऑर बाइक स्टार्ट की तभी सोनिया मेरे पीछे बैठ गई ऑर मैने बिके कॉलेज की तरफ बढ़ा दी,,,आगे जाके बीच सड़क मे एक खड्डाे आया तो उसने मेरे शोल्डर पर अपना हाथ रख दिया,,मैने साइड मिरर से पीछे उसकी तरफ देखा तो उसके अपना चेहरा दूसरी तरफ कर दिया,,

तभी वो बोली,,,,,,,,,,,,,सन्नी मुझे कविता के घर ड्रॉप कर देना 

मैं कुछ नही बोला ऑर बाइक को सीधा कविता के घर के बाहर जाके खड़ा कर दिया,,,,मुझे कविता के घर के अंदर से कुछ शोर सुनाई दिया,,,,,,,,,,,,

सोनिया--सन्नी कविता के घर मे कुछ प्राब्लम है इसलिए वो आज मुझे लेने नही आई मैं ऑर वो कॉलेज नही जाने वाले तुम प्ल्ज़्ज़ माँ को कुछ मत बताना,,,,,,,,,,मैने कोई जवाब नही दिया ऑर कॉलेज की तरफ बढ़ गया......
 
घर पहुँचा तो डिन्नर टाइम से लेट हो गया था,,,,सब डिन्नर कर चुके थे,,,,माँ ऑर मामा टीवी देख रहे
थे ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
माँ--बेटा लेट क्यू हो गया,,चल आ ही गया है तो हाथ मूह धो ले मैं डिन्नर लगा देती हूँ,

मैं--नही माँ भूख नही है मैं करण के साथ बाहर से ख़ाके आया हूँ,,,,,,,,,
माँ--ऑर कुछ चाहिए तो बता दे,,,,
मामा--हाँ हाँ भानजे बता दे कुछ चाहिए तो ,,मामा ने एक शरारती स्माइल के साथ मेरी तरफ देखा ,,,,,,,,
,मैने कोई जवाब नही दिया ऑर चुप चाप से उपर चला गया,,,,,,,,,,,माँ बड़ी उदासी से मुझे देखती रही,माँ को तो 
उदास होना ही था क्योंकि माँ को आज 2 लंड लेने को दिल कर रहा था ऑर मैने मना कर दिया था,,,,पता नही
क्यू मना किया मैने ये बात नही थी कि मेरा दिल नही कर रहा था दिल तो मेरा बहुत कर रहा था क्योंकि आज
डॅड बुआ ऑर शोभा की बातें सुनकर मुझे बहुत मस्ती चढ़ गई थी लेकिन मुझे कुछ अजीब भी लग रहा था 
इसलिए मैने माँ ऑर मामा को अकेला छोड़ दिया ऑर उपर अपने रूम मे चला गया,,,,,,,रूम मे पहुँचा ऑर
सीधा बाथरूम मे गया ऑर शवर ऑन करके मूठ मार कर बाहर आ गया,,,,,बनियान ऑर निक्कर पहनकर बेड पर
लेट गया,,,,,पहले तो सोनिया लप्पी पर कुछ काम कर रही थी लेकिन मेरे बाथरूम से बाहर निकलते ही उसने 
लाइट ऑफ करदी ऑर सोने लगी,,,,,,आज पहली बार उसने लाइट ऑफ की थी जबसे मैं उसके साथ रूम मे सो रहा था
आज पहली बार ऐसा हुआ था,,,,मैं थोड़ा कन्फ्यूज़ था उसने ऐसा क्यू किया,,,,खैर मैने भी अपनी तरफ की
लाइट ऑफ की ऑर सो गया,,,,,,,तभी फिर से सोनिया ने लाइट ऑन करदी,,,मैने पलट कर देखा तो उसका चेहरा भी
मेरी तरफ था,,वो मुझे ही देख रही थी हम दोनो के बीच मे 2-3 फीट का फासला था वो अपने बेड की लास्ट मे
मेरे करीब आके लेटी हुई थी ऑर मैं भी बेड के लास्ट मे था,,,,,,मैने अपने फेस को टर्न कर लिया ऑर दूसरी
तरफ देखने लगा,,,,,,,,मैं पेट के बल सो रहा था ऑर मेरा सर दूसरी तरफ था,,मैने सोनिया को एक बार देख
कर इग्नोर करके फेस टर्न कर लिया था ,,,,,एक दम से अचानक मुझे सोनिया के बेड से उठने की आवाज़ आई ऑर इस
से पहले मैं उसकी तरफ सर करके देखता मेरी पीठ पर ज़ोर से थप्पड़ ऑर घुस्से लगाने शुरू हो गये,,,,,,,,,


सोनिया--क्यू तडपा रहा है इतना मुझे ब्लककी,,,,,मार डालूंगी तेरे को आज,,,,,,कब्से बात करने की कोशिश कर रही हूँ
ऑर तू है कि बात ही नही करता,,,,,,,

,मैं जल्दी से टर्न करके पेट के बल से पीठ के बल लेट गया ऑर मेरी चेस्ट 
उपर हो गई लेकिन सोनिया रुकी नही वो मेरी चेस्ट पर ही थोड़ा ज़ोर से थप्पड़ लगाती रही,,,,,,,,मैने उसकी तरफ
देखा तो वो रो रही थी उसके आँसू आँखों से बहते हुए मेरे पेट पर गिर रहे थे ऑर वो रोते हुए मुझसे गुस्सा
हो रही थी दोनो हाथों से मेरी चेस्ट पर थप्पड़ लगा रही थी,,,,,,,,

सोनिया--क्यू तडपा रहा है इतना मुझे थोड़ा तो तरस खा अपनी बेहन पर ,,,,,,,
मैने उसकी तरफ देखा तो मुझे बहुत अजीब लगा इतनी भोली भाली ऑर खूबसूरत
लड़की को रोते देखना मुझे अच्छा नही लगा,,,,,मैने जल्दी से अपने हाथ उसकी आँखों के पास रखे ऑर उसके 
आँसू पोछने लगा,,,,,,लेकिन मैं कुछ बोला नही,,,,,,उसने अभी भी अपने हाथों से मेरी चेस्ट पर थप्पड़ 
मारना जारी रखा हुआ था,,,,तभी मैने अपने दोनो हाथों से उसके दोनो हाथों को पकड़ लिया ,,मेरे ऐसा
करते ही वो मेरे उपर गिरने लगी क्योंकि वो दोनो हाथों से मुझे मार रही थी लेकिन मैने उसके हाथ पकड़
लिए थे लेकिन मारने के ज़ोर से उसके हाथ तो रुक गये लेकिन वो खुद को नही रोक पाई ऑर मेरे उपर गिरने लगी तभी
मैने उसके हाथों को अपने हाथों मे पकड़े उसको सहारा दिया जिस से मेरे हाथ उसके हाथों को पकड़े उसके
शोल्डर से थोड़ा नीचे ऑर बूब्स से थोड़ा उपर जा टिके ऑर उसके अपने हाथ एल्बो से बेंड होके उसके बूब्स
के उपर थे ओर मेरे हाथ उसके हाथ के उपर थे ऑर हम दोनो के फेस मे करीब 6 इंच का फंसला था वो मेरी
आँखों मे देखने लगी ऑर मैं उसकी आँखों मे तभी उसकी आँखों से निकलता हुआ एक आँसू जो उसके गालों तक
पहुँच गया था वो वहाँ से सीधा मेरे लोवर लिप्स पर गिरा हम दोनो चुप चाप एक दूसरे को देख रहे थे


तभी मैने अपनी ज़ुबान को बाहर निकाला ऑर लोवर लिप्स पर गिरे उसके आँसू को चाट कर सॉफ कर दिया तभी 
मैने महसूस किया कि उसकी हार्टबीट तेज हो गई थी जो मुझे उसके बूब्स पर रखे हुए अपने हाथ से सॉफ तौर
पर महसूस हो रही थी हम लोग करीब 1 मिनट ऐसे ही रहे फिर एक दम से वो उठी ऑर अपने बेड पर जाके 
मेरी तरफ पीठ करके लेट गई,,,,,,,,,,,,,,

साला अब ये क्या हो गया था,,,,,,कुछ समझ नही आ रहा था,,अब करूँ भी तो क्या करू,,,,उसके पास जाने से डर लगता था,,,लेकिन 1 पल क लिए वो मेरे इतने करीब आके दूर चली गई थी ऐसा लग रहा था जैसे जिस्म से जान निकल कर दूर चली गई हो,,,,एक अजीब सी बेचैनी होने लगी थी,,,,लेकिन अब कर भी क्या सकता था कुछ देर ऐसे ही उसकी तरफ देखता रहा लेकिन उसने मेरी तरफ मूड़ के नही देखा ,,,मुझे कब नींद आई पता ही नही चला,,,,,,,,,,,


सुबह नाश्ता करके जब सोनिया घर से बाहर निकली तो उसके पीछे पीछे मैं भी घर से बाहर निकला वो सीधा
मेरी बाइक के पास रुकी थी,,,,,,,इतने मे माँ भी बाहर आ गई,,,,,,,,,,,,,,,,,,

माँ-सन्नी बेटा आज कविता नही आ रही है तो सोनिया को अपने साथ लेके जाना,,,,,,,

मैं कुछ नही बोला ऑर बाइक स्टार्ट की तभी सोनिया मेरे पीछे बैठ गई ऑर मैने बिके कॉलेज की तरफ बढ़ा दी,,,आगे जाके बीच सड़क मे एक खड्डाे आया तो उसने मेरे शोल्डर पर अपना हाथ रख दिया,,मैने साइड मिरर से पीछे उसकी तरफ देखा तो उसके अपना चेहरा दूसरी तरफ कर दिया,,

तभी वो बोली,,,,,,,,,,,,,सन्नी मुझे कविता के घर ड्रॉप कर देना 

मैं कुछ नही बोला ऑर बाइक को सीधा कविता के घर के बाहर जाके खड़ा कर दिया,,,,मुझे कविता के घर के अंदर से कुछ शोर सुनाई दिया,,,,,,,,,,,,

सोनिया--सन्नी कविता के घर मे कुछ प्राब्लम है इसलिए वो आज मुझे लेने नही आई मैं ऑर वो कॉलेज नही जाने वाले तुम प्ल्ज़्ज़ माँ को कुछ मत बताना,,,,,,,,,,मैने कोई जवाब नही दिया ऑर कॉलेज की तरफ बढ़ गया......
 
अभी कॉलेज के अंदर एंटर होने ही वाला था कि करण का फोन आ गया,,,,,,,,

करण--हेलो सन्नी,,,,,,,,,,,
मैं--हेलो कारण
करण--कहाँ हो सन्नी भाई,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मैं --मैं बस कॉलेज एंटर ही करने लगा हूँ अभी मिलता हूँ तेरे को अंदर आके,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

करण--नही भाई कॉलेज मत आना मैं भी नही आया हूँ,,,मैं तो माँ के साथ नाना-नानी के घर जा रहा हूँ इसलिए आपको फोन किया है,,,हम लोग बस जाने ही लगे है,,दीदी को घर पर ही रखा है ,,,,,,,,,,,,,,,,,

मैं--ठीक है मैं आ जाता हूँ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

करण--सन्नी भाई जल्दी आना हम लोगो ने शाम को 7 बजे से पहले नही आना दीदी कहीं अमित को मिलने ना चली जाए,,,,,,,,,,,,,,,

मैं--ठीक है करण मैं अभी चला जाता हूँ,,,,,,,,,,,

करण--ठीक है सन्नी भाई ऑर प्लज़्ज़्ज़ अच्छी तरह समझा देना दीदी को ऑर ये मत बताना कि मैने तुमको अमित
ऑर दीदी के बारे मे बताया है,,तुम बस बातों बातों मे,,,,,,,,,,,,

मैने उसकी बात को बीच मे रोक दिया,,,,,,,,,,
मैं--तुम टेन्षन मत लो करण भाई मैं सब कुछ संभाल लूँगा तुम आराम से जाओ,,,,,,मैने फोन काट दिया ऑर
सीधा करण के घर की तरफ बढ़ गया,,,,,,,,,,,,40 मिनट लगे मुझे करण के घर जाने मे,,,क्योंकि उसका घर 
मेरे घर से दूसरी तरफ था,,वैसे मेरे घर से भी करीब 20-25 मिनट तो लग ही जाते है करण के घर जाने
मे,,,,,,,,,,,,

मैं करण के घर पहुँचा तो शिखा दीदी ने गेट खोला ,,,,,,,,,,,,,,,,,,
दीदी--हाई सन्नी,,,,,,,,,,,,,,,
मैं--हाई दीदी,,,,,,,करण कहाँ है दीदी,,,,,,,,,,

दीदी--,तुम लेट हो गये सन्नी वो अभी कुछ देर पहले माँ के साथ गया है अब रात से पहले नही आने वाला,,,,
मैं--ओह्ह शिट,,,,,,,,
दीदी--क्या हुआ सन्नी कोई काम था क्या,,,,,,,,,,,,,,,,

मैं--हाँ दीदी उसके कंप्यूटर मे मेरे नोट्स पड़े हुए थे वो लेने थे,,,,,,,,,,,,,,,,,,
दीदी--,कोई बात नही सन्नी तुम अंदर आ जाओ ऑर नोट्स कॉपी कर्लो,,,,,
मैं अंदर चला गया ऑर दीदी भी अंदर आ गई,,,,,,,,

दीदी०--तुम कुछ लोगे चाइ कॉफी,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मैं--,नही दीदी थॅंक्स मैं अभी घर से नाश्ता करके ही आया हूँ,,,,,,,,,,

दीदी--ठीक है तुम जाओ करण के रूम मे मैं ज़रा घर का काम करने लगी हूँ,,,,,,,,,

दीदी ने एक पंजाबी सूट पहना हुआ था जो बहुत अच्छा लग रहा था क्योंकि दीदी का 
जिस्म भी शोभा दीदी की तरह भरा हुआ था मोटी नही थी लेकिन स्लिम भी नही थी,,,बूब्स ऑर गान्ड भी एक दम 
मस्त थी,,,,,,जैसे कोई 20-22 साल की पंजाबी लड़की होती है,,,एक दम गोरी चित्ति ऑर भरे हुए जिस्म की मालकिन,,,
साला दिल किया अभी यही चोदना शुरू कर दूं,,,,,मैं चुप चाप करण के रूम मे चला गया ऑर दीदी अपना काम
करने लगी,,,,,,मैने सोचा अब दीदी से बात कैसे शुरू की जाए,,,,तभी एक आइडिया आया,,,,,,,मैं 10 मिनट बाद
बाहर गया ऑर अपने मोबाइल को देख कर ज़ोर से हँसने लगा,,इतना ज़ोर से कि किचन मे दीदी को मेरी आवाज़ सुन जाए
ऑर ऐसा ही हुआ दीदी को मेरी आवाज़ सुन गई ऑर वो बाहर आ गई,,,,,,,,,,,,,,,,,,

दीदी---,अरे इतना खुश क्यू हो रहे हो कोई जोक वाला मेसेज आया है क्या मोबाइल पे,,,,,,,,,,,,,

मैं--जी दीदी बहुत अच्छा मेसेज आया है,,,,,,,,,,,,,,

दीदी--मुझे भी दिखाना ज़रा ,,,,,,,,,,,,,,,,,,

मैं--नही ऐसे नही दीदी आप अपने मोबाइल का ब्लूटूथ ऑन करो मैं सेंड करता हूँ फिर आराम से देखना आप,,,,,,,,,,,,,,,,,

दीदी--अरे अपने मोबाइल पर दिखा दो,,,,,,,,,,,,,,,,,

मैं--,नही दीदी अगर बाद मे फिर आपका देखने को दिल किया तो आप अपने मोबाइल पर देख सकती हो इसलिए ब्लूटूथ ऑन करो मैं सेंड करता हूँ,,,,,,,,,,,,,

दीदी--लगता है कुछ खास ही है,,,,,,,,,,,,,,,,

मैं--हाँ दीदी बहुत खास वीडियो है,,,,,,फन्नी वीडियो,,,,,,,,,,,,,,,,,,

दीदी--ठीक है बाबा करती हूँ ऑन,,,,,,,,,,,,,,,,,दीदी ने रूम से अपना मोबाइल लिया ऑर ब्लूटूथ ऑन करके सामने टेबल पर रख दिया ऑर मैने भी ब्लूटूथ से फाइल सेंड करनी शुरू करदी,,,,,फाइल सेंड हो रही थी ऑर मैं दीदी को देख कर खुश 
हो रहा था,,,,,,,,दीदी भी मेरी मुस्कान को देख कर हल्की हल्की खुश हो रही थी,,,,,,,,,तभी बीप की आवाज़ हुई
ऑर फाइल सेंड हो गई,,,,,,,,,,,,,मैने अपना मोबाइल उठा लिया ऑर दीदी ने अपना मोबाइल उठा कर फाइल को देखना शुरू
किया ऑर एक ही पल मे उनके हाथ से मोबाइल वापिस टेबल पर गिर गया लेकिन वीडियो बंद नही हुई ऑर दीदी भी फटी हुई आँखों से वीडियो देखने लगी,,,,,,,,,,,ये वही वीडियो थी जिसमे दीदी अमित का लंड चूस रही थी,,,,,,

मैं--क्यू दीदी अच्छी लगी वीडियो,,,,,,,,,,,,,,

दीदी ने गुस्से से मेरी तरफ देखा,,,,,,,,,,,,

दीदी--कहाँ से मिली तुझे ये वीडियो,,तू कुत्ता मेरा ऑर अमित का पीछा करता है क्या,,,,,मैं तेरा सर फोड़ दूँगी हरामजादे,,,,,,,,,,,,,

मैं--अरे दीदी इतनी गालियाँ मत दो वरना वीडियो सारे कॉलेज मे बाँट दूँगा,,,,ऑर सबसे पहले दूँगा आपके भाई को,,,,,,,,,मेरी बातें सुनकर उसका गुस्सा तोड़ा शांत हुआ,,,,,,,,,,,,,,,,,

दीदी--सन्नी प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ एसा मत करना मेरी ज़िंदगी बर्बाद कर के तुमको क्या मिलेगा,,,प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़ सन्नी,,ऑर ये वीडियो तुमको कहाँ से मिली,,,,,,,क्या तुम उस टाइम वहीं पर थे,,,,,,,,,,,,,

मैं--इन बातों का कोई मतलब नही है अब दीदी,,वीडियो कहाँ से मिली कैसे मिली,,,,,,बस मिल गई,,,,,,,,,,,

दीदी--देखो सन्नी मैं करण की बेहन हूँ तो तुम्हारी भी बेहन हुई ना क्या तुम अपनी बेहन को ऐसे बदनाम करते कभी,,,,,

मैने जानभूज कर नाटक करते हुए बोला,,मेरी बेहन ऐसा कोई काम नही करती कभी ऑर अगर करती तो मैं
उसकी जान ले लेता ,,,,,,,,,

वो मेरी बात सुन कर थोड़ा डर गई ऑर रोने लगी,,
दीदी--सन्नी प्लज़्ज़्ज़्ज़ मेरे से अब ग़लती हो गई तुम किसी को मत बताना प्लीज़ वरना मेरे घर वाले मुझे मार देंगे,,,,तुम जो कहोगे मैं करने को तैयार हूँ प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ सन्नी,,,,,,,,,,,,,,

मैने सोचा क्यू ना इसका फ़ायदा उठाया जाए वैसे भी तो साली थी ही एक दम मस्त माल,,मेरी जगह कोई भी होता तो ऐसा मोका हाथ से नही जाने देता ऑर ख़ासकर जब ऐसी खूबसूरत बला सामने हो तो,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
 
मैं--ठीक है दीदी मैं किसी को कुछ नही बताउन्गा,,लेकिन बदले मे आपको मेरा एक काम करना पड़ेगा,,,,,,,,,,,,,,,,
दीदी--सन्नी मैं कुछ भी करने को तैयार हूँ प्लीज़ तुम ये वीडियो मुझे देदो,,,ऑर अपने मोबाइल से डेलीट कर दो वो
भी हमेशा के लिए,,,,,,,,,,,,

मैं--ठीक है दीदी मैं इस वीडियो का मास्टर पीस आपको दे देता हूँ ऑर अपने मोबाइल से
भी हमेशा के लिए डेलीट कर देता हूँ लेकिन बदले मे आपको वही सब करना होगा जो आप अमित के साथ कर रही 
हो वीडियो मे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

,दीदी गुस्से मे बोली,,,,,,तेरी हिम्मत कैसे हुई सन्नी ये बकवास करने की ,,,,,,,,,,,,,

मैं--अरे दीदी गुस्सा मत करो ,,देखो मेरी हिम्मत जो ये वीडियो लेके आपके पास आ गया,चाहता तो पहले आपकी माँ ऑर
भाई के पास जाता ताकि वो लोग आपका ऐसा हाल करते कि दोबारा आप ऐसी ग़लती नही करती,,,,,,,,,,,,,

वो फिर से सर को झुका कर चुपचाप बैठ गई,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मैं--बोलो दीदी क्या बोलती हो मेरा लंड भी अपने नरम ऑर पिंक लिप्स मे लेके चुसोगी या मैं ये वीडियो करण को दे दूं,,,,,,,,,,,,,,,

दीदी--सन्नी मैं तेरी बेहन जैसी हूँ तू मेरे साथ एसी हरकत करना चाहता है,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

मैने सोचा अब इसको क्या बताऊ कि मैं तो अपनी बेहन के साथ अपनी माँ को भी चोद चुका हूँ,,,,,,,,,,,,,,,
मैं--दीदी फालतू की बात मत कर बोलो यस ऑर नो,,,,,

,वो चुप रही कुछ देर
मैं--दीदी जल्दी बोलो वर्ना मैं चलता हूँ कॉलेज ऑर सबको ये वीडियो दिखाता हूँ,,,,,,,,,,,,,,,,

दीदी--नही प्लीज़ सन्नी ऐसा मत करो मेरे साथ,,,,,,,,,

कोई बात नही की ऑर खड़ा होके पैंट उतार कर नीचे करदी ऑर लंड को हाथ मे पकड़ लिया जो अब तक बातों ही बातों मे पूरा ओकात मे आ चुका था,,,दीदी की नज़र मेरे मूसल पर पड़ी तो वो फटी आँखों से मेरे मूसल को घूर्ने लगी,,,,मैने दीदी की अपने पास आने का इशारा किया पर वो मेरे लंड को ही घुरती रही ,,,मैं खुद ही चलके दीदी के पास चला गया तभी दीदी ने अपना सर नीचे कर लिया मैने भी हाथ से दीदी के सर को पकड़ा ऑर उसका फेस उपर कर दिया,,,,,दीदी ने एक पल मेरी तरफ देखा ,,,,,,

मैं--क्या बोलती हो दीदी इसको चूसना है या फिर मैं जाउ यहाँ से,,,,,,,,,

दीदी ने एक बार गुस्से से मुझे देखा ऑर फिर एक हाथ से मेरे लंड को पकड़ लिया ऑर मेरी तरफ देखने लगी,,,,,,,,

मैं--क्या हुआ दीदी मूह मे लो ना इसको अगर नही लेना तो बता दो,,मैं चला जाता हूँ कॉलेज,,दीदी मेरी तरफ ही देखती रही तभी मैने दीदी के सर को अपने हाथों से पकड़ा ऑर अपने लंड की तरफ बढ़ा दिया,,,दीदी ने अपने फेस को दूसरी तरफ मोड़ दिया मैने फिर से दीदी के सर को पकड़ा ऑर फेस को लंड की तरफ टर्न कर दिया इस बार दीदी ने मेरे लंड को हल्के से अपने लिप्स से लगा लिया लेकिन एक ही पल मे लिप्स को फिर से दूर कर दिया,,,,,,,,,,,

मैं--तो ठीक है मैं कॉलेज ही जाता हूँ ऑर सारे कॉलेज मे इस वीडियो को बाँट देता हूँ,क्योंकि आपने तो अमित का ही लंड चूसना है मेरा नही,,,,,,,,,,,मैं जाने के लिए मुड़ा ऑर अपनी पॅंट को उपर करने लगा तभी दीदी उठकर मेरे सामने आ गई,,ऑर मेरे देखते ही देखते ज़मीन पेर बैठ गई,,ऑर पॅंट को वापिस नीचे करके लंड को हाथ मे पकड़ा ऑर लंड की टोपी को किस करंबे लगी

साला एक दम से दीदी के लिप्स लगते ही लंड ने ज़ोर से उछलना शुरू कर दिया,,,,,,,,,,,,

मैं--अब ज़्यादा मत तडपाओ दीदी जल्दी से लंड को मूह मे लो ना देखो कैसे तड़प रहा है,,,,,,,,,,,,,
दीदी-;कैसे लूँ सन्नी,,,,,,,,,,,,,,,,,
मैं-;वैसे ही दीदीजैसे अमित का लंड लिया था मूह मे,,,,,,,,,,,,,,,,,,
दीदी-;सन्नी उसका लंड तो था ही छोटा सा लेकिन तेरा लंड तो किसी घोड़े का लंड जितना बड़ा है कैसे लूँ इस मूसल को अपने मूह मे,,,,,,,

मैने दीदी के मूह को पकड़ा ऑर अपनी 2 उंगलिया दीदी ने लिप्स मे घुसा कर उनके मूह को खोला ऑर मूह के खुलते ही लंड की टोपी को मूह मे घुसा दिया ऑर सर को पकड़ कर लंड पर दबा दिया जिस से मेरा 3 इंच लंड दीदी मे मूह मे चला गया ऑर तभी दीदी को बहुत तेज खाँसी आने लगी ऑर उन्होने लंड को मूह से निकाल दिया,,,

दीदी-;ऐसे मत करो सन्नी मैं खुद करती हूँ,,,,,
मैं-;तो करो ना खुद मुझे क्यू मजबूर करती हो ऐसा करने को,,,,,,,,,,,,,,,,,,

दीदी ने मूह खोला ओर लंड की टोपी को लिप्स मे भरके मूह मे लिया ऑर हल्के से चूसने लगी तभी मेरी आआअहह निकल गई,,,उसके लिप्स थे ही इतने सॉफ्ट ऑर अंदाज़ भी अच्छा था लंड चूसने का,,,दीदी लंड की टोपी को ही लिप्स मे लेके हल्के से आगे पीछे करते हुए चूसने लगी,,,,,,,

मैं--दीदी थोड़ा ऑर लो ना इसको अपने मूह मे,,,,,,,,,,,,,
 
दीदी ने मूह को खोला ऑर थोड़ा ज़्यादा लंड मूह मे लिया ऑर अपने दोनो हाथों को लंड पर रखके मुट्ठी मे पकड़ लिया,,,वो दोनो हाथों को लंड पर हल्के से चला रही थी ऑर बाकी के बचे लंड को मूह मे लेके चूस रही थी जो सिर्फ़ 2-3 इंच ही था,,,,,,,,,

मैने दीदी केएक हाथ को लंड से उठा दिया ऑर अपनी बॉल्स पर रख दिया ऑर दीदी को थोड़ा ऑर लंड लेने का इशारा किया,,

दीदी ने भी एक हाथ से लंड को सहलाते हुए ऑर दूसरे से बॉल्स को सहलाते हुए थोड़ा ऑर ज़्यादा लंड मूह मे लेने की कोशिश करने लगी,,,,मैने भी दीदी के सर को हाथों मे पकड़ा ऑर लंड को हल्के से आगे पीछे करने लगा मेरा लंड अब
आधा दीदी मे मूह मे जाने लगा था लेकिन दीदी के हल्के दाँत मेरे लंड पर लग रहे थे दीदी को भी ये पता लगा तो दीदी ने मूह को ऑर ज़्यादा खोलने की कोशिश की लेकिन मेरा लंड था ही इतना मोटा कि दीदी का पूरा मूह खुल
गया था फिर भी लंड दाँतों से टकरा रहा था,,,,,,,,,,मैं दीदी की तरफ ही देख रहा था तभी दीदी ने अपने
फेस को थोड़ा उपर करके आँखों ही आँखों मे इशारा किया कि अब इस से ज़्यादा मूह नही खोल सकती थी इसलिए
मैं इतने लंड को ही मूह मे पेलने लगा था,,,,,


मैने खड़े खड़े अपनी टी-शर्ट ऑर बनियान निकाल दी ऑर उपर का जिस्मा नंगा कर दिया,,दीदी मुझे अजीब नज़रो
से देख रही थी तभी मैने दीदी को उठाया ऑर अपने साथ सोफे पर ले गया ऑर वहाँ बैठ कर अपने जूते ऑर पॅंट
भी निकाल कर नंगा हो गया,,,,,,,,,,,दीदी ने अपने सर को दूसरी तरफ घुमा लिया वो मुझे नंगा नही देखना 
चाहती थी,,,,,,,,,,

दीदी--;सन्नी लंड चूसने के लिए तुमने सारे कपड़े क्यूँ उतार दिए,,,,,,,,,
मैं-;,अरे दीदी जब मस्ती ही करनी है तो पूरी तरह करो ना,,,,,,,,,,,,,,,,
दीदी-;,नही सन्नी मैं इस से आगे कुछ नही करूँगी,,,,,,,,,,,,,,,
मैं-;ठीक है दीदी मत करना लेकिन लंड तो चूसो ना,,,,,,,,,,मैने दीदी के सर को पकड़ कर अपनी तरफ किया ऑर लंड पर झुका दिया

दीदी ने भी लंड को मूह मे लिया ऑर आधे लंड पर सर को उपर नीचे करते हुए चूसने लगी मैने मोका देखा ऑर
दीदी के हाथ को अपनी चेस्ट पर रखा ऑर अपने हाथ से पकड़ कर अपनी चेस्ट पर घुमाने लगा,,दीदी ने अपने 
हाथ को पीछे खींच लिया तब मैने अपने हाथ को दीदी की पीठ पर रख दिया,,,,,,,,,,दीदी एक दम से उठ गई

दीदी-;सन्नी ये क्या कर रहे हो,,,,,,
मैं-;वही जो करना चाहिए,,,,,,,,,,,,,,,,,
दीदी-;तुमने लंड चूसने को बोला वो मैं कर रही हूँ तुम प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़ मुझे टच मत करो,,,,,,,,,,
मैं--;दीदी ऐसे मज़ा नही आ रहा ना हल्का हल्का टच करने दो ना प्ल्ज़्ज़,,,,,,
दीदी-;नही सन्नी ,,,,,,,,,
मैं-;ठीक है तो मैं चला जाता हूँ,,,,,,,,,,

दीदी उदास होके वापिस नीचे झुकी ऑर चुप चाप लंड को चूसने लगी,,,,,,,,,मैं खुश हो गया,,,,,,,,,,,,,,दीदी ने लंड को फिर से मूह मे लेके चूसना शुरू कर दिया ऑर मैने हाथ दीदी की पीठ पर रख दिया ऑर आराम से पीठ पर हाथ घुमाने लगा
अबकी बार दीदी कुछ नही बोली ऑर लंड चुस्ती रही मैं बड़े प्यार से हाथ को पीठ पर घुमा रहा था तभी 
मेरा हाथ दीदी की ब्रा की पट्टी पर लगा जहाँ हुक लगे हुए थे,,,,,,,,,,,,

मैं-;दीदी अपनी कमीज़ उतारो ना ,,,,,,,,,,,,,

दीदी ने मेरी तरफ देखा इस से पहले दीदी कुछ बोलती मैने दीदी को टेबल पर पड़े मोबाइल की तरफ इशारा कर
दिया,,,,,,,,दीदी ने चुपचाप अपने हाथ उपर उठा कर कमीज़ उतार दी,,,,,,,,,,,,दीदी के कमीज़ उतारते ही मैं 
दीदी के बड़े बड़े बूब्स को खा जाने वाली नज़रो से देखने लगा दीदी मेरी नज़रो के अंदाज़ को पहचान गई
ऑर जल्दी से लंड पर झुक गई ताकि मैं बूब्स को ज़्यादा नही देख सकूँ,,,मैने भी हाथ को वापिस दीदी की पीठ
पर घुमाना शुरू कर दिया ,,,,,,,,क्या मक्खन जैसी चिकनी ऑर गोरी पीठ थी साला हाथ खुद ब खुद
फिसलता जा रहा था,,,मैं भी दीदी की पीठ पर हाथ को बड़े प्यार से अपनी फिंगर्स को खोल कर सहला रहा था
मैने महसूस किया कि दीदी की पीठ हल्के झटके खा रही थी उनको मेरा हाथ पीठ पर घूमता हुआ अच्छा लग 
रहा था ऑर शायद उनको मस्ती चढ़ रही थी, तभी मेरा हाथ दीदी की ब्रा की पट्टी पर लगा जहाँ हुक थे मैने
कोई देर किए बिना हुक खोल दिया ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,दीदी ब्रा खुलते ही उपर उठने लगी लेकिन मैने
दीदी के सर को लंड पर दबा दिया ऑर दीदी भी चुप चाप लंड को चूसने ,,,मैने भी अब दीदी की पूरी तरह नंगी
पीठ को प्यार से सहलाना शुरू कर दिया दीदी की पीठ भी हल्के झटके खाने लगी थी,,
 
कुछ देर बाद मैने दीदी के सर को उपर उठा दिया ऑर दीदी को सोफे की बॅक से लगा कर बिठा दिया,,,,दीदी के लिप्स
पर हल्का थूक लगा हुआ था वो मेरी तरफ देख रही थी ऑर तभी मेरा ध्यान दीदी के बूब्स की तरफ गया जहाँ
से ब्रा नीचे लटक रही थी ऑर बूब्स लगभग सारे नंगे हो गये थे,,,,,,मैने हाथ बढ़ा कर ब्रा को पकड़ा 
ऑर तभी दीदी ने मेरे हाथ को पकड़ा लेकिन मैं नही रुका ऑर ब्रा को निकालने लगा दीदी अपने सर को इधर उधर
हिला कर मुझे मना कर रही थी कि मैं ऐसा ना करूँ लेकिन मैं उनकी कोई बात नही मान रहा था कुछ ही 
देर मे ब्रा उतर गई ऑर नंगे बूब्स मेरे सामने आ गये मैने बिना कोई देर किए एक बूब को हाथ मे पकड़ा
ऑर प्यार से दबा दिया,,,दीदी ने मेरा हाथ अपने बूब्स से हटा दिया मैने भी दीदी से अपना हाथ छुड़ाया ऑर
अपने हाथ से दीदी के हाथ को पकड़ा कर साइड किया तभी दीदी ने अपने दूसरे हाथ से मुझे रोकने की कोशिस की
लेकिन मैं नही रुका ऑर दीदी के दूसरे हाथ को भी अपने हाथ मे पकड़ लिया ऑर दीदी को सोफे पर लेटा दिया,,मैं
पूरा नंगा था जबकि दीदी का उपर वाला जिस्म नंगा था,,,,,,,,,मैने दीदी की सोफे पेर लेटा दिया ऑर खुद थोड़ी
सी जगह पर बैठ कर दीदी के उपर की तरफ आ गया ऑर दीदी के दोनो हाथों को सोफे के साथ ज़ोर से दबा दिया,,,,

दीदी-सन्नी ऐसा मत करो प्लीज़,,,,,

,मैने कोई बात नही सुनी ऑर सीधा एक बूब को मूह मे भर लिया ऑर चूसने लगा,,,दीदी के बूब्स की घुंडीयाँ हार्ड हो चुकी थी इसका मतलब था दीदी भी हल्की मस्ती मे आ चुकी थी लेकिन फिर भी मुझे मना कर रही थी,,,मैने बूब को मूह मे भर लिया ऑर चूसने लगा ऑर कभी कभी घुंडी को दाँत से काटने लगा ,,दीदी बस बार बार मुझे ऐसा करने से रोकती जा रही थी ,,,,,,
सन्नी मत करो ये गल्त है रुक जाओ प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़,,,,,लेकिन जब भी मैं दीदी के बूब की घुंडी को दाँत से काट-ता तो दीदी की हल्की सी आहह निकल जाती,,,,,,,,,मैं समझ गया कि ना चाह कर भी दीदी को मस्ती चढ़ने लगी थी ,,,मैं भी
दीदी के दोनो बूब्स को बारी बारी से मूह मे भरके चूसने लगा ऑर कभी कभी दाँत से बूब्स की घुंडी को
हल्के से काट भी देता,,,,फिर मैने दीदी के एक हाथ को छोड़ दिया ऑर अपने फ्री हाथ को दीदी के एक फ्री बूब
पर रख दिया ऑर उस बूब को सहलाने ऑर दबाने लगा दीदी का हाथ वैसे ही सोफे पर पड़ा रहा जैसे मैने 
रखा था लेकिन वो अभी भी मुझे ऐसा करने से मना कर रही थी,,,,,मैने दीदी के दूसरे हाथ को भी छोड़
दिया ऑर दोनो हाथों से बूब्स को मसल मसल कर चूसने लगा,,दीदी बस अपने सर को हिलाती रही ऑर तड़प कर
मुझे ऐसा करके से रोकती रही लेकिन दीदी के हाथ अपनी जगह पर ही थे,,,फिर मैने दीदी के एक बूब से अपना 
हाथ हटा लिया ऑर बूब्स से नीचे होते हुए पेट को सहलाते हुए दीदी की कमर से फिराते हुए दीदी की चूत के
उपर पहुँच गया तभी दीदी ने मेरा हाथ पकड़ लिया लेकिन तब तक बहुत देर हो गई थी मेरा हाथ दीदी की चूत
पर पहुँचा गया था ऑर मैने हल्के से चूत को सहलाना शुरू कर दिया दीदी मेरे हाथ को पकड़ कर चूत
से दूर करने की नाकाम कोशिश करने लगी,,,मैने दीदी के हाथ को वापिस उपर किया ऑर अपने एक हाथ मे दीदी 
के दोनो हाथों को कस्के पकड़ लिया,,,,,ऑर दूसरे हाथ को वापिस चूत पर ले गया ऑर सलवार ऑर पैंटी के उपर से
ही चूत को सहलाने लगा,,,,,,,,,,,

दीदी-;सन्नी ऐसा मत करो प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ तुमने बोला था कि तुमको सिर्फ़ लंड चुसवाना है अब ये सब मत करो ,,,,,,,,,,,

मैं कुछ नही सुन रहा था ऑर बूब्स को चूस्ता हुआ चूत को सहला रहा था
सलवार ऑर पैंटी के उपर से ही पता चल गया कि दीदी की चूत मे पानी आ गया था सलवार ऑर पैंटी गीली हो गई थी
ऑर चूत का पानी मेरे हाथ की उंगलियों मे लग गया था,,,,,,,,,,,,दीदी भी तैयार थी लेकिन फिर भी वो मना कर
रही थी,,,,,,,


मैने हाथ से दीदी के सलवार के नाडे को पकड़ा ऑर खींच दिया सलवार खुल गई मैने दीदी की तरफ देखा तो
उनके होश उड़ गये थे,,,,,,मैने एक हाथ से सलवार को उतारना शुरू कर दिया ऑर खुद सोफे पर दीदी के साथ
थोड़ी से जगह मे लेट गया कुछ सलवार तो हाथ से घुटने तक चली गई ऑर बाकी की सलवार को मैने अपने पैरो 
से उतारना शुरू कर दिया दीदी ने अपने घुटनो को उपर करके मोड़ लिया ऑर मुझे सलवार उतारने से रोकने लगी
लेकिन दीदी की कोशिश नाकाम रही ऑर कुछ ही देर मे सलवार सोफे से होते हुए ज़मीन पर गिर गई थी,,,,अब दीदी
सिर्फ़ पैंटी मे थी,,,,,मैं दीदी के बूब्स को चूस्ते हुए पैंटी के उपर से दीदी की चूत को सहलाने लगा पैंटी
पूरी तरह गीली हो चुकी थी ऑर इसी बात से मेरी भी मस्ती कुछ बढ़ गई थी,,मैने दीदी के बूब्स से अपने फेस को
हटा लिया ऑर दीदी की पैंटी की तरफ हो गया ऑर हाथ से पैंटी को पकड़ कर उतारने लगा,,,,,,,,,,,,

दीदी-;सन्नी मत करो ऐसा पाल्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़,,,,,,,,

मैं-;दीदी मैं चुदाई नही कर रहा लेकिन हल्की सी मस्ती तो कर सकता हूँ ना ,,,,,,,,,,,,,,,
दीदी-;हल्की मस्ती के लिए मुझे नंगा क्यूँ कर रहे हो तुम,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मैं-;क्या करू दीदी जब तक 2 बदन नंगे नही होते मस्ती नही चढ़ती ऑर ना ही मज़ा आता है,इतना बोलकर मैने दीदी की पैंटी को भी उतार दिया अब दीदी मेरे सामने सोफे पर बिल्कुल नंगी थी,,,पैंटी उतर जाने के बाद मैने देखा कि दीदी की चूत पर एक भी बाल नही था ऑर चूत एक दम सॉफ ऑर चिकनी थी चूत का पानी चूत के बाहर की तरफ लगा हुआ था जिस से चूत एक दम काँच की तरह चमक रही थी,,,दीदी ने मुझे उनकी चूत को घूरते देखा तो दोनो टाँगो से चूत को मेरे
से छुपा लिया ऑर अपने सर को भी शरमा कर दूसरी तरफ पलट लिया,,,,,,मैं खड़ा हुआ ऑर दीदी को सोफे से अपनी
गोद मे उठा लिया दीदी एक दम से चोंक गई ऑर मुझे अजीब नज़रो से देखने लगी जबकि मैं मुस्कुराते हुए दीदी
को देख रहा था,,,,,,,मैं दीदी को उठाकर दीदी के रूम मे ले गया ऑर बेड पर लेटा दिया,,,,,,,,,ऑर खुद बेड पर
चढ़के दीदी की साइड मे लेट गया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
 
दीदी-;देखो सन्नी ये ग़लत कर रहे हो तुम,,,बात सिर्फ़ लंड चूसने की हुई थी ऑर अब तुम ,,,,,,,,,,

मैने दीदी को बीच मे ही चुप करवा दिया,,दीदी मैं समझ सकता हूँ आप क्या बोल रही हो लेकिन डरो नही मैं कुछ नही करूँगा मैं तो बस हल्की सी मस्ती कर रहा हूँ,,,बाकी का काम मैं आपकी मर्ज़ी के बिना नही करूँगा,,,दीदी मेरी बात समझ गई कि मैं क्या बोल रहा हूँ मेरा मतलब था कि मैं दीदी की मर्ज़ी के बिना उनकी चूत मे लंड नही डालूँगा,,,,,,,,मैने दीदी के लिप्स को किस करना चाहा बट दीदी ने मूह दूसरी तरफ घुमा लिया तो मैं अपने मूह को दीदी के बूब्स की तरफ ले गया ऑर बूब्स को मूह मे भरके चूसने लगा ऑर हाथ को दीदी की चूत की तरफ ले गया,,,,,,मैं दीदी के ज़्यादा से ज़्यादा बूब्स को मूह मे भरने की कोशिश कर रहा था ऑर दीदी की तरफ देख रहा था दीदी भी अब मेरी तरफ देख रही थी लेकिन कुछ
बोल नही रही थी,,,तभी मेरा हाथ दीदी की चूत की तरफ जाने लगा ऑर दीदी ने अपनी टाँगो को जाकड़ कर चूत
को छुपाने की कोशिश की लेकिन तभी मैने अपनी एक टाँग दीदी की दोनो टाँगो मे रख दी जिस से दीदी अपनी दोनो
टाँगो को पूरी तरह से जाकड़ नही पाई ऑर मेरा हाथ दीदी की चूत तक चला गया ऑर मैने दीदी की चूत को
बड़े प्यार से सहलाना शुरू कर दिया मैं अपनी सबसे बड़ी वाली उंगली को दीदी की चूत की लाइन मे उपर से नीचे
चला रहा था ऑर बूब्स चूस्ते हुए दीदी की तरफ देख रहा था दीदी भी मेरी तरफ देख रही थी ,,जैसे ही दीदी
की चूत पर मेरी उंगली की स्पीड तेज हुई दीदी की हल्की हल्की सिसकियाँ निकलने लगी ,,मैने भी उसी टाइम अपनी उंगली
दीदी की चूत मे घुसा दी ऑर दीदी की एक तेज सिसकी निकल गई,,,आआआआआआअहह 

मैने मोका देखा ऑर एक ऑर उंगली दीदी की चूत मे घुसा दी,,मेरी दोनो उंगलिया फिसल कर चूत के पानी से चिकनी होके आराम से अंदर चली गई ऑर मैने भी उंगलियों को अंदर बाहर करना शुरू कर दिया ऑर बूब्स को भी तेज़ी से चूसने ऑर
काटने लगा,,,दीदी की सिसकियाँ भी तेज होने लगी ऑर मैने भी उंगलियों की स्पीड को तेज कर दिया दीदी ने अपने हाथ
को मेरे सर पर रख दिया ऑर दूसरे हाथ से अपने बूब को मसल्ने लगी इसका मतलब था दीदी अब पूरी तरह से
मस्त हो चुकी थी,,


मैं पूरी तेज़ी से चूत मे उंगलियों को अंदर बाहर करने लगा ऑर साथ ही दीदी के एक बूब को चूसने लगा दीदी
ने भी अपने एक हाथ को मेरे सर पर रखके मेरे सर को बूब पर दबा लिया ऑर दूसरे हाथ से खाली पड़े बूब
को मसल्ने ऑर सहलाने लगी,,,आहह उउउहह उुउऊहमम्म्ममममममममम
आआआआआहह करते हुए सिसकियाँ लेने लगी तभी 2 मिनट बाद ही दीदी ने मेरे सर को कस्के अपने 
बूब पर दबा दिया ऑर दूसरे हाथ से बूब को ज़ोर से दबा लिया ऑर तभी मेरे हाथ को बहुत ज़्यादा गीला गीला
महसूस हुआ मैं समझ गया दीदी ने पानी छोड़ दिया है लेकिन मैने हाथ को दीदी की चूत से नही हटाया ऑर
उंगलियों को भी चूत मे तेज़ी से अंदर बाहर करना जारी रखा दीदी ने मेरे हाथ को पकड़ लिया ऑर अपने सर को
इधर उधर झटकने लगी ऑर मेरे हाथ को भी चूत से हटाने लगी लेकिन मैं नही रुका ऑर ताजी से बूब को 
चूस्ते हुए चूत को उंगलियों से चोदता रहा,,,दीदी पूरे ज़ोर से हाथ को हटा रही थी ऑर दूसरे हाथ से मेरे सर
के बालों को खींच कर मुझे बूब छोड़ने को बोल रही थी,,,,लेकिन मैं नही रुका ऑर अपना काम जारी रखा
कुछ ही देर मे दीदी की सिसकियाँ फिर शुरू हो गई ऑर जो हाथ मेरे बालों को कस्के खींच रहा था उसके मेरे
सर को सहलाना शुरू कर दिया था ऑर दूसरे हाथ ने मेरे हाथ को पकड़ कर तेज़ी से चूत मे आगे पीछे करना
शुरू कर दिया था,दीदी फिर से मस्ती मे आ चुकी थी,,,तभी दीदी ने मेरे हाथ को छोड़ दिया ऑर मेरे लंड को
हाथ मे पकड़ लिया फिर लंड पर हाथ को उपर नीचे करने लगी,,,मैने भी मोका देखा ऑर दीदी के उपर चढ़
गया दीदी ने मुझे हैरानी से देखा मैने भी सर हिला कर इशारा किया कि मैं कुछ नही करूँगा जब तक आप
नही बोलोगि ,,,


,दीदी ने एक स्वीट स्माइल दी ऑर लंड पर हाथ चलाती रही तभी मैने खुद का पूरा भार दीदी के
जिस्म पे डाल दिया जिस से दीदी का हाथ मेरे लंड से हट गया ऑर मैने खुद अपने हाथ से लंड को पकड़ा ऑर दीदी
की चूत के उपर अपने लंड की टोपी को रगड़ने लगा ऑर फिर से दीदी के बूब को मूह मे भर लिया,,,,,,दीदी की
सिसकियाँ अब बहुत तेज थी दीदी का जिस्म कभी अकड़ रहा था तो कभी ढीला हो रहा था दीदी बार बार इधर 
उधर हिल रही थी बुरी तरह से मचल रही थी तभी दीदी ने मेरे सर को बालों से पकड़ा ऑर अपने बूब्स से 
उपर उठा दिया ,,,,मैने दीदी की तरफ देखा मानो वो पूछ रही थी कि अब मुझे क्यू तडपा रहे हो लंड को
चूत मे क्यू नही घुसाते लेकिन मैं चुप चाप लंड को चूत के उपर वाले लिप्स पर रगड़ रहा था तभी 
दीदी ने मेरे सर को छोड़ा ऑर हाथ को जल्दी से नीचे मेरे लंड पर ले गई ऑर लंड को पकड़ कर चूत पर रख
दिया ऑर मुझे आगे होने को इशारा करने लगी लेकिन मैं दीदी के जिस्म से उपर उठ गया ऑर लंड को दीदी की चूत
से दूर कर लिया लेकिन दीदी ने मेरे लंड को नही छोड़ा ऑर ऐसे ही चूत पर टिकाए रखा ऑर खुद अपनी कमर
को उपर करके लंड को चूत मे लेने की कोशिस करने लगी,
 
मैं हंस कर दीदी की तरफ़ देख रहा था जबकि उनके चेहरे पर हल्का गुस्सा ऑर बहुत ज़्यादा मस्ती नज़र आ रही थी,,,,,मैने खुद को हल्का नीचे किया मेरा लंड चूत के उपर था मेरे नीचे होते ही लंड की टोपी चूत मे घुस गई ऑर दीदी ने अपना हाथ हटा कर एक तेज आहह भरी सिसकी निकली ऑर मैने भी लंड को थोड़ा ओर अंदर घुसा दिया लेकिन लंड अंदर नही जा रहा था क्योंकि दीदी की चूत मेरे लंड से थोड़ी टाइट थी,,,,मैने लंड को हाथ से पकड़ा ऑर पीछे होके फिर तेज़ी से धक्का मारा तो दीदी ज़ोर से चिल्ला उठी ऑर मेरा आधे से ज़्यादा लंड दीदी की चूत मे उतर गया,,,,,,,,,हईए म्म्मा्ररररर
ड्डेययाऑललायया ररीए ससुउन्नययययी आहह उूुुउऊहह दीदी का जिस्म तड़प उठा ऑर दीदी की आँखों मे हल्के आँसू आ गये लेकिन दीदी ने मुझे रोका नही ऑर मैने भी लंड को फिर से वापिस बाहर किया ऑर तेज़ी से जोरदार धक्का मारा तो लंड पूरा का पूरा चूत की जड़ तक चला गया ऑर दीदी बस ज़ोर से चिल्ला उठी ऑर अपने हाथों से बेड की शीट को पकड़ कर मसल्ने लगी,,,,

पूरा लंड घुसते ही मैने तेज़ी से बिना रुके दीदी की चूत को चोदना शुरू कर दिया,,,,ऑर दीदी हल्के दर्द भरी सिसकियाँ लेती रही ऑर बेड की शीट को हाथों से ज़ोर से मसल्ने लगी ,,,,बेड की शीट पूरी बिखर गई थी ऑर दीदी के हाथों मे आ गई थी,,,बेड पर उतनी ही जगह पर बेड शीट बिछी रह गई थी जितनी जगह पर हम लोग लेटे हुए थे,,,,

मैने लंड को तेज़ी से चूत मे पेलना जारी रखा ऑर साथ ही नीचे होके बूब्स को हाथों से मसल्ने ऑर चूसने
लगा,,,दीदी के हाथ भी अब बेडशीट से हटा कर मेरे सर पर आ गये थे वो भी मेरे सर को बड़े प्यार से एक 
हाथ से सहला रही थी ऑर साथ ही एक हाथ को मेरी पीठ पर घुमाने लगी थी अब उसकी सिसकियों मे दर्द भी
गयी हो गया था ऑर बच गई थी सिर्फ़ मस्ती भरी सिसकियाँ जो कुछ ज़्यादा ही मस्त लग रही थी मैने दीदी के बूब्स
से सर उठा कर दीदी के फेस की तरफ देखा तो वो बारे प्यार से सिसकियाँ ले रही थी मेरे देखते ही उन्होने मुझे
एक हल्की सी मस्ती भरी स्माइल दी ऑर मैने अपने फेस को दीदी के फेस के करीब कर दिया ऑर लिप्स को दीदी के लिप्स पर रख दिया,,,दीदी ने भी मेरे को रेस्पॉन्स दिया ऑर मेरे सर को हाथ से पकड़ कर लिप्स की तरफ़ खीच लिया ऑर एक ही पल मे मेरे लिप्स दीदी के लिप्स से जकड़े गये,,,,,,,,उूुुुुुउऊहह क्या सॉफ्ट लिप्स थे इनको किस करते ही
मुझे शोभा दीदी की याद आ गई थी ऑर वैसे भी शिखा दीदी शोभा दीदी का जैसी ही थी,,,गोरी चिट्टी भरा हुआ जिस्म
ऑर बड़े बूब्स ,,ज़्यादा बड़े नही लेकिन अपनी उमर के हिसाब से बड़े थे,,,ऑर एक दम गोरे गोरे ,,,,ऑर लिप्स भी एक
दम सॉफ्ट थे,,,,,,,,,,,,,

मैने दीदी की चूत मे लंड पेलने की स्पीड तेज करदी ऑर दीदी ने भी रेस्पॉन्स देते हुए
मेरे लिप्स को पागलो की तरह चूसना शुरू कर दिया ऑर हाथों को मेरी पीठ पर मस्ती से घुमाने लगी ऑर साथ
ही अपनी टाँगों को मेरी पीठ पर घुमा कर मुझे जाकड़ लिया,,मेरा लंड पूरा अंदर बाहर हो रहा था वो भी
तेज़ी के साथ दीदी की चूत खुली हुई थी लेकिन इतनी भी नही,,,दीदी की शादी हो गई थी लेकिन तलाक़ भी जल्दी ही हो गया था फिर भी दीदी 6 मंत्स तक अपने ससुराल मे रही थी लेकिन चूत से से नही लग रहा था कि 6 मंत्स तक
वो अपने ससुराल मे अपने पति से चुदि होगी क्योंकि अगर 6 मंत्स तक उसके पति ने उसको चोदा होता तो उसकी
चूत टाइट नही होती,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,


मेरा मूसल दीदी की चूत की दीवारों से पूरी तरह से घिसता ऑर रग्गड़ ख़ाता हुआ अंदर बाहर हो रहा था ऑर मेरे को मूठ मारते टाइम जैसे हाथ की पकड़ होती है लंड पर वैसे ही चूत की पकड़ महसूस हो रही थी,,लेकिन ये पकड़ मजबूत होने के साथ एक सॉफ्ट सा अहसास भी दे रही थी,,जैसे मेरे को पूरी मस्ती चढ़ गई थी वैसे ही दीदी का भी बुरा हाल हो गया था वो पागलो की तरह मेरे लिप्स को काटने ऑर चूसने मे लगी हुई थी,,,,एसा लग रहा था कि मैं दीदी को नही दीदी मेरे को चोद रही थी,,दीदी अपने हाथों से मेरी पीठ को पकड़ कर मुझे तेज़ी से उपर नीचे करने मे लगी हुई थी तभी मैने खुद के
हाथ बेड पर रखे ऑर हाथों के सहारे बेड से उपर उठ गया दीदी ने भी अपनी टाँगों की मेरी कमर से हटा
लिया ऑर मुझे उठने दिया,,,मेरा आगे का जिस्म अब हवा मे उठ गया था ऑर लिप्स दीदी के लिप्स से आज़ाद हो गये 
थे लेकिन दीदी को ये अच्छा नही लगा तो दीदी ने अपने दोनो हाथों को एल्बो से मोड़ कर बेड से लगा लिया ऑर खुद
के सर को ऑर शोल्डर को उपर कर लिया जिस से दीदी के लिप्स फिर से मेरे लिप्स के करीब आ गये थे दीदी खुद यही
चाहती थी कि मेरे लिप्स उनके लिप्स से दूर नही हो,,,,,मैने भी लिप्स को फिर से दीदी के लिप्स से जाकड़ लिया ऑर एक बार फिर से पागलपन से ऑर मस्ती से भरपूर किस शुरू हो गई थी साथ ही मैने हाथों को बेड पर रखके बेड
का सहारा लिया ऑर स्पीड ऑर भी ज़्यादा तेज करदी ऑर साथ ही लंड का धक्का भी पूरा जोरदार कर दिया जिस से लंड
पूरी तेज़ी ऑर जोश से चूत की दीवारों से टकराने लगा था,,,,,,,,,,दीदी ने मेरे लोवर लिप्स को मूह मे भर लिया
ऑर चूसने लगी ऐसे ही दीदी का उपर लिप्स मेरे मूह मे आ गया था ऑर हम दोनो पागलो की तरह एक दूसरे के लिप्स
को चूसने लगे थे,,,,दीदी कई बार अपनी ज़ुबान को मेरे मूह मे घुसा देती ऑर मैं भी दीदी की ज़ुबान को
प्यार से चूसने लगता लेकिन जब मैं अपनी ज़ुबान को दीदी के मूह मे डालता तो दीदी पागल कुतिया की तरह मेरी 
ज़ुबान पर टूट पड़ती थी,,,,
 
कुछ देर बाद मैं दीदी के उपर से उतर गया लेकिन दीदी नही चाहती थी मैं उपर से हट जाउ दीदी ने मुझे मेरी
पीठ से कस्के पकड़ लिया ऑर उपर से हटने नही दिया तभी मैने भी दीदी को कमर से पकड़ा ऑर तेज़ी से खुद 
के जिस्म को बेड पर गिरा दिया ऑर दीदी को भी अपने साथ पलट दिया ऑर फिर जल्दी से पीठ के बल हो गया ऐसा करने से मैं बेड पेर पीठ के बल हो गया ऑर दीदी मेरे उपर आ गई लेकिन इतने टाइम मे भी मेरा लंड दीदी की चूत मे
ही रहा ,,,,मेरे उपर आते ही दीदी पागलो की तरह उपर नीचे होने की कोशिश करने लगी लेकिन ऐसा लगा जैसे दीदी
इस खेल से थोड़ी अंजान थी,,मैने खुद दीदी की टाँगो को पकड़ा ऑर उनके घुटनो को मोड़ कर बेड से लगा दिया


दीदी भी समझ गई ऑर खुद के घुटनो को मोड़ कर बेड से लगा कर तेजो से कमर को उपर नीचे करने लगी जिस
से लंड बिल्कुल सीधा चूत मे जाने लगा लेकिन दीदी की स्पीड स्लो थी तो मैने अपने हाथ दीदी की गान्ड पर रख
दिए ऑर तेज़ी से गान्ड को आगे पीछे करने लगा लेकिन कोई फ़ायदा नही हुआ तो मैने दीदी को गान्ड पे हल्के से हाथ
मारा ऑर रुकने को बोला तो दीदी रुक गई ऑर दीदी के रुकते ही मैने खुद अपनी कमर को बेड से उपर उछालना शुरू 
किया ऑर खुद तेज़ी से उपर नीचे होके दीदी की चूत को चोदने लगा,,दीदी भी तेज़ी से अपनी कमर को नीचे की ओर
'करने लगी ऑर दोनो मिलकर स्पीड को तेज करने लगे साथ ही हम दोनो किस करते रहे ,,जब भी मैं उपर होता 
ऑर दीदी नीचे तो दीदी के बूब्स मेरी चेस्ट पर दब जाते ऑर मुझे चेस्ट पर मीठा मीठा अहसास होता मैने 
जल्दी से हाथ को दीदी की गान्ड से उठाकर दीदी के बूब्स पर रखा ऑर ज़ोर से मसल्ने लगा कुछ देर पहले मैं
'बूब्स को चूस रहा था इसलिए बूब्स पर हल्का सा थूक लगा हुआ था जिससे हाथ चिकना होके दीदी के बूब्स
फिर दब दब कर फिसल रहा था,,,मैने थूक की चिकनाहट का सहारा लिया ऑर दोनो हाथों की उंगलियों से बूब्स
की घुंडीयों को ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा,,,,,,ऐसा करने से दीदी को ज़्यादा मस्ती चढ़ने लगी ओर दीदी ने अपने लिप्स को
पीछे करके मेरे लिप्स से आज़ाद कर लिया ऑर तेज़ी से सिकियाँ लेने लगी,,,,,आआआआआअहह उूुुुउऊहह
उूुुुुुुुुुउऊहह हमम्म्मममममममम हहययययययययययईईई
उूुुुुुुुुुउऊहह हमम्म्ममममममममममममम आआआआअहह
उूुुुुुुुुुुउऊहह आआआअहह हहुउऊुुउउ आअहह


दीदी की सिसकियाँ कुछ ज़्यादा ही तेज थी मुझे लगा कहीं दीदी झड़ने वाली ना हो इसलिए मैने दीदी को झटके से 
नीचे उतार दिया ऑर खुद उठ कर बैठ गया ऑर दीदी को झुकने को बोला तो वो भी जल्दी से झुक गई ऑर अपनी गान्ड 
उठा कर मेरे सामने करदी ऑर सर को बेड से लगा लिया मैने भी जल्दी से लंड को चूत पर रखा ऑर तेज़ी से 
चूत मे घुसा दिया लेकिन स्पीड स्लो ही रखी ऑर धीरे धीरे दीदी को चोदने लगा,,,दीदी खुद ही अपनी 
गान्ड को आगे पीछे करके मेरे लंड को तेज़ी से चूत मे लेने लगी,,ऑर सिसकियाँ भी तेज़ी से लेने लगी,,,,मैं 
समझ गया अब दीदी सच मे झड़ने वाली है तो मैने भी स्पीड तेज करदी ऑर दीदी 1 मिनट बाद ही तेज तेज ऑर
ज़ोर से सिसकियाँ लेते हुए झड गई ऑर सारा पानी बेड पर गिरने लगा लेकिन मैने फिर भी स्पीड स्लो नही की ऑर तेज़ी
से दीदी की चूत को चोदता रहा दीदी के पानी निकल जाने के बाद दीदी ने हटने की कोशिश की लेकिन मैने दीदी को
कमर से कस्के पकड़ लिया क्योंकि मेरा अभी तक नही हुआ था ,,लेकिन दीदी ने भी ज़ोर लगाया ऑर मेरे से छूट कर
बेड पर आगे की तरफ हो गई मैने भी जल्दी से खुद को दीदी के उपर कर दिया ऑर लंड को पकड़ कर चूत मे
घुस्सा दिया ओर दीदी एक हाथों को पकड़ कर बेड से लगा लिया,,,,,,,,सुउन्न्ञनयी बाअस्स क्काअरर म्मायन्न 
म्मार्र ज्जाोउउन्नगगीइइ ऊररर न्नाहहिि हहूवतता आब्ब्ब ककुउक्च्छ द्दीर्रर ररूउकककजजजा प्प्प्ल्लज़्ज़्ज़ हहययईए
म्‍म्माआ,,,,,,,,,,मैने लंड डालते ही वापिस स्पीड से चोदना शुरू कर दिया ऑर साथ ही दीदी के शोल्डर्स को 
हल्के हल्के काटने लगा,,,दीदी के दोनो हाथ मेरे हाथों मे थे ऑर पूरी तरह खुल कर बेड पर लगे हुए थे
जिस से मुझे स्पीड तेज रखना मुश्किल हो रहा था तभी मैने दीदी के हाथ छोड़ दिए ऑर दीदी की पीठ पर 
अपने हाथ रखके दीदी को नीचे दबा लिया ताकि वो उठ ना सके ऑर साथ ही अपने जिस्म को थोड़ा हवा मे भी उठा
लिया ताकि स्पीड तेज कर सकूँ ,,,,,,,


दीदी ने हाथ पैर मारने शुरू कर दिए ऑर हिलने डुलने लगी ,मुझे अब थोड़ा थोड़ा गुस्सा आ रहा था क्यू एक तो मैं छूटने के करीब ही था ऑर उपर से दीदी बार बार हिलजुल रही थी जिस से स्पीड तेज करने मे मुश्किल हो रही थी,,,,,,,मैईएन दीदी के दोनो हाथों को पकड़ा ऑर मोड़ कर दीदी की पीठ पर रख दिया ऑर दीदी के हाथों पर अपने हाथ रखके वापिस उपर उठ गया जिसस से मेरे वजन की वजह से दीदी को हाथ हिलना मुश्किल हो रहा था ऑर मेरी स्पीड भी तेज होने लगी थी,,,,,,,,,,,,,,,

हयीईईईईईई म्‍म्म्मारररर गगयययययीी कचहूओद्दड़ डदीई क्काममिईईईन्न्नईए सुउुुउउन्न्ञन्न्नयययययी
म्‍म्माररर ज्ज्जाोउन्नगगीइ म्माईिईन्न आअहह ससुउउउन्न्ञनयी ब्बाससस्स क्काररर्ररर प्प्प्ल्लज़्ज़्ज़्ज़ ऊररर न्नहही
बबार्रददाश्हतत हूटता आअब्ब हहययईई म्माआ म्मार्र गगयइिीई उूुउऊहह ब्बबासस्स्स्स्स्स्सस्स
कककार्र कककुउउउत्ट्तीईए कचहूओद्द म्मूउज़्झहीई ज्ज्जानन्न ल्ल्लईगगगा क्क्य्याअ म्‍म्म्ममीर्ररिईई आअहह
उूुुउऊहह हहात्तजजाआ ससुउन्नययययी ब्बाअस्स्स क्काररर न्न्नाआ ब्बाक्कीिई ब्बाआद्द्द्दद्ड
म्‍म्मीईए कककाररर ल्ल्लीननाअ अब्भहिईीई कचछूड्द डदीई मम्मूउज़्झहहीए आअहह
उूुुुउऊहह,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,लेकिन मैं तो बस झड़ने ही वाला था इसलिए दीदी की बातों को सुन कर
भी अनसुना कर रहा था,,,,,दीदी थोड़ा गुस्से ऑर दर्द मे मिलीजुली आवाज़ से मुझे हटने को बोल रही थी लेकिन 
मैं फुल स्पीड से चुदाई करने मे लगा हुआ था,,,,,,,तभी 2 मिनट बाद ही मुझे लगा कि मेरा काम होने 
वाला है ओर मैने जल्दी से लंड को चूत से निकाला ऑर लंड ने चूत से निकलते ही दीदी की पीठ पर पानी की तेज-2
पिचकारियाँ मारना शुरू कर दिया ऑर दीदी की पूरी पीठ मेरे स्पर्म से भर गई,,,,,,,,,,,मैं साइड पर गिर गया 
ऑर तेज तेज साँसे लेने लगा,,,,,,,,,मैने दीदी की तरफ देखा तो उनकी आँखों मे आँसू थे लेकिन चेहरे पर एक
राहत भरी झलक भी नज़र आ रही थी,,,,,,,,


________________________________________
कुछ देर बाद दीदी उठी ऑर बाथरूम मे चली गई ऑर 5 मिनट बाद वापिस बेड पर आ गई,,,दीदी ने एक टवल
लपेटा हुआ था,,,,,,,,,,,,

दीदी--हो गई तेरे मन को शांति,,,,,,,,,,,,कर ली अपनी मनमानी तूने,,,,,,चल अब जल्दी से मेरी वीडियो डेलीट कर ऑर
दफ़ा हो जा यहाँ से,,,,,,,,,

मैं-;अरे इतनी भी क्या जल्दी है दीदी,,,,,अभी तो एक बार ही हुआ है,,,,

दीदी-;जितना हुआ है तेरे लिए काफ़ी है कमिने,,,,,,,,,अब मेरी वीडियो डेलीट कर ऑर दफ़ा हो जा यहाँ से,,

मैं--;अब इतनी भी क्या बेरूख़ी दीदी,,,,,,,अभी तो इतने प्यार से चुदाई करवा रही थी ऑर अभी इतना गुस्सा,,,,,,,,

दीदी--;गुस्सा नही करूँ तो क्या करूँ,,,,,,,मेरा तो दिल करता है तुझे जान से मार दूं,,,,,,,,,एक तो मेरी ऑर अमित की
ऐसी गंदी वीडियो बनाता है उपर से मुझे ब्लॅकमेल करता है ऑर लंड चुसवाने के नाम पर पूरा खेल खेलता
है मेरे साथ वो भी इतनी बेरेहमी से,,,,,,,ज़रा भी तरस नही आया तुझे मेरे पे,,,,,,,,ऐसे जनवरो की तरह
चुदाई की मेरी चूत में अभी तक दर्द हो रहा है,,,,,,,,,,,

मैं--;सॉरी दीदी मैं छूटने ही वाला था लेकिन अब रुकने को बोल रही थी ऐसी हालत मे रुकना मुश्किल था,,,,,मैने
तो लंड ही चुसवाना था लेकिन आपका गोरा ऑर भरा हुआ एक दम मस्त बदन देख कर मेरे से रहा नही गया ऑर
कॉन पागल होता जो ऐसा मोका हाथ से जाने देता,,,मेरी तो कब्से नज़र थी अप पर लेकिन कभी मोका ही नही 
मिला ,,,,,,,,,,

दीदी--;मोका नही मिला इसलिए इतनी घटिया हरकत की तूने,,,,,,,मेरी ऐसी वीडियो बनाई ऑर मुझे ब्लॅकमेल करके ये सब
किया मेरे साथ,,,,,,,,,,,,

मैं-;सॉरी दीदी जो मैने आपको ब्लॅकमेल किया,,,,,,,लेकिन ये वीडियो मैने नही बनाई,,,,,किसी ऑर ने बनाई है,,,,,,,

मेरी बात सुनकर दीदी के होश उड़ गये,,,,,,,,,,,,,,,,

दीदी-;क्या किसी ऑर ने,,,,,,,,,क्या कोई ऑर भी शामिल है तेरी इस हरकत मे,,,,,,,कॉन है वो जल्दी बता,,,,,,,,,,दीदी गुस्से मे बोल रही थी,,,,,,,,

मैं--;वही कमीना इस हरकत के लिए ज़िम्मेदार है जिसपे आपको हद से ज़्यादा यकीन है दीदी,,,,

दीदी--;कॉन है वो,,,,,,,,,,पहेलियाँ मत बुझा सन्नी सीधी तरह बता कॉन है वो,,,,,,,,

मैं--;वही है दीदी जिसके झूठे प्यार के जाल मे फसी हुई हो आप,,,,,,अमित,,

दीदी-;झूठ मत बोलो सन्नी अपना क़सूर छुपाने के लिए किसी ऑर पर इल्ज़ाम मत लगाओ,,,,,,,खुद ऐसी घटिया
हरकत करते हो ऑर इल्ज़ाम लगाते हो बेचारे अमित पर,,,कुछ तो शरम करो सन्नी,,,,,,,,,,,

मैं--;मुझे पता है दीदी आप ऐसे मेरी बात का यकीन नही करोगी,,,,,,,यहाँ बैठो दीदी मैं अभी आपको सब
कुछ सॉफ सॉफ बताता हूँ,,,,,,,,,,,,,,,,,सॉरी खुद नही बताउन्गा,,बल्कि जिसने ये हरकत की है वो खुद ही
क़बूल करेगा इस घटिया हरकत को,,,,,,,,,आप बस मुझे अमित का मोबाइल नंबर दो बस,,,,,,,

दीदी--;सन्नी इतना झूठ मत लोगो,कुछ शरम करो,,,,,,,,,,पक्का तुमको करण ने बताया होगा अमित के बारे मे 
तभी तुम उसको बदनाम कर रहे हो,,,,,ये तेरी ऑर करण की मिल्ली भगत होगी,,,,,,,,,,

मैं--;दीदी आप करण को ऐसे मत बोलो प्लज़्ज़्ज़्ज़ आपको नही पता वो आपको कितना प्यार करता है,,,,,,कितनी केयर करता है आपकी,,,,तभी तो चाहता है कि उसकी सिस अमित जैसे किसी घटिया इंसान के साथ कोई रिश्ता ना रखे,,,,वो तो 
अमित पर इतना ज़्यादा गुस्सा था कि उसको जान से मारने वाला था कुछ दिन पहले,,,,,,ये तो अच्छा हुआ मैने उसको
रोक दिया,,वरना अमित आज इस दुनिया मे नही होता,,,,,,,,,,,,

दीदी--;ऑर तुम लोग कर भी क्या सकते हो जब मेरे पर कोई ज़ोर नही चला तो करण ने तो जान से मारने की सोच ली अमित कोन ओर तेरे को भी शामिल कर लिया इस खेल मे,,,लेकिन तेरे से गोली नही चलनी थी इसलिए तूने ये वीडियो वाला घटिया काम को अंजाम दिया ताकि मुझे अमित से दूर कर सको,,,,,,लेकिन भूलो मत मैं ऑर अमित एक दूसरे को बहुत प्यार करते है,,,,,,तुम जैसे कमीने लोगो की कोई चाल नही चली हमारे प्यार को तोड़ने मे,,,,,,,,

मैं--;दीदी आप प्ल्ज़्ज़ मुझे अमित का मोबाइल नंबर दो मैं अभी 2 मिनट मे साबित कर देता हूँ कि मैं ऑर करण 
ग़लत है या आपका अमित,,,,,,,,,

दीदी कुछ देर चुप रही ,,,,,,फिर मुझे अमित का नंबर दिया,,,,,,,9==5==36===

मैने नंबर मिलाकर फोन को हॅंड फ्री पर लगा दिया,,,,,,,,,दीदी आप चुप रहना बस कुछ देर फिर आपको
सब पता चल जाना है कॉन कितने पानी मे है,,,,,,,,


अमित कॉल पीक करता है,,,,,,,,,हेलो

सन्नी,,,,,,,,,,,,,हेलो.....

अमित,,,,,,,जी कॉन बोल रहा है,,,,,,

सन्नी,,,,अमित सर मैं बोल रहा हूँ,,,,,,,,,,,सन्नी,,,,,,,,,आपके कॉलेज से

अमित,,,,,,,कॉन सन्नी,,,,,,,,,,

सन्नी,,,,,जी ----- क्लास वाला,,,,,,,,

अमित,,,,,,हाँ बोलो सन्नी क्या काम है,,,,,,कैसे याद किया मुझे,,,,,,

सन्नी,,,,,,,सर मुझे आपकी हेल्प चाहिए,,,,,,अगर आप कर सके तो बड़ी मेहरबानी होगी आपकी,,,,

अमित,,,,,क्या हेल्प चाहिए,,,,,,,,,,,कहीं तुम फिर से अपने दोस्त करण को बॅस्केटबॉल टीम मे लेने की बात तो
नही करना चाहते,,,,,,,,अगर वो बात करनी है तो मैं अभी कॉल कट कर देता हूँ,,,,,,,

सन्नी,,,,,,,,,,नही सर वो बात नही करनी,,,,,ऑर दफ़ा करो उस करण को,,,,,,,अब मेरा कोई दोस्त नही करण
नाम का,,,,,,,,,,,,,,,,मेरा कोई रिश्ता नही उसके साथ,,,,,,,साला जहाँ मरता है मरे,,,,,,अच्छा किया जो आपने
उसको अपनी टीम मे नही लिया,,,,,,ऑर मैं सॉरी बोलना चाहता हूँ कि मैने उस हरामी करण की वजह से आप
लोगो से झगड़ा किया था,,,,,,,,सॉरी सर,,,,,,,

अमित,,,,,,,,,,इट्स ओके सन्नी,,,,,,,,,अच्छा बोलो क्या काम है तुमको,,,,,,,,

सन्नी,,,,,,,,,,सर मैं एक लड़की को लाइक करता हूँ ,,,,,,,लेकिन बात कैसे करू नही जानता,,,,,,,डर लगता है,,,,

अमित,,,,,,,,तो मैं क्या हेल्प कर सकता हूँ इसमे ,,,,,,,,,,

सन्नी,,,,,,,,सर आप तो माहिर हो इस काम मे ,,,,,,,,,हर रोज नई गर्लफ्रेंड होती है आपकी,,,,,,,,,कुछ राज की बातें हमे
भी बता दो,,,,,,,आपके छोटे भाई का भला हो जाएगा,,,,,,

अमित,,,,,,,अरे लड़की से कभी दिल की बात करते हुए डरो नही,,,,,,,,,मना ही कर देगी ना,,,,,,,,लड़कियों की कभी
टेन्षन मत लो,,,,साली एक जाती है तो सामने से साली 10 ऑर आती है,,,,

ये बात सुनके ही दीदी ने अमित को फोन पर गुस्से मे कुछ बोलना चाहा लेकिन मैने अपने लिप्स पर उंगली
रखके दीदी को चुप होने को बोला,,,,,,,,,,,

सन्नी,,,,,,,,सर यही तो पंगा है मैं लड़की की बहुत टेन्षन लेता हूँ,,,,,,,,,आइ रीयली लाइक हर अमित भाई,,,लेकिन
बात करने से डरता हूँ,,,,,

अमित,,,,,,,,,,अच्छा तू उसको बहुत ज़्यादा लव करता है इसके मतलब उस से शादी करना चाहता है ,,,,या बस टाइम
पास करना है उसके साथ,,,,,,,,

सन्नी,,,,,,,मैं समझ नही अमित सर,,,,,,,,

अमित,,अरे शादी करके वाइफ बनाना चाहता है या टाइम पास करना चाहता है,,,,,,,,,,,,खा पी के ऐश करना 
चाहता है,,,,,,,

सन्नी,,,,,,कैसे बात कर रहे हो अमित सर,,,,,,,,मुझे उसके पास जाने से डर लगता है बाकी बात तो दूर 
की बात है,,,,

अमित,,,,,,,,क्या कुछ ज़्यादा ही शरीफ लड़की है वो,,,,,

सन्नी,,,,,,,,,जी अमित भाई,,,,,,,,तभी तो डर लगता है,,,,,,,अगर चालू होती तो कब्से सेट कर लेता उसको,,,,
 
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