hotaks444
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तभी मैने शिखा को करण से दूर हटने को बोला,,,,,फिर शोबा दीदी ऑर शिखा दीदी को उस लड़की को अपने साथ दूसरे रूम मे लेके जाने को बोला,,,,शोबा ऑर शिखा उसको दूसरे रूम मे ले गई ऑर मैं करण को बेड पर लेके बैठ गया,,,मेरा हाथ करण की नाक पर गया ऑर मैं उसकी नाक को हाथ से दबाते हुए उसको सॉरी बोलने लगा,,,,,
सॉरी करण भाई मैने आज तेरे पर हाथ उठाया ,,लेकिन मैं मजबूर था,,,उस लड़की के उदास चेहरे ने रोती हुई आँखों ने मुझे मजबूर कर दिया था,,,,
तू सॉरी क्यू बोल रहा है सन्नी भाई ग़लती तो मेरी है,,मैं ही बदले की आग मे इतना जलने लगा था कि जिस लड़की को प्यार करने लगा था उसी को बदनाम करने की कोशिश करने वाला था,,,मैं पागल हो गया था सन्नी भाई ,,,मुझे कैसे भी उस सुरेश ऑर अमित से बदला लेना था ,,,जो कुछ भी उन्होने मेरी बेहन के साथ किया,,,,,,करण इतना बोलकर रोने लगा ऑर मेरे गले लग गया
माफी माँगनी है तो मेरे से नही उस लड़की से माँग जिसका तूने दिल तोड़ा है,,,,,कितना यकीन करती थी वो तेरे पे कितना प्यार करती थी वो तेरे से,,,,तूने उसके प्यार को उसके यकीन को विश्वास को तोड़ा है,,,,,माफी तो तुझे उस से माँगनी चाहिए,,,
नही भाई वो मेरी इस हरकत के लिए मुझे कभी माफ़ नही करेगी,,,,,वो क्या कोई भी लकड़ी किसी लड़के को ऐसी हरकत के लिए माफ़ नही कर सकती भाई,,,,,,,
देख अगर तू उसको सचे दिल से लव करता है ऑर वो भी तेरे को लव करती है तो तुझे उस से माफी माँगनी चाहिए ऑर वो भी तुझे माफ़ कर देगी,,वो जान गई है तुम ऐसा किसी बदले की वजह से कर रहे थे,,,,शायद वो तेरी बात को समझ जाए लेकिन उसको समझाना तेरा काम है,,,,
मैने करण का हाथ पकड़ा ऑर अपने साथ दूसरे रूम मे ले गया,,जहाँ वो लड़की कपड़े तो पहन चुकी थी लेकिन अभी भी
रो रही थी,,,शिखा ऑर शोबा उसको चुप करवाने की कोशिश कर रहे थे,,,,,,,
करण को देख कर उसकी आँखें गुस्से से लाल हो गई लेकिन उस लाल आँखों मे आँसू थमने का नाम नही ले रहे थे ऑर
ऐसा लग रहा था लाल आँखों से जवालामुखी फुट रहा हो,,,,,,
करण उसको देख कर डर रहा था ऑर उसके करीब नही जा रहा था लेकिन मैं करण को हाथ से पकड़ कर उसके करीब
ले गया,,,,,,
चल सॉरी बोल इसको,,,,,,,करण आगे नही बढ़ा लेकिन मेरे ज़ोर डालने पर वो आगे बढ़ गया ऑर सॉरी बोलने लगा,,,,
सॉरी रितिका,,,,मेरे से बहुत बड़ी ग़लती हो गई,,,,,अभी करण बोलने ही लगा था कि वो लड़की बेड से उठी ऑर करण के चेहरे पर थप्पड़ मारने लगी,,,तभी मैने आगे बढ़ कर करण को पीछे किया ऑर शिखा दीदी ऑर शोबा ने मिलकर उस लड़की को पकड़ा,,,
तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरे साथ ऐसा करने की,,,,ऑर इतना जॅलील है तू कि ये सब करने के बाद भी मुझे सॉरी बोलने आया है तुझे क्या लगा मैं सब भूल कर तुझे माफ़ कर दूँगी,,,जो तूने मेरे साथ किया है मैं कभी नही भूल सकती,,,,,
तभी मैं आगे हुआ,,,,रितिका उसको अपनी बात तो पूरी करने दो,,,सुनो तो सही वो क्या कहना कहता है,,,मैं मानता हूँ उसने
जो ग़लती की है उसके लिए तुम इसको कभी माफ़ नही कर सकती लेकिन इसने ये ग़लती क्यूँ की किन हालातों मे की ये तो पूछ लो इस से
मुझे कुछ नही सुनना मैं जानती हूँ इसने ऐसा क्यू किया,,,,वो रोती जा रही थी ऑर बोलती जा रही थी,,,,,,,,मेरे से झूठा प्यार
का नाटक किया ऑर मुझे अपने घर लेके आया ऑर यहाँ मेरे साथ ,,,,,,वो बात को बीच मे ही रोक कर रोने लग जाती है,,,,,
इसकी बात तो सुनलो एक बार,,,,ये कुछ बोलना चाहता है,,,,ऑर तेरे से झूठा प्यार नही करता ये ,,सच मे तुझे चाहता
है ,,,,
झूठ,,,एक ऑर झूठ,,,,मुझे सच मे चाहता तो मेरे साथ ऐसा नही करता ये,,मैं जानती हूँ इसने मेरे भाई ऑर उसके
दोस्त अमित की वजह से ऐसा किया है लेकिन उस मे मेरी क्या ग़लती,,,,मेरे भाई की ग़लती की सज़ा मुझे क्यू मिलती है बार बार,,,
पहले उसकी वजह से मुझे कॉलेज छोड़ना पड़ा क्यूकी हर कोई मुझे यही बोलता कि मेरा भाई कमीना है,,,उसके डर की
वजह से उसके सामने सब लोग मेरी इज़्ज़त करते लेकिन जब वो मेरे पास नही होता तो हर कोई मेरे से बत्तमीजि करता,,,बोलता की मेरा भाई कमीना है ,,,बड़ा जॅलील है ,,,यही बोल बोल कर लड़के मेरे से छेड़खानी करते,,,,मैं डर जाती ऑर डर के मारे भाई को कुछ नही बता पाती लेकिन वो लोग बार बार मुझे तंग करते,,,बोलते कि मेरा भाई लड़कियों की ज़िंदगी बर्बाद करता है तो हम तेरी ज़िंदगी बरबाद कर देंगे,,,,मुझे नही पता मेरे भाई ने क्या किया ऑर जो किया वो सच है या नही लेकिन अपने भाई की ग़लती की सज़ा मैं क्यू भुगत रही हूँ बार बार,,,,,क्यू मुझे बार बार जॅलील होना पड़ रहा है,,
आख़िर मेरी क्या ग़लती है इसमे,,,,,वो रोती जा रही थी,,,,शोबा ऑर शिखा उसको सहारा दे रही थी ऑर चुप करवा रही थी,,,,
तुम्हारी कोई ग़लती नही है रितिका,,मेरी ग़लती है मैं बदले की आग मे पागल हो गया था इसलिए ये सब करने वाला था,,,,मुझे माफ़ करदो रितिका,,,करण रोते हुए ज़मीन पर बैठ गया ऑर अपने सर को उसकी गोद मे रख दिया,,,,उसने भी रोते हुए अपने सर को शिखा के शोल्डर से उठाया ऑर करण एक सर को पकड़ कर अपनी गोद से उठा दिया,,,,
दूर हो जा करण मेरी नज़रो से ,,मैं तुझे कभी माफ़ नही करूँगी,,तूने मुझे उस ग़लती की सज़ा देने की कोशिश की है
जो ग़लती मैने की ही नही,,,ऑर पता नही मेरे भाई ने भी वो ग़लती की है या तुम लोग बस ऐसे ही उसको बदनाम कर
रहे हो,,,,,
नही रितिका वो सब सच है,,,,तुम्हारे भाई ने वो सब घटिया हरकते की है जिनकी वजह से कुछ लड़कियों की ज़िंदगी बर्बाद
हुई है,,,कुछ लड़कियों ने तो खुद्कुशि भी करली थी तेरे भाई से तंग आके,,इतना बोलकर मैं बाहर गया ऑर सोफे पर पड़ा
हुआ अपना कॉलेज बॅग लेके अंदर आ गया,,,,
सॉरी करण भाई मैने आज तेरे पर हाथ उठाया ,,लेकिन मैं मजबूर था,,,उस लड़की के उदास चेहरे ने रोती हुई आँखों ने मुझे मजबूर कर दिया था,,,,
तू सॉरी क्यू बोल रहा है सन्नी भाई ग़लती तो मेरी है,,मैं ही बदले की आग मे इतना जलने लगा था कि जिस लड़की को प्यार करने लगा था उसी को बदनाम करने की कोशिश करने वाला था,,,मैं पागल हो गया था सन्नी भाई ,,,मुझे कैसे भी उस सुरेश ऑर अमित से बदला लेना था ,,,जो कुछ भी उन्होने मेरी बेहन के साथ किया,,,,,,करण इतना बोलकर रोने लगा ऑर मेरे गले लग गया
माफी माँगनी है तो मेरे से नही उस लड़की से माँग जिसका तूने दिल तोड़ा है,,,,,कितना यकीन करती थी वो तेरे पे कितना प्यार करती थी वो तेरे से,,,,तूने उसके प्यार को उसके यकीन को विश्वास को तोड़ा है,,,,,माफी तो तुझे उस से माँगनी चाहिए,,,
नही भाई वो मेरी इस हरकत के लिए मुझे कभी माफ़ नही करेगी,,,,,वो क्या कोई भी लकड़ी किसी लड़के को ऐसी हरकत के लिए माफ़ नही कर सकती भाई,,,,,,,
देख अगर तू उसको सचे दिल से लव करता है ऑर वो भी तेरे को लव करती है तो तुझे उस से माफी माँगनी चाहिए ऑर वो भी तुझे माफ़ कर देगी,,वो जान गई है तुम ऐसा किसी बदले की वजह से कर रहे थे,,,,शायद वो तेरी बात को समझ जाए लेकिन उसको समझाना तेरा काम है,,,,
मैने करण का हाथ पकड़ा ऑर अपने साथ दूसरे रूम मे ले गया,,जहाँ वो लड़की कपड़े तो पहन चुकी थी लेकिन अभी भी
रो रही थी,,,शिखा ऑर शोबा उसको चुप करवाने की कोशिश कर रहे थे,,,,,,,
करण को देख कर उसकी आँखें गुस्से से लाल हो गई लेकिन उस लाल आँखों मे आँसू थमने का नाम नही ले रहे थे ऑर
ऐसा लग रहा था लाल आँखों से जवालामुखी फुट रहा हो,,,,,,
करण उसको देख कर डर रहा था ऑर उसके करीब नही जा रहा था लेकिन मैं करण को हाथ से पकड़ कर उसके करीब
ले गया,,,,,,
चल सॉरी बोल इसको,,,,,,,करण आगे नही बढ़ा लेकिन मेरे ज़ोर डालने पर वो आगे बढ़ गया ऑर सॉरी बोलने लगा,,,,
सॉरी रितिका,,,,मेरे से बहुत बड़ी ग़लती हो गई,,,,,अभी करण बोलने ही लगा था कि वो लड़की बेड से उठी ऑर करण के चेहरे पर थप्पड़ मारने लगी,,,तभी मैने आगे बढ़ कर करण को पीछे किया ऑर शिखा दीदी ऑर शोबा ने मिलकर उस लड़की को पकड़ा,,,
तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरे साथ ऐसा करने की,,,,ऑर इतना जॅलील है तू कि ये सब करने के बाद भी मुझे सॉरी बोलने आया है तुझे क्या लगा मैं सब भूल कर तुझे माफ़ कर दूँगी,,,जो तूने मेरे साथ किया है मैं कभी नही भूल सकती,,,,,
तभी मैं आगे हुआ,,,,रितिका उसको अपनी बात तो पूरी करने दो,,,सुनो तो सही वो क्या कहना कहता है,,,मैं मानता हूँ उसने
जो ग़लती की है उसके लिए तुम इसको कभी माफ़ नही कर सकती लेकिन इसने ये ग़लती क्यूँ की किन हालातों मे की ये तो पूछ लो इस से
मुझे कुछ नही सुनना मैं जानती हूँ इसने ऐसा क्यू किया,,,,वो रोती जा रही थी ऑर बोलती जा रही थी,,,,,,,,मेरे से झूठा प्यार
का नाटक किया ऑर मुझे अपने घर लेके आया ऑर यहाँ मेरे साथ ,,,,,,वो बात को बीच मे ही रोक कर रोने लग जाती है,,,,,
इसकी बात तो सुनलो एक बार,,,,ये कुछ बोलना चाहता है,,,,ऑर तेरे से झूठा प्यार नही करता ये ,,सच मे तुझे चाहता
है ,,,,
झूठ,,,एक ऑर झूठ,,,,मुझे सच मे चाहता तो मेरे साथ ऐसा नही करता ये,,मैं जानती हूँ इसने मेरे भाई ऑर उसके
दोस्त अमित की वजह से ऐसा किया है लेकिन उस मे मेरी क्या ग़लती,,,,मेरे भाई की ग़लती की सज़ा मुझे क्यू मिलती है बार बार,,,
पहले उसकी वजह से मुझे कॉलेज छोड़ना पड़ा क्यूकी हर कोई मुझे यही बोलता कि मेरा भाई कमीना है,,,उसके डर की
वजह से उसके सामने सब लोग मेरी इज़्ज़त करते लेकिन जब वो मेरे पास नही होता तो हर कोई मेरे से बत्तमीजि करता,,,बोलता की मेरा भाई कमीना है ,,,बड़ा जॅलील है ,,,यही बोल बोल कर लड़के मेरे से छेड़खानी करते,,,,मैं डर जाती ऑर डर के मारे भाई को कुछ नही बता पाती लेकिन वो लोग बार बार मुझे तंग करते,,,बोलते कि मेरा भाई लड़कियों की ज़िंदगी बर्बाद करता है तो हम तेरी ज़िंदगी बरबाद कर देंगे,,,,मुझे नही पता मेरे भाई ने क्या किया ऑर जो किया वो सच है या नही लेकिन अपने भाई की ग़लती की सज़ा मैं क्यू भुगत रही हूँ बार बार,,,,,क्यू मुझे बार बार जॅलील होना पड़ रहा है,,
आख़िर मेरी क्या ग़लती है इसमे,,,,,वो रोती जा रही थी,,,,शोबा ऑर शिखा उसको सहारा दे रही थी ऑर चुप करवा रही थी,,,,
तुम्हारी कोई ग़लती नही है रितिका,,मेरी ग़लती है मैं बदले की आग मे पागल हो गया था इसलिए ये सब करने वाला था,,,,मुझे माफ़ करदो रितिका,,,करण रोते हुए ज़मीन पर बैठ गया ऑर अपने सर को उसकी गोद मे रख दिया,,,,उसने भी रोते हुए अपने सर को शिखा के शोल्डर से उठाया ऑर करण एक सर को पकड़ कर अपनी गोद से उठा दिया,,,,
दूर हो जा करण मेरी नज़रो से ,,मैं तुझे कभी माफ़ नही करूँगी,,तूने मुझे उस ग़लती की सज़ा देने की कोशिश की है
जो ग़लती मैने की ही नही,,,ऑर पता नही मेरे भाई ने भी वो ग़लती की है या तुम लोग बस ऐसे ही उसको बदनाम कर
रहे हो,,,,,
नही रितिका वो सब सच है,,,,तुम्हारे भाई ने वो सब घटिया हरकते की है जिनकी वजह से कुछ लड़कियों की ज़िंदगी बर्बाद
हुई है,,,कुछ लड़कियों ने तो खुद्कुशि भी करली थी तेरे भाई से तंग आके,,इतना बोलकर मैं बाहर गया ऑर सोफे पर पड़ा
हुआ अपना कॉलेज बॅग लेके अंदर आ गया,,,,