hotaks444
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मैने एक आग लगा दी थी आंटी के दिल मे जो बहुत ज़्यादा भड़कने लगी थी,,,,अब मुझे रात होने का इंतजार
था बस,,देखना था कि अब रात को क्या होता है,,,,
लंच टाइम से लेके डिन्नर टाइम तक मैं सोता रहा,,क्यूकी एक आग लगा दी थी मैने अलका आंटी की चूत मे
मूठ मारते टाइम उनका नाम लेके,,,,उन्होने कभी ऐसा नही सोचा होगा कि मैं उनके नाम की मूठ मार
सकता हूँ,,,वो खुश तो बहुत होंगी लेकिन उस से कहीं ज़्यादा वो बेचैन होंगी,,,,,उनकी खुशी का या
उनकी बेचैनी का रात को ही पता लगना था इसलिए मैं डिन्नर टाइम तक सोता रहा,,,,एक वजह ऑर थी मैं
थोड़ा डर भी गया था आंटी पता नही मेरे बारे मे क्या सोच रही होगी,,मैं उनकी नज़रो का सामना
कर भी पाउन्गा या नही ,,इसी बात से डरते डरते मैं सो गया ऑर रात होने का वेट करने लगा,,वैसे भी पता
नही रात को नींद आनी भी थी या नही,,,,,,इसलिए दिन मे ही नींद पूरी करली थी मैने,,,,मैं आज मूठ मारते
हुए अलका आंटी का नाम नही लेना चाहता था क्यूकी मैं जल्दबाज़ी नही करना चाहता था लेकिन 2-3 दिन मे
बुआ वापिस आ रही थी तो करण का बुटीक पर रहना मुश्किल हो जाता इसलिए टाइम की कमी होने की वजह
से माँ ने भी थोड़ी जल्दी करने को बोल दिया था मुझे,,,लेकिन इतनी जल्दी भी नही ,,वैसे मैं भी इतनी जल्दी
नही करना चाहता था क्यूकी मैं एक कदम रखने के बाद ही दूसरा पैर उठाना चाहता था ,,एक साथ दो
कदम उठाने वाला इंसान अक्सर मूह के बल गिरता है,,,,,
डिन्नर टाइम तक मन उठकर फ्रेश होके रूम से बाहर निकल आया,,,,,ऑर बाहर निकल कर तो मैं दंग ही
रह गया,,,,,आंटी किचन मे नाइटी पहन कर खाना बना रही थी,,,,,मैं उनके पास नही गया ,,दिल तो
कर रहा था जाके उनके बूब्स देखने के लिए लेकिन थोड़ा डर भी लग रहा था,,,,पता नही क्या होगा अब
मैं बाहर सोफे पर बैठ गया ऑर टीवी देखने लगा ,,जैसे ही टीवी ऑन किया तो टीवी की आवाज़ सुनके आंटी किचन से
बाहर आ गई,,,,,
उठा गया सन्नी बेटा,,,,आंटी की आवाज़ सुनके मेरा ध्यान टीवी से हटकर किचन की तरफ गया जहाँ आंटी
किचन के दरवाजे के पास खड़ी हुई थी,,,मैने आंटी की तरफ देखा तो आज आंटी की आँखों मे कुछ
ज़्यादा ही मस्ती भरी हुई थी,,,,वो बड़ी नज़ाकत से शरमा कर मुझे देख रही थी,,,
जी आंटी जी,,,,बहुत थक गया था इसलिए इतनी देर तक सोता रहा,,,,
थकना तो था ही तूने बेटा,,इतनी मेहनत जो करता है,,,,आंटी एक शरारती अंदाज मे बोली थी,,,,
क्या करूँ आंटी जी उमर ही ऐसी है ,,,इस उमर मे मेहनत नही करूँगा तो कब करूँगा,,,,,
ये भी ठीक है लेकिन बेटा इतनी ज़्यादा मेहनत भी मत किया कर,,,देख ज़रा कितना थक गया था तू ऑर कितनी
देर अक सोता रहा,,,,थोड़ी कम मेहनत किया कर,,,,अभी बहुत उमर बाकी है तेरी,,जितनी मर्ज़ी मेहनत करते
रहना,,,,इतना बोलकर आंटी शरमाने लगी,,,, अच्छा अब टीवी ऑफ कर ऑर आजा डाइनिंग टेबल पर खाना लगा देती हूँ
जी आंटी जी,मैं सोफे से उठा टीवी ऑफ करके डाइनिंग टेबल पर चला गया,,,,कुछ देर बाद आंटी भी खाना
लेके डाइनिंग टेबल पर आ गई ऑर मेरे सामने बैठ कर खाना परोसने लगी,,,,
आज भी आंटी ने मेरी प्लेट मे थोड़ा सा ही खाना परोसा था,,मैं समझ गया कि बार बार मुझे खाना
परोसते टाइम आंटी मुझे अपने बूब्स दिखना चाहती थी,,,,ऑर वही हुआ जब मेरी प्लेट मे डाल ख़तम
हुई तो आंटी ने आगे बढ़ कर टेबल पर झुक कर मेरी प्लेट मे डाल परोसते टाइम मुझे अपने बूब्स के
दर्शन करवाने शुरू कर दिया,,,,,ऑर आज तो मैं सच मे दर्शन करता हुआ दंग रह गया क्यूकी आंटी
ने आज नाइटी बहुत पतले कपड़े की पहनी हुई थी ऑर आज तो आंटी ने ब्रा भी नही पहनी हुई थी,,जिस वजह
से झुकते टाइम उनके पूरे बूब्स नंगे हो रहे थे,,,नाइटी होने के बावजूद आंटी मुझे नंगी लग
रही थी उनका सारा बदन मुझे सॉफ सॉफ नज़र आ रहा था,,,आज आंटी के मुस्कुराने का अंदाज भी
पहले से कहीं ज़्यादा शरारती हो गया था,,,जितना टाइम डिन्नर चलता रहा उतना टाइम शरारती मुस्कान के
साथ आंटी मुझे अपने बूब्स दिखाती रही ओर मैं भी आज बिना किसी डर के आंटी के बूब्स देखता रहा
डिन्नर ख़तम होने के बाद आंटी अपने रूम किचन मे काम करने लगी जबकि मैं करण के रूम
मे जाके लॅपटॉप पर मस्ती करने लगा,,,करीब 30-40 मिनट बाद आंटी मेरे रूम मे आई,,,
क्या बात है बेटा आज सोना नही क्या,,,,,मैं आंटी की तरफ देखा तो आंटी दरवाजे से चलती हुई मेरे
बेड के पास आ गई ऑर आके मेरे पास बैठ गई,,
मैं बेड पर लेटा हुआ था ऑर लॅपटॉप मेरे पेट पर पड़ा हुआ था,,,
जी सोना है आंटी जी लेकिन अभी टाइम कहाँ हुआ सोने का अभी तो बहुत टाइम है,,,,
मैने सोचा तू बहुत थक गया था शायद ऑर नींद आई होगी तुझे,,,,काम जो इतनी मेहनत वाले करने
लगा है तू आजकल,,,,इतना बोलकर आंटी ने मेरे सर पर हाथ रख दिया ऑर प्यार से हाथ को मेरे बालों मे
सहलाने लगी,,,,,
जी आंटी जी थक तो बहुत गया था आज,,,,इतनी मेहनत अक्सर नही करता ना,,आज काफ़ी दिन बाद इतनी मेहनत की
है जो ज़्यादा थक गया,,,,,
चल फिर सो जाते है,,,,मैं भी बहुत थक गई आज,,,तू तो कुछ देर सो गया लेकिन मेरी तो नींद आँखों से
कोसों दूर थी,,,,लेकिन अब लगता है आराम से सो सकूँगी,,,,,चल आजा मुझे नींद बहुत आई है,,,
ठीक है आंटी जी आप चलिए मैं अभी आता हूँ 5 मिनट मे लॅपटॉप बंद करके ,,,,,,,,
जब देखो ये लॅपटॉप से चिपका रहता है,,,क्या है इसमे ,,करण भी सारा दिन इसी मे खोया रहता है
ना खाने का टाइम ऑर ना पीने का होश रहता है,,,,
इसमे बहुत कुछ है आंटी जी,,,,,अभी आपको नही पता,,जिस दिन पता चल गया अपने भी पूरा दिन इसी मे गुम
रहना है,,,,,
अच्छा ऐसा क्या है इसमे,,,मुझे भी तो पता चले,,,,,
बहुत कुछ है आंटी जी,,,,गेम्स है,,मूवीस है,,,,ऑर भी बहुत कुछ है इसमे,,,
मूवीस??? कॉन्सी मूवीस,,,,
सभी तरह की मूवीस है आंटी जी,,,,जैसी भी आप देखना चाहो,,,,,आपको कॉन्सी देखनी है,,,,,
जो तुम देखते हो ,,,,,वहीं मुझे भी दिखा दो,,,,,
मैं समझ गया कि आंटी क्या बोल रही है,,,लेकिन अभी उसके लिए टाइम नही आया है,,,,,
मैं तो ज़्यादा हिन्दी मूवीस देखता हूँ,,,,वो भी आमिर ख़ान की,,,,,आपको देखी है तो बोलो अभी लगा देता
हूँ,,,,,,,
नही बेटा मुझे आजकल की मूवीस अच्छी नही लगती,,,,मुझे तो पुरानी ऑर क्लॅसिक मूवीस अच्छी लगती है,,,
मुझे पता था आंटी जी,,माँ भी अक्सर पुरानी मूवीस ही देखती है,,कभी कभी तो मेरा डमएआग खा
जाती है ,,ये मोविए लगा दे तो कभी वो मोविए लगा दे,,,जो दिल करता है वो मोविए बता देती है ,,,,,,,,
अच्छा इसमे जो मोविए देखनी हो वो लग जाती है क्या,,,,,
जी आंटी जी,,,,,,, जो भी आपको देखनी हो वो सब मूवीस यहाँ आ जाती है,,,,,
तो बेटा देख ज़रा इसमे ------------------ वो वाली मूवी है,,,,,
जी आंटी जी अभी देखता हूँ,,,,,,,,,,,,मैने साइट ओपन की ओर मूवी प्ले करदी,,,,,
अरे वाह बेटा,,इतनी जल्दी लग भी गई,,आंटी मेरे सर पर हाथ फेरते हुए लॅपटॉप पर मूवी देखने
लगी,,,,,लेकिन जल्दी ही बोली,,,,,,बंद करदो इसको बेटा,,,,मेरे से नही देखी जाती लॅपटॉप पर मूवी
यहाँ नही देखी जाती तो कोई बात नही आंटी जी मैं ये मूवी एलसीडी पर प्ले कर देता हूँ वो भी आपके रूम
मे,,
क्या ये मूवी मेरे रूम के टीवी पर चल जाएगी,,,,,,,,,
जी आंटी जी आज कल कुछ भी हो सकता है,,,आप बस हुकम कीजिए ऑर मैं आपके लिए कुछ भी कर सकता हूँ,
कुछ भी कर सकता है मेरे लिए,,,,,सच मे,,,,,इतना बोलते टाइम आंटी का हाथ हल्की शरारत करने लगा
था मेरे बालों मे,,,,,
जी आंटी जी कुछ भी कर सकता हूँ आप बस हुकम करो,,,,,,
तो जल्दी से चल ये मूवी प्ले कर मेरे रूम के टीवी पर ,पहले मूवी देखते है फिर सो जाएँगे,,,,
ठीक है आंटी जी,,,,,,,,,,,,,,,,
था बस,,देखना था कि अब रात को क्या होता है,,,,
लंच टाइम से लेके डिन्नर टाइम तक मैं सोता रहा,,क्यूकी एक आग लगा दी थी मैने अलका आंटी की चूत मे
मूठ मारते टाइम उनका नाम लेके,,,,उन्होने कभी ऐसा नही सोचा होगा कि मैं उनके नाम की मूठ मार
सकता हूँ,,,वो खुश तो बहुत होंगी लेकिन उस से कहीं ज़्यादा वो बेचैन होंगी,,,,,उनकी खुशी का या
उनकी बेचैनी का रात को ही पता लगना था इसलिए मैं डिन्नर टाइम तक सोता रहा,,,,एक वजह ऑर थी मैं
थोड़ा डर भी गया था आंटी पता नही मेरे बारे मे क्या सोच रही होगी,,मैं उनकी नज़रो का सामना
कर भी पाउन्गा या नही ,,इसी बात से डरते डरते मैं सो गया ऑर रात होने का वेट करने लगा,,वैसे भी पता
नही रात को नींद आनी भी थी या नही,,,,,,इसलिए दिन मे ही नींद पूरी करली थी मैने,,,,मैं आज मूठ मारते
हुए अलका आंटी का नाम नही लेना चाहता था क्यूकी मैं जल्दबाज़ी नही करना चाहता था लेकिन 2-3 दिन मे
बुआ वापिस आ रही थी तो करण का बुटीक पर रहना मुश्किल हो जाता इसलिए टाइम की कमी होने की वजह
से माँ ने भी थोड़ी जल्दी करने को बोल दिया था मुझे,,,लेकिन इतनी जल्दी भी नही ,,वैसे मैं भी इतनी जल्दी
नही करना चाहता था क्यूकी मैं एक कदम रखने के बाद ही दूसरा पैर उठाना चाहता था ,,एक साथ दो
कदम उठाने वाला इंसान अक्सर मूह के बल गिरता है,,,,,
डिन्नर टाइम तक मन उठकर फ्रेश होके रूम से बाहर निकल आया,,,,,ऑर बाहर निकल कर तो मैं दंग ही
रह गया,,,,,आंटी किचन मे नाइटी पहन कर खाना बना रही थी,,,,,मैं उनके पास नही गया ,,दिल तो
कर रहा था जाके उनके बूब्स देखने के लिए लेकिन थोड़ा डर भी लग रहा था,,,,पता नही क्या होगा अब
मैं बाहर सोफे पर बैठ गया ऑर टीवी देखने लगा ,,जैसे ही टीवी ऑन किया तो टीवी की आवाज़ सुनके आंटी किचन से
बाहर आ गई,,,,,
उठा गया सन्नी बेटा,,,,आंटी की आवाज़ सुनके मेरा ध्यान टीवी से हटकर किचन की तरफ गया जहाँ आंटी
किचन के दरवाजे के पास खड़ी हुई थी,,,मैने आंटी की तरफ देखा तो आज आंटी की आँखों मे कुछ
ज़्यादा ही मस्ती भरी हुई थी,,,,वो बड़ी नज़ाकत से शरमा कर मुझे देख रही थी,,,
जी आंटी जी,,,,बहुत थक गया था इसलिए इतनी देर तक सोता रहा,,,,
थकना तो था ही तूने बेटा,,इतनी मेहनत जो करता है,,,,आंटी एक शरारती अंदाज मे बोली थी,,,,
क्या करूँ आंटी जी उमर ही ऐसी है ,,,इस उमर मे मेहनत नही करूँगा तो कब करूँगा,,,,,
ये भी ठीक है लेकिन बेटा इतनी ज़्यादा मेहनत भी मत किया कर,,,देख ज़रा कितना थक गया था तू ऑर कितनी
देर अक सोता रहा,,,,थोड़ी कम मेहनत किया कर,,,,अभी बहुत उमर बाकी है तेरी,,जितनी मर्ज़ी मेहनत करते
रहना,,,,इतना बोलकर आंटी शरमाने लगी,,,, अच्छा अब टीवी ऑफ कर ऑर आजा डाइनिंग टेबल पर खाना लगा देती हूँ
जी आंटी जी,मैं सोफे से उठा टीवी ऑफ करके डाइनिंग टेबल पर चला गया,,,,कुछ देर बाद आंटी भी खाना
लेके डाइनिंग टेबल पर आ गई ऑर मेरे सामने बैठ कर खाना परोसने लगी,,,,
आज भी आंटी ने मेरी प्लेट मे थोड़ा सा ही खाना परोसा था,,मैं समझ गया कि बार बार मुझे खाना
परोसते टाइम आंटी मुझे अपने बूब्स दिखना चाहती थी,,,,ऑर वही हुआ जब मेरी प्लेट मे डाल ख़तम
हुई तो आंटी ने आगे बढ़ कर टेबल पर झुक कर मेरी प्लेट मे डाल परोसते टाइम मुझे अपने बूब्स के
दर्शन करवाने शुरू कर दिया,,,,,ऑर आज तो मैं सच मे दर्शन करता हुआ दंग रह गया क्यूकी आंटी
ने आज नाइटी बहुत पतले कपड़े की पहनी हुई थी ऑर आज तो आंटी ने ब्रा भी नही पहनी हुई थी,,जिस वजह
से झुकते टाइम उनके पूरे बूब्स नंगे हो रहे थे,,,नाइटी होने के बावजूद आंटी मुझे नंगी लग
रही थी उनका सारा बदन मुझे सॉफ सॉफ नज़र आ रहा था,,,आज आंटी के मुस्कुराने का अंदाज भी
पहले से कहीं ज़्यादा शरारती हो गया था,,,जितना टाइम डिन्नर चलता रहा उतना टाइम शरारती मुस्कान के
साथ आंटी मुझे अपने बूब्स दिखाती रही ओर मैं भी आज बिना किसी डर के आंटी के बूब्स देखता रहा
डिन्नर ख़तम होने के बाद आंटी अपने रूम किचन मे काम करने लगी जबकि मैं करण के रूम
मे जाके लॅपटॉप पर मस्ती करने लगा,,,करीब 30-40 मिनट बाद आंटी मेरे रूम मे आई,,,
क्या बात है बेटा आज सोना नही क्या,,,,,मैं आंटी की तरफ देखा तो आंटी दरवाजे से चलती हुई मेरे
बेड के पास आ गई ऑर आके मेरे पास बैठ गई,,
मैं बेड पर लेटा हुआ था ऑर लॅपटॉप मेरे पेट पर पड़ा हुआ था,,,
जी सोना है आंटी जी लेकिन अभी टाइम कहाँ हुआ सोने का अभी तो बहुत टाइम है,,,,
मैने सोचा तू बहुत थक गया था शायद ऑर नींद आई होगी तुझे,,,,काम जो इतनी मेहनत वाले करने
लगा है तू आजकल,,,,इतना बोलकर आंटी ने मेरे सर पर हाथ रख दिया ऑर प्यार से हाथ को मेरे बालों मे
सहलाने लगी,,,,,
जी आंटी जी थक तो बहुत गया था आज,,,,इतनी मेहनत अक्सर नही करता ना,,आज काफ़ी दिन बाद इतनी मेहनत की
है जो ज़्यादा थक गया,,,,,
चल फिर सो जाते है,,,,मैं भी बहुत थक गई आज,,,तू तो कुछ देर सो गया लेकिन मेरी तो नींद आँखों से
कोसों दूर थी,,,,लेकिन अब लगता है आराम से सो सकूँगी,,,,,चल आजा मुझे नींद बहुत आई है,,,
ठीक है आंटी जी आप चलिए मैं अभी आता हूँ 5 मिनट मे लॅपटॉप बंद करके ,,,,,,,,
जब देखो ये लॅपटॉप से चिपका रहता है,,,क्या है इसमे ,,करण भी सारा दिन इसी मे खोया रहता है
ना खाने का टाइम ऑर ना पीने का होश रहता है,,,,
इसमे बहुत कुछ है आंटी जी,,,,,अभी आपको नही पता,,जिस दिन पता चल गया अपने भी पूरा दिन इसी मे गुम
रहना है,,,,,
अच्छा ऐसा क्या है इसमे,,,मुझे भी तो पता चले,,,,,
बहुत कुछ है आंटी जी,,,,गेम्स है,,मूवीस है,,,,ऑर भी बहुत कुछ है इसमे,,,
मूवीस??? कॉन्सी मूवीस,,,,
सभी तरह की मूवीस है आंटी जी,,,,जैसी भी आप देखना चाहो,,,,,आपको कॉन्सी देखनी है,,,,,
जो तुम देखते हो ,,,,,वहीं मुझे भी दिखा दो,,,,,
मैं समझ गया कि आंटी क्या बोल रही है,,,लेकिन अभी उसके लिए टाइम नही आया है,,,,,
मैं तो ज़्यादा हिन्दी मूवीस देखता हूँ,,,,वो भी आमिर ख़ान की,,,,,आपको देखी है तो बोलो अभी लगा देता
हूँ,,,,,,,
नही बेटा मुझे आजकल की मूवीस अच्छी नही लगती,,,,मुझे तो पुरानी ऑर क्लॅसिक मूवीस अच्छी लगती है,,,
मुझे पता था आंटी जी,,माँ भी अक्सर पुरानी मूवीस ही देखती है,,कभी कभी तो मेरा डमएआग खा
जाती है ,,ये मोविए लगा दे तो कभी वो मोविए लगा दे,,,जो दिल करता है वो मोविए बता देती है ,,,,,,,,
अच्छा इसमे जो मोविए देखनी हो वो लग जाती है क्या,,,,,
जी आंटी जी,,,,,,, जो भी आपको देखनी हो वो सब मूवीस यहाँ आ जाती है,,,,,
तो बेटा देख ज़रा इसमे ------------------ वो वाली मूवी है,,,,,
जी आंटी जी अभी देखता हूँ,,,,,,,,,,,,मैने साइट ओपन की ओर मूवी प्ले करदी,,,,,
अरे वाह बेटा,,इतनी जल्दी लग भी गई,,आंटी मेरे सर पर हाथ फेरते हुए लॅपटॉप पर मूवी देखने
लगी,,,,,लेकिन जल्दी ही बोली,,,,,,बंद करदो इसको बेटा,,,,मेरे से नही देखी जाती लॅपटॉप पर मूवी
यहाँ नही देखी जाती तो कोई बात नही आंटी जी मैं ये मूवी एलसीडी पर प्ले कर देता हूँ वो भी आपके रूम
मे,,
क्या ये मूवी मेरे रूम के टीवी पर चल जाएगी,,,,,,,,,
जी आंटी जी आज कल कुछ भी हो सकता है,,,आप बस हुकम कीजिए ऑर मैं आपके लिए कुछ भी कर सकता हूँ,
कुछ भी कर सकता है मेरे लिए,,,,,सच मे,,,,,इतना बोलते टाइम आंटी का हाथ हल्की शरारत करने लगा
था मेरे बालों मे,,,,,
जी आंटी जी कुछ भी कर सकता हूँ आप बस हुकम करो,,,,,,
तो जल्दी से चल ये मूवी प्ले कर मेरे रूम के टीवी पर ,पहले मूवी देखते है फिर सो जाएँगे,,,,
ठीक है आंटी जी,,,,,,,,,,,,,,,,