hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
कमिशनर ने अपने दूसरे हाथ मे पकड़ी हुई बंदूक नेहा के योनि प्रदेश मे लगभग घुसाते हुए उसे हुक्म दिया-“ मेरा इशारा समझ लड़की.शराब के ग्लास से एक घूँट शराब पीकर आज के मनोरंजन की शुरुआत कर.”
इसके बाद कमिशनर ने शराब के ग्लास और बंदूक दोनो को टेबल पर रख दिया और अपने दोनो हाथों को नेहा के खूबसूरत जिस्म पर फिराने लगा-नेहा को अब समझ मे आ चुक्का था कि उसके यौवन से इस समय राज नही कोई और ही खेल रहा है-शर्म से उसका मूह लाल हो रहा था और वो अपनी दोनो जांघों को चिपकाने की कोशिश कर रही थी ताकि उसके योनि प्रदेश को देखा ना जा सके-कमिशनर ने एक हाथ उसकी जांघों के बीच मे डाला और उसकी टाँगों को खोलते हुए उसके गालों पर एक हल्का सा ठप्पर लगाया-“जंघे खोल कर रखो ताकि इन्हे सहलाया जा सके” यह कहने के साथ ही कॉम्सनर ने एक चेयर बिल्कुल नेहा के करीब डालकर खुद उस पर बैठकर अपने आप को इस तरह से पोज़िशन कर लिया ताकि वो बिना किसी रोकटोक के उसके मखमली बदन को सहला सहला कर अपनी उत्तेजना शांत कर सकें.
लगभग 10 मिनिट तक यही चूमने, चाटने, दबाने और सहलाने का कार्यक्रम चलता रहा-और कोँमिशनर ने नेहा के बदन का शायद ही कोई ऐसा अंग होगा जिसे अपना निशाना ना बनाया हो.
“हे ईज़ ए रियल परवर्ट ! “ राज भी शायद पहली बार ही यह फिल्म देख रहा था.
“सर आप भी कुछ कम नही हैं.आख़िर इस चिड़िया को फँसाया तो आपने ही है और सेट्टिंग भी आपने ही की है-कमिशनर तो सिर्फ़ थाली मे परोसे हुए भोजन को खाने की कोशिश कर रहा है.” मैने राज से कहा.
“चलो अब देखते हैं कि ठीक तक सेट्टिंग होने पर भी क्या कमी रह गयी जो कमिशनर खुश नही हुआ.-इस बीच कमिशनर उठकर कमरे मे रखे फ्रिड्ज तक गया और उसे खोलकर आइस क्यूब्स का पूरा बॉक्स निकालकर ले आया-मैने सोचा कि शायद यह आइस क्यूब्स वो शराब मे डालेगा-लेकिन ऐसा कुछ भी नही हुआ.एक आइस क्यूब को अपने हाथों मे लेकर कमिशनर ने उसे नेहा की नाभि पर रख दिया-इस अटॅक से नेहा एकदम उछल गयी और उसके मूह से ज़ोर से –“ उई…” निकल गयी. नेहा के चेहरे पर जो एक्सप्रेशन अचानक आया उससे कमिशनर की उत्तेजना यकायक बढ़ गयी और उसने अपने पॅंट की ज़िप खोलकर उसमे से अपने लिंग को बाहर निकाल लिया और उस पर अपना हाथ फिराने लगा.
“ कहानी तो ठीक तक चल रही है सर……” मैं भी पूरी तरह से उत्तेजित हो चुकी थी.
कमिशनर ने आइस क्यूब को गोल गोल उसकी नाभि के चारों तरफ घुमाया और उसकी इस टीज़िंग से नेहा के मूह से जो आवाज़ें निकल रही थी और जो एक्सप्रेशन्स उसके चेहरे पर आ रहे थे,वो बेहद एरॉटिक और देखने लायक थे.
आइस क्यूब ख़तम हो गया था और कमिशनर ने बॉक्स मे से दूसरा आइस क्यूब उठाकर उसे नेहा के सीने के उभारों पर फिराना शुरू कर दिया-कमिशनर का दूसरा हाथ अपने खड़े हुए लिंग को सहलाने मे ही व्यस्त था-कुछ देर बाद जब आइस क्यूब का साइज़ काफ़ी छोटा रह गया तो कमिशनर ने उसे नेहा के योनि प्रदेश पर घूमाते हुए उसे उसकी योनि के अंदर डाल दिया-नेहा के मूह से ज़ोर की आवाज़ निकली-“आईईईई…” और यह क्या कमिशनर साहिब के खड़े लिंग से भी ज़ोर की पिचकारी निकली जिसमे से उनका सारा वीर्य रस गिरकर ज़मीन पर बहने लगा.
कमिशनर साहिब के हाथ नेहा के बदन से हट चुके थे और वो अपनी पॅंट की ज़िप बंद करते हुए दुबारा से सोफे पर बैठकर अपने बाकी की शराब पीने लगे.इसके बाद डVड ख़तम हो गयी…
“इसका मतलब है कि कमिशनर साहिब की टाय टाय फिस्स हो गयी नेहा की जवानी के सामने और इसलिए खिशियाकर उन्होने यह कह दिया कि वो उससे खुश नही हुए.” राज का कॉमेंट था.
“ बिल्कुल ठीक कह रहे हैं आप सर-मेरा भी यही ख़याल है.”मैने भी राज की हां मे हां मिलाई.
“ठीक है सर..इस बार आप ऐसी सेट्टिंग करके कमिशनर को देना कि उसे मायूस ना होना पड़े…” मैने राज से कहा.
“वही प्लान तो मैं तुमसे समझना चाहता हूँ कि क्या सेट्टिंग होनी चाहिए.”राज ने मेरी तरफ देखा और मैने अपना प्लान उसे बताना शुरू किया.
“सर आप सिर्फ़ मेरे हथकड़ी लगाकर मुझे यहाँ ज़मीन पर बिठा दीजिए और कमिशनर से यही कहें कि मैने इस लड़की को आज शराब पीकर बिना लाइसेन्स के कार चलाने के जुर्म मे पकड़ा है…इसके अलावा और कुछ भी कमिशनर को ना बताएँ ताकि कमिशनर को लगे कि यह बिल्कुल ताज़ा माल है जो उसको परोसा जा रहा है…उसके बाद जो कुछ भी होगा उसे मैं मॅनेज कर लूँगी.आप उसकी बिल्कुल भी चिंता ना करें.” मैने अपना प्लान राज को बताया.
इसके बाद कमिशनर ने शराब के ग्लास और बंदूक दोनो को टेबल पर रख दिया और अपने दोनो हाथों को नेहा के खूबसूरत जिस्म पर फिराने लगा-नेहा को अब समझ मे आ चुक्का था कि उसके यौवन से इस समय राज नही कोई और ही खेल रहा है-शर्म से उसका मूह लाल हो रहा था और वो अपनी दोनो जांघों को चिपकाने की कोशिश कर रही थी ताकि उसके योनि प्रदेश को देखा ना जा सके-कमिशनर ने एक हाथ उसकी जांघों के बीच मे डाला और उसकी टाँगों को खोलते हुए उसके गालों पर एक हल्का सा ठप्पर लगाया-“जंघे खोल कर रखो ताकि इन्हे सहलाया जा सके” यह कहने के साथ ही कॉम्सनर ने एक चेयर बिल्कुल नेहा के करीब डालकर खुद उस पर बैठकर अपने आप को इस तरह से पोज़िशन कर लिया ताकि वो बिना किसी रोकटोक के उसके मखमली बदन को सहला सहला कर अपनी उत्तेजना शांत कर सकें.
लगभग 10 मिनिट तक यही चूमने, चाटने, दबाने और सहलाने का कार्यक्रम चलता रहा-और कोँमिशनर ने नेहा के बदन का शायद ही कोई ऐसा अंग होगा जिसे अपना निशाना ना बनाया हो.
“हे ईज़ ए रियल परवर्ट ! “ राज भी शायद पहली बार ही यह फिल्म देख रहा था.
“सर आप भी कुछ कम नही हैं.आख़िर इस चिड़िया को फँसाया तो आपने ही है और सेट्टिंग भी आपने ही की है-कमिशनर तो सिर्फ़ थाली मे परोसे हुए भोजन को खाने की कोशिश कर रहा है.” मैने राज से कहा.
“चलो अब देखते हैं कि ठीक तक सेट्टिंग होने पर भी क्या कमी रह गयी जो कमिशनर खुश नही हुआ.-इस बीच कमिशनर उठकर कमरे मे रखे फ्रिड्ज तक गया और उसे खोलकर आइस क्यूब्स का पूरा बॉक्स निकालकर ले आया-मैने सोचा कि शायद यह आइस क्यूब्स वो शराब मे डालेगा-लेकिन ऐसा कुछ भी नही हुआ.एक आइस क्यूब को अपने हाथों मे लेकर कमिशनर ने उसे नेहा की नाभि पर रख दिया-इस अटॅक से नेहा एकदम उछल गयी और उसके मूह से ज़ोर से –“ उई…” निकल गयी. नेहा के चेहरे पर जो एक्सप्रेशन अचानक आया उससे कमिशनर की उत्तेजना यकायक बढ़ गयी और उसने अपने पॅंट की ज़िप खोलकर उसमे से अपने लिंग को बाहर निकाल लिया और उस पर अपना हाथ फिराने लगा.
“ कहानी तो ठीक तक चल रही है सर……” मैं भी पूरी तरह से उत्तेजित हो चुकी थी.
कमिशनर ने आइस क्यूब को गोल गोल उसकी नाभि के चारों तरफ घुमाया और उसकी इस टीज़िंग से नेहा के मूह से जो आवाज़ें निकल रही थी और जो एक्सप्रेशन्स उसके चेहरे पर आ रहे थे,वो बेहद एरॉटिक और देखने लायक थे.
आइस क्यूब ख़तम हो गया था और कमिशनर ने बॉक्स मे से दूसरा आइस क्यूब उठाकर उसे नेहा के सीने के उभारों पर फिराना शुरू कर दिया-कमिशनर का दूसरा हाथ अपने खड़े हुए लिंग को सहलाने मे ही व्यस्त था-कुछ देर बाद जब आइस क्यूब का साइज़ काफ़ी छोटा रह गया तो कमिशनर ने उसे नेहा के योनि प्रदेश पर घूमाते हुए उसे उसकी योनि के अंदर डाल दिया-नेहा के मूह से ज़ोर की आवाज़ निकली-“आईईईई…” और यह क्या कमिशनर साहिब के खड़े लिंग से भी ज़ोर की पिचकारी निकली जिसमे से उनका सारा वीर्य रस गिरकर ज़मीन पर बहने लगा.
कमिशनर साहिब के हाथ नेहा के बदन से हट चुके थे और वो अपनी पॅंट की ज़िप बंद करते हुए दुबारा से सोफे पर बैठकर अपने बाकी की शराब पीने लगे.इसके बाद डVड ख़तम हो गयी…
“इसका मतलब है कि कमिशनर साहिब की टाय टाय फिस्स हो गयी नेहा की जवानी के सामने और इसलिए खिशियाकर उन्होने यह कह दिया कि वो उससे खुश नही हुए.” राज का कॉमेंट था.
“ बिल्कुल ठीक कह रहे हैं आप सर-मेरा भी यही ख़याल है.”मैने भी राज की हां मे हां मिलाई.
“ठीक है सर..इस बार आप ऐसी सेट्टिंग करके कमिशनर को देना कि उसे मायूस ना होना पड़े…” मैने राज से कहा.
“वही प्लान तो मैं तुमसे समझना चाहता हूँ कि क्या सेट्टिंग होनी चाहिए.”राज ने मेरी तरफ देखा और मैने अपना प्लान उसे बताना शुरू किया.
“सर आप सिर्फ़ मेरे हथकड़ी लगाकर मुझे यहाँ ज़मीन पर बिठा दीजिए और कमिशनर से यही कहें कि मैने इस लड़की को आज शराब पीकर बिना लाइसेन्स के कार चलाने के जुर्म मे पकड़ा है…इसके अलावा और कुछ भी कमिशनर को ना बताएँ ताकि कमिशनर को लगे कि यह बिल्कुल ताज़ा माल है जो उसको परोसा जा रहा है…उसके बाद जो कुछ भी होगा उसे मैं मॅनेज कर लूँगी.आप उसकी बिल्कुल भी चिंता ना करें.” मैने अपना प्लान राज को बताया.