hotaks444
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सलोनी फिर पूछने लगी-“मोहित और रोशनी हमारे सामने ही मुलाकात करेंगे या फिर……..”
मैं उसका मतलब समझ गयी और बोली-“हम लोग नीचे मल्टिपलेक्स मे जाकर तब तक मूवी देख लेंगे और इन लोगों को अकेले मे दो-तीन घंटे मिल जाएँगे.”
इस बीच रोशनी तैय्यार होकर वॉश रूम से बाहर आ गयी और हमारे सामने आकर खड़ी हो गयी.
मैने उसे हिदायत देते हुए कहा-“तुम्हे इसी कमरे मे वेट करना है.अभी अभी क्राइम ब्रांच के एक सीनियर ऑफीसर यहाँ पहुँचने वाले हैं-तुम्हारा काम उन्हे पूरी तरह खुश करना है-अगर वो खुश हो गये तो तुम्हारी पूरी की पूरी सज़ा माफ़ हो सकती है और तुम जैल जाने से बच सकती हो…समझी ?”
“जी मॅम…….समझ गयी…….मैं पूरा ख़याल रखूँगी कि वो मुझसे पूरी तरह खुश रहें और मेरी पूरी सज़ा माफ़ हो जाए.” रोशनी को भी इस बात की खुशी थी की अब शायद इस ह्युमाइलियेशन और ब्लॅकमेल का अंत होने जा रहा था.
इसके बाद मैने रोशनी से कहा-“तुम इस बेड के उपर अपने दोनो हाथ उपर करके खड़ी हो जाओ! हम लोग द्रविंग रूम मे जा रहे हैं-जैसे ही क्राइम ब्रांच के ऑफीसर मिस्टर.मोहित यहाँ आएँगे,हम लोग उनको तुम्हारे पास छोड़कर नीचे किसी ज़रूरी काम से जाएँगे और आने के बाद यह चेक करेंगे की मोहित को तुमसे पूरा सहयोग मिला या नही.”
रोशनी तुरंत ही बेड पर चढ़ गयी और अपने दोनो हाथ उपर करके खड़ी हो गयी.मेरी तरफ देखकर वो बोली-“ मॅम….मुझे अपनी सज़ा माफ़ करानी है…इसलिए मैं मोहित सिर को बिल्कुल खुश कर दूँगी…आप बिल्कुल चिंता ना करें.”
इसके बाद मैं और सलोनी ड्रॉयिंग रूम मे आकर सोफे पर बैठ गये और मोहित का वेट करने लगे.
कुछ ही देर मे मोहित वहाँ पहुच गया.सलोनी को वो पहले से ही जानता था.हमारी तरफ देखकर वो हंसते हुए बोला-“तो तुम दोनो ही कुछ ना कुछ शरारत करती रहती हो..कहाँ छिपा रखा है मेरी होने वाली………..”
मैने मोहित को सोफे पर बैठने का इशारा किया और कहा-“यहाँ बैठकर मेरी बात को ध्यान से सुनो-यह लड़की चाहे झूठमूठ के लिए ही सही,अभी अपने आपको पोलीस कस्टडी मे समझ रही है और काफ़ी डरी हुई है-उसे हमने कहा हुआ है कि उसे 10 साल के लिए जैल हो सकती है-मैने उसे यह कहा है कि तुम क्राइम ब्रांच के ईक सीनियर ऑफीसर हो और उसकी सारी की सारी सज़ा माफ़ करा सकते हो-तुम समझ रहे हो की मैं क्या कह रही हूँ ?”
मोहित की पॅंट मे टेंट पहले से ही बना हुआ था और वो उसके लाख छिपाने के बाद भी बढ़ता ही जा रहा था.वो हंसता हुआ बोला-“समझ गया……..आख़िर तुम्हारा ही भाई हूँ……..वो डरी सहमी हॉट क्रिमिनल मेरी सेक्स स्लेव बन कर रहेगी…….जब तक मैं चाहूँगा………….और अभी मैं उसे सिर्फ़ शादी करने का प्रपोज़ल ही दूँगा जिस पर उसे अग्री होना ही पड़ेगा…….दो तीन महीने उसे अपने स्लेव की तरह ट्रेन करने के बाद ही उससे
शादी करूँगा.ठीक है ना? यही चाहती हो ना तुम ?”
“बिल्कुल ठीक जा रहे हो भाई…हम लोग नीचे अलंकार मल्टिपलेक्स मे मूवी देखने जा रहे हैं-ठीक तीन घंटे बाद वापस आएँगे-तब तक तुम अपनी स्लेव को ट्रैनिंग देने का काम करो.लेकिन ध्यान रहे कि तुम्हे क्राइम ब्रच के सीनियर ऑफीसर की तरह ही आक्ट करना है –जितना ज़्यादा अपना रौब दाब बना पाओगे उतना ही ज़्यादा मज़ा आएगा तुम्हे-इसीलिए तुम्हे आख़िरी नसीहत यह है कि हम दोनो के यहाँ से जाने के बाद भी तुम कम से कम 5-7 मिनिट के बाद ही दूसरे कमरे मे जाना –वो लड़की दूसरे कमरे मे बेड के उपर बेहद एरॉटिक पोज़िशन मे अपने दोनो हाथ उपर किए हुए खड़ी हुई क्राइम ब्रांच के किसी ऑफीसर का वेट कर रही है जिसके एक इशारे पर उसकी सज़ा कम या ख़तम हो सकती है.उसे थोड़ा इंतेज़ार करवाना भी ज़रूरी है”
यह सारी हिदायत मोहित को देने के बाद हम दोनो रूम नो.510 को बंद करके उसके बाहर आ गयीं और रिसेप्षन की तरफ पहुँच गयीं-रिसेप्षन पर पहुँचकर मैने उस पर बैठे हुए ऑफीसर से कहा-“मुझे रूम नो.510 के कंट्रोल रूम मे जाना है और वहाँ से रूम मे क्या कुछ चल रहा है उसे देखना है………”
मैं उसका मतलब समझ गयी और बोली-“हम लोग नीचे मल्टिपलेक्स मे जाकर तब तक मूवी देख लेंगे और इन लोगों को अकेले मे दो-तीन घंटे मिल जाएँगे.”
इस बीच रोशनी तैय्यार होकर वॉश रूम से बाहर आ गयी और हमारे सामने आकर खड़ी हो गयी.
मैने उसे हिदायत देते हुए कहा-“तुम्हे इसी कमरे मे वेट करना है.अभी अभी क्राइम ब्रांच के एक सीनियर ऑफीसर यहाँ पहुँचने वाले हैं-तुम्हारा काम उन्हे पूरी तरह खुश करना है-अगर वो खुश हो गये तो तुम्हारी पूरी की पूरी सज़ा माफ़ हो सकती है और तुम जैल जाने से बच सकती हो…समझी ?”
“जी मॅम…….समझ गयी…….मैं पूरा ख़याल रखूँगी कि वो मुझसे पूरी तरह खुश रहें और मेरी पूरी सज़ा माफ़ हो जाए.” रोशनी को भी इस बात की खुशी थी की अब शायद इस ह्युमाइलियेशन और ब्लॅकमेल का अंत होने जा रहा था.
इसके बाद मैने रोशनी से कहा-“तुम इस बेड के उपर अपने दोनो हाथ उपर करके खड़ी हो जाओ! हम लोग द्रविंग रूम मे जा रहे हैं-जैसे ही क्राइम ब्रांच के ऑफीसर मिस्टर.मोहित यहाँ आएँगे,हम लोग उनको तुम्हारे पास छोड़कर नीचे किसी ज़रूरी काम से जाएँगे और आने के बाद यह चेक करेंगे की मोहित को तुमसे पूरा सहयोग मिला या नही.”
रोशनी तुरंत ही बेड पर चढ़ गयी और अपने दोनो हाथ उपर करके खड़ी हो गयी.मेरी तरफ देखकर वो बोली-“ मॅम….मुझे अपनी सज़ा माफ़ करानी है…इसलिए मैं मोहित सिर को बिल्कुल खुश कर दूँगी…आप बिल्कुल चिंता ना करें.”
इसके बाद मैं और सलोनी ड्रॉयिंग रूम मे आकर सोफे पर बैठ गये और मोहित का वेट करने लगे.
कुछ ही देर मे मोहित वहाँ पहुच गया.सलोनी को वो पहले से ही जानता था.हमारी तरफ देखकर वो हंसते हुए बोला-“तो तुम दोनो ही कुछ ना कुछ शरारत करती रहती हो..कहाँ छिपा रखा है मेरी होने वाली………..”
मैने मोहित को सोफे पर बैठने का इशारा किया और कहा-“यहाँ बैठकर मेरी बात को ध्यान से सुनो-यह लड़की चाहे झूठमूठ के लिए ही सही,अभी अपने आपको पोलीस कस्टडी मे समझ रही है और काफ़ी डरी हुई है-उसे हमने कहा हुआ है कि उसे 10 साल के लिए जैल हो सकती है-मैने उसे यह कहा है कि तुम क्राइम ब्रांच के ईक सीनियर ऑफीसर हो और उसकी सारी की सारी सज़ा माफ़ करा सकते हो-तुम समझ रहे हो की मैं क्या कह रही हूँ ?”
मोहित की पॅंट मे टेंट पहले से ही बना हुआ था और वो उसके लाख छिपाने के बाद भी बढ़ता ही जा रहा था.वो हंसता हुआ बोला-“समझ गया……..आख़िर तुम्हारा ही भाई हूँ……..वो डरी सहमी हॉट क्रिमिनल मेरी सेक्स स्लेव बन कर रहेगी…….जब तक मैं चाहूँगा………….और अभी मैं उसे सिर्फ़ शादी करने का प्रपोज़ल ही दूँगा जिस पर उसे अग्री होना ही पड़ेगा…….दो तीन महीने उसे अपने स्लेव की तरह ट्रेन करने के बाद ही उससे
शादी करूँगा.ठीक है ना? यही चाहती हो ना तुम ?”
“बिल्कुल ठीक जा रहे हो भाई…हम लोग नीचे अलंकार मल्टिपलेक्स मे मूवी देखने जा रहे हैं-ठीक तीन घंटे बाद वापस आएँगे-तब तक तुम अपनी स्लेव को ट्रैनिंग देने का काम करो.लेकिन ध्यान रहे कि तुम्हे क्राइम ब्रच के सीनियर ऑफीसर की तरह ही आक्ट करना है –जितना ज़्यादा अपना रौब दाब बना पाओगे उतना ही ज़्यादा मज़ा आएगा तुम्हे-इसीलिए तुम्हे आख़िरी नसीहत यह है कि हम दोनो के यहाँ से जाने के बाद भी तुम कम से कम 5-7 मिनिट के बाद ही दूसरे कमरे मे जाना –वो लड़की दूसरे कमरे मे बेड के उपर बेहद एरॉटिक पोज़िशन मे अपने दोनो हाथ उपर किए हुए खड़ी हुई क्राइम ब्रांच के किसी ऑफीसर का वेट कर रही है जिसके एक इशारे पर उसकी सज़ा कम या ख़तम हो सकती है.उसे थोड़ा इंतेज़ार करवाना भी ज़रूरी है”
यह सारी हिदायत मोहित को देने के बाद हम दोनो रूम नो.510 को बंद करके उसके बाहर आ गयीं और रिसेप्षन की तरफ पहुँच गयीं-रिसेप्षन पर पहुँचकर मैने उस पर बैठे हुए ऑफीसर से कहा-“मुझे रूम नो.510 के कंट्रोल रूम मे जाना है और वहाँ से रूम मे क्या कुछ चल रहा है उसे देखना है………”