Hindi Sex Kahaniya कामलीला - Page 9 - SexBaba
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Hindi Sex Kahaniya कामलीला

९ मई को सुबह -सुबह पेपर पढ़ रहा था मकान मालिक अभी तक नहीं आये हुए थे मैंने पेपर में देखा कि मीना का १२ वी का रिजल्ट आया मीना फ़ास्ट क्लास में पास हो गई ये बात भाभी को बताया तो ओ खुस होकर लिपट गई मेरे से और मेरे गाल को चूम लिया और बोली कि यह मीना के जीवन का अच्छा रिजल्ट है इसके पहले मीना कभी भी फर्स्ट क्लास नहीं आई भाभी इतनी खुस थी कि मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि ये अपनी ननद के रिजल्ट से इतनी खुस हो सकती है ,भाभी ने मीना को फोन करके बताया तो मीना ने बात किया बहुत खुस लग रही थी मीना और बोल रही थी कि आपकी बहुत याद आती है ,भाभी ने फोन लिया और खुस होकर बोली कि आज से आप हमारे साथ ही खाना खायेगे ये मेरा वादा रहा और एक बात बोली भाभी ने जो चाहो माँग लो पंडित जी आपको दुगी मेरे पास हुआ तो तो मैं कुछ नहीं बोला सिर्फ इतना ही कहा कि ‘भाभी जी ये तो मेरा फ़र्ज़ था ‘ इसमें मागने जैसी कोई बात नहीं है ,तो भाभी बोली कि ये तो आपका बड़प्पन है पंडित जी | कुछ देर बाद काका साहब आये तो भाभी ने उनसे बताया [रीमा काका साहब से दूर से ही घुघट में रह कर बहुत ही धीमी आवाज में बात किया करती थी ] काका सा भी बहुत खुस हुए और बोले कि बेटा आज से हमारे घर में खाना खाया करना [काका साहब ने पहली बार बेटा कहा है इसके पहले पंडित जी ही कहते थे ]

अकेले परेसान होते हो मैं कुछ नहीं बोला मैंने सोचा कि अभी ये भावनाओ में बह रहे है ज्यादा नजदीकिया अच्छी नहीं होगी ये सोचा कर मैं मन ही मन फैसला कर लिया कि खाना इनके य़हां नहीं खाउगा ज्यादा मिठास में कीड़े पड़ जाते है ,उस दिन तो मैंने खाना खा लिया पर अगले दिन मैंने खाना खाने से मना कर दिया सभी बाते कहते हुए तो माकन मालिक और बहभी दोनों बहुत खुस हुए और बोले कि बहुत समझदार लड़के हो आप |

मई कि ही बात थी मैं रात में १२ बजकर २५ मिनट पर छत में सोने के लिए गया तो देखा कि बगल के बिस्तर पर [ काका सा रात के ११.३० तक छत में बाद में बिस्तर को छोड़कर डूटी चले जाते है ] भाभी अपने लड़के के साथ सोई हुई थी बगल में मेरा भी बिस्तर लगा हुआ था जो भाभी ही लगा देती है साम को मैं भी जाकर सो गया रात में १ बजे लड़का रोने लगा तो भाभी उठी और मच्छरदानी के अंदर घुसे हुए मच्छरो को मारने लगी [मच्छरदानी में छेड़ होने के कारण मच्छर घुस जाते है ] और कुछ बड़बड़ाने लगी तो मैंने पूछ लिया कि क्या हुआ भाभी तो बोली कि मच्छर काट रहे है तो मैं बोला कि इसे [लड़के ] मेरे पास सुला दीजिये तो भाभी ने लड़के को सुला दिया पर भाभी को भी मच्छर काट रहे थे तो मैं बोला कि भाभी आप इस बिस्तर में आ जाइये मैं उसमे सो जाता हु तो भाभी ने कहा कि नहीं रहने दो तो मैं भाभी से आग्रह करके बोला कि आप जाइये इस बिस्तर में और मैं उठकर बाहर निकला गया भाभी मेरे बिस्तर में सो गई बच्चे के साथ और मैं कुछ देर बाद नीचे चला आया और दरवाजा खोल कर एक दरी जमीन में बिछाया और सोने का प्रयास करने लगा पर नीद नहीं आ रही थी गर्मी के कारण , रात के २ बजे होगे रीमा भाभी नीचे आई और बोलि की आप नीचे क्यों आ गए तो मैं कुछ नहीं बोला चुप रहा तो भाभी ने कंधे को पकड़ कर हिलाया और फिर से बोली कि नीचे क्यों आ गए चलो ऊपर ही सो जाओ [अब मेरा धैर्य जबाब दे दिया] तब मैं भाभी के हाथ को पकड़ कर खीच लिया और बिस्तर में गिरा कर किस कर लिया गालो का और बूब्स को दबा दिया तो भाभी ने कहा कि ये क्या कर रहे हो ,कोई देख लेगा तो ,तब मैं कुछ नहीं कहा और फिर से किस कर लिया और कान में धीरे से बोला कि इतनी रात में कोई नहीं देख रहा है भाभी ,मत तड़पाओ अब और मैं भाभी के बूब्स को दबाने लगा तो भाभी ने कोई बिरोध नहीं किया और बैठ गई मेरे बिस्तर पर तो मैं भाभी को लिटा लिया बिस्तर में तब भाभी ने कहा कि दरवाजा तो लगा लो, मैं जल्दी से उठा और दरबाजा लगाने लगा तो बोली कि यहाँ नहीं और उठकर अपने कमरे में चली गई मैं भी पीछे पीछ चला गया ,अंदर जाते ही मैंने दरवाजा लगा दिया और भाभी से लिपट गया और लगा बूब्स दबाने लगा तो भाभी भी लिपट गई मेरे से मैं भाभी के ब्लाउज के हुक खोल दिया और साड़ी को खीच कर जिस्म से अलग कर दिया ,ब्लाउज को भी उतार दिया अब भाभी सर्फ ब्रा और पेटीकोट में मेरे सामने खड़ी थी मैं भाभी को जोर जोर से किस करने लगा भाभी भी मेरे पीठ पर हाथ घुमाने लगी तब मैं धीरे से ब्रा के हुक खोल दिया तो भाभी के बड़े बड़े बूब्स ब्रा के बंधन से आजाद हो गए और समुद्र में भरे पानी कि तरह सुन्दर सुन्दर बूब्स हिलोरे लेने लगी मैं बूब्स को हलके हलके चूसना सुरु कर दिया बूब्स के निप्पल को जीभ से सहलाने लगा तो भाभी भी गर्म पड़ने लगी तो मैंने भाभी का पेटीकोट का नाडा खोल दिया तो पेटीकोट सरक कर नीचे गिर गया और भाभी अब पेंटी में रह गई मैं भाभी कि सुन्दर सुन्दर जांघो को सहलाने लगा और भाभी को बिस्तर पर लिटा दिया और मैं भाभी के बूब्स को खिलाने लगा और जीभ को चूसने लगा और एक हाथ से भाभी कि जांघो को सहलाने लगा फिर धीरे से पेंटी के नीचे हाथ दाल कर चूत को सहलाने लगा बिलकुल चिकनी चूत थी लगता है आज ही सेविंग किया है भाभी अब बार बार अपनी जांघो को इधर उधर घुमाने लगी कभी मेरा हाथ पकड़ती तो कभी सर पर हाथ घुमाती , मैं भाभी कि पेंटी को भी उतार दिया अब भाभी एक दम से नंगी मेरे सामने पडी हुई है मैं भी सभी कपडे उतार कर नंगा हो गया और भाभी के पास लेट गया और भाभी को फिर से किस करने लगा और बूब्स को दबाने लगा भाभी भी मेरी पीठ पर हाथ घुमाती कभी सर के बाल सहलाती अब मैं उठा और भाभी कि चूत को चाटने लगा जीभ को चूत के अंदर घुसा देता और हिलाता अब भाभी के मुह से उ उ उ उ अ अ अ अ अ आ सीईए सी से सी सी आह आह आह कि आवाज निकलने लगी और बिस्तर में बिन पानी कि मछली कि तरफ तड़पने लगी मेरा लण्ड तन कर खड़ा था घोड़े कि तरह सरपट दौड़ने के लिए घोड़े को अच्छा मैदान चाहिए और ओ मैदान आज मिल गया भाभी ने अब मेरे लण्ड को पकड़ लिया और टल्ले मारने लगी लण्ड पर मैं चूत को चूसता रहा अब भाभी से नहीं रहा गया ओ बहुत दर्म हो गई सम्भोग के लिए पर मैं उन्हें और गर्म करना चाहता था पर भाभी नहीं मानी और उठकर बैठ गई और लण्ड को पकड़ कर चूत में घुसाने लगी मैं चूत के पास लण्ड ले गया और हल्का से छुआया चूत में ओह क्या मख्खन कि तरह चूत हो गई थी इतने में भाभी ने अपने चूतड़ो को खिस काया और लण्ड को चुत में घुसा लिया और चूतड़ो को हिलाने लगी मैं भी धीरे धीरे धक्के देने लगा कुछ देर बाद मैंने मेरी जांघो को फैला दिया तो भाभी मेरी जांघो पर चढ़ गई पूरा लण्ड अंदर घुस गया भाभी मेरे सीने से चिपक गई तो मैं भाभी कि चुचियो को चूसता जाता और और धक्के देते जाता भाभी अपने घुटनो के बल खड़ी होकर ऊपर नीचे करने लगी और मैं भाभी कि चुचिया चूसता रहा ४ मिनट तक भाभी ऊपर नीचे करती रही फिर भाभी थक गई उनकी चुदाई कि रफ़्तार कम हो गई मैं समझ गया कि ये थक गई तब मैं भाभी को पीठ के बल कुछ से तरह से लिटा दिया और झटके मारने लगा रीमा बड़े प्यार से झटके खाने लगी प रीमा ने अपने दोनों हाथो को मेरे कमर के ऊपर डाल कर पकड़ लिया और मेरे जीभ को प्रेम से चुस्ती रही और मैं झटके मारते रहा लगातार भाभी के मुह से उ उ उ उ आ अह अह अह अह अह अह अह अह ऎसी सी सी सी उ उ उई म उई उई आ आह आहा सी कि आवाज निकलती रही मैं जोर से जोर से झटके मारने लगा कमरे में फट फट कि आवाज गुजने लगी लगातार ७ मिनट तक झटके खाने के बाद भाभी कि चूत ने पानी छोड़ दिया और भाभी सिथिल पड़ गई मैं समझ गया भाभी निपट गई तब मैं जल्दी जल्दी झटके मारा और ढेर सारा वीर्य भाभी कि चूत में उड़ेल दिया और कुछ देर तक लण्ड को घुसेड़े हुए भाभी के ऊपर लेटा रहा तब भाभी गालो को चूमते हुए बोली कि अब उठोगे भी या यू ही पड़े रहोगे तो मैं उठा और भाभी भी उठी ,जैसे ही उठी तो उनकी चूत से वीर्य बहने लगा और जांघो से होते हुए नीचे गिरने लगा तो भाभी बोली कि कितना भर रखा है अंदर उड़ेल दिया पूरा का पूरा तो मेंहसने लगा और भाभी की बूब्स को दबा दिया और गालो में किस कर लिया ,भाभी नंगी ही बाथरूम में चली गई मैं भी उनके पीछे पीछे बाथरूम में घुस गया दोनों ने साथ साथ पेसाब किया ,अभी भी मेरा लण्ड तना हुआ खड़ा है ,भाभी ने देखा तो हाथ से पकड़ कर बोली चल अब बैठ जा बहुत थका लिया फिर हम दोनों कमरे में आये घड़ी देखा तो रात के ३ बजकर २० मिनट हो रहे थे हम दोनों छत पर चले गए और एक साथ एक ही मच्छरदानी में सो गए तो सुबह ६.३० बजे नीद खुली हलकी हलकी धुप निकल आई थी भाभी उठी और झुककर [जिससे कोई देख नहीं ले कि ये छत पर सोती है] नीचे चली आई | मैं भी ७ बजे तक नीचे आ गया कुछ देर भाभी अपने लड़के को गोद में उठाकर ले आई जो अभी तक सो रहा है |

तीन दिन बाद सन्डे आया काका साहब दोस्तों के साथ पास के ही शहर में अपने दोस्तों के साथ करीब ३० किलोमीटर दूर शंकर जी का प्रसिद्ध मंदिर है वहा दर्शन करने चले गए साथ में अपने पोते [मकान मालिक पोते को जान से भी ज्यादा चाहते है] को भी ले गए क्योकि मोहल्ले कि कई महिलाये भी जा रही थी मोहल्ले कि ओरतो ने भाभी को बोला तो भाभी ने कहा दिया कि मैं जाने लायक नहीं हु मंदिर इस कारन नहीं जाऊगी ये सभी सुबह ९ बजे ही निकला लिए | अब घर में सिर्फ मैं और भाभी थे भैया है तो ओ ऊपर आ ही नहीं सकते है ,भाभी ९.३० बजे बाथरूम मे नहाने घुसी तो उस समय मैं देख रहा था भाभी ने पूरा दरवाजा नहीं लगाया बाथरूम का थोड़ा सा खुला था दरवाजा मैं समझ गया कि भाभी को आज बाथरूम में चोद सकता हु ,मैं सावधानी रखते हुए चैनल गेट का ताला बदल कर दुसरा लगा दिया जिससे मकान मालिक आ भी जाए तो ऊपर नहीं आने पाये बाथरूम से नाहने के आवाज आने लगे तब मैं बाथरूम का दरवाजा धीरे से खोला तो भाभी चौक गई और बोली कि क्या कर रहे है बंद करो दरवाजा कोई देख लेगा तो गजब हो जायेगा तब मैंने मुह में उगली रखा और धीरे से बोला कि चुप रहिये भाभी मैंने ताला बदल दिया है गेट का कोई नहीं आयेगा तो भाभी बोली कि बहुत नटखट हो चलो हटो नहा लेने दो मुझे तब मैं मुस्कुराते हुए बोला कि भाभी आपके कन्धे में मैल जमी है साफ कर दू क्या तो भाभी ने बोला नहीं रहने दो जाओ मैं नहा लू लेट हो रही हु ,और मुस्कुरा दिया तब मैं बाथरूम में घुस गया और साबुन लेकर भाभी के कंधे और पीठ में लगाकर घिसना सुरु कर दिया और धीरे से भाभी के स्तनो पर भी साबुन लगा दिया और स्तनो को भी सहलाने लगा हलके हलके हाथ से जब स्तनो में साबुन लग गया तो स्तन इतने चीकने हो गए कि हाथ से पको तो बार बार फिसल रहे थे ओह इतना मस्त लग रहा था उस समय जब स्तनो कि मालिश करने लगा जैसे जन्नत की सैर कर रहा हु कुछ ही देर में स्तन एक दम से कठोर हो गए भाभी को भी मजा आने लगा तो बैठे बैठे ही मेरे लण्ड को टटोलने लगी तब मैं लुंगी उतार कर टांग दिया तब भाभी ने मेरी चढ्ढी भी खीच कर उतार दया तो मैं झुक कर भाभी को किस करने लगा तब भाभी उठकर खड़ी हो गई और अपने हाथ में साबुन लगाकर मेरे लड में लगाने लगी अब मैं भाभी कि बूब्स में साबुन लगा लगा कर स्तनो कि मालिस करने करने लगा और भाभी मेरे लण्ड पर साबुन लगा लगा कर लण्ड को खिलाने लगी ,मैं भाभी के पुरे बदन को साबुन लगाकर चीकना कर दिया और भाभी को अपनी बाहो में लेने लगातो भाभी किसी मछली कि तरह बार बार फिसल रही थी तब मैं भाभी को पीछे कि तारफ से पकड़ लिया और इसी फिसलन के बीच में भाभी
 
को हलका सा झुका दिया और साबुन लगा लण्ड को भाभी कि चूत में हल्का सा पूस किया तो पूरा का पूरा लण्ड सप से घुस गया भाभी ने बाथरूम में लगी फर्सी [संगमरमर के पत्थर का टुकड़ा जो लेट्रीन सीट और बाथरूम को लग करताहै] को पकड़ कर झुक गई और मैं पीछे से धक्के मार मार कर चोदने लगा और भाभी बड़े मजे ले ले कर झटके खाने लगी मस्त मस्त चिकनी चुचियो को मसलते रहा और जोर जोर से झटके मारते रहा ५ मिनट तक लगातार झटके खाने के बाद भाभी ने बोला कि घुटने दर्द करने लगे क्योकि बाथरूम कि फर्स चुभ रही थी तब मैं भाभीको खड़ा कर दिया और सावर चला कर पुरे वदन का साबुन धो दिया और फिर भाभी को पकड़ कर उठा लिया भाभी ने अपने दोनों जांघो को को मेरे कमर मेंफसा लिया और अपने सुन्दर सुन्दर नाजुक हाथो को मेरे गले में डाळ कर जोर से पकड़ लिया तब मैं भाभी की कमर और चूतड़ो कोपकड़ कर हवा में लहरा लहरा कर चोदने लगा और लगातार ४ मिनट तक हवा में उछाल उछाल कर भाभी को चोदता रहा भाभी मेरे से ऐसे लिपटी थी जैसे नाग नागिन सम्भोग के समय लिपट जाते है ,मैं भाभी को नंगी ही बाथरूम से उठाकर बैडरूम में ले आया और बिस्तर पर पीठ के बल लेट गया और फिर घुटनो को मोड़ कर खड़ा कर दिया भाभी घुटनो को सहारा बना कर मुझे चोदने लगी भाभी अब जोर जोर से आ अ अ अ अ अ अ आहा अह आगाह आहा ह सी सी सी उई उई उई उई उई उउउउउउउउउउउ आआआआआआ आआआआआआ उई माँ उई माँ करती रही प्यूरी ताकत लगाकर मेरे पेट में अपने चूतड़ो को फट फट पटक पटक कर छोड़ने लगी भाभी थके नहीं ली लिए मैं पीछे से भाभी के चूतड़ो को पकड़ कर ऊपर नीचे करने में मदद करने लगा इस तरह से भाभी करीब ४ मिनट बाद सुस्त पड़ कर रुक गई मैं समझ गया भाभी झर चुकी है भाभी मेरे ऊपर से उठकर बेड पर बैठ गई ,मेरे तने हुए लड को देखा और बोली कि ये तो अभी तक गुस्साया हुआ है और हाथ से पकड़ कर खिलाने लगी तब मैं बोला कि चलो पीछे घूम जाओ आज दुसरी जगह पर घुसेड़ता हु तो भाभी तुरंत ही तैयार हो गई और घोड़ी कि तरह टाँगे करके चूतड़ो को ऊपर कि तरफ उठा दिया और भाभी कि गाड़ में [चूत में नहीं] लण्ड डालने लगा तो बोली कि ये क्या कर रहे हो नहीं जायेगा तुमहरा इतना मोटा तो मैं बोला कि रुको तो सही थोड़ दर्द होगा पर एक बार चला जायेगा तो बहुत मजा आयेगा ,तब मई थूक लगाकर लण्ड को धीरे धीरे घुसाने लगा पर घुस नहीं रहा था तो मैं तेल कि सीसी निकाला और भाभी कि गाड़ में तेल डालकर चिकनीकर लिया और लण्ड में भी तेल लगा लिया और धीरे से झटका दिया तो लण्ड घुस गया पर भाभी ने जल्दी से लण्ड को बाहर निकाल दिया और कराहने लगी और बोली कि बहुत जालिम हो,फाड़ोगे क्या और गुस्सा होकर लेट गई बेड पर तब मैं हाथ जोड़ कर माफी मागा इतने में ध्यान बट जाने के कारण मेरा लण्ड शांत पड़ गया तो भभ फिर से खिलाने लगी और बोली कि लो कर लो जल्दी से फि फिर जाउ नहाने तो मैं बोला कि आप नहा लो फिर कभी कर लेगे कहा भाग रही हो आप तो हसने लगी और उठकर चली गई बाथरूम में नहाने लगी मैं भी मेरे काम से लग गया कुछ देर में भाभी बाथरूम से नहा कर निकली एक टावेल लपेट कर और अपने बेड रूम में घुस गई तो मैं भी पीछे से कमरे में घुस गया और भाभी को पकड़ लिया पीछे से किस करने लगा ,बूब्स को दबाने और फिर टावेल को खीच कर बिस्तर पर रख दिया और भाभी को किस करने लगा तो भाभी ने कहा कि ‘ क्या कर रहे हो ‘ तो मैं कुछ नहीं बोला और किस करता रहा तो भाभी बोली कि चलो फटाफट निपट लो तुम मेरी तो अभी इच्छा नहीं है अभी अभी तो तुमने किया है, तुम ‘ हलके नहीं हुए इस कारण फिर से आ गए और इतना कहते हुए विस्तर लेटने लगी तो मैं रोका और बोला आप इसी तरह खड़े रहिये आपको फिर से इच्छा पड़ जायेगी तो भाभी बोली कि क्यों खड़े खड़े ही करोगे क्या तो मैं बोला कि आप तो बस खड़े रहो और देखो क्या क्या कैसे कैसे करता हु तो ओ हँसने लगी तो मैं घुटनो के बल खड़ा हो कर भाभी कि साफ़ ,सुन्दर ,चिकनी चूत को चाटने लगा भाभी मेरे सर पर हाथ घुमाने लगी मैं भाभी कि चूत को जीभ लगा लगा कर अंदर तक चाटने लगा २ मिनट बाद भाभी अपनी जांघो को आपस में सटाने लगी तब मैं समझ गया कि भाभी को इच्छा पड़ गई है बस अब इन्हे गर्म करना है मैं फिर से चूत को चाटने लगा बीच बीच में अगुठा घुसेड़ कर भाभी को गरम करने लगा मेरी कोशिस रंग लाइ भाभी ने ली जोर कि अगड़ाई और बेड पर बैठ गई तो मैं रस पीने लगा पूरी पूरी जीभ भाभी कि चूत के अंदर डाल देता और फिर चूत के न्द्र ही जीभ को घूमाने लगता भाभी अब जोर जोर से मेरे सर पर हाथ घुमाने लगी और आह आह आह आह आह आ अ अ अ अ आए आ आ उ उ उ उ उ उ उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ फु आह आह आह आह उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ फु आह आहा सी सी सी करने लगी और बोली कि अब नहीं तड़पाओ ‘ मैं समझ गया की भाभी अब मस्त तैयार पड़ गई चुदाने के लिए तब मैं लण्ड के ऊपर कंडोम चढ़ाया सुपाड़े के चमड़ी पीछे किया बिना [मैं समझ गया था भाभी इस बार ज्यादा समय लेगी स्खलित होने में इस कारण लण्ड कि चमड़ी नहीं खिसकाया जिससे ज्यादा देर तक भाभी को चोद सकू] और लण्ड को घुसेड़ दिया ‘ भाभी तकिया का सहारा लेकर बैठ और मैं खड़े खड़े चोदने लगा भाभी कि दोनों टांगो को पकड़ लिया दोनों हाथो से और झटके मारने लगा भाभी बडप्यार से झटके खाने लगी भाभी बार बार अपने स्तनो को अपने ही हाथो से मसलने लगी ओ उस समय भाभी के मुह से आह आह आह आह आह आ अ अ अ अ आए आ आ उ उ उ उ उ उ उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ फु आह आह आह आह उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ फु आह आहा सी सी सी अ अ अ अ अ आए अ अ आ आ आआआआआअ उउउउउउऊऊऊऊऊ सीईईईईई ओग ऑफ़ ऑफ़ ऑफ़ कि आवाजे निकालने लगी ७ मिनट तक लगातार झटके मारने के बाद भाभी को बिस्तर पर लिटा दिया और भाभी कि एक टांग को पकड़ कर हाथ से ऊपर उठा लिया और जोर जोर से झटके मारने लगा भाभी बड़े मादक अंदाज में मेरी तरफ देखती और किस करती बार कभी कभी जीभ को ओठो को चूसने लगी भाभी बार बार उठकर चिपक जाती मेरे से तब मैं भाभी कि चुचियो को खूब चूसता भाभी बड़े मस्त अंदाज में छुड़ा रही थी और बार बार मेरे सर पर हाथ घुमाती और उफ़ फु आह आह आह आह उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ फु आह आहा सी सी सी अ अ अ अ अ आए अ अ आ आ आआआआआअ उउउउउउऊऊऊऊऊ सीईईईईई कि आवाजे निकलती कुछ देर बाद भाभी कि दोनों टांगो को ऊपर उठा दिया

.. और जोर जोर से झटके मारने लगा और ८ मिनट तक लगातार झटके मारते मारते भाभी जोर जोर से उफ़ फु आह आह आह आह उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ फु आह आहा सी सी सी अ अ अ अ अ आए अ अ आ आ आआआआआअ उउउउउउऊऊऊऊऊ सीईईईईईकि आवाज करते करते स्खलित हो गई साथ ही मै भी स्खलित हो गया और लैंड घुसेड़े हुए भाभी के ऊपर लेट गया कुछ मिनट बाद उठा ,हैम दोनों पसीना पसीन हो गए पसीना सुखाने के बाद दोनों ही बाथरूम में नगे घुस गए एक दूसरे को नहलाया और फिर बाहर आ गए कमरे में जाकर देखा तो उस समय १० बजकर २० मिनट हो गए थे भाभी एक सेक्सी गाउन पहन कर निकली और कमरे के अंदर आई और जोर से एक किस लिया और बोली ‘ अब पता चला कैसे होती है चुदाई ‘ और मुस्कुराते हुए किचेन में चली गई खाना बनाया और हम दोनों ने एक साथ खाना खाये और अपने अपने कमरे में जाकर सो गए चैनल गेट में पुराना वाला ताला वापस लगा दिया | नीद ऐसी लगी कि ५ बजे नीद खुली मकान मालिक कब आये पता ही नहीं चला | 

अब भाभी को जब भी मोका मिलता चोद देता ‘भाभी खुद बहुत उतावली रहती चुदाने के लिए जब भी मोका मिलता आ जाती पास में यहाँ तक कि रात में छत में भी चोद देता पूरा मई ,जून मस्त चुदाई किया भाभी कि जुलाई में मन्नू आ गई उसका एक कालेज में B.com में एडमिसन करा दिया मकान मालिक ने मीना कि कालेज सुबह ८ बजे से रहती और १२ -१ बजे तक कालेज से आ जाती जब मीना और माकन मालिक नहीं रहते तो भाभी को चोदता और जब भाभी और मकान मालिक नहीं रहते तो मन्नु को चोदता इस तरह से दोनों को चुदाई का मजा देता मन्नू पहले से ज्यादा चुदवाने लगी कहती कि जब तक नहीं चुदाऊ नीद नहीं आती | 
 
ओक्टुबर का महीना था एक दिन मन्नू कि मौसी आ गई ‘ इस बार मौसी के रंग ढंग एक दम से बदले हुए थे मौसी राजस्थानी ड्रेस कि जगह पर सलवार सूट ,और साडी पहनती तब मौसी कि उम्र और कम लगती मौसी कि सेक्स अपील बढ़ गई मौसी के बड़े बड़े बूब्स ब्लाउज में मस्त लगते ओक्टुबर का महीना था एक दिन मन्नू कि मौसी आ गई ‘ इस बार मौसी के रंग ढंग एक दम से बदल गए १५ दिन में ‘ मौसी राजस्थानी ड्रेस कि जगह पर सलवार सूट ,और साडी पहनती तब मौसी कि उम्र और कम लगती मौसी कि सेक्स अपील बढ़ गई मौसी के बड़े बड़े बूब्स ब्लाउज में झाकते हुए मस्त लगते मौसी के आ जाने के कारण अब मीना और रीमा भाभी को चोदने का मोका ही नहीं मिलता मौसी दिन भर घर में ही रहती कभी बाजार जाती भी तो साम के समय माकन मालिक के साथ उस समय मीना और भाभी दोनों साथ साथ रहती ‘ पर मौसी खूब घुल मिल गई ज्यादा से ज्यादा बाते करती जब घर में कोई नहीं रहता ‘ मौसी नहाते समय ब्लाउज और पेटीकोट में ही बाहर झाड़ू लगाने आ जाती उस समय मौसी के बड़े बड़े बूब्स को ललचाई निगाहो से देखता मीना और रीमा भाभी के बूब्स इतने बड़े और सेक्सी नहीं लगते जितना कि मौसी कि बूब्स है मन करता कि दबा दू दोनों हाथो से मौसी पतले ट्रांसप्लेंट कपडे का ब्लाउज पहनती दूर से उनकी ब्रा दिखाई देती इसी तरह से सलवार सूट में भी मौसी का जिस्म सेक्सी लगता क्योकि ऊपर का सूट एक दम से जिस्म में कसा रहता ‘ सलवार सूट में मौसी का पेट नहीं दिखाई देता जबकि साडी में हल्का सा निकला हुआ पेट दिखाई देता है इसी कारन मौसी सलवार सूट जादा पहनती है | नवम्बर का महीना था एक दिन सुबह ११ बजे मौसी ने आवाज दिया तो मैं गया और बोला ‘जी मौसी सा ‘ तो मौसी कहती है कि ओये तू मौसी नहीं कहा कर भाभी बोला कर मुझे तेरे उम्र के मेरे चचेरे देवर है तो मैं बोला टीक है मौसी सा तो फिर से टोकी और बोली चल भाभी बोल तो मैं हस्ते हुए बोला हां भाभी सा बोलिये तो बोली जा एक क्रीम ला दे तो मैं बोला कौन से क्रीम नाम तो बताइये तो शर्माते हुए बोली कि यहाँ कि [कॉख कि तरफ इसारा किया] सफाई करनी है और १०० का नोट पकड़ा दिया तो मैं जाकर ‘इंफ्रच हेयर रिमूवर क्रीम ‘ लाकर दे दिया तो मौसी ने दरवाजा लगा कर अंदर घुस गई और ३० मिनट बाद बाहर निकली तो टू पीस वाला गाउन पहन रखा था जिसमे से गाउन के ऊपर का हिस्सा नहीं था मौसी इस गाउन में बहुत सेक्सी लग रही थी उनकी पूरी पीठ और बड़े बड़े बूब्स लाल रंग कि ब्रा और पेंटी दिखाई दे रही थी कंधे पर सिर्फ ब्रा कि तरह एक पतली सी रस्सी थी गाउन इतनी पतली थी कि अंदर कि लाळ रंग कि पेंटी साफ़ झलक रही थी ये सब देख कर मैं भी बाहर निकला सोचा कि मौसी सरमा जायेगी पर मौसी नहीं सरमाई बल्कि मेरे पास बाते करने लगी पर मेरी आँखे बार बार मौसी कि सेक्सी बूब्स कि तरफ चले जाते तब मौसी मुस्कुरा कर कहती कि क्या देख रहा है मेरी तरफ देख कर बात कर ना तो मैं झेप कर सरमा गया तो मौसी ने मेरे गाल में एक हल्की से चपत मारा और तिरछी नजर से देखते हुए मुस्कुरा कर चली गई जब मौसी अपने कमरे केपास पहुची तो एक बार फिर में मेरी तरफ पलट कर देखी मैं उस समय मौसी को ही देखे जा रहा था फिर मौसी अंदर घुस गई अब रोज मैं मौसी के सेक्सी जिस्म को किसी न किसी बहाने देखता एक दिन मैं रात को मकान मालिक और मौसी कि चुदाई देखा जिसमे मौसी अतृप्त थी मकान मालिक तो फुर्सत हो गए पर मौसी अभी भी जोर से टांगे दबाये हुए लेती थी बिस्तर पर | दिसंबर का महीना था एक दिन घर के सामने ही रोड पर एक ठेले से मौसी बड़े बड़े मोटे मोटे केले लेकर आई और मुझे आवाज दिया जब मैं गया तो बोली ले केले खायेगा बहुत अच्छे है तो मैं एक केला उठाकर खाने लगा और बोला कि बहुत अच्छे केले है मौसी तो बोली कि तूने फिर से मौसी कहा अब नहीं कहना फिर से टीक है ना बही तो पिटाई कर दुगी तो मैं कान पकड़ते हुए एक उठक बैठक लगाया और बोला सॉरी भाभी तो हसने लगी और बोली ले और खा ना फिर बेसर्मी से कहने लगी कि मोटे केले कि बात ही अलग है एक केला खा लो पेट भर जाता है तब मैं बोला कि केला तो केला है मोटा हो या पतला लंबा हो या छोटा तो मौसी बोली कि नहीं रे मोटे और लम्बे केले कि बात ही अलग होती है बहुत मजा आता है मोटा केला खाने में यह तो नसीब वाले को मिलता है तब मैंने बोला कि भाभी इसमें नसीब वाली बात कहा है जब मन पड़े खा लो बाजार से लाकर तो बोली कि बाजार में मिल जाते है पर जो केला मुझे चाहिए ओ नहीं मिलता तो मैं बोला कि आपको कौन सा केला चाहिए आप तो खूब खाती है केले रात में भी खाती है केले तो मौसी शरमाकर बोली तुझे कैसे पता कि मैं रात में खाती हु तो मैंने बताया कि मैंने देखा है आपको रात में केले खाते तो उदास हो कर बोली कि उस केले में अब मजा नहीं रहा अब ओ केला कमजोर पड़ गया तो मैं हसने लगा और बोला कि केला तो है पर आप उसे देख नहीं रही है और हसने लगा तो मौसी भी हसने लेगी ‘ एक दिन मौसी अपने रूम में साडी पहन रही थी तब मैं अचानक पहुच गया और मौसी को पीछे से देखने लगा मौसी ड्रेसिंग टेबल में कॉंच के सामने साडी पहन रही थी मैं मौसी को पीछे से बहुत देर तक देखता रहा मौसी पीछे से बहुत ही सेक्सी लग रही थी मौसी ने मुझे कांच में देख लिया पर जान बूझकर नहीं घूमी मैंने मौसी को भर पेट देखा कुछ देर में मौसी पलटी और मेरे तरफ देख कर बोली क्या देख रहा है तो मैं सर्मा गया कुछ नहीं बोला नीचे कि तरफ देखने लगा इतने में मौसी मेरे पास आई और गाल में एक चपत मारा और बोली तुझे मैं अच्छी लगती हु तब भी मैं कुछ नहीं बोला तो मौसी बोलती है ले इधर भी देख ले मन को सन्ति मिल जायेगी तुझे तब मैं मौसी कि तरफ देखने लगा मौसी ने साडी का पल्लू नहीं लिया था और ब्लाउज का एक हुक भी नहीं लगा था मौसी के बड़े बड़े आधे बूब्स दिखाई दे रहे थे मैंने मौसी कि तारीफ किया बोला कि भाभी आप बहुत सुन्दर है और इस तरह से मेरे और मौसी के बीच में अब बड़ी बेसर्मी से बाते होने लगी मौसी चुदाने के लिए मन ही मन तैयार हो गई बस मोके की तलास है और बह मोका एक दिन मिल गया | 

३ जनवरी कि बात है आज भाभी और मीना कही जा रही है तैयार होकर पूछा तो पता चला कि भाभी के मायके में सादी है किसी कि इस कारण जा रही है ‘ मैं तो मन ही मन खुस हो गया कि अब मौसी को चोदने का मोका मिल जायेगा ‘ एक दिन क्या हुआ कि मकान मालिक के मकान में रात में चोरी हो गई चोरो ने घर वालो को मारा भी खूब इस कारण मौसी खूब डरी हुई थी उसी समय पर माकन मालिक कि रात में १२ बजे से डूटी हो गया और मेरी डूटी ४ बजे हो गई माकन मालिक जाते और मैं रात को १२.३० तक आ जाता मौसी एकात दिन तो सो गई अकेले पर ५ जनवरी कि रात को मैं जैसे ही आया चैनल गेट का ताला खोला तो ताला खोलते ही मौसी आ गई और बोली कि अभी कुछ देर पहले कोई ताला तोड़ने की कोशिस कर रहा था मैं बोला मुझे तो कोई नहीं दिखाई दिया ईतना कह कर ताला लगाया और वापस आ गया अपने कमरे मेंचेंज कारने लगा कपड़ा और बिस्तर पर लेट गया तो किचेन कि तरफ से मौसी ने दरवाजा ठोका और धीरे से बोली कि महेंद्र मेरे कमरे में आकर सो जा मैं डर रही हु अकेली तो मैं बोला कि बीच का दरबाजा खोलो भाभी आ जाउगा तो मौसी ने कहा कि चाबी नहीं है मेरे पास [जबकि मेरे पास चाबी थी मैं जान बूझकर नहीं दिया मौसी को] तो मैं बोला कि आगे कि तरफ से आउगा तो कोई देख लेगा तो मौसी ने कहा कि रात में कोई नहीं देखेगा तू तो आ जा तब मैं चुपचाप मौसी के कमरे में जाकर लेट गया दूसरे बेड पर उस समय पर बहुत भयंकर ठंडी पड़ रही थी पर मौसी का कमरा गर्म था क्योकि मौसी ने दरवाजे लगाकर रूम हीटर ऑन कर रखा था ,मुझे नीद तो नहीं आ रही थी पर आगे होकर मौसी कि तरफ बढ़ने कि हिम्मत भी नहीं पड़ रही थी जबकि मौसी पके हुए फल कि तरह टपकने को तैयार है पर मौसी मेरी जीभ को चूसने लगी कुछ इस तरह से मैं चुपचाप एक कम्बल ओढ़कर लेटा रहा रात में करीब २ बजे तक हलकी ठण्ड लगी तो तो रजाई खीचकर ओढ़ने लगा तो देखा कि हीटर बंद है फिर मैं रजाई ओढ़कर लेट गया रात में २.३० बजे भाभी ने आवाज दिया और बोली कि मुझे ठंडी लग रही है तू मेरे पास आजा ना ,मैं तो इस पल का कबसे इन्तजार कर रहा था मैं जल्दी से उठा और मौसी के बेड पर पहुच गया ,पहुचते ही मौसी ने अपनी रजाई में दुबका लिया मुझे ,मैं जाते ही मैं मौसी से चिपक गया और किस करने लगा पर मैं ये देख कर हैरान रह गया कि मौसी इतनी ठंडी में भी सिर्फ ब्रा और पैन्टी में ही लेटी हुई थी बेड पर ‘ मौसी के ब्रा का हुक खोल दिया और मैं भी मौसी के बूब्स मसलने लगा ‘ मौसी के बूब्स बड़े बड़े थे दू हाथ से पकड़ने पर भी हाथ में नहीं समा रहे थे ,बूब्स कड़क थे इस उम्र में भी मौसी के बूब्स ज़रा सा भी नहीं लटके हुए थे मैं मौसी के बूब्स को चूसने लगा मौसी मेरे सर पर जांघो पर हाथ घुमाने लगी ‘ मेरे जीभ को चूसने लगी मैं मौसी कि जांघो में हाथ घुमाने लगा मौसी जोर जोर से मेरे को किस करने लगी और मेरे सभी कपडे उतारने लगी और एक एक करके सभी कपडे उतार कर नंगा कर लिया मुझे और लण्ड को पकड़ लिया और हाथसे सहलाने लगी और धीरे से उलटा लेटते हुए मेरे लण्ड को मुह में डाल लिया और लण्ड को चूसने लगी मैं भी उलटा होकर मौसी चूत को चाटने लगा मौसी गर्म पड़ने लगी तो मौसी को पीठ के बल लिटा दिया और मौसी के ऊपर चढ़ गया मौसी दोनों टांगो को फैला दिया और में बूब्स को चूसने लगा मौसी लण्ड को खिलाते खिलाते अपनी चूत में डालने लगी तो मैं एक हल्का से झटका दिया और लण्ड मौसी कि चूत में घुस गया मौसी कि उम्र के हिसाब से चूत ढीली नहीं थी बल्कि चूत हलकी सी टाइट थी ,मौसी ने दोनों हाथो को मेरे कमर डाल कर पकड़ लिया झटके मारने लगा मौसी उ उ उ उ उ अ अ अ अ आ अ अ हा अह अह अह आहाह आह अह सी सी सी कि आवाज निकलने लगी मौसी ने अपनी चूत को टाइट कर लिया और बड़े मजे के साथ चुदवाया | 
 
मै मौसी को तब तक चोदता रहा जब तक मौसी सांत नहीं हो गई मौसी ने सभी आसनो में चुदवाया और मौसी को लगातार २० दिनों तक चोदता रहा फिर मन्नू और भाभी गई और मौसी कि चुदाई का सिलसिला बंद हो गया ,फिर मोका देख देख कर बारी बारी से मीना और भाभो को ३ साल तक चोदा ,मीना कि सादी हो गई २००२ में मेरी भी सादी हो गई पर रीमा भाभी को बीच बीच में बाहर होटलो में ले जाकर चोदता रहा आज भी कभी कभी रीमा भाभी को बाहर होटल में लेजाकर चोदता हु |

तो मित्रो ये कहाँ यही पर समाप्त कर रहा हु आप लोगो को मेरी कहानी जैसी भी लगी प्लीज कमेंट जरुर कीजियेगा |

समाप्त
 
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