hotaks444
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साहिल कमला की बात सुन कर एक दम से झेंप गया…उसने अपने सर को झुका लिया….”अच्छा अब इधर मत देखना….में ज़रा मूत लूँ….साहिल ने दूसरी तरफ मुँह कर लिया…कमला ने साहिल की तरफ पीठ की, और फिर अपनी सलवार को घुटनो तक उतारा और अपनी कमीज़ के पल्ले को पीछे से अपनी कमर पर चढ़ा लिया….जिससे उसकी मोटी और गोरी गान्ड बेपर्दा हो गई…फिर उसने साहिल को देखा….
साहिल दूसरी तरफ मुँह किए खड़ा था….और कमला नीचे पैरो के बल उकूड़ू बैठ गई….और मंद-2 मुस्कुराने लगी….पर काफ़ी देर तक जब साहिल को कमला के मूतने की आवाज़ नही आई….तो उसे थोड़ा अजीब सा लगा. “आंटी आप ने पेशाब कर लिया….” साहिल ने काँपती हुई आवाज़ में कहा…
कमला: अर्रे नही अभी नही….पता नही मूत क्यों नही निकल रहा…बड़ी तेज जलन सी हो रही है…..
साहिल ने अपनी चोर नज़रो से कमला की तरफ देखा, तो उसका दिल हलक को आ गया…कमला नीचे बैठी हुई थी….उसकी चौड़ी गान्ड को देख साहिल का लंड उसकी निक्कर में झटके खाने लगा….कमला थोड़ा सा उठी, और अपनी आप को घोड़ी की तरह झुका कर अपनी चूत को देखने लगी…वो ये सब जान बुझ कर रही थी….”हाए कितनी जलन हो रही है….” साहिल ने देखा उसने पीछे से अपनी गान्ड उठा रखी थी….
पिछली बार जब साहिल ने छत पर से कमला की चूत को देखा था, तो उस पर बहुत काले और घने बाल थे….पर इस बार कमला ने अपनी चूत की झान्टो को एक दम सॉफ कर रखा था…कमला की चूत से निकल रहे कामरस से उसकी चूत की फन्खुडि और आसपास का हिस्सा गीला होकर चाँद की रोशनी में चमकने लगा….
ये सब देख साहिल तो जैसे अपने होश ही खो बैठा….पता नही उसे क्या हुआ, कि उसने अपने निक्कर को नीचे सरका कर अपने लंड को बाहर निकाल लिया…और कमला की तरफ बढ़ने लगा….कमला इस बात से अंजान थी कि, आगे क्या होने वाला है….कमला के पीछे आते ही, साहिल ने कमला को कमर से दोनो हाथो से पकड़ लिया….साहिल का लोहे की रोड की तरह तना हुआ लंड कमला की गान्ड की दरार में जा धंसा…..
कमला: ह हाई ओह्ह्ह मुंडिया की कर रहे है…..आह छोड़ो मुझे आह उंह सीईईई हाई…..
कमला जान बुझ कर साहिल से छूटने की कॉसिश कर रही थी….पर ऐसे करते हुए, वो अपनी गान्ड को साहिल के लंड पर दबाते हुए, अपनी गान्ड को गोल-2 घुमा रही थी….”अहह साहिल यी यी क्या कर रहे हो ओह्ह हट जा पुत्तर में किसी को मुँह दिखाने के लायक नही रहूंगी अह्ह्ह्ह…”
कमला चाहती तो एक धक्का देकर साहिल को 4 फुट दूर फेंक सकती थी…पर उसकी चूत में तो आग लगी हुई थी…..”आह साहिल ये ये क्या चुभ रहा है मेरी गान्ड में…आह हाई कितना गरम है….” ये कहते हुए, कमला अपना एक हाथ पीछे ले गई. और साहिल के लंड को अपने मुट्ठी में भर लिया.
साहिल का पूरा बदन झनझणा गया….”हट जा साहिल पुत्तर क्या कर रहा है.. ओह्ह्ह साहिल हट जा ना….”
कमला ये सब इतनी महारत से कर रही थी कि, साहिल समझ रहा था कि, कमला सच में उसे हटाने की कॉसिश कर रही है…पर उसने अपने मुट्ठी में पकड़े लंड को ऐसे अपनी चूत के सामने कर दिया….जैसे सब अंजाने में हो गया हो….अब साहिल का लंड कमला की चूत की फांको पर दस्तक देने लगा था….साहिल के लंड के सुपडे के गरमी अपनी चूत की फांको पर महसूस करके, कमला एक दम से सिसक उठी…
कमला का पूरा बदन उतेजना में काँप गया….उसने अपने हाथ को साहिल के लंड से हटाते हुए, सामने पड़े बड़े से पत्थर पर दोनो हाथो को टीका लिया….”साहिल बेटा मत कर ऐसे अह्ह्ह्ह में किसी को मुँह दिखाने के लायक नही रहूंगी…अहह सीईईई साहिल…..आह मेरे फुददी अहह ह….”
कमला ने सिसकते हुए अपनी गान्ड को पीछे की तरफ धकेला, तो उसकी चूत का छेद साहिल के लंड के सुपाडे पर दब गया….कमला की चूत की फांको ने साहिल के लंड के सुपाडे को जाकड़ कर चूत के छेद तक जाने का रास्ता दिया. और चूत के छेद ने सिकुड़ते हुए, साहिल के लंड के सुपाडे को चूम कर स्वागत किया….
कमला: हाई साहिल मेरी फुद्दि मत मार अहह तेरी लंड आह मेरी फडी अह्ह्ह्ह मार जल्दी कार कही मा ना आ जाए हाई….
साहिल भला अब कैसे रुक सकता था…उसने कमला की कमर को दोनो तरफ से पकड़ कर एक ज़ोर दार धक्का मारा…साहिल का 5 इंच का लंड कमला की पनियाई चूत की दीवारों को फेलाता हुआ अंदर जा घुसा….अपनी चूत की दीवारो पर साहिल के लंड के सुपाडे की रगड़ को महसूस करके, कमला एक दम मस्त हो गई….उसका पूरा बदन रह-2 कर काँपने लगा….
कमला ने पीछे की तरफ अपना फेस घुमा कर देखा और अपने फेस पर जान बुझ कर रुवान्से भाव लाते हुए बोली….”तुम सच में बहुत बिगड़ गए हो… मेरी फुद्दि फाड़ डी….अब में किसी को मुँह दिखाने के लिए लायक नही रही…”हाई ओह्ह्ह्ह धीरे मार पुत्तर अह्ह्ह्ह अहह अहहा ह चोद अपनी आंटी को मार ले फुद्दि मेरी अहाअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह….”
साहिल ने कमला की कमर को कस के पकड़ कर धानधन अपना लंड उसकी चूत के अंदर बाहर करना शुरू कर दिया….कमला भी अपनी गान्ड को पीछे की ओर धकेलते हुए, सिसकारियाँ भर रही थी….उनसे काफ़ी दूर बैठी सरोज भी कमला की सिसकारियों की आवाज़ सुन रही थी…और थोड़ा घबरा रही थी कि, कही कोई इधर ना आ जाए…साहिल की जांघे जब कमला के चुतड़ों से टकरा कर थप की आवाज़ करती. तो दूर बैठी सरोज की फुद्दि में कुलबुलाहट होने लगी….वो अपनी मॅक्सी के ऊपेर से अपनी चूत को मसल्ते हुए, अपनी बेटी की मस्ती भरी सिसकारियाँ सुन रही थी…
दूसरी तरफ चुदाई पूरे उफान पर थी…साहिल इतना एग्ज़ाइटेड हो गया था कि, 5 मीं बाद ही उसका लंड कमला की चूत में झटके खाना लगा…धीरे-2 साहिल की रफ़्तार कम होने लगी…साहिल को झाड़ाता देख कमला ने भी तेज़ी से अपनी चूत को पीछे की तरफ साहिल के लंड पर पटकना शुरू कर दिया…
कमला: सीईईई अहह उंह साहिल अह्ह्ह्ह मेरी फुद्दि मार ली आह हइई सीईईईईई सीईईईई अहह….
कमला भी सिसियाते हुए झड़ने लगी….जब कमला की सिसकियाँ बंद हुई, तो दूर बैठी, सरोज के होंठो पर मुस्कान फेल गई…झड़ने के बाद कमला आगे की तरफ हुई, तो साहिल का लंड कमला की चूत से बाहर आ गया…साहिल के लंड से लार के जैसी पानी की एक तार बनती हुई नीचे की तरफ लटकने लगी…देखने में ऐसा लग रहा था…मानो कमला की फुद्दि से कोई धागा निकल कर साहिल के लंड पर लिपटा हो…
साहिल दूसरी तरफ मुँह किए खड़ा था….और कमला नीचे पैरो के बल उकूड़ू बैठ गई….और मंद-2 मुस्कुराने लगी….पर काफ़ी देर तक जब साहिल को कमला के मूतने की आवाज़ नही आई….तो उसे थोड़ा अजीब सा लगा. “आंटी आप ने पेशाब कर लिया….” साहिल ने काँपती हुई आवाज़ में कहा…
कमला: अर्रे नही अभी नही….पता नही मूत क्यों नही निकल रहा…बड़ी तेज जलन सी हो रही है…..
साहिल ने अपनी चोर नज़रो से कमला की तरफ देखा, तो उसका दिल हलक को आ गया…कमला नीचे बैठी हुई थी….उसकी चौड़ी गान्ड को देख साहिल का लंड उसकी निक्कर में झटके खाने लगा….कमला थोड़ा सा उठी, और अपनी आप को घोड़ी की तरह झुका कर अपनी चूत को देखने लगी…वो ये सब जान बुझ कर रही थी….”हाए कितनी जलन हो रही है….” साहिल ने देखा उसने पीछे से अपनी गान्ड उठा रखी थी….
पिछली बार जब साहिल ने छत पर से कमला की चूत को देखा था, तो उस पर बहुत काले और घने बाल थे….पर इस बार कमला ने अपनी चूत की झान्टो को एक दम सॉफ कर रखा था…कमला की चूत से निकल रहे कामरस से उसकी चूत की फन्खुडि और आसपास का हिस्सा गीला होकर चाँद की रोशनी में चमकने लगा….
ये सब देख साहिल तो जैसे अपने होश ही खो बैठा….पता नही उसे क्या हुआ, कि उसने अपने निक्कर को नीचे सरका कर अपने लंड को बाहर निकाल लिया…और कमला की तरफ बढ़ने लगा….कमला इस बात से अंजान थी कि, आगे क्या होने वाला है….कमला के पीछे आते ही, साहिल ने कमला को कमर से दोनो हाथो से पकड़ लिया….साहिल का लोहे की रोड की तरह तना हुआ लंड कमला की गान्ड की दरार में जा धंसा…..
कमला: ह हाई ओह्ह्ह मुंडिया की कर रहे है…..आह छोड़ो मुझे आह उंह सीईईई हाई…..
कमला जान बुझ कर साहिल से छूटने की कॉसिश कर रही थी….पर ऐसे करते हुए, वो अपनी गान्ड को साहिल के लंड पर दबाते हुए, अपनी गान्ड को गोल-2 घुमा रही थी….”अहह साहिल यी यी क्या कर रहे हो ओह्ह हट जा पुत्तर में किसी को मुँह दिखाने के लायक नही रहूंगी अह्ह्ह्ह…”
कमला चाहती तो एक धक्का देकर साहिल को 4 फुट दूर फेंक सकती थी…पर उसकी चूत में तो आग लगी हुई थी…..”आह साहिल ये ये क्या चुभ रहा है मेरी गान्ड में…आह हाई कितना गरम है….” ये कहते हुए, कमला अपना एक हाथ पीछे ले गई. और साहिल के लंड को अपने मुट्ठी में भर लिया.
साहिल का पूरा बदन झनझणा गया….”हट जा साहिल पुत्तर क्या कर रहा है.. ओह्ह्ह साहिल हट जा ना….”
कमला ये सब इतनी महारत से कर रही थी कि, साहिल समझ रहा था कि, कमला सच में उसे हटाने की कॉसिश कर रही है…पर उसने अपने मुट्ठी में पकड़े लंड को ऐसे अपनी चूत के सामने कर दिया….जैसे सब अंजाने में हो गया हो….अब साहिल का लंड कमला की चूत की फांको पर दस्तक देने लगा था….साहिल के लंड के सुपडे के गरमी अपनी चूत की फांको पर महसूस करके, कमला एक दम से सिसक उठी…
कमला का पूरा बदन उतेजना में काँप गया….उसने अपने हाथ को साहिल के लंड से हटाते हुए, सामने पड़े बड़े से पत्थर पर दोनो हाथो को टीका लिया….”साहिल बेटा मत कर ऐसे अह्ह्ह्ह में किसी को मुँह दिखाने के लायक नही रहूंगी…अहह सीईईई साहिल…..आह मेरे फुददी अहह ह….”
कमला ने सिसकते हुए अपनी गान्ड को पीछे की तरफ धकेला, तो उसकी चूत का छेद साहिल के लंड के सुपाडे पर दब गया….कमला की चूत की फांको ने साहिल के लंड के सुपाडे को जाकड़ कर चूत के छेद तक जाने का रास्ता दिया. और चूत के छेद ने सिकुड़ते हुए, साहिल के लंड के सुपाडे को चूम कर स्वागत किया….
कमला: हाई साहिल मेरी फुद्दि मत मार अहह तेरी लंड आह मेरी फडी अह्ह्ह्ह मार जल्दी कार कही मा ना आ जाए हाई….
साहिल भला अब कैसे रुक सकता था…उसने कमला की कमर को दोनो तरफ से पकड़ कर एक ज़ोर दार धक्का मारा…साहिल का 5 इंच का लंड कमला की पनियाई चूत की दीवारों को फेलाता हुआ अंदर जा घुसा….अपनी चूत की दीवारो पर साहिल के लंड के सुपाडे की रगड़ को महसूस करके, कमला एक दम मस्त हो गई….उसका पूरा बदन रह-2 कर काँपने लगा….
कमला ने पीछे की तरफ अपना फेस घुमा कर देखा और अपने फेस पर जान बुझ कर रुवान्से भाव लाते हुए बोली….”तुम सच में बहुत बिगड़ गए हो… मेरी फुद्दि फाड़ डी….अब में किसी को मुँह दिखाने के लिए लायक नही रही…”हाई ओह्ह्ह्ह धीरे मार पुत्तर अह्ह्ह्ह अहह अहहा ह चोद अपनी आंटी को मार ले फुद्दि मेरी अहाअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह….”
साहिल ने कमला की कमर को कस के पकड़ कर धानधन अपना लंड उसकी चूत के अंदर बाहर करना शुरू कर दिया….कमला भी अपनी गान्ड को पीछे की ओर धकेलते हुए, सिसकारियाँ भर रही थी….उनसे काफ़ी दूर बैठी सरोज भी कमला की सिसकारियों की आवाज़ सुन रही थी…और थोड़ा घबरा रही थी कि, कही कोई इधर ना आ जाए…साहिल की जांघे जब कमला के चुतड़ों से टकरा कर थप की आवाज़ करती. तो दूर बैठी सरोज की फुद्दि में कुलबुलाहट होने लगी….वो अपनी मॅक्सी के ऊपेर से अपनी चूत को मसल्ते हुए, अपनी बेटी की मस्ती भरी सिसकारियाँ सुन रही थी…
दूसरी तरफ चुदाई पूरे उफान पर थी…साहिल इतना एग्ज़ाइटेड हो गया था कि, 5 मीं बाद ही उसका लंड कमला की चूत में झटके खाना लगा…धीरे-2 साहिल की रफ़्तार कम होने लगी…साहिल को झाड़ाता देख कमला ने भी तेज़ी से अपनी चूत को पीछे की तरफ साहिल के लंड पर पटकना शुरू कर दिया…
कमला: सीईईई अहह उंह साहिल अह्ह्ह्ह मेरी फुद्दि मार ली आह हइई सीईईईईई सीईईईई अहह….
कमला भी सिसियाते हुए झड़ने लगी….जब कमला की सिसकियाँ बंद हुई, तो दूर बैठी, सरोज के होंठो पर मुस्कान फेल गई…झड़ने के बाद कमला आगे की तरफ हुई, तो साहिल का लंड कमला की चूत से बाहर आ गया…साहिल के लंड से लार के जैसी पानी की एक तार बनती हुई नीचे की तरफ लटकने लगी…देखने में ऐसा लग रहा था…मानो कमला की फुद्दि से कोई धागा निकल कर साहिल के लंड पर लिपटा हो…