hotaks444
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गीता ने फिर से उसे अपने ऊपेर खेंच लिया….और उसके होंठो को चूमते हुए बोली, साहिल अब जल्दी कर में कब से मरी जा रही हूँ….” साहिल एक बार फिर उसकी जाँघो के बीच में आ गया था….गीता ने अपने हाथों को नीचे ले जाते हुए, उसकी निक्कर को पकड़ कर नीचे खेंच दिया….और फिर साहिल ने खुद ही, अपनी निक्केर को अपनी टाँगो से निकाल दिया…”आप ने कमीज़ फिर से क्यों पहन ली” साहिल ने गीता की चुचियों के और घुरते हुए कहा…
गीता: और क्या पूरी नंगी हो जाती….अगर अचानक से कोई आ गया तो , कपड़े पहनने में टाइम लेगेगा….और फिर किसी को हम पर शक हो गया तो…तुझे ये पसंद है ना ये ले, जी भर कर खेल इनसे….
ये कहते हुए, गीता ने अपनी कमीज़ को ऊपेर उठा कर अपनी चुचियों को बाहर निकाल दिया…36 साइज़ के मोटी-2 चुचियों को देख, साहिल का लंड अब पूरी तरहा तन गया था…जो अब सीधा गीता की चूत की फांको के ठीक ऊपेर था…..
गीता ने फिर से उसे बाहों में भरते हुए, उसके सर को अपनी चुचियों पर दबा दिया…”आह साहिल चूस ईससी अहह” साहिल भी पागलो के तरह गीता की चुचियों पर टूट पड़ा….और उसकी एक चुचि को मुँह में भर कर उसके अंगूर के दाने के साइज़ के निप्पल को अपनी ज़ुबान से दबा -2 कर चूसने लगा…. गीता ने उसके सर को फिर से सहलाना शुरू कर दिया…..
गीता: आह चुस्स्स्स ले आह साहिल खा जा मेरे मम्मो को अहह उंह सीईईईई आह हाईए मा ओह हां चुस्स्स्स्स साहिल और ज़ोर ज़ोर सी से चूस.
गीता की आवाज़ में अब मदहोशी सॉफ झलक रही थी….उसका पूरा बदन उतेजना के कारण काँप रहा था…उसके गाल लाल होकर दिखने लगे…फिर गीता को अपनी चूत की फांको पर साहिल के लंड का गरम सुपडा रगड़ ख़ाता हुआ महसूस हुआ. गीता एक दम से सिसक उठी….उसने साहिल के सर को दोनो हाथों से पकड़ कर ऊपेर उठाया….उसका निपल खींचता हुआ साहिल के मुँह से पक की आवाज़ से बाहर आ गया….
गीता: (मस्ती में सिसकते हुए) हाई कितने जालिम हो तुम….
गीता की आँखें अब वासना के नशे में डूबती हुई बंद हुई जा रही थी..उसने अपनी नशीली अध खुली आँखों से एक बार साहिल की तरफ देखा, फिर उसके होंठो से अपने होंठ सटा दिए….साहिल ने भी गीता के नीचे वाले होंठ को अपने होंठो में दबा-2 कर चूसना शुरू कर दिया….”उंह अहह उंघह” गीता घुटि आवाज़ में सिसक रही थी….
उसने अपना एक हाथ नीचे लेजाकार साहिल के लंड पर रखा, और उसे अपनी मुट्ठी में भर लिया….साहिल के बदन में तेज सरसराहट दौड़ गई…गीता ने अपने होंठो को साहिल के होंठो से अलग किया….और अपनी टाँगो को फेला कर घुटनो से मोड़ कर ऊपेर उठा लिया….साहिल तो जैसे इस पल का इंतजार में था….वो अपने घुटनो के बॅल गीता की जाँघो के बीच में आ गया…जैसे ही उसकी नज़र गीता की फूली हुई चूत पर पड़ी. उसका लंड फिर से झटके खाने लगा. जो उस वक़्त गीता के हाथ में था….गीता साहिल के लंड की फुलति नसों को अपने हाथ में सॉफ महसूस कर रही थी…..
उसने साहिल के लंड को पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर दबाया….तो साहिल के लंड का सुपडा उसकी चूत की फांको को फेलाता हुआ, छेद पर जा लगा… गीता की कुँवारी चूत की फाँकें साहिल के लंड के सुपाडे के चारो तरफ फेलते हुए कस गई…..अपनी चूत के छेद पर साहिल के लंड का गरम सुपडा महसूस करते ही, उसके बदन में मानो हज़ारो वॉट की बिजली कोंध गई हो…..उसका पूरा बदन थरथरा गया….
गीता की चूत उसकी चूत से निकल रहे कामरस से एक दम गीली हो चुकी थी…गीता ने अपनी आँखो को बड़ी मुस्किल से खोल कर साहिल की तरफ देखा. और फिर काँपती आवाज़ में बोली…
गीता: साहिल धीरे-2 अंदर करना….में ये सब पहली बार कर रही हूँ… इस लिए मुझे दर्द होगा….पर तुम चिंता मत करना चाहे मुझे कितना भी दर्द हो…तुम अपना लंड मेरी फुद्दि में घुसा दो…अब करो भी….
साहिल ने धीरे-2 अपने लंड के सुपाडे को गीता की चूत के छेद पर दबाना शुरू किया….जैसे ही उसके लंड का सुपडा, गीता की गीली चूत के छेद में घुसा, गीता एक दम सिसक उठी….साहिल के लंड का सुपडा गीता की चूत की सील पर जाकर अटक गया…..साहिल भी इस रुकावट को सॉफ महसूस कर पा रहा था….
गीता की चूत की झिल्ली, साहिल के लंड के सुपडा से बुरी तरह अंदर को खिच गई…..जिसके कारण गीता के बदन में दर्द के तेज लहर दौड़ गई…उसके चेहरे पर उसके दर्द का सॉफ पता चल रहा था…..
साहिल: क्या हुआ मौसी ? दर्द हो रहा है क्या ?
गीता: आहह हां साहिल…दर्द हो रहा है…..
साहिल: बाहर निकाल लूँ…..
गीता: नही साहिल बाहर मत निकालना….ये दर्द तो हर लड़की को जिंदगी में एक ना एक बार तो सहन करना ही पड़ता है….साहिल ज़ोर से घस्सा मार….और फाड़ दे मेरी फुद्दि….
साहिल: अगर तुम्हे दर्द हुआ तो ?
गीता: में सह लूँगी……तू मार ना घस्सा…
साहिल ने अपनी पूरी ताक़त अपनी गान्ड में जमा की, और अपने आप को अगला शाट मारने के लिए तैयार करने लगा…गीता ने अपने दोनो हाथों से साहिल के बाजुओं को कस के पकड़ लिया….और अपनी टाँगों को पूरा फैला लिया..
गीता: साहिल…साहिल फाड़ दो अब…..
साहिल ने कुछ पल्लो के लिए गीता के चेहरे की तरफ देखा…जो अपनी आँखें बंद किए हुए लेटी हुई थी….उसने अपने होंठो को दांतो में दबा रखा था. जैसे वो अपने आप को उस दर्द के लिए तैयार कर रही हो….उसके माथे पर पसीने के बूंदे उभर आई थी…..साहिल ने एक गहरी साँस ली, और फिर अपनी पूरी ताक़त के साथ एक ज़ोर दार धक्का मारा….
गीता: और क्या पूरी नंगी हो जाती….अगर अचानक से कोई आ गया तो , कपड़े पहनने में टाइम लेगेगा….और फिर किसी को हम पर शक हो गया तो…तुझे ये पसंद है ना ये ले, जी भर कर खेल इनसे….
ये कहते हुए, गीता ने अपनी कमीज़ को ऊपेर उठा कर अपनी चुचियों को बाहर निकाल दिया…36 साइज़ के मोटी-2 चुचियों को देख, साहिल का लंड अब पूरी तरहा तन गया था…जो अब सीधा गीता की चूत की फांको के ठीक ऊपेर था…..
गीता ने फिर से उसे बाहों में भरते हुए, उसके सर को अपनी चुचियों पर दबा दिया…”आह साहिल चूस ईससी अहह” साहिल भी पागलो के तरह गीता की चुचियों पर टूट पड़ा….और उसकी एक चुचि को मुँह में भर कर उसके अंगूर के दाने के साइज़ के निप्पल को अपनी ज़ुबान से दबा -2 कर चूसने लगा…. गीता ने उसके सर को फिर से सहलाना शुरू कर दिया…..
गीता: आह चुस्स्स्स ले आह साहिल खा जा मेरे मम्मो को अहह उंह सीईईईई आह हाईए मा ओह हां चुस्स्स्स्स साहिल और ज़ोर ज़ोर सी से चूस.
गीता की आवाज़ में अब मदहोशी सॉफ झलक रही थी….उसका पूरा बदन उतेजना के कारण काँप रहा था…उसके गाल लाल होकर दिखने लगे…फिर गीता को अपनी चूत की फांको पर साहिल के लंड का गरम सुपडा रगड़ ख़ाता हुआ महसूस हुआ. गीता एक दम से सिसक उठी….उसने साहिल के सर को दोनो हाथों से पकड़ कर ऊपेर उठाया….उसका निपल खींचता हुआ साहिल के मुँह से पक की आवाज़ से बाहर आ गया….
गीता: (मस्ती में सिसकते हुए) हाई कितने जालिम हो तुम….
गीता की आँखें अब वासना के नशे में डूबती हुई बंद हुई जा रही थी..उसने अपनी नशीली अध खुली आँखों से एक बार साहिल की तरफ देखा, फिर उसके होंठो से अपने होंठ सटा दिए….साहिल ने भी गीता के नीचे वाले होंठ को अपने होंठो में दबा-2 कर चूसना शुरू कर दिया….”उंह अहह उंघह” गीता घुटि आवाज़ में सिसक रही थी….
उसने अपना एक हाथ नीचे लेजाकार साहिल के लंड पर रखा, और उसे अपनी मुट्ठी में भर लिया….साहिल के बदन में तेज सरसराहट दौड़ गई…गीता ने अपने होंठो को साहिल के होंठो से अलग किया….और अपनी टाँगो को फेला कर घुटनो से मोड़ कर ऊपेर उठा लिया….साहिल तो जैसे इस पल का इंतजार में था….वो अपने घुटनो के बॅल गीता की जाँघो के बीच में आ गया…जैसे ही उसकी नज़र गीता की फूली हुई चूत पर पड़ी. उसका लंड फिर से झटके खाने लगा. जो उस वक़्त गीता के हाथ में था….गीता साहिल के लंड की फुलति नसों को अपने हाथ में सॉफ महसूस कर रही थी…..
उसने साहिल के लंड को पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर दबाया….तो साहिल के लंड का सुपडा उसकी चूत की फांको को फेलाता हुआ, छेद पर जा लगा… गीता की कुँवारी चूत की फाँकें साहिल के लंड के सुपाडे के चारो तरफ फेलते हुए कस गई…..अपनी चूत के छेद पर साहिल के लंड का गरम सुपडा महसूस करते ही, उसके बदन में मानो हज़ारो वॉट की बिजली कोंध गई हो…..उसका पूरा बदन थरथरा गया….
गीता की चूत उसकी चूत से निकल रहे कामरस से एक दम गीली हो चुकी थी…गीता ने अपनी आँखो को बड़ी मुस्किल से खोल कर साहिल की तरफ देखा. और फिर काँपती आवाज़ में बोली…
गीता: साहिल धीरे-2 अंदर करना….में ये सब पहली बार कर रही हूँ… इस लिए मुझे दर्द होगा….पर तुम चिंता मत करना चाहे मुझे कितना भी दर्द हो…तुम अपना लंड मेरी फुद्दि में घुसा दो…अब करो भी….
साहिल ने धीरे-2 अपने लंड के सुपाडे को गीता की चूत के छेद पर दबाना शुरू किया….जैसे ही उसके लंड का सुपडा, गीता की गीली चूत के छेद में घुसा, गीता एक दम सिसक उठी….साहिल के लंड का सुपडा गीता की चूत की सील पर जाकर अटक गया…..साहिल भी इस रुकावट को सॉफ महसूस कर पा रहा था….
गीता की चूत की झिल्ली, साहिल के लंड के सुपडा से बुरी तरह अंदर को खिच गई…..जिसके कारण गीता के बदन में दर्द के तेज लहर दौड़ गई…उसके चेहरे पर उसके दर्द का सॉफ पता चल रहा था…..
साहिल: क्या हुआ मौसी ? दर्द हो रहा है क्या ?
गीता: आहह हां साहिल…दर्द हो रहा है…..
साहिल: बाहर निकाल लूँ…..
गीता: नही साहिल बाहर मत निकालना….ये दर्द तो हर लड़की को जिंदगी में एक ना एक बार तो सहन करना ही पड़ता है….साहिल ज़ोर से घस्सा मार….और फाड़ दे मेरी फुद्दि….
साहिल: अगर तुम्हे दर्द हुआ तो ?
गीता: में सह लूँगी……तू मार ना घस्सा…
साहिल ने अपनी पूरी ताक़त अपनी गान्ड में जमा की, और अपने आप को अगला शाट मारने के लिए तैयार करने लगा…गीता ने अपने दोनो हाथों से साहिल के बाजुओं को कस के पकड़ लिया….और अपनी टाँगों को पूरा फैला लिया..
गीता: साहिल…साहिल फाड़ दो अब…..
साहिल ने कुछ पल्लो के लिए गीता के चेहरे की तरफ देखा…जो अपनी आँखें बंद किए हुए लेटी हुई थी….उसने अपने होंठो को दांतो में दबा रखा था. जैसे वो अपने आप को उस दर्द के लिए तैयार कर रही हो….उसके माथे पर पसीने के बूंदे उभर आई थी…..साहिल ने एक गहरी साँस ली, और फिर अपनी पूरी ताक़त के साथ एक ज़ोर दार धक्का मारा….