[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]पायल धीरे-2 अपनी चूत के छेद को साहिल के लंड के सुपाडे पर दबाने लगी. और साहिल के लंड का सुपडा पायल की चूत को फेलाता हुआ अंदर घुस गया…धीरे-2 नेहा की आँखो के सामने साहिल का मुन्सल जैसे लंड पायल की चूत की गहराईयो में समा गया…नेहा पायल के ठीक पीछे बैठी हुए ये सब देख कर गरम हो रही थी…उसकी चूत में फिर से कुलबुलाहट होने लगी थी…..[/font]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]उसने जब साहिल के टॅटू को देखा तो उसका दिल और जोरो से धड़कने लगा.. उसके टटटे एक दम भरे हुए और कसे हुए थी…नेहा ये सब देख अपने आप को रोक ना पाई….और उसने झुक कर साहिल टट्टो को मुँह में भर कर चूसना शुरू कर दिया…पायल ने जब पीछे फेस घुमा कर देखा तो, उससे भी रहा नही गया…और वो आगे की तरफ झुकी, और अपने दोनो हाथों को साहिल के कंधो की साइड पर बिस्तर पर टिका दिया….[/font]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]आगे की ओर झुकने की वजह से पायल की गान्ड का छेद नेहा की आँखो के सामने आ गया…नेहा ने अपने एक हाथ की उंगते से पायल के गान्ड के छेद को कुरेदा….”आह सीईइ दीदी……” पायल ने सिसकते हुए वासना से भरी आँखो से पीछे नेहा की तरफ देखा…और धीरे-2 साहिल के लंड पर ऊपेर नीचे होने लगी….नेहा अपने उंगुठे को लगतार पायल की गान्ड के छेद पर दबा रही थी….और साथ-2 में साहिल के टट्टो को जीभ निकाल कर चाट रही थी…[/font]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अचानक से साहिल की नींद टूट गई….जब उसने अपनी आँखे खोल कर देखा तो उसे अपने ऊपेर पायल बैठी हुई नज़र आई…कुछ पॅलो के लिए तो उसे समझ में नही आया कि, आख़िर हो क्या रहा है…अभी साहिल ने बोलने के लिए मुँह खोला ही था कि, पायल ने उसके होंठो पर उंगली रखते हुए कहा “शियीयियीयियी” और फिर साहिल के लंड पर ऊपेर नीचे होने लगी…साहिल ने फिर बोलने के लिए मुँह खोला…”मा….” बस साहिल इतना ही बोल पाया….और पायल ने फिर से उसके होंठो पर उंगली रख कर चुप रहने का इशारा किया…[/font]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]साहिल लेटा हुआ था…जैसे ही, पायल अपनी गान्ड ऊपेर उठाती…उसकी चूत के पानी से सना हुआ लंड करीब 3 इंच पायल की चूत से बाहर आता..और फिर से उसकी चूत के गहराईयो में समा जाता…दोनो बदन मानो जैसे आपस में मिल जाते…साहिल को अपने टट्टो पर तेज सनसनी सी महसूस हो रही थी…पर उसे समझ में नही आ रहा था कि, आख़िर हो क्या रहा है….बार-2 साहिल का लंड पायल की चूत से बाहर आता. और फिर से अंदर समा जाता….[/font]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]आख़िर कार अब साहिल से ये सब बर्दास्त नही हुआ, उसने चुप्पी तोड़ते हुए कहा…”चाची पर मा कहाँ है…” क्योंकि नेहा पायल के पीछे थी. इस लिए साहिल उसे देख नही पा रहा था…पायल को लगा यही सही वक़्त है…वो एक पल के लिए साहिल पर रुक कर बैठ गई और उसने नेहा को आवाज़ डी.” दीदी” और फिर उसके टट्टो से वो सनसनाहट ख़तम हुई, और अगले पल पायल के ठीक पीछे उसे नेहा का चेहरा नज़र आया…[/font]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]नेहा ने पायल की बगलो में से हाथ निकाल कर उसकी चुचियों को पकड़ कर उस से पीछे से चिपक गई…”साहिल हैरान और परेशानी से कभी पायल को देखता….तो कभी नेहा के चेहरे को….” दोनो भी साहिल के चेहरे को देख कर मुस्करा रही थी…फिर नेहा ने एक हाथ पायल की चुचि से हटाया. और पायल के चेहरे को पीछे की ओर घूमाते हुए, उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए….ये सब देख कर साहिल हैरत में पड़ गया…[/font]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]उसके सामने उसकी मा जिसने उसे गोद लिया था…और चाची बैठी हुई थी.. जो एक दूसरे को पॅसीयनली स्मूच कर रही थी…पायल ने अपने होंठो को चुस्वाते हुए धीरे-2 ऊपेर नीचे होना शुरू कर दिया…और फिर नेहा ने अपने होंठो को पायल के होंठो से अलग किया…और उठ कर आगे आकर साहिल की बगल में अध लेटी हालत में बैठ गई…[/font]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]साहिल को एक और बड़ा झटका लगा….जब उसने देखा कि, नेहा भी एक दम नंगी उसके सामने है…इससे पहले कि साहिल कुछ बोलता…नेहा ने उसके होंठो पर उंगली रखते हुए, उसे चुप रहने को कहा….और धीरे से उसके कान में कहा….”बच्चे चुप रहो….और मज़े लूटो..” हम दोनो की फुद्दियो को तुम्हारे लंड के ज़रूरत है…”[/font]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]फिर नेहा उठी, और बेड पर खड़ी हो गई…उसने अपने दोनो पैर को साहिल की छाती के दोनो तरफ बेड रखा….और फिर अपनी गान्ड को फेलाते हुए धीरे-2 बैठने लगी….अब नेहा की चूत का छेद जो उसके पानी से भीगा हुआ था. ठीक साहिल के आँखो के सामने आ गया….नेहा ने अपनी चूत की फांको को फेलाते हुए, अपनी चूत का छेद साहिल के होंठो के सामने ला दिया..और फिर एक हाथ से साहिल के बालो को सहलाते हुए सिसकते हुए बोली….”चूस ना बेटा मेरी फुद्दि….देख तेरे लंड को देख कर कैसे पानी छोड़ रही है कंजरी…[size=large]पायल धीरे-2 अपनी चूत के छेद को साहिल के लंड के सुपाडे पर दबाने लगी. और साहिल के लंड का सुपडा पायल की चूत को फेलाता हुआ अंदर घुस गया…धीरे-2 नेहा की आँखो के सामने साहिल का मुन्सल जैसे लंड पायल की चूत की गहराईयो में समा गया…नेहा पायल के ठीक पीछे बैठी हुए ये सब देख कर गरम हो रही थी…उसकी चूत में फिर से कुलबुलाहट होने लगी थी…..
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[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif][size=large]उसने जब साहिल के टॅटू को देखा तो उसका दिल और जोरो से धड़कने लगा.. उसके टटटे एक दम भरे हुए और कसे हुए थी…नेहा ये सब देख अपने आप को रोक ना पाई….और उसने झुक कर साहिल टट्टो को मुँह में भर कर चूसना शुरू कर दिया…पायल ने जब पीछे फेस घुमा कर देखा तो, उससे भी रहा नही गया…और वो आगे की तरफ झुकी, और अपने दोनो हाथों को साहिल के कंधो की साइड पर बिस्तर पर टिका दिया….[/font][/size]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif][size=large]आगे की ओर झुकने की वजह से पायल की गान्ड का छेद नेहा की आँखो के सामने आ गया…नेहा ने अपने एक हाथ की उंगते से पायल के गान्ड के छेद को कुरेदा….”आह सीईइ दीदी……” पायल ने सिसकते हुए वासना से भरी आँखो से पीछे नेहा की तरफ देखा…और धीरे-2 साहिल के लंड पर ऊपेर नीचे होने लगी….नेहा अपने उंगुठे को लगतार पायल की गान्ड के छेद पर दबा रही थी….और साथ-2 में साहिल के टट्टो को जीभ निकाल कर चाट रही थी…[/font][/size]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif][size=large]अचानक से साहिल की नींद टूट गई….जब उसने अपनी आँखे खोल कर देखा तो उसे अपने ऊपेर पायल बैठी हुई नज़र आई…कुछ पॅलो के लिए तो उसे समझ में नही आया कि, आख़िर हो क्या रहा है…अभी साहिल ने बोलने के लिए मुँह खोला ही था कि, पायल ने उसके होंठो पर उंगली रखते हुए कहा “शियीयियीयियी” और फिर साहिल के लंड पर ऊपेर नीचे होने लगी…साहिल ने फिर बोलने के लिए मुँह खोला…”मा….” बस साहिल इतना ही बोल पाया….और पायल ने फिर से उसके होंठो पर उंगली रख कर चुप रहने का इशारा किया…[/font][/size]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif][size=large]साहिल लेटा हुआ था…जैसे ही, पायल अपनी गान्ड ऊपेर उठाती…उसकी चूत के पानी से सना हुआ लंड करीब 3 इंच पायल की चूत से बाहर आता..और फिर से उसकी चूत के गहराईयो में समा जाता…दोनो बदन मानो जैसे आपस में मिल जाते…साहिल को अपने टट्टो पर तेज सनसनी सी महसूस हो रही थी…पर उसे समझ में नही आ रहा था कि, आख़िर हो क्या रहा है….बार-2 साहिल का लंड पायल की चूत से बाहर आता. और फिर से अंदर समा जाता….[/font][/size]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif][size=large]आख़िर कार अब साहिल से ये सब बर्दास्त नही हुआ, उसने चुप्पी तोड़ते हुए कहा…”चाची पर मा कहाँ है…” क्योंकि नेहा पायल के पीछे थी. इस लिए साहिल उसे देख नही पा रहा था…पायल को लगा यही सही वक़्त है…वो एक पल के लिए साहिल पर रुक कर बैठ गई और उसने नेहा को आवाज़ डी.” दीदी” और फिर उसके टट्टो से वो सनसनाहट ख़तम हुई, और अगले पल पायल के ठीक पीछे उसे नेहा का चेहरा नज़र आया…[/font][/size]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif][size=large]नेहा ने पायल की बगलो में से हाथ निकाल कर उसकी चुचियों को पकड़ कर उस से पीछे से चिपक गई…”साहिल हैरान और परेशानी से कभी पायल को देखता….तो कभी नेहा के चेहरे को….” दोनो भी साहिल के चेहरे को देख कर मुस्करा रही थी…फिर नेहा ने एक हाथ पायल की चुचि से हटाया. और पायल के चेहरे को पीछे की ओर घूमाते हुए, उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए….ये सब देख कर साहिल हैरत में पड़ गया…[/font][/size]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif][size=large]उसके सामने उसकी मा जिसने उसे गोद लिया था…और चाची बैठी हुई थी.. जो एक दूसरे को पॅसीयनली स्मूच कर रही थी…पायल ने अपने होंठो को चुस्वाते हुए धीरे-2 ऊपेर नीचे होना शुरू कर दिया…और फिर नेहा ने अपने होंठो को पायल के होंठो से अलग किया…और उठ कर आगे आकर साहिल की बगल में अध लेटी हालत में बैठ गई…[/font][/size]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif][size=large]साहिल को एक और बड़ा झटका लगा….जब उसने देखा कि, नेहा भी एक दम नंगी उसके सामने है…इससे पहले कि साहिल कुछ बोलता…नेहा ने उसके होंठो पर उंगली रखते हुए, उसे चुप रहने को कहा….और धीरे से उसके कान में कहा….”बच्चे चुप रहो….और मज़े लूटो..” हम दोनो की फुद्दियो को तुम्हारे लंड के ज़रूरत है…”[/font][/size]
[font="lucida grande", "trebuchet ms", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif][size=large]फिर नेहा उठी, और बेड पर खड़ी हो गई…उसने अपने दोनो पैर को साहिल की छाती के दोनो तरफ बेड रखा….और फिर अपनी गान्ड को फेलाते हुए धीरे-2 बैठने लगी….अब नेहा की चूत का छेद जो उसके पानी से भीगा हुआ था. ठीक साहिल के आँखो के सामने आ गया….नेहा ने अपनी चूत की फांको को फेलाते हुए, अपनी चूत का छेद साहिल के होंठो के सामने ला दिया..और फिर एक हाथ से साहिल के बालो को सहलाते हुए सिसकते हुए बोली….”चूस ना बेटा मेरी फुद्दि….देख तेरे लंड को देख कर कैसे पानी छोड़ रही है कंजरी…[/font][/size]