hotaks444
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अब मैने अपनी कमर को सख़्त किया और लंड को ताक़त के साथ
अंदर धकेला.. लंड 2इंच घुसा वो दर्द से बिलबिला उठी.. तड़पने लगी मैने उसका मुँह नही छ्चोड़ा.. लेकिन मैने महसूस किया उसकी चूत के अंदर कुछ मेरे लंड को अंदर जाने से रोक रहा है.. शायद इतनी बड़ी उमर होने के कारण चूत का परदा मोटा हो गया था.. मैने लंड को थोड़ा बाहर खींचा.. और पूरी ताक़त से झटका मारा.. चूत के पर्दे को ककड़ी की तरफ फाड़ कर मेरा लंड 5 इंच अंदर हो गया.. और उसकी चूत ने खून की उल्टी कर दी..वो तदपि और फिर बेहोश जैसी हो गयी.. मैं डर गया.. मैं उसे चूमने लगा.. करीब 5 मिनट. ऐसे ही रहने के बाद वो होश मे आई.. आँखों मे पानी और चेहरे पर दर्द.. थोड़ी देर मे जब दर्द कम हुआ मैने हल्के हल्के धक्के लगाने शुरू किए.. उसे मज़ा आने लगा..
मैने पूछा अब दर्द कम हुआ? उसने कहा.. हां.. और अब मैने लंड को बाहर खींचा और करारा झटका देते हुए पूरे लंड को जड़ तक उसकी चूत मे पेल दिया वो फिर चिल्लाई..ऊओ. .मार गाइिईईई. .लेकिन मेरे धक्के चालू थे..
और फिर 4-5 मिनट मे उसने भी चूतड़ उछालते हुए धक्के शुरू किए.. अब उसकी
चूत से पानी निकलने लगा था.. और लंड को भी अंदर बाहर होने मे सहूलियत
हो रही थी. मैं उसे अब ज़ोर से चोदने लगा.. वो भी कह रही थी..और ज़ोर से..
फाड़ दो.. मुझे मा बना दो.. मैने अब उससे पूछा अगर तुम कुँवारी थी तो
फिर वो लड़का किसका है जिसे तुमने हॉस्टिल मे रखा है.. उसने कहा वो उसकी बड़ी
बेहन का लड़का है.. जिसकी एक आक्सिडेंट मे मौत हो गयी.. और उसके पति ने
दूसरी शादी कर ली, इसलिए 1 साल के बच्चे को उसने गोद ले लिया था. अब वो
अपने बच्चे की मा बनना चाहती है.. राज.. मेरे पेट मे बच्चा दे दो..
आहह.. क्या मस्त मज़बूत लंड है..और फिर वो मुझसे चिपकने लगी..आआहह.
.मेरा निकलने वाला है..मुझे कस के पकड़ लिया और वो झाड़ गयी.. मुझे मेरे
कंधे पर से कुछ गरम बहता हुआ महसूस हुआ.. मैने हाथ से देखा वो खून था.. दरअसल जब उसकी सील टूटी तब उसने नाख़ून से मेरे पीठ पर घाव बना दिया था..और वही से खून निकल रहा था, ये देख कर मुझे और जोश आ
गया.. मैने मेरे धक्को की रफ़्तार बढ़ा दी उसकी चूत को इस तरह की चुदाई उम्मीद नही थी.. और चूत एकदम लाल हो गयी..
मैने उसकी कमर और चूतड़ को दोनो हाथो से पकड़ा और चूत मे लंड डाले हुए ही मैने सीधा लेट गया और उसे अपने उपर खींच लिया.. अब मैने उससे कहा..
अपनी गांद उपर नीचे करो उसका इस तरह उछलने से उसकी मस्त चूंचियाँ मेरे मुँह के सामने उछाल रही थी.मैने दोनो हाथो से चूंचियाँ पकड़ी, मसली और निपल को मुँह मे ले कर चूसने लग.. वो लगातार झाड़ रही थी.. मेरी गोतिया भी गीली हो गयी उसका चूत के पानी से.. थोड़ी देर मे वो थक कर मेरे सीने पर लेट गयी.. मैने बिना चूत से लंड निकाले फिर उसे नीचे लिया और खींचते
हुए बेड के किनारे लाया.. वहाँ उसकी चूत के नीचे तकिया लगाया और मैं खुद
नीचे खड़ा हो गया.. उसका पैर मेरे कंधे पर रखे और. इस बार मेरे धक्के
बहुत ही तूफ़ानी थे.. वो चिल्ला रही थी . क्या मस्त लंड है.. मेरी चूत की
किस्मत खुल गयी..मारो.. और ज़ोर से..ऊवू.. मैं गयीईईई. . वो फिर झाड़
गयी.. अब मेरा भी झड़ने का टाइम हो गया था.. मैने पूछा.. मैं झड़ने वाला
हूँ.. कहाँ निकालू.. उसने कहा मेरी चूत मे भर दो.. मुझे मा बना दो
राज्ज्जज्ज्ज्ज्ज तुम्हारे मज़बूत लंड से मुझे गर्भवती कर दो मैने 5-6 जबरदस्त
धक्के मारे और लंड को उसके बच्चे दानी के मुँह पर रख कर लंड से
फ़ौवारा चला दिया.. क्या जबरदस्त पिचकारी थी.. उसने अपने पैर मेरी कमर पर
जाकड़ दिए और मुझसे चिपक गयी.. मेरे लंड की गरम पिचकारी से वो भी झाड़
गयी थी.. हम कुछ देर ऐसे ही पड़े रहे फिर मैं उठा और अपने लंड को बाहर
खींचा.. वो खून और दोनो के जूस से लथपथ हो रहा था.. और उसकी
चूत..वो तो मुँह खोले सब माल बाहर निकाल रही थी..उसका शेप ओ जैसा हो गया था. मैने कहा बाथरूम मे चलते है.. उसने उठने की कोशिश की फिर आअहह.. .उउईई करते हुए लेट गयी.. उसका पैर कांप रह थे.. मैने
सहारा देकर उसे उठाया.. तब तक शाम के 5.30 हो गये थे.. हम बाथरूम मे
फ्रेश हुए.. उसकी नंगी जवानी को देख कर मेरा लंड फिर तय्यार होने लगा..
उसने साबुन से मेरे लंड को सॉफ किया.. उसका हाथ लगते ही वो फिर गुर्राने लगा..
हम बाथरूम से लौटे और नंगे ही बेड पर लेट गये.. मैने उसे रात के 9 बजे
तक और 2 बार चोदा ..अलग अलग पोज़ मे एक बार तो उसे उसकी किचन टेबल पर
बैठा के मेरे लंड पर झूला झूलाया.. उसका बाद से मैं उसे चोदने ठीक 4.30
पर उसका घर जाता था और मैने उसे 2 बार प्रेग्नेंट किया लेकिन उसको पति के
डर से अबॉर्षन करवाना पड़ा.. तीसरी बार उसने किसी तरह अपने पति से
चुदवाया.. और मेरे बच्चे को जनम दिया जो कि आज 8 साल का है. उसने मुझे कहा था कि ये तुम्हारी गुरु दक्षिणा है अपने गुरु के लिए
अंदर धकेला.. लंड 2इंच घुसा वो दर्द से बिलबिला उठी.. तड़पने लगी मैने उसका मुँह नही छ्चोड़ा.. लेकिन मैने महसूस किया उसकी चूत के अंदर कुछ मेरे लंड को अंदर जाने से रोक रहा है.. शायद इतनी बड़ी उमर होने के कारण चूत का परदा मोटा हो गया था.. मैने लंड को थोड़ा बाहर खींचा.. और पूरी ताक़त से झटका मारा.. चूत के पर्दे को ककड़ी की तरफ फाड़ कर मेरा लंड 5 इंच अंदर हो गया.. और उसकी चूत ने खून की उल्टी कर दी..वो तदपि और फिर बेहोश जैसी हो गयी.. मैं डर गया.. मैं उसे चूमने लगा.. करीब 5 मिनट. ऐसे ही रहने के बाद वो होश मे आई.. आँखों मे पानी और चेहरे पर दर्द.. थोड़ी देर मे जब दर्द कम हुआ मैने हल्के हल्के धक्के लगाने शुरू किए.. उसे मज़ा आने लगा..
मैने पूछा अब दर्द कम हुआ? उसने कहा.. हां.. और अब मैने लंड को बाहर खींचा और करारा झटका देते हुए पूरे लंड को जड़ तक उसकी चूत मे पेल दिया वो फिर चिल्लाई..ऊओ. .मार गाइिईईई. .लेकिन मेरे धक्के चालू थे..
और फिर 4-5 मिनट मे उसने भी चूतड़ उछालते हुए धक्के शुरू किए.. अब उसकी
चूत से पानी निकलने लगा था.. और लंड को भी अंदर बाहर होने मे सहूलियत
हो रही थी. मैं उसे अब ज़ोर से चोदने लगा.. वो भी कह रही थी..और ज़ोर से..
फाड़ दो.. मुझे मा बना दो.. मैने अब उससे पूछा अगर तुम कुँवारी थी तो
फिर वो लड़का किसका है जिसे तुमने हॉस्टिल मे रखा है.. उसने कहा वो उसकी बड़ी
बेहन का लड़का है.. जिसकी एक आक्सिडेंट मे मौत हो गयी.. और उसके पति ने
दूसरी शादी कर ली, इसलिए 1 साल के बच्चे को उसने गोद ले लिया था. अब वो
अपने बच्चे की मा बनना चाहती है.. राज.. मेरे पेट मे बच्चा दे दो..
आहह.. क्या मस्त मज़बूत लंड है..और फिर वो मुझसे चिपकने लगी..आआहह.
.मेरा निकलने वाला है..मुझे कस के पकड़ लिया और वो झाड़ गयी.. मुझे मेरे
कंधे पर से कुछ गरम बहता हुआ महसूस हुआ.. मैने हाथ से देखा वो खून था.. दरअसल जब उसकी सील टूटी तब उसने नाख़ून से मेरे पीठ पर घाव बना दिया था..और वही से खून निकल रहा था, ये देख कर मुझे और जोश आ
गया.. मैने मेरे धक्को की रफ़्तार बढ़ा दी उसकी चूत को इस तरह की चुदाई उम्मीद नही थी.. और चूत एकदम लाल हो गयी..
मैने उसकी कमर और चूतड़ को दोनो हाथो से पकड़ा और चूत मे लंड डाले हुए ही मैने सीधा लेट गया और उसे अपने उपर खींच लिया.. अब मैने उससे कहा..
अपनी गांद उपर नीचे करो उसका इस तरह उछलने से उसकी मस्त चूंचियाँ मेरे मुँह के सामने उछाल रही थी.मैने दोनो हाथो से चूंचियाँ पकड़ी, मसली और निपल को मुँह मे ले कर चूसने लग.. वो लगातार झाड़ रही थी.. मेरी गोतिया भी गीली हो गयी उसका चूत के पानी से.. थोड़ी देर मे वो थक कर मेरे सीने पर लेट गयी.. मैने बिना चूत से लंड निकाले फिर उसे नीचे लिया और खींचते
हुए बेड के किनारे लाया.. वहाँ उसकी चूत के नीचे तकिया लगाया और मैं खुद
नीचे खड़ा हो गया.. उसका पैर मेरे कंधे पर रखे और. इस बार मेरे धक्के
बहुत ही तूफ़ानी थे.. वो चिल्ला रही थी . क्या मस्त लंड है.. मेरी चूत की
किस्मत खुल गयी..मारो.. और ज़ोर से..ऊवू.. मैं गयीईईई. . वो फिर झाड़
गयी.. अब मेरा भी झड़ने का टाइम हो गया था.. मैने पूछा.. मैं झड़ने वाला
हूँ.. कहाँ निकालू.. उसने कहा मेरी चूत मे भर दो.. मुझे मा बना दो
राज्ज्जज्ज्ज्ज्ज तुम्हारे मज़बूत लंड से मुझे गर्भवती कर दो मैने 5-6 जबरदस्त
धक्के मारे और लंड को उसके बच्चे दानी के मुँह पर रख कर लंड से
फ़ौवारा चला दिया.. क्या जबरदस्त पिचकारी थी.. उसने अपने पैर मेरी कमर पर
जाकड़ दिए और मुझसे चिपक गयी.. मेरे लंड की गरम पिचकारी से वो भी झाड़
गयी थी.. हम कुछ देर ऐसे ही पड़े रहे फिर मैं उठा और अपने लंड को बाहर
खींचा.. वो खून और दोनो के जूस से लथपथ हो रहा था.. और उसकी
चूत..वो तो मुँह खोले सब माल बाहर निकाल रही थी..उसका शेप ओ जैसा हो गया था. मैने कहा बाथरूम मे चलते है.. उसने उठने की कोशिश की फिर आअहह.. .उउईई करते हुए लेट गयी.. उसका पैर कांप रह थे.. मैने
सहारा देकर उसे उठाया.. तब तक शाम के 5.30 हो गये थे.. हम बाथरूम मे
फ्रेश हुए.. उसकी नंगी जवानी को देख कर मेरा लंड फिर तय्यार होने लगा..
उसने साबुन से मेरे लंड को सॉफ किया.. उसका हाथ लगते ही वो फिर गुर्राने लगा..
हम बाथरूम से लौटे और नंगे ही बेड पर लेट गये.. मैने उसे रात के 9 बजे
तक और 2 बार चोदा ..अलग अलग पोज़ मे एक बार तो उसे उसकी किचन टेबल पर
बैठा के मेरे लंड पर झूला झूलाया.. उसका बाद से मैं उसे चोदने ठीक 4.30
पर उसका घर जाता था और मैने उसे 2 बार प्रेग्नेंट किया लेकिन उसको पति के
डर से अबॉर्षन करवाना पड़ा.. तीसरी बार उसने किसी तरह अपने पति से
चुदवाया.. और मेरे बच्चे को जनम दिया जो कि आज 8 साल का है. उसने मुझे कहा था कि ये तुम्हारी गुरु दक्षिणा है अपने गुरु के लिए