hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
हाँ हाँ आपका यह तो अपनी ख़ूबसूरत बहु का ही दीवाना है, किसी और को कहाँ देखेगा" मनीषा ने हँसते हुए अपने बाप के लंड की तरफ इशारा करते हुए कहा ।अनिल का ख्याल पहली बार अपनी बेटी की बातों को सुनकर उसके जिस्म की तरफ गया ।
अनिल अपनी बेटी को पहली बार गौर से एक औरत के रूप में देखने लगा । मनीषा भी कोई कम ख़ूबसूरत नहीं है तीन बच्चों की माँ होकर भी उसकी बॉडी बिलकुल किसी २० साल की लड़की की तरह था, अनिल अपनी बेटी को गौर से देखने के बाद मन ही मन में सोचने लगा।
"बेटी ऐसी कोई बात नहीं तुम भी किसी से कम नही" अनिल ने अपनी बेटी की तारीफ करते हुए कहा।
"बापु जी झूठ मत बोलो आपको तो भाभी ही अच्छी लगती हैं" मनीषा ने अपनी तारीफ सुनकर अनिल से कहा ।
"बेटी सच कह रहा हूँ तुम बुहत ख़ूबसूरत हो" अनिल ने अपनी बेटी की तारीफ करते हुए कहा।
"सच बापू मैं आपको अच्छी लगती हू" मनीषा ने अपनी तारीफ सुनकर शरमाते हुए कहा।
"हा बेटी तुम किसी से कम नहीं हो" अनिल ने अपनी बेटी की आँखों में देखते हुए कहा ।
"बापु मेरी वजह से आज आप प्यासे ही रह गये" मनीषा ने हँसते हुए कहा।
"सही कहा बेटी बहु को तो तुमने भगा दिया अब यह बेचारा तो सारी रात तडपता रहेंगा" अनिल ने अपनी बेटी की गोरी जांघों की तरफ देखते हुए कहा जो नाइटी के हट जाने से नंगी हो गई थी ।
"बापु जी क्या यह एक दिन का सबर भी नहीं कर सकता बदमाश" मनीषा ने हँसकर अपने हाथ से अपने बाप के लंड को पकडकर दबाते हुए कहा।
"हाहहह बेटी यह कहाँ रुकेगा एक दिन, इसे हाथों से ही शांत करना पडेगा" अपनी बेटी का हाथ अपने लंड पर लगते ही अनिल ने सिसकते हुए कहा।
"नही बापू जी जब हमने भाभी को भगाया है तो इसका इलाज भी हम करते हैं" यह कहते हुए मनीषा ने अपने बापू की धोती को उतार दिया ।
"वाह बापू जी आपका लंड तो बुहत तगड़ा है तभी तो भाभी आपकी दीवानी हो गई है" मनिषा ने अपने बाप की धोती उतरते ही उसका नंगा तगड़ा लंड देखकर थूक गटकते हुए कहा।
मानिषा ने अपना हाथ आगे बढाते हुए अपने बाप के तगडे लंड को पकड़ लिया और उसे सहलाने लगी ।
अनिल अपनी बेटी को पहली बार गौर से एक औरत के रूप में देखने लगा । मनीषा भी कोई कम ख़ूबसूरत नहीं है तीन बच्चों की माँ होकर भी उसकी बॉडी बिलकुल किसी २० साल की लड़की की तरह था, अनिल अपनी बेटी को गौर से देखने के बाद मन ही मन में सोचने लगा।
"बेटी ऐसी कोई बात नहीं तुम भी किसी से कम नही" अनिल ने अपनी बेटी की तारीफ करते हुए कहा।
"बापु जी झूठ मत बोलो आपको तो भाभी ही अच्छी लगती हैं" मनीषा ने अपनी तारीफ सुनकर अनिल से कहा ।
"बेटी सच कह रहा हूँ तुम बुहत ख़ूबसूरत हो" अनिल ने अपनी बेटी की तारीफ करते हुए कहा।
"सच बापू मैं आपको अच्छी लगती हू" मनीषा ने अपनी तारीफ सुनकर शरमाते हुए कहा।
"हा बेटी तुम किसी से कम नहीं हो" अनिल ने अपनी बेटी की आँखों में देखते हुए कहा ।
"बापु मेरी वजह से आज आप प्यासे ही रह गये" मनीषा ने हँसते हुए कहा।
"सही कहा बेटी बहु को तो तुमने भगा दिया अब यह बेचारा तो सारी रात तडपता रहेंगा" अनिल ने अपनी बेटी की गोरी जांघों की तरफ देखते हुए कहा जो नाइटी के हट जाने से नंगी हो गई थी ।
"बापु जी क्या यह एक दिन का सबर भी नहीं कर सकता बदमाश" मनीषा ने हँसकर अपने हाथ से अपने बाप के लंड को पकडकर दबाते हुए कहा।
"हाहहह बेटी यह कहाँ रुकेगा एक दिन, इसे हाथों से ही शांत करना पडेगा" अपनी बेटी का हाथ अपने लंड पर लगते ही अनिल ने सिसकते हुए कहा।
"नही बापू जी जब हमने भाभी को भगाया है तो इसका इलाज भी हम करते हैं" यह कहते हुए मनीषा ने अपने बापू की धोती को उतार दिया ।
"वाह बापू जी आपका लंड तो बुहत तगड़ा है तभी तो भाभी आपकी दीवानी हो गई है" मनिषा ने अपने बाप की धोती उतरते ही उसका नंगा तगड़ा लंड देखकर थूक गटकते हुए कहा।
मानिषा ने अपना हाथ आगे बढाते हुए अपने बाप के तगडे लंड को पकड़ लिया और उसे सहलाने लगी ।