hotaks444
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"आह्ह्ह्ह भांजे" रेखा अपनी गांड पर अपने भांजे के होंठो के लगते ही सिसक उठी और अपने बेटे के लंड को जो उसकी चूत से निकले पानी से सना हुआ था अपनी जीभ निकालकर चाटने लगी । विजय ने अपने लंड पर अपनी माँ की जीभ के पडते ही एक हाथ को उसके सर में डाल दिया और दुसरे हाथ से अपनी माँ की बड़ी बड़ी चुचियां सहलाने लगा ।
नरेश ने अपनी जीभ निकाली और अपनी मामी की भूरी गांड पर फिराने लगा । रेखा की चूत अपने भांजे की जीभ अपनी गांड पर लगते ही फिर से गरम होकर पानी टपकने लगी, नरेश का लंड भी उत्तेजना के मारे बुहत ज़ोर से झटके खा रहा था ।
नरेश ने कुछ देर अपनी मामी की गांड को चाटने के बाद अपने लंड को पकडते हुए रेखा की चूत में पेल दिया।
"आजहहह भान्जे आज तो तुम्हारा लंड भी मेरे बेटे जितना मोटा हो गया है" रेखा ने नरेश का लंड अपनी चूत में घुसते ही ज़ोर से सिसकते हुए कहा और अपना मुँह खोलकर अपने बेटे के लंड को अपने मुँह में भर कर चूसने लगी।
"आह्ह्ह्ह मामी आपकी भूरी गांड को देखकर तो मेरा लंड पागल हो गया है" नरेश ने अपने लंड को अपनी मामी की चूत में अंदर बाहर करते हुए अपनी एक ऊँगली को उसकी गांड में घुसा दिया । नरेश कुछ देर तक अपनी ऊँगली को रेखा की गांड में अंदर बाहर करने के बाद उसने अपनी दो उँगलियाँ उसकी गांड में घुसा दिया।
रेखा का पूरा बदन फिर से पूरी तरह गरम हो चुका था और वह अपने बेटे के लंड को बुहत ज़ोर से चूसते हुए अपने चूतडों को नरेश के लंड पर दबा रही थी । नरेश को भी आज अपनी मामी को चोदते हुए बुहत मजा आ रहा था क्योंकी अपनी दो उँगलियाँ उसकी गांड में होने के सबब उसे रेखा की चूत चोदते हुए बुहत टाइट लग रही थी।
नरेश के लंड से कुछ देर चुदने के बाद ही रेखा का जिस्म फिर से अकडकर झटके खाने लगा और उसने अपने बेटे के लंड को अपने मुँह से निकालकर अपनी मुठी में ले लिया । रेखा विजय के लंड को बुहत ज़ोर से आगे पीछे करते हुए ज़ोर से हांफ रही थी ।
नरेश ने अपनी जीभ निकाली और अपनी मामी की भूरी गांड पर फिराने लगा । रेखा की चूत अपने भांजे की जीभ अपनी गांड पर लगते ही फिर से गरम होकर पानी टपकने लगी, नरेश का लंड भी उत्तेजना के मारे बुहत ज़ोर से झटके खा रहा था ।
नरेश ने कुछ देर अपनी मामी की गांड को चाटने के बाद अपने लंड को पकडते हुए रेखा की चूत में पेल दिया।
"आजहहह भान्जे आज तो तुम्हारा लंड भी मेरे बेटे जितना मोटा हो गया है" रेखा ने नरेश का लंड अपनी चूत में घुसते ही ज़ोर से सिसकते हुए कहा और अपना मुँह खोलकर अपने बेटे के लंड को अपने मुँह में भर कर चूसने लगी।
"आह्ह्ह्ह मामी आपकी भूरी गांड को देखकर तो मेरा लंड पागल हो गया है" नरेश ने अपने लंड को अपनी मामी की चूत में अंदर बाहर करते हुए अपनी एक ऊँगली को उसकी गांड में घुसा दिया । नरेश कुछ देर तक अपनी ऊँगली को रेखा की गांड में अंदर बाहर करने के बाद उसने अपनी दो उँगलियाँ उसकी गांड में घुसा दिया।
रेखा का पूरा बदन फिर से पूरी तरह गरम हो चुका था और वह अपने बेटे के लंड को बुहत ज़ोर से चूसते हुए अपने चूतडों को नरेश के लंड पर दबा रही थी । नरेश को भी आज अपनी मामी को चोदते हुए बुहत मजा आ रहा था क्योंकी अपनी दो उँगलियाँ उसकी गांड में होने के सबब उसे रेखा की चूत चोदते हुए बुहत टाइट लग रही थी।
नरेश के लंड से कुछ देर चुदने के बाद ही रेखा का जिस्म फिर से अकडकर झटके खाने लगा और उसने अपने बेटे के लंड को अपने मुँह से निकालकर अपनी मुठी में ले लिया । रेखा विजय के लंड को बुहत ज़ोर से आगे पीछे करते हुए ज़ोर से हांफ रही थी ।