hotaks444
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मैंने फराह को मुस्कुरा कर देखा और कहा ऐसे कैसे जाऊ तुम्हारा यह नंगा बदन देखकर मेरा भी तो अपना लंड खड़ा हो गया है अब उसको तो आराम पहुँचाओ फराह की आँखें आश्चर्य के मारे फटी की फटी रह गईं और वह बोली नहीं मैं ऐसा नहीं करूंगी, प्लीज़ मुझे जाने दो। मैंने अपनी सलवार का नाड़ा खोल कर लंड बाहर निकाल लिया जो अपने जोबन पर था और मैने फराह से कहा ऐसा तो करना ही होगा तुम्हें। फराह ने मेरे लंड पर नज़र डाली तो एक पल के लिए तो वह स्तब्ध हो गई, उसने इतना लम्बा और मोटा लंड पहले नहीं देखा था, मगर फिर वह बोली कि मेरे पास मत आना वरना शोर मचा दूंगी। मैंने कहा तुम्हें जितना शोर मचाना है मचाओ, आपने ट्राई रूम में जो हरकत की है उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग मेरे पास मौजूद है, जब यहां भीड़ हो जाएगी तो उन्हें वह वीडियो दिखाऊंगा जो हरकत तुम अंदर कर रही थी, तो सब मिलकर तुम्हारी दुर्गति भी बनाएंगे और पुलिस को बुलाया तो तुम्हें पुलिस के हवाले भी करेंगे। फिर थानेदार, हवलदार, पुलिस, सब बारी तुम्हारी चूत के मजे लेंगे। इसलिए भलाई इसी में है कि मेरे साथ सहयोग करो, तुम्हें भी मज़ा दूंगा और मैंने भी काफी दिन से किसी लड़की को नहीं चोदा तो मेरे लोड़े को भी आराम मिलेगा।
फराह अब पूरी चुप थी, उसे यकीन था कि मेरे पास उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग है क्योंकि वह समझ गई थी कि ट्राई रूम में कैमरा लगा हुआ है तभी तो मैंने उनकी हरकतें देखकर दरवाजा खोल दिया था, मगर वह यह नहीं जानती थी कि मैं इस कैमरे से रिकॉर्डिंग सुरक्षित नहीं करता बल्कि वह केवल लाइव वीडियो प्रदर्शित करता है। अगर वह शोर मचा देती तो मेरी हालत बुरी हो जानी थी, लेकिन मेरा तीर सही निशाने पर जाकर लगा और वो सुनिश्चित करते हुए कि उसकी रिकॉर्डिंग मेरे पास सुरक्षित है वो मेरे साथ सहयोग करने के लिए मजबूर थी। फराह ने बेबसी से मेरी ओर देखा और फिर मेरे लंड को देखने लगी। फिर बोली में सिर्फ यह चुसूँ , और जब आप फ्री हो जाओगे तो मुझे तुम यहाँ से जाने देना होगा। मैंने कहा साली तो चूसना तो शुरू, फिर देखते हैं मैं कब फारिघ् होता हूँ। मेरी बात सुनकर फराह ने बुरा सा मुँह बनाया और फिर मेरे लंड की तरफ बढ़ी, मगर वह उसे हाथ में पकड़े हुए डर रही थी। फिर उसने हिम्मत करके मेरा लंड अपने हाथ में पकड़ लिया। उसके हाथ बहुत नरम और मुलायम थे, उनका स्पर्श अपने लंड पर पाते ही बहुत आनंद मिला मुझे।
वह बड़े आराम से मेरे लंड पर हाथ फेर रही थी और उसे बहुत ध्यान से देख रही थी। मैंने उससे पूछा कैसा लगा तुझे मेरा लंड ??? उसने मेरी तरफ देखा और बोली यह तो बहुत बड़ा है। मैंने कहा हां तेरे इस यार की लुल्ली से तो बहुत बड़ा है, ( अगर यह मिल जाए मुझे तो एक बार इसकी गाण्ड ज़रूर मारूँगा अपने इस मज़बूत लंड से ) फिर मैंने फराह से कहा चल अब इसे मुँह में डाल कर मज़ा दे मुझे। फराह ने न चाहते हुए भी अपने दोनों होंठ मेरे लंड की टोपी पर रख दिए और उनको पहले गोल गोल घुमाने लगी। फिर उसने अपना मुँह खोला और जीभ बाहर निकाल कर मेरे लंड पर फेरने लगी। कुछ देर अपनी ज़ुबान मेरे लंड पर फेरने के बाद उसने मेरे लंड को अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया और लंड को मुंह में डाल कर अपना मुँह आगे पीछे करने लगी जिससे मेरा लंड उसके मुंह में जाता और उसके अंदर जीभ से रगड़ खाता हुआ वापस बाहर आ जाता । वह अब थोड़ा तेजी के साथ मेरे लंड के चौपे लगा रही थी और साथ ही साथ अपने दोनों हाथों को गोल गोल घुमा कर मुझे मज़ा दे रही थी। वह चौपे लगाने में इतनी ज़्यादा विशेषज्ञ नहीं थी मगर फिर भी मुझे उसके चौपों से मज़ा आ रहा था।
कुछ देर अपने लंड के चौपे लगवाने के बाद मैंने उसके मुंह से अपना लंड पकड़ा और खुद सोफे पर बैठ कर उसे कहा कि वह मेरी गोद में बैठे, उसने गोद में बैठने से इनकार किया और ऐसे ही खड़ी रही तो मैंने उसे हाथ से पकड़ कर खींचा और अपनी गोद में गिरा लिया। गोद में गिराने के बाद मैंने उसे सीधा करके बिठाया और उसका ब्रा एक ही झटके में उतार दिया। ब्रा उतार कर मैंने उसके 32 आकार के छोटे बूब्स को अपने हाथ में पकड़ कर दबाया तो उसकी एक सिसकी निकली। मैंने फिर तुरंत ही उसकी कमर में हाथ डाला और उसके मम्मे अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिए। उसने पहले तो मुझे इस काम से रोका और मेरी गोद से निकलने की कोशिश की मगर मैंने जब उसे न निकलने दिया और उसके मम्मे चूसने शुरू किए तो उसे भी धीरे धीरे मज़ा आने लगा और थोड़ी ही देर के बाद मेरी दुकान उसकी सिसकियों से गूंज रही थी। अब तो वो अपनी गाण्ड को मेरे लंड पर रखकर बैठी थी और थोड़ा आगे पीछे हो कर मेरे लंड के भी मजे ले रही थी। मम्मे चूसने के साथ साथ मैंने उसके छोटे गुलाबी निपल्स भी अपनी जीभ से रगड़ना शुरू कर दिया था जिससे उसे बहुत मज़ा आ रहा था और वो मेरी कमर पर अपना हाथ जोर से फेर रही थी, बल्कि अपने नाखून फेर रही थी मेरी कमर पर जिसका मुझे भी मज़ा आ रहा था। कभी मैं उसका एक मम्मा अपने मुँह में लेकर उसका निप्पल चूसता तो कभी दूसरा मम्मा मुँह में लेकर उसका निप्पल चूसना शुरू कर देता जब मैंने खूब जी भर कर उसके निपल्स चूसने लिए और मम्मे दबा लिए तो मैंने उसे सलवार उतारने को कहा। फराह अब खुद भी अच्छी खासी गर्म हो चुकी थी और उसकी चूत में आग लगी हुई थी इसलिए उसने खुद ही अपनी सलवार उतार दी और वापस मेरी गोद में आकर अपने होंठ मेरे होंठों पर रख कर उन्हें चूसने लगी। नीचे से मेरा लंड जब उसकी चिकनी चूत पर लगा तो मुझे इसमें खासा गीला पन लगा।

फराह अब पूरी चुप थी, उसे यकीन था कि मेरे पास उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग है क्योंकि वह समझ गई थी कि ट्राई रूम में कैमरा लगा हुआ है तभी तो मैंने उनकी हरकतें देखकर दरवाजा खोल दिया था, मगर वह यह नहीं जानती थी कि मैं इस कैमरे से रिकॉर्डिंग सुरक्षित नहीं करता बल्कि वह केवल लाइव वीडियो प्रदर्शित करता है। अगर वह शोर मचा देती तो मेरी हालत बुरी हो जानी थी, लेकिन मेरा तीर सही निशाने पर जाकर लगा और वो सुनिश्चित करते हुए कि उसकी रिकॉर्डिंग मेरे पास सुरक्षित है वो मेरे साथ सहयोग करने के लिए मजबूर थी। फराह ने बेबसी से मेरी ओर देखा और फिर मेरे लंड को देखने लगी। फिर बोली में सिर्फ यह चुसूँ , और जब आप फ्री हो जाओगे तो मुझे तुम यहाँ से जाने देना होगा। मैंने कहा साली तो चूसना तो शुरू, फिर देखते हैं मैं कब फारिघ् होता हूँ। मेरी बात सुनकर फराह ने बुरा सा मुँह बनाया और फिर मेरे लंड की तरफ बढ़ी, मगर वह उसे हाथ में पकड़े हुए डर रही थी। फिर उसने हिम्मत करके मेरा लंड अपने हाथ में पकड़ लिया। उसके हाथ बहुत नरम और मुलायम थे, उनका स्पर्श अपने लंड पर पाते ही बहुत आनंद मिला मुझे।


कुछ देर अपने लंड के चौपे लगवाने के बाद मैंने उसके मुंह से अपना लंड पकड़ा और खुद सोफे पर बैठ कर उसे कहा कि वह मेरी गोद में बैठे, उसने गोद में बैठने से इनकार किया और ऐसे ही खड़ी रही तो मैंने उसे हाथ से पकड़ कर खींचा और अपनी गोद में गिरा लिया। गोद में गिराने के बाद मैंने उसे सीधा करके बिठाया और उसका ब्रा एक ही झटके में उतार दिया। ब्रा उतार कर मैंने उसके 32 आकार के छोटे बूब्स को अपने हाथ में पकड़ कर दबाया तो उसकी एक सिसकी निकली। मैंने फिर तुरंत ही उसकी कमर में हाथ डाला और उसके मम्मे अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिए। उसने पहले तो मुझे इस काम से रोका और मेरी गोद से निकलने की कोशिश की मगर मैंने जब उसे न निकलने दिया और उसके मम्मे चूसने शुरू किए तो उसे भी धीरे धीरे मज़ा आने लगा और थोड़ी ही देर के बाद मेरी दुकान उसकी सिसकियों से गूंज रही थी। अब तो वो अपनी गाण्ड को मेरे लंड पर रखकर बैठी थी और थोड़ा आगे पीछे हो कर मेरे लंड के भी मजे ले रही थी। मम्मे चूसने के साथ साथ मैंने उसके छोटे गुलाबी निपल्स भी अपनी जीभ से रगड़ना शुरू कर दिया था जिससे उसे बहुत मज़ा आ रहा था और वो मेरी कमर पर अपना हाथ जोर से फेर रही थी, बल्कि अपने नाखून फेर रही थी मेरी कमर पर जिसका मुझे भी मज़ा आ रहा था। कभी मैं उसका एक मम्मा अपने मुँह में लेकर उसका निप्पल चूसता तो कभी दूसरा मम्मा मुँह में लेकर उसका निप्पल चूसना शुरू कर देता जब मैंने खूब जी भर कर उसके निपल्स चूसने लिए और मम्मे दबा लिए तो मैंने उसे सलवार उतारने को कहा। फराह अब खुद भी अच्छी खासी गर्म हो चुकी थी और उसकी चूत में आग लगी हुई थी इसलिए उसने खुद ही अपनी सलवार उतार दी और वापस मेरी गोद में आकर अपने होंठ मेरे होंठों पर रख कर उन्हें चूसने लगी। नीचे से मेरा लंड जब उसकी चिकनी चूत पर लगा तो मुझे इसमें खासा गीला पन लगा।