Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले - Page 11 - SexBaba
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Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले

अब मारिया को काफी सस्पेंस था कि आखिर यह महिला कौन थी ?? क्या उसको वाकई मेजर राज ने भेजा है या यह कोई चक्कर है ??? और जो लिफाफा उसने मारिया की ब्रा में डाल दिया है उस पर क्या संदेश लिखा होगा ???अब मारिया जल्दी जल्दी इन महिलाओं से मिलकर फ्री हुई और फैजल को वापस हवेली चलने को कहा। हवेली में जाते ही मारिया को अब अपने कमरे में जाने की जल्दी थी, लेकिन इससे पहले वह कमरे में जाती, सामने से जन्नत आती दिखाई दी, उसने आते ही अपने बाबा फैजल के हाथ चूमे और फैजल ने उसके सिर पर प्यार दिया फिर उसने मारिया को देखा और ध्यान से देखते हुए बोली, बाबा जानी ये बीबीजी हैं ना ??? 

फैजल ने कहा हां बेटा यही बीबीजी हैं आपकी। यह सुनते ही जन्नत आगे बढ़ी और मारिया से लिपट गई मारिया ने भी उसको प्यार किया। फिर जन्नत मारिया को खींचती अपने कमरे में ले जाने लगी। फैजल भी उसके साथ कमरे में प्रवेश हो गया .. जन्नत 15 साल की बच्ची थी मगर उसका शरीर कमाल का था। उभरे हुए सीने के उभार से वो कम से कम 18 साल की जवान औरत लगती थी और उसके बाहर निकले हुए चूतड़ किसी भी पुरुष को चोदने का निमंत्रण देने के लिए पर्याप्त थे। मारिया दिल ही दिल में जन्नत के नसवानी हुश्न की सराहना करने के लिए मजबूर हो गई मगर फैजल के सामने वह उसको कुछ कह नहीं सकती थी। जन्नत से कुछ देर बातें करने के बाद फैजल ने जन्नत को कहा कि बीबी जी को बाकी की हवेली दिखा दूँ तुम अपनी अम्मा के कमरे में जाओ

यह सुनकर मारिया ने जन्नत को प्यार किया और उसके कमरे से बाहर निकल आई जबकि फैजल अब मारिया को लिए एक गलियारे से होता हुआ सीढ़ियों पर चढ़ने लगा, मारिया भी उसके पीछे पीछे सीढ़ियों चढ़ती गई, यहां ज्यादा लोग मौजूद नहीं थे बस एक दो नौकर चाकर ही थे जो अपना सिर झुका अपने कामों में व्यस्त थे। यहाँ फैजल ने मारिया को टेरेंस भी दिखाया जहां बंदूक धारी हाथ में बंदूक लिए खड़े थे और इसके अलावा विभिन्न कमरे भी दिखाए और उनके बारे में बताया कि किन लोगों के लिए कौन सा कमरा आरक्षित है। यहाँ एक बड़ा पुस्तकालय भी था जिसमे विभिन्न किताबें और उपन्यास मौजूद थे और एक बड़ा हॉल भी था जिसमें जालियों से नीचे वाला हॉल कक्ष दिखता था जिसमें लोकाटी ने लोगों से मुलाकात की थी जिसको फैजल ने अतिथि ग्रह बताया था। आसपास कोई व्यक्ति न होने की वजह से फैजल अब काफी रिलैक्स था और मारिया से काफी फ्री होकर बात कर रहा था। इस दौरान मारिया ने महसूस किया कि फैजल अपनी नज़रें मारिया के बड़े मम्मों पर गढ़ा देता था और जब मारिया ने फैजल की तरफ देखती तो वो अपनी नज़रें हटा लेता। मारिया ने महसूस किया था कि उसकी टाइट फिटिंग वाली कमीज में उसका फिगर बहुत कयामत ढा रहा था और फैजल को बार बार मजबूर कर रहा था कि वह अपनी नज़रों को मारिया के मम्मों से चकाचौंध करे। मगर मारिया ने फैजल को इस बात से नहीं रोका, बल्कि अब वह जानबूझकर फैजल को अवसर दे रही थी कि वह मारिया के मम्मों को देख सके उसके साथ मारिया फैजल से आगे जाकर अपनी पीठ फैजल की ओर करके एक रेक का सहारा लेकर झुककर भी खड़ी हो गई और टेबल पर पड़ी किताब को उलट पलट कर देखने लगी। इस स्थिति में मारिया के बड़े बड़े नितंब फैजल के लंड को खड़ा होने पर मजबूर कर रहे थे और फैजल की नजरें मारिया की टाइट कमीज से दिखने वाली मारिया के चूतड़ों के बीच की लाइन पर थीं। वह मन ही मन अपने पिता की किस्मत पर रश्क कर रहा था जिसकी किस्मत में इतनी गर्म और सेक्सी लड़की आई थी जबकि फैजल को या तो अपनी 35 वर्षीय पत्नी के शरीर से काम चलाना पड़ता था या फिर जाहिल महिलाओं से काम चलाता था वह कोई इतनी सुंदर नहीं थीं। जबकि उसके पिता को इस उम्र में इतनी हसीन और सेक्सी लड़की मिल गई थी।

मारिया कुछ देर इसी तरह अपनी गाण्ड दिखाने के बाद सीधी खड़ी हुई और फिर से फैजल से बातें करने लगी और हवेली के विभिन्न स्थान देखने लगी इस दौरान वह फैजल के और करीब हो गई थी और कभी कभी दोनों के शरीर आपस में टकराते तो मारिया को एहसास होता कि फैजल का शरीर काफी गर्म है। जबकि फैजल भी मन ही मन सोचता कि इतना गर्म और मुलायम शरीर अगर चोदने को मिल जाए तो मज़ा आ जाए

पूरी हवेली देख लेने के बाद मारिया ने फैजल को कहा कि वह उसे वापस उसके कमरे में छोड़ आए। तो फैजल न चाहते हुए भी मारिया को उसके कमरे तक छोड़ आया। कमरे में जाते ही मारिया ने दरवाजा बंद कर लिया और फैजल अपना सा मुंह लेकर वापस अपने कमरे में चला गया। मगर वह खुश था कि उसने कुछ देर ही सही मगर इतनी सेक्सी लड़की के शरीर के उभार देख लिए। फैजल के जाते ही मारिया ने कमरे की जाँच की, उसके अलावा कमरे में और कोई नहीं था। अब मारिया ने अपनी कमीज में हाथ डाल कर अपनी ब्रा से कागज का वह लिफाफा निकाला और उसे खोला तो उसमें से 2 प्लास्टिक की छोटी थैलियां निकली और एक छोटी सी पर्ची थी। मारिया ने वह पर्ची खोलकर पढ़ना शुरू किया तो उसमें केवल इतना लिखा था "दोनों सरकार पा शक्तिशाली बनना चाहते हैं, दोनों को शासक के खिलाफ करो

उसके बाद मारिया ने वह छोटी थैलियाँ देखी तो उनमें से एक पर जहर लिखा था जबकि दूसरी में बेहोशी की दवा लिखा था। मारिया समझ गई कि यह जहर मारिया के लिए भेजा गया है कि अगर वह किसी मुश्किल में फंसे तो इन अत्याचारियों का अत्याचार सहन करने की बजाय जहर खा ले। जबकि बेहोशी की दवा उसकी जरूरत के लिए थी कि अगर हवेली में किसी को बेहोश करना हो तो यह दवा मारिया काम आ सके। जबकि दूसरा संदेश भी मारिया समझ गई थी दोनों को दर्शाता लोकाटी के दोनों बेटे थे और मेजर राज ने मारिया को बताया था कि ये दोनों ही किसी न किसी तरह लोकाटी की बजाय स्वशासन प्राप्त करना चाहते हैं और अगर उन्हें लोकाटी के खिलाफ कर दिया जाय तो मेजर राज अपना कोई खेल चला सकता है। मारिया काफी देर कमरे में बैठी रही और सोचती रही कि आखिर कैसे दोनों को उनके पिता के खिलाफ किया जा सकता है और कैसे उन्हें यह आश्वासन दिया जा सकता है कि उन्हें सरकार मिल सकती है। 

काफी देर सोचने के बाद मारिया के मन में केवल एक ही बात आई कि हर आदमी औरत के शरीर का प्यासा है, और आज मारिया ने देख भी लिया था कि फैजल जो जाहिरा तौर मारिया की ओर आँख उठा कर नहीं देखता था, अवसर मिलने पर उसकी नज़रें मारिया के मम्मों पर थी जो कमीज में छिपे हुए थे। कमीज में छिपे हुए मम्मों पर फैजल इस तरह मरा जा रहा था तो जब वह उसके मम्मों को अपने सामने देख लेगा तो उसका क्या हाल होगा। मारिया ने अब पूरा प्लान बना लिया था कि उसे क्या करना है। और अब वह अपने प्लान को अमलीजामा पहनाने के लिए आवश्यक कदम उठा रही थी

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साना जावेद ने कमरे के की होल में चाबी घुमाई और हेंडल घुमा कर दरवाजा अंदर धकेला तो दरवाजा खुलता चला गया। साना जावेद ने मेजर राज को अंदर आने का इशारा किया और जैसे ही राज ने अंदर प्रवेश किया साना जावेद ने कमरा पीछे से बंद कर दिया और कुंडी लगाकर रकी ओर बढ़ी। राज के पास जाकर साना जावेद रुक गई और बोली- हाँ अब बताओ कर्नल इरफ़ान ने तुम्हें यहाँ क्यों भेजा है? और तुम कौन हो ??? इस पर मेजर राज ने कहा कि मेरा नाम फ़िरोज़ है और मैं पाकिस्तानी सेना में कैप्टन के पद पर हूँ। और कर्नल इरफ़ान की टीम में बहुत महत्वपूर्ण सेवा में हूँ। कर्नल साहब पिछले काफी दिनों से एक भारतीयमेजर जो इस समय पाकिस्तान में मौजूद है उसको पकड़ने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन अब अचानक उनको इंडिया जाना पड़ गया है और वह अपना मेजर राज को पकड़ने का मिशन अधूरा छोड़ गए हैं क्योंकि इंडिया में कुछ ज़्यादा जरूरी काम हैं। और आप को भी कल रात ही इंडिया जाना है तो कर्नल साहब ने विशेष रूप से निर्देश दिया है कि मैं आपके साथ ही इंडिया जाऊंगा।

इस पर साना जावेद ने कहा मगर तुम मेरे साथ कैसे जा सकते हो? मेरी तो सारी तैयारी पूरी है और हमारी फ्लाइट भी फुल है। इस पर मेजर राज ने साना जावेद को कहा मैम आपके साथ आपका एक मेकअप मेन फ़िरोज़ भी जा रहा है। आज रात फ़िरोज़ को अंडर ग्राउंड कर दूंगा और खुद फ़िरोज़ बनकर उसी वीजा और पासपोर्ट पर आपके साथ जाऊंगा

इस पर साना जावेद ने कहा मगर मुझे तो कर्नल इरफ़ान ने ऐसी कोई बात नहीं बताई। कैप्टन ने कहा इसीलिए तो उन्होंने मुझे आपके पास भेजा है, उन्हें अचानक ही इंडिया जाना पड़ गया है, पहले उन्होंने अपना मिशन अगले सप्ताह तक पूरा करना था लेकिन अब उन्होंने अचानक ही फैसला किया है कि मिशन पूरा करने का सही समय आ गया है अब ज़्यादा देर नहीं की जा सकती, इसके साथ साथ आप अपनी फिल्म की एक प्रति भी मुझे देंगी, मैं वह फिल्म खुद भी देखूंगा और आपके साथ इंडिया जाने के बाद आपकी फिल्म जल्दी रिलीज करवाने का काम भी मैं ही कर दूँगा जैसे ही आपकी फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज होगी उसी रात कर्नल इरफ़ान इंडिया पर अपना आखिरी वार करेंगे और उसे एक प्रांत से वंचित कर देंगे। 

साना जावेद संदिग्ध नजरों से कैप्टन को देख रही थी जैसे उसे उसकी बातों पर विश्वास न हो। कैप्टन ने इस बात को महसूस कर लिया था, कप्तान ने कहा मैम हमारे पास ज्यादा समय नहीं है, कल किसी भी तरह हमें इंडिया जाना है, कर्नल इरफ़ान आपको वहीं मिलेंगे, अगर आप चाहें तो सेना मुख्यालय से कर्नल इरफ़ान के बारे में पता कर सकते हैं कि वह पाकिस्तान में हैं या इंडिया मे . मगर उससे पहले अपनी पहचान अवश्य करवाईएगा अन्यथा सेना मुख्यालय से आपको कभी कोई जानकारी नहीं मिलेंगी। मेजर राज की बातों को देख अब साना जावेद को विश्वास हो चला था कि यह सच कह रहा है। मगर फिर साना जावेद ने हैरान होते हुए पूछा कि अगर इतनी ही आपातकालीन स्थिति है और तुम्हें कर्नल इरफ़ान ने मेरे पास भेजा है तो तुम वहाँ ऐनी जाफ़री के साथ क्या कर रहे थे ???

साना जावेद की यह बात सुनकर मेजर राज मुस्कुराया और बोला आपको काफ़ी देर से ढूंढने की कोशिश कर रहा था, लेकिन आप नहीं मिल रही थीं, तो नीचे हॉल में ऐनी जी से मुलाकात हो गई, तो आपको तो पता ही है कि, एक तो वह खुद बहुत सेक्सी हैं ऊपर से उनकी ड्रेसिंग ऐसी होती है कि कोई भी पुरुष उनकी ओर खिंचा चला जाता है।बातों बातों में ही उनके अतीत के बारे में भी बात हुई, आपको तो पता ही होगा कि लॉलीवुड से पहले वह कैसी वाहियात फिल्में करती थीं, तो उन्हें जब पता चला कि मैं पाकिस्तानी सेना में हूँ तो उनके अंदर वही पॉर्न स्टार जाग उठी और उन्होंने सोचा कि आज किसी आर्मी वाले के साथ भी सेक्स का मज़ा लिया जाए, तभी किसी ने मुझे बताया कि साना जावेद कुछ देर पहले ऊपर वाली मंजिल पर थीं तभी ऐनी जाफ़री जी मुझे लेकर ऊपर आ गई और बोलीं कि आप बाथरूम में होगी, में बाथरूम तक आपको ढूंढने आया था, मगर आगे ऐनी जी के इरादे कुछ और थे, अब आप तो जानती ही हैं कि अगर कोई महिला खुद ही निश्चय कर ले किसी आदमी से सेक्स करने का तो वो पल आदमी के लिए कितना मुश्किल होता है इनकार कर नही सकता है, और अगर औरत भी ऐनी जाफ़री जी जैसी हो तो तो असंभव है इनकार

कैप्टन की यह बात सुनकर साना जावेद ने बुरा सा मुँह बनाया और बोली- अब ऐसी कोई बात नहीं उस मोटी में। खैर अब बताओ आगे का क्या कार्यक्रम है ??? 

मेजर राज ने कहा कार्यक्रम वही है कि आप मुझे अपनी फिल्म की कॉपी देंगी, मैं इस फिल्म को देखूँगा और उसके अनुसार कुछ योजना बनाउन्गा और इस फिल्म की कॉपी इंडिया के कुछ नेताओं तक भी आज रात ही पहुंचा दूंगा, और कल शाम को मैं आपके साथ इंडिया जाऊंगा और वहां एयरपोर्ट पर ही हमारी कर्नल इरफ़ान के साथ बैठक होगी। और आगे की योजना हमें कर्नल साहब वहीं बताएंगे।यह सुनकर साना जावेद ने एक लम्बी सी साँस ली ..... और कुछ देर खामोश रही जैसे कुछ सोच रही हो ... इस दौरान कुछ सेकंड के लिए कैप्टन ने महसूस किया कि साना जावेद की नजरें मेजर राज की पैंट पर हैं जहां वो कुछ ढूंढने की कोशिश कर रही थी, मगर फिर तुरंत ही उसने अपनी नज़रें हटा लीं . फिर साना जावेद ने कहा कि यहां तो मेरे पास फिल्म नहीं है, वह मेरे घर पर है, वहीं चलकर तुम्हें फिल्म दे सकती हूँ। मेजर राज ने कहा कि चलें फिर वहीं चलते हैं। इस पर साना जावेद ने कहा नहीं अभी नहीं जा सकती, अब यहाँ मेरा प्रदर्शन है और पुरस्कार भी मिलना है, यहां से करीब रात के 2 बजे फ्री होउंगी, उसके बाद वैसे तो मुझे फवाद के साथ जाना था मगर वह कार्यक्रम में कैंसिल कर सकती हूँ और 2 बजे के बाद घर चलकर तुम्हें फिल्म दिखा सकती हूँ

मेजर राज ने कहा ठीक है 2 बजे यहां से खाली होकर आप अपने घर चली जाएं। मैं आपको 2 बजे के बाद आपके घर पर ही मिलूँगा। साना जावेद ने कहा, यहां से इकट्ठे जाएंगे हम ??? मेजर राज ने कहा नहीं आप अलग जाएंगी और मैं अलग ही वहाँ पहुँचूँगा, बस यह ध्यान रखें कि मीडिया वालों से बच कर जाना है आपने, कहीं ऐसा न हो कि आप को एक आर्मी कैप्टन के साथ देखकर मीडिया बात फैला दे और इंडिया में भी हमारी योजना की भनक पड़ जाए।साना जावेद ने कहा चलो ठीक है तुम मेरे घर का पता लिख लो ... यह सुनकर मेजर राज हंसने लगा और बोला मेडम आप एक आर्मी कैप्टन के सामने खड़ी हैं, तो चिंता न करें मैं पूरे समय घर पर ही मिलूंगा आपको।साना जावेद ने कहा अब तो मैं जाऊं वापस नीचे ??? 

मेजर राज ने कहा, हां जी आप चलें, कुछ देर में भी नीचे ही रुकुंगा, उसके बाद में यहां से चला जाऊंगा कुछ जरूरी काम करने हैं और फिर रात को आपके घर पर ही मुलाकात होगी

यह कह कर मेजर राज कमरे से निकल गया और वापस बाथरूम की ओर गया, लेकिन अब की बार वो महिलाओं के बाथरूम की बजाय जेंट्सऊ बाथरूम में ही गया जबकि साना जावेद फिर से वह कमरा बंद करके नीचे हॉल में चली गई जहां इस समय रेशमा खुद के गाए गाने पर परफॉर्म कर रही थी। साना जावेद फिर से जा फवाद ख़ान के साथ बैठ गई और बोली सॉरी डार्लिंग, ज़्यादा देर तो नहीं हुई मुझे? फवाद ख़ान ने कहा कहाँ चली गई थी तुम और वह व्यक्ति कौन था, साना जावेद ने किसी ना किसी तरह उसे टाल दिया और फिर से शो एंजाय करने लगी जबकि फवाद ख़ान भी साना जावेद से अन्य विषयों पर बातें करने लगा

शो खत्म होने के बाद फवाद ख़ान ने साना जावेद को लांग ड्राइव ऑफर की मगर साना जावेद ने तबीयत का झूठा बहाना बनाकर फवाद को टाल दिया और खुद अपनी कार में घर पहुंच गई। घर पहुंची तो रात के 2 बजकर 25 मिनट हो चुके थे। साना जावेद ने घर जाकर कमरे की रोशनी ऑन कीं और इंटरकॉम पर अपने मेकअप मेन फ़िरोज़ को अपने कमरे में आने के लिए कहा ताकि वह उसको आवश्यक निर्देश दे सके। थोड़ी देर बाद दरवाजा खुला तो फ़िरोज़ अंदर आया। साना जावेद ने फ़िरोज़ को कहा कि आप ने जो इंडिया जाने की तैयारी कर रखी थी उसको ऐसे ही छोड़ दो, तुम अब इंडिया नहीं जा रहे हो, कल तुम्हें अंडर ग्राउंड कर दिया जाएगा और तुम्हारी जगह कोई और इंडिया जाएगा। 

यह सुनकर फ़िरोज़ बोला मैम ऐसी बातें हर किसी को बताने की नहीं होतीं, यह आर्मी के सीक्रेट हैं, बात फ़िरोज़ के बारे में ही है लेकिन फ़िरोज़ को भी इस बात का पता नहीं लगना चाहिए ?? यह कह कर फ़िरोज़ हंसने लगा .. साना जावेद हैरान होकर उसे देखने लगी, फिर उसे ख्याल आया कि यह आवाज फ़िरोज़ की नहीं बल्कि यह तो कैप्टन फ़िरोज़ की आवाज है जो उसको होटल में मिला था। साना जावेद ने फटी फटी आँखों से फ़िरोज़ को देखा तो वह हंसने लगा और बोला अरे साना जावेद जी में केप्टन फ़िरोज़ हूं, आपके फ़िरोज़ को मैं कब का ठिकाने लगा चुका। देखिए कैसा हुलिया अपनाया है आप भी नहीं पहचान सकीं कि फ़िरोज़ नहीं बल्कि केप्टन फ़िरोज़ हूँ।यह कह कर मेजर राज ने एक और ठहाका लगाया और साना जावेद के पास आकर बोला क्यों साना जावेद जी, कैसी लगी मेरी एक्टिंग ??? 


साना जावेद ने प्रशंसा भरी नज़रों से मेजर राज को देखा और बोली में भी संदेह में न पड़ती अगर तुम ये बातें नहीं करते फ़िरोज़ के मुंह से आर्मी का सुनकर हैरान हुई वरना मुझे तो पता ही नहीं लगता। साना जावेद की बात के जवाब में मेजर राज ने पाकिस्तान का नारा लगाया और बोला जब तक हम जैसे अधिकारी मौजूद हैंहमारी धरती को कोई विश्वासघाती नुकसान नही पहुँचा सकता है, यह कहते हुए मेजर राज के लहजे में एक विश्वास था क्योंकि वास्तव में तो वह मेजर राज था और वह पाकिस्तान के लिए नहीं बल्कि अपने देश इंडिया के लिए ये शब्द बोल रहा था। अब मेजर राज ने साना जावेद को कहा मैम मुझे अपनी फिल्म की एक कॉपी दें, रात पहले ही बहुत हो गई है मुझे वह फिल्म देखनी भी है
 
इस पर साना जावेद ने कहा, ठहरो में पहले चेंज कर लूं इस ड्रेस में परेशान हूँ। यह कह कर साना जावेद ने साथ वाला दरवाज़ा खोला जो उसके बाथरूम का था और अंदर जाकर दरवाजा बंद कर लिया जबकि मेजर राज वहीं पर पड़े एक सोफे पर बैठ गया, कोई आधे घंटे बाद साना जावेद बाहर निकली तो उसका मेकअप आदि बिल्कुल साफ था और टाइट ड्रेस की जगह अब एक ढीली शर्ट और शॉर्ट ने ले ली थी। इस ड्रेसिंग में भी साना जावेद बहुत प्यारी लग रही थी, प्यारी के साथ सेक्सी भी लग रही थी, लेकिन राज को इस समय साना जावेद की मूवी देखने की जल्दी थी। साना जावेद कमरे में आई और अपने एक दराज में से कुछ सीडी निकाल कर उनको चेक करने लगी, फिर एक सीडी कवर से साना जावेद ने सीडी निकाल कर मेजर राज को दी और बोली ये है मेरी फिल्म जिसे इंडिया में चलाया जाएगा। लेकिन याद रखना कि इस फिल्म को अब तक फिल्म की कास्ट स्टाफ और कर्नल इरफ़ान के अलावा किसी ने नहीं देखा, यह लीक नहीं होनी चाहिए। तो राज ने कहा मैम आप चिंता न करें मुझे इस बात का पूरा-पूरा एहसास है। यदि आप का मन नहीं तो मैं यहीं पर यह फिल्म चला सकता हूँ?

साना जावेद ने कहा हां, देखो और अगर मेरे लिए कोई काम नहीं तो मैं सोना चाहती हूँ बहुत थक चुकी हूँ। मेजर राज ने कहा मेडम आप बेफिक्र होकर सोजाएँ बस इस बात का ध्यान रखें कि सुबह जल्दी उठकर आपको अपनी तैयारी करनी है ताकि शाम की फ्लाइट से हम इंडिया रवाना हो सकें। साना जावेद ने कहा, तुम चिंता मत करो मेरी तैयारी पूरी है, यह कह कर साना जावेद बेड पर लेट गई और अपने ऊपर एक हल्की सी चादर ले ली, कमरे में एसी चल रहा था और काफी शांत कमरा था जबकि साना जावेद की ढीली शर्ट और छोटी शॉर्ट में उसके शरीर का अधिकांश हिस्सा नंगा ही था तो उसको थोड़ी ठंड लग रही थी। मेजर राज को फिल्म देखने का कह कर साना जावेद जल्द ही सो गई थी, वह वास्तव में बहुत थक चुकी थी इसलिए उसे बहुत जल्दी नींद आ गई, जबकि मेजर राज सामने पड़े सीडी प्लेयर पर सीडी चलाकर 40 इंच बड़ी एलसीडी पर फिल्म देखने में व्यस्त हो गया था

फिल्म की शुरुआत में हिन्दुस्तान और पाकिस्तान की स्वतंत्रता के कुछ दृश्य दिखाए गए थे, उनमें अधिकांश दृश्यों में इंडियन क्षेत्रों से मुस्लिम लोगों को विस्थापित करते दिखाया गया था जिन्हें रास्ते में हिंदुओं ने लूटा, किसी का माल लूटा तो किसी के मवेशी लूटे, और जहाँ कोई जवान लड़की दिखाई दी वहां उनकी इज़्ज़त लूटी यानी इस फिल्म की शुरुआत में ही इंडिया के खिलाफ नफरत फैलानी शुरू कर दी गई थी, जबकि पाकिस्तान की सेना को दिखाया कि वह पूर्वी इंडिया के लोगों की रक्षा की खातिर अपने प्राणों का बलिदान करते रहे

उसके बाद पश्चिमी पाकिस्तान की बरबादी ढाका के बाद के हालात दिखाए गए जहां अश्लीलता और नग्नता दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही थी, जबकि उसके प्रांत के लोग अपनी परंपराओं और मूल्यों को सीने से लगाए हुए थे, यहां भी लोगों के साथ उत्पीड़न दिखाए गए थे। साना जावेद की भूमिका एक धार्मिक परिवार की नेक लड़की की थी जिसे कभी किसी गैर मर्द ने देखा तक नहीं था। घाटी के लोग बहुत मिलनसार और प्यार करने वाले थे, जबकि अपनी परंपराओं की खातिर जान कुर्बान करना भी जानते थे, जबकि दूसरी ओर शेष प्रांत मूल्यों और परंपराओं भूलकर पश्चिमी दुनिया के रंग में रंग गए थे। भारत सरकार और सेना मिलकर घाटी के खजाने पर कब्जा करना चाहते थे, वहाँ मादीनियात से घाटी के लोगों को वंचित रखा जा रहा था वहां पर मौजूद सोने की खदानों से प्राप्त होने वाली आय चुपके दूसरे प्रांतों में लगाई जा रही थी जबकि घाटी के लोगो को बताया जा रहा था कि सोने की खदानों से अब सोना निकालना संभव नहीं

वहां की महिलाओं के साथ भी भारतीय सेना उत्पीड़न कर रही थीं। इन्हीं में साना जावेद ने अपने क्षेत्र की महिलाओं के लिए आवाज उठाई तो भारत के सेनाध्यक्ष ने भरे बाजार में साना जावेद जैसी नेक और शरीफ लड़की को बेज़्जत किया और उसके सिर से दुपट्टा उतारकर उसको घाटी की सड़कों पर बालों से पकड़ कर घसीटा । मगर ये बहादुर लड़की सैनिकों से डरी नहीं और अपने लोगों की रक्षा के लिए आवाज बुलंद करती रही।फिर उसी फिल्म में यह भी दिखाया गया कि इसी बहादुर लड़की को भारतीय सेना के 5 जवानों ने मिलकर रात के अंधेरे में अपनी हवस का शिकार बनाया और उसके शरीर को नोच नोच कर लहूलुहान कर दिया। सारी रात सेना के जवान बारी बारी उसका बलात्कार करते रहे कभी आगे और कभी पीछे से उसको चोदते रहे। और इस लड़की की दिलख़राश चीखें सुनने के लिए वहां कोई मौजूद नहीं था। उसके बाद उस लड़की ने बदला लेने की ठानी और अपने लोगों में वापस जाकर उनको भारत के खिलाफ भड़काना शुरू कर दिया और पाकिस्तानी सेना से कॉन्टेक्ट शुरू किया, और प्रांत में अलग वतन का आंदोलन शुरू कर दिया फिल्म में कहीं भी इस बात का हिंट तक नहीं दिखाया कि इंडिया से अलग होने के बाद ये प्रांत पाकिस्तान का हिस्सा बनेगा, बल्कि फिल्म में छाप दिया जा रहा था कि घाटी का क्षेत्र स्वतंत्रता आंदोलन सफल होने के मामले में एक स्वतंत्र देश की स्थिति दुनिया के नक्शे पर दिखाई देगा

फिर फिल्म के अंत में घाटी के लोगों ने एकजुट होकर सेनाध्यक्ष को इसी बाजार में घसीटा जहां उसने घाटी की बहादुर बेटी यानी साना जावेद को घसीटा था और उनके पांच जवानों की भी गर्दनें अलग करने के बाद घाटी के लोगों ने अपने आप को भारत से अलग घोषित कर दिया जिसे वैश्विक ताकतों ने तत्काल स्वीकार कर लिया और आखिरकार भारत के अत्याचार से तंग आकर संचालित आंदोलन सफल हुआ और होलस्तान एक अलग देश के रूप में दुनिया के नक्शे पर दिखाया। यह फिल्म देखकर मेजर राज को पसीने आ गए थे, इस फिल्म में जो कुछ दिखाया गया था वह निश्चित रूप से वास्तविकता से बहुत दूर और दुश्मन के प्रचार का हिस्सा था। और यह सब कुछ इतना खतरनाक था कि अगर यह फिल्म घाटी के लोग देख लेते तो जहां पहले ही दुश्मन स्वतंत्रता आंदोलन चला रहे थे मासूम लोगों को गुमराह कर वहां तो आग लग जानी थी और लोकाटी जैसे देश विक्रेता एक आवाज पर लोगों ने विद्रोह की घोषणा कर देना था

मेजर राज को आने वाले हालात पर विचार कर पसीने आ रहे थे, वह यहीं साना जावेद के कमरे से ही लैपटॉप के माध्यम से इस फिल्म से ही चयनित दृश्य भारतीय सेना मुख्यालय को भेज दिए थे, मेजर राज साना जावेद के घर आने के बाद उसके कर्मचारी फ़िरोज़ को गायब करते ही लैपटॉप भी ले आया था क्योंकि वह जानता था कि उसे जरूरत होगी और साना जावेद का लैपटॉप इस्तेमाल करना खतरनाक हो सकता था। यह सब काम करके मेजर राज ने कुछ और जानकारी सेना मुख्यालय तक पहुँचाई और उसके बाद अपने आने की सूचना देकर लैपटॉप बंद किया और सोफे पर ही सो गया

दोपहर 11 बजे के करीब साना जावेद ने राज को जगाया, मेजर राज की आंख खुली तो उसकी आंखों के सामने साना जावेद का चेहरा था, मगर वह खासी झुंझलाई हुई लग रही थी। मेजर ने एकदम आँखें खोली और पूछा क्या हुआ ?? तो साना जावेद ने कहा कब से तुम्हें उठा रही हूँ मगर तुम उठ ही नहीं रहे।फ़िरोज़ तो चला गया लेकिन मेरा बाकी स्टाफ कहाँ हैं ??? इस पर मेजर राज मुस्कुराया और बोला उनको भी मैंने कल छुट्टी पर भेज दिया था आपके प्रबंधक से कहलवा दिया था कि मैम ने इंडिया से वापसी तक आप लोगों को छुट्टी दे दी है ताकि किसी को मेरे बारे में शक न हो सके। उसकी बात सुनकर साना जावेद ने कहा तो अब मुझे भूख लगी है, खाना भी नहीं है, मुझे खाना खाना है पेट में चूहे दौड़ रहे हैं। ये सुनकर मेजर राज सोफे से उठा और बोला फ्रिज में देख लेते हैं कुछ पडा हो भोजन, लेकिन साना जावेद ने कहा, मैं देख चुकी हूँ कुछ नहीं है फ्रिज में।भूख तो राज को भी लग रही थी उसे भी अब लगा कि कुछ खा लेना चाहिए। मेजर राज अब किचन में गया तो वहां डबलरोटी का एक पैकेट पड़ा था साथ ही शेल्फ पर टोस्टर भी था और किचन मे जेम भी मौजूद था, एक दूध का पैकेट था जो मेजर राज ने निकालकर चाय बनाने के लिए इस्तेमाल किया और टोस्टर में कुछ स्लाइस गर्म करने के साथ जेम और चिकन पुलाव ट्रे में रखा, चाय बनाने के साथ ही राज ने 2 अंडे भी हाफ फ्राई कर लिए और ये गरम नाश्ता लेकर वापस कमरे में चला गया जहां साना जावेद बेचैनी से खाने का वेट कर रही थी।

मेजर राज के हाथ में नाश्ते की ट्रे देखकर साना जावेद तुरंत उठी और नाश्ते पर टूट पड़ी, मेजर राज ने भी साना जावेद के साथ ही हल्का नाश्ता किया। चाय पीकर साना जावेद ने राज की प्रशंसा की कि तुम तो मेरी रसोईये से भी अच्छी चाय बना लेते हो। इस पर राज ने कहा बस मैम हम सैनिकों को ऐसे सभी कार्य करने पड़ते हैं क्योंकि ज्यादातर तो हम घर से बाहर ही रहते हैं, और अगर एक मिशन पर हों तो यह सब काम खुद ही करने पड़ते हैं, सेवा के लिए न तो कोई कर्मचारी होता है ना ही जीवन साथी। यह कह कर मेजर राज हंस पड़ा और साना जावेद भी हंसने लगी कि चलो अच्छा हुआ कि तुम्हें कुछ बनाना आता है वरना मेरी तो भूख से जान ही निकली जा रही थी
 
नाश्ते के बाद साना जावेद अपने कुछ जरूरी कामों में व्यस्त हो गई जबकि मेजर राज घर से बाहर निकल कर सामने बने स्विमिंग पूल में जाकर स्विमिंग करने लग गया। राज ने शर्ट बनियान और पेंट उतार दी थी, नीचे उसने महज एक अंडर वेअर पहन रखा था। काफी देर राज स्विमिंग करता रहा, ठंडे पानी से उसे काफी संतोष मिल रहा था वैसे भी वह एक आर्मी ऑफिसर था और काफी समय से कोई भी व्यायाम का काम नहीं किया था, और स्विमिंग से अच्छा कोई व्यायाम नहीं जिससे न केवल कसरत हो जाती बल्कि ठंडे पानी से शरीर को उर्जा भी मिलती है। साना जावेद अपने ज़रूरी काम निपटा कर बाहर निकली तो उसको मेजर राज स्विमिंग पूल में तैराकी करता नजर आया साना जावेद स्विमिंग पूल के पास मौजूद बेंच पर जाकर बैठ गई और उसे स्विमिंग करते देखने लगी। जब राज वापार आया तो उसकी नज़र साना जावेद पर पड़ी। वह स्विमिंग पूल के किनारे पर आकर रुक गया और किनारे का सहारा लेकर थोड़ा ऊपर उठा, उसका चुस्त सीना और चेहरा साना जावेद को दिख रहा था, छाती पर नज़र डालकर साना जावेद को अंदाज़ा हो गया था कि ये फ़ौजी काफी कसरत का आदी है और उसका कसरती शरीर किसी भी गर्म लड़की को अपनी ओर खींच सकता था। मेजर राज ने साना जावेद से पूछा कि वह क्या देख रही है ?? तो साना जावेद ने कहा कुछ नहीं बस ऐसे ही तुम पर नजर पड़ी तो इधर आकर बैठ गई,

यह सुनकर संराज ने एक क़लाबाज़ी लगाई और फिर से तैराकी शुरू कर दी। जब राज एक किनारे से दूर हुआ तो साना जावेद अपनी जगह से खड़ी हो गई और उसे कौशल के साथ स्विमिंग करते देखने लगी। दूसरे किनारे पर पहुंचकर मेजर राज फिर से तेजी के साथ वापस आया और फिर स्विमिंग पूल में मौजूद सीढ़ियों से चढ़ता हुआ स्विमिंग पूल से बाहर आ गया। 

साना जावेद एक पल के लिए तो राज के के शरीर को देखकर आँखें झपकाना ही भूल गया, ऐसा कसरती शरीर तो उसके प्रेमी फवाद का भी नहीं था, 6 पैक बॉडी, तंग छाती, बड़े डोले, थाईज़ कट ऐसे थे जैसे किसी बॉडी बिल्डर के हों और ऊपर से उसके शरीर से टपकता हुआ पानी .... । ग़रज़ उसके शरीर की बनावट हर लिहाज से ऐसी थी जैसी हर लड़की चाहती है कि मजबूत शरीर का लड़का उसका जीवन साथी बने। फिर साना जावेद की नजरें मेजर राज के सफेद रंग के अंडर वेअर पर पड़ी तो वहां उसे कुछ उभार नजर आया, मगर ये उभार इतना नहीं था कि वह यह कह सके कि अंडर वेअर में मौजूद हथियार अपना सिर उठाए हुए है

मेजर राज ने साना जावेद को अपनी ओर यों देखते हुए पाया तो उसे आंखों के इशारे से पूछा तो साना जावेद ने न में सिर हिलाकर कहा नहीं कुछ नही और इधर उधर देखने लगी। राज अब साथ लगे झूले की ओर चला गया, स्विमिंग पूल के साथ ही एक छोटा सा लॉन था जिसमे एक झूला लगा हुआ था, वहीं मेजर के कपड़े भी पड़े थे राज वहां जाकर झूले पर बैठ गया और अपना शरीर सूखने का इंतजार करने लगा। इतने में राज को शड़ाप की आवाज आई जैसे पानी में कोई चीज गिरी हो। राज ने पीछे मुड़ कर देखा तो स्विमिंग पूल के बाहर साना जावेद की शर्ट और सॉर्ट पड़ी दिखी जबकि सामने स्विमिंग पूल में साना जावेद पानी में तैर रही थी राज ने कुछ देर तो साना जावेद को देखा मगर फिर वापस मुड़ कर हल्का हल्का झूला झूलने लगा। वो साथ आने की स्थिति के बारे में सोच रहा था, उसे इंडिया की चिंता हो रही थी साथ ही वह समीरा के बारे में भी सोच रहा था कि न जाने उसका संदेश समीरा तक पहुँच चुका होगा या नहीं और वह अपनी सुरक्षा के साथ साथ वह काम कर पाएगी या नहीं जिसके बारे में उसे गुप्त संदेश में कहा गया था। 
 
वह इन्हीं विचारों में गुम था कि उसे अपने साथ किसी की मौजूदगी का एहसास हुआ। मेजर अपनी सोचों से बाहर निकला तो उसके साथ साना जावेद खड़ी थी। उसे देखकर राज की ऊपर की सांस ऊपर और नीचे की सांस नीचे ही रह गई . साना जावेद का हॉट और सेक्सी बदन पूरा नंगा था। उसके बदन पर सिर्फ एक लाल रंग का ब्रा और एक लाल रंग की पैंटी जो पूरे गीले थे। साना जावेद के माथे के बालों से टपकता हुआ पानी उसके लाल लाल होंठों से होता हुआ नीचे गिर रहा था मेजर राज का दिल किया कि अभी वह साना जावेद के होंठों से टपकता पानी अमृत समझकर पी जाए मगर उसने ऐसी कोई हरकत नहीं की। साना जावेद के सीने के उभारों पर भी पानी की बूँदें कैप्टन को अपनी ज़ुबान निकालने पर मजबूर कर रही थी मगर उसने बड़ी मुश्किल से अपने दिल और लंड की इच्छाओं पर काबू पाते हुए बैठा रहा। साना जावेद अब अपनी कमर लचकाती हुई उसी झूले पर बैठ गई जिस पर राज अब तक अंडर वेअर पहने झूले पर एक साइड पर पैर लटकाए बैठा था। जबकि साना जावेद एक साइड पर बैठी थी मगर वह पैर नीचे लटकाने की बजाय मेजर राज की ओर पैर फैलाकर झूले पर ही बैठ गई और उसके पांव राज के नंगे पैर तक पहुँच गए थे, साना जावेद ने अपने पांव राज की गोद में रख दिए थे

साना जावेद के पैर की एडियाँ मेजर राज के अंडर वेअर के ऊपर थीं और उनका दबाव राज को अपने लंड पर महसूस हो रहा था। जबकि साना जावेद ऐसे बैठी थी जैसे उसे पता ही न हो कि उसका पांव राज के लंड के ऊपर है हालांकि उसने जानबूझ कर ही ऐसा किया था। मगर कुछ ही देर बाद साना जावेद को अपने पांवों के नीचे मौजूद नरम सी चीज़ में सख्ती आती महसूस होने लगी। और थोड़ी ही देर में वह फुल सख्त हो गई, मेजर राज पूरी कोशिश कर रहा था कि उसका लंड खड़ा न हो मगर जब सामने इतनी सेक्सी लड़की सिर्फ ब्रा और पैन्टी पहन कर बैठी हो और उसका पैर भी लंड के ऊपर हो तो लंड मियां कहां किसी की सुनते हैं, देखते ही देखते राज के अंडरवेअर में एक तम्बू बन चुका था जिस पर साना जावेद का पांव था, अब साना जावेद ने एक हैरानगी का नाटक करते हुए कहा अरे यह क्या है .... और फिर अपने पैरों की तरफ देखा और फिर खुद ही बोली, और सॉरी मुझे पता नहीं था कि मेरा पांव। । । । । । यह कह कर साना जावेद ने अपना पैर थोड़ा साइड में कर लिया। जैसे ही साना जावेद ने पांव साइड पर किया तो राज का लंड जो कुछ दबा हुआ था पांव हटते ही वो फुल जोबन पर खड़ा हो गया और अब सही मायने में राज के अंडर वेअर मे एक तम्बू का दृश्य प्रस्तुत कर रहा था। 

साना जावेद ने जब राज के अंडर वेअर को अधिक ऊपर उठते हुए देखा तो हंसी और बोली अरे तुम्हे क्या हो रहा है?नियंत्रण नहीं रख सकते क्या अपने ऊपर ??? इस पर राज ने कहा साना जी जब आप जैसी हॉट लड़की उसके साथ छेड़छाड़ करेगी तो भला मेरे नियंत्रण में कहां रहेगा यह ??? साना जावेद ने कहा, मैंने कब छेड़छाड़ की वो तो बस वैसे ही पांव ऊपर आ गया था। यह कह कर साना जावेद ने साथ मौजूद टेबल से एक शीशी उठा और बोली अच्छा यह बताओ तुमने कभी किसी की मालिश की है ?? मेजर राज समझ गया कि साना जावेद अब बहाने बहाने से आगे बढ़ना चाहती है, तो वह तुरंत बोल उठा कि जी आर्मी में मालिश करने की भी ट्रेनिंग दी जाती है कई बार हमें मालिश केंद्रों में भी काम करना पड़ता है, जहां किसी न किसी बड़े गैंगस्टर या आतंकवादी की पत्नी मालिश करवाने आती रहती हैं। साना जावेद ने कहा यह तो बहुत अच्छी बात है, यह तेल पकड़ो और मुझे मालिश दो। यह कह कर साना जावेद ने राज को तेल की छोटी शीशी पकड़ा दी और खुद उलटी होकर उसी झूले पर लेट गई, राज की पैंट में उसके लंड ने अंगड़ाइयाँ लेनी शुरू कर दी थीं साना जावेद की 28 इंच पतली कमर के साथ ही उसकी 34 इंच की गाण्ड कयामत ढा रही थी। हालाँकि उसने पैंटी पहन रखी थी मगर फिर भी उसके चूतड़ों का उभार और उसमें निहित लाइन बहुत स्पष्ट थी। पैन्टी गीली होने के कारण कुछ इकट्ठी हो चुकी थी और उसके चूतड़ों की लाइन में जा रही थी। एक बार तो मेजर राज का दिल किया कि अभी अपना लंड निकाले और साना जावेद की गाण्ड की लाइन में घुसा दे मगर उसे अभी नियंत्रण करना था।वह अंदर ही अंदर जानता था कि साना जावेद उससे चुदाई करवाने के लिए पूरी तैयार है, बस राज को थोड़ा हौसला रखना था और साना जावेद जो अपने दम पर उसे आकर्षित करने के बहाने कर रही थी राज को उसी के बहानों के अनुसार उसके पास जाना था। 

राज साना जावेद के साथ ही झूले पर बैठ गया और साना जावेद की थाईज़ पर शीशी से तेल की बूँदों से नीचे उसकी पिंडलियों तक एक पैर पर तेल गिराया, फिर उसी तरह उसने दूसरे पैर पर भी तेल गिराया साना जावेद के पैर बहुत नरम और मुलायम बालों से पूरी तरह साफ थे तेल गिराने के बाद राज ने साना जावेद के दोनों पैरों पर हाथ फेरना शुरू किया, अपनी उंगलियों के अगले हिस्सों से साना जावेद की थाईज़ की पर मेजर राज ने गोल गोल उंगलियां घुमाई और उसकी टांग पर अच्छी तरह तेल की मालिश कर दी। साना जावेद की थाईज़ का मांस बहुत ही मुलायम था जिससे राज को बहुत मज़ा आ रहा था। मेजर राज ने साना जावेद के पीछे से कुछ नीचे तक अपने हाथों से मालिश की उसके बाद घुटनों से नीचे यानी साना जावेद की पिंडलियों की मालिश किया। इस दौरान साना जावेद चुपचाप राज की गर्म गर्म उंगलियों के स्पर्श को अपने शरीर पर महसूस करती रही। राज को भी लग रहा था कि साना जावेद के शरीर की गर्मी धीरे-धीरे बढ़ रही थी। 

फिर मेजर राज झूले पर चढ़कर इस तरह से बैठ गया कि साना जावेद के दोनों पैर उसके पैरों के बीच थे राज घुटने लगाकर साना जावेद के ऊपर बैठा था और साना जावेद की नरम और मुलायम थाईज़ पर हौले हौले मालिश कर रहा था, अब तक राज ने साना जावेद के चूतड़ों को छूने की कोशिश नहीं की थी। मालिश करवाते हुए अचानक साना जावेद ने गर्दन थोड़ी सी साइड पर घुमाई और फिर अपने शरीर का अगला भाग भी मामूली घुमाया और राज की ओर देखती हुई बोली केप्टन मुझे एक बात बताओ। राज ने मालिश करते करते ही जवाब दिया जी मैम पूछें। साना जावेद ने कुछ देर सोचा कि वह पूछे या न पूछे, आख़िर उसने पूछ ही लिया और बोली कि कल जब आप ऐनी जाफ़री के साथ बाथरूम में थे ......... तो ......... । इसके बाद साना जावेद रुक गई,

मेजर राज ने पूछा तो मैम ??? 

साना जावेद ने फिर कहा तो उस समय जो चीखें मार रही थी वह। । । । । । वह मुझे सुनाने के लिए मार रही थी या वास्तव उसको इतना मज़ा आ रहा था ???? इस पर मेजर राज हंस पड़ा और बोला मैम उसका जवाब या तो आपको ऐनी जाफ़री ही दे सकती है या फिर। । । । । । । राज चुप हो गया और फिर से साना जावेद की थाईज़ की मालिश करने लगा .... साना जावेद ने पूछा या फिर ???? इस बार मेजर राज थोड़ा मुस्कुराया और बोला या फिर आप खुद जाँच भी कर सकती हैं कि वास्तव में मेरे साथ बहुत मज़ा आता है या नहीं ... राज का यह जवाब सुनकर साना जावेद ने ठहाका लगाया और बोली अच्छा तो तुम अपना उल्लू सीधा करना चाहते हो, चलो चुपचाप मालिश करो। फिर साना जावेद वापस सीधी होकर लेट गई और मेजर राज उसकी टांगों पर मालिश करने लगा। वह साना जावेद के पैर पर मांस को अपनी उंगलियों और अंगूठे से पकड़ कर हल्का सा दबाव डाल कर मसल रहा था जिससे साना जावेद को वास्तव में आराम मिल रहा था

फिर राज थोड़ा और आगे बढ़ा अब वह साना जावेद के चूतड़ों से कुछ पीछे बैठ गया था। अब वह साना जावेद की पतली कमरपर तेल गिरा रहा था, कमर से लेकर गर्दन तक राज ने साना जावेद की कमर पर तेल गिराया और अबकी बार बिना किसी झिझक के साना जावेद की डोरी पीछे से खोल दी, और अब साना जावेद की ब्रा की डोरी केवल उसकी गर्दन के आसपास थी, कमर पर मौजूद डोरी मेजर राज खोल चुका था, साना जावेद ने एकदम अपनी गर्दन ऊपर उठाई और बोली यह क्या कर रहे हो ??? 

मेजर राज ने आराम से कहा, मैम आपका ब्रा खराब हो जाएगा, हम तो जब भी किसी महिला की मालिश करते हैं उसका ब्रा इसी तरह खोल देते हैं। और कुछ औरतें तो सामने से भी मालिश करवाती हैं उनके तो बूब्स भी हम मालिश करते हैं। साना जावेद तो पहले ही यही चाहती थी मगर वह भाव दे रही थी कि वह तो केवल मालिश करवानी चाह रही है सेक्स करने का उसका कोई इरादा नहीं है। अब मेजर राज साना जावेद की थाईज़ पर बैठा साना जावेद की पतली कमर की अपने हाथों से मालिश कर रहा था। वह अपनी उंगलियों को साना जावेद की कमर दबा कर ऊपर से नीचे लेकर आता और फिर नीचे से ऊपर लेकर जाता। इसी तरह की मालिश करते करते मेजर राज कुछ आगे हुआ और साना जावेद के चूतड़ों के ठीक ऊपर आ गया। अब मेजर राज के लंड का दबाव साना जावेद को अपनी गाण्ड पर महसूस हो रहा था और वह बेचैन हुए जा रही थी राज का मोटा और लंबा लंड अपनी गाण्ड में लेने के लिए। 
 
मेजर राज ने कमर पर मालिश करने के साथ साथ अब साना जावेद के सीने की साईड पर भी अपने हाथों से मालिश करना शुरू कर दिया था। बगल से कुछ नीचे और बूब्स के पास राज के हाथ अपना जादू दिखा रहे थे और नीचे साना जावेद की गाण्ड पर उस का लोड़ा अपना दबाव बढ़ा रहा था। कुछ देर तक साना जावेद की कमर और बूब्स के पास मालिश करने के बाद राज के हाथ वापस नीचे की ओर आए और अब चूतड़ों से कुछ ऊपर कमर पर मालिश करने लगे, धीरे धीरे राज के हाथ साना जावेद की पैन्टी तक पहुँच चुके थे और मेजर राज दुबारा से चूतड़ों से कुछ नीचे होकर बैठ गया था। पैन्टी की ओर से साना जावेद के चूतड़ों की गोलाइयाँ जो काफी देर से राज को अपनी ओर बुला रही थीं मगर राज ने उन्हें छुआ नहीं था, अब मेजर राज के हाथ साना जावेद के चूतड़ों की गोलाईयों पर हल्का हल्का दवाब डाल कर मालिश कर रहे थे। फिर राज ने हिम्मत की और साना जावेद को उसके कूल्हों से पकड़ कर कहा मैम थोड़ा ऊपर जो जाइए आपकी पैन्टी उतारनी है। और आश्चर्यजनक रूप से साना जावेद ने अपनी गाण्ड ऊपर उठा दी और मेजर राज ने आराम से साना जावेद की पैन्टी उतार दी

मेजर राज को विश्वास तो था ही कि साना जावेद चुदाई के लिए तैयार है लेकिन अब तो उसके मन में लड्डू फूटने लगे थे कि वह इतनी सेक्सी और लॉलीवुड की सबसे खर्चीली हीरोइन को चोदने वाला है। अभी राज साना जावेद के चूतड़ों को पकड़ कर दबा रहा था, लेकिन जता ऐसा रहा था कि वह मालिश कर रहा है। वह साना जावेद के चूतड़ों को नीचे से जहां मांस अधिक था और थोड़ा खोल कर उसकी गाण्ड के छेद को भी देखता और साथ ही मालिश करने के तरीके में अपने हाथ ऊपर की ओर लेकर जाता। फिर इसी तरह की मालिश करते करते राज अब अपने हाथों के दोनों अंगूठों को साना जावेद के चूतड़ों की लाइन में फेरने लगा था, जाहिरा तौर पर उसका पूरा हाथ साना जावेद के चूतड़ों के मांस पर था और उसे हल्के हल्के दबाने से साना जावेद को आराम मिल रहा था मगर उसके दोनों अंगूठे चूतड़ों की लाइन में जाकर साना जावेद की सेक्स की इच्छा को और भड़का रहे थे और जैसे ही उसका अंगूठा साना जावेद की गाण्ड के छेद पर पहुंचता वह गाण्ड के छेद पर अपने अंगूठे का दबाव बढ़ा देता जिससे साना जावेद की हल्की सी सिसकी निकलती । कुछ देर तक यही हरकतें करने के बाद राज साना जावेद के ऊपर से उठ कर नीचे उतरा और बोला मैम अब आप सीधे जाएं दूसरी ओर से भी आपकी मालिश कर दूं। 

साना जावेद बिना कुछ बोले सीधी हो गई मगर उसने इस बात का ध्यान रखा कि अपने मम्मों पर से ब्रा हटने नहीं दिया, जब कि पिछली साइड से ब्रा की डोरी खुल चुकी थी मगर उसने अपने हाथों से ब्रा को पकड़ कर मम्मों के ऊपर ही रहने दिया था और सीधे होते ही अपने एक हाथ से अपनी योनी को छिपा लिया था। जबकि मेजर राज अब साना जावेद पैरों की ओर जाने की बजाय सीधा उसके पेट पर मालिश करने लगा, साना जावेद की नाभि तेल से भर कर राज ने अपनी उंगली उसके अन्दर घुमाई और फिर उसके पेट पर हाथ पकड़ कर बहुत ही गंभीरता के साथ उस पर तेल मलने लगा और नाभि से कुछ ऊपर अपने हाथों की उंगलियों से मालिश करने लगा। फिर बिना समय बर्बाद किए राज साना जावेद के ऊपर आकर बैठ गया, और उसकी योनी के बिल्कुल ऊपर था, अब उसने साना जावेद को कहा मैम अपना यह हाथ उठाकर ऊपर कर लें, क्योंकि मैं ऊपर बैठा हूँ, यह अभी मुझे नहीं दिखेगी, मैं ऊपर वाले हिस्से की मालिश करने जा रहा हूँ। साना जावेद ने बिना कुछ कहे अपना हाथ वहां से हटा लिया। 

मेजर राज ने अब साना जावेद के पेट और सीने के मिलान पर अपनी उंगलियों का जादू जगाना शुरू कर दिया था, फिर मेजर राज ने खुद ही साना जावेद से पूछा मैम आपने कभी अपने बूब्स की मालिश करवाई है ?? जिस पर साना जावेद ने न में सिर हिला दिया। तो राज ने कहा फिर आज तो आपको चाहिए करवानी चाहिए विश्वास कीजिए बहुत आराम मिलेगा, यह कह कर राज ने साना जावेद के जवाब का इंतजार किए बिना उसका ब्रा हाथ से उठाकर साइड में रख दिया। वह जानता था कि साना जावेद मना कर ही नहीं सकती वह तो सेक्स के लिए मरी जा रही थी। ब्रा साइड पर रखते ही राज को जब साना जावेद के 36 आकार के मम्मे दिखे तो उसकी आंखों में एक चमक आ गई। साना जावेद के गोल मम्मे और उन पर छोटेछोटे गुलाबी चक्र और उनके क्षेत्रों में छोटे निपल्स जो तन कर सख्त हो रहे थे देख कर राज को बहुत प्यारे लगे उसने पहले धीरज से साना जावेद के बूब्स पर हाथ फेरा और बोला- मेम आपका सीना तो बहुत सुंदर है, अब तक मैंने जितनी भी लड़कियों की मालिश की है उन सभी में आपका सीना सबसे सुंदर है और आपके बूब्स की शेप भी बहुत अच्छी है और इन पर यह छोटे से निपल तो कमाल ही हैं। यह कह कर राज ने धीरज के साथ साना जावेद के दोनों निपल्स को अपनी उंगली और अंगूठे से दबा दिया जिससे साना जावेद की हल्की सी सिसकी निकली। साना जावेद ने काँपती हुई आवाज़ में पूछा क्या मेरा सीना ऐनी जाफ़री से भी सुंदर है ?? इस पर मेजर राज ने कहा मैम वैसे तो आपके बूब्स ऐनी जी के बूब्स की तुलना में छोटे हैं, लेकिन आप तो जानती ही हो कि उसके बूब्स को पता नहीं किस किस ने यूज किया है, उनमें अब वह बात नहीं रही जो आपके बूब्स में है। यह कह कर राज ने साना जावेद के बूब्स को अपने हाथों में दृढ़ता से पकड़ लिया और उन्हें दबा दिया। साना जावेद की एक लंबी आह ह ह ह ह ह ह ह की सिसकारी निकली

उसकी नजरें राज के लंड पर थी जो उसके अंडर वेअर से बाहर निकलने की नाकाम कोशिश कर रहा था। साना जावेद भी मालिश का नाटक कर करके अब तंग आ चुकी थी और अब वह खुलकर सेक्स करना चाहती थी,राज साना जावेद के मम्मों से खेलने में व्यस्त था लेकिन अभी तक वह खुल कर उनके साथ नहीं खेल रहा था बल्कि यही दिखा रहा था कि वह मालिश कर रहा है, लेकिन मालिश के माध्यम से वह साना जावेद की चूत की गर्मी को और बढ़ा रहा था। और अब यह गर्मी इतनी बढ़ चुकी थी कि साना जावेद अब खुलकर सेक्स करना चाहती थी, तभी साना जावेद ने राज को कहा चलो देखते हैं कि ऐनी जाफ़री को सच में मज़ा आ रहा था या वह मुझे सुनाने के लिए आवाज़ें निकाल रही थी तुम अपना अंडर वेअर उतारकर अपने साइज़ की जाँच करवाओ पहले ... यह सुनना था कि राज तुरंत ही साना जावेद के ऊपर से नीचे उतर आया, वह तो काफी देर से अपने लंड को अपने अंडर वेअर की कैद से मुक्त करना चाह रहा था। साना जावेद की फरमाइश होते ही मेजर राज ने नीचे उतर कर अपना अंडर वेअर उतार दिया। अंडर वेअर की कैद से मुक्त होते ही लंड तन कर ऐसे खड़ा हो गया जैसे कोई स्प्रिंग काफी देर से दबा कर रखा हो और वजन हटने पर वो फुल पावर के साथ ऊपर की ओर खड़ा हो जाता है। कुछ ऐसे ही राज का 8 इंच लंड खड़ा हुआ था, साना जावेद अब तक उलटी ही लेटी थी, लेकिन राज का लंड देख कर झूले पर बैठ गई और बिना हिचक राज के लंड को हाथ में पकड़ कर उसकी लंबाई और मोटाई मापने लगी। लंड की मोटाई और लंबाई माप कर साना ने प्रशंसा भरी नज़रों से राज की ओर देखा और बोली इसका आकार तो सराहनीय है अब देखना है कि यह अपना काम भी सही तरह से करता है या नहीं ??? इस पर राज ने कहा यह तो जब आप अपने अंदर लेंगी तभी आपको पता लगेगा इसका प्रदर्शन। 

फिर साना जावेद ने पूछा इसका स्वाद कैसा है ??? 

मेजर राज ने कहा चख कर देख लें। साना जावेद ने अपना मुंह खोल और राज के लंड की टोपी अपने मुंह में डाल कर उस पर अपनी जीभ को गोल गोल घुमाया तो लंड की टोपी पर मौजूद वीर्य साना जावेद की ज़ुबान पर लग गया जिसका स्वाद बिल्कुल नमकीन था, साना जावेद ने लंड को मुंह से बाहर निकाला और मजे लेती हुई बोली वाह, यह तो बहुत मस्त है, बहुत मजे का स्वाद है इसका फिर वह लंड को ध्यानपूर्वक देखने लगी और उसकी नजरें राज के लंड की टोपी पर जमकर रह गईं ... फिर वह अचानक ही बोली कौन हो तुम ??? तुम तो मुझे मुसलमान नही लगते हो ?? तुम भारतीयहो ??? यह तुम्हारा लंड ??? इतने सारे सवाल साना जावेद ने एक ही सांस में कर दिए थे, वह राज के लंड को देखकर डर गई थी क्योंकि उसने कई लोगों से अपनी चूत मरवाई थी पर ऐसा लंड उसे पाकिस्तान में कहीं नही मिला था जिसका ख़तना ना हुआ हो पर उसे क्या पता था कि यह वास्तव में इंडिया का मेजर राज है। मगर साना जावेद के इन सवालों से राज बिल्कुल भी परेशान नहीं हुआ, उसने इत्मीनान से जवाब दिया मैम घबराने वाली कोई बात नहीं। पिछले 10 साल से पाकिस्तानी सेना में भर्ती हूँ आज से 15 साल पहले पाकिस्तानी सेना में भर्ती हुआ था, मेरा विशेष प्रशिक्षण किया गया था और मुझे उर्दू की बजाय इंडियन ज़ुबाने हिन्दी उर्दू, पंजाबी और सिंधी सिखाई गई थीं वहीं के रीति-रिवाज और खाने पीने का अंदाज़ सब कुछ सिखाया गया और मुझे इंडिया भेज दिया गया। इंडिया भेजने से पहले मुझे वहाँ के धर्म के बारे में भी काफी जानकारी दी गई और उनकी पूजाविधि भी सिखाई गईं तभी मेरा ख़तना नही करवाया गया था

फिर मैंने इंडिया जाकर वहां की सेना ज्वाइन की और उनमें रह कर पाकिस्तान के लिए जासूसी करता रहा। अब 10 साल बाद उन्होंने मुझे पाकिस्तान के कुछ रहस्य चुराने के लिए पाकिस्तान भेजा, उन्हें क्या पता कि मैं तो हूँ ही पाकिस्तानी, मैं यहाँ आकर कर्नल साहब से मिला तो उन्होंने मुझे कहा कि तुम कुछ समय के लिए अंडरग्राउंड हो जाना, वहाँ हम यह प्रसिद्ध कर देंगे कि एक इंडियन जासूस पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया। अब भारतीय सेना को यही पता है कि उनका कैप्टन पाकिस्तान में गिरफ्तार हो चुका है और अब तक उन्हीं की हिरासत में है इसलिए मैं कैप्टन के रूप में वापस इंडिया नहीं जा सकता, लेकिन मेरा वहां जाना भी जरूरी है क्योंकि वहाँ के क्षेत्रों से, वहाँ के लोगों से परिचित हूँ और कर्नल साहब के मिशन को पूरा करने तक में उनकी मदद कर सकता हूँ। इसलिए मैं आपके कर्मचारी के रूप इंडिया जाऊंगा और वहां जाकर कर्नल इरफ़ान टीम के साथ उनकी मदद करूँगा घाटी विद्रोह आंदोलन को सफल बनाने में। 

इस स्टोरी सुनकर साना जावेद को कुछ तसल्ली हो गई थी और जो धाराप्रवाह से राज ने यह स्टोरी सुनाई थी साना जावेद को लगा कि वह सही कह रहा है और वैसे भी अब उसके हाथ में एक लंबा और मोटा लंड था जो अपने फुल जोबन पर था, इसलिए साना जावेद के अंदर की औरत ने इस कहानी का पता लगाने की बजाय लंड के साथ मजे लेने की सलाह दी जिस पर अमल करते हुए साना जावेद ने फिर से मेजर राज के लंड अपने मुंह में ले लिया और उसे चूसने लगी। साना जावेद बहुत ही मज़े के साथ राज का लंड चूस रही थी मगर उसमें वह बात नहीं थी जोकि ऐनी जाफ़री की चुसाइ में थी। मगर फिर भी राज को साना जावेद से लंड की चुसाइ लगवाने में काफी मज़ा आ रहा था क्योंकि उसकी दिली इच्छा थी एक बार साना जावेद को चोदने की। वह बहुत बार साना जावेद के नाम की मुठ मार चुका था, आज वास्तव में उसे मौका मिल गया था साना जावेद की चूत और गाण्ड में अपना लंड डालने का तो वह उसका पूरा-पूरा आनंद ले रहा था
 
साना जावेद अपनी टाँगें नीचे लटकाए झूले पर बैठी थी, न तो उसके बदन पर पैन्टी थी और न ही ब्रा, उसने एक हाथ से लंड को जड़ से पकड़ रखा था और उसको मुंह में डाल कर मुँह आगे पीछे करके लंड चूस रही थी जबकि साना जावेद का दूसरा हाथ उसके मम्मों पर था, एक मम्मे को हाथ में पकड़ कर वह उसे दबा रही थी। ऐसे लग रहा था कि साना जावेद को लंड को चूसने का बहुत शौक है और आज उसे एक तगड़ा लंड मिला था तो वह खुलकर उसकी चुसाइ लगा रही थी। फिर साना जावेद ने लंड फिर से बाहर निकाला और और अपनी जीभ की नोक लंड की शाफ्ट और टोपी के मिलान पर मौजूद मास पर फेरने लगी जिसका मेजर राज को बहुत आनंद मिलने लगा। पहले कभी किसी ने राज के लंड को इस तरह से नहीं चूसा था जिस तरह साना जावेद अपनी जीभ से चूस रही थी। फिर साना जावेद ने अपने मम्मे को छोड़कर एक हाथ से राज के आंडों को पकड़ लिया और उन्हें मसलने लगी जबकि साथ ही लंड को चूसना भी जारी रखा 

कुछ देर बाद राज ने साना जावेद के बाल सिर के पीछे इकट्ठे करके एक हाथ से बालों को पकड़ लिया और दूसरे हाथ से साना जावेद का मुंह पकड़ कर खुद ही उसके मुंह में लंड के धक्के लगाना शुरू कर दिए, राज का आधे से अधिक लंड साना जावेद के मुंह में जा रहा था और उसका मुंह भी थूक से भरा हुआ था जिसकी वजह से राज का पूरा लंड गीला हो चुका था। कुछ देर और इसी तरह साना जावेद के मुंह की चुदाई करने के बाद राज ने साना जावेद के मुंह से अपना लंड निकाल लिया और उसको झूले पर लिटा लिया। और खुद साना जावेद के ऊपर लेट कर एक हाथ को साना जावेद की चूत पर रख कर उसकी चूत के लबों पर अपनी उंगली फेरने लगा तो दूसरा हाथ को उसकी गर्दन के नीचे रखकर साना जावेद के रस भरे होठों को चूसना शुरू कर दिया।

साना जावेद ने भी चुंबन में मेजर राज का भरपूर साथ दिया और अपना मुंह खोलकर राज की ज़ुबान को अंदर आने का रास्ता दे दिया, राज ने साना जावेद के मुंह में अपनी जीभ डाल कर उसे गोल गोल घुमाया तो साना जावेद ने अपने होठों का दवाब बना कर राज की ज़ुबान को जकड़ लिया और उसे अपनी जीभ से चूसने लगी जिसका मेजर राज को बहुत मज़ा आया, राज की ज़ुबान चूसने के साथ साना जावेद का शरीर हल्का हल्का झटका भी खा रहा था क्योंकि नीचे साना जावेद चूत पर राज की उंगलियां छेड़ छाड़ करने में व्यस्त थीं। 

कुछ देर तक साना जावेद के रसीले होंठ चूसने के बाद राज के होंठ अब साना जावेद की गर्दन पर अपने प्यार के निशान छोड़ने में व्यस्त थे, साना जावेद का शरीर बहुत गर्म होने के साथ ही मुलायम और रेशमी था, ऐसा लगता था कि संग मर मर से तराशा हुआ कोई मुजस्समा हो जिस पर हाथ फेरते हुए अजीब सा आनंद मिलता है। राज के होंठ साना जावेद की गर्दन पर कान से कुछ नीचे प्यार करने में व्यस्त थे और साथ ही अपने दांतों से हल्का सा काट कर गर्दन पर अपने प्यार के निशान भी छोड़ रहा था राज, साना जावेद को काफी समय के बाद किसी ने इस तरह प्यार किया था, अन्यथा ज्यादातर लॉलीवुड में आने के बाद तो हर कोई सीधा चूत में लंड ही डालता था। मगर राज आज दिल से साना जावेद के शरीर को प्यार कर रहा था, और साना जावेद का मखमली शरीर वास्तव में इसके लायक था कि उसको चोदने से ज्यादा उसके शरीर पर प्यार किया जाए। कुछ देर तक साना जावेद की सुराही दार गर्दन पर अपने प्यार के निशान छोड़ने के बाद मेजर राज अब साना जावेद के सीने पर प्यार कर रहा था, वह अभी मम्मों तक नहीं पहुंचा था मगर मम्मों से थोड़ा ही ऊपर के हिस्से में वह दीवाना वार प्यार करने में व्यस्त था और अब उसकी उंगली साना जावेद की चूत में प्रवेश कर चुकी थी, जिसे वह कभी अंदर बाहर कर रहा था तो कभी साना जावेद की चूत के अंदर ही उंगली को गोल गोल घुमा रहा था। 

साना जावेद की अब आहह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह हईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हह ह, ओह हु हु हु ,,,,, उफ़ एफ एफ एफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ केप्टन । । । । । आह ह ह ह ह ह ह ह ह किस मी । । । आह ह ह ह ह ह ह आवाज़ें राज को भी गर्म कर रही थीं साना जावेद के सीने पर भी निशान डालने के बाद अब साना जावेद मम्मे राज के मुंह में थे जिन पर वो बारी बारी प्यार कर रहा था, कभी राइट मम्मे को मुँह में लेकर खूब जोर से चूसता तो कभी बाएँ मम्मे को मुँह में लेकर उसका दूध पीने लगता जबकि उसकी उंगली अभी तक साना जावेद की चूत में अपना जादू दिखा रही थी। जब राज ने साना जावेद के मम्मों पर मौजूद छोटे मगर तने हुए निपल्स को अपने दांतों से काटना शुरू किया तो साना जावेद ने अपने दोनों हाथों को राज के बालों में फंसाकर उसको अपने बूब्स दबाने शुरू कर दिए और उसको और निपल्स चूसने के लिए उकसाने लगी, आह ह ह ह ह ह ह ..... उफ़ एफ एफ एफ एफ एफ एफ एफ ... केप्टन तुम बहुत अच्छा कर रहे हैं। आह ह ह ह ह ह सारा दूध पी जाओ मेरे मम्मों से। । । । । आह ह ह ह ह ह ह, लव यू केप्टन । । । । .. । मेरे निपल्स को दांतों से काटो, बहुत मज़ा आ रहा है आह ह ह ह उफ़ एफ एफ एफ एफ ..... 

साना जावेद की हर सिसकी राज के लंड में नई जान पैदा कर रही थी और उसको अपना लंड पहले से ज़्यादा सख्त महसूस हो रहा था। फिर राज ने अपनी जीभ बाहर निकाल ली और साना जावेद के निपल्स पर अपनी जीभ की नोक को गोल गोल घुमाने लगा। आज साना जावेद को बहुत समय बाद ऐसा महसूस हो रहा था कि कोई उसका चाहने वाला उसके शरीर को प्यार कर रहा है, अन्यथा इससे पहले जिसने भी साना जावेद को चोदा उसने शरीर में और केवल अपने लंड का पानी निकालने के लिए साना जावेद की चूत का इस्तेमाल किया था। साना जावेद को लॉलीवुड में आने से पहले अपना प्रेमी याद आ गया था जो साना जावेद से बहुत प्यार करता था, वह भी साना जावेद को चोदने से पहले उसके शरीर को खूब चूमता और चाटता था और साना जावेद के शरीर के एक हिस्से को अपने होंठों से चूमता और चूसता था। वही तड़प और वही प्यार आज उसे राज से मिल रहा था जो पहले साना जावेद के होंठ फिर गर्दन, फिर सीने ..और अब मम्मों से होता हुआ साना जावेद नाभि तक आ चुका था और उसकी नाभि में अपनी जीभ को गोल गोल घुमा रहा था, साना जावेद का पेट भी चूत में उंगली और नाभि मे ज़ुबान के घर्षण के कारण थरथरा रहा था, जैसे कोई बेली डांसर अपने पेट को थरथराती है, बिल्कुल वैसे ही साना जावेद का शरीर राज के प्यार की तीव्रता से थरथरा रहा था। और गर्मी तो उसके शरीर से ऐसे निकल रही थी जैसे पास कोई ओवन दहक रहा हो

अब समय आ गया था साना जावेद की गुलाबी चूत को चाटने का, परंतु राज का लंड भी अपने लिए कोई गर्म गर्म छेद देख रहा था, उसकी चिंता बढ़ रही थी, इसीलिए राज ने साना जावेद की चूत से अपनी उंगली निकाली और साना जावेद के ऊपर इस तरह घुटने लगा कर लेट गया कि राज का लंड साना जावेद के होंठों को छूने लगा था और राज के होंठ साना जावेद की योनी के बिल्कुल ऊपर थे और उसका रस पीने के लिये तैयार थे। अपने मुंह के सामने राज का मोटा और लंबा लंड देखते ही साना जावेद ने उसको अपने हाथ में मज़बूती से पकड़ कर तुरंत ही अपने मुंह में डाल लिया और अपनी गर्दन ऊपर उठा कर फिर से राज का लंड चूसने लगी, और दूसरी ओर राज की ज़ुबान उसके मुंह से बाहर आकर अब साना जावेद की योनी के मुंह में धीरे धीरे प्यार कर रही थी। साना जावेद की चूत बहुत गर्मी छोड़ रही थी, उसने बेकरारी से लंड मुंह से निकाला और राज को कहा जान प्लीज़ मेरी योनी को जोर से चाटो ना। यह कह कर साना जावेद ने फिर से राज के लंड की टोपी अपने होंठों में फंसाकर उसको चूसना शुरू कर दिया जबकि राज ने साना जावेद की योनी के लबों को अपने हाथ से खोलकर अपनी ज़ुबान को उसके अंदर डाल दिया और उसे तेजी साथ अपनी जीभ से चोदने लगा

राज की ज़ुबान को अपनी योनी के अंदर महसूस करते ही साना जावेद ने अपनी चूत और गाण्ड को धीरे धीरे ऊपर नीचे हिलाना शुरू कर दिया जिससे राज को अंदाजा हो रहा था कि साना जावेद इस समय राज के लंड के लिए मरी जा रही है। और उसको बहुत तीव्रता के साथ लंड की मांग है ताकि उसकी चूत की प्यास बुझा सके। अब राज ने महज 2, 3 मिनट ही साना जावेद की चिकनी और पानी से भरी योनी को अपनी जीभ से चाटा और चोदा था कि साना जावेद ने अपनी बेकरारी व्यक्त कर दी और लंड अपने मुंह से निकाल कर बोली चलो अब इसे जल्दी से मेरी चूत में डाल कर मुझे वैसे ही चोदो जैसे कल ऐनी जाफ़री को चोद रहे थे और मेरी वैसे ही आवाज निकलनी चाहिए जैसी कल ऐनी जाफ़री की आवाजें निकल रही थीं। साना जावेद के इस बेकरारी के साथ लंड मांगने के बाद राज ने बिना समय बर्बाद किए साना जावेद को चोदने का निश्चय कर लिया, अब राज साना जावेद के ऊपर से उठ गया और उसी झूले पर साना जावेद के पैरों से अपने पंजों के बल और घुटने लगाकर बैठ गया, फिर उसने साना जावेद के पैर खोल कर उसे अपनी ओर खींचा तो साना जावेद की चूत मेजर राज के लंड के बिल्कुल करीब आ गई, फिर राज ने साना जावेद के एक पैर को ऊपर उठा कर अपने कंधे पर रखा, जबकि दूसरे को बाहर निकालकर फ़ोल्ड कर दिया। इस तरह मेजर राज के लंड का रास्ता साना जावेद की योनी तक बिल्कुल साफ और खुला हो गया था

राज ने अपने लंड की टोपी को साना जावेद की चूत के पानी से थोड़ा गीला किया, और उसके बाद साना जावेद की चूत के लबों पर लंड की टोपी रख कर धीरे से दबाव डाला तो लंड स्वतः ही योनी के अंदर जाने लगा। मेजर राज को यूं लग रहा था जैसे साना जावेद की चूत उसके लंड को अंदर की तरफ खींच रही है। योनी की दीवारों की चिकनाहट से राज को अंदाज़ा हो गया था कि साना जावेद को किस शिद्दत से इस समय लंड की मांग महसूस हो रही थी। साना जावेद की चूत की दीवारों ने राज के लंड को वेलकम कहा था और धीरे धीरे चूत की दीवारों ने राज का पूरा 8 इंच लंड अपने अंदर खींच लिया था। जैसे ही राज शर्मा का लंड जड़ तक साना जावेद की चूत में उतरा साना जावेद की चूत ने उसे जोर से जकड़ लिया। राज ने लंड बाहर निकालना चाहा तो उसको कुछ दिक्कत का सामना करना पड़ा। मगर जब लंड पूरा बाहर आ गया और केवल उसके लंड की मोटी टोपी ही चूत के अंदर रह गई तो राज ने अब की बार एक जोरदार धक्का मारा और पूरा लंड एक ही झटके में साना जावेद की गर्म तपती हुई चूत में उतार दिया,


साना जावेद के मुंह से एक हल्की चीख निकली और फिर उसके चेहरे पर खुशी के आसार आने लगे, उसे पता चल गया था कि यह लोड़ा उसकी खूब जमकर चुदाई करने वाला है। फिर राज के लंड ने न रुकने वाले धक्कों की एक श्रृंखला को शुरू कर दिया, हर धक्के पर साना जावेद के मुंह से एक हल्की ची चीख निकली और उसकी आह ह ह ह ह आह ह ह ह ह आह ह ह ह ह आह ह ह ह राजा उफ़ एफ एफ एफ एफ एफ मररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर गैिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ,,, आह ह ह ह आह ह ह। ... उफ़ एफ एफ एफ एफ एफ उम म म म म म म म यस यस यस आह ह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हह ह फक मी ऊऊऊऊओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हह की सिसकियाँ राज के कानों में रस घोलने लगीं

साना जावेद खुद जितनी शांत थी उसकी सिसकियाँ उतनी ही अधिक सेक्सी और मस्त कर देने वाली थी राज के हर धक्के पर साना जावेद का पूरा शरीर ऊपर की ओर उठता तो उसके मम्मे भी उछल कर ऊपर की ओर जाते। कुछ मिनट के धक्कों के बाद ही साना जावेद को लगने लगा कि उसकी योनी पानी छोड़ने वाली है। उसने अपनी योनी को पूरी तरह टाइट कर लिया था। जिसकी वजह से राज का लंड अब पहले से अधिक साना जावेद की चूत की दीवारों को रगड़ता हुआ उसकी चूत में अंदर बाहर आजा रहा था, कुछ देर तक इसी तरह योनी टाइट रखकर चुदवाने के बाद साना जावेद ने एकदम से अपनी योनी की दीवारों को ढीला छोड़ दिया, जैसे ही योनी की दीवारों को ढीला छोड़ साना जावेद की चूत ने पानी की एक बरसात कर दी जिससे राज का पूरा लंड भीग गया, मगर उसने धक्के नहीं रोके और लगातार साना जावेद की गीली और पानी से भरी हुई चूत में अपने लंड के धक्के लगाता रहा जिससे अब पिचक पिचक की आवाजें आ रही थीं। कुछ झटकों में जब साना जावेद की योनी ने पूरा पानी छोड़ दिया तो वह अपना सिर पीछे की ओर रखकर गहरी और लंबी सांस ले रही थी। राज ने अपना लंड साना जावेद की चिकनी योनी से बाहर निकाल लिया और साना जावेद को देखते हुए बोला जी मैम अब बताओ, ऐनी जाफ़री जी आपको सुनाने के लिए चीख रही थीं या फिर ...... ??? साना जावेद ने यह सवाल सुनकर एक स्माइल दी और बोली नहीं मुझे अंदाजा हो गया है, उसे बहुत मज़ा आ रहा था तुम्हारी चुदाई से। तभी वह रंडी इस तरह चीख रही थी
 
यह सुनकर राज शर्मा ने साना जावेद को कहा चलो तो अब जरा घोड़ी बन जाओ आप मुझे इस शैली में चोदना बहुत पसंद है। साना जावेद ने कहा घोड़ी बनाकर भी चोद लेना लेकिन इससे पहले मैं तुम्हारे लंड पर सवारी करना चाहती हूँ, यह कह कर साना जावेद अपनी जगह खड़ी हो गई और राज उसी झूले पर लेट गया। राज का लंड इस समय फुल जोबन पर था, साना जावेद ने अपना हाथ अपनी ज़ुबान पर फेर कर उस पर थूक लगाया और फिर उसे अपनी चूत पर मसलने के बाद राज के लंड पर भी थूक फेंका और उसकी टोपी पर मसलने के बाद अपने दोनों पैर राज के दाईं बाईं ओर रखकर पंजो के बल बैठ गई और राज के लंड की टोपी अपनी चूत के छेद पर रख कर धीरे धीरे उस पर बैठती चली गई, जब सारा लंड साना जावेद की टाइट और चिकनी चूत में गायब हो गया तो साना जावेद ने अपने दोनों हाथों को राज के सीने पर रख कर अपना वजन आगे की ओर डाल दिया और पीछे से अपनी गाण्ड उठा कर खुद ही अपनी चुदाई शुरू कर दी। इस स्थिति में चुदाई की गति अधिक नहीं थी, मगर जितनी तेजी से साना जावेद ऊपर नीचे हो सकती थी वह हो रही थी और साथ ही उफ़ एफ एफ एफ एफ .... आह ह ह ह ह ह ह ..... आह ह ह ह ह ह ह ह ह ..... आह ह ह ह ह ह ह ह ... उफ़ एफ एफ एफ एफ एफ एफ एफ एफ ..... उम म म म म म म म म म म की आवाजें भी निकाल रही थी। साना जावेद पर खुली हवा में चुदाई करवाने का भी नशा चढ़ा हुआ था जिसकी वजह से उसकी चूत सूखी होने का नाम ही नहीं ले रही थी। अपने घर के लॉन में खुले आसमान तले साना जावेद ने कभी किसी से चुदाई नहीं करवाई थी। यह पहली बार था कि तैराकी के बाद अपने लॉन में ही अपने पसंदीदा झूले पर साना जावेद एक अनजान आदमी के लंड पर सवार थी और खूब मज़े से अपनी चुदाई करवा रही थी। साना जावेद के 36 आकार के मम्मे जेली की तरह हिल रहे थे जिन पर राज की नजरें थीं

कुछ देर की उछल कूद के बाद साना जावेद थक गई तो उसने राज को कहा कि वह अपनी गाण्ड ऊपर उठा रही है वह नीचे से अपने लंड से धक्के लगाए और चुदाई की गति भी बढ़ा दे, यह कह कर साना जावेद ने अपनी गाण्ड थोड़ी ऊपर उठा ली जिससे लंड बाहर निकल गया महज की लंड टोपी साना जावेद की चूत में फंसी हुई थी। फिर नीचे से राज ने अपनी टाँगें फ़ोल्ड कर अपनी गाण्ड के जोर से साना जावेद की चूत में लंड के धक्के लगाने शुरू कर दिए। इन धक्कों की गति पहले की तुलना में बहुत ज़्यादा तेज थी तभी साना जावेद की सिसकियाँ भी पहले की तुलना में तेज थीं, पहले उसकी एक लंबी आह ह ह ह ह ह ह ह ह निकलती थी तो अब लगातार आह ह ह ,,,, आह राजा राजा .... आह ह ह .... आह ह ह की पिटाई पिटाई आवाज़ें आ रही थीं। कुछ देर इस तरह साना जावेद की चूत को आराम पहुंचाने के बाद अब राज ने साना जावेद को अपने लंड पर पूरी तरह बैठने के लिए कहा और पैर की बजाय घुटने भी नीचे लगाने को कहा ताकि राज का लंड तूफानी गति के साथ साना जावेद की गीली चूत में जुताई सके

राज के कहने पर साना जावेद ने अपने घुटने भी नीचे लगा दिए और पैर के पंजों के सहारे अपनी गाण्ड को थोड़ा ऊपर उठाए रखा ताकि राज को धक्के लगाने के लिए जगह मिल सके। इस स्थिति में आने के बाद अब जो राज ने साना जावेद को चोदना शुरू किया तो वह तो जैसे किसी और ही जहां की सैर करने पहुंच गई। राज ने अपने दोनों हाथों को साना जावेद की थाईज़ पर रख लिया था और नीचे से अपने लोड़े की ऐसी मशीन चलाई कि साना जावेद आह ह ह आह ह ह भी पूरी नहीं निकल पा रही थी। जो गति राज के लंड की थी वही गति साना जावेद की कभी न खत्म होने वाली सिसकियों की थी और साना जावेद के मम्मे हवा में ऐसे उछल रहे थे जैसे कोई रबर बाल फर्श से ठप्पा खाकर ऊपर उठती है ... 3 मिनट तक राज इसी गति के साथ साना जावेद की चुदाई करता रहा। फिर वह कुछ देर के लिए रुका तो साना जावेद ने खुद ही अपनी चूत को हिलाना शुरू कर दिया। साना जावेद ने अपने दोनों हाथों से अपने मम्मों को पकड़ लिया था और उन्हें दबा दबा कर अपनी गर्दन पीछे की ओर झुका ली थी और अपनी चूत और गाण्ड को लगातार आगे पीछे गति दे रही थी जिसकी वजह से साना जावेद की चूत का सबसे संवेदनशील स्थान जिसे जी स्पॉट कहते हैं राज के लंड की टोपी से रगड़ खाने लग गया था जिससे साना जावेद मजे की ऊंचाइयों पर पहुँच चुकी थी और वह लगातार चूत को आगे पीछे हिलाने के साथ अपने मुंह से न रुकने वाली सिसकियाँ भी निकाल रही थी। साना जावेद की इन सिसकियों ने राज की कामुकता को और बढ़ा दिया था और उसने अब साना जावेद को हाथों से पकड़ कर अपनी तरफ खींचा तो साना जावेद राज के सीने के ऊपर आ गई, राज ने साना जावेद की पतली कमर के चारों ओर अपने दोनों हाथों से मज़बूत पकड़ बना ली और साना के नरम नरम मम्मे राज के सीने में धंस गये, उसके बाद राज ने अपने पांव अपने चूतड़ों के पास रख कर अपनी गाण्ड को थोड़ा ऊपर उठाया और फिर जो उसने साना जावेद की चूत में पंप चलाना प्रारम्भ किया तो साना जावेद की सिसकियाँ इस बार चीखों में बदल गई। खुली हवा में साना जावेद की सिसकियाँ दूर तो नहीं जा रही थीं मगर उसकी उत्तेजना हर धक्के के साथ बढ़ रही थी और अब वह भी फक मी बेबी, आह आह आह आह आह आह आह आह आह आह आह ..... यस ... फक मी फास्ट, फक मी आह आह आह फक माई पआभ। । । । आह ह ह ह ह आह ह ह ह आह ह ह ह ह आह ह ह ह उफ़ एफ एफ एफ ..... फक फक फक फक .... आह आह की आवाज निकाल रही थी। 


मेजर राज इस वक्त पूरी गति के साथ साना जावेद की चिकनी चूत में अपना लंड घुमा घुमा कर मार रहा था जिससे साना जावेद की चूत फिर से पानी छोड़ने के करीब पहुंच चुकी थी। फिर राज ने साना जावेद की कमर के आसपास अपनी पकड़ कमजोर और इसे थोड़ा और आगे होने को कहा तो साना जावेद थोड़ा आगे सरक गई, अब साना जावेद के मम्मे राज के मुंह के सामने थे राज ने साना जावेद के मम्मों को कुछ देर चूसा, इस दौरान वह बिल्कुल हौले हौले अपने लंड को साना जावेद की चिकनी चूत में अग्रसर कर रहा था . फिर राज ने साना जावेद के छोटे मगर तने हुए नपल्स को अपने मुँह में लेकर दांतों से रगड़ना और चूसना शुरू कर दिया। और उसके साथ ही उसने एक बार फिर साना जावेद की चूत में धक्कों की बरसात कर दी। अब की बार राज के तेज धक्के साना जावेद की नाजुक चूत की सहनशक्ति से बाहर थे, वह राज की चुदाई में विशेषज्ञता को मान गई थी, उसको इस तरह कभी फव्वाद ने भी नहीं चोदा था और न ही कभी जुंमन खान या कुवैत खान उसकी ऐसी चुदाई कर पाए थे जैसी पिछले आधे घंटे में राज शर्मा ने कर दी थी। उसने न सिर्फ साना जावेद के शरीर पर निरन्तर प्यार किया था जिससे साना जावेद निहाल हो गई थी बल्कि उसके बाद साना जावेद की चूत को भी ऐसा आराम दिया था कि वह राज के लंड की दीवानी हो चुकी थी। और इसी दीवानगी में उसने एक बार फिर राज के लंड पर अपने प्यार की बरसात कर दी थी। साना जावेद की चूत ने राज के शक्तिशाली लंड के शक्तिशाली धक्कों के सामने हथियार डालते हुए अपना सारा पानी एक बार फिर खारिज कर दिया था। साना जावेद की चूत ने 5, 6 झटकों में अपनी चूत का पानी निकाला और उसके बाद निढाल हो गई, लेकिन वह हैरान थी कि राज का लंड अब तक एक बार भी फारिग नहीं हुआ था वह अब तक तना हुआ था


अब साना जावेद राज होंठों पर होंठ रखकर अपने प्यार का इजहार करने लगी। साना जावेद करवट लेकर राज के साथ लेटी थी और अपनी एक टांग दोहरी करके राज के पैरों के ऊपर रख दी थी, उसका एक मम्मा राज के सीने की ओर से टकरा रहा था और साना जावेद के दाहिने हाथ में राज का तना हुआ और साना जावेद की चूत चिकने पानी से भीगा हुआ लंड था जिसकी वह धीरे धीरे मुठ मार रही थी और ऊपर से राज के होंठों को चूस चूस कर उसको खुश कर रही थी। फिर राज के लंड की मुठ मारना जारी रखते हुए साना जावेद ने राज के होंठों से अपने होंठ उठाये और बोली अब घोड़ी बनाकर चोदने का मूड है या पर्याप्त है इतना ???

उसकी बात सुनकर राज हंसने लगा और बोला लगता है साना जावेद जी की चूत जवाब दे गई है, लेकिन मेरा हथियार तो अभी आपको घोड़ी बनाकर चोदने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह सुनकर साना जावेद ने कहा, चिंता मत करो तुम्हारी यह इच्छा जरूर पूरी करूंगी, आज बहुत दिनों के बाद किसी ने इतनी शानदार चुदाई की है मेरी। मेरी चूत को आराम मिल गया है अब तुम्हारे लंड आराम पहुंचाने के लिये मैं घोड़ी बन जाऊंगी और जैसे-जैसे तुम कहोगे वैसे वैसे चुदाई करवाउन्गी 

यह कह कर साना जावेद ने राज के होठों पर एक बार फिर लंबी किसकी और फिर बोली मगर घोड़ी बनने से पहले एक बार तुम्हारा यह हथियार अपने मुँह मे लेकर उस पर ढेर सारा प्यार करना चाहती हूँ। राज ने कहा साना जी आपका ही लंड है यह, जैसे दिल करे प्रेम करो आप। यह सुनकर साना जावेद अपनी जगह से उठी राज के लंड की ओर बढ़ने लगी मगर उसके साथ उसने अपनी चूत राज के मुंह की तरफ बढ़ानी शुरू कर दी थी। और कुछ ही देर बाद साना जावेद राज के लंड से अपनी चूत का स्नेहन और गाढ़ा पानी चाटने में व्यस्त थी, जबकि पीछे से राज ने अपनी ज़ुबान निकाली और साना जावेद की चूत में मौजूद उसका चिकना सिरप अपनी जीभ से पीने में व्यस्त था। यानी दोनों 69 की स्थिति बनाए एक दूसरे को आराम पहुंचाने में व्यस्त थे। राज के 8 इंच के लोड़े से साना जावेद ने अपना सारा पानी चाट लिया था और अब अपनी जीभ से वह राज के लंड पर मालिश कर रही थी। कभी वह राज के आंडो को पकड़ कर अपने मुँह में डाल कर चूसती तो कभी लंड की टोपी मुंह में लेकर आधे से अधिक लंड अपने मुँह में गुम कर देती और उसको चूस चूस कर राज को मजे देती। इसी तरह राज भी अपनी एक उंगली साना जावेद गाण्ड की छेद में डाल कर उसको अंदर बाहर कर रहा था जिससे साना जावेद की आह ह ह ह आह ह ह ह वाली सिसकियाँ एक बार फिर स्टार्ट हो चुकी तीन और नीचे राज की ज़ुबान साना जावेद की चूत के लबों को खोले उसकी चुदाई में व्यस्त थी
 
5 मिनट तक अपने लंड की चुसाइ लगवाने के बाद अब राज ने साना जावेद को झूले से अपनी गोद में उठा लिया और खुद झूले से नीचे उतर आया। साना जावेद सुंदर लबों पर राज ने अपने होंठ रख कर उन से रस चूसना शुरू कर दिया था और साना जावेद दोनों पैर राज की कमर के चारों ओर लपेट चुकी थीं। फिर राज ने साना जावेद से पूछा कि बाकी की चुदाई उधर ही करनी है या अंदर जाकर करवानी है ??? साना जावेद ने कहा अब अंदर चलो वहाँ बेड पर आराम से मुझे घोड़ी बना कर चोद लेना। यह सुनकर राज ने साना जावेद की गाण्ड के नीचे हाथ रखकर उसे ऊपर उठाया और फिर दूसरे हाथ से अपना लंड पकड़ कर उसकी टोपी साना जावेद की चूत के छेद में फिट की और गाण्ड से अपना हाथ हटा लिया, साना जावेद अपने ही बोझ से नीचे आ गई और सारा लंड साना जावेद की चूत में गुम हो गया। जिससे साना जावेद की एक तेज सिसकी निकली। अब राज ने साना जावेद को अपने लंड ऊपर उछलने के लिए कहा तो साना जावेद ने राज की कमर के आसपास दोनों पांव मजबूती से बांधने के बाद अपने पैर की शक्ति का उपयोग करते हुए अपनी चूत को आगे पीछे और कुछ ऊपर नीचे हिलाना शुरू कर दिया जिससे साना जावेद की चूत में राज का लंड अंदर बाहर होने लगा। और राज इसी तरह चलते हुए साना जावेद के लॉन से घर के अंदर चल दिया . साना जावेद राज के लंड पर उछल उछल कर अपनी चुदाई करवाने के साथ साथ उसके होठों को चूस रही थी और राज के लिए अपने प्यार का इजहार कर रही थी। 

कुछ ही देर में राज साना जावेद के बेड रूम में पहुंच चुका था जहां अब वह साना जावेद को दीवार के साथ लगा कर नीचे से उसकी चूत में अपना लंड हिला रहा था और साना जावेद सिसकियाँ ले लेकर राज के लंड को अपने अंदर महसूस कर रही थी। कुछ देर इसी तरह गोद में उठाकर चुदाई करने के बाद राज ने अपना लंड साना जावेद की चूत से निकाल लिया और उसको बेड पर लिटा करघोड़ी बनने को कहा ... साना जावेद तुरन्त घोड़ी बन गई और गर्दन पीछे मोड़ कर अपना हाथ ज़ुबान से गीला कर के अपनी चूत पर फेरने के बाद राज को बोली डाल दो और बिना रुके ऐसी चुदाई करो कि मज़ा आ जाए। यह सुनकर राज ने अपना लंड साना जावेद की चूत पर सेट किया और एक जानदार धक्के से सारा लंड साना जावेद की चूत में उतार दिया और फिर बिना रुके साना जावेद की चूत की चुदाई शुरू कर दी। राज ने अपने दोनों हाथ साना जावेद के भरे हुए चूतड़ों पर रखे हुए थे और उन्हें जोर से पकड़ कर अपने धक्कों की गति के हिसाब से आगे पीछे हिला रहा था। बीच में राज एक जोरदार थप्पड़ भी साना जावेद के नितंबों पर मारता जिससे साना जावेद की सिसकी की बजाय एक चीख निकलती और राज के हाथ का निशान साना जावेद के नितंबों पर पड़ जाता

राज तूफानी गति से अपना लंड साना जावेद की चूत में अंदर बाहर कर रहा था और साना जावेद अपनी गर्दन ऊपर उठा आह आह आह आह आह आह आह आह आह आह ..... ओह हु हु हु यस .... ओह हु हु हु यस। .... यस यस यस यस .... ओह हु हु हु .... फक मी। । .. । फक मी लाइक ए बच .... आ हु हु हु हु हु हु आह ह ह ह ह ह .... ाोनाह। । । ाोनाह। । । । । ाोनाह। । । । । । ाोनाह .. । । । । । आह ह ह ह ह ह आह ह ह ह ह की सिसकियों से राज को और गति के साथ चोदने पर उकसा रही थी। जहां साना जावेद राज के चोदने के स्टेम से प्रभावित हुई थी वहीं राज भी साना जावेद की हिम्मत की दाद दे रहा था, इतनी देर चुदाई ने कर्नल इरफ़ान की बेटी राफिया की चूत का बुरा हाल कर दिया था। मगर साना जावेद अब तक अपनी चुदाई पूरी तरह एंजाय कर रही थी।साना जावेद की चूत भी राफिया की चूत से काफी खुली थी मगर फिर भी राज के लंड से इतनी लंबी चुदाई करवाना कोई आसान काम नहीं था और साना जावेद यह काम अब तक बड़े अच्छे से कर रही थी। 

साना जावेद अब अपनी चूत को टाइट करके राज के लंड का पानी निकालने की कोशिश कर रही थी ताकि उसके लंड की अधिकतम रगड़ मिले और उसका लंड पानी छोड़ दे, मगर राज का लंड अभी पानी छोड़ने के मूड में नहीं था वह तो जी भरकर साना जावेद की चिकनी चूत को चोदना चाहता था कि साना जावेद हमेशा इस चुदाई को याद रखे।चूत के टाइट होने के बाद राज को और भी अधिक मज़ा आने लगा था साना जावेद को चोदने का। अब राज ने थोड़ा आगे होकर साना जावेद के लटकते हुए और झूमते हुए मम्मों को अपने हाथ में पकड़ लिया था और उन्हें दबाना शुरू कर दिया था। जबकि पीछे से साना जावेद की चूत में राज का लंड लगातार फायरिंग कर रहा था। इस स्थिति में चुदाई की गति थोड़ी धीरे हुई तो राज ने साना जावेद को मम्मों से ही पकड़ कर उसको अपनी तरफ खींच लिया और अब साना जावेद के घुटने तो जमीन पर ही थे मगर वे डागी शैली की बजाय अब घुटनों पर सीधी खड़ी थी, उसकी कमर में थोड़ा बल था, राज ने उसके दोनों मम्मों को अपने हाथों से पकड़ कर अपनी ओर खींच रखा था और साना जावेद की चूत में लंड लगातार अपनी फुल स्पीड के साथ अंदर बाहर जा रहा था

कुछ देर इसी तरह साना जावेद की चूत में धक्के लगाने के बाद राज ने एक बार फिर साना जावेद को डागी शैली में बैठाकर चुदाई जारी रखी साना जावेद एक बार फिर अपने हाथ आगे बेड पर टिकाए अपनी गर्दन पीछे मोड़कर राज के शानदार धक्के अपनी चूत में लगते देख रही थी। साना जावेद की सिसकियाँ पूरे कमरे में गूंज रही थीं लेकिन इस बार साना जावेद ने भी ठान रखा था कि जब तक राज का लंड पानी नहीं छोड़ता वह भी अपनी चूत का पानी नहीं निकलने देगी। राज ने कोई 10 मिनट तक साना जावेद को घोड़ी बना कर किसी रंडी की तरह चोदा मगर उसकी चूत ने पानी नहीं छोड़ा और न ही राज के लंड ने हार मानी। फिर अचानक ही राज ने साना जावेद की चूत से अपना लंड निकालकर तुरंत ही उसकी गाण्ड के छेद पर अपनी टोपी रख दी। अपनी गाण्ड केसूराख पर टोपी को महसूस करते ही साना जावेद बोली अरे ऐसे नहीं, पहले इसे नरम तो कर लो, राज ने कहा, मेरे लंड पर तुम्हारी चूत का गाढ़ा पानी मौजूद है उसी से गाण्ड भी अंदर तक चिकनी हो जाएगी, यह कह कर राज ने अपने लंड पर हाथ फेरा और फिर वही हाथ साना जावेद की गाण्ड के छेद पर फेरने लगा। और फिर अपनी उंगली साना जावेद की गाण्ड के छेद में डाल करके साना जावेद की चूत का पानी उसकी गाण्ड के अंदर अच्छी तरह मसल दिया। 
 
कुछ देर इसी तरह साना जावेद की चूत में धक्के लगाने के बाद राज ने एक बार फिर साना जावेद को डागी शैली में बैठाकर चुदाई जारी रखी साना जावेद एक बार फिर अपने हाथ आगे बेड पर टिकाए अपनी गर्दन पीछे मोड़कर राज के शानदार धक्के अपनी चूत में लगते देख रही थी। साना जावेद की सिसकियाँ पूरे कमरे में गूंज रही थीं लेकिन इस बार साना जावेद ने भी ठान रखा था कि जब तक राज का लंड पानी नहीं छोड़ता वह भी अपनी चूत का पानी नहीं निकलने देगी। राज ने कोई 10 मिनट तक साना जावेद को घोड़ी बना कर किसी रंडी की तरह चोदा मगर उसकी चूत ने पानी नहीं छोड़ा और न ही राज के लंड ने हार मानी। फिर अचानक ही राज ने साना जावेद की चूत से अपना लंड निकालकर तुरंत ही उसकी गाण्ड के छेद पर अपनी टोपी रख दी। अपनी गाण्ड केसूराख पर टोपी को महसूस करते ही साना जावेद बोली अरे ऐसे नहीं, पहले इसे नरम तो कर लो, राज ने कहा, मेरे लंड पर तुम्हारी चूत का गाढ़ा पानी मौजूद है उसी से गाण्ड भी अंदर तक चिकनी हो जाएगी, यह कह कर राज ने अपने लंड पर हाथ फेरा और फिर वही हाथ साना जावेद की गाण्ड के छेद पर फेरने लगा। और फिर अपनी उंगली साना जावेद की गाण्ड के छेद में डाल करके साना जावेद की चूत का पानी उसकी गाण्ड के अंदर अच्छी तरह मसल दिया। 

फिर राज ने फिर से साना जावेद की गाण्ड के छेद पर अपने लंड की टोपी रखी और एक जोरदार धक्का लगाया जिससे राज के लंड की टोपी साना जावेद की गाण्ड में जा चुकी थी। फिरराज ने फिर से लंड टोपी सहित बाहर निकाला और साना जावेद की गाण्ड में एक और धक्का लगाया जिससे न केवल साना जावेद की एक दिलख़राश चीख निकली बल्कि राज का आधा लंड साना जावेद की टाइट गाण्ड में गुम हो गया था। मेजर राज यहां रुका नहीं, वह जानता था कि यह राफिया की तरह साधारण लड़की नहीं जिसने कभी गाण्ड न मरवाई हो, लेकिन यह लॉलीवुड फिल्म उद्योग की लड़की है जिसको आए दिन कभी निदेशक तो कभी फिल्म का हीरो जरूर चोदता है, और कोई न कोई तो उनकी गाण्ड भी मारता ही होगा। और राज का यह अनुमान ठीक भी था, साना जावेद की गाण्ड ऐनी जाफ़री की गाण्ड की तरह खुली और लंड की आदी तो नहीं थी मगर फिर भी वह कई बार अपनी गांड मरवा चुकी थी इसलिए उसने चीखें तो मारी मगर उसकी गाण्ड में वह मिर्च नहीं लगीं जो राफिया की नाजुक और कुंवारी गांड में लगी थीं जिसने राफिया को रोने पर मजबूर कर दिया था। मेजर राज अब अपना लंड फिर से बाहर निकाल कर बस टोपी गाण्ड के अंदर रखकर एक और धक्का लगा चुका था जिससे राज का पूरा लंड साना जावेद प्यारी सी गाण्ड के अन्दर जा चुका था और फिर राज ने थोड़ा हल्की गति के साथ लंड लगातार अंदर बाहर करना शुरू कर दिया था। साना जावेद अभी भी घोड़ी बनी हुई थी लेकिन अब की बार लंड उसकी चूत की बजाय उसकी गाण्ड को चोद रहा था


कुछ देर तक साना जावेद को घोड़ी बना कर ही गाण्ड मारने के बाद जब राज का दिल भर गया तो उसने अपना लंड साना जावेद की गाण्ड से निकाला और साना जावेद को लेटने के लिए कहा। साना जावेद राज के कहने पर बेड पर लेट गई तो राज ने उसकी ओर से आकर उसको करवट लेने के लिए कहा और खुद उसकी कमर की साइड पर उसके पीछे जाकर लेट गया, साना जावेद ने करवट ली तो राज ने साना जावेद की ऊपर वाली टांग को फ़ोल्ड करके आगे की ओर मोड़ दिया जिससे साना जावेद की गाण्ड के छेद तक राज के लंड को काफी खुला रास्ता मिल गया था। गाण्ड का छेद मिलते ही राज ने अपने लंड को गाण्ड के छेद में फिट किया और एक ही धक्के में पूरा लंड साना जावेद की गाण्ड की अंधेर नगरी में डाल दिया। और फिर से अपनी गाण्ड हिला हिलाकर साना जावेद की गाण्ड मारना शुरू कर दी। साना जावेद की गाण्ड की चुदाई के साथ राज का एक हाथ साना जावेद के एक मम्मे को पकड़ कर दबा रहा था तो दूसरा हाथ साना जावेद की गर्दन के नीचे था और साना जावेद अपनी गर्दन मोड़कर राज के होंठों को चूस चूस कर इस शानदार चूत और गाण्ड की चुदाई पर उसको दाद दे रही थी। साना जावेद का हाथ अपनी चूत पर था जहां वह 3 उंगलियों की मदद से अपनी चूत के दाने को सहला रही थी। 

फिर राज ने साना जावेद का एक मम्मा छोड़ दिया और अपना हाथ साना जावेद के मांस से भरे हुए चूतड़ों पर रख कर उन्हें दबाने लगा और साथ साथ अपने धक्के साना जावेद की गाण्ड में लगाना जारी रखे। 5 मिनट तक इसी तरह साना जावेद की गाण्ड मारने के बाद अब राज को लगने लगा था कि उसका लंड फूलने लगा है और उसके आंडों से शुक्राणु एकत्र होकर लंड की ओर बढ़ने लगे हैं तो राज ने साना जावेद को बताया कि बस जॉन अब मेरा लंड वीर्य छोड़ने वाला है तो साना जावेद ने कहा ठीक है मेरे अंदर ही वीर्य छोड़ दो। राज ने कहा मैं तुम्हारी चूत में मेरा वीर्य छोड़ना चाहता हूँ तो साना जावेद ने कहा, जहां इच्छा हो वहाँ वीर्य छोड़ो मुझे कोई आपत्ति नहीं। यह सुनकर राज ने कुछ धक्के और साना जावेद की गाण्ड में मारने के बाद साना जावेद की गाण्ड से अपना लंड निकाल लिया और उसके पीछे से उठकर साना जावेद को सीधा करके लिटा दिया। साना जावेद सीधी होकर लेटी तो वह खुद ही राज को अपनी दोनों पैर खोलकर अपनी चूत तक रास्ता दे दिया। राज साना जावेद के दोनों पैरों के बीच बैठ गया और उसकी दोनों टांगों को अपने हाथों पर उठाकर अपना 8 इंच लंड साना जावेद की चूत के ऊपर रख कर एक ही धक्के में साना जावेद की जलती हुई चूत में उतार दिया था

मेजर राज ने पूरा लंड साना जावेद की गर्म और चिकनी चूत में उतारने के बाद उसकी टांगों को अपने पास खींच लिया और साना जावेद की गाण्ड को थोड़ा ऊपर उठा कर उसकी चूत में फुल स्पीड के साथ धक्के मारने शुरू कर दिए। और साना जावेद ने भी सिसकियाँ मार मार कर पूरा कमरा सिर पर उठा लिया हर धक्के के साथ साना जावेद की चूत में गर्मी बढ़ रही थी और अब उसे भी लग रहा था कि वह अपनी चूत से निकलने वाली बाढ़ के आगे ज्यादा देर तक बँध नहीं बांध सकती, वह अपने मम्मों को अपने हाथों में पकड़ कर अपनी जीभ से चाटने की कोशिश भी कर रही थी मगर उसकी जीभ केवल उसके नपल्स को ही छू रही थी मगर वह इस पर भी राजी थी और अपनी जीभ अपने निपल्स पर रगड़ रगड़ कर अपनी गर्मी में और वृद्धि कर रही थी, फिर अचानक ही राज ने साना जावेद के पैरों को अपने हाथों से हटा दिया और उसकी टांगे बेड पर रख कर खुद अपना पूरा वजन साना जावेद पर डाल कर उसके ऊपर ही लेट गया और उसकी चूत में अपने लंड की चुदाई जारी रखी, वह लगातार साना जावेद के नाजुक होठों को अपने मुँह में लेकर जोर से चूस रहा था और साना जावेद के हाथ अब राज की कमर पर मजे की तीव्रता के कारण अपने नाखूनों से निशान लगा रहे थे। 


फिर राज के लंड ने और साना जावेद की चूत ने इकट्ठे ही झटके मारने शुरू किये और दोनों एक साथ ही अपना अपना पानी छोड़ने लगे। साना जावेद की चूत कुछ ही झटकों के बाद अपने और मेजर राज के पानी से भर गई थी। कुछ देर तक दोनों के शरीर हल्के हल्के झटकों के साथ अपना अपना पानी छोड़ते रहे फिर जब सारा पानी निकल गया तो राज बेड पर सीधा होकर लेट गया और गहरी गहरी सांस लेकर अपनी सांसें सही करने लगा। उसने साना जावेद को काफी जान लगा को चोदा था और साना जावेद के लिए तो यह चुदाई यादगार थी ही मगर राज को भी लग रहा था कि वह बहुत समय तक साना जावेद के मखमली बदन, मुलायम और नाजुक होठों को, चिकनी और दहकती हुई चूत को और भरे हुए कसे हुए मम्मों को नहीं भूल पाएगा। 

काफी देर इसी तरह लेटे रहने के बाद साना जावेद राज के साथ लग कर लेट गई और उसके शरीर पर प्यार करने लगी। फिर उसने खुद ही राज को कहा कि आज आपने बहुत मज़ा दिया है मुझे और आज मुझे पता लग रहा है कि बाथरूम में ऐनी जाफ़री की चीखें क्यों निकल रही थी, वह सही कह रही थी कि एक दफा इससे चुदाई करा लो तो फवाद को भूल जाओगी . तुम सच में बहुत अच्छा चोदते हो। काश फिर कभी फिर भी तुम से मिलने का मौका मिल सके। और हम इसी तरह सारी रात एक दूसरे के शरीर को आराम पहुंचा सकें। इस पर राज ने साना जावेद को बहुत सारा प्यार किया, और फिर राज ने साना जावेद को एहसास दिलाया कि अब फ़्लाईट का समय होने वाला है इसलिए उठो और तैयार हो जाओ मगर यहाँ साना जावेद ने एक और इच्छा व्यक्त की कि जाने से पहले वह राज के साथ नहाना चाहती है। राज ने दीवार घड़ी की ओर देखा, अब फ्लाइट में कुछ समय बाकी था तो मेजर राज साना जावेद को उठाकर बाथरूम में ले गया। जहां पहले तो साना जावेद ने शावर चला कर अपनी चूत को अच्छी तरह से साफ किया और अपने पूरे बदन पर पानी गिराया। फिर राज को पानी के नीचे करके साना जावेद उसके सामने बैठ कर उसके लंड को साफ करने लगी। जब सारा लंड साफ हो गया तो साना जावेद ने एक बार फिर उसका लंड मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया। साना जावेद के मुंह में जाते ही राज के बेजान और लुढ़के हुए लंड में जान आने लगी और वह एक बार फिर से तन गया। तने हुए लंड की साना जावेद ने 5 मिनट तक चुसाइ की उसके बाद खड़ी हुई और राज के होठों को अपने होठों से चूसने लगी। कुछ देर तक राज को प्यार करने के बाद साना जावेद ने शावर बंद किया और अपने बदन को टावल से सुखाने के बाद टावल राज को दे दिया और खुद बाथरूम से बाहर आ गई . राज ने भी बाथरूम में ही अपना बदन सुखाया और बाथरूम से बाहर आया

इतनी देर में साना जावेद के शरीर पर काले रंग का ब्रा और काली ही पैन्टी आ चुकी थी। राज का लंड फिर से खड़ा हो चुका था उसका अब फिर से मन था साना जावेद जैसी हुश्न की देवी की फिर से चुदाई करने का मगर समय की कमी के कारण वह ऐसा नहीं कर सका और उसने भी अपने बैग से कपड़े निकाल कर पहन लिए। फिर उसने अपने बैग से मेकअप का विशिष्ट सामान निकाला और फ़िरोज़ की तस्वीर सामने रखकर फिर फ़िरोज़ के हुलिए का मेकअप कर लिया। साना जावेद उसको हैरानगी से कौशल के साथ मेकअप करता देखती रही और जब मेकअप पूरा हो गया तो साना जावेद ने उसकी तारीफ की कि आप वास्तव में जादूगर हो। फिर राज ने साना जावेद से कहा कि वह कुछ हल्के भोजन की व्यवस्था करता है तुम इतनी देर में तैयार हो जाओ 

कुछ ही देर में राज किचन से कुछ फल काट कर और कुछ फ्रूट्स का ताजा रस बनाकर ले आया। एक घंटे की दीवाना वार चुदाई के बाद दोनों को ही ऊर्जा की जरूरत थी जो फ्रूट के फ्रेश रस से पूरी हो गई थी। साना जावेद के बदन पर अब एक काले रंग की साड़ी थी जिसका ब्लाऊज़ साना जावेद की आदत के विपरीत कुछ बड़ा था और उसकी नाभि तक आ रहा था। जबकि नाभि दिख रही थी और साड़ी नीचे कूल्हों के बराबर से शुरू हो रही थी, साना जावेद ने अपने आप को इंडियन परंपरा के अनुसार कपड़े शोभाये तन करने की कोशिश की थी लेकिन उसे नहीं पता था कि हिन्दुस्तानी संस्कृति में भी यह साड़ी बहुत सेक्सी और बोल्ड माना जाता है। फिर दोनों तैयार होने के बाद साना जावेद की कार में एयरपोर्ट रवाना हो गए, जहां से एक अज्ञात व्यक्ति साना जावेद की कार लेकर फिर से साना जावेद के घर छोड़ने चला गया यह मेजर राज का आदमी था चालक को भी ठिकाने लगाने की वजह से राज ने उस व्यक्ति को बुला रखा था और वह खुद साना जावेद के कर्मचारी के हुलिए में उसका सामान उठाए उसके पीछे पीछे जा रहा था

एयरपोर्ट पर साना जावेद को फुल प्रोटोकॉल मिल रहा था क्योंकि कर्नल इरफ़ान भी इंडिया प्रस्थान से पहले साना जावेद के विशेष मिशन के बारे में एयरपोर्ट प्रशासन को बता चुका था, और इस बात का लाभ मेजर राज को भी हुआ कि उसकी विशेष चेकिंग नहीं हुई महज पासपोर्ट चेक किया गया जोकि असली था। मगर फ़िरोज़ के नाम था जिसका हुलिया उस समय राज ने अपना रखा था। कुछ ही देर के बाद यह छोटी फ़्लाईट टेकऑफ करने के लिए तैयार हो चुकी थी जो कुछ सवारियां थीं और एयरपोर्ट से ही कुछ फिल्म इंडस्ट्री की गैर प्रमुख हस्तियों ने साना जावेद के साथ हाई हेलो की जिनका साना जावेद की इस रिलीज की जाने वाली फिल्म से किसी न किसी सीमा तक संबंध था मगर उनके पास मेजर राज की कोई हैसियत नहीं थी वह तो महज साना जावेद का कर्मचारी था इसलिए प्रथम श्रेणी अनुभाग में होने के बावजूद उसको बिल्कुल अंतिम सीट पर बिठाया गया था जबकि बाकी लोग कुछ आगे थे और साना जावेद के पास थे
 
एयरपोर्ट पर साना जावेद को फुल प्रोटोकॉल मिल रहा था क्योंकि कर्नल इरफ़ान भी इंडिया प्रस्थान से पहले साना जावेद के विशेष मिशन के बारे में एयरपोर्ट प्रशासन को बता चुका था, और इस बात का लाभ मेजर राज को भी हुआ कि उसकी विशेष चेकिंग नहीं हुई महज पासपोर्ट चेक किया गया जोकि असली था। मगर फ़िरोज़ के नाम था जिसका हुलिया उस समय राज ने अपना रखा था। कुछ ही देर के बाद यह छोटी फ़्लाईट टेकऑफ करने के लिए तैयार हो चुकी थी जो कुछ सवारियां थीं और एयरपोर्ट से ही कुछ फिल्म इंडस्ट्री की गैर प्रमुख हस्तियों ने साना जावेद के साथ हाई हेलो की जिनका साना जावेद की इस रिलीज की जाने वाली फिल्म से किसी न किसी सीमा तक संबंध था मगर उनके पास मेजर राज की कोई हैसियत नहीं थी वह तो महज साना जावेद का कर्मचारी था इसलिए प्रथम श्रेणी अनुभाग में होने के बावजूद उसको बिल्कुल अंतिम सीट पर बिठाया गया था जबकि बाकी लोग कुछ आगे थे और साना जावेद के पास थे


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रात 8 बजे तक मारिया उत्सुकता से लोकाटी का इंतजार करती रही, 8 बजे के करीब एक महिला ने कमरे में आकर मारिया को बताया कि लोकाटी साहब कुछ ही देर में आपके कमरे में तशरीफ़ लाएंगे उन्होने आपको तैयार करने का आदेश दिया है। मारिया ने उसे कहा तुम जाओ में खुद ही तैयार हो जाउन्गी यह सुनकर वह स्त्री उल्टे पांव लौट गई और मारिया लोकाटी के लिए तैयार होने लगी। मारिया को तैयार होने में ज्यादा देर नहीं लगी।मगर उसको लोकाटी के लिए थोड़ी मेहनत की जो उसके लिए काफी दर्दनाक था। वजह यह नहीं थी कि वह लोकाटी के लंड को बेचैन हो रही थी बल्कि वजह थी लोकाटी के खिलाफ बनाए गए प्लान को अमलीजामा पहनाने की जिसकी मारिया को खासी ज़रूरत थी। और वैसे भी आज सारे दिन हवेली नुमा महल की एकएक जगह छान मारी थी और उसे यह भी पता था कि यहां रात को जल्दी सोने के आदी हैं लोग ,

हवेली रात 9 बजे ही सुनसान हो जाती है सभी कर्मचारी और हवेली के अपने अपने कमरे में जाकर सपना खरगोश के मजे लूटते हैं, रात की ड्यूटी वाले कर्मचारियों के लिए एक विशिष्ट कक्ष था कि अगर रात में किसी को जरूरत हो तो वह उसी कमरे से कर्मचारी को इंटरकॉम के माध्यम बुला सकते थे। ऐसे में रात 9 बजे तक लोकाटी का इंतजार करना काफी मुश्किल हो रहा था मारिया के लिए। 

अचानक कमरे का दरवाजा खुला तो मारिया समझ गई कि अब की बार लोकाटी कमरे में आया है, वह सिमट कर बैठ गई थी। लोकाटी कमरे में आया तो एक पल के लिए तो उसकी आंखें खुली की खुली रह गईं। कमरे में सभी रोशनी बंद थीं मगर बेड के चारों ओर मोमबत्ती रोशन थीं जिसकी हल्की हल्की रोशनी में अंदर का माहौल काफी रोमांटिक और मस्त हो रहा था और बेड के चारों ओर गुलाब की पत्तियां मोमबत्ती की हल्की रोशनी में बहुत सुंदर दृश्य प्रस्तुत कर रही थीं। बेड पर भी गुलाब की पत्तियां बिखरी हुई थीं और उनके बीच में लाल रंग की चादर में लिपटी समीरा लोकाटी का इंतजार कर रही थी। घूँघट निकाले हुए मारिया खासी उत्सुकता से लोकाटी का इंतजार कर रही थी और अब यह इंतजार खत्म हो गया था। लोकाटी ने मारिया को लाल चादर में लिपटा देखा तो एक पल के लिए उसे यूँ लगा कि एक नई नवेली दुल्हन उसके इंतजार में लाल रंग का शादी पहनावा पहने उसके इंतजार में बैठी है। कमरे के रोमांटिक माहौल और सामने बेड पर दुल्हन की तरह बैठी मारिया को देखकर लोकाटी के दिल में लड्डू फूटने लगे थे और उसकी सलवार में लंड ने सिर उठाना शुरू कर दिया था। इसे एक बार तो वही समीरा याद आ गई थी जिसको सुंदर रात में गोवा के होटल में लोकाटी ने खूब जमकर चोदा था। 

लोकाटी धीरे धीरे आगे बढ़ता हुआ मारिया तक गया और उसके पास जाकर बैठ गया और उसे देखने लगा। लंबी चादर से मारिया के केवल सुंदर हाथ ही दिख रहे थे जिन पर मेंहदी का सुंदर डिजाइन बना हुआ था। ये मेहंदी भी मारिया ने एक नौकरानी से शाम में ही लगवा ली थी जिसका एक ही घंटे में काफी अच्छा रंग चढ़ गया था, और हाथों से नीचे मारिया के सुंदर चमकते हुए पैर दिख रहे थे, उसके अलावा बाकी केवल लाल रंग की पुष्पांजलि थी। लोकाटी ने आगे बढ़कर मारिया के पास होकर हौले से कहा, यदि अनुमति हो तो क्या मैं आपका घूँघट उठा सकता हूँ। मारिया ने धीरे से हाँ में सिर हिलाया, तो लोकाटी ने मारिया के चेहरे के आगे से हल्की सी चादर हटा कर उसके सिर पर रख दी। उसकी नज़र मारिया के चेहरे पर पड़ी तो वह और भी खुश हुआ, मारिया के सुंदर गुलाबी और रसीले होठों पर इस समय लाल लिप स्टिक लगी हुई थी जो लोकाटी को बहुत पसंद थी। और उसका हल्का लेकिन बहुत कौशल से किया गया मेकअप उसकी खूबसूरती को चार चांद लगा रहा था अब तो लोकाटी अपने आपे से बाहर हुआ जा रहा था उसका बस नहीं चल रहा था कि वो जल्दी से पहले मारिया को उसके सारे कपड़ों से मुक्त कर दे और उसकी सुंदर और टाइट योनी में अपना लंड घुसा कर धक्के पर धक्के मारे।मगर उसने मारिया से वादा कर रखा था कि आज की रात जैसे मारिया कहेगी वैसे ही लोकाटी उसके बदन से प्यार करेगा . 

मारिया का सुंदर चेहरा देखकर लोकाटी ने उसे प्यार भरी आवाज़ में कहा, मांग मेरी महारानी आज क्या मांगती है।आज तुम जो चाहोगी लोकाटी वह तुम्हें देगा तुम्हारी इन सुंदर आंखों और होठों के सदके . मारिया ने शरमाते हुए लोकाटी को देखा, और हौले से बोली, आपने इस नाचीज़ को अपनी महारानी बना लिया और उसके बाद भला किस चीज की कामना कर सकती हूँ, अब तो बस एक ही तमन्ना है कि जिन होठों के लिए आप ने ये बात कही है, उन्ही होठों की प्यास अपने होंठों से बुझा दें। यह सुनते ही लोकाटी की आंखों में चमक आ गई वो तो पहले से ही यह चाहता था अब मारिया द्वारा फरमाइश के बाद तो लोकाटी एक क्षण बर्बाद किए बिना उनके होठों से सारा रस पी जाना चाहता था। वो एकदम से मारिया के होंठों को चूसने के लिए आगे बढ़ा मगर मारिया ने हाथ के इशारे से रोक दिया और बोली नहीं ऐसे नहीं। लोकाटी उत्सुकता से बोला तो फिर कैसे मेरी जानेमन ??? मारिया मुस्कुराई और बोली पहले अपनी आँखें बंद करो। और अपने हाथ अपने सिर के पीछे बांध लें। और जब तक मैं न कहूँ तो न तो अपनी आंखें खोलेंगे और न अपने हाथों से मेरे शरीर के किसी भी हिस्से को छूने की कोशिश करेंगे

लोकाटी ने उत्साह में अपनी आँखें बंद कर ली और अपने हाथ अपने सिर के पीछे बांध लिए। जैसे ही उसने अपनी आँखें बंद की उसे बेड पर हलचल महसूस हुई और फिर कुछ ही सेकंड के अंतराल के साथ उसे 440 वोल्ट का झटका लगा जब उसे अपने होठों पर मारिया के सुंदर होठों का स्पर्श महसूस हुआ और अपने चेहरे पर मारिया के हाथ की नरम नरम पकड़ महसूस हुई। लोकाटी ने उत्साह में मारिया के होंठों को चूसना शुरू कर दिया था मगर मारिया के कहने के अनुसार न तो उसने अपनी आंखें खोलीं और न ही उसने अपने हाथ मारिया के शरीर की ओर बढ़ाए। लेकिन मारिया के नाजुक हाथ अब लोकाटी की गर्दन पर हौले हौले मालिश कर रहे थे और लगातार लोकाटी के होंठ मारिया के होंठ चूसने में व्यस्त थे। फिर लोकाटी को तब और भी मज़ा आने लगा जब मारिया ने अपनी ज़ुबान मुंह से निकाल कर लोकाटी के होंठों पर रखकर दबाव डालना शुरू किया। लोकाटी समझ गया था कि उसकी महारानी अपनी ज़ुबान उसके मुंह में प्रवेश कराना चाहती थी उसने तुरंत ही अपना मुंह थोड़ा सा खोल कर मारिया की ज़ुबान को अंदर जाने का रास्ता दिया और जैसे ही मारिया की ज़ुबान लोकाटी के मुंह में गई उसने उत्साह से मारिया की ज़ुबान को मुंह में लेकर चूसना शुरू कर दिया। कुछ देर तक मारिया इसी तरह लोकाटी की गर्दन पर हाथ फेरती रही और अपनी जीभ उसके मुंह में डालकर प्यार करती रही। 


फिर मारिया ने लोकाटी के दोनों हाथों को खोल कर अपने हाथों में पकड़ लिया और एक हाथ को अपने हाथ से पकड़ कर अपने चेहरे पर फेरना शुरू कर दिया। मगर अब तक लोकाटी को आंखें खोलने की अनुमति नहीं थी। मगर वह बहुत गंभीरता और स्नेह के साथ अब अपने हाथ मारिया के चेहरे पर फेर रहा था, वह कभी अपने हाथ मारिया के नाजुक और रूई जैसे गालों की तरह नरम गालों पर फेरता तो कभी अपनी उंगली मारिया के होठों पर फेर कर उनका स्पर्श लेता। फिर मारिया ने लोकाटी को नीचे लेट जाने को कहा तो लोकाटी आंखें बंद किए ही बेड पर लेट गया और मारिया उसके पेट के ऊपर आकर बैठ गई मगर लोकाटी के हाथ अब तक मारिया के हाथों में थे और उसकी आँखें अभी बंद थीं। 

लोकाटी मन ही मन में सोच रहा था कि अब मारिया उसको आँखें खोलने की अनुमति दे और उसके हाथों को मुक्त कर दे तो वह दिल खोलकर मारिया को प्यार करे मगर मारिया से अभी यह अनुमति नहीं मिली थी। लोकाटी को नीचे लिटा कर मारिया ने एक बार फिर लोकाटी को अपने हाथ सिर के पीछे बांधने को कहा तो लोकाटी ने किसी आज्ञाकारी बच्चे की तरह अपने हाथ सिर के पीछे बांध लिए। अब मारिया ने लोकाटी की कमीज के बटन खोलने शुरू किये और एक एक करके सारे बटन खोल कर उसके सीने पर झुक कर प्यार करने लगी। लोकाटी को अपने सीने पर मारिया के जवान और गर्म होठों का स्पर्श बहुत प्यारा लग रहा था उसके साथ उसे मारिया के मम्मों का एहसास हो रहा था जो उसके सीने से टकरा रहे थे। कुछ देर इसी तरह लोकाटी को प्यार करने के बाद मारिया ने एक बार फिर लोकाटी के हाथों को अपने हाथों में पकड़ लिया और दोनों हाथों को खींच कर अपनी टांगों पर थाईज़ के ऊपर रख दिया। जैसे ही मारिया ने लोकाटी के हाथ अपनी थाईज़ पर रखे तो लोकाटी को एक झटका लगा और उसने अपनी आँखें खोली। झटका लगने की वजह यह थी कि जब मारिया ने लोकाटी के हाथों को अपनी थाईज़ पर रखा तो वहां उसे किसी कपड़े के होने का एहसास नहीं हुआ बल्कि मारिया की थाईज़ बिल्कुल नंगी थी, और जब लोकाटी ने आँखें खोलीं तो उसके सामने मारिया एक सुंदर नाइटी पहने उसे बहुत प्यार से देख रही थी

मारिया को इस हालत में देखकर मारिया की गाण्ड के नीचे मौजूद लोकाटी के लंड ने अपना सिर उठा लिया और पूरी तरह से खड़ा होकर मारिया की चूत में जाने की जिद करने लगा। मगर मारिया ने उस पर अपनी गाण्ड का दबाव डाल कर उसे नीचे बिठा दिया और धैर्य रखने को कहा। मारिया इस समय एक हल्के नीले रंग की जालीदार नाइटी पहने हुई थी जिसमें उसके कंधे पूर्ण नग्न थे मात्र बारीक डोरयों के माध्यम से नाइटी उसके बदन पर रुकी हुई थी। मारिया का ब्रा गहरे नीले रंग का था, फोम वाला यह ब्रा अंडर वाईर्ड था यानी उसके नीचले हिस्से में एक पेड़ डला हुआ था जो मम्मों को न केवल ऊपर की ओर उठाता है बल्कि उनको आपस में जकड़ कर एक दूसरे के साथ भी जोड़ता है जिसकी वजह सेक्सी क्लीवेज़ बनती है और छोटे मम्मे होने के बावजूद ऊपर से देखने में बड़े लगते हैं। और मारिया के मम्मे तो वैसे ही 36 के आकार के थे और उस पर अंडर वाईर्ड ब्रा जो मम्मों को उठाया तो उनकी ऐसी सुंदर और सेक्सी शेप बनी हुई थी कि कोई भी पुरुष उनको पकड़ने के लिये अपने हाथ बढ़ा दे। मारिया के भी दोनों मम्मे आपस में मिलकर गहरी लाइन बना रहे थे और उनका आकार भी काफी बढ़ गया था जिसकी वजह से 36 आकार के मम्मे अब 38 आकार के लग रहे थे। ब्रा के ऊपर मारिया की बारीक जालीदार नाइटी थी जो मोमबत्ती की हल्की रोशनी में बहुत सेक्सी लग रही थी, यह नाइटी सीने के ऊपर एक पतली सी डोरी के साथ बंधी हुई थी जबकि उसके नीचे पूरी खुली थी जिसकी वजह से मारिया का पतला और सेक्सी पेट बहुत ही सुंदर लग रहा था। मारिया की नाभि की हल्की सी गहराई और रंग बहुत सुन्दर था। नाइटी मारिया के चूतड़ों तक आकर खत्म हो रही थी जबकि सामने से पैन्टी तक भी नहीं आ रही थी पैन्टी के ऊपर ही खत्म हो रही थी। नीचे मारिया ने एक बहुत ही सेक्सी नीले रंग की पैंटी पहन रखी थी जो सामने से महज उसकी चूत की लाइन घेर रही थी जबकि चूत की लाइन के साथ वाला हिस्सा स्पष्ट दिख रहा था और मारिया के बाल मुक्त नरम और मुलायम पैर और मोटी थाईज़ भी बहुत सेक्सी लग रही थी। 

लोकाटी को अपनी किस्मत पर यकीन नहीं आ रहा था कि वह इतनी सुंदर और सेक्सी लड़की की आज चुदाई करने वाला है। वह तुरंत उठ कर बैठ गया था और मारिया अब उसकी गोद में थी, उठ कर बैठते ही लोकाटी ने अपने हाथ मारिया की पतली कमर के गिर्द लपेट लिए थे जिस पर एक पतली नाइटी मौजूद थी जबकि उसके होंठ मारिया के मम्मों के उभारों पर क्लीवेज़ लाइन में प्यार कर रहे थे। लोकाटी अपनी ज़ुबान निकालकर मम्मों के बीच से से बनने वाली लाइन की गहराई में उतार रहा था मगर उसकी ज़ुबान इतनी लंबी नहीं थी कि वह मारिया के मम्मों की लाइन की गहराई तक जा सके। कुछ देर तक वह इसी तरह मारिया की कमर पर हाथ रखे उसके मम्मों के उभारों पर प्यार करता रहा फिर उसने मारिया को बेड पर लिटा लिया और खुद मारिया के ऊपर आकर मारिया के दोनों मम्मों को अपने हाथ में पकड़ कर दबाना शुरू कर दिया। मारिया ने अपनी जीभ बाहर निकाल कर अपने होंठों पर फेरनी शुरू कर दी जिससे लोकाटी के आनंद में और भी वृद्धि हो गई और वह एक बार फिर से मारिया के ऊपर झुक कर उसके मम्मों की लाइन में ज़ुबान फेरने लगा। कुछ देर इसी तरह करने के बाद लोकाटी कुछ नीचे आया और मारिया के पेट पर अपने होंठो से प्यार करने लगा। पेट से प्यार करते करते वह नीचे की ओर आ रहा था और मारिया की सुंदर नाभि में अपनी ज़ुबान फेरनी शुरू कर दी जिससे मारिया का पेट थर थर कांपने लगा था
 
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