desiaks
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चंचल को इस बात की खबर नहीं थी। चंचल तो राज और कोमल के नैन मटक्के देख कर गुस्सा किये जा रही थी। गाना खत्म होते ही। सभी लोगों ने कोमल की वाह वाही की । जिसे सुनकर चंचल उठ कर कोमल के पास आती है और कोमल को बोलती है।
चंचल: आज से हमारी जूनियर कोमल का नाम होगा कोमल बाई। ( और चंचल 2000 के 2 नोट निकाल कर अपने पैरों में डाल देती है और कोमल से इशारा करती है उसे उठाये। क्यों सही कहा ना इतना अच्छा मुज़रा तो कोठे वाली ही कर सकती है।
सभी लोग चंचल की इस बात पर हँसने लग जाते है। सिवाय राज और कोमल के।
कोमल कुछ कर नहीं सकती थी। कोमल का चेहरा रोने जैसा हो गया था। लेकिन फिर भी कोमल चंचल के पैरों से वो पैसे उठा लेती है। कोमल उन पैसों को जैसे ही अपने पर्स में रखने लगती है चंचल टोक देती है।
चंचल: अरे अरे अरे क्या कर रही हो कोमल बाईं । कोठे वाली पर्स नहीं रखती। अपनी चुंचियों के पास दबा ले ये पैसे। कोमल की ला सुर्ख गुस्सैल आंखें चंचल को देख रही थी। लेकिन कोमल ने चुप चाप चंचल के कहे अनुसार पैसे अपने टॉप के अंदर रख लिए।
टैब चंचल एक बार फिर से मुह खोलती है।
चंचल: हे बॉयज क्या कोई बता सकता है हमारी इस कोमल बाई ने आज किस रंग की ब्रा पहनी है। आई प्रॉमिस जो सही जवाब देगा (कोमल की तरफ देखते हुए) मैं उसे वो ब्रा गिफ्ट दूंगी वो भी इस से लेकर।
सभी लड़के लाल और ब्लैक बोल रहे थे। लेकिन चंचल ने 5 लड़के बुलाये और उनसे कहा तुम पांचों बताओ किस रंग की ब्रा पहनी है हमारी कोमल बाई ने।
पांचों ने एक ही रंग बोला तो चंचल ने कहा " मान लो तुम पाँचों का जवाब सही हुआ तो क्या ये कोठे वाली बाई पांच ब्रा उतारे गी। नहीं ना तो शर्त ये है तुम पांचो अलग अलग रंग बोलोगे।
उन पांचों लड़कों ने काला, नीला, भूरा, लाल, ग्रे रंग बोल दिया।
चंचल: चलो कोमल बाई अपनी ब्रा दिखाओ।
चंचल की इस बात पर कोमल के आंसू उसकी आँखों से लुढक कर उसके गाल पर आ गये। राज तुरंत आगे बढ़कर कोमल के आंसू पोछ कर उसे अपने पीछे कर लेता है। राज के सामने आते ही चंचल कुछ नहीं बोलती। चंचल राज का चेहरा देखती है जो इस वक़्त गुस्से में लाल हो रखा था।
राज : बस बहुत हुआ चंचल अब बस भी करो।
रानि और सोनिया दोनो आगे बढ़कर चंचल के काम मे धकल देने से राज को रोकना चाहा, लेकिन चंचल ने उन्हें अपने हाथ से इशारा करके रोक दिया।
चंचल: तो कहो राज तुम किसे रोकना चाहते हो सोच समझ कर बोलना।
अचानक राज के दिमाग मे पता नही एक बिजली जैसा करंट दौड़ा और राज के विचार और सोचने समझने की क्षमता विकसित होने लगी। हालांकि इस बात एक एहसास ना राज को था नाही किसी और को। राज ने तुरंत कहा " मैं अपनी प्यारी गर्लफ्रैंड चंचल को रुकने के लिए बोल रहा हूँ।
कोमल जब राज के मुह से सुनती है कि चंचल राज की गर्लफ्रैंड है तो कोमल राज से नाराज हो जाती है साथ ही बहुत टूट जाती है।
राज कोमल को वापस अपने कपड़े पहन ने के लिए भेज देता है और चंचल को लेकर बाहर आ जाता है। चंचल राज को किस करने के लिए बोलती है। और राज चंचल के गाल पर किश कर देता है। चंचल राज को होंटों पर किश करने को बोलती है। लेकिन राज उसे ये कहकर मना करदेता है कि सब्र करो जान सब्र का फल मीठा होता है।
कुछ देर चंचल के साथ घूमने और ईधर उधर की बातें करने के बाद राज रानी ओर सोनिया के साथ घर को निकल पड़ता है। ये समय दोपहर का था।दिन के दूसरे प्रहर का।
राज और सोनिया जहां रानी के साथ गाड़ी से घर को निकल रहे थे वही घर पर सरिता सोई पड़ी थी।
सरिता इस वक़्त एक सपना देख रही थी। सपने में सरिता एकदम नग्न अवस्था मे लेटी हुई है ओर राज सरिता के ऊपर चढ़ा हुआ है राज का लन्ड सरिता की चूत में घुसा हुआ है राज सरिता की आंखों में देखते हुए सरिता की चुदाई कर रहा है।
चंचल: आज से हमारी जूनियर कोमल का नाम होगा कोमल बाई। ( और चंचल 2000 के 2 नोट निकाल कर अपने पैरों में डाल देती है और कोमल से इशारा करती है उसे उठाये। क्यों सही कहा ना इतना अच्छा मुज़रा तो कोठे वाली ही कर सकती है।
सभी लोग चंचल की इस बात पर हँसने लग जाते है। सिवाय राज और कोमल के।
कोमल कुछ कर नहीं सकती थी। कोमल का चेहरा रोने जैसा हो गया था। लेकिन फिर भी कोमल चंचल के पैरों से वो पैसे उठा लेती है। कोमल उन पैसों को जैसे ही अपने पर्स में रखने लगती है चंचल टोक देती है।
चंचल: अरे अरे अरे क्या कर रही हो कोमल बाईं । कोठे वाली पर्स नहीं रखती। अपनी चुंचियों के पास दबा ले ये पैसे। कोमल की ला सुर्ख गुस्सैल आंखें चंचल को देख रही थी। लेकिन कोमल ने चुप चाप चंचल के कहे अनुसार पैसे अपने टॉप के अंदर रख लिए।
टैब चंचल एक बार फिर से मुह खोलती है।
चंचल: हे बॉयज क्या कोई बता सकता है हमारी इस कोमल बाई ने आज किस रंग की ब्रा पहनी है। आई प्रॉमिस जो सही जवाब देगा (कोमल की तरफ देखते हुए) मैं उसे वो ब्रा गिफ्ट दूंगी वो भी इस से लेकर।
सभी लड़के लाल और ब्लैक बोल रहे थे। लेकिन चंचल ने 5 लड़के बुलाये और उनसे कहा तुम पांचों बताओ किस रंग की ब्रा पहनी है हमारी कोमल बाई ने।
पांचों ने एक ही रंग बोला तो चंचल ने कहा " मान लो तुम पाँचों का जवाब सही हुआ तो क्या ये कोठे वाली बाई पांच ब्रा उतारे गी। नहीं ना तो शर्त ये है तुम पांचो अलग अलग रंग बोलोगे।
उन पांचों लड़कों ने काला, नीला, भूरा, लाल, ग्रे रंग बोल दिया।
चंचल: चलो कोमल बाई अपनी ब्रा दिखाओ।
चंचल की इस बात पर कोमल के आंसू उसकी आँखों से लुढक कर उसके गाल पर आ गये। राज तुरंत आगे बढ़कर कोमल के आंसू पोछ कर उसे अपने पीछे कर लेता है। राज के सामने आते ही चंचल कुछ नहीं बोलती। चंचल राज का चेहरा देखती है जो इस वक़्त गुस्से में लाल हो रखा था।
राज : बस बहुत हुआ चंचल अब बस भी करो।
रानि और सोनिया दोनो आगे बढ़कर चंचल के काम मे धकल देने से राज को रोकना चाहा, लेकिन चंचल ने उन्हें अपने हाथ से इशारा करके रोक दिया।
चंचल: तो कहो राज तुम किसे रोकना चाहते हो सोच समझ कर बोलना।
अचानक राज के दिमाग मे पता नही एक बिजली जैसा करंट दौड़ा और राज के विचार और सोचने समझने की क्षमता विकसित होने लगी। हालांकि इस बात एक एहसास ना राज को था नाही किसी और को। राज ने तुरंत कहा " मैं अपनी प्यारी गर्लफ्रैंड चंचल को रुकने के लिए बोल रहा हूँ।
कोमल जब राज के मुह से सुनती है कि चंचल राज की गर्लफ्रैंड है तो कोमल राज से नाराज हो जाती है साथ ही बहुत टूट जाती है।
राज कोमल को वापस अपने कपड़े पहन ने के लिए भेज देता है और चंचल को लेकर बाहर आ जाता है। चंचल राज को किस करने के लिए बोलती है। और राज चंचल के गाल पर किश कर देता है। चंचल राज को होंटों पर किश करने को बोलती है। लेकिन राज उसे ये कहकर मना करदेता है कि सब्र करो जान सब्र का फल मीठा होता है।
कुछ देर चंचल के साथ घूमने और ईधर उधर की बातें करने के बाद राज रानी ओर सोनिया के साथ घर को निकल पड़ता है। ये समय दोपहर का था।दिन के दूसरे प्रहर का।
राज और सोनिया जहां रानी के साथ गाड़ी से घर को निकल रहे थे वही घर पर सरिता सोई पड़ी थी।
सरिता इस वक़्त एक सपना देख रही थी। सपने में सरिता एकदम नग्न अवस्था मे लेटी हुई है ओर राज सरिता के ऊपर चढ़ा हुआ है राज का लन्ड सरिता की चूत में घुसा हुआ है राज सरिता की आंखों में देखते हुए सरिता की चुदाई कर रहा है।