hotaks444
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अपने रूम में वापस जाके सब बेडशीट और कर्टन्स चेंज किए, रूम फ्रेशनेर स्प्रे करके बेड पे लेट गयी...फ्रेश फीलिंग आ रही थी..इतनी गर्मी में एसी की हवा मुझे बहुत अच्छी लग रही थी...
इतने में मेरा फोन रिंग हुआ..देखा तो शन्नो मामी का था..मैने टाइम देखा तो दोपहर के 12.30 बज रहे थे..
"हेलो...बोलिए मामी जी.."
"दरवाज़ा तो खोल मेरी प्यारी बेटी..."
मैं झट से नीचे गयी और दरवाज़ा खोल दिया... शन्नो हाइ प्रोफाइल कॉल गर्ल से कम नहीं लग रही थी... ब्लॅक साड़ी, डार्क रेड लिपस्टिक...बाल खुले हुए, गालों पे लाली.. उसके चुचे उसकी स्लीवेलेस्स ब्लॉज के अंदर दो कबूतरों की तरह लग रहे थे... कमर एक दम सटी हुई, गहरी नाभि उसकी मेरे मूह में पानी ला रही थी..
"अभी तो सिर्फ़ देखके ये हाल है..खेलेगी कैसे मेरी बच्ची तू" शन्नो ने टॉंट मारते हुए कहा..
अंदर आने के लिए मैने शन्नो को रास्ता दिया और दरवाज़ा बंद कर लिया..
"वाह.. बेनसन & हेड्जस...गुड चाय्स बेटे....ये कहके शन्नो ने सिगरेट जला ली और पफ मारने लगी
"चाय्स तो मेरी बेस्ट ही होती है मामी जी...कोई शक़?"
"अच्छा, ज़रा हमे भी तो कुछ तेरी चाय्स का दिखा...हम कैसे जानें"
ये सुनके मैं सीधे शन्नो के पास गयी और उसका मूह पकड़ के उसके होंठों को चूसने लगी...
"उम्म्म...आहमम्म, बहुत मटकती फिरती है आहमम्म.आअहह नाउ सक मी बिच..आहहमम्म्म" मैने शन्नो को ज़बरदस्ती चूस्ते हुए कहा
"उम्म...छोड़ मुझे रांड़ कहीं की...उम्म्म हट दूर आहंम..आहमम्म...लीव ओमम्म्म...यॅ" धीरे धीरे शन्नो का ज़ोर ढीला पड़ा और हम लोग किस करने में मशगूल हो गये...
"ओह्ह्ह्ह आअहह सीयी....आह मेरी रंडी पायल आहहसिईई..उम्म्म और चूस ना यअहह आहह...ओह हां, इधर चूस नाआहह"... और मेरा मूह अपने चुचों पे ले गयी...मैं ब्लोज के उपर से ही उसके चुचे चूसने लगी..
"आहह.. क्या चुचे हैं तेरे शन्नो डार्लिंग..आहमम्म इतने रस वाले आहमम्म्म, कितनो ने मसला है इनको.उहह. एअससस्स आहह"
हम खड़े खड़े किस कर रहे थे..देखते देखते शन्नो ने मेरी मिनी निकाल दी और टॉप उतारने लगी..
"आहह..रंडी तो तू है आहबुंमम्ममम....साली अंदर ओह्ह्ह्ह आहंणन्न् कुछ नहीं पहना आह "
"उम्म्म...तेरे पे ही गयी हूँ मामी आहह"....,ये कहके मैने भी शन्नो की साड़ी और ब्लोज पेटिकोट निकाल दिया...अब वो सिर्फ़ ब्रा पैंटी में थी...
हम पास में पड़े सोफा पे जाके लेट गये और मैने शन्नो की ब्रा पैंटी भी निकाल फेंकी.. हम दोनो नंगे एक दूसरे के उपर लेट गये... शन्नो मेरे चुचे चूस रही थी और मैं नीचे से उसके गीले भोस्डे में उंगली कर रही थी
"आहह....ह्म्म्म और ज़ोर से मेरी शन्नो आअहह... "
"उम्म. आहह तू भी ज़ोर से चोद ना मेरी रंडी बिटिया आहह आहम्म्म्म... और फक मी यअहह उःम्म्म आहह"
पूरे कमरे में हमारी यही आवाज़ें गूँज रही थी...
करीब 10 मिनट बाद शन्नो मेरे उपर से उठी और मेरा हाथ पकड़ के मुझे मेरे रूम में ले जाने लगी..
जैसे ही हम उपर पहुँचे, खुश्बू और ठंडक से हमारा पसीना कम होने लगा...
इतने में मेरा फोन रिंग हुआ..देखा तो शन्नो मामी का था..मैने टाइम देखा तो दोपहर के 12.30 बज रहे थे..
"हेलो...बोलिए मामी जी.."
"दरवाज़ा तो खोल मेरी प्यारी बेटी..."
मैं झट से नीचे गयी और दरवाज़ा खोल दिया... शन्नो हाइ प्रोफाइल कॉल गर्ल से कम नहीं लग रही थी... ब्लॅक साड़ी, डार्क रेड लिपस्टिक...बाल खुले हुए, गालों पे लाली.. उसके चुचे उसकी स्लीवेलेस्स ब्लॉज के अंदर दो कबूतरों की तरह लग रहे थे... कमर एक दम सटी हुई, गहरी नाभि उसकी मेरे मूह में पानी ला रही थी..
"अभी तो सिर्फ़ देखके ये हाल है..खेलेगी कैसे मेरी बच्ची तू" शन्नो ने टॉंट मारते हुए कहा..
अंदर आने के लिए मैने शन्नो को रास्ता दिया और दरवाज़ा बंद कर लिया..
"वाह.. बेनसन & हेड्जस...गुड चाय्स बेटे....ये कहके शन्नो ने सिगरेट जला ली और पफ मारने लगी
"चाय्स तो मेरी बेस्ट ही होती है मामी जी...कोई शक़?"
"अच्छा, ज़रा हमे भी तो कुछ तेरी चाय्स का दिखा...हम कैसे जानें"
ये सुनके मैं सीधे शन्नो के पास गयी और उसका मूह पकड़ के उसके होंठों को चूसने लगी...
"उम्म्म...आहमम्म, बहुत मटकती फिरती है आहमम्म.आअहह नाउ सक मी बिच..आहहमम्म्म" मैने शन्नो को ज़बरदस्ती चूस्ते हुए कहा
"उम्म...छोड़ मुझे रांड़ कहीं की...उम्म्म हट दूर आहंम..आहमम्म...लीव ओमम्म्म...यॅ" धीरे धीरे शन्नो का ज़ोर ढीला पड़ा और हम लोग किस करने में मशगूल हो गये...
"ओह्ह्ह्ह आअहह सीयी....आह मेरी रंडी पायल आहहसिईई..उम्म्म और चूस ना यअहह आहह...ओह हां, इधर चूस नाआहह"... और मेरा मूह अपने चुचों पे ले गयी...मैं ब्लोज के उपर से ही उसके चुचे चूसने लगी..
"आहह.. क्या चुचे हैं तेरे शन्नो डार्लिंग..आहमम्म इतने रस वाले आहमम्म्म, कितनो ने मसला है इनको.उहह. एअससस्स आहह"
हम खड़े खड़े किस कर रहे थे..देखते देखते शन्नो ने मेरी मिनी निकाल दी और टॉप उतारने लगी..
"आहह..रंडी तो तू है आहबुंमम्ममम....साली अंदर ओह्ह्ह्ह आहंणन्न् कुछ नहीं पहना आह "
"उम्म्म...तेरे पे ही गयी हूँ मामी आहह"....,ये कहके मैने भी शन्नो की साड़ी और ब्लोज पेटिकोट निकाल दिया...अब वो सिर्फ़ ब्रा पैंटी में थी...
हम पास में पड़े सोफा पे जाके लेट गये और मैने शन्नो की ब्रा पैंटी भी निकाल फेंकी.. हम दोनो नंगे एक दूसरे के उपर लेट गये... शन्नो मेरे चुचे चूस रही थी और मैं नीचे से उसके गीले भोस्डे में उंगली कर रही थी
"आहह....ह्म्म्म और ज़ोर से मेरी शन्नो आअहह... "
"उम्म. आहह तू भी ज़ोर से चोद ना मेरी रंडी बिटिया आहह आहम्म्म्म... और फक मी यअहह उःम्म्म आहह"
पूरे कमरे में हमारी यही आवाज़ें गूँज रही थी...
करीब 10 मिनट बाद शन्नो मेरे उपर से उठी और मेरा हाथ पकड़ के मुझे मेरे रूम में ले जाने लगी..
जैसे ही हम उपर पहुँचे, खुश्बू और ठंडक से हमारा पसीना कम होने लगा...