desiaks
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हेल्लो दोस्तों मेरा नाम गौरव है वैसे तो मुझे बहुत सर्रेफ़ मन जाता है कॉलोनी मई लेकिन सेक्स के समय मेरे अन्दर एक जानवर जग जाता है, में बस से नेहरु प्लेस जा रहा था और बस में बहुत भीड़ थी में किसी तरह से ध्ह्का मूकी क्र क्र अन्दर घुस गया दोस्तों में दुबला पतला लड़का हु तो अन्दर घुसने के बाद जो धाक आई में संभल नही पाया और एक आंटी से चिपक गया वो पहले तो थोडा गुस्सा करने लगी उसके बाद मेरी सिचुएशन देख कर चुप हो गयी में पूरा जोर से चिपका हुआ था वैसे में उससे लम्बा था लेकिन मौके का फायदा उठा के में उससे बिलकुल चिपक गया और बहाना बना रहा था की बहुत भीड़ है दोस्तों क्या बताऊ जब में उसके बूब्स पर ध्यान दिया.
में धीरे धीरे उसकी गांड पर प्रेस कर रहा था वो कुछ नही बोली में क्या लिया अपना बेग आगे कर के किसी को पता न लगे इस लिए अपने पेंट में हाथ दल कर अंडर वियर से लंड को बहार निकल लिया क्यों की में उसको अपने लंड का एहसास दिलवा सकू और फिर में उससे चिपका रहा और जब उसे एहसास ह गया की की कोई हमे नही देख रहा तब वो आराम से खड़ी हो गयी और में पीछे से उसको लगातार अपना लंड गदा रहा था और जैसे बस थोड़ी इधा उधर होती तो उसके कमर को पीछे से छु लेता अब वो बिलकुल संत चिपकी हुई थी मुझे अब थोडा पता करना था वो क्या सोच रही है में हल्का सा पीछे हटा तो एक मिनट बाद वो पीछे हो कर फिर मुझसे चिपक गई में समाज गया लोहा दोनो तरफ से गरम है मैंने धीरे धीरे से उसके कमर को पकड़ा लेकिन वो गबरा गयी और मेरा हाथ हटा दी मैंने धीरे धीरे से उसके काम में बोला आंटी टाइम क्या हो रहा है.
उसने बोला पता नही तो मैंने बोला आप न मुझे अची लगी उसे बोला पता है मैंने धीरे से अपना उसकी गांड की छेद की तलाश में पूरा कस के गडा दिया वो मुस्कुरा दी उसने भी पूरी जोर के साथ अपनी गांड पीछे की मैंने फिर उसके कान में बोला अगर जोर अजमाइश करना है तो यही बगल में मेरा रूम है देख लेते है किसके अन्दर कितना जोर है ये सुनकर अचानक वो आगे बढ़ी और बस से उतरने लगी में भी उसके पीछे उतर गया मैंने उसे अपना नाम बताया.
उसका नाम पूछा तो बोली नाम जानकर क्या करोगे मैंने बोला चलो रूम चलते है लेकिन वो बोली की में इसलिए नही उतरी की तुम्हारे रूम जाऊ मुझे यही उतरना था मैंने बोला इसका मतलब आप ने हार मान ली, उसने हस्ते हुए बोला बहुत नॉटी हो मैंने बोला नॉटी आप जैसे फिगर वाली आंटी ने बनाया है मुझे.
वो बोली अभी बच्चे हो जा कर अपने उम्र की लड़की से आँख लड़ो मैंने बोला एक बार चांस दो दुबारा में तुम्हे चांस नही दूंगा मेरी बात सुन कर हसने लगी बोली ज्यादा रिस्क तो नही है.
मैंने बोला वो रूम आप जैसे के लिए ही है वो बोली कितने के साथ किये हो मैंने बोला अब इससे अंदाजा लगा लो की जो रूम मालिक है उसकी बीवी को भी नही छोड़ा और वो मुझे पैसे भी देती है वो हसने लगी बोली
आदमी इंट्रेस्टिंग लगते हो मैंने मौका को देखते हुए बोला अब चले, वो बोली लेकिन एक घंटे में वापस आना है मुझे मैंने बोला आप जब आना चाहो आ जाना में रोकूंगा नही ये सुन कर दुबारा हसने लगी और मेरे साथ चलते हुए बहुत कॉन्फिडेंस है अपने ऊपर मैंने बोला हा है थोरा सा..
फिर हम घर पहुचे आंटी को साथ देख कर रूम मालिक की बीवी आई औए मेरे से बोली इससे अच्छी तो में हु और आज वो है भी नही घर पर मैंने उनको मानते हुए बोला भाभी अब सड़ी हुई चीज़ को इस्तेमाल करूँगा तभी तो आपकी खूबसूरती को अच्छे से समाज पाउँगा.
ये बात तो वैसे सच थी लेकिन क्या करे उसने मेरा लंड खड़ा किया था तो उसे भी कुछ मिलना चाहिए भाभी ने उससे पुचा की आप कुछ लोगी तो उसने मना कर दिया तो भाभी बोली हां आज जो मिलेगा दुबारा फिर कभी लेने आओगी तो चाय पी लेना आज ज्यादा टाइम बर्बाद मत करो वो सरमा गई भाभी को बोला भाभी पहली बार ई है थोडा रहने दो.
अभी वो उसके सामने बोली की भैया नही है और आप वैसे भी इनको संत करने के बाद भी रहोगे मैंने हाथ जोर्के भाभी को जाने को बोला वो इठलाती हुई चली गयी में उसके पास जाकर बैठ गया वो थोडा उन्कोम्फोर्ताब्ले फील कर रही थी में उसके बगल में जाके बैठ गया और आंटी को बला सॉरी उसकी बातो का बुरा मत मानना.
वो मुस्कुराई और उसके बाद में सीधा उसके बूब्स पर हाथ रख के बोला अब रहा नही जा रहा वो बोली गेट तो बंद कर लो में उठ के गया गेट बंद के दिया यो उठ के कड़ी हो गई में मैंने जल्दी से उसके पास जा कर उसके होठ में अपने होठ रख दिए और उसको जोर से पकड़ लिया और किस करने लगा.
वो तो पहले घबरा गयी लेकिन वो मेरे जोस को देखते हुए मेरा साथ देने लगी में उसकी निचे वाली होठ को अपने दोनो होट से दबा कर चूस रहा था उसे बेड पर लेता दिया और उसके बूब्स को आजाद कर दिया और जोर जोर से उसके बूब्स को चुने लगा वो सिसक रही थी वो बोली कास कर और कास कर पि लो मेरे दूध को पूरा पि लो मैंने उसको बेड पर पूरा चित कर दिया और उसकी चड्डी को निकल दिया और उसके चूत को चाटने लगा अब वो पुरे जोस में आ गयी थी मैंने भी अपना लंड निकला और देर न करते हुए मैंने अपना लंड को उसके चूत में दाल कर घुसा दिया वो भी पूरा अन्दर तक उसका हालत ख़राब हो गया था वो चिल्ला रही थी वो इतना रो रही थी की उसकी आवाज बहार तक जा रही थी तो मैंने उसे और जोर जोर से चोदना सुरु कर दिया अपनी पूरी ताकत से छोड़ने लगा उनको बहुत मजा आ रहा था मई कुछ देर इस तरह से चोदते रहा और फिर झड गया और आंटी तैयार होकर जाने लगी तो मैंने कहा की अब कब मिलेंगे तो बोली में हर हफ्ते युमसे मिला करुंगे कभी कभी मेरे हुसबंद घर पर नही रहते है तो में बता दूंगी तुम आ जाना .
में धीरे धीरे उसकी गांड पर प्रेस कर रहा था वो कुछ नही बोली में क्या लिया अपना बेग आगे कर के किसी को पता न लगे इस लिए अपने पेंट में हाथ दल कर अंडर वियर से लंड को बहार निकल लिया क्यों की में उसको अपने लंड का एहसास दिलवा सकू और फिर में उससे चिपका रहा और जब उसे एहसास ह गया की की कोई हमे नही देख रहा तब वो आराम से खड़ी हो गयी और में पीछे से उसको लगातार अपना लंड गदा रहा था और जैसे बस थोड़ी इधा उधर होती तो उसके कमर को पीछे से छु लेता अब वो बिलकुल संत चिपकी हुई थी मुझे अब थोडा पता करना था वो क्या सोच रही है में हल्का सा पीछे हटा तो एक मिनट बाद वो पीछे हो कर फिर मुझसे चिपक गई में समाज गया लोहा दोनो तरफ से गरम है मैंने धीरे धीरे से उसके कमर को पकड़ा लेकिन वो गबरा गयी और मेरा हाथ हटा दी मैंने धीरे धीरे से उसके काम में बोला आंटी टाइम क्या हो रहा है.
उसने बोला पता नही तो मैंने बोला आप न मुझे अची लगी उसे बोला पता है मैंने धीरे से अपना उसकी गांड की छेद की तलाश में पूरा कस के गडा दिया वो मुस्कुरा दी उसने भी पूरी जोर के साथ अपनी गांड पीछे की मैंने फिर उसके कान में बोला अगर जोर अजमाइश करना है तो यही बगल में मेरा रूम है देख लेते है किसके अन्दर कितना जोर है ये सुनकर अचानक वो आगे बढ़ी और बस से उतरने लगी में भी उसके पीछे उतर गया मैंने उसे अपना नाम बताया.
उसका नाम पूछा तो बोली नाम जानकर क्या करोगे मैंने बोला चलो रूम चलते है लेकिन वो बोली की में इसलिए नही उतरी की तुम्हारे रूम जाऊ मुझे यही उतरना था मैंने बोला इसका मतलब आप ने हार मान ली, उसने हस्ते हुए बोला बहुत नॉटी हो मैंने बोला नॉटी आप जैसे फिगर वाली आंटी ने बनाया है मुझे.
वो बोली अभी बच्चे हो जा कर अपने उम्र की लड़की से आँख लड़ो मैंने बोला एक बार चांस दो दुबारा में तुम्हे चांस नही दूंगा मेरी बात सुन कर हसने लगी बोली ज्यादा रिस्क तो नही है.
मैंने बोला वो रूम आप जैसे के लिए ही है वो बोली कितने के साथ किये हो मैंने बोला अब इससे अंदाजा लगा लो की जो रूम मालिक है उसकी बीवी को भी नही छोड़ा और वो मुझे पैसे भी देती है वो हसने लगी बोली
आदमी इंट्रेस्टिंग लगते हो मैंने मौका को देखते हुए बोला अब चले, वो बोली लेकिन एक घंटे में वापस आना है मुझे मैंने बोला आप जब आना चाहो आ जाना में रोकूंगा नही ये सुन कर दुबारा हसने लगी और मेरे साथ चलते हुए बहुत कॉन्फिडेंस है अपने ऊपर मैंने बोला हा है थोरा सा..
फिर हम घर पहुचे आंटी को साथ देख कर रूम मालिक की बीवी आई औए मेरे से बोली इससे अच्छी तो में हु और आज वो है भी नही घर पर मैंने उनको मानते हुए बोला भाभी अब सड़ी हुई चीज़ को इस्तेमाल करूँगा तभी तो आपकी खूबसूरती को अच्छे से समाज पाउँगा.
ये बात तो वैसे सच थी लेकिन क्या करे उसने मेरा लंड खड़ा किया था तो उसे भी कुछ मिलना चाहिए भाभी ने उससे पुचा की आप कुछ लोगी तो उसने मना कर दिया तो भाभी बोली हां आज जो मिलेगा दुबारा फिर कभी लेने आओगी तो चाय पी लेना आज ज्यादा टाइम बर्बाद मत करो वो सरमा गई भाभी को बोला भाभी पहली बार ई है थोडा रहने दो.
अभी वो उसके सामने बोली की भैया नही है और आप वैसे भी इनको संत करने के बाद भी रहोगे मैंने हाथ जोर्के भाभी को जाने को बोला वो इठलाती हुई चली गयी में उसके पास जाकर बैठ गया वो थोडा उन्कोम्फोर्ताब्ले फील कर रही थी में उसके बगल में जाके बैठ गया और आंटी को बला सॉरी उसकी बातो का बुरा मत मानना.
वो मुस्कुराई और उसके बाद में सीधा उसके बूब्स पर हाथ रख के बोला अब रहा नही जा रहा वो बोली गेट तो बंद कर लो में उठ के गया गेट बंद के दिया यो उठ के कड़ी हो गई में मैंने जल्दी से उसके पास जा कर उसके होठ में अपने होठ रख दिए और उसको जोर से पकड़ लिया और किस करने लगा.
वो तो पहले घबरा गयी लेकिन वो मेरे जोस को देखते हुए मेरा साथ देने लगी में उसकी निचे वाली होठ को अपने दोनो होट से दबा कर चूस रहा था उसे बेड पर लेता दिया और उसके बूब्स को आजाद कर दिया और जोर जोर से उसके बूब्स को चुने लगा वो सिसक रही थी वो बोली कास कर और कास कर पि लो मेरे दूध को पूरा पि लो मैंने उसको बेड पर पूरा चित कर दिया और उसकी चड्डी को निकल दिया और उसके चूत को चाटने लगा अब वो पुरे जोस में आ गयी थी मैंने भी अपना लंड निकला और देर न करते हुए मैंने अपना लंड को उसके चूत में दाल कर घुसा दिया वो भी पूरा अन्दर तक उसका हालत ख़राब हो गया था वो चिल्ला रही थी वो इतना रो रही थी की उसकी आवाज बहार तक जा रही थी तो मैंने उसे और जोर जोर से चोदना सुरु कर दिया अपनी पूरी ताकत से छोड़ने लगा उनको बहुत मजा आ रहा था मई कुछ देर इस तरह से चोदते रहा और फिर झड गया और आंटी तैयार होकर जाने लगी तो मैंने कहा की अब कब मिलेंगे तो बोली में हर हफ्ते युमसे मिला करुंगे कभी कभी मेरे हुसबंद घर पर नही रहते है तो में बता दूंगी तुम आ जाना .