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उधर दिव्या का पूरा बदन दर्द में डूबा हुआ था. शरीर पर जगह जगह निशान बन गए थे और उसको चलने में भी दिक्कत हो रही थी. वो एक नींद की गोली खाकर बिस्तर पर बेसुध पड़ी थी. उसने इतनी हिम्मत भी नहीं थी की वो कपडे पहन ले या फिर अपने नंगे बदन को ढक ले. लेकिन नींद की गोली लेने के बावजूद उसको नींद नहीं आ रही थी उल्टा ऐसी हालत में भी उसकी चूत गीली हो रही थी.
अपनी इस हालत को देख कर दिव्या की आँख में आंसू आ जाते है की आखिर उसे क्या हो गया है. आज उसके साथ जो हुआ उसमें उसको मजा कैसे आ सकता है. तरह तरह के ख्याल उसके मन में घूम रहे थे. काफी कोशिश के बाद आखिरकार उसे नींद आ ही जाती है.
सुबह उसकी नींद काफी देर से खुलती है. उसका स्कूल जाने का मन भी नहीं होता. वो फोन उठाती है तो देखती है की मनीष ने रात को कई मेसेज किये हैं ऑनलाइन आने के लिए. वो मदन को फ़ोन करके कहती है की उसकी तबियत ख़राब है तो वो स्कूल नहीं आयेगी. मदन उसे आराम करने को कहता है और बोलता है की जबतक तबियत ठीक न हो स्कूल की टेंशन न ले.
दिव्या का सर बहुत दर्द कर रहा है तो वो सलमान की लाई हुई नींद की गोली खाकर वापस वापस लेट जाती है. बार बार उसके जेहन में रात के दृश्य घूम रहे हैं की कैसे सलमान ने उसको बेदर्दी से चोदा था. कुछ ही देर में वो फिर से गरम होने लगती है. उसको अपने आप पर गुस्सा आने लगता है की वो क्यों अपने पर कण्ट्रोल नहीं रख पाती. अगर वो शुरू में ही सलमान को रोक देती तो जो कल हुआ वो नहीं होता. उसको याद आता है की कैसे उसने सलमान से रात भर अपनी चूत चटवाई और कैसे शावर के नीचे सलमान ने उसे चोदा.
दिव्या का हाथ बरबस ही उसकी चूत पर चला जाता है लेकिन तभी उसका फोन बज उठता है. ये सलमान का फोन था. दिव्या फ़ोन उठा लेती है.
दिव्या: क्या हुआ. तुमने काल करने की हिम्मत कैसे की.
सलमान: वो मैडम आप स्कूल नहीं आई तो मुझे लगा की आपका हालचाल पूछ लूं.
दिव्या: कल जो तूने किया उसके बाद तू मेरा हालचाल पूछेगा. अब तो पुलिस तेरा हालचाल लेगी.
सलमान: मैडम क्या सब मैं अकेले किया था. आपने भी तो मेरा पूरा साथ दिया था.
दिव्या: मैं ये नही जानती लेकिन तू सोच ले की अगर मैंने पुलिस से तेरी कंप्लेंट कर दी तो तू रैप के जुर्म में सीधा अन्दर जायेगा.
सलमान: हाँ मैडम आप तो बड़े लोग हो. मैं गरीब आदमी हूँ. मेरा साथ कौन देगा. आपने भी अपनी हवस मिटाई लेकिन सारा इलज़ाम मुझ पर डाल रही हो.
दिव्या: बकवास न कर. सुन तुझसे आखिरी बार कह रही हूँ की अगर आगे से तूने मुझसे कोई वास्ता रखने की कोशिश की तो अच्छा नही होगा.
ये कहकर दिव्या फोन काट देती है. दिव्या के ऊपर टेबलेट का असर तो था लेकिन गुस्से में वो अपनी शरीर की आग को काबू कर लेती है. तभी फिर से फोन बजता है. उसको लगता है सलमान फिर से फोन कर रहा है. उसका गुस्सा और भड़क जाता है लेकिन इस बार मनीष का फ़ोन था.

अपनी इस हालत को देख कर दिव्या की आँख में आंसू आ जाते है की आखिर उसे क्या हो गया है. आज उसके साथ जो हुआ उसमें उसको मजा कैसे आ सकता है. तरह तरह के ख्याल उसके मन में घूम रहे थे. काफी कोशिश के बाद आखिरकार उसे नींद आ ही जाती है.
सुबह उसकी नींद काफी देर से खुलती है. उसका स्कूल जाने का मन भी नहीं होता. वो फोन उठाती है तो देखती है की मनीष ने रात को कई मेसेज किये हैं ऑनलाइन आने के लिए. वो मदन को फ़ोन करके कहती है की उसकी तबियत ख़राब है तो वो स्कूल नहीं आयेगी. मदन उसे आराम करने को कहता है और बोलता है की जबतक तबियत ठीक न हो स्कूल की टेंशन न ले.
दिव्या का सर बहुत दर्द कर रहा है तो वो सलमान की लाई हुई नींद की गोली खाकर वापस वापस लेट जाती है. बार बार उसके जेहन में रात के दृश्य घूम रहे हैं की कैसे सलमान ने उसको बेदर्दी से चोदा था. कुछ ही देर में वो फिर से गरम होने लगती है. उसको अपने आप पर गुस्सा आने लगता है की वो क्यों अपने पर कण्ट्रोल नहीं रख पाती. अगर वो शुरू में ही सलमान को रोक देती तो जो कल हुआ वो नहीं होता. उसको याद आता है की कैसे उसने सलमान से रात भर अपनी चूत चटवाई और कैसे शावर के नीचे सलमान ने उसे चोदा.
दिव्या का हाथ बरबस ही उसकी चूत पर चला जाता है लेकिन तभी उसका फोन बज उठता है. ये सलमान का फोन था. दिव्या फ़ोन उठा लेती है.
दिव्या: क्या हुआ. तुमने काल करने की हिम्मत कैसे की.
सलमान: वो मैडम आप स्कूल नहीं आई तो मुझे लगा की आपका हालचाल पूछ लूं.
दिव्या: कल जो तूने किया उसके बाद तू मेरा हालचाल पूछेगा. अब तो पुलिस तेरा हालचाल लेगी.
सलमान: मैडम क्या सब मैं अकेले किया था. आपने भी तो मेरा पूरा साथ दिया था.
दिव्या: मैं ये नही जानती लेकिन तू सोच ले की अगर मैंने पुलिस से तेरी कंप्लेंट कर दी तो तू रैप के जुर्म में सीधा अन्दर जायेगा.
सलमान: हाँ मैडम आप तो बड़े लोग हो. मैं गरीब आदमी हूँ. मेरा साथ कौन देगा. आपने भी अपनी हवस मिटाई लेकिन सारा इलज़ाम मुझ पर डाल रही हो.
दिव्या: बकवास न कर. सुन तुझसे आखिरी बार कह रही हूँ की अगर आगे से तूने मुझसे कोई वास्ता रखने की कोशिश की तो अच्छा नही होगा.
ये कहकर दिव्या फोन काट देती है. दिव्या के ऊपर टेबलेट का असर तो था लेकिन गुस्से में वो अपनी शरीर की आग को काबू कर लेती है. तभी फिर से फोन बजता है. उसको लगता है सलमान फिर से फोन कर रहा है. उसका गुस्सा और भड़क जाता है लेकिन इस बार मनीष का फ़ोन था.