Antarvasna Story दिव्या का सफ़र - Page 2 - SexBaba
  • From this section you can read all the hindi sex stories in hindi font. These are collected from the various sources which make your cock rock hard in the night. All are having the collections of like maa beta, devar bhabhi, indian aunty, college girl. All these are the amazing chudai stories for you guys in these forum.

    If You are unable to access the site then try to access the site via VPN Try these are vpn App Click Here

Antarvasna Story दिव्या का सफ़र

मनीष पूजा को गले लगा लेता है और उसको सॉरी बोलता है. पूजा मन ही मन सोचती है की अब सलमान उसका पीछा नहीं छोड़ने वाला.

मनीष: मैं तुमको जिस हाल में छोड़ गया था तुम्हारी जगह कोई और भी होता तो शायद यही करता तो गलती मेरी भी है. आज जो हुआ उसे भूल जाओ. मेरे प्यार में इस बात से कोई फर्क नहीं आयेगा. चलो तुम तैयार हो जाओ तो मैं तुम्हे घर छोड़ दूं.

पूजा थोड़ी देर में रेडी हो जाती है और मनीष उसको घर छोड़ कर वापस सलमान के पास आ जाता है.

मनीष: यार तुमने तो ऐसे रगड़ दिया बेचारी को की किसी को भी शक हो जाये. कुछ ज्यादा नहीं कर दिया तुमने.

सलमान: तू टेंशन न ले. साली पूरी रांड है. संभाल लेगी. तू भी चोदता ही है न.

मनीष: हाँ चोदता तो हूँ लेकिन...

सलमान: अरे छोड़ न. ले दिव्या मैम का नंबर ले. 9999xxxxxx. खुश? लेकिन इस नंबर का करेगा क्या?

मनीष: यार ये तो मैंने सोचा ही नहीं.

सलमान: हा हा हा. सोचा भी नहीं और पूजा को मुझसे चुदवा भी दिया. कोई नहीं. मुझे सोचने दे कुछ आईडिया. करवाता हूँ तेरी सेटिंग. चल जा मुझे अब पीने दे. थका दिया है तेरी पूजा ने आज मुझे.

मनीष भी घर चला जाता है और रात भर दिव्या के ख्वाब देखता रहता है. अगले दिन दिव्या एक बहुत ही सुन्दर साड़ी में स्कूल आती है.

Kajal%2BAgarwal%2BHot%2BNavel%2BPhoto%2Bshoot%2BIn%2BPink%2BSaree%2B2017%2B%25282%2529.jpg


हालाँकि साड़ी में उसका बदन ज्यादा नहीं दिख रहा होता लेकिन फिर भी उसके उभरे हुए मम्मे और भारी गांड देख कर मनीष का बुरा हाल हो जाता है. वो क्लास में बस दिव्या को ही देख रहा है. तभी वो देखता है की दिव्या के ब्लाउज का एक हुक पीछे से टूटा हुआ है.

दरअसल शादी के बाद दिव्या की चून्चिया काफी बड़ी हो गयी है लेकिन आज वो अपना पुराना ब्लाउज पहन कर आ गयी थी. ब्लाउज टाइट हो रहा था फिर भी उसने जबरदस्ती हुक लगा लिये थे. उसे अंदाजा नहीं था की हुक टूट जाएगा. मनीष हँसते हुए पूजा को बताता है की मैम के ब्लाउज का हुक टूटा है.

क्लास ख़तम होने के बाद सब बच्चे घर के लिए निकल जाते हैं लेकिन पूजा से रहा नहीं जाता और वो दिव्या के पास जाकर कहती है.

पूजा: एक्सक्यूस मी मैम.

दिव्या: क्या हुआ पूजा? तुम घर नहीं जा रहीं.

पूजा: वो मैम एक्चुअली आपके ब्लाउज का हुक टूट गया है. साड़ी का पल्ला होने से क्लास में तो किसी ने नहीं देखा लेकिन...

दिव्या: ओह्हो. ब्लाउज थोडा कस गया है लेकिन देर हो रही थी तो मैं यही पहन कर आ गयी. आज तो मैं स्कूटी से आई हूँ. कहीं रस्ते में कोई और हुक न टूट जाए.

पूजा: आप टॉयलेट में चलिए. मैं एडजस्ट कर देती हूँ.

दिव्या पूजा को लेकर टीचर टॉयलेट में चली जाती है लेकिन दोनों के पास कोई सेफ्टी पिन नहीं थी और ब्लाउज काफी टाइट था तो कोई फायदा नहीं होता और इसी चक्कर में दुसरा हुक भी टूट जाता है और ब्लाउज काफी खुल जाता है. अब दिव्या घबरा जाती है.

दिव्या: अरे पूजा ये क्या किया? अब मैं घर कैसे जाऊंगी?

पूजा: सॉरी मैम लेकिन ये अपने आप ही टूट गया. आप एक काम करो की ब्लाउज उतार कर मुझे दे दो. मैं स्कूल के सामने वाले टेलर से हुक लगवा लाती हूँ. तब तक आप यही वेट करो.

दिव्या: बिना ब्लाउज के?

पूजा: अरे मैम. अब तो छुट्टी हो गयी है तो सारे टीचर्स तो घर चले गए होंगे तो यहाँ कौन आयेगा. मैं 15 मिनट में आ जाऊंगी.

दिव्या को भी कोई रास्ता समझ नहीं आता तो वो अपना ब्लाउज उतार कर पूजा को दे देती है. पूजा जैसे ही टॉयलेट से बाहर आती है उसे सामने सलमान दिख जाता है.

सलमान: अरे रांड तू घर नहीं गयी और ये टीचर्स के बाथरूम में क्या कर रही थी.

पूजा: ओफ्फो. मैं दिव्या मैम का ब्लाउज ठीक करवाने ले जा रही हूँ. बहुत टाइट था तो इसके हुक टूट गए हैं. बेचारी अन्दर वेट कर रही हैं.

सलमान: अच्छा! एक काम कर. ये ब्लाउज मुझे दे दे और तू जा. तेरी बस जाने ही वाली है. मैं इसके हुक लगवा कर मैम को दे देता हूँ.

पूजा: लेकिन?

सलमान (पूजा से ब्लाउज ले लेता है): लेकिन वेकिन न कर. तेरी बस छूट जाएगी. तू जा. मैं इसे ठीक करवा के मैम को दे देता हूँ. अब अपनी रांड के लिए इतना तो करना ही पड़ेगा.

पूजा: ठीक है. मैं जा रही हूँ लेकिन ये जल्दी से मैम को दे देना. बेचारी काफी परेशान हैं.

सलमान जाकर ब्लाउज के हुक तो लगवा देता है लेकिन दर्जी से कहता है की सारे हुक थोड़े और टाइट कर दे. दर्जी ऐसा ही करता है और सलमान ब्लाउज लेकर वापस आ जाता है और गार्ड रूम में बैठ जाता है.

उधर दिव्या की हालत ख़राब है. उसके पास पूजा का नंबर भी नहीं था की वो उसे फोन ही कर लेती. इधर 15-20 मिनट में सब बस निकल जाती हैं और स्कूल खाली हो जाता है तब सलमान दिव्या का ब्लाउज लेकर टीचर्स के बाथरूम की तरफ चल देता है. सलमान बाथरूम का दरवाजा खटखटाता है तो दिव्या को लगता है की पूजा आ गयी.
 
दिव्या: अन्दर आ जाओ पूजा. इतनी देर क्यों लगा दी?

सलमान भी बिना कुछ कहे अन्दर आ जाता है जहाँ दिव्या सिर्फ ब्रा में खड़ी होती है. उसके शानदार मम्मे देख कर सलमान के मुहँ में पानी आ जाता है. दिव्या का तराशा हुआ बदन सलमान पर कहर ढाने लगता है. उसका मन करता है की अभी यही दिव्या को घोड़ी बनाकर चोद दे. तभी दिव्या की आवाज से वो अपने ख्यालों से बाहर आता है. अब तक दिव्या ने साड़ी से अपने मम्मो को कवर कर लिया था.

दिव्या: हाउ डेयर यू. ऐसे लेडीस टॉयलेट में घुसने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई.

सलमान: वो वो सॉरी मैडम लेकिन आपने ही तो बोला की अन्दर आ जाओ. मैं तो वो आपका ब्लाउज देने के लिए डोर नॉक किया था.

दिव्या: मैंने पूजा को अन्दर आने को बोला था. वो कहाँ गयी?

सलमान: मैडम उसकी बस जा रही थी तो वो मेरे को देकर घर चली गयी की मैं ये आपको दे दूं.

दिव्या: अच्छा अच्छा. लाओ दो मुझे और तुम बाहर जाओ.

सलमान जैसे ही ब्लाउज दिव्या के हाथ में देता है वैसे ही बाथरूम के दरवाजे पर किसी के कदमो की आहट होती है. सलमान फ़ौरन मौके का फायदा उठा कर दिव्या हा हाथ पकड़ कर एक टॉयलेट में घुस जाता है और दरवाजा अन्दर से बंद कर लेता है.

दिव्या (फुसफुसाते हुए): ये क्या बदतमीजी है?

सलमान (धीरे से): बाहर कोई है मैडम. कोई आपको बिना ब्लाउज के मेरे साथ देखता तो आपकी भी तो बदनामी होती मैडम.

दिव्या: तो तुमको छुपना था न. मुझे साथ में क्यों घसीटा?

सलमान: मुझे कुछ समझ नहीं आया मैडम. बस 2 मिनट की बात है.

इस सब में दिव्या की साड़ी खिसक गयी थी और उसके बूब्स ब्रा से उछल कर बाहर आने को बेताब थे. सलमान अब दिव्या के मम्मों की तरफ घूरे जा रहा था. उस छोटी से जगह में दोनों एक दुसरे की सांसे अपने बदन पर महसूस कर रहे थे. दिव्या सलमान से अपना ब्लाउज लेकर पहनने की कोशिश करती है लेकिन सलमान ने ब्लाउज और कसवा दिया था तो एक भी हुक बंद नहीं होता.

दिव्या: उफ़ क्या मुसीबत है.

सलमान ये देख कर बिना कुछ बोले दिव्या के ब्लाउज के हुक बंद करने का नाटक करने लगता है और इसी बहाने उसकी मखमली पीठ पर हाथ फेरने लगता है. इतनी देर में सलमान का लंड खड़ा हो गया है और उसे वो दिव्या की गांड में रगड़ने लगता है. दिव्या का बदन भी गरम हो जाता है.

सलमान: मैडम आपको बुखार है क्या? आपका बदन तो भट्टी की तरह ताप रहा है.

दिव्या: बकवास बंद करो और जल्दी से हुक लगाओ और यहाँ से बाहर निकलो.

सलमान: कोशिश तो कर रहा हूँ मैडम लेकिन आपके काफी बड़े हैं तो ये बदन ही नहीं हो रहा
.
दिव्या शर्म से पानी पानी हो जाती है. इधर सलमान लगातार अपना लंड उसकी गांड के कोने कोने में रगड़ रहा है. दिव्या की चूत अब न चाहते हुए भी गीली होने लगती है.

सलमान (दिव्या के कान में): मैडम ये ब्लाउज तो आपको नहीं आयेगा. आपकी ब्रा को थोडा एडजस्ट करके ट्राई करूं क्या?
 
दिव्या कुछ नहीं बोलती तो सलमान उसके बदन से पीछे से चिपक जाता है. दिव्या आगे होने की कोशिश करती है लेकिन तभी सलमान आपने हाथ आगे ले जाकर दिव्या की ब्रा के अन्दर डाल कर उसकी चून्चियों पर रख देता है.

दिव्या को इस तरह की उम्मीद बिलकुल नहीं थी. वो शॉक हो जाती है और सलमान का हाथ हटा कर उसे धक्का दे देती है तो वो टॉयलेट की दीवार से टकरा जाता है. ये आवाज बाहर खड़ी इंग्लिश की टीचर रश्मि को सुनाई देती है.

shweta-tiwari-in-white-saree.jpg


रश्मि: कौन है अन्दर? सब ठीक तो है?

दिव्या को कुछ समझ नहीं आता की क्या कहे लेकिन सलमान उसको बोलने का इशारा करता है.

दिव्या: मैं हूँ रश्मि. थोडा पैर स्लिप हो गया.

रश्मि: छुट्टी हुए इतनी देर हो गयी और तू अभी घर नहीं गयी?

दिव्या: हाँ वो थोडा पेट गड़बड़ है इसीलिए. तू क्यों रुकी है?

रश्मि: अरे वो प्रिंसिपल सर ने मीटिंग के लिए बुला लिया था. चल मैं तेरा वेट करती हूँ. तू मुझे ड्राप कर देना.

दिव्या: ओके.

दिव्या हलकी आवाज में सलमान को डांट लगाती है.

दिव्या: तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे हाथ लगाने की.

सलमान: लेकिन मैडम आप ने ही तो कहा था की ब्रा एडजस्ट कर दो.

दिव्या: मैंने कुछ नहीं कहा था और ब्रा एडजस्ट करने के लिए तुम ऐसी गन्दी हरकत करोगे?

सलमान: सॉरी मैडम. मैं तो ब्रा ही एडजस्ट करने की कोशिश कर रहा था. आप कहती हैं तो मैं चला जाता हूँ.

दिव्या: अरे कहाँ जा रहा है बेवकूफ. बाहर रश्मि मैडम खड़ी होंगी. मेरे बाहर जाने के थोड़ी देर बाद ही निकलना यहाँ से.

सलमान: ठीक है तो आप जाइये पहले.

दिव्या: बिना ब्लाउज के कैसे जाऊं बाहर.

सलमान: अरे मैडम ये ब्लाउज आपको नहीं आयेगा. मैंने काफी कोशिश करके देख ली. मेरी मानिए तो ब्रा उतार कर कोशिश कीजिये. शायद आ जाए.

दिव्या: क्या बकते हो? तुम्हारे सामने ब्रा उतार दूं?

तब तक रश्मि आवाज लगाती है.

रश्मि: अरे कितना टाइम लगाएगी दिव्या?

दिव्या: बस पांच मिनट और.

सलमान: मेरे सामने मत उतारिये. मुह उस तरफ करके उतार दीजिये और ब्लाउज पेहेन लीजिये. ज्यादा देर करने से रश्मि मैडम को शक हो सकता है.

दिव्या को कुछ समझ नहीं आता. वो घूम कर खड़ी हो जाती है लेकिन शर्म के कारण ब्रा नहीं खोलती. वो मन ही मन पूजा और रश्मि के ऊपर झुंझला रही थी. सलमान भी दिव्या की हालत समझ रहा था. वो उसको कोई मौका दिए बिना पीछे से उसकी ब्रा खोल देता है और उसे उतार कर अपनी जेब में रख लेता है.

ymukz12ltmx61.jpg


हालाँकि वो दिव्या के नंगे मम्मे तो नहीं देख पा रहा लेकिन उसको ये एहसास ही पागल कर देता है की दिव्या उसके बराबर में ऊपर से नंगी खड़ी है. वैसे भी उसने कुछ देर पहले दिव्या के बूब्स को अपने हाथो से महसूस किया था. दिव्या ब्लाउज पहन लेती है लेकिन हुक अभी भी नहीं लग रहे होते तो सलमान खींच कर किसी तरह हुक लगा देता है और कहता है.

सलमान: मैडम अपने साइज़ का ब्लाउज पहना कीजिये. शुक्र है की बटन बंद हो गए वरना आपकी इस अधनंगी हालत में कोई मुझे आपके साथ देख लेता तो मेरी कितनी बदनामी होती. वैसे एक बात बोलूं बुरा मत मानियेगा. आप बहुत सुन्दर हैं. आपके पति काफी किस्मत वाले हैं की उन्हें आपके जैसी सुन्दर बीवी मिली.

ये कहते हुए सलमान अपना हाथ दिव्या की कमर पर रख देता है.दिव्या सलमान का हाथ झटक देती है और कहती है.

दिव्या: दूर हटो मुझसे और मेरी ब्रा वापस करो.

सलमान: अरे ब्रा हाथ में लेकर जायेंगी तो रश्मि मैडम शक करेंगी. आप अभी जाइये, मैं रात में ब्रा आपके घर पहुंचा दूंगा.
 
दिव्या बिना कुछ कहे बाहर आ जाती है और रश्मि के साथ बाथरूम से बाहर निकल जाती है. सलमान दिव्या की ब्रा सूंघते हुए अपना लंड हिलाने लगता है और कुछ ही देर में डिस्चार्ज हो कर अपने रूम की तरफ चला जाता है. उस रात को दिव्या जब सोने के लिए लेटती है तो उसे अपने जिस्म में एक अजीब सी बेचैनी महसूस होती है.

आमतौर पर वो सेक्सुअली ज्यादा परेशान नहीं होती लेकिन आज सलमान और पहले मनीष की हरकतों ने उसके बदन में सेक्स की प्यास को भड़का दिया था. उसे नींद ही नहीं आ रही थी. बस वो यही सोच रही थी की उसके साथ ये सब क्यों हो रहा है. वो राजेश को मिस करने लगती है. 2 दिन से राजेश ने उसे काल भी नहीं किया था तो वो राजेश को फ़ोन मिला देती है.

राजेश: हाय डिअर

दिव्या: हेल्लो, क्या हो रहा है?

राजेश: कुछ ख़ास नहीं बस सोने की तैय्यारी. बताओ कुछ ख़ास बात है क्या?

दिव्या: क्यों अब क्या मैं बिना किसी बात के आपको कॉल भी नहीं कर सकती? एक तो आप मेरी याद करते नहीं हो और जब मैंने काल किया तो वजह पूछ रहे हो.

राजेश: नहीं मेरी जान. ये बात नहीं है. तुम तो जानती हो की टूर पर कितना ज्यादा काम होता है तो किसी से भी बात करने का मन नहीं होता.

दिव्या: अच्छा तो अब मेरी गिनती किसी में हो गयी.

राजेश: देखो यार अब तुम झगड़ा मत करो. मैं बहुत थक गया हूँ और नींद से आंखे बंद हो रही है. कल फ्री होकर बात करते हैं. ओके.

दिव्या: ओके.

राजेश फ़ोन काट देता है. दिव्या को राजेश से बात करके आज अच्छा नहीं लगा. वो उससे और देर बात करना चाहती थी. वो मन मसोस कर सोने की कोशिश करती है लेकिन बार बार उसकी आँखों के सामने आ जाता था की कैसे सलमान ने उसके मम्मो पर हाथ रख दिया था. आज पहली बार राजेश के अलावा किसी गैर मर्द ने उसके मम्मे छुए थे. यही सब सोचते सोचते कब उसका हाथ उसकी चूत तक पहुँच जाता है उसे पता भी नहीं चलता.

pretty-teen-masturbating-panties-gifs.gif


उधर नीचे गार्ड रूम में सलमान दिव्या की ब्रा लेकर बैठा था. उसे भी याद आ रहा था की जब उसने दिव्या के मम्मे छुए थे तो उसके निप्पल ताने हुए थे. उसके लंड ने कैसे दिव्या की गांड को महसूस किया था.

कैसे उसने दिव्या की ब्रा को उतार दिया और दिव्या कुछ नहीं बोली. उसे अफ़सोस भी था की इतना सब करके भी वो दिव्या के बूब्स नंगे नहीं देख पाया, चोदना तो दूर की बात है. वो मन में बार बार नए प्लान बनाता है की कैसे दिव्या को चोदे.

वो सोचता है की अभी ब्रा देने के बहाने दिव्या के फ्लैट में जाकर उसे चोद डाले लेकिन उसकी इतनी हिम्मत नहीं होती. वो बड़ी हसरत से दिव्या के फ्लैट की तरफ देखता है की शायद दिव्या की एक झलक मिल जाए लेकिन वहां अँधेरा छाया है. उधर पूजा मनीष को बता देती है कैसे मैम का ब्लाउज उससे सलमान ने ले लिया था. मनीष सलमान को फोन करता है लेकिन सलमान फोन नहीं उठाता. अगले दिन सन्डे है तो सलमान रूम पर पहुँच कर मनीष को काल करता है.

सलमान: क्या हुआ भाई. रात को 3 बार काल किया तुमने?

मनीष: अरे तो उठाया क्यों नहीं?

सलमान: यार फोन रूम पर ही रह गया था. अभी वापस आया तो देखा. बोल क्या बात है?

मनीष: ये बता की कल तूने पूजा से दिव्या मैम का ब्लाउज लिया था फिर क्या हुआ? दे दिया न?

सलमान: नहीं. वो अभी भी बाथरूम में नंगी खड़ी है. जाकर देख ले.

मनीष: मजाक मत कर. बता न क्या किया तूने?

सलमान: दारू लेकर रूम पर आ जा तो बताता हूँ वरना रात भर ड्यूटी करके आया हूँ तो सोने दे.

मनीष: रुक भाई अभी 10 मिनट में आया.

मनीष चुपचाप अपने पापा के बार से एक बोतल लेकर बैग में रख लेता है और सलमान के रूम पर पहुँच जाता है. सलमान के बेड पर ब्रा पड़ी देख कर मनीष पूछता है.

मनीष: अबे ये ब्रा किसकी है यहाँ?

सलमान: खुद अंदाजा लगा ले. तू जानता है उसे.

मनीष: पूजा की है क्या? नहीं उसका साइज़ तो छोटा है. बता न, क्यों नखरे कर रहा है.

सलमान: तेरी दिव्या मैम की है. हा हा हा.

फिर सलमान मिर्च मसाला लगा कर सारी बात मनीष को बता देता है. मनीष का लंड ये सब सुन कर खड़ा हो जाता है.

मनीष: यार मैम को ठोकने का कुछ जुगाड़ कर जल्दी. देख पूजा को भी तुझसे चुदवा दिया मैंने मैम की चूत के लिए. अब उनके बिना रहना बहुत मुश्किल है.

सलमान: चिंता न कर. जैसे इसी कमरे में पूजा को चोदा था वैसे ही इसी कमरे में दिव्या भी चुदेगी. पर थोडा सब्र करना होगा. इतनी आसानी से हाथ आने वाली नहीं है ये चिड़िया, शराफत का ढोंग करती है वरना कल ही ले ली होती उसकी.
 
मनीष: हाँ यार. बस वाले दिन के बाद से तो मेरी हेल्लो का भी जवाब नहीं देती मैम.

सलमान: कोई नहीं. तुम फिलहाल पूजा को पेलो तब तक मैं कोई आईडिया लगाता हूँ.

मनीष: यार पेपर्स आ रहे है. दिव्या मैम की वजह से पढने में बिलकुल मन नहीं लगता. पेपर्स मिल जायेंगे न इस बार भी.

सलमान: मिल तो जायेंगे लेकिन इस बार पैसे थोड़े ज्यादा लगेंगे. तुम इन्तेजाम रखना.

मनीष: कितना लगेगा?

सलमान: हर पेपर का दस हजार.

मनीष: क्या बोल रहे हो यार. इतना कैसे लाऊँगा.

सलमान: बोर्ड के पेपर हैं यार. इससे कम में नहीं होगा.

मनीष: इतना तो मैं अकेले नहीं कर पाऊँगा.कुछ और दोस्तों से बात करूं क्या?

सलमान: नहीं नहीं. किसी से बात मत करना. मेरी नौकरी खायेगा क्या? अच्छा परेशान मत हो मैं कुछ जुगाड़ करता हूँ. अब तू जा. मैं भी कुछ देर सो लेता हूँ.

मनीष घर चला जाता है और सलमान पेग लगा कर सो जाता है. शाम को वो दिव्या की सोसाइटी में ड्यूटी देने जाता है. थोड़ी देर बाद उसको दिव्या मार्किट से कुछ सामान लेकर आते हुए दिखती है. सलमान फौरन उसके पास जाता है और उसके हाथ से बैग लेकर बोलता है.

सलमान: मुझे दीजिये मैडम. मैं पहुंचा देता हूँ.

दिव्या: नहीं नहीं रहने दो.

सलमान: अरे रहने कैसे दूं. ये तो ड्यूटी का पार्ट है.

दिव्या वहां कोई तमाशा नहीं करना चाहती तो वो बैग सलमान को दे देती है और चुपचाप लिफ्ट की तरफ चल देती है. सलमान बैग लेकर उसके पीछे चल देता है. लिफ्ट में दिव्या सोचती है की सलमान से बात करनी ही पड़ेगी. वो घर जाकर लॉक खोलती है और सलमान को सामान किचन में रखने को बोल देती है. सामान रख कर सलमान वापस आता है और दिव्या के मम्मो को घूरने लगता है. दिव्या को सलमान की इस हरकत से थोडा गुस्सा आ जाता है. सलमान दिव्या के करीब आते हुए बोलता है.

सलमान: और बताइए मैडम और कोई सेवा करूं आपकी.

दिव्या: पहले तमीज से खड़े रहो और कान खोल कर मेरी बात सुनो.

सलमान दिव्या को गुस्से में देखकर घबरा जाता है.

सलमान: मुझसे कोई गलती हुई क्या मैडम?

दिव्या: एक तो तुमने कल स्कूल में बदतमीजी की फिर आज जबरदस्ती बैग उठाने के बहाने मेरे घर में घुस गए और फिर आते जाते हमेशा मुझे घूरते रहते हो.

सलमान: मैडम कल जो स्कूल में हुआ वो तो मैं आपकी मदद करने की कोशिश कर रहा था. और मैडम आते जाते लोगो को देखना तो मेरी ड्यूटी है. आपसे तो मेरा डबल रिश्ता है क्योंकि जिस स्कूल में हम नौकरी करते है आप वहां भी पढ़ाती हैं और यहाँ आप रहती हैं और हम यहाँ भी चौकीदारी करते है इसीलिए सोचा की बैग पंहुचा देते है.

दिव्या: बको मत. मदद कर रहे थे तुम मेरी. कोई तुम्हारी बहन बीवी की ऐसे मदद करे तो तुम्हे मजा आयेगा?
 
सलमान: अरे मैडम ये क्या कह दिया आपने. हमारा कोई आगे पीछे नहीं है. माँ बाप बहन भाई तो थे ही नहीं. बीवी थी तो वो भी 8 साल पहले मुझे अकेला छोड़ कर चली गयी.

दरअसल सलमान की बीवी उसकी हरकतों से तंग आकर उसे छोड़ कर चली गयी थी लेकिन सलमान ने ऐसे बोला की जैसे वो मर ही गयी हो. उसकी ये बात सुन कर दिव्या थोड़ी नरम पड़ गयी फिर भी उसने सलमान को एक आखिरी वार्निंग दी.

दिव्या: अच्छा अच्छा ठीक है. लेकिन दुबारा ऐसी हरकत मत करना वरना तुम जानते हो की प्रिंसिपल सर के साथ साथ सोसाइटी के सेक्रेटरी से भी शिकायत करूंगी, कर्नल साब मेरे सामने वाले फ्लैट में ही रहते है.

सलमान: जी मैडम. आपको दुबारा शिकायत का मौका नहीं दूंगा मैडम. मेरे मन में आपके लिए कोई गलत बात नहीं थी लेकिन शायद इतने सालों बाद किसी औरत को इतना करीब पाकर बहक गया था. और आप हैं भी बला की खूबसूरत.

दिव्या: तुम फिर शुरू हो गए. अब जाओ और जाकर अपना काम करो और सुनो ये बात किसी से न कहना.

सलमान: मैडम मैं इतना भी बेवकूफ नहीं हूँ. एक औरत की इज्जत क्या होती है जानता हूँ. मैं ये बात भूल जाता हूँ और आप भी मेरी गलती को भूल जाइये.

दिव्या को लगता है की उसने एक बड़ी प्रॉब्लम सोल्व कर ली है वरना इस बात ने उसे परेशान कर रखा था. सलमान जाने लगता है तो दिव्या कहती है.

दिव्या: एक बात और है. वो... वो तुमने कहा था की तुम वो वापस कर दोगे.

सलमान: क्या मैडम?

दिव्या: वो मेरी... इनर वेयर

सलमान: अच्छा... आपकी ब्रा. मैडम वो तो मेरे रूम में है लेकिन आपसे मेरी एक रिक्वेस्ट है. वो आप मेरे पास ही रहने दीजिये.

दिव्या: तुम उसका क्या करोगे? तुम्हारी तो बीवी भी नहीं है.

सलमान: आप नाराज़ न हो तो मैं बताऊँ.

दिव्या: नहीं होंऊगी अब बोलो.

सलमान: वो मैडम ऐसी ब्रा मैंने आज तक देखी ही नहीं थी. मेरी बीवी तो सादी सी सफ़ेद ब्रा पहनती थी और फिर मुझे तो कई साल हो गए औरत के साथ सोये लेकिन जब आपकी ब्रा लेकर सोता हूँ तो मुझे बहुत अच्छा लगता है. लगता है की कोई औरत साथ में सो रही है. उसमे से आपके बदन की भीनी भीनी खुशबु भी आती है.

दिव्या ये सब सुनकर शॉक हो जाती है. वो पछताती है की उसने ब्रा की बात क्यों की लेकिन फिर सोचती है की इसकी बीवी को मरे आठ साल हो गए तो बेचारा कितना प्यासा होगा तभी ऐसी फालतू बातें करने लगता है. प्यासा होने का दर्द तो आजकल दिव्या भी महसूस कर रही थी.

दिव्या: अरे तुम्हे इतना समझाया लेकिन तुम फिर से शुरू हो गए.

सलमान: मैडम नाराज न होइए. आप कहती हैं तो मैं कल आपकी ब्रा वापस ले आऊंगा लेकिन वो काफी गन्दी हो गयी है. शायद धोने से भी साफ़ न हो. अब आप उसे कैसे पहन पाएंगी.

दिव्या: हम्म्म.

सलमान: बोलिए न मैडम. आपकी ब्रा वापस लाऊँ या फिर उसको अपने इस्तेमाल के लिए रखने की परमिशन है.

दिव्या: उम्म्म तुम रख लो लेकिन किसी को बताना नहीं की वो किसकी है. अब जाओ.

सलमान: थैंक्यू मैडम. कोई भी काम हो तो मुझे जरूर बताइयेगा.
 
दिव्या: एक काम है तो लेकिन रहने दो...

सलमान: अरे बताइए मैडम, राजेश साहब तो यहाँ है नहीं तो आप मेरे अलावा किसके कहेंगी.

दिव्या: वो मैं कभी कभी नींद की गोली खाती हूँ वो ख़तम हो गयी है. यहाँ पास वाली मार्किट में तो मिली नहीं. अगर तुम ला सको तो.

सलमान: बस आप मुझे नाम दे दीजिये मैं ले आऊँगा.

दिव्या: मैं तुम्हे डॉक्टर का परचा दे देती हूँ. उसके बिना केमिस्ट नहीं देगा.

सलमान: परचा कहीं खो जायेगा मैडम. आप सिर्फ नाम लिख कर दे दीजिये. आप चिंता न कीजिये. मैं ले आऊंगा.

दिव्या: अच्छा ये खाली शीशी ले जाओ.इसको दिखा कर ले आना.

सलमान शीशी लेकर वापस आ जाता है और दुसरे गार्ड को बोलकर अपने एक दोस्त राजू के पास चला जाता है जो केमिस्ट की दुकान में काम करता है. वो उससे पूछता है की क्या उसके पास ये दवाई है. राजू उसको दवाई दे देता है. दवाई देख कर उसको एक आईडिया आता है.

सलमान: यार इसमें कितनी गोलियां है.

राजू: 30 हैं लेकिन 2 से ज्यादा मत लेना वरना काम तमाम हो जायेगा.

सलमान: यार एक काम कर. 30 गोलिया दूसरी वाली भी दे दे.

राजू: दूसरी कौन सी.

सलमान: अरे यार वही जो तू लौंडिया को गरम करने के लिए मुझे देता है.

राजू: अबे क्या चक्कर चला रहा है? कहीं मुझे न फंसा देना. बिना पर्चे के तेरे को ये दवाई दे रहा हूँ.

सलमान: कोई चक्कर नहीं है दोस्त. ये नींद की गोली तो सोसाइटी के मैडम की हैं और दूसरी वाली मेरे लिए है.

राजू उसको दूसरी वाली गोली भी दे देता है. सलमान अपने रूम में आता है और नींद की गोलियां निकाल कर पुरानी शीशी में भर देता है और उसे छुपा देता है और उसमे सेक्स की प्यास भड़काने वाली गोलियां भर देता है जो साइज़ और रंग में एकदम नींद की गोली के बराबर थी. अब वो वापस जाकर दवा दिव्या को दे देता है. दिव्या उसको 2 सौ रुपये टिप देती है लेकिन सलमान लेने से इंकार कर देता है.

सलमान: आप तो पहले ही मुझे मेरी मुह मांगी चीज दे चुकी है अब और कुछ नहीं चाहिए.

मन ही मन सलमान सोचता है की साली जब टेबलेट खाकर तडपेगी तब देखूँगा की कितने दिन शरीफ बनने का नाटक करती है. अगले दिन जब दिव्या स्कूल के गेट पर पहुचती है तो सलमान उसे घूरता नहीं बल्कि हलकी सी स्माइल देता है. दिव्या भी मुस्कुरा कर अन्दर चली जाती है. आज दिव्या एक एक लाल रंग की सेक्सी साड़ी में आई है जिसे देख कर मनीष का लंड बेकाबू होने लगता है.

046802576d2654ddd759a18a0466d8f3.jpg


वैसे भी जब से मनीष को सलमान और दिव्या के एनकाउंटर के बारे में पता चला है वो दिव्या को हासिल करने के लिए और तड़पने लगा है. फिलहाल वो अपने को शांत करने के लिए पूजा की जाँघों में हाथ डाल देता है. पूजा अपनी टाँगे फैला देती है और मनीष का लंड सहलाने लगती है.

अचानक दिव्या का ध्यान उन पर जाता है. वो काफी दिन से सजा देने की सोच रही थी की मनीष को कैसे सजा दे. वो पूजा से भी नाराज थी क्योंकि उसकी वजह से सलमान उसको परेशान कर रहा था. वो दोनों को खड़ा करके कुछ सवाल पूछती है. दोनों जवाब नहीं दे पाते. वो दोनों को क्लास से निकाल देती है. बाहर आ कर मनीष पूजा से कहता है.

मनीष: तू रुक मैं सलमान से चाभी लेकर आता हूँ.

पूजा: नहीं नहीं मैं अब उसके रूम में नहीं जाऊंगी और अगर मैम ने वापस बुलाया तो.

मनीष: अरे लास्ट पीरियड है. अब मैम नहीं बुलाएंगी. अच्छा सुन ऊपर चलते हैं.
 
ऊपर का फ्लोर आधा बना है. वहां का काम फंड्स की कमी से कई महीनो से रुका हुआ है बस दो तीन क्लासरूम और एक बाथरूम कम्पलीट हो गया था. लेकिन वहां कोई आता जाता नहीं था क्योंकि वहां हर तरफ बिल्डिंग मटेरियल पड़ा रहता था. पूजा भी ये बात जानती थी तो वो मनीष के साथ ऊपर चल देती है. इत्तेफाक से क्लास ख़तम होते होते दिव्या को बहुत तेज़ पेशाब लग आती है और ऊपर का वाशरूम पास होने की वजह से वो ऊपर ही चल देती है.

उधर मनीष और पूजा फोरप्ले में लगे हैं लेकिन किसी के आने की आहट पाकर वो दोनों बाथरूम के अन्दर जाकर एक टॉयलेट में बंद हो जाते हैं. दिव्या भी उसी टॉयलेट के बगल वाले टॉयलेट में घुस जाती है. तब तक मनीष ने पूजा की पेंटी उतार दी होती है और अपना लंड उसकी चूत से रगड़ रहा होता है लेकिन पूजा उसे रोकती है.

मनीष: क्या हुआ?

पूजा: मैं भी तुम्हारा मुह में लेती हूँ तो बदले में तुम्हे भी तो कुछ करना चाहिए.

मनीष: साले सलमान ने भी तुमको क्या क्या सिखा दिया है.

मनीष पूजा की चूत चूसने लगता है. चूत पर मनीष का मुह लगते ही पूजा जोर से आह भारती है. ये आवाज दिव्या सुन लेती है. उसे लगता है की साथ वाले टॉयलेट में कुछ गड़बड़ है. दिव्या फारिग होकर चुपके से बाहर आती है और दरवाजे में कान लगाकर अन्दर की आवाज सुनने की कोशिश करती है तभी उसे दरवाजे के पार्टीशन की दरार नजर आती है. वो अपनी आँख उसमे लगा देती है. अन्दर का नजारा देख दिव्या के होश उड़ जाते हैं.

अन्दर मनीष पूजा की चूत चाट रहा था. वो जानती थी की मनीष बिगड़ा हुआ है लेकिन पूजा को वो शरीफ समझती थी लेकिन दिव्या वहां से हटती नहीं है. थोड़ी देर में मनीष पूजा को झुकाता है और अपना लौड़ा उसकी चूत में पीछे से पेल देता है. ये सब दिव्या की आँख से बस एक फीट की दूरी पर हो रहा था. न जाने क्यों मनीष के लंड की तुलना वो राजेश के लंड से करने लगती है. उसे लगता है की मनीष का लंड राजेश से बड़ा भी है और मोटा भी.

उधर पूजा भी अब पूरी मस्ती में आ चुकी है. वो भी अब उछल उछल कर मनीष का लंड अन्दर ले रही थी. दिव्या को लगता है की इतनी देर में तो राजेश अपना सारा माल उसकी चूत में छोड़ देता है लेकिन मनीष अभी भी चालू है. उसे लगता है शायद मनीष ने कंडोम पहना है इसलिए ऐसा हो क्योंकि राजेश तो उसे हमेश बिना कंडोम के ही चोदता है. उसी को गर्भ निरोधक गोली लेनी होती है.

doggy-on-toilet_001.gif


यही सब सोचते सोचते कब दिव्या अपनी चूत सहलाने लगती है उसे पता ही नहीं चलता. अचानक मनीष को चूड़ियों की हलकी सी खनखनाहट सुनकर लगता है की शायद बाहर कोई है तो वो पूजा के मुह पर हाथ रख कर दरार से बाहर देखता है तो उसे दिव्या अपनी चूत सहलाते हुए दिखती है. इस वक़्त दिव्या की आँख मस्ती में बंद हो गयी है वरना उसकी और मनीष की नज़र आपस में मिल गयी होती.

मनीष समझ जाता है की दिव्या ने उन दोनों की चुदाई देख ली है तो उसके चेहरे पर एक मुस्कान आ जाती है. वो पूजा के मुह से हाथ हटा कर अपनी स्पीड डबल कर देता है ताकि दिव्या उसकी आवाज साफ़ सुन सके. अचानक पूजा मस्त होकर चीखने लगती है और ठप ठप की आवाज भी दिव्या को सुनाई देती है तो वो वापस आँख खोल कर अन्दर देखने लगती है.

ऐसी भयानक चुदाई देख कर दिव्या भी अपनी चूत को जोरों से रगड़ने लगती है लेकिन मनीष और पूजा उससे पहले ही एक साथ चरम पर पहुच कर झड जाते है. मनीष लंड से कंडोम उतार कर फेंक देता है और पेंट पहनने लगता है. दिव्या को लगता है कहीं ये दोनों उसको देख न लें तो वापस बगल वाले टॉयलेट में घुस जाती है.
 
पूजा: आज क्या खाकर आया था. मजा ही आ गया.

मनीष: वो सब छोड़. तू जल्दी से नीचे जा वरना तेरी बस निकल जाएगी. मैं तो आज बाइक लाया हूँ.

पूजा जल्दी से कपडे ठीक करके नीचे चली जाती है लेकिन मनीष बाहर खड़ा हो जाता है. पांच मिनट बाद दिव्या भी झड जाती है तो वो देखती है की बगल वाला टॉयलेट खाली है. वो भी अपने कपडे ठीक करके बाहर आती है तो देखती है कि सामने मनीष खड़ा है.

उसको बहुत गिल्ट फील होता है लेकिन वो ऐसे दिखाती है की जैसे कुछ हुआ ही नहीं. मनीष उसको देख कर एक कमीनी हंसी हँसता है लेकिन दिव्या उसको इग्नोर करके नीचे चली जाती है. बाद में दिव्या को बार बार मनीष का हँसता हुआ चेहरा याद आता है और उसे लगता है की मनीष को सब पता है. हो सकता है उसने मुझे अपनी चूत रगड़ते हुए भी देखा हो. पर वो अपने मन को समझाती है की नहीं नहीं मनीष तो पूजा के साथ लगा हुआ था तो उसे कैसे पता चलता की मैं बाहर हूँ और बाद में मैंने क्या किया. ये मेरा वहम है. उधर मनीष सलमान के कमरे में पहुँच जाता है.

सलमान: अरे घर नहीं गया अभी तक. आजा अन्दर आजा.

मनीष: बस यार सोचा तुम्हारे साथ बैठे थोड़ी देर.

सलमान: आज तो बड़ा खुश लग रहा है. क्या बात हो गयी.

मनीष: सूखे सूख पूछोगे क्या. एक छोटा पेग तो बना दे मेरे लिए.

सलमान उठ कर उसके लिए एक पेग बनाता है.

सलमान: क्या हो गया भाई. आज दिन में पेग मांग रहा है.

मनीष: अरे जब से दिव्या मैम की चूत देखी है तब से गला सूख रहा है. उस नशे को काटने के लिए ये नशा चाहिए.

सलमान: अबे तूने कब देख ली साली की चूत.

मनीष सलमान को पूरी बात बताता है तब सलमान को पता चलता है की इसने चूत वूत कुछ नहीं देखी बस उसे कपड़ो के ऊपर से चूत सहलाते देखा है. सलमान को लगता है की दिव्या ने रात में टेबलेट ली होगी शायद इसीलिए गरम हो गयी. उसे लगता है अगर उसने जल्दी कुछ नहीं किया तो कहीं मनीष बाजी न मार ले.

सलमान: यार जितना सोचा था ये तो उससे भी बड़ी रांड निकली. इसकी चूत मारने का कुछ सोचा है तूने?

मनीष: नहीं यार. बस पूजा को चोदते हुए सोचता हूँ की दिव्या मैम को चोद रहा हूँ बस. लेकिन मुझे नहीं लगता की वो इतने आराम से किसी को करने देंगी. वो तो ऐसे किसी को देख कर कोई भी गरम हो जायेगा. शरीफ न होती तो उस दिन बाथरूम में तुझे दे न देती.

सलमान: अरे दे ही देती अगर वो रश्मि न आ टपकती.

मनीष: तो तेरा कौन सा रश्मि मैम से पर्दा है. इतना अच्छा मौका निकल गया तेरे हाथ से.

सलमान: यार एक बार सोच लिया तो फिर इसे चोदे बिना नहीं छोडूंगा. ऐसे मौके हजार आएंगे और तू मेरा यकीन कर. ऐसी शरीफ औरतें जब बिस्तर पर आतीं है तो रंडिया भी शर्मा जाती हैं.

कुछ दिन ऐसे ही निकल गए और दिव्या की प्यास बढती ही जा रही थी. महीना होने के बाद भी राजेश पुणे से वापस नहीं आया और कुछ बता भी नहीं रहा था की कितने दिन और लगेंगे. ऊपर से जब भी दिव्या उसको फ़ोन करती वो उसको ज्यादा टाइम भी नहीं देता था. ऐसे में एक रात को सलमान शराब के नशे में टूल्ल ड्यूटी कर रहा था की उसके पास दिव्या का फ़ोन आता है.

सलमान: जी मैडम. कुछ काम था क्या?

दिव्या: हाँ मेरे फ्लैट की लाइट चली गयी है लेकिन बाकी जगह आ रही है और मेंटेनेंस ऑफिस में कोई फ़ोन नहीं उठा रहा. जरा इलेक्ट्रिसियन को भेज देना.

सलमान: जी मैडम अभी भेजता हूँ.

थोड़ी देर बाद सलमान खुद दिव्या के फ्लैट में पहुँच जाता है. दिव्या दरवाजा खोल कर सलमान को देखती है तो परेशान हो जाती है.

दिव्या: इलेक्ट्रिसियन को नहीं लाये.

सलमान: मैडम रात को आठ बजे मेंटेनेंस वाले घर चले जाते है और अब इतनी रात में कोई दूसरा बिजली वाला तो मिलेगा नहीं.

दिव्या: तो क्या पूरी रात बिना लाइट के रहना होगा. पॉवर बैकअप भी तो काम नहीं कर रहा.

सलमान: बाकी फ्लैट में लाइट आ रही है न मैडम इसीलिए बैकअप नहीं चलेगा. आप कहें तो मैं देख लूं. फ्यूज ही उड़ा होगा.
 
दिव्या अब दरवाजा पूरा खोल कर सलमान को अन्दर आने को बोलती है. दिव्या ने इस समय एक सेक्सी सी नाईट ड्रेस पहनी हुई थी. सलमान अपने मोबाइल की टोर्च जला कर उसको देखता ही रह जाता है.

TV-Actress-Puja-Banerjee-Rare--Unseen-Stunning-Hot-Photos7.jpg


दिव्या: क्या देख रहे हो. फ्यूज बॉक्स गैलरी में है.

सलमान: वो मैडम आज तक आपको ऐसे कपड़ो में देखा नहीं न. स्कूल में तो ज्यादातर आप साड़ी या लॉन्ग ड्रेस ही पेहेनती हैं लेकिन इसमें तो आप फिल्म की हेरोइन जैसी लग रही हैं.

दिव्या: तुम फिर शुरू हो गए. लाइट देखो की क्यों नहीं आ रही.

सलमान फ्यूज बॉक्स में देखता है तो एमसीबी ट्रिप होती है लेकिन वो दिव्या से कहता है की फ्यूज उड़ा है और वो थोडा तार और एक पेंचकस ले आये. दिव्या दोनों चीजे ले आती है. तब तक सलमान कटआउट निकाल कर एमसीबी ठीक कर देता है. सलमान दिव्या से तार ले लेता है और फ्यूज बॉक्स में लगाने का नाटक करने लगता है.

सलमान: मैडम आप मेरे मोबाइल से टोर्च दिखाइए न. कुछ नजर नहीं आ रहा तो तार कैसे जोडू.

दिव्या पीछे से मोबाइल की टोर्च दिखाने लगती है.

सलमान: मैडम ऐसे तो यहाँ पर मेरी छाया आ रही है. आप मेरे आगे आ जाइये.

दिव्या सलमान के आगे आ जाती है. सलमान दिव्या के बदन की खुशबु को सूंघता है और एक गहरी सांस लेता है. दिव्या के पास कोई चारा नहीं है. वो चुपचाप खड़ी रहती है. अब सलमान अपना लंड दिव्या की गांड में छुआ देता है. अब दिव्या सलमान को टोकती है.

images


दिव्या: देखो तुमने मुझसे बोला था की अब ऐसी हरकत नहीं करोगे.

सलमान: मैडम अब हर चीज मैं कैसे कण्ट्रोल करूं. आप करीब आयीं तो ये अपने आप खड़ा हो गया. इसमें मेरी क्या गलती है.

दिव्या: तो क्या मेरी गलती है? तुमने पी भी रख है ये भी मेरी ही गलती है क्या?

सलमान: गलती तो आपकी ही है लेकिन मुझसे मत बुलवाओ.

दिव्या अब नाराज हो जाती है.

दिव्या: बताओ मेरी गलती कैसे है.

सलमान: मैडम पीने की बात तो जाने दो. वो तो मैं रोज ही पीता हूँ. और आपकी गलती ये है की आप इतनी खूबसूरत हैं की मुर्दे का भी खड़ा कर दें. मुझे माफ़ कीजिये. अब मैं जाता हूँ. कल सुबह इलेक्ट्रिसियन को भेज दूंगा.

दिव्या: अरे तो पूरी रात मैं बिना लाइट के कैसे रहूंगी. तुम ठीक करके ही जाना.

सलमान: तो ठीक है आप भी मेरी मजबूरी समझिये और बिना गुस्सा किये आगे खड़ी रहिये.

ये बोल कर सलमान अपना तना हुआ लंड दिव्या की गांड की दरार में घुसा देता है.

images


दिव्या को मानो एक करंट सा लगता है. सलमान स्विच ऊपर नीचे करके नाटक करता रहता है और दिव्या की गांड में अपना लंड रगड़ता रहता है. इससे दिव्या की चूत भी गीली होने लगती है. दिव्या की साँसे तेज़ होने लगती है.

सलमान: मैडम आपको थैंक्स कहना चाहता था बहुत दिनों से.

दिव्या: कक्कक्यों?

सलमान: वो आपने अपनी ब्रा मुझे दी थी न और फिर किसी से कुछ कहा भी नहीं. आपके पति ज्यादातर बाहर क्यों रहते हैं.

दिव्या: उनकी नौकरी ही ऐसी है.

सलमान: मैं होता तो नौकरी छोड़ देता लेकिन ऐसी बीवी न छोड़ता. मैडम आप भी बहुत प्यासी होंगी न?

दिव्या: कितना टाइम लगेगा सलमान?

सलमान तो कब का कटआउट वापस लगा चुका था लेकिन कमरे की लाइट बंद थी तो दिव्या को पता नहीं चला था की लाइट आ गयी है. अब सलमान थोड़ी हिम्मत करता है और झुक कर दिव्या के गले को चूम लेता है.

दिव्या: ये क्या कर रहे हो सलमान. चलो बाहर निकलो.

सलमान: मैडम आपका भी तो मन करता है की मैं आपकी प्यास बुझाऊँ तो फिर मना क्यों करती हो?
ये कह कर सलमान दिव्या के मम्मो को पकड़ लेता है. दिव्या सलमान से छूट कर बेडरूम की तरफ बढती है लेकिन सलमान उसे दीवार से लगा कर दिव्या के नाईट ड्रेस का स्ट्रेप कंधे से उतार देता है.

दिव्या: सलमान... ये क्या कर रहे हो. छोडो मुझे वरना तुम्हारी शिकायत कर दूँगी.

सलमान: मैडम मेरी आँखों में तो देखो.

सलमान दिव्या के चेहरे को ऊपर करके उसकी आँखों में आँखे डाल देता है और उसके मम्मे दबाने लगता है. दिव्या उसका हाथ पकड़ लेती है.

japanese-teen-boobs-press-pic-3.jpg


दिव्या: बस अब और कुछ मत करना. छोडो मुझे वरना तुम्हारी कंप्लेंट कर दूँगी.

सलमान: मैडम आप भी तो यही चाहती हो तभी तो गरम हो गयी हो फिर क्यों मना कर रही हो.

दिव्या: शटअप. मैं एक शादीशुदा औरत हूँ और अपने पति से बहुत प्यार करती हूँ.

सलमान: तो मैं कब कह रहा हूँ की आप अपने पति को छोड़ कर मुझसे निकाह कर लो. मैं तो ये बोल रहा हूँ की आपकी प्यास बुझाने के लिए आपके पति यहाँ नहीं हैं लेकिन मैं हूँ. देखो जब भी आपको देखता है मेरा हथियार कैसे तन जाता है.

ये कह कर सलमान दिव्या का हाथ अपने लंड पर रख देता है लेकिन दिव्या फ़ौरन हाथ हटा लेती है और सलमान को धक्का देती है. सलमान लड़खड़ा कर गिर जाता है.

दिव्या: तुम फ़ौरन निकलो यहाँ से वरना मैं शोर मचा दूँगी.

सलमान को लगा था की अब तक तो दिव्या की प्यास बहुत बढ़ गयी होगी तो आज तो दिव्या चुद ही जाएगी. उसको नहीं पता था की दिव्या रोज नींद की टेबलेट नहीं लेती है. लेकिन आज उसने तय किया की वो दिव्या को हाथ से नहीं जाने देगा.
 
Back
Top