Antarvasnax क़त्ल एक हसीना का - Page 11 - SexBaba
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Antarvasnax क़त्ल एक हसीना का

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टैटू
जेन बिनोचे ठीक वैसे ही लग रहा था जैसा कि वह था--एक ऐसा आदमी जिसने रॉक एंड रौल की जीवन शैली को पूरी तरह जिया था और उसका तब तक रुकने का कोई इरादा नहीं था, जब तक कि उसके जीवन का सफर चल रहा था।

'मेरे ख्याल से उनको वहां भी एक अच्छे टैटू वाले की जरूरत है,' जेन ने सुई लगाते हुए कहा। 'शैतान जब पीड़ा दे रहा होता है तो उसे थोड़ी सी विविधता पसंद आती है, तुमको ऐसा नहीं लगता है दोस्त?'

लेकिन जो ग्राहक था उसको प्लास्टर चढ़ाया गया था और उसका सिर झूल रहा था इसलिए वह जेन के दार्शनिक कथन को समझ नहीं पाया या कंधे में सुई की चुभन को भी महसूस नहीं कर पाया।

पहले तो जेन ने इस आदमी को मना कर दिया था जो उसके बुटिक में आया और गाते हुए अंदाज में उसने उससे अनुरोध किया।

जेन ने जवाब दिया कि वह उस जैसी हालत वाले लोगों को टैटू नहीं करता, और उससे कहा कि वह अगले दिन तब आए जबकि उसकी दशा जरा सामान्य हो जाए। लेकिन उस आदमी ने 150 डॉलर के काम के लिए उसकी मेज पर 500 डॉलर का नोट रख दिया, सचाई यह है कि हाल के कुछ महीनों में उसका काम जरा मंदा चल रहा था, इसलिए उसने अपना काम शुरू कर दिया। लेकिन उस आदमी ने जब अपने बोतल से एक बड़ा घूट लेने के लिए उसे कहा तो उसने मना कर दिया। जेन बिनीचे ग्राहकों को टैटू लगाने का काम 20 साल से कर रहा था, और उसे अपने काम पर गर्व था और उसका यह मानना था कि जो गंभीर पेशेवर होते हैं वे काम के समय शराब नहीं पीते हैं। व्हिस्की ती बिल्कुल ही नहीं।

जब उसका काम पूरा हुआ तो उसने गुलाब के टैटू के ऊपर थोड़ा सा टॉयलेट पेपर लगा दिया। 'सूरज से दूर रहना, और एक हफ्ते तक इसे केवल पानी से ही धोना। अच्छी बात यह है कि दर्द आज शाम तक कम हो जाएगा और तुम कल इसे हटा सकते हो। बुरी खबर यह है कि तुम और भी टैटू बनवाने के लिए आओगे।'

'मुझे बस यही बनवाना था', उस आदमी ने कहा और दरवाजे से बाहर निकल गया।
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चार हजार फीट और एक अंत

दरवाजा खुला और हवा की आवाज बहरा कर देने वाली थी। खुलते ही राजघुटनों के बल बैठ गया।

'क्या तुम तैयार हो?' उसने अपने कान में एक आवाज सुनी। 'चार हजार फीट की ऊंचाई पर पैराशूट का बंधन खोल देना और गिनना मत भूलना। अगर तीन सेकेंड के भीतर छाता नहीं खुला तो इसका मतलब है कि कुछ तो गड़बड़ है।'

राजने हामी भरी ।

'मैं जा रहा हूं!' उस आवाज ने कहा।

उसने देखा कि हवा ने उस छोटे आदमी द्वारा पहने गए कपड़े को अपनी गिरफ्त में ले लिया था, जो अभी पैराशूट पहनकर कूदा था। उसके हेलमेट के अंदर जो बाल थे वे बाहर निकल रहे थे। राजने अपनी छाती पर लगे अल्टीमीटर पर नजर डाली। वह दस हजार फीट से अधिक की ऊंचाई दिखा रहा था।

'एक बार और शुक्रिया?' उसने पायलट से चिल्लाकर कहा। पायलट ने घूमते हुए कहा, 'चिंता की कोई बात नहीं, मित्र! यह मारिजुआना के खेत की फोटो उतारने से बहुत अच्छा है!'

राजने अपना दायां पैर बाहर निकाल दिया। ऐसा लगा जैसे वह जब बच्चा था, तब वह दोबारा ऐन्दल्सनेस में छुट्टियां बिताने जा रहा था उस समय वह गुडब्रांड्सडेलेन घाटी से गुजर रहा था, और उसने गाड़ी की खिड़की खोल दी थी और हाथ बाहर ऐसे निकाल लिए थे मानी उड़ना चाहता हो। उसे याद आया कि जब उसने अपनी हथेली उस तरफ घुमाई ती हवा उससे टकराने लगी।

जहाज के बाहर की हवा बहुत असाधारण थी और राजको अपने को अपने पांव आगे की तरफ रखने पड़े। वह अंदर ही अंदर उस बात को याद कर रहा था जो जोसेफ ने उससे कहा था, 'दायां पैर, बायां हाथ, दायां हाथ और बायां पैर।' वह जोसेफ के पीछे खड़ा था, बादल के छोटे छोटे टुकड़े उसकी तरफ बढ़े आ रहे थे, तेजी से उसकी तरफ आते, उन लोगों की घेर लेते और फिर उसी पल चले भी जाते थे। उनके नीचे हरा, पीला और भूरे रंग की छटा दिखाई दे रही थी।

'होटल चली!' जोसेफ ने उसके कानों में चिल्लाकर कहा।

'आ रहा हूं', राजने चिल्लाते हुए कहा और कॉकपिट में पायलट की तरफ देखा, जिसने उसे अंगूठे से सब ठीक का इशारा किया। 'जा रहा हूं।' उसने जोसेफ की तरफ देखा, जिसने हेलमेट पहन रखा था, चश्मा और बड़ी मुस्कान भी।

राजने अपना दायां पैर बाहर निकाला।

'चलो,'

वह अब हवा में था, ऐसा महसूस कर रहा था जैसे उसे पीछे की तरफ धकेल दिया गया हो और हवाई जहाज आगे की तरफ के सफर पर था। अपने आंखों के कोनों से उसने देखा कि हवाई जहाज मुड़ रहा था बिना इस बात को समझे कि असल में वह मुड़ रहा था। उसने क्षितिज की तरफ देखा जहां धरती मुड़ी हुई थी और आकाश धीरे-धीरे और नीला होता जा रहा था और दोनों तब तक मिले रहते, जब तक कि वे प्रशांत महासागर में मिलकर एक नहीं हो जाते थे जिसे पारकर कैप्टन कुक यहां तक आया था।

जोसेफ ने उसको पकड़ लिया और राजकी गिरने की मुद्रा अच्छी बन गई। उसने अल्टीमीटर में देखा। दस हजार फीट। हे ईश्वर, उनके पास समय का समुद्र है! उसने अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को मोड़ा और हाथों को आगे बढ़ाया ताकि मुड़ सके, वह सुपरमैन की तरह था ।

आगे, पश्चिम की तरफ, नीले पहाड़ थे, जो इसलिए नीले थे क्योंकि वे खास तरह के यूकिलिप्टस पेड़ थे जिनसे नीला भाप निकलता था जिनको बहुत दूर से भी देखा जा सकता था। जोसेफ ने उससे यह बात भी कही थी। उसने यह बात भी कही थी। उसने यह बात भी कही थी कि उनके पीछे उनके पुरखे थे, अर्धघुमंतू जनजातियां, जिन्होंने घर बनाया। असंख्य, बंजर जमीन--तट से दूर बसे क्षेत्र--इस महादेश के ज्यादातर भाग में हैं, एक निर्दय भट्टी की तरह जहां यह ऐसा लगता था कि किसी भी चीज का हो पाना संभव हो। तब भी जोसेफ के पूर्वजों ने अंग्रेजों के आने से पहले यहां जीवन चलाए रखा।

राजने नीचे की तरफ देखा। नीचे इतना शांत और निर्जन दिखाई देता था, इसलिए इसे एक शांतिप्रिय किस्म के उपग्रह के रूप में देखा जाता था। अल्टीमीटर ने 7000 फीट की ऊंचाई दिखाई। जोसेफ ने उसको जाने दिया क्योंकि उनमें पहले ही इस बात को लेकर बात हो गई थी। प्रशिक्षण के नियमों का यह गंभीर उल्लंघन था कि बाहर अकेले आया जाए और कूद लगाई जाए। राजने जोसेफ को अपनी बांह की सीध में लाते हुए देखा था ताकि लेटी हुई मुद्रा में सही दिशा मिल जाए।

अब राजअकेला था। जैसा कि हम हमेशा होते हैं। यह इसलिए अधिक महसूस होता है क्योंकि हम जमीन से 6 हजार फीट की ऊंचाई पर होते हैं।

क्रिस्टीन ने अपना चुनाव सोमवार की एक सुबह होटल के कमरे में किया। शायद वह उस दिन की शुरुआत से पहले ही इतनी थकी हुई उठी थी, और उसने खिड़की से बाहर देखा और तय किया कि अब बहुत हो गया। उसके मन पर क्या गुजरी थी यह बात राजनहीं जानता था। इंसान का मन गहरे अंधेरे जंगल की तरह होता है।

पांच हजार फीट ।
शायद उसने सही चुनाव किया था। वहां पर दवाइयों की खाली शीशियों से लग रहा था उसको कोई शक नहीं था। और एक दिन इसको वैसे भी खत्म होना चाहिए; एक दिन इसका समय आएगा। उनको इस दुनिया को खास शैली से छोड़ना होता है, जाहिर है, एक घमंड के साथ--एक कमजोरी--जो कि कुछ ही लोगों में होती है।
चार हजार पांच सौ फीट ।

बाकी जो लोग होते हैं उनमें सिर्फ जीवन जीने की कमजोरी होती है। सादी और कुछ भी जटिल नहीं। अच्छा, केवल सहज और सरल नहीं, बल्कि वह सब जो उस समय उसके नीचे था। चार हजार फीट नीचे, कम लफ्जों में कहें तो। उसने अपने पेट के दाईं तरफ नारंगी रंग के हैंडल को पकड़ा। सख्ती से अपने सिरे को खोल दिया और गिनने लगाः

'एक हजार एक, एक हजार और...'


End  :cool:
 
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