desiaks
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रीमा भीषण चुदाई से कांपती आवाज में बोली - जितेश मैंने एक बार देखा था कि 2 औरतें एक आदमी को एक साथ चोद रही थी |
जितेश हांफता हुआ - तो |
रीमा - तो एक औरत दो आदमी भी तो हो सकते है |
जितेश रीमा के शब्दों को समझता हुआ - क्या बकवास कर रही हो रीमा ऐसा कैसे हो सकता है | मतलब तुमने सोचा भी कैसे |
रीमा - गुस्सा मत हो जितेश मैं सिर्फ इतना कह रही हूं | आखिर उसकी क्या गलती है मेरे गोरे नंगे जिस्म को देख कर ही तो उसके अंदर की भावनाएं जागी है और उसका लंड खड़ा हुआ है तो क्या हम उसे इसी तरह से छोड़ दें उसी के हाल पर |
जितेश के बेतहाशा लग रहे धक्के रुक गए - वह मेरा एक तरह से नौकर है और मैं जो कहूंगा वह वही करेगा | उसके साथ मै तुम्हे ......... सोचकर ही मन कसैला हो जा रहा है | वो रीमा के चूत दाने को मसलने लगा | रीमा ने भी उसके ओंठो से अपने ओंठ सटा दिए |
उसे चुमते हुए रीमा बोली - तो क्या हुआ वह तुम्हारा नौकर है तो वह भी इंसान ना | फिर इस वासना के रिश्ते में कोई छोटा बड़ा नहीं | ये रिश्ता इंसानों की दुनिया से नहीं बनता | ये रिश्ता लंड और चूत की दुनिया का रिश्ता है, यहाँ इंसानों के नहीं लंड और चूत के नियम चलते है | मैं नहीं चाहती कि वह इस तरह से अकेला बेबस होकर .......................................................|
जितेश - तुम अपने होश में नहीं हो |
रीमा कामुकता से जितेश की तरफ देखती हुई - पता है वो इतना वफादार क्यों है क्योंकि बहुत छोटी सी चीज से भी उसे संतोष हो जाता है | वो सिर्फ इस बात से खुस है की वो मुझे देख पा रहा है, उसने इससे ज्यादा कुछ नहीं माँगा | वरना बड़ी बड़ी हवेलियों में घर के नौकर मौका मिलने पर हवेली की मालकिन के साथ साथ हवेली की बहुओं को भी चोद डालते है | जब चूत खुद सामने जांघे फैलाकर बैठी हो तो कौन उसे सिर्फ देखकर खुश होता है |
जितेश हांफता हुआ- तुमसे जीतना तो बहुत मुश्किल है | बताओ क्या करना चाहती हो |
जितेश के दनादन धक्के लगाकर अपने लंड को जिस वासना के सुरूर में डुबोया था वो चुदाई का चढ़ा सारा नशा फिर से उतरने लगा | उसका लंड रीमा की चूत से बाहर आ गया |
रीमा - मैं चाहती हूं तुम उसे यहां पास में बुला लो |
जितेश - फिर क्या करोगी |
रीमा - मुझे भी नहीं पता नहीं मैं क्या करूंगी | लेकिन मैं चाहती हूं जिस तरह से मैं तुम्हें सुख दे रही हूं, तुम पर अपना सब कुछ लुटा रही हूँ इसी लूट की छिटकन का ही वो मजा ले ले |
जितेश - कही तुमारा दिल उसके लंड पर तो नहीं अटक गया है | कही मेरे बाद उसे चोदने के लिए अपनी चूत तो नहीं दे दोगी |
रीमा खामोश रही | उसे खुद नहीं पता था वो क्या कर रही है फिर जितेश के सवाल का जवाब कहाँ से देती |
जितेश के अन्दर रीमा की बातो इर्ष्या घर कर गयी, आखिर रीमा सिर्फ उसकी है वो आखिर रीमा को उस नौकर के साथ नहीं नहीं ये नहीं हो सकता , उसने रीमा से वादा माँगा - मुझे लगता है मेरे बाद उसे अपनी चूत चोदने के लिए दोगी, पक्का है उसके लंड को देखकर तुमारी लार टपकने लगी है , तुमारी चूत की दीवारे फड़कने लगी | उसका लंड अपनी चूत में लेने के लिए उतावली हो रही हो | चूत को चोदने के लिए तो मुझे तो रात में लाखों कसमे वादे खिला रही थी | जनम जन्मान्तर की कसमे | अब उसके लंड को देखकर तुमारा मन बेईमान हो गया है | सच बोलो, उससे चुदने की ख्वाइश जग गयी है |
रीमा मजबूती से प्रतिकार करती हुई - नहीं |
जितेश - तो फिर क्या करोगी | जब उसे कोई दिक्कत नहीं है तो तुम उसको लेकर इतनी परेशान क्यों हो रही हो |
रीमा - मैं परेशान नहीं हो रही हूं मैं बस चाहती हूं जैसे मैं तुम्हें सुख दे रही हूं अपने हुस्न और जवानी का समुन्दर तुम पर लुटा रही हूँ उसकी कुछ बुँदे उसे भी मिल जाये |
अब तक रीमा के चूत दाने को मसल रहे जितेश के हाथ भी रुक गए |
जितेश - तुम न पागल हो गयी हो |
रीमा ने फिर से जितेश का हाथ अपने चूत दाने से सटा दिया - मै तुम पर इतना भरोसा करती हूँ की सब कुछ तुम्हे सौंप दिया, तुम इतना भरोसा नहीं कर सकते |
जितेश निरुत्तर हो गया | रीमा के जवाब के आगे उसे कुछ कहते नहीं बना |
रीमा ने जितेश का बाहर झूल रहा लंड अपनी चूत में घुसेड लिया | जितेश घूर घूर कर गिरधारी को देख रहा था |
जितेश - तो बतावो क्या करना है |
रीमा - अब तुम्हें कुछ नहीं करना है जो तुम्हें करना था तुम कर रहे थे और वही करते रहो |
जितेश - क्या ?
रीमा उसे चूमती हुई - मुझे चोदो न बेबी क्या इधर उधर की बातो में पड़े हो , जमकर कसकर चोदो न|
जितेश को अभी भी संतोष नहीं हुआ उसने पूछा - तुम क्या करने वाली हो |
रीमा - कुछ नहीं बाद मोरे राजा अब मुझे चोदो ............. कितनी देर से तडपा कर रखा है मेरी गुलाबी मखमली चूत को , और कितना तड़पावोगे, मेरी चूत तुमारे लंड की भूखी है सिर्फ तुमारे, इसीलिए ये सिर्फ तुमारा लंड खाएगी | अभी आगे और हमेशा, अब खुश |
जितेश उसे लेकर लुढ़क गया | रीमा नीचे हो गयी और जितेश ऊपर हो गया | जितेश ने रीमा की चूत में गहरे धक्के लगाने शुरू कर दिए | रीमा को चोदते चोदते वो दाहिनी तरफ को खिसकता चला गया |
जितेश हांफता हुआ - तो |
रीमा - तो एक औरत दो आदमी भी तो हो सकते है |
जितेश रीमा के शब्दों को समझता हुआ - क्या बकवास कर रही हो रीमा ऐसा कैसे हो सकता है | मतलब तुमने सोचा भी कैसे |
रीमा - गुस्सा मत हो जितेश मैं सिर्फ इतना कह रही हूं | आखिर उसकी क्या गलती है मेरे गोरे नंगे जिस्म को देख कर ही तो उसके अंदर की भावनाएं जागी है और उसका लंड खड़ा हुआ है तो क्या हम उसे इसी तरह से छोड़ दें उसी के हाल पर |
जितेश के बेतहाशा लग रहे धक्के रुक गए - वह मेरा एक तरह से नौकर है और मैं जो कहूंगा वह वही करेगा | उसके साथ मै तुम्हे ......... सोचकर ही मन कसैला हो जा रहा है | वो रीमा के चूत दाने को मसलने लगा | रीमा ने भी उसके ओंठो से अपने ओंठ सटा दिए |
उसे चुमते हुए रीमा बोली - तो क्या हुआ वह तुम्हारा नौकर है तो वह भी इंसान ना | फिर इस वासना के रिश्ते में कोई छोटा बड़ा नहीं | ये रिश्ता इंसानों की दुनिया से नहीं बनता | ये रिश्ता लंड और चूत की दुनिया का रिश्ता है, यहाँ इंसानों के नहीं लंड और चूत के नियम चलते है | मैं नहीं चाहती कि वह इस तरह से अकेला बेबस होकर .......................................................|
जितेश - तुम अपने होश में नहीं हो |
रीमा कामुकता से जितेश की तरफ देखती हुई - पता है वो इतना वफादार क्यों है क्योंकि बहुत छोटी सी चीज से भी उसे संतोष हो जाता है | वो सिर्फ इस बात से खुस है की वो मुझे देख पा रहा है, उसने इससे ज्यादा कुछ नहीं माँगा | वरना बड़ी बड़ी हवेलियों में घर के नौकर मौका मिलने पर हवेली की मालकिन के साथ साथ हवेली की बहुओं को भी चोद डालते है | जब चूत खुद सामने जांघे फैलाकर बैठी हो तो कौन उसे सिर्फ देखकर खुश होता है |
जितेश हांफता हुआ- तुमसे जीतना तो बहुत मुश्किल है | बताओ क्या करना चाहती हो |
जितेश के दनादन धक्के लगाकर अपने लंड को जिस वासना के सुरूर में डुबोया था वो चुदाई का चढ़ा सारा नशा फिर से उतरने लगा | उसका लंड रीमा की चूत से बाहर आ गया |
रीमा - मैं चाहती हूं तुम उसे यहां पास में बुला लो |
जितेश - फिर क्या करोगी |
रीमा - मुझे भी नहीं पता नहीं मैं क्या करूंगी | लेकिन मैं चाहती हूं जिस तरह से मैं तुम्हें सुख दे रही हूं, तुम पर अपना सब कुछ लुटा रही हूँ इसी लूट की छिटकन का ही वो मजा ले ले |
जितेश - कही तुमारा दिल उसके लंड पर तो नहीं अटक गया है | कही मेरे बाद उसे चोदने के लिए अपनी चूत तो नहीं दे दोगी |
रीमा खामोश रही | उसे खुद नहीं पता था वो क्या कर रही है फिर जितेश के सवाल का जवाब कहाँ से देती |
जितेश के अन्दर रीमा की बातो इर्ष्या घर कर गयी, आखिर रीमा सिर्फ उसकी है वो आखिर रीमा को उस नौकर के साथ नहीं नहीं ये नहीं हो सकता , उसने रीमा से वादा माँगा - मुझे लगता है मेरे बाद उसे अपनी चूत चोदने के लिए दोगी, पक्का है उसके लंड को देखकर तुमारी लार टपकने लगी है , तुमारी चूत की दीवारे फड़कने लगी | उसका लंड अपनी चूत में लेने के लिए उतावली हो रही हो | चूत को चोदने के लिए तो मुझे तो रात में लाखों कसमे वादे खिला रही थी | जनम जन्मान्तर की कसमे | अब उसके लंड को देखकर तुमारा मन बेईमान हो गया है | सच बोलो, उससे चुदने की ख्वाइश जग गयी है |
रीमा मजबूती से प्रतिकार करती हुई - नहीं |
जितेश - तो फिर क्या करोगी | जब उसे कोई दिक्कत नहीं है तो तुम उसको लेकर इतनी परेशान क्यों हो रही हो |
रीमा - मैं परेशान नहीं हो रही हूं मैं बस चाहती हूं जैसे मैं तुम्हें सुख दे रही हूं अपने हुस्न और जवानी का समुन्दर तुम पर लुटा रही हूँ उसकी कुछ बुँदे उसे भी मिल जाये |
अब तक रीमा के चूत दाने को मसल रहे जितेश के हाथ भी रुक गए |
जितेश - तुम न पागल हो गयी हो |
रीमा ने फिर से जितेश का हाथ अपने चूत दाने से सटा दिया - मै तुम पर इतना भरोसा करती हूँ की सब कुछ तुम्हे सौंप दिया, तुम इतना भरोसा नहीं कर सकते |
जितेश निरुत्तर हो गया | रीमा के जवाब के आगे उसे कुछ कहते नहीं बना |
रीमा ने जितेश का बाहर झूल रहा लंड अपनी चूत में घुसेड लिया | जितेश घूर घूर कर गिरधारी को देख रहा था |
जितेश - तो बतावो क्या करना है |
रीमा - अब तुम्हें कुछ नहीं करना है जो तुम्हें करना था तुम कर रहे थे और वही करते रहो |
जितेश - क्या ?
रीमा उसे चूमती हुई - मुझे चोदो न बेबी क्या इधर उधर की बातो में पड़े हो , जमकर कसकर चोदो न|
जितेश को अभी भी संतोष नहीं हुआ उसने पूछा - तुम क्या करने वाली हो |
रीमा - कुछ नहीं बाद मोरे राजा अब मुझे चोदो ............. कितनी देर से तडपा कर रखा है मेरी गुलाबी मखमली चूत को , और कितना तड़पावोगे, मेरी चूत तुमारे लंड की भूखी है सिर्फ तुमारे, इसीलिए ये सिर्फ तुमारा लंड खाएगी | अभी आगे और हमेशा, अब खुश |
जितेश उसे लेकर लुढ़क गया | रीमा नीचे हो गयी और जितेश ऊपर हो गया | जितेश ने रीमा की चूत में गहरे धक्के लगाने शुरू कर दिए | रीमा को चोदते चोदते वो दाहिनी तरफ को खिसकता चला गया |