hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
[size=large][size=large][size=large]एकता - अब कुच्छ तुम भी उतारो..... क्या मैं ही सब उतारू....
शायद एकता का इशारा अपनी ब्रा की तरफ था.
" मेरा भाई ये बात सुनकर अपना हाथ आगे बढ़ाता है और उसकी पीठ के पीछे ले आता है. मैं काफ़ी रोमांचित हो रही थी ये जान कर कि कुच्छ ही टाइम बाद मेरी भाई की नंगी चेस्ट एकता के बूब्स से टकराने जा रही है. मेरा भाई ब्रा का हुक दोनो हाथो से खोलता है, और बहुत ही स्लो मोशन मे उसको ब्लॅक ब्रा को उसकी बॉडी से अलग कर देता है. ब्रा अलग करने के बाद एक पल के लिए मेरा भाई एकता के बूस की तरफ देखता है और बोलता है -
माइ ब्रदर - पता है सबसे पहले तो मैं तेरे बूब्स पर ही मर मिटा था.
एकता - लड़को को इतने पसंद होते है बूब्स????
माइ ब्रदर - तेरा दिखाने का स्टाइल ही इतना मस्त है. स्कूल मे डीप नेक शर्ट, डीप नेक टॉप. सब लड़को की नीयत खराब कर रखी थी तूने, मैं लकी हू जो तेरे जैसा माल मिला.
एकता - हा हा हा हा. एक से एक मस्त बूब्स वाली लड़कियाँ है स्कूल मे. सिमरन को ही लो, ऐसा लगता है कि पत्थर है अंदर. "एकता के मूँह से ऐसी बात सुन कर मैं शॉक्ड हो गयी. मैं तो हमेशा पूरा बदन ढक कर स्कूल जाती थी.लेकिन मैं अपने भाई के रेस्पॉन्स का वेट करने लगी...
मी ब्रदर - यार अभी वो इतनी बड़ी नही है. मुझे.... मुझे नही लगता कि अभी सही से उसकी बॉडी डेवेलप भी हुई है....
एकता - भाई स्कूल मे है तो और बेचारी क्या करे. उपर से नीचे तक ढक कर आती है, एक बार तुम बाहर गये ना तो देखना की स्कूल मे क्या माहौल करती है वो..
" मैं शॉक्ड थी कि वाकई मे मैं जवान हो चुकी थी लेकिन मेरे भाई को ते लगता था कि अभी तो मैं डेवेलप भी नही हू. उससे समझदार तो मुझे एकता ही लगी जिसने ऐक्सरे आइज़ से मुझे पहचान तो लिया....."
" देखा इसीलिए ये लड़किया भी मर जाती है क्यूंकी हम जब तक भोले बने रहते है तो नज़रो मे ही नही आते..... एनीवे आगे बताओ" प्रीति भी सिमरन की बात से सहमत होती हुई बोलती है.
" मेरा भाई थोडा से नीचे झुका और और अपना मूँह एकता के बूब्स पर रख देता है.... ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओह......... ऐसी सिसकारी निकली एकता के मूँह से कि अगर मैं सच मे सो भी रही होती तो जाग जाती. यहाँ से उनका वाइल्ड बेड गेम स्टार्ट हो गया था. मेरा भाई उसके बूब्स को चूस रहा था और मेरे बॉडी मे जैसे करेंट दौड़ रहा था. मेरा भी दिल कर रहा था कि काश कोई मेरे भी बेड रूम मे आए और मुझे प्यार करे लेकिन ये दुनिया लड़कियो को ये सब खुशियाँ नही देती. मेरे हाथ खुद ही अपने बूब्स पर पहुँच गये और अपने एक हाथ से मैं अपने बूब्स खुद ही प्रेस करने लगी थी." सिमरन का चेहरा इतना सुनाते हुए पूरा लाल हो रहा था.
प्रीति उसकी जीन्स की बेल्ट खोलती है और धीरे धीरे उसकी जीन्स को नीचे करती है और पूछती है -
" फिर क्या हुआ दीदी........."
" उफफफफ्फ़..... प्रीति क्या बताऊ. उपर वाले ने जो ताक़त दी मुझे उस दिन मैं बहुत हॅपी हू नही तो अंदर घुस कर उस एकता को घर से बाहर भगाती और अपने भाई से कहती कि आ मुझे प्यार कर लेकिन मैं काफ़ी शरीफ समझी जाती थी तो चुप रही........ एकता के एक बूब्स को मेरा भाई चूस रहा था और दूसरे बूब्स को एकता खुद प्रेस कर रही थी. उसकी सिसकारियाँ मेरे सर मे दर्द कर रही थी. उफफफफफफ्फ़.....औचह....हईीई......... मर गाययईीीईईईई........ बस यही साउंड आ रहे थे. मैं इतना तड़प रही थी कि कुच्छ समझ नही आ रहा था. मैने भी अपनी टीशर्ट उतारी और बस ब्रा मे ही खड़ी होकर अपने बूब्स प्रेस करने लगी. मैं उनकी आक्टिविटीस को रेग्युलर देख रही थी. काफ़ी देर तक ऐसे ही चला और फिर एकता मेरे भाई को उसकी जीन्स की तरफ इशारा करती है, शायद वो कहना चाहती थी कि उतार दो इसे. मेरा भाई उसकी लो वेस्ट जीन्स की बेल्ट को खोलता है, एकता खड़ी होती है और एक झटके मे उसकी जीन्स को नीचे खींच लेता है. उसकी गान्ड मेरे साइड मे थी जिसमे उसकी पैंटी अंदर घुसी हुई थी. लेकिन मस्त बॉडी की मालकिन थी वो भी........" सिमरन जी साँसे भी अब उखड़ रही थी ये सब प्रीति को सुनाने मे.
" एकता ने तो उतार दी प्लीज़ आप भी उतारो ना..... देखु तो आज कौन सी पैंटी पहनी है आपने......?" प्रीति भी सेक्सी आइज़ के साथ सिमरन की आँखो मे देखती हुई बोलती है.
" बहुत नॉटी है तू....." सिमरन ये बोलकर अपनी जीन्स भी उतार देती है. उसकी पैंटी की तरफ प्रीति ऐसे देखती है जैसे कोई लड़का देख रहा हो.
" वाउ..... फ्लॉरल.... चाय्स जबरदस्त है आपकी...." प्रीति उसकी पैंटी को टच करते हुए बोलती है.
" बहुत खूब..... चल आग आगे सुन नही तो रात का टाइम बढ़ता जा रहा है....." सिमरन पैंटी मे नीचे बैठते हुए बोलती है, और नीचे बैठ कर फिर से बोलना शुरू करती है.
" मेरा भाई उसकी जीन्स उतरता है तो पैंटी वो खुद उतार देती है. मेरा भाई उसको ऐसे देख रहा था जैसे वो कोई गोल्ड से बनी है. मैं उस टाइम अपनी ब्रा मे खुद अपने बूब्स दबा रही थी लेकिन उसको देख कर आत्मा जल रही थी. खैर अब एकता बिल्कुल नंगी हो चुकी थी, मैं काफ़ी आश्चर्य मे थी कि पहली बार मे ही वो लड़की कितनी कंफर्टबल थी. मेरा भाई बेड पर बैठा हुआ था, और एकता उसके सामने लेट जाती है. पहले उसकी टांगे मिली हुई थी लेकिन धीरे धीरे वो अपनी टांगे फेला लेती है. मेरा भाई तो जैसे पत्थर की मूर्ति ही बन गया था, आख़िर वो साली बिच चूत दिखा ही ऐसे तरीके से रही थी....." सिमरन अपने चेहरे पर गुस्से वाले एक्सप्रेशन लाते हुए बोलती है.
" तो आप भी उतार कर दिखाओ ना कि कैसे दिखाया उस एकता ने अपने माल को....." प्रीति सिमरन की फ्लॉरल पैंटी को नीचे खींचते हुए बोलती है.
सिमरन भी उसे सपोर्ट करती है. थोड़ी ही देर मे उसकी पैंटी बाहर थी. प्रीति देख कर शॉक्ड थी कि सिमरन की चूत बिल्कुल गीली हो चुकी थी. प्रीति उपर आराम से हाथ फिराती है और अपनी एक उंगली को सिमरन की चूत मे घुसा देती है.
" आईयाीईईईईईईईईई......... प्रीति क्या करेगी आज रात य्ाआआआआअरर्र्र्ररर.........." सिमरन भी अपनी टांगे फेला कर सिसकारियाँ ले रही थी.
" ये सब आप मुझ पर छोड़ दीजिए. आप बस ये बताइए कि फिर क्या हुआ........" प्रीति अपनी फिंगर को अंदर बाहर करते हुए बोलती है.
" एकता अपने एक हाथ को अपने मूँह के पास ले जाती है और अपनी एक फिंगर को अपने मूँह मे ले जाकर थूक मे भिगाती है और फिर अपनी चूत मे ले जाती है. कसम से उसकी चूत क्या चूत थी बता नही सकती ......." सिमरन का चेहरा बिल्कुल लाल था इस टाइम.
" आपकी से मस्त नही होगी........ खैर प्लीज़ आप चुप ना होइए और मुझे आगे बताइए" प्रीति अभी भी उसकी चूत मे उंगली घुसा रही थी.
" एकता की ये अदाए मेरा भाई एक बंदर की तरह देख रहा था. फिर एकता अपने हाथ को अपनी चूत से बाहर निकाल कर अपने बॅग को उठती है और उसमे से एक छोटी सी बॉटल निकलती है. मैं देखना चाहती थी कि आख़िर क्या प्लान है उसका. मैने भी अपनी जीन्स खोलनी शुरू कर दी थी. पता नही कैसे मुझमे इतनी हिम्मत आ रही थी कि मैं खुले आम गॅलरी मे खड़े होकर वो सब कर रही थी. उस छोटी बॉटल को एकता अपनी चूत के पास ले जाती है और धीरे से उसमे से कुच्छ अपने पेट पर और कुच्छ अपनी चूत पर गिरा देती है..... मैं अब भी समझ नही आई थी कि आख़िर वो क्या चाहती है. खैर थोड़ी देर बाद ही सब क्लियर हो गया क्यूंकी मेरा भाई झुका और पहले उसके पेट को चूमने लगा. एकता तो मस्त हो चुकी थी, क्या क्या ट्रिक जानती थी वो कि रियल सेक्स लाइफ क्या है. एकता की आँखे बंद हो चुकी थी और उसके सपाट पेट को चूमते चूमते चूमते मेरा भाई आगे बढ़ रहा था. मुझसे भी उस टाइम नही रहा जा रहा था तो मैने भी जीन्स को अपनी बॉडी से अलग करके अपने साइड रूम मे फेंक दिया और अपनी पैंटी टाँगो से उतार दी........ मुझे आज तक यकीन नही होता कि उस दिन मैं गॅलरी मे नंगी खड़ी थी और उनके तमाशे को देख रही थी. जैसे ही मेरा भाई एकता की चूत पर पहुँचा तो एकता एक दम वाइल्ड रूम मे आ गयी और सर को पीछे की तरफ पटाकने लगी. उसकी फिंगर्स पर लगा नेल पैंट मुझे क्लियर दिखाई दे रहा था जिनसे वो बेड शीट को कस कर पकड़े हुए थी - वो ऐसी आवाज़े निकाल रही थी कि सक्क्क मी पुसीयियी डियर....... उसकी आवाज़े मुझे सॉफ सुनाई दे रही थी."
" क्या हुआ अगर आप अकेली थी तो आज ये तमन्ना मैं पूरी कर देती हू. बस आप स्टोरी कंटिन्यू रखो....." ये बोलकर प्रीति खुद नीचे झुकती है और अपनी जीभ सीधी सिमरन की चूत मे घुसा देती है.
"वववओूऊऊ....ह्म्*म्म्मममममममम......... प्रीईएटीईईईईईईईईई..... आईसीए..... कैसे कहानी सुनौऊूउ......" सिमरन के बड़ा ही मुश्किल था अब स्टोरी को कंटिन्यू रखना.
प्रीति एक बार फिर से उसकी चूत से अपना मूँह हटाती है और बोलती है -
" दीदी एक ही रात है और इसमे मैं जान ना चाहती हू कि कैसे आपके और आपके भाई के फिज़िकल रीलेशन बने....... अगर आप इस सिचुयेशन मे नही बता सकती तो हम थोड़ी देर रुक जाते है...... क्यूँ क्या कहती हो?" प्रीति सिमरन से पूछती है.
" कह तो सही रही है लेकिन बियर फिर से ख़तम हो गयी और तूने मेरी चूत की आग और भी भड़का दी है....... एक काम कर मेरे भाई के रूम मे एक बार और जा और फिर से कुच्छ बियर लेकर आ जा." सिमरन खुद ही अपनी चूत पर हाथ फिराते हुए बोलती है.
" लेकिन कहीं भैया सो तो नही गये होंगे.......?" प्रीति पूछती है.
" जवान लड़के कभी नही सोते रात मे...... और जवान लड़की की खुसबु से ही उनकी नींदे उड़ जाती है. तू जा जल्दी से और लेकर आ जा......" सिमरन फिर से प्रीति से रिक्वेस्ट करती है.
प्रीति उसकी बात को मानते हुए रूम मे बाहर निकलती है और फिर से एक बार सिमरन के भाई के डोर पर जाकर ऐसे खड़ी हो जाती है कि उसकी पतली कमर और बाहर आते बूब्स देख कर कोई भी पागल हो जाए.
भैया.........." बहुत ही स्लो वाय्स मे प्रीति सिमरन के भाई को आवाज़ लगाती है जो कि अभी तक भी सोफे पर बैठा हुआ था अपने रूम मे.
सिमरन का भाई मूड कर देखता है तो प्रीति को इस हालत मे देख कर जैसे पागल हो जाता है लेकिन अपने उपर कंटर रखता है. शायद उसे ये भी नही पता था क़ि प्रीति को पता है सिमरन और उसके बारे मे.
" क्या बात है सेक्सी गर्ल...... अब क्या चाहिए......" सिमरन का भाई मुस्कुराते हुए पूछता है.
" थोड़ी सी बियर और चाहिए........." प्रीति नटखट स्टाइल मे बोलती है.
" मैं तो पहले ही समझ गया था कि अब थोड़े मे गुज़रा होने वाला नही है....." सिमरन का भाई अब डबल मीनिंग बात बोल रहा था प्रीति से.
" भैया मैं आज कल की लड़की हू....... थोड़ा शब्द भी अच्छा नही लगता........" प्रीति भी उसको जवाब देती है.
" तो बहुत चाहिए तुम्हे......" सिमरन का भाई प्रीति को उपर से नीचे तक देखते हुए बोलता है.
" येस्स्स्स्स्स्स्स्स.............." प्रीति का ये कहना का तरीका काफ़ी बहका हुआ था.
" तो फ्रीज़ खोलो और ले लो..... और कर लो अपने आप को ठंडा......." सिमरन का भाई हंसते हुए बोलता है.
पता नही इस बात से प्रीति को क्या होता है और वो तेज कदमो के साथ आगे बढ़ती है, फ्रीज़ खोलती है , 2 बियर निकालती है और एक झटके के साथ बंद कर के बाहर आ जाती है.
सिमरन का भाई उसे देखता रह जाता है.
प्रीति फिर से सिमरन के रूम के रूम मे आ जाती है और बियर फिर से देते हुए पुचहति की दीदी जल्दी बताओ आयेज क्या हुआ.[/size][/size][/size]
शायद एकता का इशारा अपनी ब्रा की तरफ था.
" मेरा भाई ये बात सुनकर अपना हाथ आगे बढ़ाता है और उसकी पीठ के पीछे ले आता है. मैं काफ़ी रोमांचित हो रही थी ये जान कर कि कुच्छ ही टाइम बाद मेरी भाई की नंगी चेस्ट एकता के बूब्स से टकराने जा रही है. मेरा भाई ब्रा का हुक दोनो हाथो से खोलता है, और बहुत ही स्लो मोशन मे उसको ब्लॅक ब्रा को उसकी बॉडी से अलग कर देता है. ब्रा अलग करने के बाद एक पल के लिए मेरा भाई एकता के बूस की तरफ देखता है और बोलता है -
माइ ब्रदर - पता है सबसे पहले तो मैं तेरे बूब्स पर ही मर मिटा था.
एकता - लड़को को इतने पसंद होते है बूब्स????
माइ ब्रदर - तेरा दिखाने का स्टाइल ही इतना मस्त है. स्कूल मे डीप नेक शर्ट, डीप नेक टॉप. सब लड़को की नीयत खराब कर रखी थी तूने, मैं लकी हू जो तेरे जैसा माल मिला.
एकता - हा हा हा हा. एक से एक मस्त बूब्स वाली लड़कियाँ है स्कूल मे. सिमरन को ही लो, ऐसा लगता है कि पत्थर है अंदर. "एकता के मूँह से ऐसी बात सुन कर मैं शॉक्ड हो गयी. मैं तो हमेशा पूरा बदन ढक कर स्कूल जाती थी.लेकिन मैं अपने भाई के रेस्पॉन्स का वेट करने लगी...
मी ब्रदर - यार अभी वो इतनी बड़ी नही है. मुझे.... मुझे नही लगता कि अभी सही से उसकी बॉडी डेवेलप भी हुई है....
एकता - भाई स्कूल मे है तो और बेचारी क्या करे. उपर से नीचे तक ढक कर आती है, एक बार तुम बाहर गये ना तो देखना की स्कूल मे क्या माहौल करती है वो..
" मैं शॉक्ड थी कि वाकई मे मैं जवान हो चुकी थी लेकिन मेरे भाई को ते लगता था कि अभी तो मैं डेवेलप भी नही हू. उससे समझदार तो मुझे एकता ही लगी जिसने ऐक्सरे आइज़ से मुझे पहचान तो लिया....."
" देखा इसीलिए ये लड़किया भी मर जाती है क्यूंकी हम जब तक भोले बने रहते है तो नज़रो मे ही नही आते..... एनीवे आगे बताओ" प्रीति भी सिमरन की बात से सहमत होती हुई बोलती है.
" मेरा भाई थोडा से नीचे झुका और और अपना मूँह एकता के बूब्स पर रख देता है.... ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओह......... ऐसी सिसकारी निकली एकता के मूँह से कि अगर मैं सच मे सो भी रही होती तो जाग जाती. यहाँ से उनका वाइल्ड बेड गेम स्टार्ट हो गया था. मेरा भाई उसके बूब्स को चूस रहा था और मेरे बॉडी मे जैसे करेंट दौड़ रहा था. मेरा भी दिल कर रहा था कि काश कोई मेरे भी बेड रूम मे आए और मुझे प्यार करे लेकिन ये दुनिया लड़कियो को ये सब खुशियाँ नही देती. मेरे हाथ खुद ही अपने बूब्स पर पहुँच गये और अपने एक हाथ से मैं अपने बूब्स खुद ही प्रेस करने लगी थी." सिमरन का चेहरा इतना सुनाते हुए पूरा लाल हो रहा था.
प्रीति उसकी जीन्स की बेल्ट खोलती है और धीरे धीरे उसकी जीन्स को नीचे करती है और पूछती है -
" फिर क्या हुआ दीदी........."
" उफफफफ्फ़..... प्रीति क्या बताऊ. उपर वाले ने जो ताक़त दी मुझे उस दिन मैं बहुत हॅपी हू नही तो अंदर घुस कर उस एकता को घर से बाहर भगाती और अपने भाई से कहती कि आ मुझे प्यार कर लेकिन मैं काफ़ी शरीफ समझी जाती थी तो चुप रही........ एकता के एक बूब्स को मेरा भाई चूस रहा था और दूसरे बूब्स को एकता खुद प्रेस कर रही थी. उसकी सिसकारियाँ मेरे सर मे दर्द कर रही थी. उफफफफफफ्फ़.....औचह....हईीई......... मर गाययईीीईईईई........ बस यही साउंड आ रहे थे. मैं इतना तड़प रही थी कि कुच्छ समझ नही आ रहा था. मैने भी अपनी टीशर्ट उतारी और बस ब्रा मे ही खड़ी होकर अपने बूब्स प्रेस करने लगी. मैं उनकी आक्टिविटीस को रेग्युलर देख रही थी. काफ़ी देर तक ऐसे ही चला और फिर एकता मेरे भाई को उसकी जीन्स की तरफ इशारा करती है, शायद वो कहना चाहती थी कि उतार दो इसे. मेरा भाई उसकी लो वेस्ट जीन्स की बेल्ट को खोलता है, एकता खड़ी होती है और एक झटके मे उसकी जीन्स को नीचे खींच लेता है. उसकी गान्ड मेरे साइड मे थी जिसमे उसकी पैंटी अंदर घुसी हुई थी. लेकिन मस्त बॉडी की मालकिन थी वो भी........" सिमरन जी साँसे भी अब उखड़ रही थी ये सब प्रीति को सुनाने मे.
" एकता ने तो उतार दी प्लीज़ आप भी उतारो ना..... देखु तो आज कौन सी पैंटी पहनी है आपने......?" प्रीति भी सेक्सी आइज़ के साथ सिमरन की आँखो मे देखती हुई बोलती है.
" बहुत नॉटी है तू....." सिमरन ये बोलकर अपनी जीन्स भी उतार देती है. उसकी पैंटी की तरफ प्रीति ऐसे देखती है जैसे कोई लड़का देख रहा हो.
" वाउ..... फ्लॉरल.... चाय्स जबरदस्त है आपकी...." प्रीति उसकी पैंटी को टच करते हुए बोलती है.
" बहुत खूब..... चल आग आगे सुन नही तो रात का टाइम बढ़ता जा रहा है....." सिमरन पैंटी मे नीचे बैठते हुए बोलती है, और नीचे बैठ कर फिर से बोलना शुरू करती है.
" मेरा भाई उसकी जीन्स उतरता है तो पैंटी वो खुद उतार देती है. मेरा भाई उसको ऐसे देख रहा था जैसे वो कोई गोल्ड से बनी है. मैं उस टाइम अपनी ब्रा मे खुद अपने बूब्स दबा रही थी लेकिन उसको देख कर आत्मा जल रही थी. खैर अब एकता बिल्कुल नंगी हो चुकी थी, मैं काफ़ी आश्चर्य मे थी कि पहली बार मे ही वो लड़की कितनी कंफर्टबल थी. मेरा भाई बेड पर बैठा हुआ था, और एकता उसके सामने लेट जाती है. पहले उसकी टांगे मिली हुई थी लेकिन धीरे धीरे वो अपनी टांगे फेला लेती है. मेरा भाई तो जैसे पत्थर की मूर्ति ही बन गया था, आख़िर वो साली बिच चूत दिखा ही ऐसे तरीके से रही थी....." सिमरन अपने चेहरे पर गुस्से वाले एक्सप्रेशन लाते हुए बोलती है.
" तो आप भी उतार कर दिखाओ ना कि कैसे दिखाया उस एकता ने अपने माल को....." प्रीति सिमरन की फ्लॉरल पैंटी को नीचे खींचते हुए बोलती है.
सिमरन भी उसे सपोर्ट करती है. थोड़ी ही देर मे उसकी पैंटी बाहर थी. प्रीति देख कर शॉक्ड थी कि सिमरन की चूत बिल्कुल गीली हो चुकी थी. प्रीति उपर आराम से हाथ फिराती है और अपनी एक उंगली को सिमरन की चूत मे घुसा देती है.
" आईयाीईईईईईईईईई......... प्रीति क्या करेगी आज रात य्ाआआआआअरर्र्र्ररर.........." सिमरन भी अपनी टांगे फेला कर सिसकारियाँ ले रही थी.
" ये सब आप मुझ पर छोड़ दीजिए. आप बस ये बताइए कि फिर क्या हुआ........" प्रीति अपनी फिंगर को अंदर बाहर करते हुए बोलती है.
" एकता अपने एक हाथ को अपने मूँह के पास ले जाती है और अपनी एक फिंगर को अपने मूँह मे ले जाकर थूक मे भिगाती है और फिर अपनी चूत मे ले जाती है. कसम से उसकी चूत क्या चूत थी बता नही सकती ......." सिमरन का चेहरा बिल्कुल लाल था इस टाइम.
" आपकी से मस्त नही होगी........ खैर प्लीज़ आप चुप ना होइए और मुझे आगे बताइए" प्रीति अभी भी उसकी चूत मे उंगली घुसा रही थी.
" एकता की ये अदाए मेरा भाई एक बंदर की तरह देख रहा था. फिर एकता अपने हाथ को अपनी चूत से बाहर निकाल कर अपने बॅग को उठती है और उसमे से एक छोटी सी बॉटल निकलती है. मैं देखना चाहती थी कि आख़िर क्या प्लान है उसका. मैने भी अपनी जीन्स खोलनी शुरू कर दी थी. पता नही कैसे मुझमे इतनी हिम्मत आ रही थी कि मैं खुले आम गॅलरी मे खड़े होकर वो सब कर रही थी. उस छोटी बॉटल को एकता अपनी चूत के पास ले जाती है और धीरे से उसमे से कुच्छ अपने पेट पर और कुच्छ अपनी चूत पर गिरा देती है..... मैं अब भी समझ नही आई थी कि आख़िर वो क्या चाहती है. खैर थोड़ी देर बाद ही सब क्लियर हो गया क्यूंकी मेरा भाई झुका और पहले उसके पेट को चूमने लगा. एकता तो मस्त हो चुकी थी, क्या क्या ट्रिक जानती थी वो कि रियल सेक्स लाइफ क्या है. एकता की आँखे बंद हो चुकी थी और उसके सपाट पेट को चूमते चूमते चूमते मेरा भाई आगे बढ़ रहा था. मुझसे भी उस टाइम नही रहा जा रहा था तो मैने भी जीन्स को अपनी बॉडी से अलग करके अपने साइड रूम मे फेंक दिया और अपनी पैंटी टाँगो से उतार दी........ मुझे आज तक यकीन नही होता कि उस दिन मैं गॅलरी मे नंगी खड़ी थी और उनके तमाशे को देख रही थी. जैसे ही मेरा भाई एकता की चूत पर पहुँचा तो एकता एक दम वाइल्ड रूम मे आ गयी और सर को पीछे की तरफ पटाकने लगी. उसकी फिंगर्स पर लगा नेल पैंट मुझे क्लियर दिखाई दे रहा था जिनसे वो बेड शीट को कस कर पकड़े हुए थी - वो ऐसी आवाज़े निकाल रही थी कि सक्क्क मी पुसीयियी डियर....... उसकी आवाज़े मुझे सॉफ सुनाई दे रही थी."
" क्या हुआ अगर आप अकेली थी तो आज ये तमन्ना मैं पूरी कर देती हू. बस आप स्टोरी कंटिन्यू रखो....." ये बोलकर प्रीति खुद नीचे झुकती है और अपनी जीभ सीधी सिमरन की चूत मे घुसा देती है.
"वववओूऊऊ....ह्म्*म्म्मममममममम......... प्रीईएटीईईईईईईईईई..... आईसीए..... कैसे कहानी सुनौऊूउ......" सिमरन के बड़ा ही मुश्किल था अब स्टोरी को कंटिन्यू रखना.
प्रीति एक बार फिर से उसकी चूत से अपना मूँह हटाती है और बोलती है -
" दीदी एक ही रात है और इसमे मैं जान ना चाहती हू कि कैसे आपके और आपके भाई के फिज़िकल रीलेशन बने....... अगर आप इस सिचुयेशन मे नही बता सकती तो हम थोड़ी देर रुक जाते है...... क्यूँ क्या कहती हो?" प्रीति सिमरन से पूछती है.
" कह तो सही रही है लेकिन बियर फिर से ख़तम हो गयी और तूने मेरी चूत की आग और भी भड़का दी है....... एक काम कर मेरे भाई के रूम मे एक बार और जा और फिर से कुच्छ बियर लेकर आ जा." सिमरन खुद ही अपनी चूत पर हाथ फिराते हुए बोलती है.
" लेकिन कहीं भैया सो तो नही गये होंगे.......?" प्रीति पूछती है.
" जवान लड़के कभी नही सोते रात मे...... और जवान लड़की की खुसबु से ही उनकी नींदे उड़ जाती है. तू जा जल्दी से और लेकर आ जा......" सिमरन फिर से प्रीति से रिक्वेस्ट करती है.
प्रीति उसकी बात को मानते हुए रूम मे बाहर निकलती है और फिर से एक बार सिमरन के भाई के डोर पर जाकर ऐसे खड़ी हो जाती है कि उसकी पतली कमर और बाहर आते बूब्स देख कर कोई भी पागल हो जाए.
भैया.........." बहुत ही स्लो वाय्स मे प्रीति सिमरन के भाई को आवाज़ लगाती है जो कि अभी तक भी सोफे पर बैठा हुआ था अपने रूम मे.
सिमरन का भाई मूड कर देखता है तो प्रीति को इस हालत मे देख कर जैसे पागल हो जाता है लेकिन अपने उपर कंटर रखता है. शायद उसे ये भी नही पता था क़ि प्रीति को पता है सिमरन और उसके बारे मे.
" क्या बात है सेक्सी गर्ल...... अब क्या चाहिए......" सिमरन का भाई मुस्कुराते हुए पूछता है.
" थोड़ी सी बियर और चाहिए........." प्रीति नटखट स्टाइल मे बोलती है.
" मैं तो पहले ही समझ गया था कि अब थोड़े मे गुज़रा होने वाला नही है....." सिमरन का भाई अब डबल मीनिंग बात बोल रहा था प्रीति से.
" भैया मैं आज कल की लड़की हू....... थोड़ा शब्द भी अच्छा नही लगता........" प्रीति भी उसको जवाब देती है.
" तो बहुत चाहिए तुम्हे......" सिमरन का भाई प्रीति को उपर से नीचे तक देखते हुए बोलता है.
" येस्स्स्स्स्स्स्स्स.............." प्रीति का ये कहना का तरीका काफ़ी बहका हुआ था.
" तो फ्रीज़ खोलो और ले लो..... और कर लो अपने आप को ठंडा......." सिमरन का भाई हंसते हुए बोलता है.
पता नही इस बात से प्रीति को क्या होता है और वो तेज कदमो के साथ आगे बढ़ती है, फ्रीज़ खोलती है , 2 बियर निकालती है और एक झटके के साथ बंद कर के बाहर आ जाती है.
सिमरन का भाई उसे देखता रह जाता है.
प्रीति फिर से सिमरन के रूम के रूम मे आ जाती है और बियर फिर से देते हुए पुचहति की दीदी जल्दी बताओ आयेज क्या हुआ.[/size][/size][/size]