hotaks444
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बीना ने प्यार से मुस्कुराते हुए उसके सिर पर हाथ फेरा और बोली: बस एक बार विराट तुम्हे पसंद कर ले फिर तो जल्द ही तुम दोनो की शादी करवा दूँगी.
शादी की बात सुनते ही रागिनी के गाल लाल सुर्ख हो गये और होंठों पर एक हल्की से शर्मीली हँसी आ गई.
बीना ने मेन दरवाज़े पर लगी चैन से नॉक किया और बाहर लगे इंटरकम का रिसेवर उठा कर अपने कान से लगाते हुए कहा "मिस्टर. विराट डॉक्टर. बीना ईज़ हियर, आपसे आज सुबह ही बात हुई थी". बीना ने "ओके" कह कर रिसेवर रख दिया. रागिनी यह सब देख कर बहुत ज़्यादा हैरान थी. इतनी संपन्नता की उसने कभी उम्मीद ही नहीं की थी. वो डॉक्टर. बीना का मन ही मन शुक्रिया अदा कर रही थी जिसने उसके लिए इतना बड़ा घर चुना. थोड़ी देर के बाद बिहारी (विराट ) ने दरवाज़ा खोला.
विराट: आइए डॉक्टर. बीना, मैं तो भूल ही गया था कि आप आने वाली हैं.
बीना ने ध्यान से बिहारी की तरफ देखा. सामने खड़े इंसान को देख कर तो एक बार बीना भी हैरान हो गई. सामने बिहारी बिल्कुल क्लीन शेव मे एक बहुत ही बढ़िया पॅंट कोट मे खड़ा था. उसके ब्लॅक लेदर जूते भी एक दम चम चमा रहे थे. बिहारी के सफेद पड़ रहे बाल भी एक दम काले नज़र आ रहे थे और उसके बाल भी पहले के मुक़ाबले काफ़ी छोटे छोटे लग रहे थे (बीना समझ गई कि बिहारी ने अपनी एक बिज़्नेस मॅन इमेज बनाने के लिए बाल कटवा दिए हैं). सबसे बड़ी बात उसने आज पहली बार बिहारी के बालों को एक बहुत ही अच्छे तरीके से कोंब किए हुए देखा. एक बार तो बीना भी उसे पहचान नहीं पाई. रागिनी तो बिहारी को पहली नज़र मे देख कर ही खुश हो गई. इस ड्रेस अप मैं बिहारी कोई 29- 30 साल का गबरू जवान लग रहा था. बदन तो उसका पहले से ही घातीला था तो आज सूट बूट मे उसका यह रूप तो वाकई रागिनी जैसी लड़की को इंप्रेस करने के लिए काफ़ी था.
विराट: अंदर आइए ना डॉक्टर. बीना.
बीना: हां हां, इनसे मिलिए, यह हैं मिस रागिनी, मेरे क्लिनिक मे सबसे होनहार नर्स.
बिहारी ने रागिनी की तरफ देखा और फिर उसे हेलो बोला. रागिनी ने भी हाथ जोड़ कर उन्हे नमस्कार कहा.
सब लोग हाल मे रखे सोफा चेयर्स पर बैठ गये. रागिनी और बीना एक डबल सोफा पर बैठे और बिहारी उनके ठीक बिल्कुल सामने एक सोफे पर टाँग पर टाँग चढ़ा कर आराम से बैठ गया. बिहारी की हरकतें बीना को भी अचम्बित कर रही थी.
बिहारी: क्या लेंगी आप डॉक्टर. बीना, कुछ ठंडा या गरम.
बीना: अरे तकलीफ़ की कोई बात नहीं है
बिहारी ; आप बताइए तो सही.
बीना ने रागिनी की तरफ देखा और पूछा कॉफी चलेगी. रागिनी ने हां मैं सिर हिलाया. रागिनी को शरमाता देख बिहारी के लंड ने बवाल मचा दिया था. उसका लंड पॅंट फाड़ने को बेकरार था. बिहारी ने ज़िंदगी मे आज पहली बार पॅंट पहनी थी. हालाँकि यह ड्रेस उसपर काफ़ी जच रही थी मगर वो इसमे काफ़ी अनकंफर्टबल था.
बीना(बिहारी की तरफ देखते हुए): आप बैठिए मैं कॉफी बना कर लाती हूँ.
रागिनी ने बीना का हाथ पकड़ लिया और बोली कि आप लोग बैठ कर बातें कीजिए, मैं बना लाती हूँ.
बिहारी: चलिए हम आपको किचन के समान के बारे मे बताते हैं. रागिनी अकेले मे विराट से बात करने मे शरमा रही थी मगर इस बार तो वो फँस ही गई थी.
रागिनी: जी.
बिहारी अपनी सीट से उठा और किचन की ओर जाने लगा तो बीना की नज़र उसकी पॅंट में फूले हुए लंड पर पड़ी तो अनायास ही उसके मूह से निकला "कमीना". वैसे भी बंदर को जितने मर्ज़ी ज़ेवरो से लाद दो वो गुलाटी मारना नहीं छोड़ता ठीक उसी तरह बिहारी चाहे जितना मर्ज़ी सभ्य दिखने की कोशिश करे लेकिन उसका लंड उसकी औकात बता ही देता है.
बीना: विराट जी, रागिनी को किचन दिखा कर आप मेरे पास आईएगा, कुछ ज़रूरी बात करनी है.
बिहारी: जी डॉक्टर. बीना (मन मे तो उसके आया था "कुतिया तू मेरा पीछा नहीं छोड़ेगी").
बिहारी ने रागिनी को किचन के बाहर छोड़ा और बीना का पास आ गया.
बिहारी: बोल कुतिया क्या काम है.
बीना: कुत्ते की तरह उसके आगे पीछे मत भाग, कच्ची कली है डर जाएगी.
बिहारी की आँखें यह सुनते ही चमक उठी.
बिहारी: तेरे मूह मे घी शक्कर, अगर यह सच मुच कच्ची कली निकली तो.
बीना: घी शक्कर कॉन माँगता है ज़ालिम बस जल्दी से अपना लोड्ा दे दे मेरे मूह मे. बिहारी ने पॅंट की ज़िप खोली और अपना फनफनाता लोड्ा बाहर निकाल दिया.
बीना: साले तूने कच्चा नहीं पहना क्या???
बिहारी: पहले कभी पहना है क्या जो आज पहनूगा.
बीना: लगता है चिड़िया ने दाना चुगना शुरू कर दिया है और यह कहते ही उसने बिहारी का लंड गॅप से मूह मे ले लिया.
बिहारी: उसे देख कर लगता तो मुझे भी यही है कि मुझे रईस आदमी समझ कर मेरी बीवी बनने को यह चिड़िया तैयार है. माल तो तूने बहुत तगड़ा चुना है. इतनी छोटी उम्र मे ही जवानी इस पर भी आशना की तरह टूट कर आई है. बीना ने अपने मूह से उसके लंड को निकाला और उसे चूम कर बोली तुझे साले आजकल आशना का भूत सवार हो गया है.
बिहारी ने बीना के सिर पर हाथ रखकर अपना लंड उसके मूह मे डालने की कोशिस की तो बीना ने मना कर दिया और बोली: आशना से ही करवाना यह सब.
बिहारी ने लंड पॅंट मे डालकर ज़िप बंद की और अपनी जगह पर बैठ गया.
बिहारी: तू साली आशना से इतना जलती क्यूँ है.
बीना: जलन तो होगी ना, जिस लोड्े को सबसे पहली बार मैने सुख दिया उसे अपनी चूत मे वो रांड़ लेगी.
बिहारी: तो तेरा भी तो नंबर. लगेगा.
बीना: यही सोच कर तो मन को मार के बैठी हूँ.
बिहारी: अच्छा उसे छोड़ लेकिन यह बता कि तू इसे यह कॉन सी ड्रेस मे लाई है. इतनी कूल है यह कि इसके बदन के कटाव दिख ही नहीं रहे.
बीना: तीखी मिर्ची है साले यह. इसके जिस्म के कटाव देखेगा तो वहीं पर तेरे लंड से धार निकल जाएगी. तेरा बस चले तो तू इसे कपड़े पहनने ही ना दे.
बिहारी: एक बार यह मेरे बिस्तर तक पहुँच जाए फिर देख इसके सारे कपड़े ही जला दूँगा.
बीना: लड़की प्यार मे धोखा खाई हुई है लेकिन है एकदम कोरी और सबसे बड़ी बात इसे अपने जिस्म के कहर का पता है इस लिए हमेशा काफ़ी ढीले कपड़े पहनती है ताकि लोगों की गंदी नज़र से बच सके.
बिहारी: लेकिन कुछ तो ढंग का पहनाकर लाती इसे, इसके बदन को याद करके मूठ ही मारता आज रात.
बीना: मूठ मारे तेरा दुश्मन.
मैं किस मर्ज़ की दवा हूँ. आती हूँ ना आज रात को तू चिंता क्यूँ करता है?
बिहारी: साली मेरी चिंता कर रही है या अपनी चूत के लिए जुगाड़?
बीना: कुछ भी समझ ले.
तभी उन्हे ट्रे के खनकने की आवाज़ आती है.
बीना: चिड़िया आने वाली है, अब चुप चाप बैठ जा और जो कुछ सिखाया था शुरू कर दे.
थोड़ी देर बाद रागिनी एक ट्रे मे तीन कप कॉफी और कुछ स्नॅक्स लेकर आ गई. उसने एक कप बीना को और एक कप बिहारी को दिया. दोनो को स्नॅक्स सर्व किए और अपना कप लेने के बाद वो बीना के साथ ही बैठ गई.
बिहारी: वाह कॉफी तो बहुत अच्छी बनी है.
बीना ने भी सिर हिलाकर हां मे हामी भारी. रागिनी अपनी तारीफ से मुस्कुरा दी.
बीना: मिस्टर. विराट, बताइए अब अपने क्या सोचा है.
बिहारी फिर से टाँग पर टाँग चढ़ाकर ऐसे बैठ गया जैसे कि वो किसी रियासत का राजकुमार हो और रागिनी को उसके सामने बेचने के लिए परोसा गया हो.
शादी की बात सुनते ही रागिनी के गाल लाल सुर्ख हो गये और होंठों पर एक हल्की से शर्मीली हँसी आ गई.
बीना ने मेन दरवाज़े पर लगी चैन से नॉक किया और बाहर लगे इंटरकम का रिसेवर उठा कर अपने कान से लगाते हुए कहा "मिस्टर. विराट डॉक्टर. बीना ईज़ हियर, आपसे आज सुबह ही बात हुई थी". बीना ने "ओके" कह कर रिसेवर रख दिया. रागिनी यह सब देख कर बहुत ज़्यादा हैरान थी. इतनी संपन्नता की उसने कभी उम्मीद ही नहीं की थी. वो डॉक्टर. बीना का मन ही मन शुक्रिया अदा कर रही थी जिसने उसके लिए इतना बड़ा घर चुना. थोड़ी देर के बाद बिहारी (विराट ) ने दरवाज़ा खोला.
विराट: आइए डॉक्टर. बीना, मैं तो भूल ही गया था कि आप आने वाली हैं.
बीना ने ध्यान से बिहारी की तरफ देखा. सामने खड़े इंसान को देख कर तो एक बार बीना भी हैरान हो गई. सामने बिहारी बिल्कुल क्लीन शेव मे एक बहुत ही बढ़िया पॅंट कोट मे खड़ा था. उसके ब्लॅक लेदर जूते भी एक दम चम चमा रहे थे. बिहारी के सफेद पड़ रहे बाल भी एक दम काले नज़र आ रहे थे और उसके बाल भी पहले के मुक़ाबले काफ़ी छोटे छोटे लग रहे थे (बीना समझ गई कि बिहारी ने अपनी एक बिज़्नेस मॅन इमेज बनाने के लिए बाल कटवा दिए हैं). सबसे बड़ी बात उसने आज पहली बार बिहारी के बालों को एक बहुत ही अच्छे तरीके से कोंब किए हुए देखा. एक बार तो बीना भी उसे पहचान नहीं पाई. रागिनी तो बिहारी को पहली नज़र मे देख कर ही खुश हो गई. इस ड्रेस अप मैं बिहारी कोई 29- 30 साल का गबरू जवान लग रहा था. बदन तो उसका पहले से ही घातीला था तो आज सूट बूट मे उसका यह रूप तो वाकई रागिनी जैसी लड़की को इंप्रेस करने के लिए काफ़ी था.
विराट: अंदर आइए ना डॉक्टर. बीना.
बीना: हां हां, इनसे मिलिए, यह हैं मिस रागिनी, मेरे क्लिनिक मे सबसे होनहार नर्स.
बिहारी ने रागिनी की तरफ देखा और फिर उसे हेलो बोला. रागिनी ने भी हाथ जोड़ कर उन्हे नमस्कार कहा.
सब लोग हाल मे रखे सोफा चेयर्स पर बैठ गये. रागिनी और बीना एक डबल सोफा पर बैठे और बिहारी उनके ठीक बिल्कुल सामने एक सोफे पर टाँग पर टाँग चढ़ा कर आराम से बैठ गया. बिहारी की हरकतें बीना को भी अचम्बित कर रही थी.
बिहारी: क्या लेंगी आप डॉक्टर. बीना, कुछ ठंडा या गरम.
बीना: अरे तकलीफ़ की कोई बात नहीं है
बिहारी ; आप बताइए तो सही.
बीना ने रागिनी की तरफ देखा और पूछा कॉफी चलेगी. रागिनी ने हां मैं सिर हिलाया. रागिनी को शरमाता देख बिहारी के लंड ने बवाल मचा दिया था. उसका लंड पॅंट फाड़ने को बेकरार था. बिहारी ने ज़िंदगी मे आज पहली बार पॅंट पहनी थी. हालाँकि यह ड्रेस उसपर काफ़ी जच रही थी मगर वो इसमे काफ़ी अनकंफर्टबल था.
बीना(बिहारी की तरफ देखते हुए): आप बैठिए मैं कॉफी बना कर लाती हूँ.
रागिनी ने बीना का हाथ पकड़ लिया और बोली कि आप लोग बैठ कर बातें कीजिए, मैं बना लाती हूँ.
बिहारी: चलिए हम आपको किचन के समान के बारे मे बताते हैं. रागिनी अकेले मे विराट से बात करने मे शरमा रही थी मगर इस बार तो वो फँस ही गई थी.
रागिनी: जी.
बिहारी अपनी सीट से उठा और किचन की ओर जाने लगा तो बीना की नज़र उसकी पॅंट में फूले हुए लंड पर पड़ी तो अनायास ही उसके मूह से निकला "कमीना". वैसे भी बंदर को जितने मर्ज़ी ज़ेवरो से लाद दो वो गुलाटी मारना नहीं छोड़ता ठीक उसी तरह बिहारी चाहे जितना मर्ज़ी सभ्य दिखने की कोशिश करे लेकिन उसका लंड उसकी औकात बता ही देता है.
बीना: विराट जी, रागिनी को किचन दिखा कर आप मेरे पास आईएगा, कुछ ज़रूरी बात करनी है.
बिहारी: जी डॉक्टर. बीना (मन मे तो उसके आया था "कुतिया तू मेरा पीछा नहीं छोड़ेगी").
बिहारी ने रागिनी को किचन के बाहर छोड़ा और बीना का पास आ गया.
बिहारी: बोल कुतिया क्या काम है.
बीना: कुत्ते की तरह उसके आगे पीछे मत भाग, कच्ची कली है डर जाएगी.
बिहारी की आँखें यह सुनते ही चमक उठी.
बिहारी: तेरे मूह मे घी शक्कर, अगर यह सच मुच कच्ची कली निकली तो.
बीना: घी शक्कर कॉन माँगता है ज़ालिम बस जल्दी से अपना लोड्ा दे दे मेरे मूह मे. बिहारी ने पॅंट की ज़िप खोली और अपना फनफनाता लोड्ा बाहर निकाल दिया.
बीना: साले तूने कच्चा नहीं पहना क्या???
बिहारी: पहले कभी पहना है क्या जो आज पहनूगा.
बीना: लगता है चिड़िया ने दाना चुगना शुरू कर दिया है और यह कहते ही उसने बिहारी का लंड गॅप से मूह मे ले लिया.
बिहारी: उसे देख कर लगता तो मुझे भी यही है कि मुझे रईस आदमी समझ कर मेरी बीवी बनने को यह चिड़िया तैयार है. माल तो तूने बहुत तगड़ा चुना है. इतनी छोटी उम्र मे ही जवानी इस पर भी आशना की तरह टूट कर आई है. बीना ने अपने मूह से उसके लंड को निकाला और उसे चूम कर बोली तुझे साले आजकल आशना का भूत सवार हो गया है.
बिहारी ने बीना के सिर पर हाथ रखकर अपना लंड उसके मूह मे डालने की कोशिस की तो बीना ने मना कर दिया और बोली: आशना से ही करवाना यह सब.
बिहारी ने लंड पॅंट मे डालकर ज़िप बंद की और अपनी जगह पर बैठ गया.
बिहारी: तू साली आशना से इतना जलती क्यूँ है.
बीना: जलन तो होगी ना, जिस लोड्े को सबसे पहली बार मैने सुख दिया उसे अपनी चूत मे वो रांड़ लेगी.
बिहारी: तो तेरा भी तो नंबर. लगेगा.
बीना: यही सोच कर तो मन को मार के बैठी हूँ.
बिहारी: अच्छा उसे छोड़ लेकिन यह बता कि तू इसे यह कॉन सी ड्रेस मे लाई है. इतनी कूल है यह कि इसके बदन के कटाव दिख ही नहीं रहे.
बीना: तीखी मिर्ची है साले यह. इसके जिस्म के कटाव देखेगा तो वहीं पर तेरे लंड से धार निकल जाएगी. तेरा बस चले तो तू इसे कपड़े पहनने ही ना दे.
बिहारी: एक बार यह मेरे बिस्तर तक पहुँच जाए फिर देख इसके सारे कपड़े ही जला दूँगा.
बीना: लड़की प्यार मे धोखा खाई हुई है लेकिन है एकदम कोरी और सबसे बड़ी बात इसे अपने जिस्म के कहर का पता है इस लिए हमेशा काफ़ी ढीले कपड़े पहनती है ताकि लोगों की गंदी नज़र से बच सके.
बिहारी: लेकिन कुछ तो ढंग का पहनाकर लाती इसे, इसके बदन को याद करके मूठ ही मारता आज रात.
बीना: मूठ मारे तेरा दुश्मन.
मैं किस मर्ज़ की दवा हूँ. आती हूँ ना आज रात को तू चिंता क्यूँ करता है?
बिहारी: साली मेरी चिंता कर रही है या अपनी चूत के लिए जुगाड़?
बीना: कुछ भी समझ ले.
तभी उन्हे ट्रे के खनकने की आवाज़ आती है.
बीना: चिड़िया आने वाली है, अब चुप चाप बैठ जा और जो कुछ सिखाया था शुरू कर दे.
थोड़ी देर बाद रागिनी एक ट्रे मे तीन कप कॉफी और कुछ स्नॅक्स लेकर आ गई. उसने एक कप बीना को और एक कप बिहारी को दिया. दोनो को स्नॅक्स सर्व किए और अपना कप लेने के बाद वो बीना के साथ ही बैठ गई.
बिहारी: वाह कॉफी तो बहुत अच्छी बनी है.
बीना ने भी सिर हिलाकर हां मे हामी भारी. रागिनी अपनी तारीफ से मुस्कुरा दी.
बीना: मिस्टर. विराट, बताइए अब अपने क्या सोचा है.
बिहारी फिर से टाँग पर टाँग चढ़ाकर ऐसे बैठ गया जैसे कि वो किसी रियासत का राजकुमार हो और रागिनी को उसके सामने बेचने के लिए परोसा गया हो.