hotaks444
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अब मरहला था कपड़ों का। वो सोचने लगी कि क्या पहने। सोचते-सोचते उसे खयाल आया कि क्यों ना आज वो भी टॉमी के जैसे ही रहे... खुद को टॉमी के सामने उसी के जैसी ही बन कर पेश करे! ये सोचते ही उसने कुछ भी पहनने का इरादा तर्क़ कर दिया... सिर्फ़ पैरों में हस्ब-ए-आदत ऊँची पेन्सिल हील के सैंडल जरूर पहने हुए थे। समीना अपने नंगे वजूद को आईने में देखने लगी। उसके खूबसूरत गोरे-गोरे मम्मे तने हुए थे... उनके आगे गुलाबी निप्पल अकड़े हुए क़यामत ढा रहे थे... चूत गोरी-गोरी... गुलाबी चूत... बालों से बिल्कुल पाक... हौले हौले रिस रही थी... चुदने के लिये पूरी तरह से तैयार थी... एक कुत्ते के लंड को अपने अंदर लेने के लिये बिल्कुल तैयार। खुद को आईने में देखते हुए उसे कुछ खयाल आया और उसके साथ ही उसके होंठों पर एक हल्की सी मुस्कुराहट फ़ैल गयी। वो आईने के सामने से उठी और एक तरफ़ बनी हुई अलमारी की तरफ़ बढ़ी। उसके सबसे निचले हिस्से में से कुछ निकाल कर वापस आईने के सामने आ गयी और उसे अपनी गोरी-गोरी गर्दन में पहनने लगी। उसके हुक बंद किये और खुद को दोबारा आईने में देखने लगी। टॉमी की गर्दन का पट्टा जो उसके गले से उतार दिया गया हुआ था... अब समीना के गले के गिर्द लिपटा हुआ था। समीना ने उसे अपनी गर्दन के गिर्द टाइट करके बाँध लिया हुआ था और अब खुद को इस पट्टे के साथ देख कर उसके चेहरे पर शरम और शरारत के मिलेजुले लाल-गुलाबी रंग फैल गये। पूरी की पूरी कुत्तिया लग रही हो अब तो तुम! समीना खुद से बोली और हंसने लगी। “हाँ तो जब एक कुत्ते से प्यार करुँगी... इस से चुदवाऊँगी... तो कुत्तिया तो बनना ही पड़ेगा ना!” समीना ने अपने सवाल का खुद ही जवाब दिया और फ़िर नशे में लहराती हुई कमरे से बाहर जाने के लिये बढ़ गयी। कुछ देर पहले आधी बोतल शराब पी चुकी हुई थी तो ज़ाहिर है काफी नशे में थी और चलते हुए क़दम भी डगमगा से रहे थे जिससे ऊँची पेन्सिल हील के सैंडल में उसकी चाल वाक़य में नशीली हो गयी थी।
दरवाज़ा खोल कर समीना बाहर निकली और टीवी लाऊँज में इधर-उधर देखा... टॉमी को! टॉमी लाऊँज के कोने में रखे हुए अपने बिस्तर पर बैठा हुआ था। समीना ने मुस्कुरा कर उसे देखा। टॉमी ने भी बड़ी होशियारी का मुज़ाहिरा करते हुए उसे देख लिया था। अब अपनी जगह पर बैठे हुए उसकी नज़र समीना पर ही थी। समीना ने एक अजीब हरकत की... वो नीचे झुकी और कार्पेट पर अपने घुटनों और हाथों के बल हो गयी। फिर अपने घुटनों और हाथों के बल ही चलती हुई... नंगी ही चलती हुई... टॉमी के बिस्तर की तरफ़ बढ़ने लगी... टॉमी के... एक कुत्ते के बिस्तर की ज़ीनत बनने के लिये। समीना ने फ़ैसला कर लिया था कि अगर टॉमी एक जानवर हो कर उसे इस क़दर मज़ा दे रहा है तो वो भी उसी के जैसी हो कर एक जानवर की तरह... एक कुत्तिया की तरह... खुद को उसे पेश करेगी... अपना जिस्म उसे पेश करेगी और उसे पूरा-पूरा मज़ा देगी। इसी लिये वो गले में पट्टा डाले... बिल्कुल नंगी हालत में घुटनों के बल चलती हुई टॉमी के करीब जा रही थी।
टॉमी के पास जाकर वो टॉमी को प्यार भरी नज़रों से देखने लगी। वो भी अपनी जगह पर ही लेटा हुआ अपनी मालकिन को देख रहा था। समीना आगे बढ़ कर उसके गद्दे पर चढ़ गयी. और आगे झुक कर टॉमी के चेहरे के साथ अपना चेहरा रगड़ने लगी। उसने टॉमी के मुँह को चूमना शुरू कर दिया। फ़िर अपनी ज़ुबान बाहर निकाली और उसके काले होंठों वाले हिस्से को चाटने लगी। टॉमी ने भी अपनी ज़ुबान बाहर निकाली और समीना के मुँह को चाटने लगा। समीना को अपनायत का एहसास हुआ। उसने भी फ़ौरन अपनी ज़ुबान से टॉमी की ज़ुबान को चाटना शुरू कर दिया। दोनों की ज़ुबानें... समीना और टॉमी की ज़ुबानें... एक इंसान और एक जानवर की ज़ुबानें... एक खूबसूरत हसीन औरत और एक कुत्ते की ज़ुबान... एक दूसरे से टकरा रही थीं... एक दूसरे को चाट रही थीं। दोनों का थूक आपस में मिल रहा था। समीना ने दोनों हाथों में उसका मुँह पकड़ा हुआ था और अपनी ज़ुबान को उसकी ज़ुबान से टकरा रही थी... उसे चाट रही थी। फ़िर समीना ने आगे बढ़ कर अपना जिस्म टॉमी के जिस्म से लगा दिया। समीना का गोरा-गोरा चिकना नंगा जिस्म टॉमी की खाल के नरम-नरम फ़र से रगड़ने लगा। समीना को भी मज़ा आ रहा था... उसे अच्छा लग रहा था। वो अपने जिस्म को टॉमी के जिस्म के साथ घिसती हुई मज़ा लेने लगी। साथ-साथ ही अब उसने टॉमी के जिस्म को... उसकी खाल को चूमना शुरू कर दिया था। कभी उसकी कमर के ऊपर से और कभी पेट पर से तो कभी उसकी गर्दन पर से अपने होंठों को उस जानवर के जिस्म से रगड़ने में समीना को मज़ा आ रहा था। उसका हाथ भी टॉमी के जिस्म को सहला रहा था।
दरवाज़ा खोल कर समीना बाहर निकली और टीवी लाऊँज में इधर-उधर देखा... टॉमी को! टॉमी लाऊँज के कोने में रखे हुए अपने बिस्तर पर बैठा हुआ था। समीना ने मुस्कुरा कर उसे देखा। टॉमी ने भी बड़ी होशियारी का मुज़ाहिरा करते हुए उसे देख लिया था। अब अपनी जगह पर बैठे हुए उसकी नज़र समीना पर ही थी। समीना ने एक अजीब हरकत की... वो नीचे झुकी और कार्पेट पर अपने घुटनों और हाथों के बल हो गयी। फिर अपने घुटनों और हाथों के बल ही चलती हुई... नंगी ही चलती हुई... टॉमी के बिस्तर की तरफ़ बढ़ने लगी... टॉमी के... एक कुत्ते के बिस्तर की ज़ीनत बनने के लिये। समीना ने फ़ैसला कर लिया था कि अगर टॉमी एक जानवर हो कर उसे इस क़दर मज़ा दे रहा है तो वो भी उसी के जैसी हो कर एक जानवर की तरह... एक कुत्तिया की तरह... खुद को उसे पेश करेगी... अपना जिस्म उसे पेश करेगी और उसे पूरा-पूरा मज़ा देगी। इसी लिये वो गले में पट्टा डाले... बिल्कुल नंगी हालत में घुटनों के बल चलती हुई टॉमी के करीब जा रही थी।
टॉमी के पास जाकर वो टॉमी को प्यार भरी नज़रों से देखने लगी। वो भी अपनी जगह पर ही लेटा हुआ अपनी मालकिन को देख रहा था। समीना आगे बढ़ कर उसके गद्दे पर चढ़ गयी. और आगे झुक कर टॉमी के चेहरे के साथ अपना चेहरा रगड़ने लगी। उसने टॉमी के मुँह को चूमना शुरू कर दिया। फ़िर अपनी ज़ुबान बाहर निकाली और उसके काले होंठों वाले हिस्से को चाटने लगी। टॉमी ने भी अपनी ज़ुबान बाहर निकाली और समीना के मुँह को चाटने लगा। समीना को अपनायत का एहसास हुआ। उसने भी फ़ौरन अपनी ज़ुबान से टॉमी की ज़ुबान को चाटना शुरू कर दिया। दोनों की ज़ुबानें... समीना और टॉमी की ज़ुबानें... एक इंसान और एक जानवर की ज़ुबानें... एक खूबसूरत हसीन औरत और एक कुत्ते की ज़ुबान... एक दूसरे से टकरा रही थीं... एक दूसरे को चाट रही थीं। दोनों का थूक आपस में मिल रहा था। समीना ने दोनों हाथों में उसका मुँह पकड़ा हुआ था और अपनी ज़ुबान को उसकी ज़ुबान से टकरा रही थी... उसे चाट रही थी। फ़िर समीना ने आगे बढ़ कर अपना जिस्म टॉमी के जिस्म से लगा दिया। समीना का गोरा-गोरा चिकना नंगा जिस्म टॉमी की खाल के नरम-नरम फ़र से रगड़ने लगा। समीना को भी मज़ा आ रहा था... उसे अच्छा लग रहा था। वो अपने जिस्म को टॉमी के जिस्म के साथ घिसती हुई मज़ा लेने लगी। साथ-साथ ही अब उसने टॉमी के जिस्म को... उसकी खाल को चूमना शुरू कर दिया था। कभी उसकी कमर के ऊपर से और कभी पेट पर से तो कभी उसकी गर्दन पर से अपने होंठों को उस जानवर के जिस्म से रगड़ने में समीना को मज़ा आ रहा था। उसका हाथ भी टॉमी के जिस्म को सहला रहा था।