desiaks
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नेहा वापस आई, आइसक्रीम के दो बाउल लेकर, और कहा- “ले आइसक्रीम खा.."
समर- “बैंक यू दीदी.." समर ने जवाब दिया।
फैशन-टी.वी. पे एक प्रोग्राम खतम हआ, तो दूसरा स्टार्ट हो गया। प्रोग्राम का नाम “लिंगरी” था। प्यारी सेक्सी लड़कियां ब्रा और पैंटी में अपने जलवे दिखाने लगी। समर को शर्म आने लगी। समर ने पूछा- “दीदी, मैं चैनल चेंज कर दूं.."
नेहा- “नहीं, रहने दे। मुझे पता है अंदर ही अंदर तेरा मन कर रहा होगा इन आधी नंगी लड़कियों को देखने का। आज मैं भी देख लेती हूँ की कैसी लिंगरी पहनती हैं ये लड़कियां। मजा आयगा.." नेहा बोली और ध्यान से उन लड़कियों को देखने लगी।
लड़कियों ने छोटी-छोटी ब्रा पहनी हुई थी, जिसमें से उनके आधे चूचे दिख रहे थे। पैंटी इतनी छोटी की पूरी गाण्ड दिख रही थी। समर ने सोचा- “तो अब मैं बहन के साथ ये सब भी देखूगा." वो नर्वस भी था और उत्तेजित भी। वो भी चुपचाप अपनी बहन की तरह टी.वी. को घूरने लगा। ये लड़कियां उसे उत्तेजित कर रही थी, और उसकी बहन का वहां पे होना उसे और उत्तेजित कर रहा था।
नेहा- “अगर मैं ऐसी लिंगरी पहनूं तो मैं कैसी लगूंगी समर? “कैसी लगूंगी मैं ऐसी लिंगरी में?" नेहा ने पूछा।
समर का माथा ठनक गया। ये क्या पूछ रही थी दीदी? क्या उनकी तबीयत खराब है? “उम्म्म..” समर की शकल में एक अजीब सा एक्सप्रेशन था। उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था। ना चाहते हए भी वो अपनी दीदी को लिंगरी में इमेजिन करने लगा। ना चाहते हुए भी उसके दिमाग में वो तस्वीर आ रही थी। ना चाहते हुए भी उसे वो अच्छी लग रही थी।
नेहा को पता था की समर की क्या हालत हो रही होगी, क्योंकी उसकी खुद भी यही हालत थी। नेहा ने मजाकिया अंदाज में कहा- “अरें घबरा मत, मजाक कर रही हूँ मैं..."
उसने दोनों की प्लेटें उठाई और किचेन में चली गई। डिनर हो चुका था। नेहा के जाने पर समर ने एक लंबी
साँस ली, और अपने कमरे की ओर जाने लगा
तभी नेहा की आवाज आई- “अरे रुक..” वो वापस सोफे पे आई, उसके हाथ में आइसक्रीम के दो बाउल थे- “ले आइसक्रीम खा...” उसने समर को एक बाउल पकड़ाते हुए कहा।
समर बोला- “बैंक यू दीदी..” और वापस सोफे पे बैठ गया। टी.वी. पे अभी भी आधी नंगी लड़कियां आ रही थी। अलग-अलग पोजेस में अपना बदन दिखा रही थी। समर छुप-छुप के टी.वी. पे नजर मार रहा था।
तभी नेहा चिल्लाई- “ओह्ह... शिट..."
समर ने मुड़कर देखा की नेहा ने अपने सीने पे आइसक्रीम गिरा दी थी। उसकी क्लीवेज के बीचो-बीच आइसक्रीम गिर गई थी। समर फिर अपनी बहन की छाती को घूरने लगा।
नेहा- “समर जल्दी एक कपड़ा लेकर आ.."
समर कपड़ा लेकर आया और नेहा को दे दिया। उसके बाद उसकी दीदी ने ऐसी हरकत की कि समर का लण्ड जाग गया। अपनी छाती साफ करने के लिए नेहा ने अपना टाप नीचे की ओर खींचा। और ये करने से उसकी आधी चूचियां उसके टाप से बाहर आ गईं। समर ने साफ-साफ ये दृश्य देखा। उसका लण्ड झटके मारने लगा। नेहा की पिंक ब्रा दिखने लगी। उसने कपड़ा लिया और अपनी क्लीवेज से नीचे की ओर साफ करने लगी। साफ करते-करते उसने अपना हाथ अपने टाप में घुसा दिया। इससे उसके मम्मे और बाहर आ गये।
समर का लण्ड बड़ा होने लग गया। उसने अपनी दीदी की शकल की ओर देखा। वो तो बस अपनी छाती साफ करने में लगी थी। उसने सोचा, दीदी को पता ही नहीं है की वो सब दिखा रही है। बेचारा समर, उसको क्या पता था की उसकी दीदी ये सब जानबूझकर कर रही थी।
नेहा अपने मम्मे मसल रही थी। और इधर समर की हालत खराब हो रही। ऐसा सीन तो उसने सपने में भी नहीं देखा था। उसकी दीदी के पहाड़ जैसे मम्मे बाहर आने को हो रहे थे। ठीक वैसे जैसे समर की आँखें बाहर आने को हो रही थी। मगर ये मेरी दीदी है, मैं इनको ऐसे नहीं देखा सकता। ये गलत है। समर ने ये सब सोचा और मुड़कर दूसरी ओर देखने लगा। उसका मन विचलित हो गया था।
समर- “बैंक यू दीदी.." समर ने जवाब दिया।
फैशन-टी.वी. पे एक प्रोग्राम खतम हआ, तो दूसरा स्टार्ट हो गया। प्रोग्राम का नाम “लिंगरी” था। प्यारी सेक्सी लड़कियां ब्रा और पैंटी में अपने जलवे दिखाने लगी। समर को शर्म आने लगी। समर ने पूछा- “दीदी, मैं चैनल चेंज कर दूं.."
नेहा- “नहीं, रहने दे। मुझे पता है अंदर ही अंदर तेरा मन कर रहा होगा इन आधी नंगी लड़कियों को देखने का। आज मैं भी देख लेती हूँ की कैसी लिंगरी पहनती हैं ये लड़कियां। मजा आयगा.." नेहा बोली और ध्यान से उन लड़कियों को देखने लगी।
लड़कियों ने छोटी-छोटी ब्रा पहनी हुई थी, जिसमें से उनके आधे चूचे दिख रहे थे। पैंटी इतनी छोटी की पूरी गाण्ड दिख रही थी। समर ने सोचा- “तो अब मैं बहन के साथ ये सब भी देखूगा." वो नर्वस भी था और उत्तेजित भी। वो भी चुपचाप अपनी बहन की तरह टी.वी. को घूरने लगा। ये लड़कियां उसे उत्तेजित कर रही थी, और उसकी बहन का वहां पे होना उसे और उत्तेजित कर रहा था।
नेहा- “अगर मैं ऐसी लिंगरी पहनूं तो मैं कैसी लगूंगी समर? “कैसी लगूंगी मैं ऐसी लिंगरी में?" नेहा ने पूछा।
समर का माथा ठनक गया। ये क्या पूछ रही थी दीदी? क्या उनकी तबीयत खराब है? “उम्म्म..” समर की शकल में एक अजीब सा एक्सप्रेशन था। उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था। ना चाहते हए भी वो अपनी दीदी को लिंगरी में इमेजिन करने लगा। ना चाहते हुए भी उसके दिमाग में वो तस्वीर आ रही थी। ना चाहते हुए भी उसे वो अच्छी लग रही थी।
नेहा को पता था की समर की क्या हालत हो रही होगी, क्योंकी उसकी खुद भी यही हालत थी। नेहा ने मजाकिया अंदाज में कहा- “अरें घबरा मत, मजाक कर रही हूँ मैं..."
उसने दोनों की प्लेटें उठाई और किचेन में चली गई। डिनर हो चुका था। नेहा के जाने पर समर ने एक लंबी
साँस ली, और अपने कमरे की ओर जाने लगा
तभी नेहा की आवाज आई- “अरे रुक..” वो वापस सोफे पे आई, उसके हाथ में आइसक्रीम के दो बाउल थे- “ले आइसक्रीम खा...” उसने समर को एक बाउल पकड़ाते हुए कहा।
समर बोला- “बैंक यू दीदी..” और वापस सोफे पे बैठ गया। टी.वी. पे अभी भी आधी नंगी लड़कियां आ रही थी। अलग-अलग पोजेस में अपना बदन दिखा रही थी। समर छुप-छुप के टी.वी. पे नजर मार रहा था।
तभी नेहा चिल्लाई- “ओह्ह... शिट..."
समर ने मुड़कर देखा की नेहा ने अपने सीने पे आइसक्रीम गिरा दी थी। उसकी क्लीवेज के बीचो-बीच आइसक्रीम गिर गई थी। समर फिर अपनी बहन की छाती को घूरने लगा।
नेहा- “समर जल्दी एक कपड़ा लेकर आ.."
समर कपड़ा लेकर आया और नेहा को दे दिया। उसके बाद उसकी दीदी ने ऐसी हरकत की कि समर का लण्ड जाग गया। अपनी छाती साफ करने के लिए नेहा ने अपना टाप नीचे की ओर खींचा। और ये करने से उसकी आधी चूचियां उसके टाप से बाहर आ गईं। समर ने साफ-साफ ये दृश्य देखा। उसका लण्ड झटके मारने लगा। नेहा की पिंक ब्रा दिखने लगी। उसने कपड़ा लिया और अपनी क्लीवेज से नीचे की ओर साफ करने लगी। साफ करते-करते उसने अपना हाथ अपने टाप में घुसा दिया। इससे उसके मम्मे और बाहर आ गये।
समर का लण्ड बड़ा होने लग गया। उसने अपनी दीदी की शकल की ओर देखा। वो तो बस अपनी छाती साफ करने में लगी थी। उसने सोचा, दीदी को पता ही नहीं है की वो सब दिखा रही है। बेचारा समर, उसको क्या पता था की उसकी दीदी ये सब जानबूझकर कर रही थी।
नेहा अपने मम्मे मसल रही थी। और इधर समर की हालत खराब हो रही। ऐसा सीन तो उसने सपने में भी नहीं देखा था। उसकी दीदी के पहाड़ जैसे मम्मे बाहर आने को हो रहे थे। ठीक वैसे जैसे समर की आँखें बाहर आने को हो रही थी। मगर ये मेरी दीदी है, मैं इनको ऐसे नहीं देखा सकता। ये गलत है। समर ने ये सब सोचा और मुड़कर दूसरी ओर देखने लगा। उसका मन विचलित हो गया था।