hotaks444
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सोनल की नज़रें सुनील के चेहरे पे ही गढ़ी हुई थी. उसके चेहरे पे छाई फीकी हसी के पीछे छुपे हुए दर्द को वो महसूस कर रही थी. दोनो माँ बेटा उस से कुछ छुपा रहे थे. मोम कितनी जान छिडकती है सुनील पे वो अच्छी तरहा जानती थी. कुछ ऐसी बात ज़रूर हुई है जिसे ये दोनो छुपा रहे हैं. ये ख़याल सोनल को बहुत तंग कर रहा था.
सुनील ने किसी तरहा चाइ ख़तम की और आँखें बंद कर वहीं सोफे पे अढ़लेटा सा हो गया. वो सोनल की नज़रों का सामना नही करना चाहता था और ना ही घर से बाहर जा कर उसके दिमाग़ में शक़ के कीड़े को और पनपने देना चाहता था.
सोनल सुनील के पास जा के बैठ गयी और झुक के उसके चेहरे को अपने हाथों में ले कर उसके माथे पे किस किया फिर उसके गालों पे किस किया.
‘अब तू मुझ से झूठ भी बोलने लगा, तू नही जानता सुनील तू मेरी रग रग में समा चुका है – पहले मैं समझी नही थी – या समझ के समझना नही चाहती थी – लड़ रही थी अपने आप से – पर आज मुझे पता चला है कि में तुझ से कितना प्यार करती हूँ – तू क्या माइने रखने लग गया है मेरे लिए – मैं तुझे कभी भी तकलीफ़ में नही देख सकती – आइ लव यू सुनील – आइ लव यू’ और सोनल के होंठ सुनील के होंठों से चिपक गये.
सुनील के लिए तो धरती हिल गयी – एक तरफ वो माँ और मोसा के संबंध को जान गया था और यहाँ उसकी बहन उसे प्रपोज़ करने लगी है. जीजा साली के संबंधों के बारे में उसने सुना था – पर भाई-बहन – ये तो – ये तो इन्सेस्ट है. क्या हो गया है सोनल को? वो फटी आँखों से सोनल को देखने लगा.
उसने खुद को सोनल से अलग किया और हैरानी से उसे देखने लगा.
‘ तू तू पागल तो नही हो गयी – जानती भी है तू क्या बोल रही है – मैं भाई हूँ तेरा कोई बॉय फ्रेंड नही’
सोनल आज सारी हदें पार कर गयी थी. वो अपने दिल की आवाज़ को पहचान गयी थी.
‘ आज नही तो कल तू मेरे प्यार को समझेगा – मैं सारी जिंदगी तेरा इंतेज़ार करूँगी – मैं नही जानती आज तुझे किस बात से तकलीफ़ हुई है – पर मैं इतना समझ गयी हूँ – मैं मर जाउन्गि तेरे बिना’
‘यू यू …..’
‘क्या यू यू – क्या मैं सुंदर नही हूँ – क्या मैं अच्छे घर से नही हूँ – क्या मुझ में काबिलियत नही है – क्या कमी है मुझ में’
‘दी क्या हो गया है तुमको – मैं भाई हूँ तुम्हारा’
‘है तो मर्द – है तो मेरा हीरो – है तो मेरी जान – है तो मेरी रग रग में बसा हुआ – ये भाई का लेबल लग गया तो क्या’
‘उफफफफफफफफफफफफफ्फ़ सम्भालो खुद को दी – ये कभी नही हो सकता’
‘होगा एक दिन – अगर मेरा प्यार सच्चा है तो होगा – मुझे कितना भी तड़पना पड़े तड़प लूँगी – एक दिन तो तुझे मुझ पे रहम आएगा ही और मैं जानती हूँ तू भी मुझ से प्यार करता है’
‘तुम बिल्कुल पागल हो गयी हो’
‘हां पागल हो गयी हूँ – अपने प्यार में पागल – अपनी रूह के मालिक के इंतेज़ार में पागल’
सोनल की आँखों में दर्द समा गया सुनील से ठुकराए जाने पे उसकी आँखें छलकने लगी.
‘दी समझा करो – ये मुमकिन नही है – और मैने कभी आपको इन नज़रों से नही देखा – आइ लव यू ऐज ब्रदर ओन्ली – आइ कॅन’ट बी युवर लवर’
‘ तुझे नही पता लड़कियाँ लड़कों की आँखों को पहचान जाती हैं – मानती हूँ तू ऐसा नही सोचता – खा मेरी कसम कि तेरे दिल में एक पल बस एक पल के लिए मेरे लिए वो भाव नही आए – जो तेरे लिए मेरी रग रग में समा चुके हैं’
‘ दी प्लीज़ अपनी जिंदगी को बर्बादी की राह पे मत डालो – अब भी वक़्त है सम्भल जाओ – ऐसा कुछ नही होने वाला’
‘पगले ये सिर्फ़ मर्यादा की दीवार तुझ से बुलवा रही है – समझ कि खोखले रिवाज तुझ से बुलवा रहे हैं – मैने देखा है – मैं जानती हूँ तू मुझ से बहुत प्यार करता है – इसलिए तो सच मुझ से छुपा रहा है ताकि मुझे कोई तकलीफ़ ना हो’
सुनील को समझ में ना आया कि अब क्या जवाब दे. वो खुद अपने दिल को टटोलने लग गया – पर दिमाग़ उसे बार बार चेतावनी देने लगा – दिल की परतें खुली ही नही दिमाग़ जीत गया.
‘दी स्टॉप इट – मैं अपने कमरे में जा रहा हूँ’
सोनल के चेहरे पे मुस्कान आ गयी – वो समझ गयी कि सुनील उस से बहुत प्यार करता है – बस मर्यादा की दीवार उसे रोक रही है.
सुनील ने किसी तरहा चाइ ख़तम की और आँखें बंद कर वहीं सोफे पे अढ़लेटा सा हो गया. वो सोनल की नज़रों का सामना नही करना चाहता था और ना ही घर से बाहर जा कर उसके दिमाग़ में शक़ के कीड़े को और पनपने देना चाहता था.
सोनल सुनील के पास जा के बैठ गयी और झुक के उसके चेहरे को अपने हाथों में ले कर उसके माथे पे किस किया फिर उसके गालों पे किस किया.
‘अब तू मुझ से झूठ भी बोलने लगा, तू नही जानता सुनील तू मेरी रग रग में समा चुका है – पहले मैं समझी नही थी – या समझ के समझना नही चाहती थी – लड़ रही थी अपने आप से – पर आज मुझे पता चला है कि में तुझ से कितना प्यार करती हूँ – तू क्या माइने रखने लग गया है मेरे लिए – मैं तुझे कभी भी तकलीफ़ में नही देख सकती – आइ लव यू सुनील – आइ लव यू’ और सोनल के होंठ सुनील के होंठों से चिपक गये.
सुनील के लिए तो धरती हिल गयी – एक तरफ वो माँ और मोसा के संबंध को जान गया था और यहाँ उसकी बहन उसे प्रपोज़ करने लगी है. जीजा साली के संबंधों के बारे में उसने सुना था – पर भाई-बहन – ये तो – ये तो इन्सेस्ट है. क्या हो गया है सोनल को? वो फटी आँखों से सोनल को देखने लगा.
उसने खुद को सोनल से अलग किया और हैरानी से उसे देखने लगा.
‘ तू तू पागल तो नही हो गयी – जानती भी है तू क्या बोल रही है – मैं भाई हूँ तेरा कोई बॉय फ्रेंड नही’
सोनल आज सारी हदें पार कर गयी थी. वो अपने दिल की आवाज़ को पहचान गयी थी.
‘ आज नही तो कल तू मेरे प्यार को समझेगा – मैं सारी जिंदगी तेरा इंतेज़ार करूँगी – मैं नही जानती आज तुझे किस बात से तकलीफ़ हुई है – पर मैं इतना समझ गयी हूँ – मैं मर जाउन्गि तेरे बिना’
‘यू यू …..’
‘क्या यू यू – क्या मैं सुंदर नही हूँ – क्या मैं अच्छे घर से नही हूँ – क्या मुझ में काबिलियत नही है – क्या कमी है मुझ में’
‘दी क्या हो गया है तुमको – मैं भाई हूँ तुम्हारा’
‘है तो मर्द – है तो मेरा हीरो – है तो मेरी जान – है तो मेरी रग रग में बसा हुआ – ये भाई का लेबल लग गया तो क्या’
‘उफफफफफफफफफफफफफ्फ़ सम्भालो खुद को दी – ये कभी नही हो सकता’
‘होगा एक दिन – अगर मेरा प्यार सच्चा है तो होगा – मुझे कितना भी तड़पना पड़े तड़प लूँगी – एक दिन तो तुझे मुझ पे रहम आएगा ही और मैं जानती हूँ तू भी मुझ से प्यार करता है’
‘तुम बिल्कुल पागल हो गयी हो’
‘हां पागल हो गयी हूँ – अपने प्यार में पागल – अपनी रूह के मालिक के इंतेज़ार में पागल’
सोनल की आँखों में दर्द समा गया सुनील से ठुकराए जाने पे उसकी आँखें छलकने लगी.
‘दी समझा करो – ये मुमकिन नही है – और मैने कभी आपको इन नज़रों से नही देखा – आइ लव यू ऐज ब्रदर ओन्ली – आइ कॅन’ट बी युवर लवर’
‘ तुझे नही पता लड़कियाँ लड़कों की आँखों को पहचान जाती हैं – मानती हूँ तू ऐसा नही सोचता – खा मेरी कसम कि तेरे दिल में एक पल बस एक पल के लिए मेरे लिए वो भाव नही आए – जो तेरे लिए मेरी रग रग में समा चुके हैं’
‘ दी प्लीज़ अपनी जिंदगी को बर्बादी की राह पे मत डालो – अब भी वक़्त है सम्भल जाओ – ऐसा कुछ नही होने वाला’
‘पगले ये सिर्फ़ मर्यादा की दीवार तुझ से बुलवा रही है – समझ कि खोखले रिवाज तुझ से बुलवा रहे हैं – मैने देखा है – मैं जानती हूँ तू मुझ से बहुत प्यार करता है – इसलिए तो सच मुझ से छुपा रहा है ताकि मुझे कोई तकलीफ़ ना हो’
सुनील को समझ में ना आया कि अब क्या जवाब दे. वो खुद अपने दिल को टटोलने लग गया – पर दिमाग़ उसे बार बार चेतावनी देने लगा – दिल की परतें खुली ही नही दिमाग़ जीत गया.
‘दी स्टॉप इट – मैं अपने कमरे में जा रहा हूँ’
सोनल के चेहरे पे मुस्कान आ गयी – वो समझ गयी कि सुनील उस से बहुत प्यार करता है – बस मर्यादा की दीवार उसे रोक रही है.