hotaks444
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उधर माँ जो विशाल ऑर मामा से चुद रही थी वो मामा के उपर से उठा गई ऑर डॅड ने भी भुआ को
अपने नीचे से उठा दिया फिर माँ भुआ की जगह लेट गई और डॅड ने जल्दी से माँ की चूत मे लंड
घुसा दिया ऑर माँ के लिप्स पर किस करने लगा जबकि भुआ जाके विशाल का लंड चूसने लगी जो उठकर
खड़ा हो गया था ,,,मामा अभी भी नीचे लेटा हुआ था भुआ ने अपनी टाँगे खोली ऑर मामा के उपर
मामा की तरफ पीठ करके मामा के लंड पर बैठ गई ऑर लंड को हाथ मे पकड़ कर चूत मे लेने
लगी लेकिन तभी मामा ने अपने हाथ से अपने लंड को पकड़ा ऑर भुआ की गान्ड पर रख दिया भुआ ने
एक पल के लिए विशाल के लंड को मूह से निकाला ऑर मामा की तरफ पीछे मूड के देखा ऑर फिर अपनी
टाँगों को थोड़ा ज़्यादा खोल दिया ऑर मामा के लड पर नीचे की तरफ बैठने लगी लेकिन लंड गान्ड
मे नही घुसा तो मामा ने जल्दी से अपने हाथ पर थूक लगा कर लंड पर लगा दिया ऑर फिर से भुआ
को नीचे होने का इशारा किया ऑर लंड भुआ की गान्ड मे घुसता चला गया,,,,भुआ ने धीरे धीरे
उपर नीचे उछलना शुरू किया लेकिन मामा पक्का कमीना था उसने भुआ की कमर को पीछे से पकड़ा
ऑर खुद अपनी कमर को ज़मीन से उछल उछल कर भुआ की गान्ड मारने लगा,,भुआ को हल्का दर्द
होने लगा था इसलिए भुआ ने विशाल के लंड को मूह से निकाला ऑर सिसकियाँ लेते हुए अपने दर्द का इज़हार
करने लगी लेकिन तभी विशाल ने भुआ के सर को पकड़ा ऑर लंड को वापिस भुआ के मूह मे घुसा दिया ऑर
भुआ की आवाज़ को बंद कर दिया लेकिन दर्द की वजह से फिर भी भुआ की हल्की हल्की आवाज़ कमरे
मे गूँज रही थी,,,मेरा ऑर रेखा का ध्यान उसी तरफ था फिर रेखा ने मेरी तरफ देखा ऑर नज़रो
ही नज़रो मे ये बोला कि कुछ देर पहले तूने भी मेरी एसी ही हालत की थी ज़ालिम,,
विशाल ने अपने लंड को कुछ देर भुआ के मूह मे रखा ऑर फिर भुआ को पीठ के बल मामा की
तरफ झुका दिया मामा ने भी भुआ की पीठ पर हाथ रखा ताकि उसकी झुकने मे सहारा मिल सके ऑर
इसी दौरान मामा ने अपने झटके लगाना बंद कर दिया ऑर भुआ को अपने पेट पर झुका लिया भुआ ने
भी अपने दोनो हाथ ज़मीन पर रख दिए ऑर सहारा लेके झुक गई ऑर अपनी टाँगों की आगे विशाल की
तरफ कर दिया ऑर खोल दिया ,,विशाल ने कोई देर किए बिना भुआ की चूत मे लंड घुसा दिया ऑर एक
ही पल मे तेज़ी से भुआ की चूत को चोदना शुरू कर दिया,,,भुआ के मूह मे अब विशाल का लंड
नही था ऑर अब भुआ 2-2 लंड से चुद रही थी इसलिए रूम मे सबसे तेज सिसकियों की आवाज़ भुआ
की थी,,रेखा भी सिसकियाँ ले रही थी लेकिन रेखा की आवाज़ अब उतनी तेज नही थी जितनी तेज गान्ड मे लंड
लेते टाइम थी,,,,माँ ऑर डॅड की आवाज़ तो बिल्कुल भी नही आ रही थी क्यूकी डॅड माँ के उपर लेट कर उनकी
चुदाई करते हुए उनके लिप्स पर किस कर रहे थे ऑर उनके दोनो हाथ माँ के बूब्स पर थे शायद
पकड़ बना कर वो माँ की चुदाई कर रहे थे,,,,,माँ भी पूरी मस्ती मे डॅड की पीठ पर अपने
हाथ घुमा रही थी माँ ने अपनी टाँगों से भी डॅड की पीठ को जकड कर डॅड को अपने पास
कर लिया था,,,डॅड का लंड छोटा था लेकिन मोटा था आंड उनकी स्पीड तो हम सबसे तेज थी जैसे एशियन
आंड जापानी लोगो की होती है,उनके लंड भी पतले होते है लेकिन स्पीड काफ़ी तेज होती है,,,
कुछ देर बाद भुआ की सिसकियाँ काफ़ी तेज हो गई ,,मतलब वो झड़ने वाली थी ऑर तभी भुआ तेज़ी से आवाज़
करती ऑर चिल्लाती हुई झड़ने लगी विशाल ने तो अपना लंड निकाल लिया भुआ की चूत से लेकिन मामा उसको
अपने से दूर करने को तैयार नही था ,,मामा ने भुआ को कस्के पकड़ा हुआ था ऑर भुआ की सिसकियाँ
फिर से तड़प ऑर दर्द मे बदल गई तभी माँ ने डॅड के लिप्स से अपने लिप्स दूर किए ऑर मामा के
हाथ पर हाथ मारा ऑर भुआ को आज़ाद करने को बोला ऑर साथ ही डॅड को अपने उपर से उठने को बोला
डॅड भी माँ के उपर से उठ गये ऑर मामा ने भी भुआ को आज़ाद कर दिया था,,,अभी माँ जल्दी से मामा
के उपर चढ़ गई ऑर झुक कर मामा के लंड को चूत मे ले लिया ऑर डॅड ने पीछे से माँ की
गान्ड मे लंड घुसा दिया ऑर फिर से चुदाई शुरू हो गई,,,भुआ जल्दी से हटा कर साइड पर लेट गई ऑर
विशाल चलके मेरे ऑर रेखा के पास आ गया ,,रेखा ने विशाल को देखा ऑर मेरे उपर से उतारकर
सोफे पर बैठ गई ऑर अपने सर को सोफे से पीछे की तरफ कर लिया ऑर विशाल का हाथ पकड़ कर उसको
भी सोफे से पीछे की तरफ भेज दिया ऑर मुझे सोफे से खड़ा करके अपने पीछे भेज दिया ,,मैने
उसके पीछे जाके लंड को हाथ मे पकड़ा ऑर उसकी चूत पर रखा ऑर अंदर घुसने लगा क्यूकी अब
मेरा दिल उसको ज़्यादा दर्द देने का नही कर रहा था इसलिए लंड को चूत मे डालने लगा था मैं
लेकिन तभी रेखा ने मेरे हाथ से लंड पकड़ा ऑर अपनी गान्ड के होल पर रखा लंड चूत के पानी
से चिकना था इसलिए एक ही बार मे आधे से ज़्यादा अंदर घुस गया लेकिन इस बार रेखा की दर्द भरी
आवाज़ नही निकली क्यूकी सोफे के पीछे से विशाल भाई ने अपने लंड को रेखा के मूह मे घुसा दिया
था शायद रेखा भी यही चाहती थी कि जब मेरा लंड उसकी गान्ड मे जाए तो वो दर्द से चिल्ला नही
सके तभी तो उसने विशाल को सोफे के पीछे अपने सर के पास खड़ा किया था ऑर उसके लंड को मूह मे
ले लिया था,,,,अब फिर से मैं पीछे से उसकी गान्ड मारने लगा ऑर विशाल उसके सर को पकड़ कर उसके
मूह मे लंड पेलने लगा,,मैं भी उसकी कमर को पकड़ कार तेज़ी से उसकी चुदाई कर रहा था,,रेखा
की आवाज़ तो बंद थी लेकिन माँ की आवाज़ काफ़ी तेज थी रूम मे अब वो लंड का स्वाद ले रही थी फिर से
ऑर मस्त हो चुकी थी,,,,डॅड अकेले माँ को खुश नही कर सकते थे क्यूकी माँ को 2 लंड से ही
मज़ा आता था,,
अपने नीचे से उठा दिया फिर माँ भुआ की जगह लेट गई और डॅड ने जल्दी से माँ की चूत मे लंड
घुसा दिया ऑर माँ के लिप्स पर किस करने लगा जबकि भुआ जाके विशाल का लंड चूसने लगी जो उठकर
खड़ा हो गया था ,,,मामा अभी भी नीचे लेटा हुआ था भुआ ने अपनी टाँगे खोली ऑर मामा के उपर
मामा की तरफ पीठ करके मामा के लंड पर बैठ गई ऑर लंड को हाथ मे पकड़ कर चूत मे लेने
लगी लेकिन तभी मामा ने अपने हाथ से अपने लंड को पकड़ा ऑर भुआ की गान्ड पर रख दिया भुआ ने
एक पल के लिए विशाल के लंड को मूह से निकाला ऑर मामा की तरफ पीछे मूड के देखा ऑर फिर अपनी
टाँगों को थोड़ा ज़्यादा खोल दिया ऑर मामा के लड पर नीचे की तरफ बैठने लगी लेकिन लंड गान्ड
मे नही घुसा तो मामा ने जल्दी से अपने हाथ पर थूक लगा कर लंड पर लगा दिया ऑर फिर से भुआ
को नीचे होने का इशारा किया ऑर लंड भुआ की गान्ड मे घुसता चला गया,,,,भुआ ने धीरे धीरे
उपर नीचे उछलना शुरू किया लेकिन मामा पक्का कमीना था उसने भुआ की कमर को पीछे से पकड़ा
ऑर खुद अपनी कमर को ज़मीन से उछल उछल कर भुआ की गान्ड मारने लगा,,भुआ को हल्का दर्द
होने लगा था इसलिए भुआ ने विशाल के लंड को मूह से निकाला ऑर सिसकियाँ लेते हुए अपने दर्द का इज़हार
करने लगी लेकिन तभी विशाल ने भुआ के सर को पकड़ा ऑर लंड को वापिस भुआ के मूह मे घुसा दिया ऑर
भुआ की आवाज़ को बंद कर दिया लेकिन दर्द की वजह से फिर भी भुआ की हल्की हल्की आवाज़ कमरे
मे गूँज रही थी,,,मेरा ऑर रेखा का ध्यान उसी तरफ था फिर रेखा ने मेरी तरफ देखा ऑर नज़रो
ही नज़रो मे ये बोला कि कुछ देर पहले तूने भी मेरी एसी ही हालत की थी ज़ालिम,,
विशाल ने अपने लंड को कुछ देर भुआ के मूह मे रखा ऑर फिर भुआ को पीठ के बल मामा की
तरफ झुका दिया मामा ने भी भुआ की पीठ पर हाथ रखा ताकि उसकी झुकने मे सहारा मिल सके ऑर
इसी दौरान मामा ने अपने झटके लगाना बंद कर दिया ऑर भुआ को अपने पेट पर झुका लिया भुआ ने
भी अपने दोनो हाथ ज़मीन पर रख दिए ऑर सहारा लेके झुक गई ऑर अपनी टाँगों की आगे विशाल की
तरफ कर दिया ऑर खोल दिया ,,विशाल ने कोई देर किए बिना भुआ की चूत मे लंड घुसा दिया ऑर एक
ही पल मे तेज़ी से भुआ की चूत को चोदना शुरू कर दिया,,,भुआ के मूह मे अब विशाल का लंड
नही था ऑर अब भुआ 2-2 लंड से चुद रही थी इसलिए रूम मे सबसे तेज सिसकियों की आवाज़ भुआ
की थी,,रेखा भी सिसकियाँ ले रही थी लेकिन रेखा की आवाज़ अब उतनी तेज नही थी जितनी तेज गान्ड मे लंड
लेते टाइम थी,,,,माँ ऑर डॅड की आवाज़ तो बिल्कुल भी नही आ रही थी क्यूकी डॅड माँ के उपर लेट कर उनकी
चुदाई करते हुए उनके लिप्स पर किस कर रहे थे ऑर उनके दोनो हाथ माँ के बूब्स पर थे शायद
पकड़ बना कर वो माँ की चुदाई कर रहे थे,,,,,माँ भी पूरी मस्ती मे डॅड की पीठ पर अपने
हाथ घुमा रही थी माँ ने अपनी टाँगों से भी डॅड की पीठ को जकड कर डॅड को अपने पास
कर लिया था,,,डॅड का लंड छोटा था लेकिन मोटा था आंड उनकी स्पीड तो हम सबसे तेज थी जैसे एशियन
आंड जापानी लोगो की होती है,उनके लंड भी पतले होते है लेकिन स्पीड काफ़ी तेज होती है,,,
कुछ देर बाद भुआ की सिसकियाँ काफ़ी तेज हो गई ,,मतलब वो झड़ने वाली थी ऑर तभी भुआ तेज़ी से आवाज़
करती ऑर चिल्लाती हुई झड़ने लगी विशाल ने तो अपना लंड निकाल लिया भुआ की चूत से लेकिन मामा उसको
अपने से दूर करने को तैयार नही था ,,मामा ने भुआ को कस्के पकड़ा हुआ था ऑर भुआ की सिसकियाँ
फिर से तड़प ऑर दर्द मे बदल गई तभी माँ ने डॅड के लिप्स से अपने लिप्स दूर किए ऑर मामा के
हाथ पर हाथ मारा ऑर भुआ को आज़ाद करने को बोला ऑर साथ ही डॅड को अपने उपर से उठने को बोला
डॅड भी माँ के उपर से उठ गये ऑर मामा ने भी भुआ को आज़ाद कर दिया था,,,अभी माँ जल्दी से मामा
के उपर चढ़ गई ऑर झुक कर मामा के लंड को चूत मे ले लिया ऑर डॅड ने पीछे से माँ की
गान्ड मे लंड घुसा दिया ऑर फिर से चुदाई शुरू हो गई,,,भुआ जल्दी से हटा कर साइड पर लेट गई ऑर
विशाल चलके मेरे ऑर रेखा के पास आ गया ,,रेखा ने विशाल को देखा ऑर मेरे उपर से उतारकर
सोफे पर बैठ गई ऑर अपने सर को सोफे से पीछे की तरफ कर लिया ऑर विशाल का हाथ पकड़ कर उसको
भी सोफे से पीछे की तरफ भेज दिया ऑर मुझे सोफे से खड़ा करके अपने पीछे भेज दिया ,,मैने
उसके पीछे जाके लंड को हाथ मे पकड़ा ऑर उसकी चूत पर रखा ऑर अंदर घुसने लगा क्यूकी अब
मेरा दिल उसको ज़्यादा दर्द देने का नही कर रहा था इसलिए लंड को चूत मे डालने लगा था मैं
लेकिन तभी रेखा ने मेरे हाथ से लंड पकड़ा ऑर अपनी गान्ड के होल पर रखा लंड चूत के पानी
से चिकना था इसलिए एक ही बार मे आधे से ज़्यादा अंदर घुस गया लेकिन इस बार रेखा की दर्द भरी
आवाज़ नही निकली क्यूकी सोफे के पीछे से विशाल भाई ने अपने लंड को रेखा के मूह मे घुसा दिया
था शायद रेखा भी यही चाहती थी कि जब मेरा लंड उसकी गान्ड मे जाए तो वो दर्द से चिल्ला नही
सके तभी तो उसने विशाल को सोफे के पीछे अपने सर के पास खड़ा किया था ऑर उसके लंड को मूह मे
ले लिया था,,,,अब फिर से मैं पीछे से उसकी गान्ड मारने लगा ऑर विशाल उसके सर को पकड़ कर उसके
मूह मे लंड पेलने लगा,,मैं भी उसकी कमर को पकड़ कार तेज़ी से उसकी चुदाई कर रहा था,,रेखा
की आवाज़ तो बंद थी लेकिन माँ की आवाज़ काफ़ी तेज थी रूम मे अब वो लंड का स्वाद ले रही थी फिर से
ऑर मस्त हो चुकी थी,,,,डॅड अकेले माँ को खुश नही कर सकते थे क्यूकी माँ को 2 लंड से ही
मज़ा आता था,,