hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
इतने लोगो के सामने डर लगता है या अपनी गर्लफ्रेंड के सामने,,,,ऑर इतने लोगो के सामने तो तूने डिस्को मे भी
डॅन्स किया था मेरे साथ उस दिन,,भूल गया क्या,,,,
मैने कितनी बार बोला है कविता मेरी गर्लफ्रेंड नही है भाभी वो सिर्फ़ मेरी दोस्त है,,,ऑर कुछ नही है हम
दोनो के बीच मे,,,,,,,,आंड डिस्को मे अंधेरा था ऑर कोई भी जान पहचान वाला नही था,,,,यहाँ तो
सभी लोग मेरे कॉलेज से है,,,,मुझे डर लगता है,,,,
अच्छा तो तुझे डर भी लगता है तो चल कहीं ऑर चलते है,,,इतना बोलकर भाभी ने मेरा हाथ पकड़ा
ऑर मुझे अपने साथ लेके घर के पीछे की तरफ चली गई जहाँ बहुत सारी कार्स खड़ी हुई थी,,वहाँ कोई
नही था सब लोग डॅन्स कर रहे थे तभी भाभी मुझे एक कार के पास ले गया मैने देखा तो ये वही
कार थी जिसमे मैं उस दिन भाभी के साथ डिस्को गया था,,,,भाभी ने कार का दरवाजा खोला ऑर मुझे
अंदर जाने को बोला मैं कार मे ड्राइवर सीट की दूसरी तरफ बैठ बैठ गया ऑर भाभी घूम कर दूसरी
तरफ से ड्राइविंग सीट पर आके बैठ गई,,,
यहाँ कार मे डॅन्स कैसे होगा भाभी ,,मैने हँसते हुए शरारती अंदाज़ मे बोला,,,
जो डॅन्स हम लोगो को करना है उसके लिए कार मे बहुत जगह है सन्नी,,,,भाभी ने भी हंस कर मेरी
बात का जवाब दिया,,,,
जगह तो बहुत है भाभी लेकिन म्यूज़िक नही है,,,,तभी भाभी ने म्यूज़िक प्ले कर दिया ऑर साथ ही कार
भी स्टार्ट की ऑर कार को गेट की तरफ चलाना शुरू कर दिया,,,,,,,ये क्या भाभी कहाँ जा रही हो आप
मैने भाभी से पूछा ही था कि भाभी ने एक बटन दबाया ऑर कार की वो सीट जिस पर मैं बैठा हुआ
था वो पूरी तरह पीछे की तरफ गिर गई ऑर मैं पीछे की तरफ लेट गया,,,,
चुप चाप लेटे रहो सन्नी वर्ना हम लोगो को एक साथ जाते हुए कोई देख लेगा,,,,इतना बोलकर भाभी ने
पीछे की सीट से एक कपड़ा उठाया ऑर मेरे उपर डालके मुझे कवर कर दिया,,,,ऑर पता नही कार को किस
तरफ लेके चलने लगी,,,,,,,कुछ देर बाद भाभी ने वो कपड़ा हटा दिया ऑर मेरी सीट भी सीधी करदी,,
ये कहाँ जा रही हो आप भाभी,,,,,,मैं सीट पर सीधा होते हो बोला,,,,,,
कुछ नही सन्नी इस कार मे जगह कम है डॅन्स के लिए इसलिए खुली जगह पर ले आई कार को,,,मैने देखा
की हम लोग फार्महाउस से काफ़ी दूर आ गये थे ,,यहाँ से फार्महाउस की लाइट्स सॉफ नज़र आ रही थी,,हम
लोग एक खुली जगह पर थे ,,,,ये कोई खेत नही था बस एक खाली प्लॉट था जो काफ़ी बड़ा था,,,तभी भाभी
ने कार को एक पैड के नीचे रोक दिया ऑर लाइट्स ऑफ करदी,,,,कार मे अंधेरा हो गया ऑर एक दम से भाभी
मेरे से चिपक गई ,,इस से पहले मुझे कुछ पता चलता वो सीट फिर से नीचे होने लगी शायद भाभी ने
फिर से सीट नीचे करने वाला बटन दबा दिया था,,सीट नीचे होती गई ऑर भाभी मेरे उपर गिरती गई अब
तक भाभी के लिप्स मेरे लिप्स से सॅट चुके थे ऑर सीट पूरी पीछे हो चुकी थी,,,भाभी दोनो टाँगें
खोलकर मेरे उपर आ गई थी ऑर मुझे किस करने लगी थी,,,,
उस दिन तूने अपनी मनमानी की थी याद है ना सन्नी,,आज मेरी बारी है,,,इतना बोलकर भाभी ने फिर से
मुझे किस करना शुरू कर दिया,,,मेरे लिप्स को भाभी ने अपने लिप्स मे जकड लिया ऑर बेतहाशा पागलो
की तरफ मेरे लिप्स को चूमने ऑर चूसने लगी,,,मैं भी अब तक पागल हो गया ऑर भाभी को किस का रेस्पॉन्स
उसी अंदाज़ मे देने लगा जिस अंदाज़ से भाभी मुझे किस कर रही थी,,,,,भाभी के हाथ मेरे सर पर
थे ऑर वो अपने हाथों की उंगलियों से मेरे सर को सहला रही थी ऑर मेरे हाथ अब तक भाभी की पीठ
पर चले गये थे मैं भाभी की पीठ को सहलाते हुए उनको अपने से एक दम सटा लिया था,,,भाभी की
पीठ एक दम नंगी थी बस कपड़े के नाम पर एक छोटी सी पतली सी डोरी थी जिस की मदद से ब्लाउस उनकी
पीठ से बँधा हुआ था,,, तभी भाभी ने अपने हाथ पीछे किए ऑर पीछे से ब्लाउस की डोरी को खोल
दिया जिस से भाभी की पीठ बिल्कुल नंगी हो गई ऑर मेरे हाथ उनकी पूरी पीठ पर घूमने लगे,,
कुछ देर बाद भाभी मेरे उपर से उठ गई ऑर जल्दी से अपने ब्लाउस को खोल दिया ऑर मेरी पॅंट की तरफ
इशारा करने लगी मानो वो मुझे पॅंट खोलने को बोल रही थी ,,मैने भी एक पल की देर नही की ऑर पॅंट
के साथ साथ बूट्स भी उतार दिए ,,पॅंट के नीचे अंडरवेार नही था इसलिए पॅंट उतरते ही मैं नीचे
से नंगा हो गया ऑर मेरा 9 इंच से थोड़ा बड़ा लंड एक मूसल की तरह अकडा हुआ भाभी को सलामी
देने लगा ,,,भाभी ने मेरे लंड को देखा ऑर जल्दी जल्दी अपनी साड़ी निकालने लगी लेकिन कार मे बैठ
कर साड़ी निकालने के लिए उनको दिक्कत होने लगी,,,तभी भाभी ने वो किया जिसकी मुझे उम्मीद तक नही थी
,,भाभी ने अपनी तरफ का दरवाजा खोला ऑर कार से बाहर निकल गई,,,,मैं भाभी को देखता ही रह गया
भाभी का ब्लाउस उनके बदन से लटका हुआ था उसकी डोरी जो पीछे से खुल चुकी थी लेकिन ब्लाउस अभी तक
दोनो आर्म्स मे था ,,भाभी जल्दी से बाहर खड़ी होके अपनी साड़ी उतार रही थी ऑर मैं अंदर बैठा उनको
देख कर हैरान भी था ऑर मुझे हँसी भी आ रही थी,,,,,,तभी भाभी ने मुझे हँसते हुए देखा ऑर
खुद भी हँसने लगी,,,,,,
यही पंगा होता है सन्नी साड़ी का अगर स्कर्ट होती तो अब तक अपना काम शुरू भी हो जाना था,,,मैं
भाभी की बात समझ गया ऑर जल्दी से खुद भी नंगे पैर ऑर आधा नंगा जिस्म लेके कार से बाहर निकल गया
ऑर भाभी के पास जाके उनकी हेल्प करने लगा,,,,मैं भाभी के पीछे खड़ा हो गया ऑर उनकी साड़ी निकालने
लगा ऑर पीछे से उनकी गर्दन पर किस करने लगा,,साड़ी निकल गई ऑर भाभी ने जल्दी से अपने ब्लाउस को
भी निकाल दिया ओर पेटीकोट को खोलने मे लगी ,,लेकिन मैने मना कर दिया,,,,,इसको रहने दो भाभी अपना
काम ऐसे ही हो जाएगा,,,,मैने इतना बोला ही था कि भाभी जल्दी से मेरी तरफ पलट गई ,,,ऑर मुझे किस
करते हुए मेरे लंड को हाथ मे लेके मसल्ने लगी ,,,,मैने भी एक पल का टाइम नही लगाया भाभी के
नंगे बूब्स पर हाथ रखने मे ऑर ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा,,,,भाभी किस करते हुए बूब्स मसल्ने से
ही आहह भरने लगी,,,,अहह उउउहह किस करते हुए हल्की हल्की सिसकियों की आवाज़ आने लगी
भाभी के मुँह से,,,,,,तभी भाभी जल्दी से अपनी कार की सीट पर बैठ गई ऑर मुझे अपने करीब करते
हुए मेरे लंड को पकड़ा ऑर मुँह मे भर लिया,,,,मैं कार के बाहर कार के दरवाजे पर हाथ रखके खड़ा
हुआ था जबकि भाभी ड्राइविंग सीट पर बैठ कर मेरे लंड का स्वाद लेने लगी थी,,,भाभी काफ़ी तेज थी
लंड चूसने मे या काफ़ी भूखी थी लंड के लिए इसलिए वो तेज़ी से ऑर ज़्यादा से ज़्यादा लंड मुँह मे लेके चूस
रही थी,,,मेरा लंड पूरा गले मे लेना कोई आसान बात नही थी लेकिन भाभी ने बड़ी आसानी ने मेरा पूरा
लंड मुँह मे ले लिया था,,,,मेरी बाल्स पायल भाभी के लिप्स पर टच हो रही थी मतलब मेरा पूरा
लंड था उनके मुँह मे,,,,जिसको वो तेज़ी से अंदर बाहर कर रही थी,,,
कुछ देर लंड चूसने के बाद भाभी कार की सीट पर अंदर की तरफ चली गई ऑर लेट गई,,भाभी ने मुझे
भी अंदर आने को बोला तो मैं भी अंदर हो गया ,,,भाभी अपनी सीट ऑर मेरी वाली सीट पर लेट गई ओर
मैं उनके उपर ,,मैने अपने लंड को हाथ मे पकड़ा ऑर भाभी के उपर झुक-कर अपने लंड को भाभी
की चूत मे घुसा दिया,,ऑर एक ही पल मे तेज़ी से झटके मारने लगा,,,,मेरे पैर अभी तक कार से बाहर
ज़मीन पर थे,,,मैं आधा कार से बाहर था ऑर भाभी के पैर भी घुटनो से नीचे तक कार से बाहर
थे,,,मैने तेज़ी से भाभी की चूत मे लंड पेलते हुए भाभी के लिप्स को किस करना शुरू कर दिया ,मेरा
दिल था भाभी के बूब्स को हाथ मे पकड़ने को लेकिन अगर मैं ऐसा करता तो सीट पर सहारा लेके झुक
नही सकता था ,,,,,भाभी के हाथ मेरी चेस्ट पर घूम रहे थे वो भी मुझे पीठ से कस्के हॅग
करना चाहती थी लेकिन ऐसा मुमकिन नही था ,,,,मेरे से भी ऐसे झुक कर चुदाई करना मुश्किल हो रहा
था तभी मैने अपने लंड को भाभी की चूत से निकाला ऑर भाभी को कमर से पकड़ कर कार से बाहर
निकाला लिया ऑर जल्दी से भाभी को कार के आगे की तरफ ले गया,,,भाभी ऐसे थोड़ा डर रही थी,,,पहले भाभी
कार से बाहर निकली थी बिना किसी डर के तो उस टाइम मैं डर रहा था लेकिन अब भाभी मेरी हिम्मत से
डरने लगी थी,,,,मैने भाभी को कमर से पकड़ा ऑर गोद मे उठाकर कार के बॉनेट पर लेटा दिया ऑर
उनकी टाँगों को खोल कर अपने शोल्डर पर रख दिया फिर पेटिकोट को साइड करके लंड को भाभी की
'चूत मे घुसा दिया,,मेरे हाथ भाभी की कमर पर थे ऑर भाभी के पैर मेरे शोल्डर पर थे
,,,मैं नीचे ज़मीन पर भाभी की टाँगों के बीच खड़ा होके भाभी की कमर पकड़ कर तेज़ी से
भाभी की चूत चोदने लगा,,,,,भाभी की सिसकियाँ शुरू हो गई,,,,आहह ऊओररर तीज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज कारर
सुउउउन्न्नययययी ऊरर तीज्ज्ज्ज्ज्ज आहह ककब्बससीए त्ताररासस्स राहहिि थ्हीइ एआईसीए म्मूस्सालल्ल्ल
क्क्क ल्लीइयईए आहह भाभी मस्त तो हो गई थी लेकिन डर भी रही थी क्यूकी इतनी मस्ती के बावजूद
भाभी बहुत कम शोर कर रही थी,,,,मैं भी जानता था भाभी ऐसी हालत मे डर रही है लेकिन अब
मैं नही डर रहा था ऑर तेज़ी से भाभी की चूत मार रहा था,,,,करीब 5-10 मिनट के बाद मैने
अपने लंड को भाभी की चूत से निकाला ऑर भाभी को बॉनेट से नीचे उतार लिया ऑर वहीं खड़ी करके
झुकने लगा तो भाभी ने खुद को मेरे से अलग किया ऑर जल्दी से कार के अंदर चली गई,,,मैं समझ गया
था भाभी डर रही है लेकिन कार मे जगह कम लग रही थी मेरे को लेकिन मैं ग़लत था,,,
डॅन्स किया था मेरे साथ उस दिन,,भूल गया क्या,,,,
मैने कितनी बार बोला है कविता मेरी गर्लफ्रेंड नही है भाभी वो सिर्फ़ मेरी दोस्त है,,,ऑर कुछ नही है हम
दोनो के बीच मे,,,,,,,,आंड डिस्को मे अंधेरा था ऑर कोई भी जान पहचान वाला नही था,,,,यहाँ तो
सभी लोग मेरे कॉलेज से है,,,,मुझे डर लगता है,,,,
अच्छा तो तुझे डर भी लगता है तो चल कहीं ऑर चलते है,,,इतना बोलकर भाभी ने मेरा हाथ पकड़ा
ऑर मुझे अपने साथ लेके घर के पीछे की तरफ चली गई जहाँ बहुत सारी कार्स खड़ी हुई थी,,वहाँ कोई
नही था सब लोग डॅन्स कर रहे थे तभी भाभी मुझे एक कार के पास ले गया मैने देखा तो ये वही
कार थी जिसमे मैं उस दिन भाभी के साथ डिस्को गया था,,,,भाभी ने कार का दरवाजा खोला ऑर मुझे
अंदर जाने को बोला मैं कार मे ड्राइवर सीट की दूसरी तरफ बैठ बैठ गया ऑर भाभी घूम कर दूसरी
तरफ से ड्राइविंग सीट पर आके बैठ गई,,,
यहाँ कार मे डॅन्स कैसे होगा भाभी ,,मैने हँसते हुए शरारती अंदाज़ मे बोला,,,
जो डॅन्स हम लोगो को करना है उसके लिए कार मे बहुत जगह है सन्नी,,,,भाभी ने भी हंस कर मेरी
बात का जवाब दिया,,,,
जगह तो बहुत है भाभी लेकिन म्यूज़िक नही है,,,,तभी भाभी ने म्यूज़िक प्ले कर दिया ऑर साथ ही कार
भी स्टार्ट की ऑर कार को गेट की तरफ चलाना शुरू कर दिया,,,,,,,ये क्या भाभी कहाँ जा रही हो आप
मैने भाभी से पूछा ही था कि भाभी ने एक बटन दबाया ऑर कार की वो सीट जिस पर मैं बैठा हुआ
था वो पूरी तरह पीछे की तरफ गिर गई ऑर मैं पीछे की तरफ लेट गया,,,,
चुप चाप लेटे रहो सन्नी वर्ना हम लोगो को एक साथ जाते हुए कोई देख लेगा,,,,इतना बोलकर भाभी ने
पीछे की सीट से एक कपड़ा उठाया ऑर मेरे उपर डालके मुझे कवर कर दिया,,,,ऑर पता नही कार को किस
तरफ लेके चलने लगी,,,,,,,कुछ देर बाद भाभी ने वो कपड़ा हटा दिया ऑर मेरी सीट भी सीधी करदी,,
ये कहाँ जा रही हो आप भाभी,,,,,,मैं सीट पर सीधा होते हो बोला,,,,,,
कुछ नही सन्नी इस कार मे जगह कम है डॅन्स के लिए इसलिए खुली जगह पर ले आई कार को,,,मैने देखा
की हम लोग फार्महाउस से काफ़ी दूर आ गये थे ,,यहाँ से फार्महाउस की लाइट्स सॉफ नज़र आ रही थी,,हम
लोग एक खुली जगह पर थे ,,,,ये कोई खेत नही था बस एक खाली प्लॉट था जो काफ़ी बड़ा था,,,तभी भाभी
ने कार को एक पैड के नीचे रोक दिया ऑर लाइट्स ऑफ करदी,,,,कार मे अंधेरा हो गया ऑर एक दम से भाभी
मेरे से चिपक गई ,,इस से पहले मुझे कुछ पता चलता वो सीट फिर से नीचे होने लगी शायद भाभी ने
फिर से सीट नीचे करने वाला बटन दबा दिया था,,सीट नीचे होती गई ऑर भाभी मेरे उपर गिरती गई अब
तक भाभी के लिप्स मेरे लिप्स से सॅट चुके थे ऑर सीट पूरी पीछे हो चुकी थी,,,भाभी दोनो टाँगें
खोलकर मेरे उपर आ गई थी ऑर मुझे किस करने लगी थी,,,,
उस दिन तूने अपनी मनमानी की थी याद है ना सन्नी,,आज मेरी बारी है,,,इतना बोलकर भाभी ने फिर से
मुझे किस करना शुरू कर दिया,,,मेरे लिप्स को भाभी ने अपने लिप्स मे जकड लिया ऑर बेतहाशा पागलो
की तरफ मेरे लिप्स को चूमने ऑर चूसने लगी,,,मैं भी अब तक पागल हो गया ऑर भाभी को किस का रेस्पॉन्स
उसी अंदाज़ मे देने लगा जिस अंदाज़ से भाभी मुझे किस कर रही थी,,,,,भाभी के हाथ मेरे सर पर
थे ऑर वो अपने हाथों की उंगलियों से मेरे सर को सहला रही थी ऑर मेरे हाथ अब तक भाभी की पीठ
पर चले गये थे मैं भाभी की पीठ को सहलाते हुए उनको अपने से एक दम सटा लिया था,,,भाभी की
पीठ एक दम नंगी थी बस कपड़े के नाम पर एक छोटी सी पतली सी डोरी थी जिस की मदद से ब्लाउस उनकी
पीठ से बँधा हुआ था,,, तभी भाभी ने अपने हाथ पीछे किए ऑर पीछे से ब्लाउस की डोरी को खोल
दिया जिस से भाभी की पीठ बिल्कुल नंगी हो गई ऑर मेरे हाथ उनकी पूरी पीठ पर घूमने लगे,,
कुछ देर बाद भाभी मेरे उपर से उठ गई ऑर जल्दी से अपने ब्लाउस को खोल दिया ऑर मेरी पॅंट की तरफ
इशारा करने लगी मानो वो मुझे पॅंट खोलने को बोल रही थी ,,मैने भी एक पल की देर नही की ऑर पॅंट
के साथ साथ बूट्स भी उतार दिए ,,पॅंट के नीचे अंडरवेार नही था इसलिए पॅंट उतरते ही मैं नीचे
से नंगा हो गया ऑर मेरा 9 इंच से थोड़ा बड़ा लंड एक मूसल की तरह अकडा हुआ भाभी को सलामी
देने लगा ,,,भाभी ने मेरे लंड को देखा ऑर जल्दी जल्दी अपनी साड़ी निकालने लगी लेकिन कार मे बैठ
कर साड़ी निकालने के लिए उनको दिक्कत होने लगी,,,तभी भाभी ने वो किया जिसकी मुझे उम्मीद तक नही थी
,,भाभी ने अपनी तरफ का दरवाजा खोला ऑर कार से बाहर निकल गई,,,,मैं भाभी को देखता ही रह गया
भाभी का ब्लाउस उनके बदन से लटका हुआ था उसकी डोरी जो पीछे से खुल चुकी थी लेकिन ब्लाउस अभी तक
दोनो आर्म्स मे था ,,भाभी जल्दी से बाहर खड़ी होके अपनी साड़ी उतार रही थी ऑर मैं अंदर बैठा उनको
देख कर हैरान भी था ऑर मुझे हँसी भी आ रही थी,,,,,,तभी भाभी ने मुझे हँसते हुए देखा ऑर
खुद भी हँसने लगी,,,,,,
यही पंगा होता है सन्नी साड़ी का अगर स्कर्ट होती तो अब तक अपना काम शुरू भी हो जाना था,,,मैं
भाभी की बात समझ गया ऑर जल्दी से खुद भी नंगे पैर ऑर आधा नंगा जिस्म लेके कार से बाहर निकल गया
ऑर भाभी के पास जाके उनकी हेल्प करने लगा,,,,मैं भाभी के पीछे खड़ा हो गया ऑर उनकी साड़ी निकालने
लगा ऑर पीछे से उनकी गर्दन पर किस करने लगा,,साड़ी निकल गई ऑर भाभी ने जल्दी से अपने ब्लाउस को
भी निकाल दिया ओर पेटीकोट को खोलने मे लगी ,,लेकिन मैने मना कर दिया,,,,,इसको रहने दो भाभी अपना
काम ऐसे ही हो जाएगा,,,,मैने इतना बोला ही था कि भाभी जल्दी से मेरी तरफ पलट गई ,,,ऑर मुझे किस
करते हुए मेरे लंड को हाथ मे लेके मसल्ने लगी ,,,,मैने भी एक पल का टाइम नही लगाया भाभी के
नंगे बूब्स पर हाथ रखने मे ऑर ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा,,,,भाभी किस करते हुए बूब्स मसल्ने से
ही आहह भरने लगी,,,,अहह उउउहह किस करते हुए हल्की हल्की सिसकियों की आवाज़ आने लगी
भाभी के मुँह से,,,,,,तभी भाभी जल्दी से अपनी कार की सीट पर बैठ गई ऑर मुझे अपने करीब करते
हुए मेरे लंड को पकड़ा ऑर मुँह मे भर लिया,,,,मैं कार के बाहर कार के दरवाजे पर हाथ रखके खड़ा
हुआ था जबकि भाभी ड्राइविंग सीट पर बैठ कर मेरे लंड का स्वाद लेने लगी थी,,,भाभी काफ़ी तेज थी
लंड चूसने मे या काफ़ी भूखी थी लंड के लिए इसलिए वो तेज़ी से ऑर ज़्यादा से ज़्यादा लंड मुँह मे लेके चूस
रही थी,,,मेरा लंड पूरा गले मे लेना कोई आसान बात नही थी लेकिन भाभी ने बड़ी आसानी ने मेरा पूरा
लंड मुँह मे ले लिया था,,,,मेरी बाल्स पायल भाभी के लिप्स पर टच हो रही थी मतलब मेरा पूरा
लंड था उनके मुँह मे,,,,जिसको वो तेज़ी से अंदर बाहर कर रही थी,,,
कुछ देर लंड चूसने के बाद भाभी कार की सीट पर अंदर की तरफ चली गई ऑर लेट गई,,भाभी ने मुझे
भी अंदर आने को बोला तो मैं भी अंदर हो गया ,,,भाभी अपनी सीट ऑर मेरी वाली सीट पर लेट गई ओर
मैं उनके उपर ,,मैने अपने लंड को हाथ मे पकड़ा ऑर भाभी के उपर झुक-कर अपने लंड को भाभी
की चूत मे घुसा दिया,,ऑर एक ही पल मे तेज़ी से झटके मारने लगा,,,,मेरे पैर अभी तक कार से बाहर
ज़मीन पर थे,,,मैं आधा कार से बाहर था ऑर भाभी के पैर भी घुटनो से नीचे तक कार से बाहर
थे,,,मैने तेज़ी से भाभी की चूत मे लंड पेलते हुए भाभी के लिप्स को किस करना शुरू कर दिया ,मेरा
दिल था भाभी के बूब्स को हाथ मे पकड़ने को लेकिन अगर मैं ऐसा करता तो सीट पर सहारा लेके झुक
नही सकता था ,,,,,भाभी के हाथ मेरी चेस्ट पर घूम रहे थे वो भी मुझे पीठ से कस्के हॅग
करना चाहती थी लेकिन ऐसा मुमकिन नही था ,,,,मेरे से भी ऐसे झुक कर चुदाई करना मुश्किल हो रहा
था तभी मैने अपने लंड को भाभी की चूत से निकाला ऑर भाभी को कमर से पकड़ कर कार से बाहर
निकाला लिया ऑर जल्दी से भाभी को कार के आगे की तरफ ले गया,,,भाभी ऐसे थोड़ा डर रही थी,,,पहले भाभी
कार से बाहर निकली थी बिना किसी डर के तो उस टाइम मैं डर रहा था लेकिन अब भाभी मेरी हिम्मत से
डरने लगी थी,,,,मैने भाभी को कमर से पकड़ा ऑर गोद मे उठाकर कार के बॉनेट पर लेटा दिया ऑर
उनकी टाँगों को खोल कर अपने शोल्डर पर रख दिया फिर पेटिकोट को साइड करके लंड को भाभी की
'चूत मे घुसा दिया,,मेरे हाथ भाभी की कमर पर थे ऑर भाभी के पैर मेरे शोल्डर पर थे
,,,मैं नीचे ज़मीन पर भाभी की टाँगों के बीच खड़ा होके भाभी की कमर पकड़ कर तेज़ी से
भाभी की चूत चोदने लगा,,,,,भाभी की सिसकियाँ शुरू हो गई,,,,आहह ऊओररर तीज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज कारर
सुउउउन्न्नययययी ऊरर तीज्ज्ज्ज्ज्ज आहह ककब्बससीए त्ताररासस्स राहहिि थ्हीइ एआईसीए म्मूस्सालल्ल्ल
क्क्क ल्लीइयईए आहह भाभी मस्त तो हो गई थी लेकिन डर भी रही थी क्यूकी इतनी मस्ती के बावजूद
भाभी बहुत कम शोर कर रही थी,,,,मैं भी जानता था भाभी ऐसी हालत मे डर रही है लेकिन अब
मैं नही डर रहा था ऑर तेज़ी से भाभी की चूत मार रहा था,,,,करीब 5-10 मिनट के बाद मैने
अपने लंड को भाभी की चूत से निकाला ऑर भाभी को बॉनेट से नीचे उतार लिया ऑर वहीं खड़ी करके
झुकने लगा तो भाभी ने खुद को मेरे से अलग किया ऑर जल्दी से कार के अंदर चली गई,,,मैं समझ गया
था भाभी डर रही है लेकिन कार मे जगह कम लग रही थी मेरे को लेकिन मैं ग़लत था,,,