hotaks444
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सूरज की गान्ड मे सच मे किसी
भी औरत की गान्ड से ज़्यादा मस्त आग लग रही थी मुझे,,,,उसकी पतली कमर को देख कर कोई भी नही कह सकता था की इस टाइम
जो मेरे सामने झुका हुआ है वो लड़का है ,,क्यूकी वो इतना स्लिम ट्रिम था जैसे कोई लकड़ी,,,,मैं भी उसी फीलिंग मे उसकी पतली
करम को हाथ मे पकड़ कर तेज़ी से उसकी गांद मारने लगा ऑर सामने से भाभी भी अपनी कमर हिला हिला कर सूरज के मूह
को चोदने लगी,,,तभी ज़्यादा मस्ती मे सूरज ने अपने छोटे से लंड को हाथ मे ले लिया ,,हाथ मे क्या उंगली मे ले लिया ऑर
हलके से मूठ मारने लगा क्यूकी उसका लंड था ही इतना छोटा कि खड़ा होता तो भी 1 इंच का ही होता,,,उसने मस्ती मे अपने
लंड को अपनी उंगलियों से पकड़ा ऑर मूठ मारने लगा ,,,उस से ज़्यादा कंट्रोल नही हुआ ऑर वो जल्दी ही झड गया,,मैने टेबल पर
उसके स्पर्म को देखा तो वो एक दम पानी की तरह सॉफ था ,,,कोई रंग नही था उसका ,,,,वो तो मुझे पैशाब ही लग रहा था जो
ज़्यादा मस्ती की वजह से निकल गया था,,,,अपना खेल ख़तम होते ही सूरज ने अपने मूह से भाभी के लंड को निकाल दिया
ऑर टेबल पर आगे बढ़ कर मेरे लंड को भी अपनी गान्ड से निकाल लिया,,,लेकिन मेरा अभी तक कुछ नही हुआ था इसलिए मैने
सूरज को फिर से पकड़ने की कोशिश की लेकिन वो आगे हो गया ऑर तभी भाभी ने भी मुझे रोक दिया,,,ऑर मेरे करीब आके
मेरे लंड को मूह मे भर लिया ,,मुझे कुछ राहत मिली तो भाभी ने मुझे वापिस सोफे पर बिठा दिया,,,ऑर हल्के हलके लंड
को चूसने लगी,,,,
करीब 3-4 मिनिट तक भाभी मेरे लंड को चुस्ती रही तब तक सूरज भी नॉर्मल हो गया ऑर हम लोगो के करीब आ गया,,
तूने मुझे खुश कर दिया सन्नी अब तू मेरी बीवी के साथ मस्ती कर सकता है ऑर मेरी तरह उसको भी खुश कर सकता है,,,
नही सूरज भाई मैं अकेला नही हम दोनो मिलकर भाभी को खुश करते है आज,,,,,
लेकिन कैसे सन्नी,,,,
तभी मैने भाभी की कमर पर बँधे हुए स्ट्रॅप-ऑन की तरफ इशारा किया,,,,भाभी जल्दी से उठकर खड़ी हो गई ऑर स्ट्रॅप-ऑन
निकाल कर सूरज की कमर पर बाँधने लगी,,,,,जब स्ट्रॅप-ऑन सूरज की कमर पर बँध गया तो मैने देखा कि सूरज की
आँखों मे आँसू आ गये ,,वो आँसू खुशी के थे या गम के नही पता,,,शायद वो अपनी इस हालत पर गुम सूम हो गया कि
उसकी कमर पर नकली लंड था या शायद वो बहुत खुश हो गया ऑर नकली लंड को अपना असली लंड समझने लगा ऑर इसी खुशी
मे उसकी आँखें नम हो गई,,,,
तभी भाभी ने सूरज की नम आँखों को देखा ऑर सूरज के आँसू सॉफ करते हुए सूरज को किस करने लगी ऑर फिर वापिस
ज़मीन पर बैठ कर सूरज के नकली लंड को मूह मे भरके चूसने लगी ऑर साथ ही अपनी उंगली से सूरज की गान्ड को सहलाने
लगी,,,मैं सोफे पर बैठ कर ये सब देख रहा था ऑर कुछ टाइम के लिए मस्ती भूल कर थोड़ा भावुक हो गया था,,लेकिन
साथ साथ अपने लंड को हल्के से सहला भी रहा था,,,,तभी मैने देखा कि सूरज अपनी कमर को आगे पीछे करने लगा था
ऑर नकली लंड को भाभी के मूह मे घुसाने लगा था ,,उसको ऐसा लग रहा था जैसे वो अपने असली लंड से ऐसा कर रहा था
क्यूकी आज पहली बार था जब वो अपनी कमर को ऐसे हिला रहा था वर्ना तो उसने अपने पीछे खड़े लोगो की कमर को हिलते
ही देखा था ,,,ऑर ख़ासकर अपने बाप की कमर को जो पीछे खड़ा होके उसकी गान्ड मारता था,,,,,
मैं उन लोगो को तरफ देख ही रहा था कि भाबी उठी ऑर मेरे करीब आ गई ऑर मुझे सोफे पर लेटा दिया ऑर खुद भी सोफे पर
चढ़ गई ऑर सोफे पर झुक कर अपने सर को मेरे लंड के करीब करके कुटिया बन गई ऑर मेरे लंड को मूह मे लेके चूसने
लगी,,,,इतने मे उसने सूरज को हाथ से पकड़ा ऑर अपने पीछे कर दिया ऑर सूरज ने भी पीछे से अपने लंड को भाभी की चूत
मे घुसा दिया ऑर हल्के हलके धक्के मारने लगा , ,,पहले तो वो धीरे धीरे कर रहा था लेकिन जल्दी ही उसकी स्पीड तेज
हो गई और जैसे जैसे उसकी स्पीड तेज होने लगी वैसे वैसे भाभी को मस्ती चढ़ने लगी ऑर भाभी भी मेरे लंड को तेज़ी
से चूस्ते हुए अपने सर को उपर नीचे करने लगी,,,,,मैं आराम से लेट कर मज़ा लेने लगा,,,,मैने देखा कि भाभी मस्ती
मे मेरा लंड तो चूस रही थी लेकिन भाभी की आँखू मे भी आँसू थे लेकिन चहरे पर एक अजीब सकून ओर खुशी भी
थी भाभी मेरी तरफ अजीब नज़रो से देख रही थी ,,मुझे लगा कि भाभी मुझे थॅंक्स बोल रही है क्यूकी आज मेरी वजह
से शादी के 4 साल बाद उसका पति सूरज उसको चोद रहा था चाहे वो नकली लंड से ही चोद रहा था लेकिन यही नकली लंड
अब उसको अपने पति का असली लंड लग रहा था ,,मैने भाभी की आँखों से बहने वाले आँसू सॉफ किए ऑर उठकर भाभी
के फेस के पास चला गया ऑर भाभी को प्यार से किस करने लगा,,,भाभी भी बड़े प्यार से मुझे किस का रेस्पॉन्स देने
लगी ,,भाभी की किस मे भी आज एक अजीब एहसास था एक अजीब खुशी थी मुझे लग रहा था कि जैसे भाभी किस करते हुए
भी मुझे कुछ कह रही थी मुझे शुक्रिया बोल रही थी ,,मैं भी भाभी को उतने ही प्यार से किस का रेस्पॉन्स देते हुए
भाभी को तसल्ली दे रहा था,,,,,
कुछ देर बाद सूरज ने अपने लंड को भाभी की चूत से निकाला ऑर ज़मीन पर लेट गया ,,भाभी ने मुझे किस करना बंद
किया ऑर सूरज की तरफ देखने लगी तो मेरा ध्यान भी सूरज की तरफ गया आज उसके चेहरे पर भी खुशी सॉफ झलक रही थी
वो बहुत खुश था आज अपनी पत्नी को चोद कर ,,भाभी जल्दी से सोफे पर से उठी ऑर कुछ देर सूरज के नकली लंड को मूह मे
भरके चुस्ती हुई जल्दी से सूरज के उपर चढ़ गई ऑर नकली लंड को हाथ मे लेके अपनी चूत मे घुसा लिया ऑर अपने हाथ
सूरज की चेस्ट पर रख कर खुद के जिस्म को सूरज के लंड पर उछालने लगी ऑर नकली लंड को तेज़ी से अपनी चूत मे लेने
लगी ,,मैं अपने लंड को हाथ मे लेके सहला रहा था तभी सूरज ने भाभी को सर से पकड़ा ऑर अपने सर के करीब खींच
लिया ऑर भाभी के लिप्स को अपने लिप्स मे भरके किस करने लगा ऑर साथ ही मुझे देखते हुए अपने हाथ से इशारा करने लगा
पीछे से भाभी की गान्ड मारने का मैं भी जल्दी ही भाभी के पीछे चला गया ऑर ज़मीन पर घुटनो के बल बैठ गया ऑर
अपने लंड को हाथ मे लेके थोड़ा थूक लगा कर भाभी की गान्ड के होल पर रख दिया तभी सूरज ने अपने हाथ भाभी
की गान्ड पर रखे ऑर भाभी की गान्ड को दोनो तरफ खींच कर खोल दिया जिस से गान्ड का होल ज्याद खुल गया ऑर मैने
अपने लंड की हल्के धक्के के साथ भाभी की गान्ड मे उतार दिया ,,भाभी की गान्ड बहुत टाइट थी लंड थोड़ा ही अंदर
गया था कि भाभी के मूह से हल्की चीख निकल गई ,,चीख तेज थी लेकिन भाभी के लिप्स सूरज के लिप्स मे क़ैद थे इसलिए
भाभी ज़्यादा तेज नही चिल्ला सकी ,,,मैने लंड को हलके से पीछे करके बाहर निकाला ऑर खूब सारा थूक लगा लिया ऑर इतने मे
सूरज ने भाभी की गान्ड को ऑर भी ज़्यादा खोल दिया ऑर मैने वापिस अपने लंड को गान्ड के होल पर रखा ओर हल्का सा ज़ोर
लगा कर अपने लंड को वापिस गान्ड मे घुसा दिया तभी भाभी ने अपने लिप्स को सूरज के लिप्स से अलग किया ऑर ज़ोर से चिल्लाने
लगी,,,,
अहह उूुुउऊहह म्माआरररर गगययईीीई माआआअ ब्बाहहाररर
ननीककाल्लू इस्ककू सुउउन्नयी भ्हुत्त् दार्र्द्द हहूओ र्राहहा हहाइईइ हहयइीई माआआआ किट्थन्ना ब्बाददाअ
हहाइी त्तीर्राआ आहह ब्बाहहर्रा ननीककालूओ ईसस्क्कूव आहह तभी सूरज ने भाभी के सर को पकड़ा
ऑर नीचे करके भाभी को वापिस किस करने लगा ऑर भाभी की आवाज़ को बंद करने की कोशिश करने लगा ऑर साथ ही मुझे
हाथ से इशारा करते हुए लंड पेलने के बोलने लगा मैने भी अपने हाथ भाभी की गान्ड पर रखे ऑर खुद को अड्जस्ट
करते हुए अपने लंड को ज़ोर लगा कर पूरा का पूरा भाभी की गान्ड मे घुसा दिया ,,भाभी का जिस्म झटके खाने लगा ऑर
वो मुझे रोकने की कोशिश करने लगी लेकिन सूरज ने भाभी की पीठ को कस्के अपनी बाहों मे भर लिया ऑर भाभी के लिप्स
को अपने लिप्स मे जकड कर किस करता रहा ,,,मैं समझ गया कि सूरज भी चाहता है कि मैं नही रुकु ऑर भाभी की गान्ड
मारता रहूं ऑर मैने भी वैसा ही किया ऑर भाभी की कमर को पकड़ कर अपनी स्पीड तेज करने लगा ऑर बीच बीच मे अपने
लंड पर थूक भी देता जिस से लंड चिकना हो जाता ,,,
भाभी कुछ देर तो चिल्लाती रही लेकिन जल्दी ही भाभी को मज़ा आने लगा ऑर भाभी तोड़ा शांत हो गई ऑर हिलना जुलना बंद
करके सूरज को किस का रेस्पॉन्स देने लगी ,,मैने भी देखा कि अब भाभी को मज़ा आने लगा तो मैने स्पीड थोड़ी तेज करदी
,,भाभी की गान्ड इतनी टाइट थी कि मुझे लग रहा था कि मैं अपने दोनो हाथों से अपने लंड को कस्के मुट्ठी मे भरके
मूठ मार रहा हूँ ,,मुझे बहुत ज़्यादा मज़ा आ रहा था ऑर ऐसा लग रहा था कि अब मेरा कुछ ही देर मे पानी निकलने
वाला है मैं तेज़ी से भाभी को चोदता रहा ऑर भाभी भी मस्ती मे सूरज की किस करती रही,,,,सूरज भी भाभी की पीठ को
अपनी बाहों मे कस्के तेज़ी से अपनी कमर को ज़मीन से उछाल उछाल कर भाभी की चूत मे नकली लंड पेल रहा था
भाभी से भी ये डबल मज़ा कंट्रोल नही हुआ ऑर भाभी तेज़ी से सिसकियाँ भरने लगी मैं भी समझ गया ऑर सूरज भी
समझ गया कि भाभी अब झड़ने वाली है तो सूरज ने अपनी स्पीड तेज करदी ऑर मैने भी क्यूकी मैं भी बस झड़ने ही वाला
था क्यूकी भाभी की गान्ड बहुत ज़्यादा टाइट थी ,,,मुझे ऐसा ही लग रहा था कि मैं गान्ड नही मार रहा बल्कि अपने दोनो
हाथों से मूठ मार रहा हूँ,,,,,
भी औरत की गान्ड से ज़्यादा मस्त आग लग रही थी मुझे,,,,उसकी पतली कमर को देख कर कोई भी नही कह सकता था की इस टाइम
जो मेरे सामने झुका हुआ है वो लड़का है ,,क्यूकी वो इतना स्लिम ट्रिम था जैसे कोई लकड़ी,,,,मैं भी उसी फीलिंग मे उसकी पतली
करम को हाथ मे पकड़ कर तेज़ी से उसकी गांद मारने लगा ऑर सामने से भाभी भी अपनी कमर हिला हिला कर सूरज के मूह
को चोदने लगी,,,तभी ज़्यादा मस्ती मे सूरज ने अपने छोटे से लंड को हाथ मे ले लिया ,,हाथ मे क्या उंगली मे ले लिया ऑर
हलके से मूठ मारने लगा क्यूकी उसका लंड था ही इतना छोटा कि खड़ा होता तो भी 1 इंच का ही होता,,,उसने मस्ती मे अपने
लंड को अपनी उंगलियों से पकड़ा ऑर मूठ मारने लगा ,,,उस से ज़्यादा कंट्रोल नही हुआ ऑर वो जल्दी ही झड गया,,मैने टेबल पर
उसके स्पर्म को देखा तो वो एक दम पानी की तरह सॉफ था ,,,कोई रंग नही था उसका ,,,,वो तो मुझे पैशाब ही लग रहा था जो
ज़्यादा मस्ती की वजह से निकल गया था,,,,अपना खेल ख़तम होते ही सूरज ने अपने मूह से भाभी के लंड को निकाल दिया
ऑर टेबल पर आगे बढ़ कर मेरे लंड को भी अपनी गान्ड से निकाल लिया,,,लेकिन मेरा अभी तक कुछ नही हुआ था इसलिए मैने
सूरज को फिर से पकड़ने की कोशिश की लेकिन वो आगे हो गया ऑर तभी भाभी ने भी मुझे रोक दिया,,,ऑर मेरे करीब आके
मेरे लंड को मूह मे भर लिया ,,मुझे कुछ राहत मिली तो भाभी ने मुझे वापिस सोफे पर बिठा दिया,,,ऑर हल्के हलके लंड
को चूसने लगी,,,,
करीब 3-4 मिनिट तक भाभी मेरे लंड को चुस्ती रही तब तक सूरज भी नॉर्मल हो गया ऑर हम लोगो के करीब आ गया,,
तूने मुझे खुश कर दिया सन्नी अब तू मेरी बीवी के साथ मस्ती कर सकता है ऑर मेरी तरह उसको भी खुश कर सकता है,,,
नही सूरज भाई मैं अकेला नही हम दोनो मिलकर भाभी को खुश करते है आज,,,,,
लेकिन कैसे सन्नी,,,,
तभी मैने भाभी की कमर पर बँधे हुए स्ट्रॅप-ऑन की तरफ इशारा किया,,,,भाभी जल्दी से उठकर खड़ी हो गई ऑर स्ट्रॅप-ऑन
निकाल कर सूरज की कमर पर बाँधने लगी,,,,,जब स्ट्रॅप-ऑन सूरज की कमर पर बँध गया तो मैने देखा कि सूरज की
आँखों मे आँसू आ गये ,,वो आँसू खुशी के थे या गम के नही पता,,,शायद वो अपनी इस हालत पर गुम सूम हो गया कि
उसकी कमर पर नकली लंड था या शायद वो बहुत खुश हो गया ऑर नकली लंड को अपना असली लंड समझने लगा ऑर इसी खुशी
मे उसकी आँखें नम हो गई,,,,
तभी भाभी ने सूरज की नम आँखों को देखा ऑर सूरज के आँसू सॉफ करते हुए सूरज को किस करने लगी ऑर फिर वापिस
ज़मीन पर बैठ कर सूरज के नकली लंड को मूह मे भरके चूसने लगी ऑर साथ ही अपनी उंगली से सूरज की गान्ड को सहलाने
लगी,,,मैं सोफे पर बैठ कर ये सब देख रहा था ऑर कुछ टाइम के लिए मस्ती भूल कर थोड़ा भावुक हो गया था,,लेकिन
साथ साथ अपने लंड को हल्के से सहला भी रहा था,,,,तभी मैने देखा कि सूरज अपनी कमर को आगे पीछे करने लगा था
ऑर नकली लंड को भाभी के मूह मे घुसाने लगा था ,,उसको ऐसा लग रहा था जैसे वो अपने असली लंड से ऐसा कर रहा था
क्यूकी आज पहली बार था जब वो अपनी कमर को ऐसे हिला रहा था वर्ना तो उसने अपने पीछे खड़े लोगो की कमर को हिलते
ही देखा था ,,,ऑर ख़ासकर अपने बाप की कमर को जो पीछे खड़ा होके उसकी गान्ड मारता था,,,,,
मैं उन लोगो को तरफ देख ही रहा था कि भाबी उठी ऑर मेरे करीब आ गई ऑर मुझे सोफे पर लेटा दिया ऑर खुद भी सोफे पर
चढ़ गई ऑर सोफे पर झुक कर अपने सर को मेरे लंड के करीब करके कुटिया बन गई ऑर मेरे लंड को मूह मे लेके चूसने
लगी,,,,इतने मे उसने सूरज को हाथ से पकड़ा ऑर अपने पीछे कर दिया ऑर सूरज ने भी पीछे से अपने लंड को भाभी की चूत
मे घुसा दिया ऑर हल्के हलके धक्के मारने लगा , ,,पहले तो वो धीरे धीरे कर रहा था लेकिन जल्दी ही उसकी स्पीड तेज
हो गई और जैसे जैसे उसकी स्पीड तेज होने लगी वैसे वैसे भाभी को मस्ती चढ़ने लगी ऑर भाभी भी मेरे लंड को तेज़ी
से चूस्ते हुए अपने सर को उपर नीचे करने लगी,,,,,मैं आराम से लेट कर मज़ा लेने लगा,,,,मैने देखा कि भाभी मस्ती
मे मेरा लंड तो चूस रही थी लेकिन भाभी की आँखू मे भी आँसू थे लेकिन चहरे पर एक अजीब सकून ओर खुशी भी
थी भाभी मेरी तरफ अजीब नज़रो से देख रही थी ,,मुझे लगा कि भाभी मुझे थॅंक्स बोल रही है क्यूकी आज मेरी वजह
से शादी के 4 साल बाद उसका पति सूरज उसको चोद रहा था चाहे वो नकली लंड से ही चोद रहा था लेकिन यही नकली लंड
अब उसको अपने पति का असली लंड लग रहा था ,,मैने भाभी की आँखों से बहने वाले आँसू सॉफ किए ऑर उठकर भाभी
के फेस के पास चला गया ऑर भाभी को प्यार से किस करने लगा,,,भाभी भी बड़े प्यार से मुझे किस का रेस्पॉन्स देने
लगी ,,भाभी की किस मे भी आज एक अजीब एहसास था एक अजीब खुशी थी मुझे लग रहा था कि जैसे भाभी किस करते हुए
भी मुझे कुछ कह रही थी मुझे शुक्रिया बोल रही थी ,,मैं भी भाभी को उतने ही प्यार से किस का रेस्पॉन्स देते हुए
भाभी को तसल्ली दे रहा था,,,,,
कुछ देर बाद सूरज ने अपने लंड को भाभी की चूत से निकाला ऑर ज़मीन पर लेट गया ,,भाभी ने मुझे किस करना बंद
किया ऑर सूरज की तरफ देखने लगी तो मेरा ध्यान भी सूरज की तरफ गया आज उसके चेहरे पर भी खुशी सॉफ झलक रही थी
वो बहुत खुश था आज अपनी पत्नी को चोद कर ,,भाभी जल्दी से सोफे पर से उठी ऑर कुछ देर सूरज के नकली लंड को मूह मे
भरके चुस्ती हुई जल्दी से सूरज के उपर चढ़ गई ऑर नकली लंड को हाथ मे लेके अपनी चूत मे घुसा लिया ऑर अपने हाथ
सूरज की चेस्ट पर रख कर खुद के जिस्म को सूरज के लंड पर उछालने लगी ऑर नकली लंड को तेज़ी से अपनी चूत मे लेने
लगी ,,मैं अपने लंड को हाथ मे लेके सहला रहा था तभी सूरज ने भाभी को सर से पकड़ा ऑर अपने सर के करीब खींच
लिया ऑर भाभी के लिप्स को अपने लिप्स मे भरके किस करने लगा ऑर साथ ही मुझे देखते हुए अपने हाथ से इशारा करने लगा
पीछे से भाभी की गान्ड मारने का मैं भी जल्दी ही भाभी के पीछे चला गया ऑर ज़मीन पर घुटनो के बल बैठ गया ऑर
अपने लंड को हाथ मे लेके थोड़ा थूक लगा कर भाभी की गान्ड के होल पर रख दिया तभी सूरज ने अपने हाथ भाभी
की गान्ड पर रखे ऑर भाभी की गान्ड को दोनो तरफ खींच कर खोल दिया जिस से गान्ड का होल ज्याद खुल गया ऑर मैने
अपने लंड की हल्के धक्के के साथ भाभी की गान्ड मे उतार दिया ,,भाभी की गान्ड बहुत टाइट थी लंड थोड़ा ही अंदर
गया था कि भाभी के मूह से हल्की चीख निकल गई ,,चीख तेज थी लेकिन भाभी के लिप्स सूरज के लिप्स मे क़ैद थे इसलिए
भाभी ज़्यादा तेज नही चिल्ला सकी ,,,मैने लंड को हलके से पीछे करके बाहर निकाला ऑर खूब सारा थूक लगा लिया ऑर इतने मे
सूरज ने भाभी की गान्ड को ऑर भी ज़्यादा खोल दिया ऑर मैने वापिस अपने लंड को गान्ड के होल पर रखा ओर हल्का सा ज़ोर
लगा कर अपने लंड को वापिस गान्ड मे घुसा दिया तभी भाभी ने अपने लिप्स को सूरज के लिप्स से अलग किया ऑर ज़ोर से चिल्लाने
लगी,,,,
अहह उूुुउऊहह म्माआरररर गगययईीीई माआआअ ब्बाहहाररर
ननीककाल्लू इस्ककू सुउउन्नयी भ्हुत्त् दार्र्द्द हहूओ र्राहहा हहाइईइ हहयइीई माआआआ किट्थन्ना ब्बाददाअ
हहाइी त्तीर्राआ आहह ब्बाहहर्रा ननीककालूओ ईसस्क्कूव आहह तभी सूरज ने भाभी के सर को पकड़ा
ऑर नीचे करके भाभी को वापिस किस करने लगा ऑर भाभी की आवाज़ को बंद करने की कोशिश करने लगा ऑर साथ ही मुझे
हाथ से इशारा करते हुए लंड पेलने के बोलने लगा मैने भी अपने हाथ भाभी की गान्ड पर रखे ऑर खुद को अड्जस्ट
करते हुए अपने लंड को ज़ोर लगा कर पूरा का पूरा भाभी की गान्ड मे घुसा दिया ,,भाभी का जिस्म झटके खाने लगा ऑर
वो मुझे रोकने की कोशिश करने लगी लेकिन सूरज ने भाभी की पीठ को कस्के अपनी बाहों मे भर लिया ऑर भाभी के लिप्स
को अपने लिप्स मे जकड कर किस करता रहा ,,,मैं समझ गया कि सूरज भी चाहता है कि मैं नही रुकु ऑर भाभी की गान्ड
मारता रहूं ऑर मैने भी वैसा ही किया ऑर भाभी की कमर को पकड़ कर अपनी स्पीड तेज करने लगा ऑर बीच बीच मे अपने
लंड पर थूक भी देता जिस से लंड चिकना हो जाता ,,,
भाभी कुछ देर तो चिल्लाती रही लेकिन जल्दी ही भाभी को मज़ा आने लगा ऑर भाभी तोड़ा शांत हो गई ऑर हिलना जुलना बंद
करके सूरज को किस का रेस्पॉन्स देने लगी ,,मैने भी देखा कि अब भाभी को मज़ा आने लगा तो मैने स्पीड थोड़ी तेज करदी
,,भाभी की गान्ड इतनी टाइट थी कि मुझे लग रहा था कि मैं अपने दोनो हाथों से अपने लंड को कस्के मुट्ठी मे भरके
मूठ मार रहा हूँ ,,मुझे बहुत ज़्यादा मज़ा आ रहा था ऑर ऐसा लग रहा था कि अब मेरा कुछ ही देर मे पानी निकलने
वाला है मैं तेज़ी से भाभी को चोदता रहा ऑर भाभी भी मस्ती मे सूरज की किस करती रही,,,,सूरज भी भाभी की पीठ को
अपनी बाहों मे कस्के तेज़ी से अपनी कमर को ज़मीन से उछाल उछाल कर भाभी की चूत मे नकली लंड पेल रहा था
भाभी से भी ये डबल मज़ा कंट्रोल नही हुआ ऑर भाभी तेज़ी से सिसकियाँ भरने लगी मैं भी समझ गया ऑर सूरज भी
समझ गया कि भाभी अब झड़ने वाली है तो सूरज ने अपनी स्पीड तेज करदी ऑर मैने भी क्यूकी मैं भी बस झड़ने ही वाला
था क्यूकी भाभी की गान्ड बहुत ज़्यादा टाइट थी ,,,मुझे ऐसा ही लग रहा था कि मैं गान्ड नही मार रहा बल्कि अपने दोनो
हाथों से मूठ मार रहा हूँ,,,,,