hotaks444
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यहाँ पर कोई शर्म जैसी बात नही थी. सारे लेडी सेक्रेटरीस मुझ
से भी छ्होटे कपड़ों मे थे. उनके सामने तो मैं काफ़ी डीसेंट लग रही
थी. सारे मर्द छ्होटे स्वीमिंग कॉस्ट्यूम्स पहन रखे थे और नग्न
बदन थे. उनकी मसल देख कर किसी भी युवती का मन
ललचा जाए. राज जी इस उम्र मे भी अपने हेल्त का बहुत ख़याल
रखते थे. रोज सुबह जिम जाने के कारण उनका बदन काफ़ी कसा हुआ
था. उनके सीने से लग कर मैं बहुत चाहक रही थी. यहाँ देखने
या टोकने वाला कोई नही था.
हम काफ़ी देर तक स्विम्मिंग करते रहे. वहाँ हम कुत्च्छ कपल्स
मिलकर एक बॉल से खेल रहे थे. वहीं पर जर्मनी से आए हुए
हॅमिल्टन और उसकी सेक्सी सेक्रेटरी शशा से मुलाकात हुई. हम काफ़ी देर
तक उनके साथ खेलते रहे. शशा एक बहुत ही छ्होटी सी ब्रा और
पॅंटी पहन रखी थी. वो उन कपड़ों मे बहुत ही सेक्सी लग रही थी.
दूध के जैसी रंगत और सुनहरे बॉल उसे किसी परी जैसा लुक दे
रहे थे. उसका चेहरा बहुत ही खूबसूरत था. और उसके बूब्स इतने
सख़्त थे की लग रहा था उसने अपने सीने पर दो तरबूज बाँध रखे
हो.
हॅमिल्टन का कद काफ़ी लंबा था करीब 6'2". उसके पूरे बदन पर
सुनहरे घने रोएँ थे. सिर पर भी सुनहरे बॉल थे. हल्की सी
बेतरतीब बढ़ी दाढ़ी उसके व्यक्तित्व को और खूबसूरत बनती थी.
दोनो के बीच काफ़ी अंतरंगता थी. शशा तो बे झिझक उसको किस
करती उसके सीने पर अपने स्तनो को रगड़ती और कई बार तो उसने
हॅमिल्टन के लिंग को भी सब के सामने मसल दिया था. हॅमिल्टन भी
बीच बीच मे उसके ब्रा के अंदर हाथ डाल कर शशा के स्तनो को
मसल देता था. पॅरिस मे उन्मुक्त सेक्स का बोलबाला था. कोई अगर उस
जैसे पब्लिक प्लेस मे भी अपने साथी को नग्न कर देता और संभोग
करने लगता तो भी किसी की नज़र तक नही अटकती.
वहाँ स्विम्मिंग पूल पर ही कॉकटेल सर्व किया जा रहा था. मैने एक
ग्लास लिया और पास खड़े राज जी के होंठों से लगा दिया. राज
जी मेरी कमर को थाम कर मुझे अपने सीने से सटा लिए और
मेरे हाथों से ग्लास मे से कॉकटेल सीप करने लगे. उन्हों ने एक सीप
करने के बाद मेरे होंठों से ग्लास को सटा दिया. मैने कभी शराब
नही पीती. मगर उनके रिक्वेस्ट करने पर एक सीप उसमे से ली. मेरा
नग्न बदन उनके बदन से रगड़ खा रहा था. दोनो के नग्न बदन के
एक दूसरे से रगड़ खाने के कारण एक सिहरन सी पूरे बदन मे फैली
हुई थी.
जब राज जी ने अपने ग्लास को ख़त्म किया तो मैने ग्लास को पूल
के पास ज़मीन पर रख कर उनकी बाहों से निकल गयी और वापस
स्विम्मिंग पूल मे तैरने लगी. मुझे देख कर हॅमिल्टन भी मेरे साथ
तैरने लगा. जब मैं कुच्छ देर बाद दूसरे कोने पर पहुँची तो
हॅमिल्टन मेरे पास आकर मुझे खींच कर अपने सीने से लगा लिया.
" आइ एन्वी युवर एंप्लायर. वॉट ए सेक्सी डॅम्ज़ल ही हॅज़ फॉर ए सेक्रेटरी!"
उसने कहा और मुझे खींच कर अपने बदन से कस कर सटा लिया.
उसने अपने तपते होंठ मेरी होंठों पर रख दिए. और अपनी जीभ को
मेरे मुँह मे डालने के लिए ज़ोर लगाने लगा. मैं पहले पहले अपने
उपर हुए इस हमले से घबरा गयी थी, "म्म्म्मम" आवाज़ के साथ मैने
उसे ठेलने की कोशिश की मगर वहाँ का महॉल ही कुच्छ ऐसा था कि
मेरा विरोध कमजोर और छनिक ही रहा. कुच्छ ही देर मे मैने अपने
होंठों के बीच उसकी जीभ को प्रवेश करने के लिए जगह दे दी.
उसकी जीभ मेरे मुँह के एक एक कोने पर घूमाने लगा. मेरी जीभ के
साथ वो बल्ले कर रहा था.
ये देख कर शशा भी राजकुमार जी के पास सरक गयी और उनसे
लिपट कर उन्हे चूमने लगी. मैने उनकी ओर देखा तो शशा ने अपने
अंगूठे को हिला कर मुझे आगे बढ़ने का इशारा किया. हॅमिल्टन के
हाथ मेरे नितंबों को कस कर जाकड़ रखे थे. उसने मेरे नितंबों को
कस कर अपने लिंग पर दाब रखा था. उसके खड़े लिंग का आभास मुझे
मिल रहा था.
क्रमशः........................
से भी छ्होटे कपड़ों मे थे. उनके सामने तो मैं काफ़ी डीसेंट लग रही
थी. सारे मर्द छ्होटे स्वीमिंग कॉस्ट्यूम्स पहन रखे थे और नग्न
बदन थे. उनकी मसल देख कर किसी भी युवती का मन
ललचा जाए. राज जी इस उम्र मे भी अपने हेल्त का बहुत ख़याल
रखते थे. रोज सुबह जिम जाने के कारण उनका बदन काफ़ी कसा हुआ
था. उनके सीने से लग कर मैं बहुत चाहक रही थी. यहाँ देखने
या टोकने वाला कोई नही था.
हम काफ़ी देर तक स्विम्मिंग करते रहे. वहाँ हम कुत्च्छ कपल्स
मिलकर एक बॉल से खेल रहे थे. वहीं पर जर्मनी से आए हुए
हॅमिल्टन और उसकी सेक्सी सेक्रेटरी शशा से मुलाकात हुई. हम काफ़ी देर
तक उनके साथ खेलते रहे. शशा एक बहुत ही छ्होटी सी ब्रा और
पॅंटी पहन रखी थी. वो उन कपड़ों मे बहुत ही सेक्सी लग रही थी.
दूध के जैसी रंगत और सुनहरे बॉल उसे किसी परी जैसा लुक दे
रहे थे. उसका चेहरा बहुत ही खूबसूरत था. और उसके बूब्स इतने
सख़्त थे की लग रहा था उसने अपने सीने पर दो तरबूज बाँध रखे
हो.
हॅमिल्टन का कद काफ़ी लंबा था करीब 6'2". उसके पूरे बदन पर
सुनहरे घने रोएँ थे. सिर पर भी सुनहरे बॉल थे. हल्की सी
बेतरतीब बढ़ी दाढ़ी उसके व्यक्तित्व को और खूबसूरत बनती थी.
दोनो के बीच काफ़ी अंतरंगता थी. शशा तो बे झिझक उसको किस
करती उसके सीने पर अपने स्तनो को रगड़ती और कई बार तो उसने
हॅमिल्टन के लिंग को भी सब के सामने मसल दिया था. हॅमिल्टन भी
बीच बीच मे उसके ब्रा के अंदर हाथ डाल कर शशा के स्तनो को
मसल देता था. पॅरिस मे उन्मुक्त सेक्स का बोलबाला था. कोई अगर उस
जैसे पब्लिक प्लेस मे भी अपने साथी को नग्न कर देता और संभोग
करने लगता तो भी किसी की नज़र तक नही अटकती.
वहाँ स्विम्मिंग पूल पर ही कॉकटेल सर्व किया जा रहा था. मैने एक
ग्लास लिया और पास खड़े राज जी के होंठों से लगा दिया. राज
जी मेरी कमर को थाम कर मुझे अपने सीने से सटा लिए और
मेरे हाथों से ग्लास मे से कॉकटेल सीप करने लगे. उन्हों ने एक सीप
करने के बाद मेरे होंठों से ग्लास को सटा दिया. मैने कभी शराब
नही पीती. मगर उनके रिक्वेस्ट करने पर एक सीप उसमे से ली. मेरा
नग्न बदन उनके बदन से रगड़ खा रहा था. दोनो के नग्न बदन के
एक दूसरे से रगड़ खाने के कारण एक सिहरन सी पूरे बदन मे फैली
हुई थी.
जब राज जी ने अपने ग्लास को ख़त्म किया तो मैने ग्लास को पूल
के पास ज़मीन पर रख कर उनकी बाहों से निकल गयी और वापस
स्विम्मिंग पूल मे तैरने लगी. मुझे देख कर हॅमिल्टन भी मेरे साथ
तैरने लगा. जब मैं कुच्छ देर बाद दूसरे कोने पर पहुँची तो
हॅमिल्टन मेरे पास आकर मुझे खींच कर अपने सीने से लगा लिया.
" आइ एन्वी युवर एंप्लायर. वॉट ए सेक्सी डॅम्ज़ल ही हॅज़ फॉर ए सेक्रेटरी!"
उसने कहा और मुझे खींच कर अपने बदन से कस कर सटा लिया.
उसने अपने तपते होंठ मेरी होंठों पर रख दिए. और अपनी जीभ को
मेरे मुँह मे डालने के लिए ज़ोर लगाने लगा. मैं पहले पहले अपने
उपर हुए इस हमले से घबरा गयी थी, "म्म्म्मम" आवाज़ के साथ मैने
उसे ठेलने की कोशिश की मगर वहाँ का महॉल ही कुच्छ ऐसा था कि
मेरा विरोध कमजोर और छनिक ही रहा. कुच्छ ही देर मे मैने अपने
होंठों के बीच उसकी जीभ को प्रवेश करने के लिए जगह दे दी.
उसकी जीभ मेरे मुँह के एक एक कोने पर घूमाने लगा. मेरी जीभ के
साथ वो बल्ले कर रहा था.
ये देख कर शशा भी राजकुमार जी के पास सरक गयी और उनसे
लिपट कर उन्हे चूमने लगी. मैने उनकी ओर देखा तो शशा ने अपने
अंगूठे को हिला कर मुझे आगे बढ़ने का इशारा किया. हॅमिल्टन के
हाथ मेरे नितंबों को कस कर जाकड़ रखे थे. उसने मेरे नितंबों को
कस कर अपने लिंग पर दाब रखा था. उसके खड़े लिंग का आभास मुझे
मिल रहा था.
क्रमशः........................