hotaks444
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कुछ देर के लिए सलोनी ने अपना हाथ नेहा के योनि प्रदेश से हटाया और अपनी जीन्स उतारने लगी और मेरी तरफ देखकर बोली-“ निशा तुझे इसके साथ किए गये खेल से कुछ ज़्यादा ही उत्तेजना हो रही है…….ऐसा कर नेहा के साथ आगे का गेम तू खेल.और मैं यहाँ बैठ कर उसका मज़ा लेती हूँ.”
मैं चेर से उठी और नेहा के पास जाकर उसके सेक्सी बदन को मोलेस्ट करने की नीयत से इनस्पेक्ट करने लगी-नेहा के पास ही एक चेर पर मैं बैठ गयी और अपनी टांगे फैलाकर एक हाथ से अपने योनि प्रदेश को सहलाने लगी दूसरे हाथ से मैने जैसे ही नेहा के चिकने सुडौल नितंबो को सहलाया,वो एकदम बोल पड़ी-“ मॅम..यह मेरे नितंब हैं……”
मेरे हाथ फिसलकर उसकी जांघों पर आ गये और वो बोल पड़ी-“ मॅम.यह मेरी जाँघ हैं.”
मैने भी कब तक इंतेज़ार करती..अपने हाथ को आख़िर उसके योनि प्रदेश पर ले गयी और उसे दबाने सहलाने लगी-नेहा इस बार भी कुछ नही बोली और इस बार उठकर मुझे भी उसे स्लॅप करना पड़ा-“ बोल……मेरी सेक्स स्लेव…जल्दी जल्दी बोल…….बोलना तो पड़ेगा ही……….जितना देर से बोलेगी…..उतने ज़्यादा स्लॅप लगेंगे………” यह कहकर मैने फिर से उसके योनि प्रदेश पर अपना हाथ फिराना शुरू कर दिया.
इस बार नेहा लगभग रोते हुए बोली-“मॅम……..यह मेरा योनि प्रदेश है…………”
“कौन सा प्रदेश है…………? “ सलोनी जो दूर चेर पर बैठी हुई यह सब देख रही थी,नेहा को और अधिक ह्युमिलियेट करने के लिए बोली-“ फिर से बोल…..सुनाई नही दिया.”
नेहा ने सलोनी की तरफ देखा और बोली- “ मॅम …….यह मेरा योनि प्रदेश है……….” कहने के साथ ही उसके योनि प्रदेश से पानी बहकर बाहर आने लगा…….मेरे अपने योनि प्रदेश का भी हाल कुछ ऐसा ही हो रहा था…….मैने उसे हुक्म देते हुए कहा-“ चलो नीचे बैठ जाओ…”
नेहा घुटनो के बाल नीचे बैठ गयी-उसने अपने हाथ नीचे करने की कोशिश की तो सलोनी ने टोक दिया- “ हाथ उपर उठा कर रखो- उस पोज़ मे ही ज़्यादा सेक्सी लग रही हो ! “ और नेहा को एक बार फिर से अपने हाथ उपर उठाने पड़े.
“चलो अपनी जीभ से इसे चॅटो…….” मैने अपने योनि प्रदेश की तरफ इशारा करते हुए नेहा को हुक्म दिया और नेहा ने अपनी जीभ मेरी योनि पर फिरानी शुरू कर दी-मैं मानो स्वर्ग मे पहुँच गयी थी-मेरी योनि मे से पानी जैसा निकल रहा था-उसे नेहा चाट रही थी.
यह सब रंगरेलियाँ करते- करते कब रात के 12 बाज गये इसका पता हम लोगों को तब चला जब कमरे के दरवाज़े को किसी ने खटखटाया….
kramshah...............................
मैं चेर से उठी और नेहा के पास जाकर उसके सेक्सी बदन को मोलेस्ट करने की नीयत से इनस्पेक्ट करने लगी-नेहा के पास ही एक चेर पर मैं बैठ गयी और अपनी टांगे फैलाकर एक हाथ से अपने योनि प्रदेश को सहलाने लगी दूसरे हाथ से मैने जैसे ही नेहा के चिकने सुडौल नितंबो को सहलाया,वो एकदम बोल पड़ी-“ मॅम..यह मेरे नितंब हैं……”
मेरे हाथ फिसलकर उसकी जांघों पर आ गये और वो बोल पड़ी-“ मॅम.यह मेरी जाँघ हैं.”
मैने भी कब तक इंतेज़ार करती..अपने हाथ को आख़िर उसके योनि प्रदेश पर ले गयी और उसे दबाने सहलाने लगी-नेहा इस बार भी कुछ नही बोली और इस बार उठकर मुझे भी उसे स्लॅप करना पड़ा-“ बोल……मेरी सेक्स स्लेव…जल्दी जल्दी बोल…….बोलना तो पड़ेगा ही……….जितना देर से बोलेगी…..उतने ज़्यादा स्लॅप लगेंगे………” यह कहकर मैने फिर से उसके योनि प्रदेश पर अपना हाथ फिराना शुरू कर दिया.
इस बार नेहा लगभग रोते हुए बोली-“मॅम……..यह मेरा योनि प्रदेश है…………”
“कौन सा प्रदेश है…………? “ सलोनी जो दूर चेर पर बैठी हुई यह सब देख रही थी,नेहा को और अधिक ह्युमिलियेट करने के लिए बोली-“ फिर से बोल…..सुनाई नही दिया.”
नेहा ने सलोनी की तरफ देखा और बोली- “ मॅम …….यह मेरा योनि प्रदेश है……….” कहने के साथ ही उसके योनि प्रदेश से पानी बहकर बाहर आने लगा…….मेरे अपने योनि प्रदेश का भी हाल कुछ ऐसा ही हो रहा था…….मैने उसे हुक्म देते हुए कहा-“ चलो नीचे बैठ जाओ…”
नेहा घुटनो के बाल नीचे बैठ गयी-उसने अपने हाथ नीचे करने की कोशिश की तो सलोनी ने टोक दिया- “ हाथ उपर उठा कर रखो- उस पोज़ मे ही ज़्यादा सेक्सी लग रही हो ! “ और नेहा को एक बार फिर से अपने हाथ उपर उठाने पड़े.
“चलो अपनी जीभ से इसे चॅटो…….” मैने अपने योनि प्रदेश की तरफ इशारा करते हुए नेहा को हुक्म दिया और नेहा ने अपनी जीभ मेरी योनि पर फिरानी शुरू कर दी-मैं मानो स्वर्ग मे पहुँच गयी थी-मेरी योनि मे से पानी जैसा निकल रहा था-उसे नेहा चाट रही थी.
यह सब रंगरेलियाँ करते- करते कब रात के 12 बाज गये इसका पता हम लोगों को तब चला जब कमरे के दरवाज़े को किसी ने खटखटाया….
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