hotaks444
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मेरे सीने पर सर रखे भारती आँसू बहाते बहाते सो गयी. उसके चेहरे पे एक शूकून था .. उसके आँसुओं ने उसके अंदर के सारे दुख दर्द धो डाले थे ..अब वो अकेली नहीं थी ... मैं जानता था सिर्फ़ यह अहसास उसके लिए कितना बड़ा सहारा था ..और मेरे लिए इसे क़ायम रखना कितना मुश्किल और ज़िम्मेदारी वाली बात थी..क्या मैं इसे निभा सकूँगा..??
मैं उसे देखता रहा ..और फिर उसके होंठ चूम लिए , उसे बाहों में ले कर कहा "भारती ..आइ लव यू ..ओह मेरी जान मैं तुम से बहुत प्यार करता हूँ ..."
भारती की आँखें खूल गयीं ..उसके चेहरे पे एक शरारती मुस्कान थी...उस ने कहा " तुम ने कुछ कहा ..?? "
"हां ..भारती ..मैने कुछ कहा ... फिर से सुन ना चाहोगी ..?? "
"फिर से ..?? मेरा वश चले तो मैं सारी जिंदगी गुज़ार दूं प्रीतू तुम्हारी बातें सूनते सूनते ..बोलो ना जानू क्या बोल रहे थे ..प्ल्ज़्ज़ बोलो ना..??"
मैने उसके चेहरे को अपनी हथेली से थाम लिया , उसकी आँखों मे एक टक देखते हुए कहा
"भारती ..आइ लव यू ...मैं तुम्हें बहोत प्यार करता हूँ .."" और मैं उसके चेहरे को और करीब ले आया , उसके होंठ चूमता जाता ..और कहता जाता "भारती आइ लव यू ..आइ लव यू .....ऊओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह भारती ..मेरी भारती .."
"बस ..बस जानू ...बस अब और कहने सुन ने की ज़रूरत नहीं ... " और उस ने अपनी आँखें बंद कर लीं ... और कहना जारी रखा " मैं महसूस कर रही हूँ मेरी जान ... मैं यह तीन लफ्ज़ रोज़ ही सूनती हूँ ... पर कितने खोखले होते हैं औरों के मुँह से यह शब्द ... पर आज तुम्हारे मुँह से इन्ही शब्दो ने मुझे छू लिया है ...यह शब्द मेरे सूखे जीवन में अमृत के समान हैं मेरे राजा ...मेरा तो जीवन सफल हो गया ...एक बात बोलूं ..??'"
"ह्म्म्म्म .बोलो ना .."
" " मैं तो कब से जानती हूँ ... "
" पर कैसे .." मैने हैरान होते हुए पूछा
"तुम्हारे लौडे का हर धक्का चीख चीख के कहता है प्रीतू ..तुम मुझ से कितना प्यार करते हो .. लौडे के धक्के में मेरे लिए कितना प्यार होता है मैं ही महसूस कर सकती हूँ , और कोई नहीं .. और आज तुम ने अपने मुँह से भी यह बात कह दी .... मैं बहोत किस्मत वाली हूँ प्रीतू ...मैं तुम्हें प्यार ही नहीं मेरे राजा मैं तुम्हें पूजती हूँ ...तुम मेरे भगवान हो ...मेरे भगवान मेरी पूजा में कोई कमी होगी तो मुझे माफ़ कर देना ... मैं गँवार हूँ ना .. बेवक़ूफ़ हूँ .."
"हां .. भारती यह तो है ..पर तुम भी तो अपने आप को पूरे का पूरा मेरे हवाले कर देती हो ना ..तुम्हें चोदने में मुझे ऐसा महसूस होता है भारती के मैं सिर्फ़ तुम्हारी चूत ही नहीं ..बल्कि अपनी भारती को चोद रहा हूँ , तुम पूरी तरेह से , अपनी पूरी आत्मा से मुझ से चुदवाती हो ...ऊहह तभी तो मैं कितनी जल्दी झाड़ जाता हूँ तुम्हारे साथ ..."
"जानते हो प्रीतू ..?? " उस ने मेरे लंड पर हाथ रखते हुए कहा , जो अब तक इतनी प्यार भरी बातों से कुछ फूल गया था ..अकड़ रहा था ..अपना सर उठा रहा था ..
"क्या मेरी रानी .." मैने सिहरते हुए कहा...
"देखो ना ..तुम्हारा लॉडा काफ़ी लोगों से लंबा और मोटा है ..पर जब तुम इसे मेरी चूत में डालते हो ना ..तो मुझे यह कभी महसूस नहीं होता के तुम मुझ पर हावी होना चाहते हो..अपने मोटे लौडे का ज़ोर दीखाना चाहते हो .. मुझे ऐसा महसूस होता है तुम मुझे इसका मज़ा देना चाहते हो..मज़ा लेना चाहते हो ...चुदाई में एक दूसरे को नीचा दीखने वाली बात नहीं होती ..बल्कि एक दूसरे को ज़्यादे से ज़्यादा मज़ा देनेवाली बात आ जाती है ..बोलो ना अगर हम प्यार नहीं करते तो ऐसी बात कभी नहीं आती ...है ना..??" और उस ने मेरे लंड को अपने हथेली से बड़े प्यार से भींचते हुए चूमने लगी "देखो ना मेला प्याला प्याला मुन्ना ..मेरा बच्चा कैसा फुदक रहा है ..मेरे हाथों में .." और उसके चूसने और जीभ फिराने में और तेज़ी और उतावलापन आ गया था..
मैं सीहर उठा ..कांप उठा उसकी इन हरकतों से ...मेरे लौडे से प्री-कम निकलते जा रहे थे ,,और वो उन्हें चूस्ति जा रही थी ..
"प्रीतू ..?? मैं तुम्हें अपनी शरीर के अलावा तो कुछ और क्या दे सकती हूँ ..देखो मैं जो आज तुम्हें दूँगी ...उसे ले लेना मेरे राजा ..मना मत करना ...और मैने आज तक इसे किसी को नहीं दिया ..लगता है भगवान ने इसे तुम्हारे लिए ही आज तक बचा रखा था ..और आगे भी इस पर सिर्फ़ तुम्हारा हक़ रहेगा .."
मैं सोच में पड़ गया ..आख़िर भारती के पास ऐसी क्या चीज़ है ...एक कॉल गर्ल जिसके शरीर के हर अंग को लोग नोचते खसोटते हैं ...निचोड़ लेते हैं बेरहमी से ..पर आज तक उस ने उनकी गंदी नज़रों से इसे बचा कर रखा ..??
मैं उसे देखता रहा ..और फिर उसके होंठ चूम लिए , उसे बाहों में ले कर कहा "भारती ..आइ लव यू ..ओह मेरी जान मैं तुम से बहुत प्यार करता हूँ ..."
भारती की आँखें खूल गयीं ..उसके चेहरे पे एक शरारती मुस्कान थी...उस ने कहा " तुम ने कुछ कहा ..?? "
"हां ..भारती ..मैने कुछ कहा ... फिर से सुन ना चाहोगी ..?? "
"फिर से ..?? मेरा वश चले तो मैं सारी जिंदगी गुज़ार दूं प्रीतू तुम्हारी बातें सूनते सूनते ..बोलो ना जानू क्या बोल रहे थे ..प्ल्ज़्ज़ बोलो ना..??"
मैने उसके चेहरे को अपनी हथेली से थाम लिया , उसकी आँखों मे एक टक देखते हुए कहा
"भारती ..आइ लव यू ...मैं तुम्हें बहोत प्यार करता हूँ .."" और मैं उसके चेहरे को और करीब ले आया , उसके होंठ चूमता जाता ..और कहता जाता "भारती आइ लव यू ..आइ लव यू .....ऊओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह भारती ..मेरी भारती .."
"बस ..बस जानू ...बस अब और कहने सुन ने की ज़रूरत नहीं ... " और उस ने अपनी आँखें बंद कर लीं ... और कहना जारी रखा " मैं महसूस कर रही हूँ मेरी जान ... मैं यह तीन लफ्ज़ रोज़ ही सूनती हूँ ... पर कितने खोखले होते हैं औरों के मुँह से यह शब्द ... पर आज तुम्हारे मुँह से इन्ही शब्दो ने मुझे छू लिया है ...यह शब्द मेरे सूखे जीवन में अमृत के समान हैं मेरे राजा ...मेरा तो जीवन सफल हो गया ...एक बात बोलूं ..??'"
"ह्म्म्म्म .बोलो ना .."
" " मैं तो कब से जानती हूँ ... "
" पर कैसे .." मैने हैरान होते हुए पूछा
"तुम्हारे लौडे का हर धक्का चीख चीख के कहता है प्रीतू ..तुम मुझ से कितना प्यार करते हो .. लौडे के धक्के में मेरे लिए कितना प्यार होता है मैं ही महसूस कर सकती हूँ , और कोई नहीं .. और आज तुम ने अपने मुँह से भी यह बात कह दी .... मैं बहोत किस्मत वाली हूँ प्रीतू ...मैं तुम्हें प्यार ही नहीं मेरे राजा मैं तुम्हें पूजती हूँ ...तुम मेरे भगवान हो ...मेरे भगवान मेरी पूजा में कोई कमी होगी तो मुझे माफ़ कर देना ... मैं गँवार हूँ ना .. बेवक़ूफ़ हूँ .."
"हां .. भारती यह तो है ..पर तुम भी तो अपने आप को पूरे का पूरा मेरे हवाले कर देती हो ना ..तुम्हें चोदने में मुझे ऐसा महसूस होता है भारती के मैं सिर्फ़ तुम्हारी चूत ही नहीं ..बल्कि अपनी भारती को चोद रहा हूँ , तुम पूरी तरेह से , अपनी पूरी आत्मा से मुझ से चुदवाती हो ...ऊहह तभी तो मैं कितनी जल्दी झाड़ जाता हूँ तुम्हारे साथ ..."
"जानते हो प्रीतू ..?? " उस ने मेरे लंड पर हाथ रखते हुए कहा , जो अब तक इतनी प्यार भरी बातों से कुछ फूल गया था ..अकड़ रहा था ..अपना सर उठा रहा था ..
"क्या मेरी रानी .." मैने सिहरते हुए कहा...
"देखो ना ..तुम्हारा लॉडा काफ़ी लोगों से लंबा और मोटा है ..पर जब तुम इसे मेरी चूत में डालते हो ना ..तो मुझे यह कभी महसूस नहीं होता के तुम मुझ पर हावी होना चाहते हो..अपने मोटे लौडे का ज़ोर दीखाना चाहते हो .. मुझे ऐसा महसूस होता है तुम मुझे इसका मज़ा देना चाहते हो..मज़ा लेना चाहते हो ...चुदाई में एक दूसरे को नीचा दीखने वाली बात नहीं होती ..बल्कि एक दूसरे को ज़्यादे से ज़्यादा मज़ा देनेवाली बात आ जाती है ..बोलो ना अगर हम प्यार नहीं करते तो ऐसी बात कभी नहीं आती ...है ना..??" और उस ने मेरे लंड को अपने हथेली से बड़े प्यार से भींचते हुए चूमने लगी "देखो ना मेला प्याला प्याला मुन्ना ..मेरा बच्चा कैसा फुदक रहा है ..मेरे हाथों में .." और उसके चूसने और जीभ फिराने में और तेज़ी और उतावलापन आ गया था..
मैं सीहर उठा ..कांप उठा उसकी इन हरकतों से ...मेरे लौडे से प्री-कम निकलते जा रहे थे ,,और वो उन्हें चूस्ति जा रही थी ..
"प्रीतू ..?? मैं तुम्हें अपनी शरीर के अलावा तो कुछ और क्या दे सकती हूँ ..देखो मैं जो आज तुम्हें दूँगी ...उसे ले लेना मेरे राजा ..मना मत करना ...और मैने आज तक इसे किसी को नहीं दिया ..लगता है भगवान ने इसे तुम्हारे लिए ही आज तक बचा रखा था ..और आगे भी इस पर सिर्फ़ तुम्हारा हक़ रहेगा .."
मैं सोच में पड़ गया ..आख़िर भारती के पास ऐसी क्या चीज़ है ...एक कॉल गर्ल जिसके शरीर के हर अंग को लोग नोचते खसोटते हैं ...निचोड़ लेते हैं बेरहमी से ..पर आज तक उस ने उनकी गंदी नज़रों से इसे बचा कर रखा ..??