hotaks444
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जैसे-2 सीमा के हाथ अमन के घुटनों के तरफ बढ़ रहे थे अमन के जिस्म में मस्ती के लहर दौड़ जाती अमन को समझ में नही आ रहा था कि उसे क्या हो रहा है सीमा की साड़ी का पल्लू खिसक कर नीचे गिर गया था उसकी बड़ी-2 चुचियाँ कसी हुई ब्लाउस में नज़र आ रही थी आज तक अमन ने ऐसा नज़ारा नही देखा था उसके अंडरवेर में हलचल होने लगी सीमा ने थोड़ा सा तेल हाथ में ले लिया और उसकी जाँघो की मालिश करने लगी अमन के जिस्म में करेंट दौड़ गया उसका लंड अंडर वेअर में झटके खाने लगा सीमा के हाथ अमन के जाँघो की मालिश कर रही थी अमन का लंड एक दम के खड़ा हो गया ब्लाउस से झलकती चुचियाँ अमन को उत्तेजित करने के लिए काफ़ी थी और अमन का 7 इंच का लंड एक दम लोहे की रोड की तरह अंडरवेर को फुला कर खड़ा हो गया सीमा की नज़र अमन के फूले हुए अंडरवेर पर पड़ी वो एक दम से हैरान हो गयी सीमा का दिल जोरो से धड़कने लगा जांघों के मालिश करते -2 उसकी नज़र बार अमन के खड़े लंड पर जाकर अटक जाती उसकी चूत में हलचल होने लगी सीमा ने नज़रें नीचे कर ली और कनखियों से बार उसके फूले हुए अंडरवेर के उभार को देख रही थी सीमा का ध्यान अपनी चुचियों पर गया जिसे बबलू भी चोर निगाहो से देख रहा था ब्लाउस में क़ैद उसकी आधी चुचियाँ नज़र आ रही थी सीमा के हाथ बबलू के जाँघो के काफ़ी ओपपेर तक जाने लगे थे सीमा भी गर्म होने लगी थी एक बार तो सीमा की उंगलियाँ अमन के लंड को उसके अंडरवेर के ऊपर से छू गये
अमन: बस मौसी हो गया अब में नहाने जाता हूँ
सीमा: हूँ ठीक है
जैसे उसका कोई ख्वाब टूट गया हो सीमा खड़ी हो गयी उसकी साँसे बहुत तेज़ी से चल रही थी सीमा के सारी का पल्लू फर्श पर गिरा हुआ था उसकी चुचियाँ ब्लाउस में ऊपर नीचे हो रही थी अमन खड़ा उसकी चुचियों को घूर रहा था तभी सीमा को अहसास हुआ कि वो इस हालत में खड़ी है सीमा ने जल्दी से अपना पल्लू ठीक किया और बाहर चली गयी अमन कुछ देर वैसे ही सुन्न खड़ा रहा उसे समझ नही आ रहा था उसके साथ आज हो क्या रहा है उसका ध्यान अपने अंडरवेर पर गया जो कि लंड खड़े होने के कारण फूला हुआ था अमन मन में सोचने लगा कि मौसी उसके बारे में क्या सोच रही होगी
उधर सीमा अपने कमरे में आ कर बेड पर बैठ गये और सोचने लगी हे भगवान ये मुझे क्या हो गया था में ऐसे कैसे कर सकती हूँ अमन मेरे बारे में क्या सोच रहा हो गा आख़िर अभी वो बच्चा है में कैसे बहक गयी शायद सारा कसूर मेरा है कुछ देर बैठे रहने के बाद सीमा नॉर्मल हो गयी और किचन में आकर दोपहर के खाने के तैयारी करने लगी सीमा का ध्यान में बार-2 अमन का खड़ा हुआ लंड सामने आ रहा था ना चाहते हुए भी सीमा वो सीन याद करके गर्म हो रही थी और बीच-2 में अपने आप को कोस रही थी सीमा की शादी को 8 साल हो चुके थे और अभी तक उसका कोई बच्चा नही था ज्सिके कारण उसका पति उसे काफ़ी निराश हो गया था और वो जब साल में एक दो बार घर आता तो दोनो में बहुत कम सेक्स होता जिसके कारण सीमा की जवानी का मज़ा खराब हो रहा था आज अमन के खड़े लंड ने उसे फिर से चुदासी बना दिया था उधर अमन भी नहा दो कर फ्रेश हो गया था और अकेला कमरे में बोर हो रहा था इसलिए अमन कमरे से निकल कर बाहर आ गया और किचन में चला गया यहाँ उसकी मौसी आटा गूँथ रही थी सीमा ज़मीन पर बैठ कर आटा गूँथ रही थी उसने अपने सारी और पेटिकॉट को अपने घुटनो तक चढ़ा रखा था उसकी एक टाँग नीचे थी और एक घुटने से मोडी हुई थी अमन को देख कर सीमा बोली आओ अमन क्या कर रहे हो
अमन; कुछ नही में अकेला बोर हो रहा था
सीमा:अच्छा किया जाओ बाहर से कुर्सी ले आओ और यहीं बैठ जाओ हम बातें करते है
अमन बाहर चला गया और एक कुर्सी लाकर सीमा के सामने बैठ गया
आटा गूँथते -2 सीमा के साड़ी और उसका पेटिकॉट घुटनो से थोड़ा ऊपर तक चढ़ चुका था दोनो टाँगों में काफ़ी गॅप था जिसके कारण उसकी पैंटी सॉफ नज़र आ रही थी दोनो आपस में बातें कर रहे थे एका एक अमन का ध्यान सीमा की फैली हुई जाँघो के बीच चला गया अमन का मन फिर से ज़ोर से धड़कने लगा उसकी आँखें सीमा की वाइट कलर की वी शेप पैंटी पर जम गयी सीमा की चूत की झांटें पैंटी के बाहर आ रही थी एक बार फिर अमन का लंड धीरे -2 खड़ा होने लगा जिसे वो अपनी टाँगों के बीच में छुपाने की कॉसिश कर रहा था
अमन: मौसी में अपने कमरे में जा रहा हूँ
सीमा:क्या हुआ यहीं बैठ जा ना मैं गर्म-2 खाना डाल देती हूँ
अमन:नही जब खाना बन जाए तो मुझे आवाज़ दे देना
और अमन उठ कर बाहर जाने लगा जैसे ही अमन खड़ा होकर जाने लगा तो उसका पयज़ामा फिर से लंड के सामने से उभर कर टेंट बना रहा था जिस पर सीमा की नज़र पड़ गयी अमन के जाते ही सीमा सोच में पड़ गयी अब इसे क्या हो गया जो इसका हथियार इस तरह तन कर खड़ा है सीमा ने अपने पल्लू की तरफ देखा जो कि ठीक था तभी उसका ध्यान अपनी फैली हुए टाँगों पर गया सीमा मन में सोचने लगी ओह्ह तो इसलिए उसका लंड अकड़ कर खड़ा था अमन भी मेरे बारे में क्या सोच रहा होगा कि उसकी मौसी कितनी बेशर्म है जो ऐसे अपनी टाँगें फैला कर अपनी झान्टो भरी चूत दिखा कर उसे गरम कर रही है अंजाने में कितनी बड़ी भूल हो गयी अमन तो मुझे पता नही कैसी औरत समझ रहा होगा पर चाहे जो भी अब मेरा अम्मू जवान हो गया है और उसका वो और ये सोच सीमा के होंठो पर मुस्कान आ गयी
दोपहर के खाने के बाद सीमा के घर में सभी-2 अपने-2 रूम में थे सीमा अपने बेड पर लेटी हुई दिन भर की घटनाओ के बारें में सोच रही थी उसके दिमाग़ में बार-2 अमन का उभरा लंड आ रहा था और वो ना चाहते हुए भी गरम हो रही थी सीमा के दिमाग़ में भी यही बातें चल रही थी कि क्या अमन ने जो कुछ भी उसके अंग देखे क्या उसे अच्छा लगा होगा सीमा एक दम चुदासी हो गयी पर वो जानती थी कि अमन अभी बच्चा है और इतना साँझ दार नही हुआ कि वो इन सब बातों को अपने में रख सकें बच्पने में कहीं वो ये बातें किसी को बता ना दे मुझे आगे से इसका पूरा ध्यान रखना होगा और हो सकता है कि उसे आज सुबह हुई घटनें अच्छी ना लगी हों ये सब सोचते-2 सीमा को नींद आ गयी जब वो उठी तो शाम के 5 बज रहे थे उठ कर उसने मुँह हाथ धोया और चाइ बनाने लग गयी रात तक कुछ ख़ास नही हुआ रात का खाना खाने के बाद अमन अपने रूम में आ गया और पढ़ने लगा रात में घर में सन्नाटा पसर गया रात के करीब 11 बज रहे थे अमन उठ कर बेड पर आ गया और सोने की कॉसिश करने लगा पर अमन आज तक अकेला कभी नही सोया था वो रात को अकेला रहने पर डर जाता था उसे नींद नही आ रही थी
हार कर वो उठ कर रूम से बाहर आ गया और सीमा के रूम का डोर नॉक किया थोड़ी देर बाद सीमा ने दरवाजा खोला एक पल के लिए अमन की आँखें सीमा पर गढ़ गयी सीमा अभी अभी सोई थी उसने एक शॉर्ट स्लीवलेस्स टीशर्ट पहनी हुई थी और नीचे वाइट कलर की सलवार पहनी हुई थी सीमा की टीशर्ट काफ़ी छोटी थी जो मुस्किल से उसकी नाभि तक आ पा रही थी और सलवार नाभि से 3 इंच नीचे बँधी हुई थी उसकी नाभि से नीचे से चूत तक का हिस्सा खुला दिखाई दे रहा था सीमा की झान्टो के कुछ बाल सलवार से बाहर झाँक रहे थे और वाइट कलर की सलवार में उसकी ब्लॅक पैंटी की झलक सॉफ पड़ रही थी जो सीमा ने शाम को नहाने के बाद पहनी थी सीमा अमन को यूँ अपनी तरफ देखते हुए थोड़ा मुस्करा गयी और पूछा
सीमा:क्या हुआ अमन बेटा
अमन: वो मुझे नींद नही आ रही थी वो मुझे........
सीमा:हां बताओ क्या बात हैं तुम्हें कुछ चाहिए
अमन : वो मुझे रात में डर लगता है में अकेला नही सो पाता हूँ क्या में आप के साथ सो जाऊ
सीमा:हां अंदर आ जाओ बहुत सर्दी है कहीं ठंड ना लग जाए
अमन के अंदर आते ही सीमा ने डोर लॉक कर दिया रूम में नाइट लॅंप जल रहा त्ता उसकी मंद रोशनी में सीमा का हुश्न गजब का लग रहा था सीमा ने अपनी बाहों को ऊपर करके अंगड़ाई ली जिसे उसका पेट अंदर की तरफ़ हुआ और सलवार ढीली पड़ने के कारण सरक कर और नीचे उसके खुलों पर आकर अटक गयी अब सीमा की ब्लॅक पैंटी की एलास्टिक वाइट सलवार के बाहर आ चुकी थी अमन के लिए ये सब बर्दास्त करना हद से बाहर था उसका लंड फिर से शॉर्ट्स में झटके खाने लगा अमन की नज़रें सीमा की चूत के बाहर झाँकती झान्टो पर अटकी हुई थी और सीमा अमन की हालत देख कर कामुक मुस्कान अपने होंठो पे लिए अमन को देख रही थी जब अमन ने अपनी मौसी की तरफ देखा तो वो जैसे कोई चोर पकड़ा जाता है वैसे झेंप गया सीमा ने बाहें नीचे की और बेड पर जाकर रज़ाई ओढ़ कर लेट गयी सर्दी के कारण अमन खड़ा काँप रहा था
सीमा:आओ अमन खड़े क्यों हो ठंड बहुत है
सीमा बेड पर एक सिंगल रज़ाई में लेटी हुई थी जिसमे मुस्किल से दो जान सो सकें अमन का दिल जोरों से धड़कने लगा
अमन: पर रज़ाई
सीमा: मेरे साथ ही आजा
अमन काँपते पैरो के साथ आगे बढ़ने लगा जैसे ही अमन बेड पर बैठा सीमा ने रज़ाई को खोल कर उसे अंदर आने का इशारा किया अमन सीमा के साथ रज़ाई में घुस गया सीमा की चुचियाँ अमन की छाती में सट गयी थी अमन ठंड के मारे काँप रहा था अमन को काँपता देख सीमा ने उसे अपनी बाहों में भींच लिया और अपने से चिपका लिया
सीमा: क्या हुआ ठंड लग रही है
अमन:हूँ (अमन के मुँह से बस इतना ही निकल पाया)
अमन: बस मौसी हो गया अब में नहाने जाता हूँ
सीमा: हूँ ठीक है
जैसे उसका कोई ख्वाब टूट गया हो सीमा खड़ी हो गयी उसकी साँसे बहुत तेज़ी से चल रही थी सीमा के सारी का पल्लू फर्श पर गिरा हुआ था उसकी चुचियाँ ब्लाउस में ऊपर नीचे हो रही थी अमन खड़ा उसकी चुचियों को घूर रहा था तभी सीमा को अहसास हुआ कि वो इस हालत में खड़ी है सीमा ने जल्दी से अपना पल्लू ठीक किया और बाहर चली गयी अमन कुछ देर वैसे ही सुन्न खड़ा रहा उसे समझ नही आ रहा था उसके साथ आज हो क्या रहा है उसका ध्यान अपने अंडरवेर पर गया जो कि लंड खड़े होने के कारण फूला हुआ था अमन मन में सोचने लगा कि मौसी उसके बारे में क्या सोच रही होगी
उधर सीमा अपने कमरे में आ कर बेड पर बैठ गये और सोचने लगी हे भगवान ये मुझे क्या हो गया था में ऐसे कैसे कर सकती हूँ अमन मेरे बारे में क्या सोच रहा हो गा आख़िर अभी वो बच्चा है में कैसे बहक गयी शायद सारा कसूर मेरा है कुछ देर बैठे रहने के बाद सीमा नॉर्मल हो गयी और किचन में आकर दोपहर के खाने के तैयारी करने लगी सीमा का ध्यान में बार-2 अमन का खड़ा हुआ लंड सामने आ रहा था ना चाहते हुए भी सीमा वो सीन याद करके गर्म हो रही थी और बीच-2 में अपने आप को कोस रही थी सीमा की शादी को 8 साल हो चुके थे और अभी तक उसका कोई बच्चा नही था ज्सिके कारण उसका पति उसे काफ़ी निराश हो गया था और वो जब साल में एक दो बार घर आता तो दोनो में बहुत कम सेक्स होता जिसके कारण सीमा की जवानी का मज़ा खराब हो रहा था आज अमन के खड़े लंड ने उसे फिर से चुदासी बना दिया था उधर अमन भी नहा दो कर फ्रेश हो गया था और अकेला कमरे में बोर हो रहा था इसलिए अमन कमरे से निकल कर बाहर आ गया और किचन में चला गया यहाँ उसकी मौसी आटा गूँथ रही थी सीमा ज़मीन पर बैठ कर आटा गूँथ रही थी उसने अपने सारी और पेटिकॉट को अपने घुटनो तक चढ़ा रखा था उसकी एक टाँग नीचे थी और एक घुटने से मोडी हुई थी अमन को देख कर सीमा बोली आओ अमन क्या कर रहे हो
अमन; कुछ नही में अकेला बोर हो रहा था
सीमा:अच्छा किया जाओ बाहर से कुर्सी ले आओ और यहीं बैठ जाओ हम बातें करते है
अमन बाहर चला गया और एक कुर्सी लाकर सीमा के सामने बैठ गया
आटा गूँथते -2 सीमा के साड़ी और उसका पेटिकॉट घुटनो से थोड़ा ऊपर तक चढ़ चुका था दोनो टाँगों में काफ़ी गॅप था जिसके कारण उसकी पैंटी सॉफ नज़र आ रही थी दोनो आपस में बातें कर रहे थे एका एक अमन का ध्यान सीमा की फैली हुई जाँघो के बीच चला गया अमन का मन फिर से ज़ोर से धड़कने लगा उसकी आँखें सीमा की वाइट कलर की वी शेप पैंटी पर जम गयी सीमा की चूत की झांटें पैंटी के बाहर आ रही थी एक बार फिर अमन का लंड धीरे -2 खड़ा होने लगा जिसे वो अपनी टाँगों के बीच में छुपाने की कॉसिश कर रहा था
अमन: मौसी में अपने कमरे में जा रहा हूँ
सीमा:क्या हुआ यहीं बैठ जा ना मैं गर्म-2 खाना डाल देती हूँ
अमन:नही जब खाना बन जाए तो मुझे आवाज़ दे देना
और अमन उठ कर बाहर जाने लगा जैसे ही अमन खड़ा होकर जाने लगा तो उसका पयज़ामा फिर से लंड के सामने से उभर कर टेंट बना रहा था जिस पर सीमा की नज़र पड़ गयी अमन के जाते ही सीमा सोच में पड़ गयी अब इसे क्या हो गया जो इसका हथियार इस तरह तन कर खड़ा है सीमा ने अपने पल्लू की तरफ देखा जो कि ठीक था तभी उसका ध्यान अपनी फैली हुए टाँगों पर गया सीमा मन में सोचने लगी ओह्ह तो इसलिए उसका लंड अकड़ कर खड़ा था अमन भी मेरे बारे में क्या सोच रहा होगा कि उसकी मौसी कितनी बेशर्म है जो ऐसे अपनी टाँगें फैला कर अपनी झान्टो भरी चूत दिखा कर उसे गरम कर रही है अंजाने में कितनी बड़ी भूल हो गयी अमन तो मुझे पता नही कैसी औरत समझ रहा होगा पर चाहे जो भी अब मेरा अम्मू जवान हो गया है और उसका वो और ये सोच सीमा के होंठो पर मुस्कान आ गयी
दोपहर के खाने के बाद सीमा के घर में सभी-2 अपने-2 रूम में थे सीमा अपने बेड पर लेटी हुई दिन भर की घटनाओ के बारें में सोच रही थी उसके दिमाग़ में बार-2 अमन का उभरा लंड आ रहा था और वो ना चाहते हुए भी गरम हो रही थी सीमा के दिमाग़ में भी यही बातें चल रही थी कि क्या अमन ने जो कुछ भी उसके अंग देखे क्या उसे अच्छा लगा होगा सीमा एक दम चुदासी हो गयी पर वो जानती थी कि अमन अभी बच्चा है और इतना साँझ दार नही हुआ कि वो इन सब बातों को अपने में रख सकें बच्पने में कहीं वो ये बातें किसी को बता ना दे मुझे आगे से इसका पूरा ध्यान रखना होगा और हो सकता है कि उसे आज सुबह हुई घटनें अच्छी ना लगी हों ये सब सोचते-2 सीमा को नींद आ गयी जब वो उठी तो शाम के 5 बज रहे थे उठ कर उसने मुँह हाथ धोया और चाइ बनाने लग गयी रात तक कुछ ख़ास नही हुआ रात का खाना खाने के बाद अमन अपने रूम में आ गया और पढ़ने लगा रात में घर में सन्नाटा पसर गया रात के करीब 11 बज रहे थे अमन उठ कर बेड पर आ गया और सोने की कॉसिश करने लगा पर अमन आज तक अकेला कभी नही सोया था वो रात को अकेला रहने पर डर जाता था उसे नींद नही आ रही थी
हार कर वो उठ कर रूम से बाहर आ गया और सीमा के रूम का डोर नॉक किया थोड़ी देर बाद सीमा ने दरवाजा खोला एक पल के लिए अमन की आँखें सीमा पर गढ़ गयी सीमा अभी अभी सोई थी उसने एक शॉर्ट स्लीवलेस्स टीशर्ट पहनी हुई थी और नीचे वाइट कलर की सलवार पहनी हुई थी सीमा की टीशर्ट काफ़ी छोटी थी जो मुस्किल से उसकी नाभि तक आ पा रही थी और सलवार नाभि से 3 इंच नीचे बँधी हुई थी उसकी नाभि से नीचे से चूत तक का हिस्सा खुला दिखाई दे रहा था सीमा की झान्टो के कुछ बाल सलवार से बाहर झाँक रहे थे और वाइट कलर की सलवार में उसकी ब्लॅक पैंटी की झलक सॉफ पड़ रही थी जो सीमा ने शाम को नहाने के बाद पहनी थी सीमा अमन को यूँ अपनी तरफ देखते हुए थोड़ा मुस्करा गयी और पूछा
सीमा:क्या हुआ अमन बेटा
अमन: वो मुझे नींद नही आ रही थी वो मुझे........
सीमा:हां बताओ क्या बात हैं तुम्हें कुछ चाहिए
अमन : वो मुझे रात में डर लगता है में अकेला नही सो पाता हूँ क्या में आप के साथ सो जाऊ
सीमा:हां अंदर आ जाओ बहुत सर्दी है कहीं ठंड ना लग जाए
अमन के अंदर आते ही सीमा ने डोर लॉक कर दिया रूम में नाइट लॅंप जल रहा त्ता उसकी मंद रोशनी में सीमा का हुश्न गजब का लग रहा था सीमा ने अपनी बाहों को ऊपर करके अंगड़ाई ली जिसे उसका पेट अंदर की तरफ़ हुआ और सलवार ढीली पड़ने के कारण सरक कर और नीचे उसके खुलों पर आकर अटक गयी अब सीमा की ब्लॅक पैंटी की एलास्टिक वाइट सलवार के बाहर आ चुकी थी अमन के लिए ये सब बर्दास्त करना हद से बाहर था उसका लंड फिर से शॉर्ट्स में झटके खाने लगा अमन की नज़रें सीमा की चूत के बाहर झाँकती झान्टो पर अटकी हुई थी और सीमा अमन की हालत देख कर कामुक मुस्कान अपने होंठो पे लिए अमन को देख रही थी जब अमन ने अपनी मौसी की तरफ देखा तो वो जैसे कोई चोर पकड़ा जाता है वैसे झेंप गया सीमा ने बाहें नीचे की और बेड पर जाकर रज़ाई ओढ़ कर लेट गयी सर्दी के कारण अमन खड़ा काँप रहा था
सीमा:आओ अमन खड़े क्यों हो ठंड बहुत है
सीमा बेड पर एक सिंगल रज़ाई में लेटी हुई थी जिसमे मुस्किल से दो जान सो सकें अमन का दिल जोरों से धड़कने लगा
अमन: पर रज़ाई
सीमा: मेरे साथ ही आजा
अमन काँपते पैरो के साथ आगे बढ़ने लगा जैसे ही अमन बेड पर बैठा सीमा ने रज़ाई को खोल कर उसे अंदर आने का इशारा किया अमन सीमा के साथ रज़ाई में घुस गया सीमा की चुचियाँ अमन की छाती में सट गयी थी अमन ठंड के मारे काँप रहा था अमन को काँपता देख सीमा ने उसे अपनी बाहों में भींच लिया और अपने से चिपका लिया
सीमा: क्या हुआ ठंड लग रही है
अमन:हूँ (अमन के मुँह से बस इतना ही निकल पाया)