desiaks
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अब वसीम ने नीलोफर को, अपनी तरफ खींचा और उसके नरम नरम गुलाबी होंठों को चूसने लगा…
कुछ देर बाद, नीलोफर भी गरम होने लगी और उसने भी वसीम का बराबर साथ दिया..
वसीम उसे किस करते करते, उसकी बूब्स को मैक्सी के ऊपर से ही दबाने लगा…
सलमा साइड में बैठ के, ये सब देख रही थी।
फिर वसीम ने उसके कपड़े उतरना शुरू कर दिया तो सलमा भी वसीम के पास आकर, उसके कपड़े उतारने लगी… …
नीलोफर ने जान बुझ कर अंदर कुछ नहीं पहना था तो मैक्सी उतारते ही, वो बिल्कुल “नंगी” हो गई… !!
सलमा सुंदर थी, इसमें कोई शक नहीं पर नीलोफर “जवान” थी.. ..
नीलोफर की चुचियाँ, सलमा से आधी भी नहीं थीं पर एकदम कसी हुईं थीं…
जहाँ सलमा के निप्पल, दो बच्चियां होने के कारण बड़े बड़े थे.. वहीं, नीलोफर के एकदम छोटे छोटे.. ..
खास बात ये थी की उसके निप्पल “गुलाबी” थे.. जहाँ सलमा के, भूरे..
ग़ज़ब की गोलाई लिए हुए थे, उसके दूध… !!
एकदम गोरे और कसे हुए… …
वसीम कुछ देर तक उसके दूध देख कर, मंत्रमुग्ध हो गया.. .. !!
इधर, सलमा ने वसीम के सारे कपड़े उतार दिए और वो खुद भी अपने कपड़े उतारने लगी…
अब तीनों ही, एक दूसरे के सामने नंगे खड़े थे..
वसीम की नज़र, अब नीलोफर की चूत पर पड़ी!!
उसकी चूत पर हल्के हल्के बाल थे.. ट्रिम किए हुए..
एकदम छोटी सी बच्ची जैसी चूत थी, उसकी..
उसकी चूत की फाँकें, एकदम चिपकी हुई थीं… !!
एक “अक्षत योवन” उसके सामने, बिल्कुल निर्वस्त्र खड़ा था… …
नीलोफर का बदन एकदम गोरा था, कहीं कोई, दाग ना निशान!!
दूध सी गोरी चूत पर ट्रिम किए हुए हल्के काले बाल और गोल गोल चुचियों पर गुलाबी रंग के निप्पल, अब तक वसीम को मदहोश कर चुके थे…
तभी नीलोफर पीछे मूडी, जिससे उसकी गाण्ड के दर्शन भी हो गये..
“मटके सी चिकनी गाण्ड” देख कर, वसीम से अब काबू नहीं हुआ और उसके लण्ड ने पानी छोड़ दिया.. ..
नीलोफर के हुस्न ने, वसीम का पूरी तरह “कतल” कर दिया.. ..
सलमा भी कहीं ना कहीं, नीलोफर का बदन देख कर, उसकी तारीफ किए भी ना रह सकी.. ..
एक बार लण्ड से पानी छूटने के बाद, अब वसीम ने नीलोफर को बेड पर लिटा दिया और उसकी नरम नरम चुचियों और कड़क गुलाबी निप्पल को एक के बाद एक चूसने लगा.. !!!
चुदाई की आग में जलती, नीलोफर के मुँह से फ़ौरन सिसकारियाँ निकलने लगीं।
वो – म्म्म्महह.. इस्स.. आँह… उंह… करने लगी…
अब सलमा ने नीलोफर का हाथ पकड़ कर, वसीम के लण्ड पर रख दिया तो नीलोफर धीरे धीरे, वसीम के लण्ड को सहलाने लगी…
इस पर वसीम का लण्ड तूफ़ानी रफ़्तार से, फिर से खड़ा होने लगा।
वसीम, तो जैसे अब नीलोफर के हुस्न को खा जाना चाहता था..
वो अब नीलोफर के सपाट पेट पर छोटी सी गोल नाभि से हो कर उसकी कुँवारी चूत की तरफ मुँह बढ़ाने लगा… …
उसने नीलोफर की दोनों टांगें फैला दी तो उसे उसकी गुलाबी चूत साफ साफ दिखाई देने लगी।
नीलोफर ने सलमा के कहने पर आज ही अपनी चूत के बालों को ट्रिम किया था..
अब शांत खड़ी सलमा ने नीलोफर की दोनों चुचियों को सहलाना शुरू कर दिया और उसके मुँह में जीभ घुसा कर, नीलोफर की जीभ को चाटने लगी..
वसीम ने जैसे ही, नीलोफर की चूत की दोनों होंठो को रगड़ा तो वो मस्त हो गई…
उसकी चूत, पहले से ही बहुत गीली हो चुकी थी… !!
कुछ देर बाद, नीलोफर भी गरम होने लगी और उसने भी वसीम का बराबर साथ दिया..
वसीम उसे किस करते करते, उसकी बूब्स को मैक्सी के ऊपर से ही दबाने लगा…
सलमा साइड में बैठ के, ये सब देख रही थी।
फिर वसीम ने उसके कपड़े उतरना शुरू कर दिया तो सलमा भी वसीम के पास आकर, उसके कपड़े उतारने लगी… …
नीलोफर ने जान बुझ कर अंदर कुछ नहीं पहना था तो मैक्सी उतारते ही, वो बिल्कुल “नंगी” हो गई… !!
सलमा सुंदर थी, इसमें कोई शक नहीं पर नीलोफर “जवान” थी.. ..
नीलोफर की चुचियाँ, सलमा से आधी भी नहीं थीं पर एकदम कसी हुईं थीं…
जहाँ सलमा के निप्पल, दो बच्चियां होने के कारण बड़े बड़े थे.. वहीं, नीलोफर के एकदम छोटे छोटे.. ..
खास बात ये थी की उसके निप्पल “गुलाबी” थे.. जहाँ सलमा के, भूरे..
ग़ज़ब की गोलाई लिए हुए थे, उसके दूध… !!
एकदम गोरे और कसे हुए… …
वसीम कुछ देर तक उसके दूध देख कर, मंत्रमुग्ध हो गया.. .. !!
इधर, सलमा ने वसीम के सारे कपड़े उतार दिए और वो खुद भी अपने कपड़े उतारने लगी…
अब तीनों ही, एक दूसरे के सामने नंगे खड़े थे..
वसीम की नज़र, अब नीलोफर की चूत पर पड़ी!!
उसकी चूत पर हल्के हल्के बाल थे.. ट्रिम किए हुए..
एकदम छोटी सी बच्ची जैसी चूत थी, उसकी..
उसकी चूत की फाँकें, एकदम चिपकी हुई थीं… !!
एक “अक्षत योवन” उसके सामने, बिल्कुल निर्वस्त्र खड़ा था… …
नीलोफर का बदन एकदम गोरा था, कहीं कोई, दाग ना निशान!!
दूध सी गोरी चूत पर ट्रिम किए हुए हल्के काले बाल और गोल गोल चुचियों पर गुलाबी रंग के निप्पल, अब तक वसीम को मदहोश कर चुके थे…
तभी नीलोफर पीछे मूडी, जिससे उसकी गाण्ड के दर्शन भी हो गये..
“मटके सी चिकनी गाण्ड” देख कर, वसीम से अब काबू नहीं हुआ और उसके लण्ड ने पानी छोड़ दिया.. ..
नीलोफर के हुस्न ने, वसीम का पूरी तरह “कतल” कर दिया.. ..
सलमा भी कहीं ना कहीं, नीलोफर का बदन देख कर, उसकी तारीफ किए भी ना रह सकी.. ..
एक बार लण्ड से पानी छूटने के बाद, अब वसीम ने नीलोफर को बेड पर लिटा दिया और उसकी नरम नरम चुचियों और कड़क गुलाबी निप्पल को एक के बाद एक चूसने लगा.. !!!
चुदाई की आग में जलती, नीलोफर के मुँह से फ़ौरन सिसकारियाँ निकलने लगीं।
वो – म्म्म्महह.. इस्स.. आँह… उंह… करने लगी…
अब सलमा ने नीलोफर का हाथ पकड़ कर, वसीम के लण्ड पर रख दिया तो नीलोफर धीरे धीरे, वसीम के लण्ड को सहलाने लगी…
इस पर वसीम का लण्ड तूफ़ानी रफ़्तार से, फिर से खड़ा होने लगा।
वसीम, तो जैसे अब नीलोफर के हुस्न को खा जाना चाहता था..
वो अब नीलोफर के सपाट पेट पर छोटी सी गोल नाभि से हो कर उसकी कुँवारी चूत की तरफ मुँह बढ़ाने लगा… …
उसने नीलोफर की दोनों टांगें फैला दी तो उसे उसकी गुलाबी चूत साफ साफ दिखाई देने लगी।
नीलोफर ने सलमा के कहने पर आज ही अपनी चूत के बालों को ट्रिम किया था..
अब शांत खड़ी सलमा ने नीलोफर की दोनों चुचियों को सहलाना शुरू कर दिया और उसके मुँह में जीभ घुसा कर, नीलोफर की जीभ को चाटने लगी..
वसीम ने जैसे ही, नीलोफर की चूत की दोनों होंठो को रगड़ा तो वो मस्त हो गई…
उसकी चूत, पहले से ही बहुत गीली हो चुकी थी… !!