hotaks444
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रात हुई विजय खाना खा कर जा चुका था फसल पक चुकी थी जिसकी देखभाल करना ज़रूरी था रात के 10 बज रहे थे सीमा काजल और रीमा तीनो बैठ कर बातें कर रहे थे तभी रीमा ने बोला मेरी तबीयत कुछ ठीक नही लग रही में सोने जा रही हूँ आ सीमा मेरे रूम में आ जा बेड पर लेट कर बातें करते हैं और हां वहीं सो जाना
सीमा: ठीक है पर अमन अकेला है उसे बुरा लगेगा
रीमा:मुस्कराते हुए) कोई बात नही अमन को यहीं भेज दे वो काजल के रूम में ही सो जाएगा
काजल अपनी सास की बात सुन कर एक दम चोंक गई उसे यकीन नही हो रहा था उसका दिल जोरों से धड़कने लगा हाथ पैर फिर से काँपने लगे
काजल: क्या माँ जी अमन यहाँ सोएगा
रीमा: क्यों क्या हुआ इतना बड़ा बेड है चार लोग तो आराम से सो सकतें हैं फिर तुम्हें क्या तकलीफ़ है उसको सुला लेना यहाँ पर मैं उसे भेजती हूँ और हां कुछ बात भी कर लेना नही तो अकेला बोर हो जाएगा
काजल रीमा के सख़्त रवैये से डर गयी और कुछ नही बोली सीमा और रीमा दोनो चली गयी
सीमा: तू चल दीदी में ज़रा अमन को समझा कर भेजती हूँ
और सीमा ने अमन को सब बता दिया अमन का दिल और लंड दोनो ख़ुसी के मारे कुलाँचे भरने लगे अमन बेड से उठा और काजल के रूम की तरफ जाने लगा
सीमा;अर्रे सुन तो बेचारी को ज़्यादा तंग मत करना ठीक है
अमन: मुस्कराते हुए) ठीक है मौसी
और अमन काजल के रूम में चला गया काजल बेड पर सहमी सी बैठी थी अभी तक उसने नीचे पैंटी नही पहनी थी अमन रूम में अंदर आ गया आहट सुन कर मानो उसकी साँसे रुक गयी उसने अमन की तरफ़ देखा अमन डोर में खड़ा मुस्करा रहा था अमन डोर लॉक कर अंदर आकर बेड पर बैठ गया
अमन: मुझे बहुत ख़ुसी हुई कि आप ने मुझे यहाँ सोने के लिए बुला लिया नही तो में अकेला वहाँ बोर हो जाता
काजल:मैने नही बुलाया वो माँ जी ने कहा था देखो अब कुछ मत करना वरना मैं माँ जी को बोल दूँगी देखो तुम मुझे क्यों तंग कर रहे हो में ऐसा नही कर सकती
अमन बेड पर चढ़ गया और काजल के पास आ गया और काजल के हाथ को अपने हाथों में लेकर बोला
अमन; काजल मैं तुमसे सच में बहुत प्यार करता हूँ तुम्हे मुझे बहुत सुंदर लगती हो अगर में तुम्हें ना पा सका तो में जी नही पाउन्गी आइ लव यू काजल
काजल आँखें फाडे अमन की बातों को सुन रही थी उसे समझ में नही आ रहा था कि वो अमन को क्या जवाब दे वो सोच रही थी कि जब अमन उसके पास होता है तो उसे क्या हो जाता है जो वो अमन को रोक नही पाती ना चाहते हुए भी वो अपना आपा क्यों खो देती हैं कही अमन को पसंद तो नही करने लगी काजल इन्ही ख़यालों में खोई हुई थी कि अचानक अमन ने अपना एक हाथ काजल के गाल पर रख दिया और उसके गुलाबी होंठो पर अपने हाथ के अंगूठे से सहलाने लगा मस्ती की लहर काजल के होंठो से होते हुए उसके पूरे बदन में फैल गयी काजल के होंठ थरथराने लगे काजल ने अमन की आँखों में देखा
अमन: देखो मेरी आँखों में तुम मेरे दिल में बस गयी हो क्या तुम्हें मेरी आँखों में सच नही दिखता
अमन अभी भी काजल के होंठो को अपनी उंगलियों से मसल रहा था काजल अपना आप खोती जा रही थी अमन अपने होंठो को काजल के होंठो के करीब लेजाने लगा काजल की चूत में खुजली इतनी बढ़ गयी थी कि अब उससे बर्दास्त करना मुस्किल हो रहा था काजल ने अपने हाथों को अमन की छाती पर रख कर रोक दिया
काजल: (काँपती हुई आवाज़ में ) डोर खुला है
अमन के होंठो पर मुस्कान आ गयी अमन बेड से नीचे उतरा और डोर लॉक करके लाइट ऑफ कर दी और 0 वॉट का बल्ब ऑन कर दिया लाल रंग की रोसनी रूम के महॉल को और गरम बना रही थी जब वो बेड की तरफ पलटा तो काजल बेड पर उसकी तरफ पीठ करके लेटी हुई थी उसकी साड़ी का पल्लू उसके कंधे से सरक कर उसकी कमर में इकट्ठा हो चुका था अमन धीरे से बेड पर चढ़ कर काजल की तरफ करवट बदल कर लेट गया वो काजल की पीठ से एक दम सट गया काजल का दिल जोरों से धड़क रहा था उसकी आँखें बंद थी अमन ने काजल के कंधें पर हाथ रख कर उसे अपनी तरफ घुमाया
काजल बिना किसी विरोध के अमन की तरफ पलट गयी उसकी ब्लाउस पर साड़ी का पल्लू नही था काजल की आँखें बंद थी और तेज़ी से साँसें ले रही थी तेज साँसें के कारण उसकी चुचियाँ ब्लाउस के अंदर ऊपर नीचे हो रही थी जो ब्लाउस में एक दम कसी हुई थी ब्लाउस से नीचे का हिस्सा पूरा का पूरा नंगा हो चुका था काजल की साड़ी उसकी नाभि से 3 इंच नीचे बँधी हुई थी अमन ने अपना एक हाथ काजल की कमर पर रख दिया काजल के पूरे बदन में सिहरन दौड़ गयी अमन ने झुक कर काजल के होंठो को अपने होंठो में ले लिया अमन एक दम हैरान रह गया काजल अपने आप को अमन को सोन्प चुकी थी उसने अपने होंठो को खोल दिया और अमन काजल के होंठो को चूसने लगा काजल का एक हाथ अमन की बगल के नीचे था और दूसरे हाथ से काजल ने चद्दर को कस के पकड़ा हुआ था अमन का हाथ काजल की कमर पर सहला रहा था काजल का बदन मस्ती में काँप रहा था अमन का हाथ धीरे-2 कमर से ऊपर की ओर आने लगा और अमन ने काजल की एक चुचि पर अपना हाथ रख दिया काजल एक दम से कसमसा गयी अमन धीरे-2 काजल की एक चुचि को मसलने लगा काजल भी मस्ती में आकर अपने होंठो को अमन से चुस्वा रही थी धीरे -2 अमन के हाथ काजल की चुचि पर बढ़ने लगा जैसे ही अमन के हाथ ने काजल की चुचि को ब्लाउस के ऊपर से मसला काजल एक दम से कसमस गयी और अपने फेस को अमन की छाती में सटा लिया अमन धीरे-2 काजल की चुचि को मसलने लगा काजल अब पूरी तरह गरम हो चुकी थी अमन ने काजल के ब्लाउस के हुक्स को उसी हाथ से खोलना चालू कर दिया इसपर भी काजल ने कोई विरोध नही किया अमन अभी भी काजल के होंठो को चूस रहा था एक एक करके अमन ने ब्लाउस के सारे हुक्स खोल दिए और ब्लाउस के कप्स को आगे से हटा दिया काजल की कसी हुई 38 साइज़ की चुचियाँ छोटी सी ब्रा में एक दम कसी हुई थी अमन का लंड उसके शॉर्ट्स में झटके खाने लगा अमन ने काजल के होंठो को छोड़ उसे कंधों से पकड़ कर धीरे -2 बेड पर बैठा दिया अमन काजल के ब्लाउस को निकालने लगा
काजल: (उखड़ी हुई आवाज़ में) नही अगर कोई आ गया तो वापिस पहनने में ज़यादा टाइम लगेगा (काजल की आँखें बंद थी )
अमन: पर में तुम्हें प्यार करना चाहता हूँ तुम्हारे हर अंग को चूमना चाहता हूँ प्लीज़ उतार दो ना कोई नही आएगा
काजल ने अपनी आँखें खोली उसकी आँखें वासना के मारे लाल हो चुकी थी एक पल के लिए काजल की नज़रे अमन से मिली फिर उसने अपनी नज़रें झुका ली काजल बेड से नीचे उतर गयी और धीरे से अलमारी को खोला काजल की पीठ अमन की तरफ थी अमन बेड पर लेटा हुआ सब देख रहा था काजल ने पहले अपना ब्लाउस उतार कर अलमारी में रख दिया काजल की नंगी पीठ देख अमन पागल हो उठा फिर काजल ने अपने हाथों को पीछे की तरफ ले जाकर अपनी ब्रा के हुक खोल कर अपनी ब्रा निकाल कर अलमारी में रख दी और ब्लाउस उठा कर पहन लिया और ब्लाउस के हुक्स बंद किए बिना उसके कप्स से अपनी चुचियों को ढक कर बेड पर आने लगी अमन ने आगे बढ़ कर काजल को कमर से पकड़ कर सहारा दिया अब काजल बेड पर दीवार की तरफ खड़ी थी अमन अपने घुटनो के बल पर बेड पर काजल के सामने बैठा था काजल की साड़ी अस्त व्यस्त हो चुकी थी उसकी साड़ी का पल्लू नीचे बेड पर लटक रहा था अमन ने काजल की साड़ी का पल्लू पकड़ कर खींच दिया और उसकी साड़ी को उतारने लगा साड़ी उतार कर उसने बेड पर रख दिया और काजल के हाथ को पकड़ उसे अपने साथ नीचे बैठा लिया काजल का दिल जोरों से धड़क रहा था साँसें तेज से चल रही थी कामुकता और वासना के कारण उसके हाथ पैर काँप रहे थे
काजल : अमन किसी को पता तो नही चले गा (काँपती हुई आवाज़ में)
अमन: नही कुछ नही होगा और ना ही किसी को पता चलेगा
अमन ने काजल के होंठो को फिर से अपने होंठो में ले लिया और उसे बेड पर लेटा दिया अब अमन और ज़्यादा देर नही करना चाहता था उसने ब्लाउस को दोनो साइड में कर दिया अमन की आँखों में चमक आ गयी काजल की चुचियाँ एक दम तनी हुई थी बिल्कुल भी लटकी नही हुई थी देखने से ऐसा लग रहा था जैसे रब्बर के बॉल्स हों अमन ने काजल की दोनो चुचियों को हाथों में ले लिया और धीरे से मसल दिया
काजल: अहह अमानणन ऐसी ना करूऊ
अमन: क्या हुआ
काजल: मुझे कुछ होता है
अमन ने आगे कुछ नही कहा और काजल की एक चुचि को मूँह में लेकर चूसना चालू कर दिया और दूसरी चुचि के निपल को उंगलियों में लेकर मसलने लगा
काजल :सीईईईईईईईईईईईईई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उफफफफफफफफफ्फ़ धीरीए अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईई सीईईईईईईईईई
सीमा: ठीक है पर अमन अकेला है उसे बुरा लगेगा
रीमा:मुस्कराते हुए) कोई बात नही अमन को यहीं भेज दे वो काजल के रूम में ही सो जाएगा
काजल अपनी सास की बात सुन कर एक दम चोंक गई उसे यकीन नही हो रहा था उसका दिल जोरों से धड़कने लगा हाथ पैर फिर से काँपने लगे
काजल: क्या माँ जी अमन यहाँ सोएगा
रीमा: क्यों क्या हुआ इतना बड़ा बेड है चार लोग तो आराम से सो सकतें हैं फिर तुम्हें क्या तकलीफ़ है उसको सुला लेना यहाँ पर मैं उसे भेजती हूँ और हां कुछ बात भी कर लेना नही तो अकेला बोर हो जाएगा
काजल रीमा के सख़्त रवैये से डर गयी और कुछ नही बोली सीमा और रीमा दोनो चली गयी
सीमा: तू चल दीदी में ज़रा अमन को समझा कर भेजती हूँ
और सीमा ने अमन को सब बता दिया अमन का दिल और लंड दोनो ख़ुसी के मारे कुलाँचे भरने लगे अमन बेड से उठा और काजल के रूम की तरफ जाने लगा
सीमा;अर्रे सुन तो बेचारी को ज़्यादा तंग मत करना ठीक है
अमन: मुस्कराते हुए) ठीक है मौसी
और अमन काजल के रूम में चला गया काजल बेड पर सहमी सी बैठी थी अभी तक उसने नीचे पैंटी नही पहनी थी अमन रूम में अंदर आ गया आहट सुन कर मानो उसकी साँसे रुक गयी उसने अमन की तरफ़ देखा अमन डोर में खड़ा मुस्करा रहा था अमन डोर लॉक कर अंदर आकर बेड पर बैठ गया
अमन: मुझे बहुत ख़ुसी हुई कि आप ने मुझे यहाँ सोने के लिए बुला लिया नही तो में अकेला वहाँ बोर हो जाता
काजल:मैने नही बुलाया वो माँ जी ने कहा था देखो अब कुछ मत करना वरना मैं माँ जी को बोल दूँगी देखो तुम मुझे क्यों तंग कर रहे हो में ऐसा नही कर सकती
अमन बेड पर चढ़ गया और काजल के पास आ गया और काजल के हाथ को अपने हाथों में लेकर बोला
अमन; काजल मैं तुमसे सच में बहुत प्यार करता हूँ तुम्हे मुझे बहुत सुंदर लगती हो अगर में तुम्हें ना पा सका तो में जी नही पाउन्गी आइ लव यू काजल
काजल आँखें फाडे अमन की बातों को सुन रही थी उसे समझ में नही आ रहा था कि वो अमन को क्या जवाब दे वो सोच रही थी कि जब अमन उसके पास होता है तो उसे क्या हो जाता है जो वो अमन को रोक नही पाती ना चाहते हुए भी वो अपना आपा क्यों खो देती हैं कही अमन को पसंद तो नही करने लगी काजल इन्ही ख़यालों में खोई हुई थी कि अचानक अमन ने अपना एक हाथ काजल के गाल पर रख दिया और उसके गुलाबी होंठो पर अपने हाथ के अंगूठे से सहलाने लगा मस्ती की लहर काजल के होंठो से होते हुए उसके पूरे बदन में फैल गयी काजल के होंठ थरथराने लगे काजल ने अमन की आँखों में देखा
अमन: देखो मेरी आँखों में तुम मेरे दिल में बस गयी हो क्या तुम्हें मेरी आँखों में सच नही दिखता
अमन अभी भी काजल के होंठो को अपनी उंगलियों से मसल रहा था काजल अपना आप खोती जा रही थी अमन अपने होंठो को काजल के होंठो के करीब लेजाने लगा काजल की चूत में खुजली इतनी बढ़ गयी थी कि अब उससे बर्दास्त करना मुस्किल हो रहा था काजल ने अपने हाथों को अमन की छाती पर रख कर रोक दिया
काजल: (काँपती हुई आवाज़ में ) डोर खुला है
अमन के होंठो पर मुस्कान आ गयी अमन बेड से नीचे उतरा और डोर लॉक करके लाइट ऑफ कर दी और 0 वॉट का बल्ब ऑन कर दिया लाल रंग की रोसनी रूम के महॉल को और गरम बना रही थी जब वो बेड की तरफ पलटा तो काजल बेड पर उसकी तरफ पीठ करके लेटी हुई थी उसकी साड़ी का पल्लू उसके कंधे से सरक कर उसकी कमर में इकट्ठा हो चुका था अमन धीरे से बेड पर चढ़ कर काजल की तरफ करवट बदल कर लेट गया वो काजल की पीठ से एक दम सट गया काजल का दिल जोरों से धड़क रहा था उसकी आँखें बंद थी अमन ने काजल के कंधें पर हाथ रख कर उसे अपनी तरफ घुमाया
काजल बिना किसी विरोध के अमन की तरफ पलट गयी उसकी ब्लाउस पर साड़ी का पल्लू नही था काजल की आँखें बंद थी और तेज़ी से साँसें ले रही थी तेज साँसें के कारण उसकी चुचियाँ ब्लाउस के अंदर ऊपर नीचे हो रही थी जो ब्लाउस में एक दम कसी हुई थी ब्लाउस से नीचे का हिस्सा पूरा का पूरा नंगा हो चुका था काजल की साड़ी उसकी नाभि से 3 इंच नीचे बँधी हुई थी अमन ने अपना एक हाथ काजल की कमर पर रख दिया काजल के पूरे बदन में सिहरन दौड़ गयी अमन ने झुक कर काजल के होंठो को अपने होंठो में ले लिया अमन एक दम हैरान रह गया काजल अपने आप को अमन को सोन्प चुकी थी उसने अपने होंठो को खोल दिया और अमन काजल के होंठो को चूसने लगा काजल का एक हाथ अमन की बगल के नीचे था और दूसरे हाथ से काजल ने चद्दर को कस के पकड़ा हुआ था अमन का हाथ काजल की कमर पर सहला रहा था काजल का बदन मस्ती में काँप रहा था अमन का हाथ धीरे-2 कमर से ऊपर की ओर आने लगा और अमन ने काजल की एक चुचि पर अपना हाथ रख दिया काजल एक दम से कसमसा गयी अमन धीरे-2 काजल की एक चुचि को मसलने लगा काजल भी मस्ती में आकर अपने होंठो को अमन से चुस्वा रही थी धीरे -2 अमन के हाथ काजल की चुचि पर बढ़ने लगा जैसे ही अमन के हाथ ने काजल की चुचि को ब्लाउस के ऊपर से मसला काजल एक दम से कसमस गयी और अपने फेस को अमन की छाती में सटा लिया अमन धीरे-2 काजल की चुचि को मसलने लगा काजल अब पूरी तरह गरम हो चुकी थी अमन ने काजल के ब्लाउस के हुक्स को उसी हाथ से खोलना चालू कर दिया इसपर भी काजल ने कोई विरोध नही किया अमन अभी भी काजल के होंठो को चूस रहा था एक एक करके अमन ने ब्लाउस के सारे हुक्स खोल दिए और ब्लाउस के कप्स को आगे से हटा दिया काजल की कसी हुई 38 साइज़ की चुचियाँ छोटी सी ब्रा में एक दम कसी हुई थी अमन का लंड उसके शॉर्ट्स में झटके खाने लगा अमन ने काजल के होंठो को छोड़ उसे कंधों से पकड़ कर धीरे -2 बेड पर बैठा दिया अमन काजल के ब्लाउस को निकालने लगा
काजल: (उखड़ी हुई आवाज़ में) नही अगर कोई आ गया तो वापिस पहनने में ज़यादा टाइम लगेगा (काजल की आँखें बंद थी )
अमन: पर में तुम्हें प्यार करना चाहता हूँ तुम्हारे हर अंग को चूमना चाहता हूँ प्लीज़ उतार दो ना कोई नही आएगा
काजल ने अपनी आँखें खोली उसकी आँखें वासना के मारे लाल हो चुकी थी एक पल के लिए काजल की नज़रे अमन से मिली फिर उसने अपनी नज़रें झुका ली काजल बेड से नीचे उतर गयी और धीरे से अलमारी को खोला काजल की पीठ अमन की तरफ थी अमन बेड पर लेटा हुआ सब देख रहा था काजल ने पहले अपना ब्लाउस उतार कर अलमारी में रख दिया काजल की नंगी पीठ देख अमन पागल हो उठा फिर काजल ने अपने हाथों को पीछे की तरफ ले जाकर अपनी ब्रा के हुक खोल कर अपनी ब्रा निकाल कर अलमारी में रख दी और ब्लाउस उठा कर पहन लिया और ब्लाउस के हुक्स बंद किए बिना उसके कप्स से अपनी चुचियों को ढक कर बेड पर आने लगी अमन ने आगे बढ़ कर काजल को कमर से पकड़ कर सहारा दिया अब काजल बेड पर दीवार की तरफ खड़ी थी अमन अपने घुटनो के बल पर बेड पर काजल के सामने बैठा था काजल की साड़ी अस्त व्यस्त हो चुकी थी उसकी साड़ी का पल्लू नीचे बेड पर लटक रहा था अमन ने काजल की साड़ी का पल्लू पकड़ कर खींच दिया और उसकी साड़ी को उतारने लगा साड़ी उतार कर उसने बेड पर रख दिया और काजल के हाथ को पकड़ उसे अपने साथ नीचे बैठा लिया काजल का दिल जोरों से धड़क रहा था साँसें तेज से चल रही थी कामुकता और वासना के कारण उसके हाथ पैर काँप रहे थे
काजल : अमन किसी को पता तो नही चले गा (काँपती हुई आवाज़ में)
अमन: नही कुछ नही होगा और ना ही किसी को पता चलेगा
अमन ने काजल के होंठो को फिर से अपने होंठो में ले लिया और उसे बेड पर लेटा दिया अब अमन और ज़्यादा देर नही करना चाहता था उसने ब्लाउस को दोनो साइड में कर दिया अमन की आँखों में चमक आ गयी काजल की चुचियाँ एक दम तनी हुई थी बिल्कुल भी लटकी नही हुई थी देखने से ऐसा लग रहा था जैसे रब्बर के बॉल्स हों अमन ने काजल की दोनो चुचियों को हाथों में ले लिया और धीरे से मसल दिया
काजल: अहह अमानणन ऐसी ना करूऊ
अमन: क्या हुआ
काजल: मुझे कुछ होता है
अमन ने आगे कुछ नही कहा और काजल की एक चुचि को मूँह में लेकर चूसना चालू कर दिया और दूसरी चुचि के निपल को उंगलियों में लेकर मसलने लगा
काजल :सीईईईईईईईईईईईईई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उफफफफफफफफफ्फ़ धीरीए अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईई सीईईईईईईईईई