Maa ki chudai मॉं की मस्ती - Page 3 - SexBaba
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Maa ki chudai मॉं की मस्ती

मनु जल्दी से अपने कमरे मे आ गया,और सोचने लगा कि ये कुछ दिन से उसको क्या हो गया है,और वो क्यों आपनी मा को सेक्स की नज़र से देखने लगा है,कहीं उसका दिमाग़ तो खराब नही हो गया है,पर वो जितना आपनी मा की सेक्सी छवि को अपने दिमाग़ से निकालने की कोशिस करता वो उतनी ही ज़्यादा उसकी आँखों के सामने आ जाती.

पर अब उसको एक बार फिर से मूठ मारने की ज़रूरत महसूस होने लगी थी.वो जल्दी से बाथरूम मे घुस गया और अपने लंड को हिलाने लगा,वो अपनी मा के बारे मे सोच रहा था और अपना लंड हिला रहा था,उसे अपनी मा सेक्सी रूप मे सामने नज़र आ रही थी,वो अपना लंड तेज़-2 हिलाने लगा और फिर थोड़ी देर मे ही झाड़ गया.फिर वो लंड को और हाथों को धो कर बाहर आया.

अब मनु का नज़रिया अपनी मा के प्रति बिल्कुल बदल गया था और वो उसको एक सेक्स की देवी नज़र आ रही थी,पर वो अपनी सोच से आगे नही बढ़ सकता था,क्यूंकी वो हिम्मत उसमें नही थी.

तब मनु ने रमण को फोन किया,रमण ने फोन उठाया और पूछा कि मनु भाई क्या हाल चाल है,मनु ने कहा कि रमण भैया हाल चाल बढ़िया है और आप सूनाओ,क्या कर रहे हो,रमण बोला कि भाई आज तो रेस्ट कर रहा हूँ कल की पार्टी मे काफ़ी थक गया था तो आज तो रेस्ट ही करूँगा,और बोलो कैसे याद किया,क्या प्रिया की याद आ रही है.

मनु इस बात से थोड़ा सा शर्मा गया,वो बोला कि ऐसी कोई बात नही है,उसने तो ऐसे ही फोन मिला लिया था,अच्छा अब रखता हूँ ,कल तो आप आएँगे ही.

रमण बोला हां यार कल मिलते हैं

उधर रमण का भी हाल कुछ अच्छा नही था रात भर उसके सपनो मे आरती ही आती रही,और अब उसको लग रहा था कि अगर जल्दी से आरती उसको नही मिली तो उसका हाल खराब हो सकता है.

पर कल के आरती के हाव भाव से रमण को लग रहा था कि उसकी मंज़िल ज़्यादा दूर नही है,पर आरती अभी मनु के कारण थोडा सा झिझक रही है.

उसने सोच लिया था कि अब पहले मनु को अपने साथ अच्छी तरह से मिला कर उसको राज़ी करेगा फिर आरती को उसके बेटे के साथ मिल कर चोदेगा.

इसके लिए ही उसने मनु के सामने प्रिया नाम का चारा फेंका था,और मनु उस जाल मे फँस गया था,अब वो जैसे चाहेगा मनु को चला सकता था.
 
अगले दिन रमण सही टाइम पर ट्यूशन के लिए पन्हुंच गया,मनु भी उसका ही इंतेज़ार कर रहा था,आज तो आरती उसको नज़र नही आई,फिर वो अंदर आ गया.

मनु ने आते ही रमण को थॅंक्स बोला ,तो रमण ने कहा कि भाई ये किसलिए,तब मनु ने कहा कि आपने जो मेरे लिए फेवर किया और मुझे प्रिया की चूत दिलवाई ये उसके लिए है.

रमण ने पूछा कि भाई मज़ा आया कि नही,मनु बोला रमण भैया ये मेरे बर्तडे का सबसे बड़ा गिफ्ट था,जो आपने दिया था.

रमण ने पूछा कि उस रात को ठीक से किया था क्या,मनु बोला भैया आप ने जब मुझे पीछे कमरे मे जाने को कहा तो पहले मैं जिस कमरे मे गया वहाँ तो पहले से ही सलीम स्वाती मेडम की चूत मार रहा था.

ये सुन कर रमण ने कहा कि यार वो तो स्वाती की लेता ही रहता है,तुम्हे थोड़ा सा ध्यान रख कर जाना चाहिए था,फिर क्या हुआ?

मनु बोला फिर मे प्रिया को ले कर दूसरे रूम मे चला गया वहाँ कोई नही था वहाँ ले जा कर मे प्रिया को सही से बजाया,मुझे बहुत मज़ा आया.

रमण ने कहा तो फिर ठीक है तुम्हारा काम तो हो गया ना.

मनु बोला हां भैया और ये सब आप के कारण हुआ.

रमण ने कहा कि अब क्या प्रोग्राम है,अब प्रिया कब मिल रही है.

मनु बोला अभी तो कोई बात नही हुई है,जब भी होगी मे आपको ज़रूर बता दूँगा.

फिर रमण ने कहा की पार्टी तो तुम्हारी मम्मी ने भी अच्छी तरह से एंजाय की थी.

मनु बोला कि हां भैया वो जो ड्रेस आपने दी थी वो मम्मी पर बहुत अच्छी लग रही थी.

रमण बोला कि यार वो तो बस ऐसे ही ले ली थी,पर एक बात है उस ड्रेस मे तुम्हारी मम्मी सच मुच किसी भी हीरोइन से कम नही लग रही थी,मैं तो सच मे तुम्हारी मम्मी पर फिदा हो गया था.

मनु बोला कि ये क्या बोल रहे हो भैया.

रमण बोला कि यार तुम मेरी बात का बुरा मत मान-ना जो मेरे को लगा मैने तुम्हे बता दिया,अगर तुम्हे बुरा लगा तो मुझे माफ़ कर देना.

मनु बोला कि भैया ऐसी तो कोई बात नही है,जैसे मे आप को अपने दिल की सारी बातें बता देता हूँ ,ऐसे ही आपने भी अपने दिल की बात मुझे बताई है,तो इसमे कोई बुराई नही है.

रमण ये सुन कर बहुत खुश हो गया,उसको अब अपनी मंज़िल बहुत करीब नज़र आ रही थी
 
रमण की ख़ुसी का कोई ठिकाना नही था,वो जैसा कह रहा था वैसा ही हो रहा था,मनु भी अब अपनी मा के बारे मे रमण से खुल कर बात कर रहा था.

फिर रमण बोला कि मनु भाई कई बार क्या होता है कि दिल की बात ज़ुबान पर तो आ जाती है पर सामने वाला बुरा मान जाता है,पर तुम ने ऐसा नही किया.

मनु बोला रमण भैया अब जब आप मेरे लिए इतना कर सकते हो तो फिर मे भी तो आपकी बात को समझ सकता हूँ.

ये सही है कि उस दिन मेरी मम्मी आपकी दी हुई ड्रेस मे बहुत ही सेक्सी लग रही थी,ऐसे मे अगर आपका दिल मेरी मा पर आ गया तो कोई बात नही है.

मैं ये बात मम्मी को नही बताने वाला.

रमण बोला थॅंक्स मेरे भाई.

पर आज आरती भाभी जी गयी कहाँ हैं?

मनु बोला कि वो अपनी सहेली के यहाँ किसी किटी पार्टी मे गयी हैं,आने ही वाली होंगी.

इतने मे बाहर का दरवाजा खुला और आरती अंदर आ गयी,वो उन दोनो को बाहर ही बैठा देख कर बोली कि क्या हुआ आज पढ़ाई नही कर रहे क्या.

तब रमण बोला कि आज मनु का पढ़ाई का मूड नही है,इसलिए हम परसो की पार्टी की बाते कर रहे थे.

आरती भी वहीं पर आ कर बैठ गयी,आज आरती ने एक चुस्त जीन्स और टॉप पहना हुआ था,वो इसमे भी सेक्सी लग रही थी,जैसा कि मैं पहले ही बता चुका हूँ,रमण और मनु के कहने के बाद आरती ने अपना ड्रेसिंग स्टाइल चेंज कर लिया था,और अब वो ज़्यादा से ज़्यादा फिट कपड़े पहनने लगी थी.

आरती ने कहा कि तुम लोग बैठो मे कुछ खाने को ले कर आती हूँ.

फिर वो चली गयी,तब रमण मनु से बोला कि यार तुम्हारी मम्मी तो आज भी बम लग रही है,मेरा तो ईमान खराब हो रहा है,मनु भी अब रमण के रंग मे रंग गया था,इसलिए उसका लंड भी अपनी मा को देख कर तन जाता था.

मनु बोला कि भैया ये आप क्या बाते कर रहे हो मम्मी ने सुन लिया तो अच्छा नही होगा.

रमण बोला वो तो ठीक है,ये बाते हम ही लोग आपस मे कर रहे हैं तुम्हारी मम्मी के सामने ये बाते हम नही करेंगे,पर तुम्हे मेरा एक फेवर करना होगा कि तुम मेरी बातों को सपोर्ट तो कर ही सकते हो,इस पर तो तुम्हे कोई एतराज़ नही है ना.

मनु बोला ठीक है भैया.

इतने मे आरती उसके लिए कुछ खाने पीने को ले कर आ गयी.

वो भी वहीं पर साथ मे बैठ गयी,रमण ने कहा कि भाभी जी कहीं बाहर गये थे क्या.

आरती बोली कि हां एक फ्रेंड के यहाँ किटी थी वहीं गयी थी.

रमण बोला तभी तो आप इतनी खूबसूरत लग रही हो.

आरती ये सुन कर शर्मा गयी और बोली आप तो हर टाइम मेरे ही पीछे पड़े रहते हो और मेरी झूठी तारीफ करते रहते हो.
 
रमण बोला कि ऐसा आप को लगता है,आप हो ही इतनी सुंदर और फिर ये ड्रेस आप को और सुंदर बना देती है,आप उस दिन पार्टी मे तो बिजलियाँ गेरा रही थी,क्यों मनु मे सही कह रहा हूँ ना?

मनु बोला हां रमण भैया बात तो सही है उस दिन पार्टी मे सबकी नज़र मम्मी पर ही थी.

ये सुन कर आरती मन ही मन बहुत खुस हुई,पर बाहर से बोली कि वो तो आपकी दी हुई ड्रेस का कमाल था.

रमण बोला कि खाली ड्रेस से कुछ नही होता ,फिगर भी तो वैसी होनी चाहिए,बल्कि मैं तो कहूँगा कि ये उस ड्रेस की खुसकिस्मती थी कि वो आपके जिस्म पर थी.

आरती बोली बस-2 अब मेरी झूठी तारीफे मत करो.

रमण बोला कि ऐसे कोई बात नही है,मैं जो कह रहा हूँ सच और दिल से कह रहा हूँ.
मनु और मे ये ही बात कर रहे थे,कि आप की खूबसूरती का क्या राज़ है.

आरती बोली कि अब बस भी करो तुम लोग क्या मेरे पीछे पड़ गये हो.तुम लोग ऐसे बोलोगे तो मे फिर जा रही हूँ.

असल मे इन सब बातों से आरती के दिल मे हलचल मच रही थी,और उसको उस रात की बाते याद आ रही थी कि क्या-2 हुआ था,और कैसे रात को नशे मे रमण ने उसके साथ मज़े लिए थे,इन सब से उसकी खुद की हालत थोड़ी-2 खराब हो रही थी.

आरती की ये बात सुन कर दोनो जने बोले कि अब हम आपकी कोई बात नही करेंगे,आप नाराज़ ना हों.

फिर आरती ने पूछा कि मनु उस रात को तुम कहाँ चले गये थे मैं तुमको ढूंड रही थी,मनु आरती की ये बात सुन कर एकदम से सकपका गया,पर फिर सम्भल कर बोला कि मैं तो वहीं था कहीं नही गया था आप ही रमण भैया के साथ मस्ती से नाच रही थी.

आरती ये सुन कर चुप हो गयी,क्यूंकी सारी बाते तो उसको भी नही याद थी,इसलिए वो कुछ नही बोली.

फिर रमण बोला छोड़ो यार सब बाते उस दिन पार्टी मे आप लोगों को मज़ा तो आया ना.

दोनो ने कहा कि हां आप की पार्टी थी बड़ी मस्त.

मनु बोला कि भैया अब पार्टी कब दोगे.

रमण ने कहा कि जब भी तुम कहोगे ,तभी दे देंगे.तुम तो बस मोके तैयार करते रहो,पार्टी हूँ देते रहेंगे. 

इस तरह से अब रमण और मनु मे बहुत सी बाते साझा हो गयी थी,अब दोनो आपस मे लड़कियों और औरतो के बारे मे खुल कर बाते करते थे.
 
एक दिन मनु ने कहा कि भैया आप कह रहे थे कि आप को थोड़ी मिच्योर औरते पसंद हैं,तो फिर जब स्वाती मेडम सलीम भैया से चुदवाती है,तो आप क्यों नही चोद्ते.

रमण बोला कि यार मैं उसकी ले चुका हूँ,पर अब उसकी चूत बहुत खुल चुकी है,और अब सलीम और महेश दोनो उसको चोद्ते रहते हैं तो मुझे ज़्यादा मज़ा नही आता.

मनु बोला तो क्या स्वाती मेडम को कोई एतराज़ नही है कि आप तीनों जने उसकी लेते हो.

अर्रे यार उसको तो बहुत मज़ा आता है,मैने तुम्हे पहले भी कहा था ना कि शादी-शुदा औरत की लेने मे कहीं ज़्यादा मज़ा है

मनु बोला अब आप कह रहे हो तो सही होगा.

रमण ने कहा और बताओ उस दिन के बाद प्रिया की ली या नही.

मनु बोला कहाँ भैया मौका और जगह दोनो नही मिलते.आप ही कुछ करो,या कोई और पार्टी दो तब जाके मौका मिलेगा.अब तो दिल बहुत कर रहा है.

इतने मे आरती कमरे मे आ गयी,वो उनके लिए नाश्ता लाई थी,आरती ने कहा कि और बताओ पढ़ाई कैसी चल रही है.

रमण ने कहा कि भाभी जी पढ़ाई बढ़िया चल रही है और आप बताए कैसी हैं.

आरती ने कहा कि मे तो ठीक हूँ.

रमण ने कहा कि लगता है आज कल कुछ नाराज़ हैं जो हमारे साथ बैठी ही नही.

आरती ने कहा कि ऐसी कोई बात नही है,बस थोड़ा सा घर का काम करती रहती हूँ,फिर वो वहाँ से चली गयी.

रमण उसको जाते हुए देखता रहा,मनु रमण को देखे जा रहा था,कि वो उसकी माँ को देख रहा है.

मनु ने कहा कि क्या देख रहे हो भैया.

रमण ने कहा कि यार मनु बुरा मत मान-ना मे तुम्हे पहले ही बता चुका हूँ कि तेरी मम्मी को देख कर मुझसे कंट्रोल नही होता,और मेरा दिल बहक जाता है,तू बुरा मत मानना.

मनु का नज़रिया तो काफ़ी दिनो से आपनी मा के प्रति बदल ही चुका था,उसको क्या बुरा लगता,फिर भी वो बोला कि कोई बात नही भैया,पर आप चाहते क्या हो.

रमण बोला कि यार मैं तेरी मम्मी से फ्रेंडशिप करना चाहता हूँ.

मनु ने कहा कि वो तो वैसे ही आपको अपना दोस्त ही समझती है,और वैसे ही ट्रीट करती है.

रमण बोला यार वो बात नही है मैं तो गर्लफ्रेंड बाय्फ्रेंड वाली फ्रेंडशिप की बात कर रहा हूँ.

मनु बोला कि भैया ये कैसे मुमकिन है,वो मेरी मा है,और फिर वो शादी शुदा भी तो हैं,पिता जी को पता चल जाएगा तो क्या होगा.

रमण बोला यार वो सब छोड़ ,अगर तुझे कोई अतराज़ नही है तो वो सब तो मॅनेज हो जाएगा.मे तेरे पापा को जानता हूँ,वो अपनी पोस्ट का फ़ायदा सिर्फ़ पैसे से ही नही अलग-2 तरीके से उठाते हैं,और ये तुम भी जानते हो.

मनु बोला इसका क्या मतलब है.

रमण ने कहा कि यार भोले मत बनो ,तुम्हारा बाप रिश्वत मे पैसे के अलावा कई बार नयी-2 लड़कियाँ भी अपनी पार्टी से माँगता है,और वो अपना काम निकलवाने के लिए तुम्हारे पापा की हर इच्छा पूरी करती हैं,तो जब तुम्हारा बाप बाहर इतना कुछ करता है ,तो तुम्हारी मा को सिर्फ़ खुश रहने का भी हक़ नही है.

मनु ने कहा कि भैया ये आप क्या कह रहे हो,ये सही नही हो सकता.
 
रमण ने कहा कि मेरे भाई ये सही है,मैं तुमसे झूठ नही बोल रहा.

मनु बोला फिर तो आपकी बात सही है अगर पापा ऐसा करते हैं तो माँ को भी आपने दिल को खुस रखने के लिए कुछ करने का हक है.

रमण बोला यही तो मैं भी कह रहा हूँ,मैं तुम्हारी मम्मी को पसंद करने लगा हूँ,अगर वो मेरे साथ कुछ टाइम खुश रहती है तो ,इसमे कोई बुराई नही है.मैं जनता हूँ कि अगर मैं थोड़ी सी कोशिस करूँगा और तुम मेरा साथ दोगे तो ये हो सकता है.

मनु बोला वो तो ठीक है,पर इस-से मुझे क्या मिलेगा.

रमण ने कहा कि यार मैने तुम्हारी सेटिंग प्रिया से करवा दी अब और क्या चाहिए.

मनु बोला कि भैया वो जगह वाली बात है ना.

रमण ने कहा कि एक बार मेरी सेटिंग तुम्हारी माँ से हो जाए तो मे तुम्हे और प्रिया को यहीं पर करने की छूट दिलवा दूँगा.


मनु जब रमण से अपनी मा के बारे मे यूँ खुल कर बाते कर रहा था,तो उसके ख़यालों मे प्रिया नही उसकी खुद की मा ही थी जो उसे नज़र आ रही थी.पर उसने ये रमण पर जाहिर नही होने दिया.

फिर मनु बोला कि भैया पर आप मम्मी को कैसे राज़ी करोगे अपने साथ दोस्ती के लिए.

रमण बोला कि वो सब मैं देख लूँगा पर बस मैं तुम्हे जैसे-2 कहूँ तुम वैसे ही करते रहना,कुछ टाइम तुम मुझे अपनी मा के साथ अकेले दोगे तो ये सब फिक्स हो जाएगा.

मनु ने कहा कि ठीक है.
 
अगली बार जब रमण मनु को ट्यूशन देने के लिए आया उस दिन पहले ही उसने मनु को फोन कर दिया कि वो आ रहा है,तो मनु कुछ देर के लिए बाहर चला जाए,कि जब रमण आए तो उसकी मा घर मे अकेली हो,मनु समझ गया और रमण के आने से थोड़ी देर पहले ही अपनी मा को बोला कि उसको कुछ बुक लानी हैं जो रमण भैया ने बोली हैं वो ले कर आता है,अगर रमण भैया आएँ तो वो उनको बिठा लेना.

आरती ने कहा कि ठीक है ,पर तुम जल्दी आ जाना.

मनु के जाने के थोड़ी ही देर बाद रमण आ गया,आरती ने दरवाज़ा खोला तो रमण ने कहा कि आज मनु कहाँ गया.

आरती बोली कि वो कह कर गया था कि आप ने कुछ बुक्स के लिए कहा है वो लेने जा रहा है ,जल्दी आ जाएगा ,आप बैठो वो आने वाला होगा.

आरती ने आज एक डीप गले की नाइटी पहनी हुई थी,जिसमे से उसका जिस्म छलक के बाहर आने को हो रहा था.रमण ने सोचा कि आज तो उसकी किस्मत ही खुल गयी है.

रमण अंदर आ गया,आरती ने कहा कि आप बैठो मे कुछ ले कर आती हूँ.

फिर आरती दोनो के लिए पीने को कोल्ड ड्रिंक ले कर आ गयी,रमण ने कहा कि भाभी जी आप फॉरमॅलिटी मत किया करो.

आरती बोली नही ऐसे कोई बात नही है.

फिर रमण और वो कोल्ड ड्रिंक पीने लगे,रमण ने कहा कि मनु ने बहुत देर लगा दी,आप भी मेरे साथ बोर हो रही हो.

आरती-अरे ये क्या कह रहे हो ऐसी कोई बात नही है.मुझे आपसे कोई बोरियत नही होती.

रमण ने कहा कि ऐसा है तो फिर आप हमारे साथ बैठी क्यूँ नही.

आरती अब क्या बोलती,कि वो लोग ऐसी -2 बाते करते हैं कि उसको वहाँ पर बैठने मे शरम आती थी.पर वो बोली नही.

फिर रमण ने कहा कि क्या आपको मेरो कंपनी अच्छी नही लगती.

आरती-नही ऐसे बात नही है,आप और मनु दोनो मिल कर जब मेरी खिंचाई करते हो ,इसलिए मे अब आप दोनो के साथ नही बैठती.

रमण-अर्रे मैने ऐसा कब किया.

आरती-वो जब पार्टी के अगले दिन आप और मनु बोल रहे थे तो मुझे ऐसा ही लगा.

रमण बोला कि भाभी जी आप क्या कह रही हो,ऐसा कुछ भी नही था,बल्कि मे तो मनु के सामने बोला नही ,उस दिन तो आप गजब की सेक्सी लग रही थी,और अगर आप अरविंद साब की बीवी नही होती,तो मे वहीं पर कुछ कर बैठता,सही कह रहा हूँ,मैने आपने आप पर कैसे कंट्रोल किया मैं ही जानता हूँ,उस दिन जो बिजली मेरे पर गिरी मे बता नही सकता.

ये सुन कर आरती शरम के मारे लाल हो गयी,और बोली ये आप क्या कह रहे हो.

रमण-आप को मेरी बात झूठ लग रही होगी ,पर ये सच है उस दिन आप मुझे बिल्कुल अप्सरा की तरह लग रही थी,उस ड्रेस मे आप का जलवा ही अलग था,मैने तो उस रात आपकी इतनी सारी फोटुस ली कि मेरे मोबाइल की मेमोरी ही जवाब दे गयी.

ये सुन कर आरती का लाल मूह और लाल हो गया.पर वो बोली कि ये आप क्या बोले जा रहे हो,ऐसी बाते करना ठीक नही है.

ये सुन कर रमण समझ गया कि आरती के दिल मे तो हां है,पर मूह पर जमाने और पति,बेटे की वजह से ना है,अब उसने इस हालत का पूरा फ़ायदा उठाने का मन बना लिया था.
 
रमण ने कहा कि भाभी जी ये मैं नही कह रहा ये तो मेरा दिल मुझसे कहलवा रहा है,इसमे मेरा कोई दोष नही है.आप हो ही इतनी हसीन कि कोई भी आप को उस रूप मे देखेगा तो आप का दीवाना हो ही जाएगा

अब तो आरती के मूह पर हया की लाली ने गजब कर दिया,और वो बोली कि मैं जा रही हूँ,जब मनु आएगा तो आप उसको पढ़ा देना.

रमण ने कहा कि भाभी जी आप ऐसे कहाँ नाराज़ हो कर जा रही हो,अगर आप को मेरी बाते इतनी बुरी लग रही हैं तो मैं अब कुछ भी नही बोलूँगा.

और रमण एकदम से चुप हो कर वहीं बैठ गया,आरती समझ गयी कि रमण ने उसकी बात का बुरा मान लिया है,इसलिए वो ही बोली कि मैं तो तुमको झूठी त्तारीफ करने के लिए मना कर रही थी,फिर मनु भी आनेवाला है,वो ये सब सुनेगा तो उसको कैसा लगेगा.अच्छा आपको इतना बुरा लगा तो मे आगे से आपको नही बोलूँगी,पर चलो अब उस पार्टी की फोटो तो दिखा दो.

रमण समझ गया कि उसका तीर सही निशाने पर जा रहा है,अगर वो थोड़ी सी कोशिस और करेगा तो आरती पके हुए आम की तरह उसकी झोली मे आ जाएगी,और इस मस्त जवानी का रस पीने का उसको मौका मिल जाएगा.पर अपनी चाल सही समय पर सही तरीके से चलनी होगी और मनु को साथ मिला कर रखना होगा,जिस-से कि आरती के मन मे बेटे का कोई डर ना रहे,और जब मनु साथ होगा तो उसके बाप से शिकायत ही कौन करेगा.

रमण ने अपना मोबाइल निकाला और जैसे उसने पिछली पार्टी की फोटुस मे से छाँट कर एक अलग ही फोल्डर मे आरती की खास-2 फोटो डाल ली थी ,इस बार भी ऐसा ही किया,फिर वो बोला कि लो भाभी जी आप खुद ही देख लो.

पर रमण ने वो फोल्डर निकाल कर नही दिया,आरती कोशिस करने लगी पर उसको कहीं भी फोटुस नही मिली,तो वो बोली कि रमण इसमे तो कहीं नही हैं.

रमण ती यही चाहता था इस बहाने वो जाके आरती के बगल मे बैठ गया और फिर उसके हाथ से मोबाइल ले कर उसने वो फोल्डर खोला जिसमे कि आरती की फोटुस थी.

फिर वो दोनो मिल कर फोटुस देखने लगे ,रमण ने कुछ फोटुस ऐसे ऐंगल से ली थी कि आरती की जवानी और भी उभर कर आ रही थी,आरती उन फोटुस को देख कर अंदर ही अंदर अपने पर बहुत खुस हो रही थी,कि वो इस उमर मे भी इतनी खूबसूरत और सबसे बड़ी बात सेक्सी लग रही है.एक फोटो मे उसका बेटा मनु भी उसको बहुत गरम नज़रो से देख रहा था,ये बात आरती ने भाँप ली.वो हैरान रह गयी कि मनु भी उसको ऐसी गंदी नज़र से देख रहा है,जैसे वहाँ पार्टी मे मौजूद सारे देख रहे हैं,वैसे कुछ दिनो से मनु का व्यवहार उसके प्रति कुछ बदल तो गया था,ये वो समझ रही थी,पर इसमे भी उसको मज़ा आता था,कि उसका खुद का बेटा उसको इस उमर मे भी हसीन समझता है.आरती बोली कि रमण ये सारी फोटुस तुमने और किसी को तो नही दिखाई.

रमण बोला देखा भाभी जी मैं ना कहता था कि आप बिल्कुल सेक्सी हैं और मेरी इस बात को ये फोटुस साबित कर रही हैं,ये फोटुस मैने और तो किसी को नही पर मनु को दिखाई थी.

आरती ये सुन कर एकदम से परेशान हो गयी.

ये बात रमण समझ गया,इसलिए आगे बोला ,ये फोटुस देख कर मनु बहुत खुस हुआ और बोला कि रमण भैया आप देख रहे हो मेरी मम्मी इस उमर मे भी जवान लगती हैं.

ये सुन कर आरती को बहुत इतमीनान हुआ कि मनु ने इन फोटुस को देख कर बुरा नही माना.और वो खुद बड़ा खुश हुआ है,इसका मतलब है कि उसको खुद अपनी मम्मी सेक्सी रूप मे पसंद है.

रमण बोला भाभी जी मैने पहले भी कहा है और आज फिर कह रहा हूँ कि आप तो ऐसी ही सेक्सी ड्रेसस पहना करो.
 
आरती बोली वो तो ठीक है पर मनु क्या सोचेगा.

रमण बोला वो तो खुद ही चाहता है कि आप कम से कम हमारे साथ तो बिल्कुल फ्रेंड्ली रहें.

इन सब बातों के बीच आरती जो कि रमण से बिल्कुल सटी हुई बैठी थी,उसको अंदर ही अंदर कुछ-2 होने लगा था,वैसे भी रमण ने अपना काफ़ी सारा वजन आरती पर डाल रखा था,और वो फोटुस दिखाने के बहाने आरती से चिपका जा रहा था,उसका खुद का लोड्‍ा पॅंट फाड़ कर बाहर आने को तैयार था.

आरती की चूत से भी इन गरम -2 बातों के कारण पानी सा निकल रहा था,और वो गर्मी महसूस कर रही थी.

रमण की बात सुन कर वो बोली कि अगर मनु को कोई भी ऐतराज नही है तो वो तो घर मे ऐसी मॉर्डन ड्रेस पहन ही सकती है.

रमण बोला अगर आप को शक़ है तो मे मनु से पुछवा दूँगा.

आरती जल्दी से बोली कि नही नही ऐसी कोई बात नही है,और मुझे आप की बातों का यकीन है,मैं कोशिस करूँगी.

अब तो रमण का दिल बल्लियों उछलने लगा था,कि ये मुर्गी उसके जाल मे आ रही है.

फिर इतने मे ही मनु बाहर से आ गया,और उसने उन दोनो को साथ-2 बाते देख लिया,आरती एकदम से घबरा गयी,ये बात मनु भी ताड़ गया,इसलिए माहौल को हल्का करने के लिए बोला कि रमण भैया तुम मेरी मम्मी के साथ क्या कर रहे हो.

रमण बोला कि यार वो उस दिन पार्टी मे जो फोटुस खींची थी वो दिखा रहा हूँ.

मनु बोला अर्रे भैया उस पार्टी की मा की फोटुस तो बहुत ही शानदार आई थी,अच्छा है कि तुम मम्मी को दिख रहे हो,पर पापा को मत दिखना ,नही तो वो आपकी और मेरी दोनो की पिटाई कर देंगे,कि उनकी बीवी की इतनी खूबसूरत और सेक्सी फोटुस तुम लोग क्यूँ देख रहे हो,और हां रमण भैया ये फोटुस मुझे भी मैनल पर सेंड कर देना.

रमण ने कहा कि यार उस दिन दिखा तो दी थी अब क्या करोगे.

मनु बोला कि भैया वो फोटुस ऐसी हैं कि एक बार क्या कई बार देखने पर भी मन नही भरता.क्यों मम्मी मैं सही कह रहा हूँ ना,रमण भैया ने आपको हर ऐंगल से शूट किया है,आप लग भी जबरदस्त सेक्सी रही हो.

अब तो आरती क्या बोल सकती थी,वो बोली कि क्या सच मे उस दिन मैं तुमको इतनी पसंद आ रही थी.

मनु बोला और नही तो क्या,अगर आप मेरी मा नही होती तो आप को बताता कि आप मुझे कैसी लग रही थी.

आरती सब समझ रही थी,और वो बात को आगे नही ले जाना चाहती थी,नही तो पता नही मनु क्या-2 बोल सकता था,इसलिए वो चुप ही रही.

पर यहाँ से रमण ने बात को आगे बढ़ाया,और बोला कि यार तुम बताओ तो सही.हमे भी तो पता चले कि तुम क्या कह रहे हो.
 
मनु कुछ नही बोला और आरती की दूसरी तरफ आ कर बैठ गया और कहा कि वो भी फोटुस फिर से देखगा.

आरती अब दोनो के बीच सॅंडविच बनी हुई थी,और दोनो जनो के लंड आरती के जिस्म की गर्मी और गरमा गरम फोटो देख कर फूले हुए थे.

तीनो जने फोटो देख रहे थे,पर रमण के हाथ थोड़ी-2 हरकतें भी कर रहे थे,पर मनु के साथ मे बाते होने के कारण कुछ कह नही पा रही थी.पर रमण और मनु तो आपस मे मिले हुए ही थे ,उनको कोई प्राब्लम ही नही थी.

कुछ फोटुस के बाद एक फोटो मे आरती की क्लीवेज़ ज़्यादा नज़र आ रही थी,उसको देख कर मनु बोला कि माँ देखो आप क्या खूब लग रही हो,आरती एकदम से लाल हो गयी.पर बोली कुछ नही.

ऐसे ही मनु और रमण आरती की अलग -2 फोटुस के बारे मे बातें कर रहे थे,पर आरती ज़्यादा रिप्लाइ नही कर रही थी,ये बात रमण समझ गया,कि मनु के कारण आरती ज़्यादा नही बोल रही,तो वो बोला कि ठीक है अब मे चलता हूँ और ये सब की सब फोटुस मैं मनु तुम्हे मैनल कर दूँगा.

मनु ने कहा कि ठीक है भैया.

अगले दिन रमण ने मनु को आरती की फोटुस वाला फोल्डर मैनल कर दिया,पर उसके साथ-2 रमण ने कुछ मेच्यूर औरतो की सेक्सी फोटुस और कुछ सेक्सी कहानियो के लिंक यानी राजशर्मास्टॉरीज भी मैनल मे थे.

मनु ने जब मैनल खोली तो उसने अपनी मम्मी की फोटो के साथ उन फोटुस को भी देखा,उसका लंड तो एकदम तन-तना गया,उसने अपने लंड को बैठाने की कोशिस की तो वो और ज़्यादा बढ़ने लगा,फिर मनु ने वो कहानी वाला राजशर्मास्टॉरीज का लिंक खोला उन कहानियो मे मेच्यूर शादी शुदा औरते अपने किसी जान पहचान वाले से मज़े लेती हैं ,उन कहानियो को पढ़ कर तो मनु का हाल बहुत बुरा हो गया,अब उसको मूठ मारने की ज़रूरत महसूस हो रही थी,उसने पहले जा कर अपने कमरे का दरवाजा अच्छी तरह से बंद किया,फिर आ कर अपनी पॅंट नीचे करके अपना फॅन-फनाता हुआ लंड बाहर निकाला,पर जैसे ही उसने उसको हाथ लगाया ,उसको अपने लंड मे दर्द सा महसूस हुआ,फिर भी उसने अपने लंड को आगे पीछे करना शुरू किया,मनु कहानी पढ़ता जा रहा था और मूठ मारता जा रहा था,तभी अचानक उसके हाथ से पता नही क्या हुआ और वो पेज तो हट गया और उसकी मम्मी की सेक्सी फोटो उसकी आँखों के सामने आ गयी,इस टाइम तक मनु का लंड इतना तन चुका था कि अब उसके लिए रुकना मुश्किल था,और अपनी मा को इस सेक्सी फोटो मे देख कर तो वो और पागल हो गया और अपनी मा को ही अपने ख़यालों मे अपने लंड के नीचे ले कर चोदने लगा और आरती के नाम की ही मूठ मारने लगा,वो देख रहा था कि उस मा उसके लंड को अपनी चूत मे ले रही है,और वो अपनी मा को चोदे जा रहा है,उसका मज़ा इस ख़याल से ही बढ़ गया और उसको ज़्यादा मज़ा आने लगा,और मनु के लंड ने पानी छोड़ दिया,वो एकदम पानी निकलते ही अपने आप को हल्का महसूस करने लगा,मनु का हाथ अपने लंड से निकले हुए पानी से चिप चिपा हो रहा था,पर उसकी इतनी हिम्मत नही हो रही थी,कि वो उठे और हाथ को धो ले.वो वैसी ही हालत मे वहीं पड़ा रहा,जब उसका खुमार पूरा उतर गया तब उसको सामने स्क्रीन पर अपनी मम्मी की फोटो देख कर ध्यान आया कि उसने अपनी मा के नाम की मूठ मारी है,वो दिल ही दिल मे अपने आप पर गुस्सा हुआ,कि ये उसने क्या किया.

फिर वो उठा और जा कर बाथरूम मे अपना हाथ और लंड धो कर आया,वापिस आ कर उसने पहले सामने की स्क्रीन से अपनी मा की फोटो को हटा दिया,पर उसके दिल मे हलचल तो हो ही गयी थी.

फिर मनु कहानी को दुबारा से खोलता है और पढ़ना शुरू करता है,तभी उसे ख़याल आता है कि अगर वो इस साइट के होम पेज पर जा कर और कहानी पढ़े तो.मनु जो साइट के होम पर जाता है वो साइट राजशर्मास्टॉरीजडॉटकॉम थी,वहाँ पर उसको और बहुत से लिंक मिलते हैं,वो वहाँ पर इन्सेस्ट स्टोरीस वाला लिंक खोलता है,वहाँ पर तो घर मे ही आपस मे चुदाइ की कहानी भरी हुई थी,वो एक कहानी पर क्लिक करता है जिसमे कि मा और बेटे की चुदाई की कहानी थी,उस कहानी को पढ़ कर उसका लंड तुरंत फिर से तनाव मे आने लगता है,और वो कहानी पढ़ते-2 कहानी मे लड़के की जगह खुद को और मा की जगह अपनी मम्मी आरती को इमॅजिन करने लगता है,अब तो मनु को कहानी का मज़ा और भी बढ़ जाता है,एक दो बार तो वो इस ख़याल को अपने दिमाग़ से झटकने की कोशिस करता है,पर जब भी वो ऐसा करता है तभी वो ख़याल और ज़्यादा तेज़ी से उसके दिमाग़ मे घर करने लगता है,वो कहानी पढ़ कर हैरान है कि कैसे एक सगा बेटा अपनी ही सग़ी मा को चोद सकता है,पर फिर उसका दिमाग़ ही जवाब देता है कि जिसकी मा उसकी मा आरती जैसी सेक्सी औरत हो वो तो आपनी मा चोदे बिना रह ही नही सकता.
 
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