hotaks444
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तीन घोड़िया एक घुड़सवार--6
गतान्क से आगे...................
रश्मि अजय की इन सब बातो को सुन कर पानी पानी हो चुकी थी और अजय का लंड मुठियाते हुए, अजय एक काम करेगा, हाँ दीदी बोलो, रश्मि सीसियाते हुए अजय मैने ये देखा है कि मम्मी के नाम पर तेरा लंड खूब झटके खाने लगता है, लगता है तू मम्मी की चूत और गंद फाड़ देना चाहता है, मम्मी को नंगी करके खूब हुमच हुमच के चोदना चाहता है, अजय रश्मि की चूत और दूध मसल्ते हुए हाँ दीदी तुमने बिल्कुल मेरे मन की बात कह दी है, रश्मि अच्छा अजय तो फिर एक काम कर तू मुझे मम्मी समझ कर मुझे भी अपने मूह पर बैठा ले और मेरी मस्तानी भोसड़ी को अपनी मम्मी की रसीली फूली हुई भोसड़ी समझ कर उसका रस चूस डाल और रश्मि यह कह कर बेड पर नंगी ही खड़ी हो गई
अजय सीधा लेट गया तब रश्मि ने अजय के आजू बाजू दोनो टाँगे रख कर सीधी अजय के मूह मे अपनी रस से भरी चूत को रख दिया और अजय अपनी बहन की चूत को चाटने लगा, अब रश्मि ज़ोर ज़ोर से अपनी चूत अजय के मूह मे दबाती हुई, ले बेटा चाट ले अपनी मम्मी की मस्तानी भोसड़ी को, चूस हा चूस ऐसे ही चूस आह ऐसे ही चूस बेटा अपनी मम्मी की चूत खा जा बेटा आह आह पूरी खा जा बेटा अपनी मा की चूत, खूब चूस अजय अपनी मम्मी की चूत चूस चूस कर लाल कर दे मेरे लाल, अजय रश्मि के मूह से इन कामुक बातो को सुन कर अपना हाथ अपनी बहन की गंद के नीचे रख कर पागलो की तरह अपनी प्यारी दीदी की चूत को चाटने लगा, वह अपनी दीदी की चूत की दोनो फांको को अपने हाथो से अच्छी तरह फैला कर ऐसे कस कस के चाट रहा था जैसे बच्चे चॉकलेट के रेपर पर लगी चॉकलेट चाटते है, उसकी इस तरह की चूत चटाई से रश्मि जल्दी ही अपने छोटे भाई के मूह मे अपनी चूत का सारा पानी छ्चोड़ने लगी और उसका भाई अपनी बहन के सारे चूत रस को चाट चाट कर पीने लगा,
अब रश्मि से बर्दास्त नही हो रहा था और वह लुढ़क कर बेड पर गिर गई और अजय के लंड को पकड़ कर अपनी ओर खिचने लगी अजय उसका इशारा समझते ही अपनी बहन की दोनो मोटी जाँघो को फैला कर अपने लंड को अपनी बहन की चूत मे एक झटके मे अंदर तक पेल दिया जिससे रश्मि च्चटपटाने लगी अजय ने अपनी दीदी की गंद के नीचे हाथ ले जाकर उसकी चूत मे अपने लंड से जबरदस्त हमले शुरू कर उसे हचक हचक कर चोदने लगा, उसकी रफ़्तार इतनी तेज थी की पूरा बेड चरमरा उठा और पूरे कमरे मे फ़चा फ़च फ़चा फ़च की आवाज़ गूंजने लगी, रश्मि उन्ह उन्ह की आवाज़ निकाल रही थी और अजय अपनी बहन को कस कस कर चोदे जा रहा था, अजय उपर से झटका चूत मे मारता तब रश्मि नीचे से झटका लंड मे मारती, दोनो और से पूरी ताक़त से एक दूसरे की जाँघो की जड़ो मे कस कस कर ठोकर पड़ रही थी और दोनो स्वर्ग के झूले मे झूल रहे थे, एक लंबी घमासान चूत लंड की ठुकाई के बाद दोनो ने अपना अपना रस उगलना शुरू कर दिया और एक दूसर को कस कर पूरी ताक़त से जाकड़ लिया और कुछ पल के बाद दोनो शांत हो गये और एक दूसरे के होंठो को चूमते हुए एक दूसरे की ओर मुस्कुराने लगे, अजय ने घड़ी देखी तो 6:30 समय हो चुक्का था दोनो ने अपने अपने कपड़े पहने और अजय रूम से बाहर निकल गया.
आरती सुबह उठते ही सबसे पहले रश्मि के रूम मे पहुच गई, रश्मि अपने बेड पर पड़ी पड़ी पंखे की ओर देख रही थी और भाभी को देखते ही उठ बैठी और एक चुदास से थॅकी हुई मुस्कान उसके चेहरे पर बिखर गई, आरती ने आते ही अपनी प्यारी ननद के मोटे दूध को दबाते हुए क्यो मेरी ननद रानी रात भर सोई नही क्या, रश्मि अपनी भाभी के गले मे हाथ डाल कर उसका गाल चूमते हुए ओ भाभी ऐसा मज़ा मुझे जिंदगी मे कभी नही मिला और ये सब आप के कारण संभव हो सका, और आरती के गालो को एक बार फिर चूम लेती है, आरती अच्छा सारी रात अजय ने तुझे चोदा है क्या, हाँ भाभी बस ये ही समझ लो अजय का लंड नही मूसल है, मेरी तो नस नस मे एक मीठा सा दर्द उठ रहा है, आरती बनते हुए क्या इतना मस्त है अजय का लंड, हाँ भाभी, उसे आप अजय का नही घोड़े का लंड कह सकती है, पूरी रात उस घोड़े ने मुझे कस कस कर चोदा है, बन्नो रानी जब एक भाई अपनी बहन को चोद्ता है तो ऐसी जबरदस्त चुदाई ही होती है, तुझे इसी लिए ज़्यादा मज़ा आया है क्यो कि तू अपने सगे भाई से जो चुद रही थी,
गतान्क से आगे...................
रश्मि अजय की इन सब बातो को सुन कर पानी पानी हो चुकी थी और अजय का लंड मुठियाते हुए, अजय एक काम करेगा, हाँ दीदी बोलो, रश्मि सीसियाते हुए अजय मैने ये देखा है कि मम्मी के नाम पर तेरा लंड खूब झटके खाने लगता है, लगता है तू मम्मी की चूत और गंद फाड़ देना चाहता है, मम्मी को नंगी करके खूब हुमच हुमच के चोदना चाहता है, अजय रश्मि की चूत और दूध मसल्ते हुए हाँ दीदी तुमने बिल्कुल मेरे मन की बात कह दी है, रश्मि अच्छा अजय तो फिर एक काम कर तू मुझे मम्मी समझ कर मुझे भी अपने मूह पर बैठा ले और मेरी मस्तानी भोसड़ी को अपनी मम्मी की रसीली फूली हुई भोसड़ी समझ कर उसका रस चूस डाल और रश्मि यह कह कर बेड पर नंगी ही खड़ी हो गई
अजय सीधा लेट गया तब रश्मि ने अजय के आजू बाजू दोनो टाँगे रख कर सीधी अजय के मूह मे अपनी रस से भरी चूत को रख दिया और अजय अपनी बहन की चूत को चाटने लगा, अब रश्मि ज़ोर ज़ोर से अपनी चूत अजय के मूह मे दबाती हुई, ले बेटा चाट ले अपनी मम्मी की मस्तानी भोसड़ी को, चूस हा चूस ऐसे ही चूस आह ऐसे ही चूस बेटा अपनी मम्मी की चूत खा जा बेटा आह आह पूरी खा जा बेटा अपनी मा की चूत, खूब चूस अजय अपनी मम्मी की चूत चूस चूस कर लाल कर दे मेरे लाल, अजय रश्मि के मूह से इन कामुक बातो को सुन कर अपना हाथ अपनी बहन की गंद के नीचे रख कर पागलो की तरह अपनी प्यारी दीदी की चूत को चाटने लगा, वह अपनी दीदी की चूत की दोनो फांको को अपने हाथो से अच्छी तरह फैला कर ऐसे कस कस के चाट रहा था जैसे बच्चे चॉकलेट के रेपर पर लगी चॉकलेट चाटते है, उसकी इस तरह की चूत चटाई से रश्मि जल्दी ही अपने छोटे भाई के मूह मे अपनी चूत का सारा पानी छ्चोड़ने लगी और उसका भाई अपनी बहन के सारे चूत रस को चाट चाट कर पीने लगा,
अब रश्मि से बर्दास्त नही हो रहा था और वह लुढ़क कर बेड पर गिर गई और अजय के लंड को पकड़ कर अपनी ओर खिचने लगी अजय उसका इशारा समझते ही अपनी बहन की दोनो मोटी जाँघो को फैला कर अपने लंड को अपनी बहन की चूत मे एक झटके मे अंदर तक पेल दिया जिससे रश्मि च्चटपटाने लगी अजय ने अपनी दीदी की गंद के नीचे हाथ ले जाकर उसकी चूत मे अपने लंड से जबरदस्त हमले शुरू कर उसे हचक हचक कर चोदने लगा, उसकी रफ़्तार इतनी तेज थी की पूरा बेड चरमरा उठा और पूरे कमरे मे फ़चा फ़च फ़चा फ़च की आवाज़ गूंजने लगी, रश्मि उन्ह उन्ह की आवाज़ निकाल रही थी और अजय अपनी बहन को कस कस कर चोदे जा रहा था, अजय उपर से झटका चूत मे मारता तब रश्मि नीचे से झटका लंड मे मारती, दोनो और से पूरी ताक़त से एक दूसरे की जाँघो की जड़ो मे कस कस कर ठोकर पड़ रही थी और दोनो स्वर्ग के झूले मे झूल रहे थे, एक लंबी घमासान चूत लंड की ठुकाई के बाद दोनो ने अपना अपना रस उगलना शुरू कर दिया और एक दूसर को कस कर पूरी ताक़त से जाकड़ लिया और कुछ पल के बाद दोनो शांत हो गये और एक दूसरे के होंठो को चूमते हुए एक दूसरे की ओर मुस्कुराने लगे, अजय ने घड़ी देखी तो 6:30 समय हो चुक्का था दोनो ने अपने अपने कपड़े पहने और अजय रूम से बाहर निकल गया.
आरती सुबह उठते ही सबसे पहले रश्मि के रूम मे पहुच गई, रश्मि अपने बेड पर पड़ी पड़ी पंखे की ओर देख रही थी और भाभी को देखते ही उठ बैठी और एक चुदास से थॅकी हुई मुस्कान उसके चेहरे पर बिखर गई, आरती ने आते ही अपनी प्यारी ननद के मोटे दूध को दबाते हुए क्यो मेरी ननद रानी रात भर सोई नही क्या, रश्मि अपनी भाभी के गले मे हाथ डाल कर उसका गाल चूमते हुए ओ भाभी ऐसा मज़ा मुझे जिंदगी मे कभी नही मिला और ये सब आप के कारण संभव हो सका, और आरती के गालो को एक बार फिर चूम लेती है, आरती अच्छा सारी रात अजय ने तुझे चोदा है क्या, हाँ भाभी बस ये ही समझ लो अजय का लंड नही मूसल है, मेरी तो नस नस मे एक मीठा सा दर्द उठ रहा है, आरती बनते हुए क्या इतना मस्त है अजय का लंड, हाँ भाभी, उसे आप अजय का नही घोड़े का लंड कह सकती है, पूरी रात उस घोड़े ने मुझे कस कस कर चोदा है, बन्नो रानी जब एक भाई अपनी बहन को चोद्ता है तो ऐसी जबरदस्त चुदाई ही होती है, तुझे इसी लिए ज़्यादा मज़ा आया है क्यो कि तू अपने सगे भाई से जो चुद रही थी,