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देवी पहले तो कुछ सोचने लगी. उसका मन करता था राज से कह दे की कोमल की तबियत खराब है लेकिन उसने गुस्से के लहजे में राज से कहा, "देख राज तू अपने काम से काम रखा कर. तू यहाँ दूध लेने आता है इसलिए चुपचाप दूध लेकर चला जाया कर. कौन आया और कौन नही आया इससे तुझे क्या मतलब?
और हाँ आज के बाद अगर तू रास्ते में मुझे मिला तो तेरी शिकायत में अपने पापा से कर दूंगी. समझा. साथ ही मेरी बहन से तू जितनी दूर रह सके उतना तेरे लिए भी अच्छा है और मेरी बहन के लिए भी. मुझे पता है तूने उसे पागल बनाकर अपने जाल में फंसा लिया है इसलिए आज कान खोल कर सुन ले. मुझे अगर तू उसके आसपास भी नजर आया तो तेरी खैर नही."
देवी की बातें राज को अंदर तक झकझोर गयीं थीं. उसे लग रहा था जैसे देवी उसके सीने पर तलवार से वार करती जा रही है. उसे नहीं पता था कि देवी को उन दोनों के बारे में कैसे पता चला? लेकिन आज उसके लिए देवी को ये बताने का सबसे अच्छा मौका था कि वो कोमल को सच्चा प्यार करता है.
इतना सोच वह देवी के पैरों में गिर गया और गिडगिडाता हुआ आज गिडगिडा रहा था. ____ परन्तु राज की इसमें कोई गलती नहीं थी. जब से कोमल उसके मन को भायी तब से सबकुछ डांवाडोल हो गया था. लोग राज के बेपरवाही का फायदा उठा दूध में अनाप सनाप पानी मिलाने लगे थे. और धीरे धीरे उसकी नौकरी पर मुसीबत आखड़ी हुई. लोगों को राज की चिन्ता, उदासी और मोहब्बत से क्या मतलब? उन्हें क्या करना था राज की परेशानी से. उन्हें तो अपना उल्लू सीधा करना था. उन्हें तो दूध में पानी मिला बेईमानी से पैसा कमाना था.
राज अपने घर लौट आया लेकिन आज वो उस रास्ते पर कोमल का इन्तजार करने नही गया जहाँ वह काफी दिनों से अपनी पलकें बिछाए उस दिल की मुराद कोमल का इन्तजार करता था. आज देवी ने उसे जो चेतावनी दी थी उसका असर राज के दिल पर पत्थर की लकीर जैसा हो गया था. किन्तु उसका दिल नही मानता था. वो तो चाहता था कि कोमल हरएक पल उसके पास रहे.
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और हाँ आज के बाद अगर तू रास्ते में मुझे मिला तो तेरी शिकायत में अपने पापा से कर दूंगी. समझा. साथ ही मेरी बहन से तू जितनी दूर रह सके उतना तेरे लिए भी अच्छा है और मेरी बहन के लिए भी. मुझे पता है तूने उसे पागल बनाकर अपने जाल में फंसा लिया है इसलिए आज कान खोल कर सुन ले. मुझे अगर तू उसके आसपास भी नजर आया तो तेरी खैर नही."
देवी की बातें राज को अंदर तक झकझोर गयीं थीं. उसे लग रहा था जैसे देवी उसके सीने पर तलवार से वार करती जा रही है. उसे नहीं पता था कि देवी को उन दोनों के बारे में कैसे पता चला? लेकिन आज उसके लिए देवी को ये बताने का सबसे अच्छा मौका था कि वो कोमल को सच्चा प्यार करता है.
इतना सोच वह देवी के पैरों में गिर गया और गिडगिडाता हुआ आज गिडगिडा रहा था. ____ परन्तु राज की इसमें कोई गलती नहीं थी. जब से कोमल उसके मन को भायी तब से सबकुछ डांवाडोल हो गया था. लोग राज के बेपरवाही का फायदा उठा दूध में अनाप सनाप पानी मिलाने लगे थे. और धीरे धीरे उसकी नौकरी पर मुसीबत आखड़ी हुई. लोगों को राज की चिन्ता, उदासी और मोहब्बत से क्या मतलब? उन्हें क्या करना था राज की परेशानी से. उन्हें तो अपना उल्लू सीधा करना था. उन्हें तो दूध में पानी मिला बेईमानी से पैसा कमाना था.
राज अपने घर लौट आया लेकिन आज वो उस रास्ते पर कोमल का इन्तजार करने नही गया जहाँ वह काफी दिनों से अपनी पलकें बिछाए उस दिल की मुराद कोमल का इन्तजार करता था. आज देवी ने उसे जो चेतावनी दी थी उसका असर राज के दिल पर पत्थर की लकीर जैसा हो गया था. किन्तु उसका दिल नही मानता था. वो तो चाहता था कि कोमल हरएक पल उसके पास रहे.
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