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मदन: वाह दिव्या, ये साला सलमान भी कितना खुशकिस्मत है जो उसने तुम्हारे इस मखमली बदन को अपने नीचे रौंदा है।
दिव्या: सर प्लीज मैंने आपके कहने पर ये कपडे पहन लिए है अब मुझे जाने दीजिये।
मदन: हाँ हाँ अब तुम मेरे कपडे उतार कर वापस दे दो और जाओ।
दिव्या चारो तरफ देखती है लेकिन उसे अपने कपडे कहीं नजर नहीं आते। वो प्रिंसिपल से अपने कपडे वापस मांगती है पर मदन उसकी बात का कोई जवाब नहीं देता और दिव्या के पास आकर उसे पीछे से पकड़ लेता है। दिव्या छूटने की कोशिश करती है लेकिन अपने को छुड़ा नहीं पाती। अब मदन दिव्या की गांड को दबाने लगता है।
दिव्या: सर मैंने आपकी बात मान ली है अब प्लीज मुझे जाने दो।
मदन: मेरे कपडे उतार कर दे दो और चली जाओ न।
दिव्या छूटने के लिए ज्यादा जोर लगाती है तो मदन उसे टेबल के ऊपर झुका देता है। वो अपना लंड दिव्या की गांड में प्रेस करके उसकी गांड में लंड रगड़ने लगता है।
दिव्या छूटने की काफी कोशिश करती है पर मदन पर इसका कोई असर नहीं होता। मदन अपना एक हाथ दिव्या की स्कर्ट की तरफ ले जाता है जिससे दिव्या समझ जाती है की क्या होने वाला है। वो बहुत झटपटाती है लेकिन अपनी स्कर्ट को नीचे होने से रोक नहीं पाती।
दिव्या काफी चिल्लाती है लेकिन मदन के सामने उसकी एक नहीं चलती। प्रिंसिपल अब दिव्या की नंगी गांड पर थप्पड़ मारना शुरू करता है जिससे उसकी पूरी गांड एकदम लाल हो जाती है।
अब प्रिंसिपल से रहा नहीं जाता और वो अपना लंड बाहर निकाल कर दिव्या की चूत पर रगड़ने लगता है। दिव्या अपने को छुड़ाने की आखिरी कोशिश करते हुए आगे बढती है लेकिन उसके भागने की कोशिश देखकर मदन उसे बेदर्दी से वापस खींच लेता है और दिव्या अब विरोध की हिम्मत खो देती है।
मदन अब अपना लंड दिव्या की चूत के मुहाने पर रगड़ते हुए दबाव बढ़ाने लगता है। दिव्या की चूत सूखी होने की वजह से लंड आराम से अन्दर नहीं जाता लेकिन मदन एक जोर का धक्का लगाकर अपना लंड दिव्या की चूत में पैवस्त कर देता है।
दिव्या की चीख निकल जाती है। वो भूल जाती है की स्कूल में सलमान भी है। प्रिंसिपल अब बेपरवाह हो कर दिव्या की चुदाई शुरू कर देता है। कुछ ही पलों में न चाहते हुए भी दिव्या की चूत गीली होने लगती है जिससे प्रिंसिपल का लंड आराम से अन्दर बाहर होने लगता है।
दिव्या: सर प्लीज मैंने आपके कहने पर ये कपडे पहन लिए है अब मुझे जाने दीजिये।
मदन: हाँ हाँ अब तुम मेरे कपडे उतार कर वापस दे दो और जाओ।
दिव्या चारो तरफ देखती है लेकिन उसे अपने कपडे कहीं नजर नहीं आते। वो प्रिंसिपल से अपने कपडे वापस मांगती है पर मदन उसकी बात का कोई जवाब नहीं देता और दिव्या के पास आकर उसे पीछे से पकड़ लेता है। दिव्या छूटने की कोशिश करती है लेकिन अपने को छुड़ा नहीं पाती। अब मदन दिव्या की गांड को दबाने लगता है।

दिव्या: सर मैंने आपकी बात मान ली है अब प्लीज मुझे जाने दो।
मदन: मेरे कपडे उतार कर दे दो और चली जाओ न।
दिव्या छूटने के लिए ज्यादा जोर लगाती है तो मदन उसे टेबल के ऊपर झुका देता है। वो अपना लंड दिव्या की गांड में प्रेस करके उसकी गांड में लंड रगड़ने लगता है।

दिव्या छूटने की काफी कोशिश करती है पर मदन पर इसका कोई असर नहीं होता। मदन अपना एक हाथ दिव्या की स्कर्ट की तरफ ले जाता है जिससे दिव्या समझ जाती है की क्या होने वाला है। वो बहुत झटपटाती है लेकिन अपनी स्कर्ट को नीचे होने से रोक नहीं पाती।

दिव्या काफी चिल्लाती है लेकिन मदन के सामने उसकी एक नहीं चलती। प्रिंसिपल अब दिव्या की नंगी गांड पर थप्पड़ मारना शुरू करता है जिससे उसकी पूरी गांड एकदम लाल हो जाती है।

अब प्रिंसिपल से रहा नहीं जाता और वो अपना लंड बाहर निकाल कर दिव्या की चूत पर रगड़ने लगता है। दिव्या अपने को छुड़ाने की आखिरी कोशिश करते हुए आगे बढती है लेकिन उसके भागने की कोशिश देखकर मदन उसे बेदर्दी से वापस खींच लेता है और दिव्या अब विरोध की हिम्मत खो देती है।

मदन अब अपना लंड दिव्या की चूत के मुहाने पर रगड़ते हुए दबाव बढ़ाने लगता है। दिव्या की चूत सूखी होने की वजह से लंड आराम से अन्दर नहीं जाता लेकिन मदन एक जोर का धक्का लगाकर अपना लंड दिव्या की चूत में पैवस्त कर देता है।

दिव्या की चीख निकल जाती है। वो भूल जाती है की स्कूल में सलमान भी है। प्रिंसिपल अब बेपरवाह हो कर दिव्या की चुदाई शुरू कर देता है। कुछ ही पलों में न चाहते हुए भी दिव्या की चूत गीली होने लगती है जिससे प्रिंसिपल का लंड आराम से अन्दर बाहर होने लगता है।