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- Dec 5, 2013
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वही दूसरी ओर सुबह राजेश सो कर काफी लेट उठता है। उसे कल जो भी हुआ उस पर यकीन नहीं होता। उसके दिलों-दिमाग में रेणुका रह रह कर आ रही थी, वहीं वह ये भी सोच रहा था कि उसने रेणुका के साथ धोखे से जो किया है वो गलत है, पर ये तो नशे में हो चुका था जो अब राजेश चाह कर भी चेंज नहीं कर सकता।
साथ ही ये भी डर था कि कहीं ये सब दिव्या को पता न चल जाए। कुछ समय बाद राजेश कर्नल से मिलने की सोचता है तो वह उसके फ्लैट पर चला जाता है। राजेश दो बार बेल बजाता है तो सामने रेणुका दरवाजा खोलती है।
रेणुका को देखते ही राजेश को समझ नहीं आता है कि कैसे रिएक्ट करें। कांपती आवाज से वह कर्नल के बारे में पूछता है। पर रेणुका एकदम नॉर्मली रिएक्ट करती है।
रेणुका: जी वो तो किसी काम से आज बाहर गए हैं। रात में देर तक ही आ पाएंगे शायद।
राजेश: ओह, ठीक है रेणुका जी मैं चलता हूँ फिर।
रेणुका: आपकी वाइफ स्कूल से आ गई है क्या।
राजेश: जी अभी तो नहीं।
रेणुका: तो यही बैठ जाइए मैं चाय कॉफी ले आती हूँ।
राजेश: आप क्यों परेशान हो रही हो। मैं अंकल के आने के बाद आता हूँ।
रेणुका: इसमें परेशानी कैसी। आप आएंगे तो मुझे भी अच्छा ही लगेगा।
रेणुका ये कह उसे अंदर बुलाती है और खुद किचन की और चल देती है। राजेश उसकी मटकती गंद देख के अपने लंड को खड़ा होने से रोक नहीं पाता। राजेश भी अंदर चला जाता है और रेणुका के आने का वेट करता है।
कुछ ही सेकंड में रेणुका ग्लास में पानी ले कर बाहर आती है। रेणुका को अपनी और आता देख राजेश अपनी नजरें नीचे कर लेता है। साड़ी से झांकते उसके बूब्स देख कोई भी उसकी और आकर्षित हो उठे।
रेणुका जान के राजेश को ग्लास देते वक्त झुक कर उसे अपने बूब्स के दर्शन कराती है और वापस उठने में थोड़ा समय लेती है।
राजेश एक बार अपनी नज़र उठा कर देखता है तो रेणुका के चहरे पर अजब सी स्माइल देख वह फिर से नज़र दूसरी और कर लेता है।
रेणुका: आपको एयर कंडीशनर में भी इतनी गर्मी। क्यों लग रही है राजेश जी। देखो कितना पसीना बह रहा है।
इतना कहते ही रेणुका अपनी साड़ी के पल्लू से पसीना पोंछने लगती है। राजेश के शरीर में तो मानों करंट दौड़ जाता है, उसे समझ नहीं आता ये सब क्या हो रहा है।
तभी रेणुका का एक सवाल उसे निशब्द कर देता है।
साथ ही ये भी डर था कि कहीं ये सब दिव्या को पता न चल जाए। कुछ समय बाद राजेश कर्नल से मिलने की सोचता है तो वह उसके फ्लैट पर चला जाता है। राजेश दो बार बेल बजाता है तो सामने रेणुका दरवाजा खोलती है।

रेणुका को देखते ही राजेश को समझ नहीं आता है कि कैसे रिएक्ट करें। कांपती आवाज से वह कर्नल के बारे में पूछता है। पर रेणुका एकदम नॉर्मली रिएक्ट करती है।
रेणुका: जी वो तो किसी काम से आज बाहर गए हैं। रात में देर तक ही आ पाएंगे शायद।
राजेश: ओह, ठीक है रेणुका जी मैं चलता हूँ फिर।
रेणुका: आपकी वाइफ स्कूल से आ गई है क्या।
राजेश: जी अभी तो नहीं।
रेणुका: तो यही बैठ जाइए मैं चाय कॉफी ले आती हूँ।
राजेश: आप क्यों परेशान हो रही हो। मैं अंकल के आने के बाद आता हूँ।
रेणुका: इसमें परेशानी कैसी। आप आएंगे तो मुझे भी अच्छा ही लगेगा।
रेणुका ये कह उसे अंदर बुलाती है और खुद किचन की और चल देती है। राजेश उसकी मटकती गंद देख के अपने लंड को खड़ा होने से रोक नहीं पाता। राजेश भी अंदर चला जाता है और रेणुका के आने का वेट करता है।
कुछ ही सेकंड में रेणुका ग्लास में पानी ले कर बाहर आती है। रेणुका को अपनी और आता देख राजेश अपनी नजरें नीचे कर लेता है। साड़ी से झांकते उसके बूब्स देख कोई भी उसकी और आकर्षित हो उठे।
रेणुका जान के राजेश को ग्लास देते वक्त झुक कर उसे अपने बूब्स के दर्शन कराती है और वापस उठने में थोड़ा समय लेती है।

राजेश एक बार अपनी नज़र उठा कर देखता है तो रेणुका के चहरे पर अजब सी स्माइल देख वह फिर से नज़र दूसरी और कर लेता है।
रेणुका: आपको एयर कंडीशनर में भी इतनी गर्मी। क्यों लग रही है राजेश जी। देखो कितना पसीना बह रहा है।
इतना कहते ही रेणुका अपनी साड़ी के पल्लू से पसीना पोंछने लगती है। राजेश के शरीर में तो मानों करंट दौड़ जाता है, उसे समझ नहीं आता ये सब क्या हो रहा है।
तभी रेणुका का एक सवाल उसे निशब्द कर देता है।