desiaks
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पैथोलॉजिस्ट
सेंट जॉर्ज थियेटर का जो केयर टेकर था वह लंच रूम में था और उसे राजको देखकर याद आ गया कि उसने उसे पिछली रात देखा था। वह राहत महसूस कर रहा था।
'आखिरकार कोई तो आया है जो इस बात को लेकर सवाल नहीं पूछेगा कि वह सब कैसा लग रहा था। दिन भर यहां पत्रकार आते रहे हैं,' उसने कहा। 'उसके अलावा आपके फोरेंसिक विभाग वाले। लेकिन उनके पास करने के लिए बहुत काम था। उन्होंने हम लोगों को परेशान नहीं किया।'
'हां, उनके हाथ में काफी सारा काम है।’
'हां। कल रात मैं ज्यादा सो नहीं पाया। मेरी पत्नी को मुझे नीद की गोली देनी पड़ी। आपको इस तरह की चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। जब तक कि आपको उनकी आदत नहीं हो ।'
'अच्छा, वह सामान्य से अधिक तेज रहा होगा।'
'मुझे यह पता नहीं है कि मैं उस कमरे में फिर कभी जा पाऊंगा या नहीं।'
'ओह, आप उससे बाहर निकल जाएंगे।'
'नहीं, मेरी बात सुनिए, मैं उसे सामान कक्ष भी नहीं कह सकता। मैं उसे वह कमरा कहता हूं, केयर टेकर ने बेचैनी में सर हिलाया।
'समय सारे घाव भर देता है। मेरा यकीन करो। मुझे इसका कुछ अनुभव है,' राजने कहा।
'मेरे ख्याल से आप सही कह रहे हैं ऑफिसर ।'
'मुझे राजकहिये।'
'अच्छा, कॉफी राज?'
राजने हामी भरी और दोनों के बीच मेज पर चाबियों का गुच्छा रख दिया।
'आह, ये रही चाबियां' केयर टेकर ने कहा। 'यह चाबियों का वही गुच्छा है जो ओटो ने लिया था। मैं तो डर गया था कि ये नहीं मिलेंगी और हमें सारे ताले बदलने पड़ेंगे। आपको ये कहां मिलीं?’
'ओटो के घर में।’
'क्या? लेकिन उसने तो कल रात इन चाबियों का इस्तेमाल किया था, नहीं? उसके ड्रेसिंग रूम का दरवाजा...’
'उसके बारे में चिंता मत करो। मुझे नहीं लगता है कि कलाकारों के अलावा स्टेज के पीछे कोई और भी था।'
'ओह, हां। देखते हैं। वहां साउंड इंजिनियर, स्टेज पर सहायता करने वाले दो लोग और लाइट का इंजिनियर भी थे। कॉस्टयूम और मेकअप के लिए कोई नहीं आया था, यह कोई बड़ा शो नहीं था। बस, यही। शो के दौरान केवल स्टेज के सहयोगी और बाकी कलाकार थे। और मैं था।'
'और आपने किसी को वहां देखा नहीं?’
'किसी को भी नहीं,' केयर टेकर ने बिना झिझके कहा।
'क्या वहां कोई और किसी और रास्ते आ सकता था?’
'हां, गैलरी के बगल में एक गलियारा है। अब कल गैलरी बंद थी, लेकिन दरवाजा खुला हुआ था, लेकिन लाइटिंग इंजिनियर वहां बैठा हुआ था। उसके साथ बात करनी है।'
लाइटिंग इंजिनियर की बड़ी-बड़ी आंखें बाहर की ओर वैसे ही निकली हुई लग रही थीं, जैसे किसी समुद्री मछली की आंखें बाहर लाने पर हो जाती हैं।
'हां, रुकिए। एक आदमी वहां इंटरवल से पहले तक बैठा हुआ था। अगर हमें यह पहले ही पता चल जाता है कि शो हाउसफुल नहीं होने वाला है, तब हम केवल स्टॉल की टिकटें बेचते हैं। लेकिन उसका बैठना कोई गलत नहीं था। चाहे टिकट स्टॉल के लिए ही हों, तब भी गैलरी की बंद नहीं किया जाता है। वह पीछे की तरफ कतार में अकेला बैठा हुआ था। मुझे याद है कि मुझे इस बात पर हैरानी भी हुई थी कि वह वहां बैठा हुआ था, स्टेज से इतनी दूर। हां, अधिक रौशनी नहीं थी और मैंने उसे देखा था। जब मैं इंटरवल के बाद लौटा तो वह जा चुका था, जैसा कि मैंने पहले ही कहा था।'
'क्या वह तुम्हारी ही तरह उसी दरवाजे से स्टेज के पीछे जा सकता था ?'
'हां, लाइटिंग मैनेजर ने अपना सिर खुजाते हुए कहा। 'मुझे लगता है। अगर वह सामान वाले कमरे में गया हो तो वह किसी की नजर में आने से बच सकता था। अब इस बारे में सोचने पर लगता है कि वह आदमी स्वस्थ नहीं लग रहा था। हां, मेरे दिमाग में कोई बात रह गई है जो मुझे परेशान कर रही थी।'
'अच्छा सुनो,' राजने कहा। 'मैं तुमको एक तस्वीर दिखाने जा रहा हूं--'
'वैस उस आदमी में कोई और बात भी थी--'
'यह बहुत बढ़िया है,' राजने उसे टोकते हुए कहा। 'मैं यह चाहूंगा कि तुमने कल जिस आदमी को देखा था उस आदमी के बारे में सोचो, और जब तुम फोटो देखो तो तुमको सोचना न पड़े, तुम वही बात बताना जो सबसे पहले तुम्हारे दिमाग में आए। उसके बाद, तुम्हारे पास काफी समय होगा, हो सकता है कि तुम्हारा दिमाग बदल जाए, लेकिन इस समय मैं यह चाहता हूं कि तुमको जो सूझे वह बताओ । ठीक ?’
'ठीक,' उस इंजिनियर ने कहा और उसने अपनी आंखें बंद कर ली, जिससे वह किसी मेंढक की तरह दिखाई दे रहा था।'मैं तैयार हूं।'
राजने उसे तस्वीर दिखाई। ‘
'यही है!' उसने देखते ही एक झटके में कह दिया।
'थोड़ा और समय लेकर यह बताओ कि तुम क्या सोचते हो।'
'मुझे कोई शक नहीं है ऑफिसर। यही बात तो मैं आपसे कहने की कोशिश कर रहा हूं, वह आदमी काला था... एक आदिवासी। यही वह आदमी है!'
राजपक चुका था। काफी समय हो चुका था और वह कोशिश कर रहा था कि बाकी बातों के बारे में न सोचें जब उसको एक सहायक अटॉप्सी रूम में लेकर गया, तब डॉक्टर एंजेलसोन का गोल-मटोल शरीर एक विशाल मोटी औरत के शरीर के ऊपर झुका हुआ था, जो एक तरह के ऑपरेशन टेबल पर पड़ा हुआ था और उसके ऊपर खूब सारे बल्ब जल रहे थे। राजको यह नहीं लगा कि वह आज और मोटी औरत का सामना कर सकता था।
चिड़चिड़ा एंजेलसोन किसी पागल प्रोफेसर की तरह लग रहा था। उसके बाल अस्त-व्यस्त थे।
'हां?’
राजको यह बात समझ में आई कि वह आदमी दो घंटे पहले टेलीफोन पर हुई बातचीत को भूल चुका था।
'मेरा नाम राज है। मैंने आपको फोन किया था एंड्रयु की अटॉप्सी रिपोर्ट की शुरुआती जानकारी के लिए।'
वैसे तो कमरे में तमाम तरह की गंध फैली हुई थी, तब भी राजको उसकी सांस से आती जिन की गंध महसूस हुई।
'ओ हां, जाहिर है, केनसिंग्टन का मामला बहुत उदास करने वाला है। मैंने उससे कई बार बात की थी। जब वह जिंदा था। अब वह ड्रावर में सामान की तरह पड़ा हुआ है।'
एंजेलसोन ने अंगूठे से अपनी पीछे की तरफ इशारा किया।
'अच्छा सुनो... आपका क्या नाम है? ..राज, हां! हमारे पास लाशों की कतार लगी हुई है, सभी मेरे ऊपर इसके लिए दबाव बना रहे हैं कि मैं पहले उनका काम कर दूं, अच्छा, लाशें ही नहीं, जासूस । लेकिन उन सभी को अपनी बारी आने का इंतजार करना पड़ेगा। यह यहां का नियम है, यहां कतार तोड़ी नहीं जाती है, समझे? लेकिन जब पुलिस प्रमुख मैककौरमैक ने आज सुबह खुद फोन किया और कहा कि हमें एक आत्महत्या के मामले को पहले देखना होगा, तब मैं सोच में पड़ गया। मैं उनसे पूछ नहीं पाया, मिस्टर होर्गन, मुझे आप बता सकते हैं कि आखिर क्या कारण है कि यह केनसिंग्टन इतना खास हो गया?’
पैथोलॉजिस्ट
सेंट जॉर्ज थियेटर का जो केयर टेकर था वह लंच रूम में था और उसे राजको देखकर याद आ गया कि उसने उसे पिछली रात देखा था। वह राहत महसूस कर रहा था।
'आखिरकार कोई तो आया है जो इस बात को लेकर सवाल नहीं पूछेगा कि वह सब कैसा लग रहा था। दिन भर यहां पत्रकार आते रहे हैं,' उसने कहा। 'उसके अलावा आपके फोरेंसिक विभाग वाले। लेकिन उनके पास करने के लिए बहुत काम था। उन्होंने हम लोगों को परेशान नहीं किया।'
'हां, उनके हाथ में काफी सारा काम है।’
'हां। कल रात मैं ज्यादा सो नहीं पाया। मेरी पत्नी को मुझे नीद की गोली देनी पड़ी। आपको इस तरह की चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। जब तक कि आपको उनकी आदत नहीं हो ।'
'अच्छा, वह सामान्य से अधिक तेज रहा होगा।'
'मुझे यह पता नहीं है कि मैं उस कमरे में फिर कभी जा पाऊंगा या नहीं।'
'ओह, आप उससे बाहर निकल जाएंगे।'
'नहीं, मेरी बात सुनिए, मैं उसे सामान कक्ष भी नहीं कह सकता। मैं उसे वह कमरा कहता हूं, केयर टेकर ने बेचैनी में सर हिलाया।
'समय सारे घाव भर देता है। मेरा यकीन करो। मुझे इसका कुछ अनुभव है,' राजने कहा।
'मेरे ख्याल से आप सही कह रहे हैं ऑफिसर ।'
'मुझे राजकहिये।'
'अच्छा, कॉफी राज?'
राजने हामी भरी और दोनों के बीच मेज पर चाबियों का गुच्छा रख दिया।
'आह, ये रही चाबियां' केयर टेकर ने कहा। 'यह चाबियों का वही गुच्छा है जो ओटो ने लिया था। मैं तो डर गया था कि ये नहीं मिलेंगी और हमें सारे ताले बदलने पड़ेंगे। आपको ये कहां मिलीं?’
'ओटो के घर में।’
'क्या? लेकिन उसने तो कल रात इन चाबियों का इस्तेमाल किया था, नहीं? उसके ड्रेसिंग रूम का दरवाजा...’
'उसके बारे में चिंता मत करो। मुझे नहीं लगता है कि कलाकारों के अलावा स्टेज के पीछे कोई और भी था।'
'ओह, हां। देखते हैं। वहां साउंड इंजिनियर, स्टेज पर सहायता करने वाले दो लोग और लाइट का इंजिनियर भी थे। कॉस्टयूम और मेकअप के लिए कोई नहीं आया था, यह कोई बड़ा शो नहीं था। बस, यही। शो के दौरान केवल स्टेज के सहयोगी और बाकी कलाकार थे। और मैं था।'
'और आपने किसी को वहां देखा नहीं?’
'किसी को भी नहीं,' केयर टेकर ने बिना झिझके कहा।
'क्या वहां कोई और किसी और रास्ते आ सकता था?’
'हां, गैलरी के बगल में एक गलियारा है। अब कल गैलरी बंद थी, लेकिन दरवाजा खुला हुआ था, लेकिन लाइटिंग इंजिनियर वहां बैठा हुआ था। उसके साथ बात करनी है।'
लाइटिंग इंजिनियर की बड़ी-बड़ी आंखें बाहर की ओर वैसे ही निकली हुई लग रही थीं, जैसे किसी समुद्री मछली की आंखें बाहर लाने पर हो जाती हैं।
'हां, रुकिए। एक आदमी वहां इंटरवल से पहले तक बैठा हुआ था। अगर हमें यह पहले ही पता चल जाता है कि शो हाउसफुल नहीं होने वाला है, तब हम केवल स्टॉल की टिकटें बेचते हैं। लेकिन उसका बैठना कोई गलत नहीं था। चाहे टिकट स्टॉल के लिए ही हों, तब भी गैलरी की बंद नहीं किया जाता है। वह पीछे की तरफ कतार में अकेला बैठा हुआ था। मुझे याद है कि मुझे इस बात पर हैरानी भी हुई थी कि वह वहां बैठा हुआ था, स्टेज से इतनी दूर। हां, अधिक रौशनी नहीं थी और मैंने उसे देखा था। जब मैं इंटरवल के बाद लौटा तो वह जा चुका था, जैसा कि मैंने पहले ही कहा था।'
'क्या वह तुम्हारी ही तरह उसी दरवाजे से स्टेज के पीछे जा सकता था ?'
'हां, लाइटिंग मैनेजर ने अपना सिर खुजाते हुए कहा। 'मुझे लगता है। अगर वह सामान वाले कमरे में गया हो तो वह किसी की नजर में आने से बच सकता था। अब इस बारे में सोचने पर लगता है कि वह आदमी स्वस्थ नहीं लग रहा था। हां, मेरे दिमाग में कोई बात रह गई है जो मुझे परेशान कर रही थी।'
'अच्छा सुनो,' राजने कहा। 'मैं तुमको एक तस्वीर दिखाने जा रहा हूं--'
'वैस उस आदमी में कोई और बात भी थी--'
'यह बहुत बढ़िया है,' राजने उसे टोकते हुए कहा। 'मैं यह चाहूंगा कि तुमने कल जिस आदमी को देखा था उस आदमी के बारे में सोचो, और जब तुम फोटो देखो तो तुमको सोचना न पड़े, तुम वही बात बताना जो सबसे पहले तुम्हारे दिमाग में आए। उसके बाद, तुम्हारे पास काफी समय होगा, हो सकता है कि तुम्हारा दिमाग बदल जाए, लेकिन इस समय मैं यह चाहता हूं कि तुमको जो सूझे वह बताओ । ठीक ?’
'ठीक,' उस इंजिनियर ने कहा और उसने अपनी आंखें बंद कर ली, जिससे वह किसी मेंढक की तरह दिखाई दे रहा था।'मैं तैयार हूं।'
राजने उसे तस्वीर दिखाई। ‘
'यही है!' उसने देखते ही एक झटके में कह दिया।
'थोड़ा और समय लेकर यह बताओ कि तुम क्या सोचते हो।'
'मुझे कोई शक नहीं है ऑफिसर। यही बात तो मैं आपसे कहने की कोशिश कर रहा हूं, वह आदमी काला था... एक आदिवासी। यही वह आदमी है!'
राजपक चुका था। काफी समय हो चुका था और वह कोशिश कर रहा था कि बाकी बातों के बारे में न सोचें जब उसको एक सहायक अटॉप्सी रूम में लेकर गया, तब डॉक्टर एंजेलसोन का गोल-मटोल शरीर एक विशाल मोटी औरत के शरीर के ऊपर झुका हुआ था, जो एक तरह के ऑपरेशन टेबल पर पड़ा हुआ था और उसके ऊपर खूब सारे बल्ब जल रहे थे। राजको यह नहीं लगा कि वह आज और मोटी औरत का सामना कर सकता था।
चिड़चिड़ा एंजेलसोन किसी पागल प्रोफेसर की तरह लग रहा था। उसके बाल अस्त-व्यस्त थे।
'हां?’
राजको यह बात समझ में आई कि वह आदमी दो घंटे पहले टेलीफोन पर हुई बातचीत को भूल चुका था।
'मेरा नाम राज है। मैंने आपको फोन किया था एंड्रयु की अटॉप्सी रिपोर्ट की शुरुआती जानकारी के लिए।'
वैसे तो कमरे में तमाम तरह की गंध फैली हुई थी, तब भी राजको उसकी सांस से आती जिन की गंध महसूस हुई।
'ओ हां, जाहिर है, केनसिंग्टन का मामला बहुत उदास करने वाला है। मैंने उससे कई बार बात की थी। जब वह जिंदा था। अब वह ड्रावर में सामान की तरह पड़ा हुआ है।'
एंजेलसोन ने अंगूठे से अपनी पीछे की तरफ इशारा किया।
'अच्छा सुनो... आपका क्या नाम है? ..राज, हां! हमारे पास लाशों की कतार लगी हुई है, सभी मेरे ऊपर इसके लिए दबाव बना रहे हैं कि मैं पहले उनका काम कर दूं, अच्छा, लाशें ही नहीं, जासूस । लेकिन उन सभी को अपनी बारी आने का इंतजार करना पड़ेगा। यह यहां का नियम है, यहां कतार तोड़ी नहीं जाती है, समझे? लेकिन जब पुलिस प्रमुख मैककौरमैक ने आज सुबह खुद फोन किया और कहा कि हमें एक आत्महत्या के मामले को पहले देखना होगा, तब मैं सोच में पड़ गया। मैं उनसे पूछ नहीं पाया, मिस्टर होर्गन, मुझे आप बता सकते हैं कि आखिर क्या कारण है कि यह केनसिंग्टन इतना खास हो गया?’