hotaks444
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जब वो लोग थियेटर से बाहर निकल रहे थे तो अरुण सोचने लगा कि आख़िर क्यू उसे ये डेट का चक्कर अपनाना पड़ा. वो सोचने लगा कि अगर बाहर वालो को खबर हो गयी कि उसके और उसकी बहनों के बीच क्या हो रहा है तो वो लोग क्या कहेंगे?
पहले तो वो अपनी चारो बहनों के साथ सेक्स कर रहा था और अब अपनी ही बहेन के साथ उसकी फ्रेंड और उसके भाई के साथ डबल डेट पर आया है जिससे कि वो दोनो भाई बहेन आपस मे सेक्स करने लगे. इन सबमे जो कुछ होगा उसके लिए अरुण को जेलासी की फीलिंग से भी दूर रहना पड़ेगा. और अगर प्लान गड़बड़ हो गया तो पक्का जैल ही होनी थी. अरुण अपने इस ख़याल पर हल्के से हंस पड़ा.
वो लोग थियेटर के पास बनी शॉप्स को देखते हुए हंसते और बातें करते जा रहे थे. कपड़े की शॉप्स, स्पोर्ट्स शॉप्स, वग़ैरह वग़ैरह शॉप्स थी वहाँ पे. कार्ड्स शॉप के पास से गुज़रते हुए अरुण ने एक बार अंदर देखा और वही ठहर गया.
"ये नही हो सकता," उसने सोचा.
"लग तो वही रहा है, भाई." आवाज़ ने जवाब दिया
बाकी तीनो आगे ही चले जा रहे थे, उन्होने ध्यान ही नही दिया कि अरुण उस शॉप के बाहर खड़े होकर अंदर ही देखे जा रहा था. अंदर 4 5 लड़के खड़े हुए कुछ देख रहे थे.
अरुण को बाकी लड़के तो पहचान मे नही आ रहे थे लेकिन आख़िर मे खड़े हुए लड़के को देखकर पुरानी बातें याद आ रही थी. बाकी तीनो ने नोटीस किया कि अरुण उनके साथ नही है तो रुक कर इधर उधर देखने लगे.
"अरुण?" आरोही ने थोड़ा तेज बोलकर पूछा,"चलना नही है क्या?"
अरुण तो जैसे उसकी बात सुन ही नही रहा था. आरोही उसके चेहरे को देखकर तुरंत ही समझ गयी कि कुछ तो गड़बड़ है. वो जल्दी से उसके पास पहुचि और उसकी नज़रो का पीछा करने लगी.
आरोही ने तुरंत ही अपने मूह पर दोनो हाथ रख लिए. वो जल्दी से अरुण को साइड मे खिचने की कोशिश करने लगी.
"प्लीज़ अरुण, अभी नही.." वो बार बार कह रही थी, लेकिन अरुण तो उन खून खौलने वाली यादो मे खोया हुआ था.
जिस लड़के को अरुण देख रहा था, उसने बाहर आरोही की आवाज़ सुनके उसकी तरफ मूह किया. उसके पास खड़े हुए लड़के ने भी उनकी ओर देखा और वो उससे कुछ कहने लगा. दोनो ने एक बार अरुण की ओर देखा और शॉप से बाहर आने लगे.
"ओह माइ गॉड," आरोही बोली. "नोट हियर, नोट नाउ."
"क्या हुआ?" रोहन भी उनके पास पहुच चुका था तब तक वो दोनो लड़के उनके पास पहुच चुके थे.
आरोही बिना कुछ सोचे अरुण के आगे खड़ी हो गयी. रोहन को ज़्यादा कुछ तो समझ मे नही आया लेकिन वो आगे बढ़के उन लड़को के पास पहुच गया.
"कॅन आइ हेल्प यू?"
"तुझसे कोई काम नही है, मुझे बस इससे बात करनी है." उस लड़के ने अरुण की ओर इशारा करते हुए कहा.
अरुण ने अपने हाथ आरोही के दोनो कंधे पर रखे और उसे साइड मे कर दिया. अरुण का ध्यान आरोही को साइड मे करने मे था, इसका फ़ायदा उठाकर उस लड़के ने एक मुक्का अरुण के चेहरे पर मार दिया.
"ओये," रोहन चीख के आगे बढ़ा, अरुण लड़खड़ा रहा था, तभी उस लड़के के साथ वाले ने रोहन के सीने पर हाथ रख के रोक दिया.
"वेट डियर, उसने कहा ना तुम्हारा कोई काम नही है."
"अरुण, ठीक हो?" रोहन ने अपनी नज़रे उस लड़के से बिना हटाए पूछा.
"यॅ," अरुण ने जवाब दिया, और अपना सिर हिलाकर नज़र ठीक करने लगा जो मुक्के की वजह से धुधली हो गयी थी. "लेकिन वो सही कह रहा है, तुम्हे बीच मे पड़ने की ज़रूरत नही है."
"ओके नही पड़ूँगा, लेकिन.." रोहन बोला.
"लेकिन क्या स्वीटी?" उस लड़के ने पूछा.
"कोई अपने गंदे हाथ मुझ पर रखे, मुझे पसंद नही." रोहन ने उस लड़के की कलाई पकड़ते हुए कहा. उसने उसकी कलाई पकड़के एक मार्षल आर्ट का लॉक लगाया और अगले ही पल वो लड़का ज़मीन की धूल चाट रहा था.
वो लड़का जिसने अरुण को मारा था वो इंतजार कर रहा था कि उसका साथी भी मारेगा अरुण को लेकिन उसने जब रोहन के साथ उसे देखा तो मौके का फ़ायदा उठाकर दोबारा अपना हाथ अरुण के उपर चलाया.
अरुण तुरंत ही साइड मे हट कर बच गया और साइड से ही एक जोरदार मुक्का उसकी पसलियों मे दे मारा, फिर दो तीन लगातार पेट पर मारे तो वो लड़का तुरंत ही ज़मीन पर गिर पड़ा. तभी साइरन की आवाज़ गुज़्ने लगी. शायद दुकान वाले ने ये सब देखकर पहले ही पोलीस को कॉल कर दी थी.
"सब जहा हैं वही ठहर जाओ. कोई नही हिलेगा? किसी को पता है कि क्या हुआ है?"
***********
दोनो लड़को को हथकड़ी लगाकर पोलीस जीप के अंदर बैठा दिया गया था. अरुण वही सबके साथ खड़ा देख रहा था. उसका जबड़ा काफ़ी दर्द कर रहा था, लेकिन वो उसने उस पर इतना ध्यान नही दिया. उनके सामने एक पोलीस वाला जवाब का इंतजार कर रहा था.
"आह..सॉरी सर, मैं क्वेस्चन भूल गया?" अरुण ने पोलीस वाले से पूछा.
"यहाँ हुआ सब कुछ तो मुझे सबने बता ही दिया, जिसने भी देखा, मैं बस तुम्हारी तरफ से सुनना चाहता हूँ. आख़िर एक दम से 2 लड़के क्यू तुम्हे मारने आए?"
अरुण अपने जबड़े पर हाथ फिराने लगा.
"अभी एक या डेढ़ महीना पहले, मेरी छोटी बहेन, सोनिया रॉयल क्लब मे थी. मैं भी था लेकिन मैं जल्दी चला आया था. रास्ते मे ही मुझे आरोही की कॉल आई कि उसे सोनिया कहीं नही मिल रही. तो मैं जल्दी से पहुचा और ढूढ़ने पर मुझे वो एक कमरे मे बेहोशी की हालत मे मिली. वो लेफ्ट साइड वाला लड़का उसके साथ ज़बरदस्ती कर रहा था..तो.." अरुण वही पर रुक गया.
उस इनस्पेक्टर ने अरुण के कंधे पर हाथ रख दिया. "रिलॅक्स, ओके. मुझे बस पूरी बात बताओ तो मैं तुम्हारी कुछ मदद कर पाऊ."
अरुण ने एक गहरी सास ली फिर आरोही की तरफ देख कर बोलने लगा. "मैने वही पर इसको मारा फिर सोनिया को लेकर क्लब से बाहर जाने लगा. मैं बस एग्ज़िट तक पहुचा ही था कि पीछे से 10 12 लड़के जो कि आइ गेस इसी के साथ थे उन्होने एक साथ मुझ पर हमला कर दिया. उसके बाद ज़्यादा कुछ मुझे ध्यान नही क्यूकी मैं उनके वॉर से बेहोश हो गया था. आरोही ने मुझे बताया कि बाहर खड़ी सेक्यूरिटी ने मुझे बचाया और लड़ाई को रोका था."
"तुमने रिपोर्ट करी?" ऑफीसर ने पूछा.
अरुण तुरंत ही सिर हिलाने लगा, और सोचने लगा कि वो इतनी नॉर्मल बात कैसे भूल गया.
"नही सर, आइ गेस हम लोग बस इस बात को भूलना चाहते थे. मेरी बहेन अभी भी पूरे तरीके से उस किस्से से नही उबर पाई है."
"चलो, वैसे अगर तुमने रिपोर्ट फाइल करवाई होती तो ये दूसरा हमला गिना जाता. खैर, तो ये जो लड़का है उसने आक्चुयल मे कुछ तो..."
"नही सर, सोनिया की ड्रिंक मे आइ थिंक कुछ मिलाया था जिससे वो बेहोश हो गयी थी, लेकिन मैं सही टाइम पर पहुच चुका था...ये बस अपना..वो..हाथ मे लेकर आगे बढ़ रहा था."
"थॅंक गॉड. अब जब तुमने पोलीस रिपोर्ट नही करी थी तो पोलीस ज़्यादा कुछ तो नही कर सकती. आज रात की बात तो सबने बता ही दी है कि इसी ने लड़ाई शुरू करी. चेकिंग करने पर ये भी पता चला है कि इसने दारू भी पी रखी है. तो इन्ही सब चार्जस की वजह से ज़्यादा से ज़्यादा हम लोग एक दिन के लिए इसे जैल मे रख सकते हैं. लेकिन अगली बार ऐसा कुछ हो सबसे पहले रिपोर्ट फाइल करना. ओके?"
"यॅ सर. स्योर. थॅंक्स."
वो इनस्पेक्टर गाड़ी के पास खड़े पोलीस वाले के पास पहुचा और कुछ बातचीत करके अरुण की तरफ मुड़ा. "अभी जितना जानना था वो हम लोगो ने पता कर लिया है, अगर कुछ ज़रूरत पड़ती है तो तुम्हे कॉल करेंगे."
अरुण ने हां मे सिर हिला दिया और सबकी ओर देखने लगा.
"यू ओके?" रिया ने उसके पास बढ़के उसे ध्यान से देखते हुए पूछा.
अरुण ने मुस्कुरकर सिर हिला दिया. "मैं ठीक हूँ, बस कल ये जबड़ा बहुत दर्द करने वाला है. सॉरी यार, इस सबके लिए." उसने रोहन से कहा.
"अरे कोई नही यार, मैने सुना क्या हुआ. उपर से थॅंक्स बहुत दिनो से किसी को मारा भी नही था." रोहन हंसते हुए बोला.
तो अरुण भी हंस दिया.
आरोही रोते हुए उसके पास आई और उसके गले लग गयी.
"पक्का ना, तुम ठीक हो?" उसने पूछा.
अरुण हंसते हुए उसे कस्के गले लगाए रखा. "आइ'म फाइन, आरू. साची."
फिर आरोही अलग हुई और अपने आसू पोछने लगी.
"तो अब जब हम लोगो ने डिन्नर और एक फाइट का मज़ा ले लिया तो अब कहाँ.." आरोही ने मूड को हल्का करते हुए कहा.
पहले तो वो अपनी चारो बहनों के साथ सेक्स कर रहा था और अब अपनी ही बहेन के साथ उसकी फ्रेंड और उसके भाई के साथ डबल डेट पर आया है जिससे कि वो दोनो भाई बहेन आपस मे सेक्स करने लगे. इन सबमे जो कुछ होगा उसके लिए अरुण को जेलासी की फीलिंग से भी दूर रहना पड़ेगा. और अगर प्लान गड़बड़ हो गया तो पक्का जैल ही होनी थी. अरुण अपने इस ख़याल पर हल्के से हंस पड़ा.
वो लोग थियेटर के पास बनी शॉप्स को देखते हुए हंसते और बातें करते जा रहे थे. कपड़े की शॉप्स, स्पोर्ट्स शॉप्स, वग़ैरह वग़ैरह शॉप्स थी वहाँ पे. कार्ड्स शॉप के पास से गुज़रते हुए अरुण ने एक बार अंदर देखा और वही ठहर गया.
"ये नही हो सकता," उसने सोचा.
"लग तो वही रहा है, भाई." आवाज़ ने जवाब दिया
बाकी तीनो आगे ही चले जा रहे थे, उन्होने ध्यान ही नही दिया कि अरुण उस शॉप के बाहर खड़े होकर अंदर ही देखे जा रहा था. अंदर 4 5 लड़के खड़े हुए कुछ देख रहे थे.
अरुण को बाकी लड़के तो पहचान मे नही आ रहे थे लेकिन आख़िर मे खड़े हुए लड़के को देखकर पुरानी बातें याद आ रही थी. बाकी तीनो ने नोटीस किया कि अरुण उनके साथ नही है तो रुक कर इधर उधर देखने लगे.
"अरुण?" आरोही ने थोड़ा तेज बोलकर पूछा,"चलना नही है क्या?"
अरुण तो जैसे उसकी बात सुन ही नही रहा था. आरोही उसके चेहरे को देखकर तुरंत ही समझ गयी कि कुछ तो गड़बड़ है. वो जल्दी से उसके पास पहुचि और उसकी नज़रो का पीछा करने लगी.
आरोही ने तुरंत ही अपने मूह पर दोनो हाथ रख लिए. वो जल्दी से अरुण को साइड मे खिचने की कोशिश करने लगी.
"प्लीज़ अरुण, अभी नही.." वो बार बार कह रही थी, लेकिन अरुण तो उन खून खौलने वाली यादो मे खोया हुआ था.
जिस लड़के को अरुण देख रहा था, उसने बाहर आरोही की आवाज़ सुनके उसकी तरफ मूह किया. उसके पास खड़े हुए लड़के ने भी उनकी ओर देखा और वो उससे कुछ कहने लगा. दोनो ने एक बार अरुण की ओर देखा और शॉप से बाहर आने लगे.
"ओह माइ गॉड," आरोही बोली. "नोट हियर, नोट नाउ."
"क्या हुआ?" रोहन भी उनके पास पहुच चुका था तब तक वो दोनो लड़के उनके पास पहुच चुके थे.
आरोही बिना कुछ सोचे अरुण के आगे खड़ी हो गयी. रोहन को ज़्यादा कुछ तो समझ मे नही आया लेकिन वो आगे बढ़के उन लड़को के पास पहुच गया.
"कॅन आइ हेल्प यू?"
"तुझसे कोई काम नही है, मुझे बस इससे बात करनी है." उस लड़के ने अरुण की ओर इशारा करते हुए कहा.
अरुण ने अपने हाथ आरोही के दोनो कंधे पर रखे और उसे साइड मे कर दिया. अरुण का ध्यान आरोही को साइड मे करने मे था, इसका फ़ायदा उठाकर उस लड़के ने एक मुक्का अरुण के चेहरे पर मार दिया.
"ओये," रोहन चीख के आगे बढ़ा, अरुण लड़खड़ा रहा था, तभी उस लड़के के साथ वाले ने रोहन के सीने पर हाथ रख के रोक दिया.
"वेट डियर, उसने कहा ना तुम्हारा कोई काम नही है."
"अरुण, ठीक हो?" रोहन ने अपनी नज़रे उस लड़के से बिना हटाए पूछा.
"यॅ," अरुण ने जवाब दिया, और अपना सिर हिलाकर नज़र ठीक करने लगा जो मुक्के की वजह से धुधली हो गयी थी. "लेकिन वो सही कह रहा है, तुम्हे बीच मे पड़ने की ज़रूरत नही है."
"ओके नही पड़ूँगा, लेकिन.." रोहन बोला.
"लेकिन क्या स्वीटी?" उस लड़के ने पूछा.
"कोई अपने गंदे हाथ मुझ पर रखे, मुझे पसंद नही." रोहन ने उस लड़के की कलाई पकड़ते हुए कहा. उसने उसकी कलाई पकड़के एक मार्षल आर्ट का लॉक लगाया और अगले ही पल वो लड़का ज़मीन की धूल चाट रहा था.
वो लड़का जिसने अरुण को मारा था वो इंतजार कर रहा था कि उसका साथी भी मारेगा अरुण को लेकिन उसने जब रोहन के साथ उसे देखा तो मौके का फ़ायदा उठाकर दोबारा अपना हाथ अरुण के उपर चलाया.
अरुण तुरंत ही साइड मे हट कर बच गया और साइड से ही एक जोरदार मुक्का उसकी पसलियों मे दे मारा, फिर दो तीन लगातार पेट पर मारे तो वो लड़का तुरंत ही ज़मीन पर गिर पड़ा. तभी साइरन की आवाज़ गुज़्ने लगी. शायद दुकान वाले ने ये सब देखकर पहले ही पोलीस को कॉल कर दी थी.
"सब जहा हैं वही ठहर जाओ. कोई नही हिलेगा? किसी को पता है कि क्या हुआ है?"
***********
दोनो लड़को को हथकड़ी लगाकर पोलीस जीप के अंदर बैठा दिया गया था. अरुण वही सबके साथ खड़ा देख रहा था. उसका जबड़ा काफ़ी दर्द कर रहा था, लेकिन वो उसने उस पर इतना ध्यान नही दिया. उनके सामने एक पोलीस वाला जवाब का इंतजार कर रहा था.
"आह..सॉरी सर, मैं क्वेस्चन भूल गया?" अरुण ने पोलीस वाले से पूछा.
"यहाँ हुआ सब कुछ तो मुझे सबने बता ही दिया, जिसने भी देखा, मैं बस तुम्हारी तरफ से सुनना चाहता हूँ. आख़िर एक दम से 2 लड़के क्यू तुम्हे मारने आए?"
अरुण अपने जबड़े पर हाथ फिराने लगा.
"अभी एक या डेढ़ महीना पहले, मेरी छोटी बहेन, सोनिया रॉयल क्लब मे थी. मैं भी था लेकिन मैं जल्दी चला आया था. रास्ते मे ही मुझे आरोही की कॉल आई कि उसे सोनिया कहीं नही मिल रही. तो मैं जल्दी से पहुचा और ढूढ़ने पर मुझे वो एक कमरे मे बेहोशी की हालत मे मिली. वो लेफ्ट साइड वाला लड़का उसके साथ ज़बरदस्ती कर रहा था..तो.." अरुण वही पर रुक गया.
उस इनस्पेक्टर ने अरुण के कंधे पर हाथ रख दिया. "रिलॅक्स, ओके. मुझे बस पूरी बात बताओ तो मैं तुम्हारी कुछ मदद कर पाऊ."
अरुण ने एक गहरी सास ली फिर आरोही की तरफ देख कर बोलने लगा. "मैने वही पर इसको मारा फिर सोनिया को लेकर क्लब से बाहर जाने लगा. मैं बस एग्ज़िट तक पहुचा ही था कि पीछे से 10 12 लड़के जो कि आइ गेस इसी के साथ थे उन्होने एक साथ मुझ पर हमला कर दिया. उसके बाद ज़्यादा कुछ मुझे ध्यान नही क्यूकी मैं उनके वॉर से बेहोश हो गया था. आरोही ने मुझे बताया कि बाहर खड़ी सेक्यूरिटी ने मुझे बचाया और लड़ाई को रोका था."
"तुमने रिपोर्ट करी?" ऑफीसर ने पूछा.
अरुण तुरंत ही सिर हिलाने लगा, और सोचने लगा कि वो इतनी नॉर्मल बात कैसे भूल गया.
"नही सर, आइ गेस हम लोग बस इस बात को भूलना चाहते थे. मेरी बहेन अभी भी पूरे तरीके से उस किस्से से नही उबर पाई है."
"चलो, वैसे अगर तुमने रिपोर्ट फाइल करवाई होती तो ये दूसरा हमला गिना जाता. खैर, तो ये जो लड़का है उसने आक्चुयल मे कुछ तो..."
"नही सर, सोनिया की ड्रिंक मे आइ थिंक कुछ मिलाया था जिससे वो बेहोश हो गयी थी, लेकिन मैं सही टाइम पर पहुच चुका था...ये बस अपना..वो..हाथ मे लेकर आगे बढ़ रहा था."
"थॅंक गॉड. अब जब तुमने पोलीस रिपोर्ट नही करी थी तो पोलीस ज़्यादा कुछ तो नही कर सकती. आज रात की बात तो सबने बता ही दी है कि इसी ने लड़ाई शुरू करी. चेकिंग करने पर ये भी पता चला है कि इसने दारू भी पी रखी है. तो इन्ही सब चार्जस की वजह से ज़्यादा से ज़्यादा हम लोग एक दिन के लिए इसे जैल मे रख सकते हैं. लेकिन अगली बार ऐसा कुछ हो सबसे पहले रिपोर्ट फाइल करना. ओके?"
"यॅ सर. स्योर. थॅंक्स."
वो इनस्पेक्टर गाड़ी के पास खड़े पोलीस वाले के पास पहुचा और कुछ बातचीत करके अरुण की तरफ मुड़ा. "अभी जितना जानना था वो हम लोगो ने पता कर लिया है, अगर कुछ ज़रूरत पड़ती है तो तुम्हे कॉल करेंगे."
अरुण ने हां मे सिर हिला दिया और सबकी ओर देखने लगा.
"यू ओके?" रिया ने उसके पास बढ़के उसे ध्यान से देखते हुए पूछा.
अरुण ने मुस्कुरकर सिर हिला दिया. "मैं ठीक हूँ, बस कल ये जबड़ा बहुत दर्द करने वाला है. सॉरी यार, इस सबके लिए." उसने रोहन से कहा.
"अरे कोई नही यार, मैने सुना क्या हुआ. उपर से थॅंक्स बहुत दिनो से किसी को मारा भी नही था." रोहन हंसते हुए बोला.
तो अरुण भी हंस दिया.
आरोही रोते हुए उसके पास आई और उसके गले लग गयी.
"पक्का ना, तुम ठीक हो?" उसने पूछा.
अरुण हंसते हुए उसे कस्के गले लगाए रखा. "आइ'म फाइन, आरू. साची."
फिर आरोही अलग हुई और अपने आसू पोछने लगी.
"तो अब जब हम लोगो ने डिन्नर और एक फाइट का मज़ा ले लिया तो अब कहाँ.." आरोही ने मूड को हल्का करते हुए कहा.