hotaks444
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वो बोली मुझे तो दाल मे कुछ काला नज़र आता है वैसे अच्छी लड़की है और मेरे गाल पर हल्का सा चूम लिया मैने कहा भाभी कुछ करो ना मैं कल जा रहा हूँ तो वो बोली यार मैं भी मचल रही हू तुम्हारा ख़याल आते ही ये मेरी चिड़िया पानी छोड़ देती है पर मजबूर हू मैं और वैसे भी इतनी मस्त लड़की साथ लेकर घूम रहा है तो फिर मुझ बुढ़िया मे अब क्या रखा है
मैने कहा ले लो जीतने मज़े लेने है फिर टॉपिक चेंज करते हुए मैने कहा कि मैं आपसे मिलने ही आया हू कल मैं सुबह सुबह ही निकल जाउन्गा तो वो बोली जैसी तेरी मर्ज़ी है वो बोली तू जाकर उर्वशी के पास बैठ आज तेरे लिए स्पेशल साउत इंडियन फुड बनाया है मैं परोसती हू कुछ देर मी मेरा दिल भर आया ये भी तो मेरा छोटा सा परिवार ही था पर जाना ही था मुझे
शाम तक का टाइम मैं पद्मि नी भाभी के घर ही रहा दिल थोड़ा भारी था पर दिन हसी खुशी बीत गया सांझ ढल गयी थी सर भी आज कुछ जल्दी ही आ गये कुछ देर उनसे भी गुफ़्तुगू हुई उन्होने कहा कि शुरू के कुछ दिनो मे थोड़ी प्राब्लम आएगी क्योंकि फील्ड मे बिल्कुल अलग ही सिचुयेशन होती है ट्रैनिंग से बिल्कुल अलग सब कुछ रियल टाइम होता है
पर एक बार सिस्टम को समझ लोगे तो कोई प्राब्लम नही होगी उन्होने फिर कुछ टिप्स और दिए कुछ बेहद ज़रूरी हिदायती दी कि हर हाल मे बस ऑफीसर के ऑर्डर को ही फॉलो करना है इस बात को ना भूलना बात पूरी होने पर मैने सर के पाँव छुए और फिर उनसे अलविदा कह कर मैं और उर्वशी चल पड़े
मैने कहा बता आज डिन्नर के लिए कहाँ चलेगी तो वो बोली कि आज तुझे मैं खाना बना के खिलाउन्गी मैने कहा क्या बनाएगी तो वो बोली अपना देसी दाल- चुरमा , ये सुनते ही मैं खुश हो गया घर की याद आ गयी और चुरमा तो अपना आज भी फवरेट. है तो हसी-मज़ाक करते हुए हम पैदल पैदल उसके घर की ओर जाने वाली सड़क पर चल पड़े
घर आते ही उसने चेंज किया और मेरे पास आकर बैठ गयी दो दिन से वो कुछ ज़्यादा ही चिपक रही थी उसकी सांसो की खुश्बू जैसे मेरे जिस्म मे घुलने को बेताब ही थी बस मेरे हाँ कहने की ढील थी उसकी टी-शर्ट थोड़ी सी उपर हो गयी थी तो उसकी नवल दिख रही थी मैने अपनी उंगली उसमे डाल दी और गोल गोल फिराने लगा उर्वशी ने एक झुरजुरी ली
वो बोली क्या करते हो मैने कहा शरारत वो बोली तो जब मैं छेड़ा करूँ तो क्यो रोकते हो मैने कहा मैने कब रोका तो उसने बिना कुछ कहे मेरे लंड पर हाथ रख दिया और उसको दबा दिया एक पल मे ही लंड माजराज अपनी औकात पे आ गये और फनफना गये उर्वशी बोली यो तो तैयार सै मैने कहा है तो सही तो वो झट से बोली मैं भी कतई तैयार सूं
बात करते करते वो मेरी जाँघ पर सरक आई और अपने कुल्हो को मेरी जाँघ पर टिका कर बैठ गयी और मेरे गाल पर किस करने लगी मेरा लंड उसके कुल्हो मे समा जाने को पूरी तरह सी बेताब हो गया था गालो पर किस के बाद उर्वशी ने अपने प्यासे लबों को मेरे लबों से जोड़ दिया और मेरी गर्दन को अपने हाथो से पकड़ कर किस करने लगी उसने अपनी जीभ मेरे मूह मे डाल दी
मैं उसकी जीभ को चूसने लगा मस्त हो गया था मैं दुनिया सच ही कहती है कि औरत के जिस्म के आगे अच्छे अच्छे लोग हार जाते है किस करते करते उसने मेरी शर्ट के सारे बटन खोल डाले और फिर मेरे सीने पर किस करने लगी और किस करते करते नीचे की और जाने लगी फिर उसने मेरे पयज़ामे मे हाथ डाला और मेरे लंड को बाहर निकाल लिया
और उसको अपनी मुट्ठी मे भर कर हिलाने लगी उसकी नाज़ुक उंगलियो की पकड़ लंड पर मजबूत होने लगी अब मैं दो दिन से भरा पड़ा था तो मैने सोचा य मुट्ठी मार कर ही मेरा पानी निकाल दे तो अच्छा है मैं भी थोड़ा सा मस्ती के मूड मे था तो मैने उसकी टी-शर्ट को निकाल कर फेक दिया और ब्रा के उपर से ही चूचियो मे मूह मारने लगा तो उर्वशी और भी मस्त होने लगी
कुछ ही देर मे उसकी ब्रा भी उतर गयी थी मैं उसकी बड़ी बड़ी चूचियों को चूसने लगा वो मेरे बालो मे हाथ फिराने लगी उसकी चूचियो की गुलाबी निप्पल्स का नमकीन स्वाद मेरे मूह मे घुलने लगा था साथ ही साथ मैं उसकी पीठ को भी सहलाता जा रहा था उर्वशी अब उठ कर खड़ी हो गयी और मुझे भी उठा कर बेड पर ले आई और मेरे पयज़ामे को सरका कर मुझे नीचे से नंगा कर दिया
और मेरी जाँघो पर बैठ कर मेरे लंड को ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी तो मैने कहा कि तुम एक हाथ से मेरी गोलियो को सहलाओ और दूसरे हाथ से इसको हिलाओ तो वो वैसा ही करने लगी मैने अपनी आँखे बंद कर ली और उन मस्ती से भरे पलों का मज़ा लेने लगा मुझे बड़ा ही मज़ा आ रहा था तो कुछ देर बाद मैने कहा उर्वशी क्या तुम इसको अपने मूह मे लेना पसंद करोगी
उसने अपने कंधे उच्काये और कहा ओके और कुछ पल लंड के सुपाडे को सूँघा और फिर घुप से लंड को अपने मूह मे भर लिया उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ एक पल मे ही मेरा शरीर झन झना गया कितने सॉफ्ट होठ थे उसके वो अपने मूह को लंड पे उपर नीचे करने लगी उसकी गरम साँसे लंड के सुपाडे पर टकराने लगी थी मैने अपने हाथ से उसकी पतली सुरहीदार गर्देन पे दबाव बढ़ा दिया उर्वशी ने अपने गले के अंतिम छोर तक मेरे लंड को अपने मूह मे लिया हुआ था
मैने कहा ले लो जीतने मज़े लेने है फिर टॉपिक चेंज करते हुए मैने कहा कि मैं आपसे मिलने ही आया हू कल मैं सुबह सुबह ही निकल जाउन्गा तो वो बोली जैसी तेरी मर्ज़ी है वो बोली तू जाकर उर्वशी के पास बैठ आज तेरे लिए स्पेशल साउत इंडियन फुड बनाया है मैं परोसती हू कुछ देर मी मेरा दिल भर आया ये भी तो मेरा छोटा सा परिवार ही था पर जाना ही था मुझे
शाम तक का टाइम मैं पद्मि नी भाभी के घर ही रहा दिल थोड़ा भारी था पर दिन हसी खुशी बीत गया सांझ ढल गयी थी सर भी आज कुछ जल्दी ही आ गये कुछ देर उनसे भी गुफ़्तुगू हुई उन्होने कहा कि शुरू के कुछ दिनो मे थोड़ी प्राब्लम आएगी क्योंकि फील्ड मे बिल्कुल अलग ही सिचुयेशन होती है ट्रैनिंग से बिल्कुल अलग सब कुछ रियल टाइम होता है
पर एक बार सिस्टम को समझ लोगे तो कोई प्राब्लम नही होगी उन्होने फिर कुछ टिप्स और दिए कुछ बेहद ज़रूरी हिदायती दी कि हर हाल मे बस ऑफीसर के ऑर्डर को ही फॉलो करना है इस बात को ना भूलना बात पूरी होने पर मैने सर के पाँव छुए और फिर उनसे अलविदा कह कर मैं और उर्वशी चल पड़े
मैने कहा बता आज डिन्नर के लिए कहाँ चलेगी तो वो बोली कि आज तुझे मैं खाना बना के खिलाउन्गी मैने कहा क्या बनाएगी तो वो बोली अपना देसी दाल- चुरमा , ये सुनते ही मैं खुश हो गया घर की याद आ गयी और चुरमा तो अपना आज भी फवरेट. है तो हसी-मज़ाक करते हुए हम पैदल पैदल उसके घर की ओर जाने वाली सड़क पर चल पड़े
घर आते ही उसने चेंज किया और मेरे पास आकर बैठ गयी दो दिन से वो कुछ ज़्यादा ही चिपक रही थी उसकी सांसो की खुश्बू जैसे मेरे जिस्म मे घुलने को बेताब ही थी बस मेरे हाँ कहने की ढील थी उसकी टी-शर्ट थोड़ी सी उपर हो गयी थी तो उसकी नवल दिख रही थी मैने अपनी उंगली उसमे डाल दी और गोल गोल फिराने लगा उर्वशी ने एक झुरजुरी ली
वो बोली क्या करते हो मैने कहा शरारत वो बोली तो जब मैं छेड़ा करूँ तो क्यो रोकते हो मैने कहा मैने कब रोका तो उसने बिना कुछ कहे मेरे लंड पर हाथ रख दिया और उसको दबा दिया एक पल मे ही लंड माजराज अपनी औकात पे आ गये और फनफना गये उर्वशी बोली यो तो तैयार सै मैने कहा है तो सही तो वो झट से बोली मैं भी कतई तैयार सूं
बात करते करते वो मेरी जाँघ पर सरक आई और अपने कुल्हो को मेरी जाँघ पर टिका कर बैठ गयी और मेरे गाल पर किस करने लगी मेरा लंड उसके कुल्हो मे समा जाने को पूरी तरह सी बेताब हो गया था गालो पर किस के बाद उर्वशी ने अपने प्यासे लबों को मेरे लबों से जोड़ दिया और मेरी गर्दन को अपने हाथो से पकड़ कर किस करने लगी उसने अपनी जीभ मेरे मूह मे डाल दी
मैं उसकी जीभ को चूसने लगा मस्त हो गया था मैं दुनिया सच ही कहती है कि औरत के जिस्म के आगे अच्छे अच्छे लोग हार जाते है किस करते करते उसने मेरी शर्ट के सारे बटन खोल डाले और फिर मेरे सीने पर किस करने लगी और किस करते करते नीचे की और जाने लगी फिर उसने मेरे पयज़ामे मे हाथ डाला और मेरे लंड को बाहर निकाल लिया
और उसको अपनी मुट्ठी मे भर कर हिलाने लगी उसकी नाज़ुक उंगलियो की पकड़ लंड पर मजबूत होने लगी अब मैं दो दिन से भरा पड़ा था तो मैने सोचा य मुट्ठी मार कर ही मेरा पानी निकाल दे तो अच्छा है मैं भी थोड़ा सा मस्ती के मूड मे था तो मैने उसकी टी-शर्ट को निकाल कर फेक दिया और ब्रा के उपर से ही चूचियो मे मूह मारने लगा तो उर्वशी और भी मस्त होने लगी
कुछ ही देर मे उसकी ब्रा भी उतर गयी थी मैं उसकी बड़ी बड़ी चूचियों को चूसने लगा वो मेरे बालो मे हाथ फिराने लगी उसकी चूचियो की गुलाबी निप्पल्स का नमकीन स्वाद मेरे मूह मे घुलने लगा था साथ ही साथ मैं उसकी पीठ को भी सहलाता जा रहा था उर्वशी अब उठ कर खड़ी हो गयी और मुझे भी उठा कर बेड पर ले आई और मेरे पयज़ामे को सरका कर मुझे नीचे से नंगा कर दिया
और मेरी जाँघो पर बैठ कर मेरे लंड को ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी तो मैने कहा कि तुम एक हाथ से मेरी गोलियो को सहलाओ और दूसरे हाथ से इसको हिलाओ तो वो वैसा ही करने लगी मैने अपनी आँखे बंद कर ली और उन मस्ती से भरे पलों का मज़ा लेने लगा मुझे बड़ा ही मज़ा आ रहा था तो कुछ देर बाद मैने कहा उर्वशी क्या तुम इसको अपने मूह मे लेना पसंद करोगी
उसने अपने कंधे उच्काये और कहा ओके और कुछ पल लंड के सुपाडे को सूँघा और फिर घुप से लंड को अपने मूह मे भर लिया उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ एक पल मे ही मेरा शरीर झन झना गया कितने सॉफ्ट होठ थे उसके वो अपने मूह को लंड पे उपर नीचे करने लगी उसकी गरम साँसे लंड के सुपाडे पर टकराने लगी थी मैने अपने हाथ से उसकी पतली सुरहीदार गर्देन पे दबाव बढ़ा दिया उर्वशी ने अपने गले के अंतिम छोर तक मेरे लंड को अपने मूह मे लिया हुआ था